स्थिर विद्युत परीक्षण क्या है

  1. स्थिर वैद्युत परीक्षण क्या है इसके 1 जीवन उपयोगी उपयोग लिखें? – ElegantAnswer.com
  2. स्थिर वैद्युत बल किसे कहते हैं? » Sthir Vaidhyut Bal Kise Kehte Hain
  3. ऑप्टिक न्यूरिटिस: परिभाषा, लक्षण, कारण, उपचार
  4. कक्षा सातवीं विज्ञान अध्याय 15 स्थिर विद्युत
  5. स्थिर बल क्या है? – ElegantAnswer.com
  6. Physics Class 12 Chapter 2 Notes in Hindi (स्थिर विद्युतविभव एवं धारिता)
  7. हृदय स्वास्थ्य की जांच के लिए कौन से टेस्ट हैं?


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स्थिर वैद्युत परीक्षण क्या है इसके 1 जीवन उपयोगी उपयोग लिखें? – ElegantAnswer.com

स्थिर वैद्युत परीक्षण क्या है इसके 1 जीवन उपयोगी उपयोग लिखें? इसे सुनेंरोकेंस्थिर वैधुत परिरक्षण – किसी निश्चित भाग को वैधुत क्षेत्र के प्रभाव से बचाने की प्रक्रिया को विधुतीय परिरक्षण कहते है। यही कारण है बिजली गिरने के समय घर में और गाड़ी में बैठे रहना, किसी पेड़ के नीचे या खुले मैदान रहने की तुलना में ज्यादा सुरक्षित रहता है। स्थिर विद्युत परीक्षण से क्या है? इसे सुनेंरोकेंAnswer: स्थिरवैद्युत परिरक्षण (electrostatic shielding in hindi) : हम जानते है कि आवेशित चालक के अन्दर विद्युत क्षेत्र का मान शून्य होता है। इसका अभिप्राय यह हुआ कि बाहर चाहे जो भी आवेश और विद्युत क्षेत्र का विन्यास रहे , किसी चालक के अन्दर कोई कोटर बाहरी वैद्युत प्रभाव से मुक्त रहता है। स्थिर बल क्या है? इसे सुनेंरोकेंएक आवेशित वस्तु द्वारा किसी अन्य आवेशित या अनावेशित वस्तु पर लगाया गया बल स्थिर वैद्युत बल कहलाता है। स्थिर विद्युत कैसे उत्पन्न होती है? इसे सुनेंरोकेंजब किसी अनावेशित चालक के समीप किसी आवेशित चालक को लाने पर अनावेशित चालक के समीप वाले सिरे पर विपरीत आवेश तथा आवेशित चालक से दूर वाले सिरे पर समान प्रक्रति का आवेश उत्‍पन्‍न हो जाये तो इस परिघटना को स्थिर विद्युत प्रेरण कहते है। स्थिर विद्युत प्रेरण के प्रभाव से हम वस्‍तुओं को आवेशित अथवा अनावेशित कर सकते है। स्थिर विद्युत क्षेत्र क्या होता है? इसे सुनेंरोकेंस्थिर विद्युत क्या है या स्थिर विद्युत की परिभाषा क्या है स्थिर विद्युत :- धातुओं के बाहर कक्ष में उपस्थित इलेक्ट्रॉनो को संयोजी इलेक्ट्रॉन कहते है जो धातु के अंदर गति करने के लिए स्वतंत्र होते है परन्तु धातु से मुक्त नहीं हो सकते है। इसका अध्यन्न को चालक स्थिर विधुत कहते है । चालक स्...

