स्पाइक शूज

  1. यहां धावकों को नंगे पैर देख मंत्री ने दिए जूते देने के निर्देश 15 सौ मीटर स्पर्धा में चार खिलाड़ी दौड़ीं बिना जूतों के
  2. सर्वोत्तम पॅडल टेनिस शूज कसे निवडावे?
  3. मोनिका पुरी ने जीते रजत व कांस्य पदक
  4. भारतीय महिला धावक दुती को उपहार में मिले स्पाइक शूज
  5. स्प्रिंट स्पाइक्स आणि लांब उडी स्पाइक्समधील फरक


Download: स्पाइक शूज
Size: 71.72 MB

यहां धावकों को नंगे पैर देख मंत्री ने दिए जूते देने के निर्देश 15 सौ मीटर स्पर्धा में चार खिलाड़ी दौड़ीं बिना जूतों के

यहां धावकों को नंगे पैर देख मंत्री ने दिए जूते देने के निर्देश, 15 सौ मीटर स्पर्धा में चार खिलाड़ी दौड़ीं बिना जूतों के एक धावक के लिए उसके जूते हथियार के समान होते हैं। एस्ट्रोटर्फ मैदान पर दौडऩे के लिए स्पाइक शूज मददगार होते हैं लेकिन राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ में हिस्सा लेने आईं कुछ बालिकाएं नंगे पैर ही दौड़ लगा रही थीं। जागरण संवाददाता, देहरादून।एक धावक के लिए उसके जूते हथियार के समान होते हैं। एस्ट्रोटर्फ मैदान पर दौडऩे के लिए स्पाइक शूज मददगार होते हैं, लेकिन राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ में हिस्सा लेने आईं कुछ बालिकाएं नंगे पैर ही दौड़ लगा रही थीं। इसे देख खेल मंत्री अरविंद पांडे भौचक रह गए। उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को बुलाकर बालिकाओं को जूते उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। महाराणा प्रताप स्पोट्र्स कॉलेज के एथलेटिक्स एस्ट्रोटर्फ मैदान पर राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ का उद्घाटन करने के लिए मुख्य अतिथि खेल मंत्री अरविंद पांडे पहुंचे थे। बालिका वर्ग की 1500 मीटर दौड़ के धावकों को परिचय प्राप्त करते समय खेल मंत्री अरविंद पांडे की नजर उनके नंगे पैरों पर गई। ये देखते ही मंत्री ने खिलाडिय़ों से पूछा, 'बच्चों आपके पास जूते नहीं हैं।' इस पर बच्चों ने जवाब दिया कि जूते प्रतियोगिता की शुरुआत में मिले हैं, लेकिन उन्हें जूते पहनकर दौड़ने का अभ्यास नहीं है। इस पर उन्होंने तत्काल युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर खिलाड़ियों को जूते उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। युवा कल्याण विभाग के उप निदेशक अजय अग्रवाल ने बताया कि बालिका वर्ग में चार खिलाड़ी नंगे पैर दौड़ रही थीं। सभी के के पैर के माप लेकर उनके लिए जूते ऑर्डर कर दिए हैं। उन्हें जल्द जूते मिल जाएंगे।। बीस सूत्री कार्यक्रम ...

सर्वोत्तम पॅडल टेनिस शूज कसे निवडावे?

