सोते समय दिल की धड़कन तेज होना

  1. Causes and Risks of Fast Heart Rate and Home Remedies For Heart Palpitations in Hindi
  2. Fast Heart Beats Are A Sign Of A Serious Condition
  3. प्रेगनेंसी के दौरान हार्टबीट तेज होना: कारण, लक्षण और प्रभाव
  4. दिल की धड़कनों का तेज होना कब हो सकता है खतरनाक?
  5. Heart Attack Signs: सोने से पहले दिल की धड़कन बढ़ना हो सकता है हार्ट अटैक का संकेत, जानें इसकी वजह, लक्षण और इलाज
  6. दिल (हृदय) का तेज धड़कना इसके कारण, लक्षण और इलाज – MyBapuji


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Causes and Risks of Fast Heart Rate and Home Remedies For Heart Palpitations in Hindi

द‍िल की धड़कन का तेज होना हमेशा किसी समस्या का ही संकेत नहीं होता है। कई बार अचानक डर जाने, गुस्सा आने या बहुत दुख होने पर दिल की धड़कन बढ़ जाती है। इसी तरह कई बार कुछ फूड्स को काने से भी धड़कन तेज हो जाती है। लेकिन अगर अक्सर ही आपकी धड़कन बढ़ जाती है और वो भी बिना किसी ठोस कारण, तो ये स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है। इस बीमारी को हम म‍ेड‍िकल भाषा में Tachyarrhythmia (टैकीएरिद्मिया) कहते हैं। इसका मतलब है अचानक ही द‍िल की गत‍ि का असमान्‍य होना या बढ़ जाना। एक सामान्‍य व्‍यक्‍त‍ि के शरीर में दिल 1 म‍िनट में 60 से 100 बार धड़कता है। कई बार तेज दौड़ने से भी हॉर्ट रेट बढ़ जाता है, जो कि परेशानी वाली बात नहीं है। पर यूं ही बैठे-बैठे दिल का तेज धड़कना, दिल से जुड़ी इस बीमारी का एक गंभीर लक्षण है। इसके अलावा इस बीमारी के कई और लक्षण भी हैं, जिनके बारे में हमने लखनऊ में पल्‍स हॉर्ट सेंटर के कॉर्डि‍योलॉज‍िस्‍ट डॉ. अभि‍षेक शुक्‍ला से बात की। तो, आइए डॉ. अभि‍षेक शुक्‍ला से जानते हैं कि आख‍िर कभी-कभार हमारा द‍िल इतना तेज क्‍यों धड़कता है और अगर ये एक गंभीर समस्‍या है तो क्‍या हैं इसके लक्षण और इलाज। 1 म‍िनट में 100 से ज्‍यादा बार द‍िल का धड़कना है खतरनाक अगर आप एथलीट हैं या आप ऐसा कोई काम करते हैं ज‍िसमें बहुत शारीर‍िक मेहनत है तो द‍िल की धड़कन का बढ़ना कोई बड़ी परेशानी नहीं है। लेक‍िन अगर सामान्‍य व्‍यक्‍त‍ि ऐसी परेशानी बार-बार महसूस कर रहा है तो च‍िंता की बात है। एक सामान्‍य इंसान का द‍िल 1 म‍िनट में 60 से 100 बार धड़कता है। अगर आपने 1 म‍िनट में इससे तेज धड़कनें महसूस की हैं तो आपको डॉक्‍टर के पास जाना चाह‍िये। डॉक्‍टर पल्‍स ऑक्‍सीमीटर की मदद से पहले आपकी धड़कन च...