स्थिर वैद्युत बल किसे कहते हैं? » Sthir Vaidhyut Bal Kise Kehte Hain

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। इसे हम एक एग्जांपल कि तू समझ सकते हैं कि स्टैटिक इलेक्ट्रिक फोर्स क्या होता है यहां पर स्टार्ट इसका मतलब आप समझ रहे होंगे ऐसा बड़ी जो टाइम के साथ अपना पोजीशन चेंज नहीं कर रहा हो ठीक है उसी ग्रह हम स्टैटिक इलेक्ट्रिक कोर्स की जब बात करेंगे तो हम चार्ज की बात करेंगे जो बेसिकली इलेक्ट्रॉन के साथ रिलेशन में डिलीट करते हम लोग तो पिटाई होनी रब करते हैं तो वह चार्ज हो जाता और चार्ज हो जाएगा तो होता क्या है कि उस कंघी के ऊपर सरफेस पर पूरा चार्ज आ जाता है मेरी की पॉजिटिव ताजा कागज के पास नहीं होता है चार्ज ट्रांसलेट नहीं होता है इस केस में इस केस में एंड यूजर चार्ज होता है यानी कि उस कागज के पास चले जाने के बाद उसमें जितने भी इलेक्ट्रोपोजिटिव रिचार्ज होता है वह एक तरफ पॉजिटिव आ जाती है और एक तरफ नेगेटिव आ जाती है अगर तंगी बेल अमी मानकर चलते हैं कि पॉजिटिव चार्ज आ गया तो आगे वाले सरफेस पर कागज के आगे वाली सरफेस पर जॉगिंग के सामने हैं उसमें नेगेटिव चार्ज एंड यूस हो जाता है तो हम यहां पर यह देख रहे हैं कि किसी बड़ी को जब हम बर्फ कर रहे हैं तो जो चार्ज है वह उसके सर पर आ जा रहा है मूड नहीं कर रहा है टाइम तो अपना पोजीशन चेंज नहीं कर रहा है वह हम कहते हैं कि यह जो है अब क्या होगा कि इस पर पॉजिटिव चार्ज आ गया कंगी पर और इसके कारण उसमें इंड्यूस्ड नेगेटिव चार्ज आ गया अब यह दोनों एक दूसरे को क्या करेंगे फोर्स लगाएंगे फोर्स ऑफ अट्रैक्शन लगाएंगे ड्यू टो अनलाइक चार्ज है ना और यह दोनों क्या स्टैटिक्स नहीं कराई इन दोनों के बीच फूट लगेगा उसे कहेंगे स्टैटिक इलेक्ट्रिक फोर्स थैंक यू...

ऑप्टिक न्यूरिटिस: परिभाषा, लक्षण, कारण, उपचार

आँखों को प्रभावित करने वाले रोग विविध हो सकते हैं: दृष्टि को प्रभावित करने वाले रोगों में ऑप्टिक न्यूरिटिस है ऑप्टिक न्यूरिटिस क्या है ऑप्टिक न्यूरिटिस ऑप्टिक तंत्रिका की सूजन है जो दृष्टि को पूरी तरह या आंशिक रूप से खराब कर सकती है। यह विभिन्न स्थितियों के कारण हो सकता है और 20-50 आयु वर्ग के युवा वयस्कों में सबसे आम है। ज्यादातर मामलों में यह केवल एक आंख को प्रभावित करता है, और इसलिए एकतरफा होता है, लेकिन यह दोनों पक्षों को प्रभावित कर सकता है। ऑप्टिक न्यूरिटिस के लक्षण ऑप्टिक तंत्रिका की इस सूजन के अलग-अलग कारण होते हैं और इसलिए, लक्षण भी अलग-अलग हो सकते हैं। हालांकि, सबसे आम, एक या दोनों आँखों में दृष्टि का हल्का या गंभीर नुकसान है, जो कुछ दिनों के भीतर अचानक भी खराब हो सकता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इसे ट्रिगर करने वाले कारण के आधार पर, न्यूरिटिस आमतौर पर अस्थायी होता है और इसलिए कुछ हफ्तों या महीनों के भीतर गायब हो जाता है। सामान्य तौर पर, ऑप्टिक न्यूरिटिस के कारण लक्षण होते हैं • दृष्टि की हानि, कुल या आंशिक, एकतरफा या द्विपक्षीय, केंद्रीय या स्कोटोमा के रूप में • नेत्र संबंधी दर्द, खासकर जब आंखें चलती हैं • दृश्य क्षेत्र दोष • रंग दृष्टि विकार (डिस्क्रोमैटोप्सिया) • धुंधली दृष्टि • दृश्य क्षेत्र में उज्ज्वल चमक (फॉस्फीन) या धब्बे की धारणा (मायोडोप्सियास, उड़ने वाली मक्खियाँ) शरीर के तापमान में वृद्धि - जैसा कि सूरज के संपर्क में आने, बुखार, व्यायाम, गर्म मौसम के मामले में - अक्षतंतु के तंत्रिका प्रवाहकत्त्व के अवरोध के कारण अस्थायी रूप से लक्षणों को खराब कर सकता है जो आंशिक रूप से विघटित होते हैं। ऑप्टिक तंत्रिका सूजन के कारण ऑप्टिक न्यूरिटिस का मुख्य कारण माइेलिन ...