आमच्या पॅडल टेनिस प्रशिक्षणात किंवा मित्रांसोबतच्या सामन्यांमध्ये चांगल्या कामगिरीसाठी शूज हा एक मूलभूत भाग आहे. जसे तुम्ही धावण्यासाठी जीन्स घालणार नाही, तसेच शूजच्या बाबतीतही घडते. सर्व पॅडल टेनिस शूज कोणत्याही अॅथलीटसाठी वैध नाहीत किंवा ते सर्व वेगवेगळ्या मजल्यांवर समान कामगिरी दर्शवत नाहीत. तुम्हाला दुखापत, पडणे, ओव्हरलोड्स आणि अंतहीन स्नायू दुखणे टाळायचे असल्यास, तुमच्या गरजेनुसार सर्वोत्तम पॅडल शू कसे निवडायचे ते आम्ही तुम्हाला शिकवतो. निर्देशांक • 1 सर्वोत्तम पॅडल शू निवडण्यासाठी 10 टिपा • 1.1 शूज टेनिस किंवा धावण्यासाठी नाहीत • 1.2 ते आरामदायक असले पाहिजेत • 1.3 योग्य आकार निवडा • 1.4 त्यांना काही डॅम्पिंग सिस्टम असणे आवश्यक आहे • 1.5 एकमेव हेरिंगबोन, ओम्नी किंवा मिश्रित असू शकतो • 1.6 ते जमिनीवर निश्चित केले पाहिजेत • 1.7 सवलती पहा • 1.8 दर्जेदार सामग्रीवर पैज लावा • 1.9 ते जलरोधक आणि श्वास घेण्यायोग्य असले पाहिजेत • 1.10 तुम्ही आठवड्यातून किती खेळता? • 2 पॅडल टेनिस शूजमधील सोलचे प्रकार • 2.1 हेरिंगबोन • 2.2 ओमनी • 2.3 मिश्र किंवा संकरित सर्वोत्तम पॅडल शू निवडण्यासाठी 10 टिपा शूज टेनिस किंवा धावण्यासाठी नाहीत आम्ही आधी म्हटल्याप्रमाणे, कोणतेही पादत्राणे वैध नाही. या खेळासाठी हे विशेष असले पाहिजे, म्हणून टेनिस किंवा रनिंग शूज पुन्हा वापरणे विसरू नका. इतर खेळांचे शूज बरेच वेगळे आहेत, ट्रॅकचे साहित्य, हालचाल आणि सोलचा पोशाख या दोन्हीसाठी. ते आरामदायक असले पाहिजेत आराम, कोणत्याही खेळाप्रमाणे, आवश्यक आहे. पॅडल टेनिसमध्ये वेग बदलणे, अचानक ब्रेक लावणे किंवा घसरणे देखील सामान्य आहे. सामान्य गोष्ट अशी आहे की पाय आतमध्ये चांगले जोडलेले आहे, की चाफिंग किंवा जखम टाळण्यासाठी त...

मोनिका पुरी ने जीते रजत व कांस्य पदक

क्षेत्र में उड़नपरी के नाम से मशहूर धाविका मोनिका पुरी ने एक बार फिर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इस बार मोनिका ने बिहार के दरभंगा में आयोजित नेशनल खेल प्रतियोगिता में रजत व कांस्य पदक जीता है। हालांकि कुछ विपरीत परिस्थितियों के कारण वह यहां सोने पर कब्जा करने से चूक गई, लेकिन अगली प्रतियोगिता में मोनिका को सोना कब्जाने की पूरी उम्मीद है। नवोदय विद्यालय समिति नेशनल मीट 2011 द्वारा 15 अक्टूबर को आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सर्वोदय नगर निवासी मोनिका पुरी का चयन अप्रैल में बहराइच में आयोजित प्रदेश स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में तीन स्वर्ण पदक प्राप्त कर किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर किया गया। इसमें मोनिका ने सौ, दो सौ और चार गुणा सौ मीटर रिले दौड़ में स्वर्ण पदक प्राप्त किया था। इसी के आधार पर उसका चयन राष्ट्रीय स्कूल प्रतियोगिता के लिया किया गया। मोदीनगर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा दस की छात्रा मोनिका ने नेशनल प्रतियोगिता में एक बार फिर यह साबित कर दिया कि उसमें कुछ कर दिखाने का जज्बा है। मोनिका ने दो सौ मीटर दौड़ में रजत व चार सौ मीटर दौड़ में कांस्य पदक हासिल किया। हालांकि उसे इस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक मिलने के पूरे कयास लगाये जा रहे थे। लौटने पर मोनिका ने कहा कि उसे कच्चे मैदान पर दौड़ने की आदत है, जबकि वहां घास के मैदान पर दौड़ का आयोजन किया गया था। घास ओस के कारण गीली थी। ऐसे में विशेष स्पाइक शूज की जरूरत थी, लेकिन फ्लैट शूज घास पर रपट रहे थे। मोनिका के पिता सत्यप्रकाश पुरी ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि उनकी बेटी एक दिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चमकेगी।