Fast Heart Beats Are A Sign Of A Serious Condition

दिल की धड़कनों का बार-बार तेज होना हो सकता है खतरनाक, जानें इसके बारे में अगर आपके दिल की धड़कन तेज हो रही है. तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिसमें लो ब्लड प्रेशर, फीवर या किसी तनाव से गुजरना भी हो सकता है. लेकिन विशेष परिस्थिति में आपको सावधान रहने की जरूरत है. तो चलिए जानते हैं क्यों बढ़ती है दिल की धकड़न और कैसे है ये खतरनाक. नई दिल्ली. मानव हृदय शरीर का महत्वपूर्ण अंग है जो संचार प्रणाली के माध्यम से पूरे शरीर में रक्त पंप करता है, ऊतकों (tissues) को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति करता है और कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य वेस्टेज को निकालता है. आमतौर पर एक सामान्य व्यक्ति के दिल की धड़कन 60 से 90 बीट प्रति मिनट (बीएमपी) होती है. लेकिन कभी ऐसा महसूस होता है कि आपका दिल सामान्य की तुलना में बहुत तेज धड़क रहा है. तो समझ जाइए खतरे का संकेत है. हालांकि तेज दिल की धड़कन के सभी मामलों का मतलब यह नहीं है कि आपको दिल की बीमारी है. यदि आप व्यायाम कर रहे हैं, या किसी भी प्रकार की गतिविधि कर रहे हैं, तो भी आपका दिल सामान्य रूप से तेजी से धड़कने लगेगा. यदि आप किसी टेंशन से गुजर रहे हैं तब भी आपकी हृदय गति बढ़ जाएगी. कभी-कभी बीमारियों के कारण भी दिल की धड़कन बढ़ जाती है जिसमें, थायरॉइड, लो ब्लड प्रेशर, फीवर, एनीमिया के चलते भी दिल की धड़कन बढ़ सकती है. कुछ ऐसी चीजें भी हैं जिसके सेवन से दिल की धड़कन बढ़ जाती है, जिसमें, शराब, सिगरेट, कैफीन शामिल हैं. वहीं कुछ मेडिसिन के सेवन के चलते भी दिल की धड़कन बढ़ सकती है. डिहाइड्रेशन दिल की धड़कन का कारण बन सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि आपके रक्त में पानी है, इसलिए जब आपकी बॉडी डिहाइड्रेटेड हो जाती है, तो आपका रक्त गाढ़ा हो सकता है. आपका खून...

प्रेगनेंसी के दौरान हार्टबीट तेज होना: कारण, लक्षण और प्रभाव

गर्भावस्था के दौरान एक महिला के शरीर को बहुत सारे बदलावों से गुजरना पड़ता है फिर चाहे वो बदलाव शारीरिक हों, मानसिक हों या भावनात्मक हों। गर्भावस्था के दौरान हार्टबीट का तेज होना इन्हीं परिवर्तनों में से एक है। हार्ट पैल्पिटेशन ( दिल की धड़कन तेज होती हुई महसूस होना) आमतौर पर हानिरहित होता है और ऐसा हृदय तथा रक्त वाहिकाओं ( ब्लड वेसल्स) संबंधी परिवर्तन के कारण होता है। हालांकि, कई उदाहरणों में यह प्रतीत होता है कि ये बदलाव आपके हृदय या शरीर के अन्य अंगों में होने वाली एक समस्या का संकेत देते हैं, खासकर अगर यह अचानक से बढ़ने लगे। गर्भावस्था के दौरान हार्टबीट के अचानक बढ़ने को हल्के में नहीं लेना चाहिए। आइए इसके जरिए हार्टबीट से जुड़ी अन्य जरूरी बातें जानते हैं। यदि आप गर्भवती हैं, तो आपका शरीर आपके बढ़ते बच्चे को पोषण प्रदान करने के लिए लगातार कड़ी मेहनत करता है। जैसे– जैसे आपकी गर्भावस्था आगे बढ़ती जाएगी, वैसे वैसे आपके बच्चे द्वारा रक्त की जरूरत और उसकी मात्रा भी बढ़ेगी और इसकी वजह से आपका शरीर ज्यादा ब्लड पंप करने लगता है जिस वजह से दिल की धड़कन तेज होने लगती है। • एंग्जायटी: गर्भावस्था के दौरान अपने बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में चिंता करना सामान्य है। लेकिन अगर आप इसे लेकर बहुत ज्यादा चिंता करेंगी, तो यह आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करेगा। गर्भावस्था के दौरान तनाव और एंग्जायटी आपके हृदय की गति को बढ़ा सकती है। • गर्भाशय के आकार में बदलाव: जैसे– जैसे आपकी गर्भावस्था आगे बढ़ती है, बच्चे का आकार भी बढ़ने लगता है और उसे समायोजित करने के लिए आपके गर्भाशय का आकार बढ़ जाएगा। इस वजह से गर्भाशय को सहारा देने के लिए आपका हृदय ज्यादा ब्लड पंप करता है। वास्तव में, आपकी गर्भावस्था के अंत में...