कक्षा सातवीं विज्ञान अध्याय 15 स्थिर विद्युत

प्रश्न 1. किसी वस्तु के आवेशन की पहचान किस प्रकार की जाती है ? उत्तर - किसी वस्तु के आवेशन की पहचान के लिए उनमें निम्नलिखित दो गुणों का परीक्षण आवश्यक है 1. यदि वस्तु आवेशित है तो अनावेशित वस्तु को अपनी ओर आकर्षित करेगी। 2. समान आवेश को प्रतिकर्षित करेगी तथा विपरीत आवेश को आकर्षित करेगी। प्रश्न 2. आवेश कितने प्रकार के होते हैं ? उनके नाम लिखिए । उत्तर - आवेश दो प्रकार के होते हैं 1. धन आवेश , 2. ऋण आवेश । प्रश्न 3. किसी वस्तु को कितने प्रकार से आवेशित किया जा सकता है ? उत्तर - किसी वस्तु को निम्न तीन प्रकार से आवेशित किया जा सकता है ( i ) घर्षण द्वारा आवेशन ( ii ) सम्पर्क द्वारा आवेशन ( iii ) प्रेरण द्वारा आवेशन वायुमण्डल में आवेश एवं तड़ित चालक इनके उत्तर दीजिए प्रश्न 1. तड़ित चालक क्या है ? उत्तर - बादलों द्वारा हुए तड़ित आघात से बचाने के लिए ऊँची - ऊँची इमारतों में ऊपर त्रिशुलनुमा लगी हुई धातु की छड़ को तड़ित चालक कहते हैं। इसका निचला हिस्सा पृथ्वी में तथा ऊपरी हिस्सा भवन के ऊपर रहता है। जब कभी भवन पर तड़ित आघात होता है , तो तड़ित इस धातु से होता हुआ पृथ्वी में चला जाता है और भवन सुरक्षित रहता है। प्रश्न 2. विद्युत्दर्शी किस सिद्धान्त पर कार्य करता है ? उत्तर - विद्युत्दर्शी निम्न सिद्धान्त पर कार्य करता है " समान आवेश वाली वस्तुएँ प्रतिकर्षित होती हैं। अभ्यास के प्रश्न प्रश्न 1. सही उत्तर चुनकर लिखें 1. दो वस्तुएँ ( अ ) और ( ब ) को रगड़ने पर यदि ( अ ) में ऋण आवेश ( - ) आ जाता है , तो ( ब ) में होगा ( क ) ऋण आवेश ( ख ) ऋण व धन आवेश दोनों ( ग ) धन आवेश ( घ ) इनमें से कोई नहीं। उत्तर-( ग ) धन आवेश 2. निम्नलिखित में से किसको घर्षण द्वारा आसानी से आवेशित नहीं किया जा सकता ह...

