सर्दी खांसी ना मलेरिया हुआ

  1. Lyrics of Kya Hua Loveria Hua
  2. 'सर्दी खांसी ना मलेरिया हुआ': ऑल इज नॉट वेल बिटविन पतञ्जलि एंड लोक कल्याण मार्ग !!!


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कॉमन कोल्ड और एलर्जिक कोल्ड में फर्क समझना आसान नहीं है। क्योंकि इसके लश्रणों को समझना बहुत मुश्किल होता है। लेकिन आप अपने शरीर में होने वाली बीमारी और उसके साथ बदलते मौसम में हो रहे चेंजेज़ पर नज़र रखें, तो इस फर्क को समझना आसान हो जाता है। आपको आम सर्दी और उससे गंभीर कोल्ड के बीच फर्क कैसे पता लगाना है, हम यहां यही बता रहे हैं। ये फर्क समझना इसीलिए भी जरूरी है, क्योंकि कोविड -19 को शुरू हुए 12 महीनों से ज्यादा वक्त बीतने के बाद भी लोगों को कोविड-19 और आम सर्दी-खांसी में फर्क करना मुश्किल हो रहा है। Table of Contents • • • • • • • • आप विदेश यात्रा करके लौटे हैं Freepik जी हां, यह काफी बड़ा पॉइन्ट है डॉक्टर के पास जाने के लिए। अगर आप हाल-फिलहाल में ही विदेश यात्रा करके लौटे हैं और उसके बाद आपको सर्दी-खांसी की शिकायत हो रही है तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाना चाहिए। वाकई यह इग्नोर करने वाली बात नहीं है। तेज़ बुखार Freepik क्या आपको जुकाम के साथ बुखार है? इसे समझना थोड़ा मुश्किल है। यानी जब आपको सर्दी होगी, तो आपको हल्का बुखार सा महसूस होगा। लेकिन हम यहां तेज़ बुखार की बात कर रहे हैं! अगर आपको 101 डिग्री से तेज़ बुखार है, और साथ में आपके गले में भी दिक्कत है। कई मरीज़ों में तेज़ बुखार के दौरान गले में दिक्कत रहती है। लेकिन ये आम सर्दी से अलग है। स्ट्रेप थ्रोट यानी गले में दिक्कत किडनी में सूजन या फिर रूमेटिक फीवर का संकेत हो सकता है। कई दिन तक लगातार बुखार Freepik आपको तेज़ बुखार तो नहीं है, लेकिन कई दिनों तक हल्का-हल्का बुखार बना हुआ है। तो ये संकेत है कि आम सर्दी से ज्यादा आपका शरीर किसी गंभीर बीमारी से लड़ रहा है। डॉक्टरों का यह भी मानना है कि लगातार कई दिनों तक बुख...

'सर्दी

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे और मरवाही विधायक अमित जोगी शनिवार को ग्राम आवाज कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कोरबा में पहुंचे. कार्यक्रम के बाद अमित जोगी ने टीपी नगर स्थित सेंट्रल प्वाइंट होटल में पत्रकारों से चर्चा की. अमित जोगी ने इशारों ही इशारों में पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव को रमन सिंह का एजेंट बताया, लेकिन बाद में जूनियर जोगी एजेंट की बात पर मोहर लगाने से बचते हुए नजर आए. अमित जोगी ने कहा कि तथ्य आपके सामने रख रहा हूं, बार-बार उनसे जवाब मांग रहा हूं, ये रिश्ता क्या कहलाता है? अगस्ता मामले में नेता प्रतिपक्ष ने रमन सिंह और उनके पुत्र को क्लीन चिट क्यों दी? अमित जोगी ने भूपेश और टी.एस. सिंहदेव पर चुटकी लेते हुए कहा कि सर्दी-खांसी न मलेरिया हुआ ये देखो यारो उनको जोगेरिया हुआ. अमित जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं हो रही बल्कि कांग्रेस दो फाड़ हो चुकी है. एक तरफ कांग्रेस के मनोनीत पदाधिकारी हैं, जहां जोगी को गाली दो पद लो वाली नीति चलती है. जितनी बड़ी गाली मुझे दोगे उतना बड़ा पद मिलेगा और दूसरी कांग्रेस आपको हर गांव में दिख रही है. जहां मैं ग्राम आवाज उठा रहा हूं. जनता और कार्यकर्ता की कांग्रेस. अंत में कोरबा के जनप्रतिनिधि पर साधा निशाना साधते हुए अमित जोगी ने कहा कि मैं रमन सिंह का एजेंट नहीं जनता का एजेंट हूं. . Tags:

