सरदार वल्लभ भाई पटेल पर निबंध in hindi

  1. सरदार वल्लभ भाई पटेल जीवनी
  2. सरदार वल्लभ भाई पटेल पर हिन्दी निबंध। sardar Vallabhbhai patel essay
  3. सरदार वल्लभ भाई पटेल पर निबंध
  4. सरदार वल्लभ भाई पटेल का जीवन परिचय,पुण्यतिथि
  5. सरदार वल्लभ भाई पटेल की जीवनी Sardar Vallabhbhai Patel Biography In Hindi
  6. सरदार वल्लभ भाई पटेल पर 10 वाक्य
  7. सरदार वल्लभभाई पटेल जीवनी Biography of Sardar Vallabhbhai Patel in Hindi


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सरदार वल्लभ भाई पटेल जीवनी

सरदार वल्लभ भाई पटेल (31 अक्टूबर, 1875 - 15 दिसम्बर, 1950) भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। भारत की आजादी के बाद वे प्रथम गृह मंत्री और उप-प्रधानमंत्री बने। बारदोली सत्याग्रह का नेतृत्व कर रहे पटेल को सत्याग्रह की सफलता पर वहाँ की महिलाओं ने सरदार की उपाधि प्रदान की। आजादी के बाद विभिन्न रियासतों में बिखरे भारत के भू-राजनीतिक एकीकरण में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए पटेल को भारत का बिस्मार्क और लौह पुरूष भी कहा जाता है। आरम्भिक जीवन : भारत के लौह-पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को नादिद ग्राम में हुआ था। उनके पिता झवेरभाई पटेल एक साधारण किसान और माता लाड बाई एक साधारण महिला थी। बचपन से ही पटेल कड़ी महेनत करते आए थे, बचपन से ही वे परिश्रमी थे। खेती में बचपन से ही पटेल अपने पिता की सहायता करते थे और पेटलाद की एन.के. हाई स्कूल में पढ़ते थे। उन्होंने 1896 में अपनी हाई-स्कूल परीक्षा पास की। स्कूल के दिनों से ही वे हुशार और विद्वान थे। घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद उनके पिता ने उन्हें कॉलेज भेजने का निर्णय लिया था लेकिन वल्लभभाई ने कॉलेज जाने से इंकार कर दिया था। इसके बाद लगभग तीन साल तक वल्लभभाई घर पर ही थे और कठिन महेनत करके जिले के नेता की परीक्षा पास करने की तैयारी कर रहे थे, और वह परीक्षा उन्होंने अच्छे गुणों से पास भी की थी। बाद में उन्होनें बड़ी मेहनत से बॅरिस्टरकी उपाधी संपादन कर ली। और साथ ही में देशसेवा में कार्य करने लगे। वल्लभभाई पटेल एक भारतीय बैरिस्टर और राजनेता थे, और भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के मुख्य नेताओ में से एक थे और साथ ही भारतीय गणराज्य के संस्थापक जनको में से एक थे। वे एक सामाजिक कार्यकर्ता थे जिन्होंने देश की आज़ादी के लिये...

सरदार वल्लभ भाई पटेल पर हिन्दी निबंध। sardar Vallabhbhai patel essay

स्वतंत्रता आंदोलन में भागीदारी : सरदार पटेल ने महात्मा गांधी से प्रेरित होकर स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया था। सरदार पटेल द्वारा इस लड़ाई में अपना पहला योगदान खेड़ा संघर्ष में दिया गया, जब खेड़ा क्षेत्र सूखे की चपेट में था और वहां के किसानों ने अंग्रेज सरकार से कर में छूट देने की मांग की। जब अंग्रेज सरकार ने इस मांग को स्वीकार नहीं किया, तो सरदार पटेल, महात्मा गांधी और अन्य लोगों ने किसानों का नेतृत्व किया और उन्हें कर न देने के लिए प्ररित किया। अंत में सरकार को झुकना पड़ा और किसानों को कर में राहत दे दी गई। योगदान : आजादी के बाद ज्यादातर प्रांतीय समितियां सरदार पटेल के पक्ष में थीं। गांधी जी की इच्छा थी, इसलिए सरदार पटेल ने खुद को प्रधानमंत्री पद की दौड़ से दूर रखा और जवाहर लाल नेहरू को समर्थन दिया। बाद में उन्हें उपप्रधानमंत्री औरगृहमंत्री का पद सौंपा गया, जिसके बाद उनकी पहली प्राथमिकता देसी रियासतों तो भारत में शामिल करना था। इस कार्य को उन्होंने बगैर किसी बड़े लड़ाई झगड़े के बखूबी किया। परंतु हैदराबाद के ऑपरेशन पोलो के लिए सेना भेजनी पड़ी।

सरदार वल्लभ भाई पटेल पर निबंध

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सरदार वल्लभ भाई पटेल का जीवन परिचय,पुण्यतिथि