भारतीय महिला धावक दुती को उपहार में मिले स्पाइक शूज

लाइमरोड ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया, 'हाल ही में एक इंटरव्यू में दुती चंद ने कहा था कि वह सरकार की ओर से मिल रही मदद से खुश नहीं हैं। सरकार को एथलीटों को प्रोत्साहित करने के लिए और ज्यादा प्रयास करने चाहिए। उन्होंने अपने लिए एक जोड़ी नए जूतों की जरूरत बताई थी, क्योंकि उनके जूते पुराने हो चुके थे। लाइमरोड ने उन्हें नए स्पाइक शूज और एक स्पोर्ट किट उपलब्ध कराई है, जिससे वह ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें और देश को पदक दिलाएं।'

स्प्रिंट स्पाइक्स आणि लांब उडी स्पाइक्समधील फरक

परिचय: स्पाइक शूज उच्च दर्जाचे रबर, कापड आणि मिश्र धातुचे बनलेले आहेत. सर्वात मोठे वैशिष्ट्य म्हणजे सोलमध्ये मिश्रधातूचे नखे आहेत, ज्यामध्ये चांगली अँटी-स्लिप कामगिरी आहे आणि विविध ठिकाणी धावणाऱ्यांसाठी योग्य आहे. तर स्प्रिंट स्पाइक्स आणि लाँग जंप स्पाइक्समध्ये काय फरक आहे? 'स्पाइक्ड शूज' वर 'डिंग कियान' असेही लिहिलेले आहे, हे एक प्रकारचे स्पोर्ट्स रनिंग शूज आहे, जे क्रीडा स्पर्धांसाठी समर्पित आहे, त्यात पोशाख प्रतिरोध, उच्च लवचिकता, उच्च गुणवत्ता आणि चांगली किंमत असे फायदे आहेत. तर स्प्रिंट स्पाइक्स आणि लाँग जंप स्पाइक्समध्ये काय फरक आहे? पुढे, बाईबाई सेफ्टी नेट तुम्हाला तपशीलवार परिचय देईल. 1. भिन्न रचना 1. स्प्रिंट स्पाइक्स: पुढच्या पायावर नखे आहेत. सहसा पाच किंवा सात असतात, जे किंचित लांब असतात. 2. लांब उडी मारणे: पुढच्या पायाच्या टाचेवर दोन, टाचेवर दोन आणि पुढच्या पायावर पाच किंवा सात खिळे असतात. दुसरे, आरामाची डिग्री भिन्न आहे 1. डॅश स्पाइक्स: फिकट, खराब शॉक शोषण कार्यक्षमता. 2. लांब उडी स्पाइक्स: खराब हलकीपणा, परंतु चांगली शॉक शोषण कार्यक्षमता. तिसरे, कुशनिंगची डिग्री भिन्न आहे 1. स्प्रिंट स्पाइक्स: मुख्यतः पुढच्या पायाची उशी अधिक चांगली आहे. 2. लांब उडी: पुढच्या पायाला एक उशी आहे आणि टाचेला चांगली उशी आहे. वरील स्प्रिंट स्पाइक आणि लाँग जंप स्पाइक्स मधील फरकाविषयीचे ज्ञान संपादकाने संकलित केले आहे. मला आशा आहे की ज्यांना स्वारस्य आहे त्यांच्यासाठी ते उपयुक्त ठरेल. तुम्हाला स्पाइकबद्दल अधिक जाणून घ्यायचे आहे का? कृपया बाईबाई सेफ्टी नेटच्या पुढील अपडेट्सकडे लक्ष देणे सुरू ठेवा.