सरस्वती पूजा कितना दिन बाकी है

  1. 2021 में कब है बसंत पंचमी, जानें सरस्वती पूजा की विधि, मुहूर्त व मंत्र
  2. Saraswati Puja 2023: सरस्वती पूजा जानें तिथि, मंत्र विधि
  3. saraswati puja 2022 when is saraswati puja know pooja vidhi shubh muhurta saraswati vandana and aarti tvi
  4. सरस्वती पूजा कितना दिन बाकी है Archives
  5. Saraswati Puja 2023 Date Time Vasant Panchami Saraswati Puja Kab Hai Yoga Upay Pujan Samagri Vidhi
  6. saraswati puja 2022 date when is saraswati puja know pooja vidhi shubh muhurta saraswati vandana and aarti tvi
  7. Saraswati Puja 2023 Messages: सरस्वती पूजा की इन भक्तिमय Quotes, WhatsApp Wishes, Facebook Greetings के जरिए दें शुभकामनाएं


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2021 में कब है बसंत पंचमी, जानें सरस्वती पूजा की विधि, मुहूर्त व मंत्र

Basant Panchami Saraswati Puja 2021: हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस खास दिन पर देवी सरस्वती की पूजा होती है। मां सरस्वती को विद्या की देवी माना गया है। हिंदू धर्म में इस त्योहार की अहमियत बहुत खास है। शास्त्रों में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि मां सरस्वती का जन्म बसंत पंचमी के दिन ही हुआ था। वहीं, विद्वान ऐसा भी मानते हैं कि इस दिन विधिपूर्वक इनका स्मरण व पूजा करने से भक्त को बुद्धि और विद्या का वरदान मिलता है। इस साल सरस्वती पूजा 16 फरवरी को मनाई जाएगी। जानें बसंत पंचमी का महत्व: ये त्योहार बसंत मौसम की शुरुआत का संकेत होता है। ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि बसंत पंचमी का दिन बेहद शुभ होता है और इस दिन किसी भी नए कार्य की शुरुआत की जा सकती है। इस दिन अबूझ मुहूर्त रहता है यानि कि लोग बिना पंचांग देखे पूरे दिन में किसी भी वक्त अपने काम को अंजाम दे सकते हैं। इस दिन परिवार में छोटे बच्चों को पहली बार किताब और कलम पकड़ाने की भी मान्यता है। विद्या का आरंभ करने के लिए ये दिन सबसे शुभ माना गया है। तिथि व दिन – 16 फरवरी 2021, मंगलवार पंचमी तिथि की शुरुआत – सुबह 3 बजकर 36 मिनट से मध्याह्न का समय – दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त – सुबह 06 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक कुल अवधि – 5 घंटे 37 मिनट पंचमी तिथि समाप्त – फरवरी 17, 2021 को सुबह 5 बजकर 46 मिनट पर जानें पूजा विधि: मां सरस्वती की पूजा से पहले इस दिन नहा-धोकर सबसे पहले पीले वस्त्र धारण कर लें। देवी की मूर्ति अथव चित्र स्थापित करें और फिर सबसे पहले कलश की पूजा करें। इसके उपरांत नवग्रहों की पूजा करें और फिर मां सरस्वती की उपासना करें। इसके बा...

Saraswati Puja 2023: सरस्वती पूजा जानें तिथि, मंत्र विधि

आप सभी को हिंदी संदेश के साथ इस 2023 पर Saraswati Puja वॉलपेपर की शुभकामनाएं। मुफ्त के लिए हमारी फोटो गैलरी से इन सरस्वती माता पूजा HD Wishes चित्रों की जाँच करें। यह वसंत पंचमी है इस अवसर पर आप सभी को शुभकामनाएँ। हिंदू पंचांग के अनुसार बसंत पंचमी अर्थात 26 जनवरी 2023 के दिन सुबह 7:12 बजे से दोपहर 12:34 बजे तक मां सरस्वती की पूजा के लिए उत्तम समय है। माता सरस्वती की पूजा के लिए भक्तों को 5 घंटे का समय मिलेगा। इसलिए अगर आप इस शुभ अवसर पर अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को शुभकामना देना चाहते हैं, वह भी वॉलपेपर और उद्धरण के साथ, आप उन्हें इस लेख के माध्यम से Hindi Quotes के साथ सरस्वती पूजा वॉलपेपर पर डाउनलोड और भेज सकते हैं। Table of Contents • • • • सरस्वती पूजा क्या है? वसंत पंचमी एक महत्वपूर्ण भारतीय त्योहार है जो हर साल माघ महीने में हिंदू कैलेंडर के अनुसार मनाया जाता है। यह माघ के पांचवें दिन मनाया जाता है। यह दिन ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार फरवरी या मार्च के महीने में आता है। इस दिन का महत्व और ज्ञान वसंत ऋतु की शुरुआत देवी सरस्वती की पूजा में निहित है। वसंत पंचमी को सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है। इस साल 29 जनवरी को देशभर में वसंत पंचमी मनाई जाएगी। आज के समय में, यह त्यौहार किसानों द्वारा वसंत के मौसम के आगमन पर मनाया जाता है। यह दिन भारत के उत्तरी भागों में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। यहां, लोग ब्राह्मणों को भोजन कराते हैं और देवी सरस्वती के नाम पर अनुष्ठान करते हैं। इस दिन से जुड़ी एक और परंपरा युवाओं में पढ़ाई शुरू करने की है। इस दिन पीली मिठाई भी बांटी जाती है और लोगों को गरीबों को किताबें और अन्य साहित्यिक सामग्री दान करते हुए भी देखा जा सकता है। इस दिन ल...