4/5 - (1 vote) सरदार वल्लभ भाई पटेल का जीवन परिचय, पुण्यतिथि, निबंध, मूर्ति, किताबें, के बारे में (Sardar Vallabhbhai Patel Biography In Hindi, History, Quotes, Death Anniversary) आजादी के पहले की बात करे तो उस समय में ना तो कोई प्रधानमंत्री होता था और ना ही कोई राष्ट्रपति, बल्कि उस समय वजूद था राजाओं और महाराजाओं का, जो कि अपने राज्य के लिए अपने हिसाब से कानून बनाते और उस पर शासन करके अपना राज्य चलाते थे और यही वजह थी कि आजादी के बाद पूरे 562 राजा अपनी सियासत को एक अलग देश घोषित करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन भारत को उसके 562 टुकड़े होने से बचाने के लिए किसी को श्रेय जाता है तो वो प्रतिभाशाली नेता और लौह पुरुष के नाम से प्रसिद्ध सरदार वल्लभभाई पटेल को। Table of Contents • • • • • • • • • • • • सरदार वल्लभ भाई पटेल का जीवन परिचय (Sardar Vallabhbhai Patel Biography In Hindi) नाम (Name) सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) पूरा नाम (Full Name) वल्लभभाई झावेरभाई पटेल जन्म तारीख (Date Of Birth) 31 अक्टूबर 1875 जन्म स्थान (Place) नडियाद, बॉम्बे, ब्रिटिश भारत उम्र (Age) 75 वर्ष (मृत्यु के समय ) मृत्यु की तारीख (Date of Death) 15 दिसंबर 1950 मृत्यु स्थान (Place of Death) मुंबई मृत्यु का कारण (Cause Of Death) दिल का दौरा धर्म (Religion) हिन्दू जाति (Cast) कुर्मी व्यवसाय (Business) राजनीतिज्ञ, बैरिस्टर राजनीतिक दल (Political Party) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस शिक्षा (Educational Qualification) कानून की डिग्री नागरिकता (Nationality) भारतीय राशि (Zodiac Sign) मकर भाषा (Languages) हिंदी, इंग्लिश वैवाहिक स्थिति (Marital Status) विवाहित पुरस्कार (Awards) भारत रत्न (1991) मरणोपरा...

सरदार वल्लभ भाई पटेल की जीवनी Sardar Vallabhbhai Patel Biography In Hindi

नमस्कार सरदार वल्लभ भाई पटेल की जीवनी निबंध Sardar Vallabhbhai Patel Biography In Hindi में आपका स्वागत हैं. आज के निबंध Essay जीवन परिचय में हम लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के बारे में पढ़ेगे. जीवन की शुरुआत से आजादी के आंदोलन और भारत के गृह मंत्री बनने और मृत्यु तक के सफर को पटेल की बायोग्राफी में पढ़ेगे. सरदार पटेल की जीवनी Sardar Vallabhbhai Patel Biography In Hindi अजेय लौह पुरुष और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक सरदार वल्लभभाई पटेल की जीवनी में उनके जीवन परिचय, कार्यो तथा विशेष उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया है. प्रत्येक भारतीय के दिलों पर राज करने वाले पटेल अपनी सुझबुझ और कार्यकुशलता में अद्वितीय थे. आजादी के समय तक भारत में 600 देशी रियासते थी, जिनका संघ भारत के साथ विलय में सरदार वल्लभ भाई का महत्वपूर्ण योगदान रहा ,जिन्हें कभी भुलाया नही जा सकता है. सरदार वल्लभ भाई पटेल निबंध Sardar Vallabhbhai Patel Essay In Hindi सरदार पटेल का जन्म- सरदार पटेल का जन्म गुजरात राज्य के नाडियाड तालुके के करमसंद गाँव में सन 1875 को हुआ था. इनके पिताजी श्री झवेर भाई एक साधारण किसान थे. जो कि साहसी और धार्मिक प्रवृति के इंसान थे. बचपन- वल्लभभाई बचपन से साहसी और संघर्ष प्रिय थे. वे विद्यालय में भारतीय छात्रों के साथ होने वाले अन्याय का प्रबल विरोध करते थे. इनकी आरम्भिक शिक्षा अपने पैतृक गाँव नाडियाड में ही हुई, बड़ोदा से इन्होने मैट्रिक पास की और पहले गोधरा में मुख्तारी का काम करने लगे. फिर बोरसद जाकर फौजदारी मुकदमे की पैरवी करने लगे. पटेल का विवाह 18 वर्ष की आयु में हुआ. विवाह के कुछ समय बाद इनकी पत्नी का आसमयिक निधन हो गया. इस तरह उनकी पत्नी एक पुत्र और पुत्री को छोड़कर चली गई, इसके...

सरदार वल्लभ भाई पटेल पर 10 वाक्य

भारत के स्वतंत्र और विकसित राष्ट्र के निर्माण में बहुत सारे महान क्रांतिकारियों ने अपना-अपना योगदान दिया। जिसमें से एक मुख्य नाम ‘सरदार वल्लभ भाई पटेल’ का था। जो एक महान राजनीतिज्ञ, अधिवक्ता के साथ-साथ महान क्रांतिकारी भी थे। जिन्होंने महात्मा गांधी से प्रेरणा लेकर उनके साथ कई आन्दोलनों में भाग लिया। उन्होंने भारतीय किसानों के अधिकारों की मांग और उनकी समस्याओं के निराकरण की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली थी। पटेल जी ने भारत को आजाद कराने से लेकर एक गणराज्य बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। सरदार वल्लभ भाई पटेल पर 10 लाइन (Ten Lines on Sardar Vallabhbhai Patel in Hindi) निम्न तथ्यों के आधार पर हम उनकी जीवन से जुड़ी बातों और भारत के विकास में दिए गए योगदान के बारे में जानेंगे। यह भी पढ़ें : Sardar Vallabhbhai Patel par 10 Vakya – Set 1 1) सरदार पटेल जी का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात राज्य के नडियाद शहर में हुआ था। 2) सरदार पटेल, पिता झवेर भाई एवं माता लाडबा देवी की चार संतानों में सबसे छोटे थे। 3) महात्मा गांधी ने सरदार पटेल को ‘लौह पुरूष’ की उपाधि दी। 4) वे स्वतंत्र भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री एंव गृह मंत्री रहे। 5) 1928 में खेड़ा आन्दोलन से इन्होंने अपने प्रथम संघर्ष की शुरुआत की। 6) 1928 में किसानों के प्रमुख बारडोली सत्याग्रह का नेतृत्व सरदार पटेल ने किया। 7) पूरा विश्व उन्हें एकता और अखंडता की प्रतिमूर्ति भी कहता है। 8) सरदार पटेल एक कुशल अधिवक्ता एवं किसानों के प्रिय नेतृत्वकर्ता थे। 9) उनका मुख्य उद्देश्य भारत की छोटी-छोटी रियासतों को भारत में मिलाना था। 10) ‘भारत का विभाजन’, ‘गांधी नेहरु सुभाष’, ‘आर्थिक एवं विदेश नीति’, ‘मुसलमान और शरणार्थी’ उनके व मुख्य पत्र लेख थ...

सरदार वल्लभभाई पटेल जीवनी Biography of Sardar Vallabhbhai Patel in Hindi

सरदार वल्लभभाई पटेल जीवनी Biography of Sardar Vallabhbhai Patel in Hindi सरदार वल्लभ भाई पटेल को “भारत का बिस्मार्क” और “लौह पुरुष” भी कहते हैं। भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। बारडोली सत्याग्रह की सफलता के बाद वहां की महिलाओं ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को “सरदार” की उपाधि दी थी। उसके पश्चात लोग उन्हें “सरदार” कहकर संबोधित करते थे। वे भारत के प्रथम गृह मंत्री और उप-प्रधानमंत्री बने। जूनागढ़, हैदराबाद और जम्मू कश्मीर जैसी देसी रियासतों का भारत में विलय करवाने के लिए वो प्रसिद्ध है। उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से कोई खून खराबा किये ही विलय करवा दिया। जन्म और पारिवारिक पृष्ठभूमि Birth and Family Details उनका जन्म गुजरात के नडियाद गांव में एक किसान परिवार में 31 अक्टूबर 1875 को हुआ था। उनके पिता का नाम झवेर भाई पटेल था और माता का नाम लाडबा देवी था। सरदार पटेल कुल चार भाई बहन थे। घर पर रहकर ही उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। लंदन जाकर बैरिस्टर की पढ़ाई की और अहमदाबाद लौटकर वकालत की प्रैक्टिस करने लगे। महात्मा गांधी से प्रेरित होकर सरदार पटेल स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ गए। उनके छोटे भाई का नाम काशी भाई था। बहन का नाम दहीबा था। सरदार पटेल के पुत्र का नाम दहयाभाई और पुत्री का नाम मानीबेन था। खेड़ा सत्याग्रह में योगदान Contribution to Kheda Satyagraha उन दिनों गुजरात का खेड़ा खंड भयंकर सूखे और महामारी से जूझ रहा था। किसान बेहाल और परेशान थे। उनके पास ना तो उपज थी और ना ही पैसा था। सभी किसान भारी कर में छूट की मांग करने लगे। बारडोली आंदोलन में योगदान Contribution to the Bardoli movement 1928 में गुजरात के बारडोली नामक स्थान पर अंग्रेजों ने कर (Tax) में ...