स्थिर बल क्या है? – ElegantAnswer.com

इसे सुनेंरोकेंAnswer: स्थिरवैद्युत परिरक्षण (electrostatic shielding in hindi) : हम जानते है कि आवेशित चालक के अन्दर विद्युत क्षेत्र का मान शून्य होता है। इसका अभिप्राय यह हुआ कि बाहर चाहे जो भी आवेश और विद्युत क्षेत्र का विन्यास रहे , किसी चालक के अन्दर कोई कोटर बाहरी वैद्युत प्रभाव से मुक्त रहता है। विधुतीय क्षेत्र क्या है? • पेशी बल • यांत्रिक बल • घर्षण बल • गुरुत्वाकर्षण बल • विद्युत बल • चुंबकीय बल आवेशन का मुख्य कारण क्या है? इसे सुनेंरोकेंजब किसी वस्तु के परमाणुओं में इलेक्ट्रोनों की संख्या प्रोटोनों की संख्या से भिन्न हो जाती है तो वह आवेशित हो जाती है। इलेक्ट्रॉनो की कमी हो जाने पर वस्तु धनावेशित और इलेक्ट्रॉनो की अधिकता होने पर वस्तु ऋण आवेशित हो जाती है। कौन सा कण विद्युत आवेशित होता है? इसे सुनेंरोकेंजो पदार्थ आसानी से अपने में से होकर विद्युत को प्रवाहित होने देते हैं उन्हें चालक कहते हैं। उनमें ऐसे वैद्युत आवेश (इलेक्ट्रॉन) होते हैं जो पदार्थ के भीतर गति के लिए अपेक्षाकृत स्वतंत्र होते हैं। एक स्थिर आवेश क्या उत्पन्न करता है? इसे सुनेंरोकेंस्थिर आवेश केवल विद्युत क्षेत्र उत्पन्न करता है जबकि एक समान वेग से गतिमान आवेश विद्युत एवं चुम्बकीय क्षेत्र, दोनों उत्पन्न करता है। विद्युत और वैद्युत में क्या अंतर है? इसे सुनेंरोकेंइसके विपरीत किसी ऊर्जा के स्रोत का विद्युत वाहक बल एक प्रकार की ऊर्जा है जो वह किसी एक कूलॉम के आवेश को प्रवाहित होने के लिए देता है। किसी स्त्रोत के विद्युत वाहक बल की माप तब की जाती है जब उससे कोई विद्युत धारा नहीं बह रही होती है। जबकि वोल्टेज की माप तब की जाती है जब विद्युत धारा का प्रवाह हो रहा होता है। विद्युत धारा का प्रभाव क्या है? इसे...

Physics Class 12 Chapter 2 Notes in Hindi (स्थिर विद्युतविभव एवं धारिता)