दिल की धड़कनों का तेज होना कब हो सकता है खतरनाक?

Subscribe to Notifications (यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.) अमन 32 साल के हैं. दिल्ली के रहने वाले हैं. उनका हमें मेल आया. अमन बताते हैं कि उनको कोई भी मेडिकल कंडीशन नहीं है, पर फिर भी उनके दिल की धड़कन हर वक़्त बहुत बढ़ी हुई रहती है. जब वो बैठे होते हैं या लेटे होते हैं, तब भी उनकी धड़कन तेज़ चल रही होती है. जिसके कारण उन्हें कभी-कभी सीने में दर्द होता है और घबराहट होती है. वो जानना चाहते हैं कि क्या ये नॉर्मल है? क्या कुछ लोगों का दिल तेज़ ही धड़कता है? ये कोई बीमारी तो नहीं? दरअसल अमन बात कर रहे हैं उनके रेस्टिंग हार्ट रेट के बारे में. आपने नोटिस किया होगा कि जब आप एक्सरसाइज करते हैं, दौड़ते हैं या घबराए हुए होते हैं तब आपका दिल तेज़ धड़कता है. पर जब आप रेस्ट कर रहे होते हैं, बैठे हुए होते हैं तब आपकी हार्ट बीट नॉर्मल होती है. तेज़ नहीं होती. आमतौर पर ऐसा ही होता है. पर कुछ लोगों का रेस्टिंग हार्ट रेट ज़्यादा होता है. जैसे अमन का. आज के शो में डॉक्टर्स से जानते हैं कि आपका रेस्टिंग हार्ट रेट कितना होना चाहिए. ये किन कारणों से बढ़ता है और अगर आपका रेस्टिंग हार्ट रेट ज़्यादा है तो क्या करें. पर इन सबसे पहले समझ लेते हैं रेस्टिंग हार्ट रेट होता क्या है. रेस्टिंग हार्ट रेट क्या होता है?ये हमें बताया पद्म श्री डॉक्टर बलबीर सिंह ने. Advertisement पद्म श्री डॉक्टर बलबीर सिंह, चेयरमैन एंड हेड ऑफ़ कार्डियोलॉजी, पैन मैक्स हॉस्पिटल -जब इंसान बैठा हो या लेटा हो तब उसका पल्स रेट रेस्टिंग हार्ट रेट कहलाता है...

Heart Attack Signs: सोने से पहले दिल की धड़कन बढ़ना हो सकता है हार्ट अटैक का संकेत, जानें इसकी वजह, लक्षण और इलाज