saraswati puja 2022 when is saraswati puja know pooja vidhi shubh muhurta saraswati vandana and aarti tvi

Saraswati Puja 2022: सरस्वती पूजा के दिन बहुत से शुभ योग बन रहे हैं जो विद्यार्थियों, साधकों, भक्तों और ज्ञान चाहने वालों के लिए बहुत ही शुभ है. इस दिन सिद्ध नाम शुभ योग है जो देवी सरस्वती के उपासकों को सिद्धि और मनोवांछित फल देता है. इसके साथ ही सरस्वती पूजा के दिन रवि नामक योग भी बन रहा है, जो सभी अशुभ योगों के प्रभाव को दूर करने वाला माना जाता है. इन सबके साथ ही सरस्वती पूजा के दिन एक और अच्छी बात यह होगी कि वसंत पंचमी के एक दिन पहले बुद्धि कारक बुध ग्रह अपने मार्ग में होगा. इसके साथ ही शुभ बुद्धादित्य योग भी प्रभाव में रहेगा. जानें मां सरस्वती की पूजा विधि, मंत्र, वंदना और आरती. • मां सरस्वती की प्रतिमा लाएं और उन्हें पीले रंग के वस्त्र अर्पित करें. • अब देवी सरस्वती को रोली, चंदन, हल्दी, केसर, चंदन, पीले या सफेद रंग के पुष्प, पीली मिठाई और अक्षत चढ़ाएं . • अब पूजा के स्थान पर वाद्य यंत्र और अपनी नई किताबें, पेंसिल, पेन चढ़ाएं. • मां सरस्वती की वंदना का पाठ करें. • हवन करें और आरती कर पूजा समाप्त करें. या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना। या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥ शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनीं वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्‌। हस्ते स्फटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्‌ वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्‌॥२॥ सरस्वती नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणी विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा माँ शारदे कहाँ तू वीणा बजा रही हैं किस मंजु ज्ञान से तू जग को लुभा रही हैं किस भाव में भवानी तू मग्न हो रही है विनती नहीं हमा...

सरस्वती पूजा कितना दिन बाकी है Archives

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Saraswati Puja 2023 Date Time Vasant Panchami Saraswati Puja Kab Hai Yoga Upay Pujan Samagri Vidhi

Saraswati Puja 2023 Date: पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को सरस्वती पूजा होती है. सरस्वती पूजा में ज्ञान और विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा-अराधना करने का विधान है. सरस्वती पूजा के दिन को वसंत पंचमी, मधुमास, ज्ञान पंचमी, श्री पंचमी आदि जैसे नामों से भी जाना जाता है. मान्यता है कि इस दिन किए पूजा-पाठ से ज्ञान और सफलता की प्राप्ति होगी है और देवी सरस्वती से सर्व मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. वसंत पचंमी के दिन विशेष कर छात्र व विद्यार्थी वर्ग के लोग पूजा-पाठ करते हैं. क्योंकि वीणा वादिनी देवी सरस्वती बुद्धि, विद्या और ज्ञान की देवी कहलाती है. इसलिए पढ़ाई या परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं को वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा जरूर करनी चाहिए. सरस्वती पूजा 2023 तिथि और मुहूर्त (Saraswati Puja 2023 Date and Muhurat) माघ शुक्ल की पंचमी तिथि दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से आरंभ होगी और पंचमी तिथि का समापन अगले दिन 26 जनवरी सुबह 10 बजकर 29 मिनट पर होगा. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार गुरुवार 26 जनवरी को सरस्वती पूजा की जाएगी. पूजा के लिए 26 जनवरी सुबह 7 बजकर 12 मिनट से शुभ मुहूर्त शुरू होगी. सरस्वती पूजा 2023 पर बनेंगे 4 शुभ योग ज्योतिष के अनुसार इस साल सरस्वती पूजा पर 4 शुभ योग का संयोग बन रहा है, जोकि अत्यंत ही फलदायी होगा. इस दिन सिद्ध योग, सर्वार्थसिद्धि योग, शिव योग और रवि योग बनेंगे. जानते हैं सभी योग के महत्व और मुहूर्त के बारे में. • रवि योग: रवि योग 26 जनवरी शाम 06:57 से शुरू होगा और 27 जनवरी सुबह 07:12 मिनट तक रहेगा. मान्यता है कि इस योग में सूर्य देव का प्रभाव होता है और इस दौरान किए सभी कार्यों से सूर्य देव की कृपा से अम...

