सर्दी एलर्जी उपाय

  1. साइनस इन्फेक्शन क्या है, लक्षण, कारण, इलाज और घरेलू उपाय
  2. ठंड से एलर्जी क्यों होती है? जानें बचाव
  3. सकाळी उठल्या उठल्या शिंका येतात
  4. Health Tips : पावसाळ्यात सतत शिंका येणे ही सर्दी आहे की एलर्जी? जाणून घ्या लक्षणं आणि उपाय
  5. एलर्जी का इलाज के 5 आसान घरेलू उपाय और आयुर्वेदिक नुस्खे


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साइनस इन्फेक्शन क्या है, लक्षण, कारण, इलाज और घरेलू उपाय

Sinus Infection In Hindi साइनोसाइटिस या साइनस इन्फेक्शन (Sinus Infections) आज के समय में अत्यधिक प्रचलित बीमारी है, जो साइनस (चेहरे की हड्डियों के पीछे खोखले स्थान) में मवाद या बलगम एकत्रित होने का कारण बनती है। साइनसाइटिस की स्थिति साइनस और नाक की सूजन, सर्दी जुकाम के सामान्य लक्षण तथा श्वसन संबंधी समस्याओं के उत्पन्न होने का कारण बनती है। एलर्जी, बैक्टीरिया या वायरस संक्रमण आदि साइनस इन्फेक्शन (साइनोसाइटिस) का कारण बन सकते हैं। अतः साइनस की जटिलताओं से बचने के लिए साइनस उपचार और बचाव के बारे में जानना आवश्यक होता है। 1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. 12. साइनोसाइटिस क्या हैं – What is Sinusitis in hindi साइनस संक्रमण (sinus infection) या साइनोसाइटिस, एक सामान्य स्थिति है, जो किसी भी उम्र में व्यक्तियों को प्रभावित कर सकती है। यह संक्रमण तब होता है, जब साइनस और नाक के मार्ग में सूजन आ जाती है। यह स्थिति वायरस, बैक्टीरिया, कवक (fungi), साइनस (sinuses) व्यक्ति के माथे, नाक, गाल की हड्डी (cheekbones) और आंखों के पीछे स्थित छोटे वायु पॉकेट (air pockets) या खोखले स्थान होते हैं। साइनस का मुख्य कार्य बलगम (एक जैली जैसे तरल पदार्थ) का उत्पादन करना हैं। बलगम कीटाणुओं को फंसाकर शरीर से बाहर करने तथा कीटाणुओं से शरीर की रक्षा करने में अहिम भूमिका निभाते हैं। लेकिन कुछ स्थितियों में बैक्टीरिया या एलर्जी के कारण बहुत अधिक बलगम का निर्माण हो सकता है, जो साइनस के छिद्र को अवरुद्ध कर सकता है। इसके प्रभावित होने से शुष्क वातावरण में सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। सर्दी या एलर्जी से प्रभावित व्यक्ति में अतिरिक्त बलगम का निर्माण होना एक आम बात है। अतः इस स्थिति में बलगम का निर्माण साइ...

ठंड से एलर्जी क्यों होती है? जानें बचाव

Winter Allergies Causes in Hindi: सर्दी के मौसम की शुरुआत होते ही कुछ लोगों को सांस लेने में तकलीफ के साथ रैशेज, छींक और एलर्जी के अन्य लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं। ज्यादातर लोग इसे सामान्य समझकर नजरअंदाज करना शुरू कर देते हैं। हालांकि सर्दियों के मौसम में जुकाम या छींक आने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन अगर यह समस्या अक्सर होती है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ठंड के मौसम में एलर्जी की समस्या के बढ़ने के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। ठंड के मौसम में तापमान गिरने के साथ ही एलर्जी की समस्या बढ़ने पर आपको बार-बार छींक आने की समस्या, नाक बहना, गले में खुजली और नाक में खुजली जैसी समस्या होती है। आइए विस्तार से जानते हैं ठंड में एलर्जी की समस्या क्यों बढ़ जाती है और इससे बचने के लिए क्या करें? ठंड से एलर्जी से क्यों होती है?- Winter Allergies Causes in Hindi ठंड बढ़ने पर एलर्जी की समस्या बढ़ने के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। दरअसल सर्दियों में लोग ज्यादातर समय इनडोर रहने में गुजारते हैं, इसकी वजह से हवा में मौजूद डस्ट, सर्दी की वजह से कमरे में बनी नमी और कमजोर इम्यूनिटी की वजह से हवा में मौजूद बैक्टीरिया या अन्य चीजें एलर्जी को ट्रिगर करने का काम करती हैं। सर्दी में एलर्जी की समस्या कई कारणों से हो सकती है, कुछ लोगों को खाने-पीने की चीजों से एलर्जी, जानवरों या पेट डॉग के बाल आदि से एलर्जी हो सकती है। इसके अलावा अस्थमा या सांस से जुड़ी परेशानियों से जूझ रहे लोगों में सर्दी के मौसम में एलर्जी का खतरा ज्यादा रहता है। सर्दी के मौसम में एलर्जी के पीछे शरीर में हिस्टामाइन हॉर्मोन का रिलीज होना भी हो सकता है। हिस्टामाइन की वजह से भी आपको सर्दी या ठंड में एलर्जी की समस्या हो ...

सकाळी उठल्या उठल्या शिंका येतात

सकाळी उठल्या उठल्या शिंका येतात-नाक गळतं? २ सोपे उपाय, सर्दी- शिंकांचा त्रास होईल दूर सकाळी उठल्या उठल्या शिंका येतात-नाक गळतं? २ सोपे उपाय, सर्दी- शिंकांचा त्रास होईल दूर Simple Home Remedies for Sneezing : काहीजणांना सकाळी गरम पाण्यानं अंघोळ करा किंवा थंड पाण्यानं, अंघोळीनंतर खूपच शिंका येतात. By June 13, 2023 03:19 PM 2023-06-13T15:19:19+5:30 2023-06-13T18:43:12+5:30 Simple Home Remedies for Sneezing : काहीजणांना सकाळी गरम पाण्यानं अंघोळ करा किंवा थंड पाण्यानं, अंघोळीनंतर खूपच शिंका येतात. शिंका येणं ही सामान्य समस्या आहे. अनेकदा वारंवार सर्दी- शिंका येणं त्रासदायक ठरतं. काहीजणांना सकाळी गरम पाण्यानं अंघोळ करा किंवा थंड पाण्यानं, अंघोळीनंतर खूपच शिंका येतात. (How to stop Sneezing) अशावेळी वारंवार गोळ्या घेतल्यानं तब्येतीवर नकारात्मक परिणाम होऊ शकतात. नाक लाल होणं, नाकात खाज येणं असे त्रास उद्भवतात. वैद्यकीय परीभाषेक याला एलर्जिक रायनायटिस (Allergic Rhinitis) असं म्हणतात. एलर्जिक रायनायटिस एनर्जेनमुळे होणारी एक सामान्य समस्या आहे. (Simple Home Remedies for Sneezing) शिंका येण्याची कारणं 1) रोज सकाळी शिंका येणं हे एलर्जिक रायनायटिसचं लक्षणं असू शकतं. जेव्हा कोणालाही एलर्जिक रायनायटिकची समस्या असते तेव्हा त्या व्यक्तीला सतत शिंका येतात. 2) जर कोणालाही सायनसची समस्या उसेल तर सकाळी वारंवार शिंका येतात. ही समस्या वाढते तेव्हा शिंका येण्याबरोबरच व्यक्तीच्या चेहऱ्यावर सूज येते, नाक आणि घश्यात जळजळ, डोकेदुखी यांसारख्या समस्या उद्भवतात. 3) जर तुमच्या नाकात कोरडेपणा आला असेल तर सकाळी शिंका येतात. वातावरणातील बदलांमुळे हे उद्भवते. अशा स्थितीत रात्री नाक कोरडे पडते. शिंका येण्याव्यत...

Health Tips : पावसाळ्यात सतत शिंका येणे ही सर्दी आहे की एलर्जी? जाणून घ्या लक्षणं आणि उपाय