Physics Class 12 Chapter 2 Notes in Hindi स्थिर विद्युतविभव:- एकांक आवेश का अनंत से विद्युत क्षेत्र भीतर किसी बिंदु P तक लाने में किए गए कार्य को उस बिंदु पर विभव (electric potential in Hindi) कहते हैं। इसे V से सूचित करते हैं। विद्युत विभव का मात्रक जूल/कूलाम अथवा वोल्ट होता है। विद्युत विभव एक अदिश राशि है। बिंदु आवेश के कारण विभव :- यदि बिन्दु आवेश ( + Q ) बिन्दु O पर स्थित है । बिन्दु आवेश ( + Q ) से r दूरी पर स्थित बिन्दु P पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता ज्ञात करने के लिए बिन्दु P ( प्रेक्षण बिन्दु ) पर एक परीक्षण आवेश ( +q₀ ) रखते हैं । विद्युत द्विध्रुव के कारण विभव: – परिमाण में समान किन्तु प्रकृति में विपरीत जब दो आवेश निम्न दूरी पर रखे हो तो ऐसे समूह को विद्युत द्विध्रुव कहते है। विद्युत द्विध्रुव के कारण विद्युत विभव का मान ज्ञात करेंगे की द्विध्रुव के कारण किसी बिंदु पर उत्पन्न विभव का मान कितना होता है। • माना आवेश -q तथा +q अल्प दुरी पर रखे है , इस द्विध्रुव को AB से चित्र में प्रदर्शित किया गया है तथा दोनों आवेशों के मध्य की अल्प दूरी को 2r माना गया है। • हम इस द्विध्रुव युग्म के कारण बिन्दु P पर विद्युत विभव का मान ज्ञात करेंगे। ध्रुव के मध्य बिंदु अर्थात केंद्र बिंदु को O से दर्शाया गया है , द्विध्रुव अक्ष से OP θ कोण बना रहा है। • माना OP की दूरी r , AP की दूरी r1 तथा BP के मध्य की दूरी r2 है। • P बिंदु पर A बिन्दु पर स्थित -q आवेश के कारण उत्पन्न विद्युत विभव का मान • इसी प्रकार B बिन्दु पर स्थित +q आवेश के कारण P बिंदु पर उत्पन्न विद्युत विभव का मान • P बिंदु पर +q तथा -q आवेश के कारण उत्पन्न कुल विभव का मान V = V1 + V2 आवेशों के निकाय के कारण विद्युत वि...

हृदय स्वास्थ्य की जांच के लिए कौन से टेस्ट हैं?

रिपोर्ट के मुख्य अंश • एक इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम परीक्षण दिल में विद्युत गतिविधि पर नज़र रखता है • यह ईसीजी परीक्षण निर्धारित करता है कि क्या आपके दिल में असामान्य ताल है • कई प्रकार के ईसीजी परीक्षण होते हैं जैसे सीपीईटी या तनाव परीक्षण विश्व में मृत्यु का प्रमुख कारण हृदय रोग होने के कारण आपको सतर्क रहने की आवश्यकता है। ऐसा करने का एक तरीका एक प्राप्त करना है दिल की स्थिति की जांच के लिए परीक्षण Â नियमित रूप से।Â एकÂ ईसीजी परीक्षण Â इनमें से एक है, जो मानक उपकरण का उपयोग करता है और अस्पतालों या क्लीनिकों में प्रशिक्षित चिकित्सा पेशेवरों द्वारा संचालित किया जाता है। ए एक इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईकेजी या ईसीजी परीक्षण )Â आपके दिल में विद्युत गतिविधि रिकॉर्ड करता है। यह एक सुरक्षित और दर्द रहित परीक्षण है जो हृदय की समस्याओं का पता लगाता है और आपके दिल के स्वास्थ्य की निगरानी करता है। इसके लिए सेंसर आपकी छाती, बाहों और पैरों की त्वचा से जुड़े होते हैं। ये इलेक्ट्रोड हर बार जब आपका दिल धड़कता है तो विद्युत संकेतों का पता लगाता है और आपके डॉक्टर को किसी भी असामान्य गतिविधि को पहचानने में मदद करता है। डॉक्टर आपको एकोकार्डियोग्राम के साथ एक एकोकार्डियोग्राम की भी सिफारिश कर सकते हैं ईसीजी परीक्षण . यह भी एक का एक रूप है दिल की सेहत की जांच जहां दिल का स्कैन किया जाता है लेकिन यह इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम से अलग होता है। यह अनुशंसा की जाती है जब एक डॉक्टर को हृदय रोग की उपस्थिति पर संदेह होता है क्योंकि यह हृदय की संरचना और कार्य को दर्शाता है यह जानने के लिए पढ़ें कि क्यों और कब हृदय परीक्षण . इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम हार्ट डायग्नोसिस टेस्ट का उद्देश्य क्या है? ए ईसीजी हृदय स्वास्थ्...