अंबाती रायडू का बड़ा खुलासा, पूर्व सेलेक्टर ने अपने बेटे के कारण मेरा करियर बर्बाद कर दिया डीएनए हिंदी: (Heart Attack Causes) अक्सर कुछ लोगों की रात को सोने से पहले दिल की धड़कनें अचानक तेज हो जाती है. साथ ही घबराहट या पसीना टूटने लगता है. इसे लोग गैस या एंग्जाइटी (Anxiety Attack) की समस्या मानकर अनदेखा कर देते हैं, ऐसा करना आपकी जान पर भारी पड़ सकता है. एक्सपर्ट्स की मानें तो हार्ट बीट बढ़ने के साथ ही पसीना और सांस लेने में तकलीफ होना दिल की बीमारियों को संकेत है. इसे इग्नोर करने और समय पर न दिखाने से हार्ट अटैक तक आ सकता है. Uric Acid Control Tips: इन 8 बातों का रखेंगे ध्यान तो खून से बाहर हो जाएगा यूरिक एसिड, इलाज और दवाई की नहीं पड़ेगी जरूरत जानें क्यों अचानक बढ़ने लगती है हार्ट बीट दिल के विशेषज्ञ बताते हैं कि सोने से पहले दिल की हार्ट बीट (Heart Beat Increase) बढ़ने की वजह दिल के इलैक्ट्रिक्ल इंप्लस में बढ़ोतरी होना है. अचानक किसी सदमे या घबराहट की वजह से भी ऐसा हो सकता है, लेकिन लगातार सोते समय हार्ट बीट बढ़ना दिल की बीमारियों से लेकर अटैक का संकेत देता है. इसकी वजह आर्टरीज में रुकावट होना भी हो सकता है. ऐसी समस्या दिखाने पर डॉक्टर से परामर्श लेना बहुत ही जरूरी है. इसमें देर करना जान लेवा हो सकता है. Home Remedies For Kidney : किडनी की सफाई के लिए रामबाण हैं ये 10 फूड्स, आज से ही शुरू कर दें सेवन इन लोगों को होती है ज्यादा दिक्कत एक्सपर्ट्स के अनुसार, जो लोग हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure Patient) से लेकर थायरॉइड, डायबिटीज से ग्रस्त हैं. उन लोगों में इस समस्या को सबसे ज्यादा खतरा होता है. यह परेशानी उन्हीं में देखने को मिलती है. ऐसे में सेहत मंद लोगों के साथ ह...

दिल (हृदय) का तेज धड़कना इसके कारण, लक्षण और इलाज – MyBapuji

5 विभिन्न औषधियों से दिल (हृदय) के तेज धड़कने का उपचार : हार्ट बीट तेज होना : हृदय की धड़कने की क्रिया से ही हमारे पूरे शरीर में रक्त का संचालन होता है। यदि किसी दोष या बीमारी के कारण यह धड़कन सामान्य से तेज हो जाती है तो उसे बीमारी का रूप माना जाता है। इसमें सीने में भारीपन, दर्द एवं घबराहट का अनुभव होता है। दिल के तेज धड़कने के कारण : heartbeat tej hone ke karan • मानसिक उत्तेजना, • स्नायु में किसी प्रकार की बीमारी, • उत्तेजित पदार्थों को खाना, • डर, • बहुत ज्यादा परिश्रम, • शोक, • हस्तमैथुन और अधिक संभोग यानी सहवास आदि कारणों से दिल की धड़कन तेज हो जाती है। दिल के तेज धड़कने के लक्षण : heartbeat tej hone ke lakshan इस रोग में दिल बड़ी तेजी से धड़कने लगता है जिसके कारण – • शरीर में रूखापन, • प्यास अधिक लगना, • भूख की कमी, • हाथ-पांव ठंडे से हो जाते हैं, • दिल जैसे बैठा जा रहा हो और • सांस लेने में परेशानी होती है। दिल के तेज धड़कने पर खान-पान और परहेज : • गेहूं की रोटी, हरी सब्जी, दलिया, फलों में सन्तरा, मौसमी, अनार, अनान्नास, सेब और सेब का मुरब्बा लाभकारी है। • इसके साथ ही तेल, गुड़, मिर्च, पान या पान मसाला, तम्बाकू, चाय, गैस बनाने वाली चीजे, खजूर, बादाम, पपीता, काजू, पिस्ता, चिलगोजे और अखरोट आदि गर्म मेवे नहीं देने चाहिए। • भोजन के साथ प्याज, अदरक तथा लहसुन का प्रयोग अवश्य करें। विभिन्न औषधियों से दिल (हृदय) के तेज धड़कने का उपचार : heartbeat tej hone per ilaj 1. मुलेठी : मुलेठी का चूर्ण 4 ग्राम सुबह-शाम घी या शहद के साथ सेवन करने से हृदय के समस्त रोगों में लाभ होता है। 2. अनार : अनार के ताजे पत्तों को 10-50 ग्राम की मात्रा में पीसकर 100 मिलीलीटर पानी में मिलाकर, उस पानी को छानकर...