Monsoon Health Tips : जगभरात वेगवेगळ्या एलर्जी होण्याचे प्रमाण फार मोठ्या प्रमाणात वाढते आहे. जगातील लोकसंख्येपैकी 25% लोकांना वेगवेगळ्या एलर्जीचा त्रास भेडसावतो आहे. याचं कारण वाढती लोकसंख्या आणि बदलणारे हवामान आहे. या संदर्भात एम.डी. पॅथॉलॉजीच्या लॅब डायरेक्टर डॉ. रूची कपूर यांनी महत्वाची माहिती दिली आहे. एलर्जी म्हणजे काय? एलर्जी हा रोगप्रतिकार प्रणाली प्रतिसादाचा एक भाग आहे. कोणत्याही प्रकारच्या एलर्जीमुळे आपल्या शरीरावर कोणतेही गंभीर परिणाम होत नाहीत. हे समजून घ्या. शरीराला आवश्यक असणाऱ्या तसेच सवय असलेल्या पदार्थांपेक्षा इतर बाहेरचे परदेशी पदार्थ खाल्ले तर यामुळेसुद्धा तुम्हाला एलर्जीचा त्रास होऊ शकतो. एलर्जी होण्यामागे काही सामान्य कारणे : 1. प्राण्यांचे पदार्थ : काही प्राण्यांपासून तयार केलेले अन्न खाल्ल्यास, नाकात धूळ गेल्यास, क्रॉकरोट पासून. 2. ड्रग्स : पेनिसिलीन आणि सल्फा ड्रग्स 3. पदार्थ : गहू, शेंगदाणे, दूध आणि अंडी 4. किटक डंक : मधमाश्या आणि मच्छर. 5. वनस्पती : गवतापासून परागकण, तण एलर्जीची काही सामन्य लक्षणे : 1. शिंका येणे आणि खाज सुटणे, नाक गळणे. 2. अस्वस्थ वाटणे. श्वास घेण्यास त्रास होणे. खोकला येणे. 3. अंगावर लाल पुरळ येणे 4. पोटात दुखणे, उलट्या येणे किंवा अतिसार 5. डोळ्यांतून वारंवार पाणी येणे 6. त्वचा कोरडी पडणे, लाल होणे. एलर्जीपासून सुटका कशी मिळवाल? एलर्जीपासून सुटका मिळविण्यासाठी तुम्हाला आधी कोणत्या एलर्जीचा त्रास होतोय हे समजून घेणे गरजेचे आहे. काही सामान्य उपाय खालीलप्रमाणे आहेत. 1. तुमच्या ट्रिगर पॉईंट्सना टाळा : जरी तुमची एलर्जीवर ट्रिटमेंट सुरु असेल तरी तुम्ही तुमच्या ट्रिगल पॉईंटकडे दुर्लक्ष करू नका. उदा.. जर तुम्हाला परागकणांचा त्रास असेल त...

एलर्जी का इलाज के 5 आसान घरेलू उपाय और आयुर्वेदिक नुस्खे

एलर्जी का इलाज इन हिंदी प्रदूषण और खाने पिने की चीजों में मिलावट के कारण स्किन, सांस और नाक की एलर्जी जैसी परेशानियां बढ़ रही है। आजकल प्रदूषण की वजह से हवा में कई तरह के जहरीले कण मौजूद होते है जो साँस लेते वक़्त फेफड़ों तक पहुँच जाते है जिससे इंफेक्शन और एलर्जी जैसी समस्याएं होने लगती है जैसे फेफड़ो में सूजन, नाक और गले की बीमारियां होना। अस्थमा जैसे रोग होने का सबसे बड़ा कारण भी यही है। एलर्जी से चर्म रोग भी होता है, जिसमें तेज खारिश होने लगती है और त्वचा लाल हो जाती है। कुछ घरेलू उपाय कर आयुर्वेदिक नुस्खे अपनाकर एलर्जी का उपचार कर सकते है, natural home remedies tips for allergy tretment in hindi. ■ अपने टूटे हुए बालों को मत फेंकिये क्योंकि इसके फ़ायदे जान दंग रह जाएँगे आप अगर आप को त्वचा, सांस और नाक में से कोई भी परेशानी बार बार हो तो इसके कारण पता करना ज़रूरी है, इसलिए आप सबसे पहले ये जाने की किन किन चीजों से आपको एलर्जी है, जिसके लिए आप को अपनी दिनचर्या और खाने पिने की आदतों पर ध्यान देना होगा। इसके इलावा एलर्जी का परीक्षण करवाने से भी कारण जान सकते है। टेस्ट के लिए डॉक्टर से मिलकर सलाह ले। एलर्जी के कारण क्या है : Causes एलर्जी कई तरह की होती है इसलिए इसके कई कारण हो सकते है, जिनमें से कुछ यहाँ लिखे है। • हवा में प्रदूषण • धूल मिट्टी के कण • मौसम में बदलाव आने से • लकड़ी, फल और अनाज की धूल • मधुमक्खी के काटने से त्वचा पर सूजन आना। • जानवरों को छूने से भी कुछ लोगो को एलर्जी होती है। • कुछ दवाओं से भी एलर्जी हो जाती है, जैसे खाली पेट एंटीबायोटिक और दर्द निवारक मेडिसिन लेने से एलर्जी के लक्षण दिखने लगते है। ■ बाबा रामदेव के इन उपायों से बवासीर हो जाएगी जड़ से ख़त्म..!! ए...