Lyrics of Kya Hua Loveria Hua

क्या हुआ इसे ये क्या हुआ दोस्तों इसे क्या हुआ क्या हुआ इसे ये क्या हुआ दोस्तों इसे क्या हुआ इसका तो बज गया बाजा ये क्या हुआ ये क्या हुआ अरे भई क्या हुआ सर्दी खांसी ना मलेरिया हुआ सर्दी खांसी ना मलेरिया हुआ ये गया यारों इसको लव लव लव लवेरिया हुआ लवेरिया हुआ, लवेरिया हुआ सर्दी खांसी ना मलेरिया हुआ मैं गया यारों मुझको लवेरिया हुआ लवेरिया हुआ, लवेरिया हुआ उसके मोहल्ले में जाकर ढुंडो दिल मेरा खो गया हा कटती नहीं अब तो रातें हाय जाने क्या मुझको हो गया जागूँ सोया सोया, रहूँ खोया खोया जागूँ सोया सोया, रहूँ खोया खोया काम करती दवा ना दुआ लवेरिया हुआ लवेरिया हुआ लवेरिया हुआ हाँ सर्दी खांसी ना मलेरिया हुआ मैं गया यारों मुझको लवेरिया हुआ लवेरिया हुआ, लवेरिया हुआ उठने लगी मेरे जीवन में अब तो जाने कैसी उमंगें पगली कहे कोई मुझको दीवानी कैसी है ये तरंगे कभी तारें गिनु कभी सपने बुनु कभी तारें गिनु कभी सपने बुनु अब तो इस दिल का मालिक बुरा लवेरिया हुआ, लवेरिया हुआ लवेरिया हुआ हाँ सर्दी खांसी ना मलेरिया हुआ मैं गया यारों मुझको लवेरिया हुआ लवेरिया हुआ, लवेरिया हुआ हाँ डॉक्टर परेशां हैं सारे झक हकीमों ने मारी बढ़ती ही जाती हैं हर दिन कैसी है ये बिमारी मर्ज़ जाता नहीं चैन आता नहीं मर्ज़ जाता नहीं चैन आता नहीं काम करती दवा ना दुआ लवेरिया हुआ, लवेरिया हुआ लवेरिया हुआ हाँ सर्दी खांसी ना मलेरिया हुआ मैं गया यारों मुझको लवेरिया हुआ लवेरिया हुआ, लवेरिया हुआ लव लव लव लवेरिया हुआ हे लव लव लव लवेरिया हुआ हे लव लव लव लवेरिया हुआ हाँ लव लव लव लवेरिया हुआ kya hua ise ye kya hua doston ise kya hua kya hua ise ye kya hua doston ise kya hua isaka to baj gaya baaja ye kya hua ye kya hua are bhi kya hua sardi khaans...

'सर्दी खांसी ना मलेरिया हुआ': ऑल इज नॉट वेल बिटविन पतञ्जलि एंड लोक कल्याण मार्ग !!!

बाबा रामदेव . "बस, नाम ही काफी है" - तस्वीर: डीएनए सौजन्य से गजबे है न – हरिद्वार यानि “हरि” के पास पहुँचने के वाले द्वार बीच में “तथाकथित” रूप से “सर्दी-खाँसी” की दवा बनाने के लाइसेन्स पर कोरोना वायरस को रोकने वाला दवाई बना दिए हैं पतंजलि समूह। दवा का नाम है – कोरोनिल। इधर मुंबई के भारतीय विज्ञापन मानक परिषद् के अनुसार आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवा कंपनियों द्वारा देश में कोरोना वायरस के अभ्युदय के बाद से देश के विभिन्न अखबारों में, पत्रिकाओं में दर्जनों से अधिक भ्रामक विज्ञापन देखे जो कोरोना वायरस रोकने का “दावा” करते हैं। अब यह स्पष्ट करना बहुत कठिन है की पतंजलि के मालिक बाबा रामदेव का सम्बन्ध इन दिनों प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, उनके मंत्रिमंडल, विशेषकर आयुष मंत्रालय के साथ कैसा है? यह तो एक अलग शोध का विषय है, लेकिन कोरोना वायरस के लिए पतंजलि द्वारा निर्मित कोरोनिल दवाई लॉन्च होते ही मंत्रालय द्वारा नोटिस जारी करना कुछ “हजम” नहीं होता, यानि “ऑल इज नॉट वेल”– पतंजलि, दवाई -साथ बाबा रामदेव और कोरोनिल सभी विवादों के घेरे में आ गए हैं। जैसे ही दवाई लॉन्च हुआ, भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने दवाई के प्रचार प्रसार पर रोक लगा दी। इतना ही नहीं, बाबा रामदेव की दवा को एक और झटका लगा है। इस बार उत्तराखंड की आयुर्वेद ड्रग्स लाइसेंस अथॉरिटी ने बाबा की दवा पर सवाल उठाया है। अथॉरिटी अनुसार बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि को कोरोना की दवा के लिए नहीं, अपितु, इम्युनिटी बूस्टर और खांसी-जुकाम की दवा के लिए लाइसेंस जारी किया गया था। जबकि इसी लाइसेन्स के आधार पर पतंजलि द्वारा कोरोना की दवा का दावा किया जा रहा है । भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) ने अप्रैल में आयुर्वेदिक और होम्योपैथि...