saraswati puja 2022 date when is saraswati puja know pooja vidhi shubh muhurta saraswati vandana and aarti tvi

Saraswati Puja 2022 Date: सरस्वती पूजा कब है? पूजा विधि, शूभ मुहूर्त, सरस्वती वंदना और आरती जानें सरस्वती पूजा 5 फरवरी शनिवार को है. रंग गुलाल त्योहार बसंत पंचमी के दिन शुरू होता है. इस साल सरस्वती पूजा पर कई शुभ योग भी बन रहे हैं. जिसमें पूजा करने से विद्यार्थियों को विशेष लाभ होगा. सरस्वती पूजा विधि और शुभ मुहूर्त जान लें. Saraswati Puja 2022 Date: सरस्वती पूजा के दिन बहुत से शुभ योग बन रहे हैं जो विद्यार्थियों, साधकों, भक्तों और ज्ञान चाहने वालों के लिए बहुत ही शुभ है. इस दिन सिद्ध नाम शुभ योग है जो देवी सरस्वती के उपासकों को सिद्धि और मनोवांछित फल देता है. इसके साथ ही सरस्वती पूजा के दिन रवि नामक योग भी बन रहा है, जो सभी अशुभ योगों के प्रभाव को दूर करने वाला माना जाता है. इन सबके साथ ही सरस्वती पूजा के दिन एक और अच्छी बात यह होगी कि बसंत पंचमी के एक दिन पहले बुद्धि कारक बुध ग्रह अपने मार्ग में होगा. इसके साथ ही शुभ बुद्धादित्य योग भी प्रभाव में रहेगा. जानें मां सरस्वती की पूजा विधि, मंत्र, वंदना और आरती. सरस्वती नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणी विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा मां शारदे कहां तू वीणा बजा रही है किस मंजु ज्ञान से तू जग को लुभा रही है किस भाव में भवानी तू मग्न हो रही है विनती नहीं हमारी क्यों मां तू सुन रही है हम दीन बाल कब से विनती सुना रहे हैं चरणों में तेरे माता हम सर झुका रहे हैं हम सर झुका रहे हैं मां शारदे कहां तू वीणा बजा रही है किस मंजु ज्ञान से तू जग को लुभा रही है अज्ञान तुम हमारा मां शीघ्र दूर कर दो द्रुत ज्ञान शुभ्र हम में मां शारदे तू भर दे बालक सभी जगत के सूत मात हैं तुम्हारे प्राणों से प्रिय है हम तेरे पुत्र सब दुलारे तेरे पुत्र सब दुलारे...

Saraswati Puja 2023 Messages: सरस्वती पूजा की इन भक्तिमय Quotes, WhatsApp Wishes, Facebook Greetings के जरिए दें शुभकामनाएं

Saraswati Puja 2023 Messages: सरस्वती पूजा की इन भक्तिमय Quotes, WhatsApp Wishes, Facebook Greetings के जरिए दें शुभकामनाएं सरस्वती पूजा के दिन लोग अपने घरों में देवी सरस्वती की विधिवत पूजा करते हैं. इसके साथ ही दिन स्कूल, कॉलेज व शैक्षणिक संस्थानों में सरस्वती पूजा का आयोजन किया जाता है. इसके अलावा लोग एक-दूसरे संग शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान करते हैं. आप भी इस अवसर पर इन भक्तिमय मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए अपनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं. Saraswati Puja 2023 Messages in Hindi: माघ गुप्त नवरात्रि (Magh Gupta Navratri) के दौरान माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को हर साल बसंत पंचमी (Basant Panchami) का पर्व मनाया जाता है. आज यानी 26 जनवरी 2023 को देशभर में सरस्वती पूजा (Saraswati Puja) का पर्व मनाया जा रहा है. प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, इसी पावन तिथि पर मां सरस्वती (Maa Saraswati) कमल पर विराजमान होकर हाथ में वीणा लेकर और पुस्तक धारण करके प्रकट हुई थीं, इसलिए इस दिन ज्ञान, कला, संगीत और विद्या की देवी मां सरस्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि जब उनका प्राकट्य हुआ था, तब पूरे संसार को वाणी और ज्ञान प्राप्त हुआ था. बसंत पंचमी मां सरस्वती की जयंती होती है, इसलिए इसे सरस्वती पूजा और श्री पंचमी के नाम से भी जाना जाता है. सरस्वती पूजा के दिन लोग अपने घरों में देवी सरस्वती की विधिवत पूजा करते हैं. इसके साथ ही इस दिन स्कूल, कॉलेज व शैक्षणिक संस्थानों में सरस्वती पूजा का आयोजन किया जाता है. इसके अलावा लोग एक-दूसरे संग शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान करते हैं. आप भी इस अवसर पर इन भक्तिमय मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसब...