Suksham tarang kya hai

  1. विद्युत चुंबकीय तरंगें क्या है
  2. Sharir – Sthul, Sukshma, & Karan « TRUTH – True Understanding of the Hinduism
  3. तरंग (Tarang) Meaning In English Tarang in English इंग्लिश
  4. सक्षम युवा योजना हरियाणा की जानकारी Saksham Yuva Yojana Haryana in hindi
  5. तरंग किसे कहते हैं तरंग कितने प्रकार का होता है


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विद्युत चुंबकीय तरंगें क्या है

हेलो स्टूडेंट आज हम इस पोस्ट में विद्युत चुंबकीय तरंगें क्या है पढ़ेंगे। वे तरंगें जिन्हें संचरित होने के लिए माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है उन्हें विद्युत चुम्बकीय तरंग कहते है | अर्थात विद्युत चुंबकीय तरंगें निर्वात में भी संचरित हो जाती है। चूँकि इन तरंगों को संचरण के लिए माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है इसलिए अन्तरिक्ष में संचार के लिए अर्थात वार्ता के लिए इन्ही तरंगों का उपयोग किया जाता है। विद्युत चुम्बकीय तरंगें प्रकाश के वेग से गति करती है , तथा ये तरंग फोटोन से मिलकर बनी होती है। जब कोई चुम्बकीय क्षेत्र समय के साथ परिवर्तित हो रहा हो तो इसके कारण विद्युत क्षेत्र उत्पन्न होता है और ठीक इसके विपरीत अर्थात एक परिवर्तनशील विद्युत क्षेत्र , चुम्बकीय क्षेत्र को उत्पन्न करता है। विद्युत चुम्बकीय तरंगों के संचरण के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती तथा ये तरंगें निर्वात (space) में भी संचरित हो सकती हैं। ये तरंगें चुम्बकीय एवं विद्युत क्षेत्रों के दोलन से उत्पन्न होने वाली अनुप्रस्थ तरंगें हैं। प्रकाश तरंगें, ऊष्मीय विकिरण, एक्स किरणें, रेडियो तरंगें आदि विद्युत-चुम्बकीय तरंगों के उदाहरण हैं। इन तरंगों का तरंग दैध्र्य परास (wave length) काफी विस्तृत होता है। इनका परास 10 -14मी. से लेकर 10 4 मी. तक होता है। Table of Contents • • • विद्युत चुम्बकीय तरंगों के गुण: • इन तरंगों पर कोई आवेश विद्यमान नहीं रहता है अर्थात ये उदासीन तरंगें है। • इन तरंगों में विद्युत क्षेत्र , चुम्बकीय क्षेत्र और संचरण सदिश , सभी एक दुसरे के लम्बवत स्थित रहते है। • ये अनुप्रस्थ तरंगें होती है अर्थात इसमें इन तरंगों का दोलन , संचरण की दिशा के लम्बवत होता है। • विद्युतचुम्बकीय तरंगें प्रकाश के वेग...

Sharir – Sthul, Sukshma, & Karan « TRUTH – True Understanding of the Hinduism

Sharir – Sthul, Sukshma, and Karan Hinduism describes that the non-liberated soul are born ( jiv) in “ Mrutyu Lok” – the realm of the universe where life exists. They born, live, and die in this realm ( lok), so, it is called Mrutyu (death) lok. Scientists have found that life can sustain even in the most extreme or harsh conditions. This is because of the superb structural and functional engineering of the body. Thus, body is an important unit of living being. In Hinduism, body is known as sharir, deh, tanu , or tan ( ta´n). The Sanskrit word “ tan ( ta´n)” rhymes with man ( ma´n means mind) and dhan ( dha´n means money or wealth). Middle Persian language (3 rd to 7 th century BCE) also used to have word tan ( ta´n) for the body. Hinduism describes all living beings have three kinds of body, namely, Sthul (gross), Sukshma (subtle or psychological), and Karan (causal). This body of living beings is consisting of 24 physical entities, called tattvas. 1. Sthul sharir: It is a gross physical body of the soul or jiv. Sthul body is made of different parts and organ systems called “ Ang” and “ Upāng” in Sanskrit. For the lower animals and microbes, their gross body is microscopic and they have tiny angs and upangs. Out of 24 elements, the sthul body of living beings consists of five gross elements known as Panch-bhuts. They are: Pruthvi, Jal, Tej, Vayu, and Akash. These five bhuts are created from Tāmas Ahamkār, which in turn is created, along with Rājas and Sātvik Ahamkārs, fro...

तरंग (Tarang) Meaning In English Tarang in English इंग्लिश

तरंग का अन्ग्रेजी में अर्थ तरंग (Tarang) = तरंग संज्ञा स्त्रीलिंग [सं॰ तरङ्ग] 1. पानी की वह उछाल जो हवा लगने के कारण होती है । लहर । हिलोर । 2. मौज । क्रि॰ प्र॰—उठना । पर्या॰—भंग । ऊर्मि । उर्मि । विचि । वीची । हली । लहरी । भृंमि । उत्कलिका । जललता । 2. संगीत में स्वरों का चढ़ाव उतार । स्वरलहरी । उ॰— बहु भाँति तान तरंग सुनि गंधर्व किन्नर लाजही । —तुलसी (शब्द॰) । 3. चित्त की उमंग । मन की मौज । उत्साह या आनंद का अवस्था में सहसा उठनेवाला विचार । जैसे,— (क) भंग की तंरग उठी कि नदी के किनारे चलना चाहिए । 4. वस्त्र । कपड़ा । 5. घोड़े आदि की फलाँग या उछाल । 6. हाथ में पहनने की एक प्रकार की चूड़ी़ जो सोने का तार उमेठकर बनाई जाती है । 7. हिलना डुलना । इधर उधर घूमना (को॰) । (8) किसी ग्रंथ का विभाग या अध्याय जैसे—कथासरित्सागसर में । तरंग (Wave) का अर्थ होता है - 'लहर'। भौतिकी में तरंग का अभिप्राय अधिक व्यापक होता है जहां यह कई प्रकार के कंपन या दोलन को व्यक्त करता है। इसके अन्तर्गत यांत्रिक, विद्युतचुम्बकीय, ऊष्मीय इत्यादि कई प्रकार की तरंग-गति का अध्ययन किया जाता है। किसी तरंग का गुण उसके इन मानकों द्वारा निर्धारित किया जाता हैयह सिद्ध किया जा सकता है कि-जहाँ v तरंग का वेग है, n तरंग की आवृत्ति है और l तरंग की तरंगदैर्घ्य (wavelength) है। तरंगें निम्नलिखित गुण प्रदर्शित करतीं हैं-इसको निम्न प्रकार से भी लिख सकते हैं:जहाँ:ज्या (साइन) के कोणांक अर्थात् 2πTt−2πλz+φ=ωt−kz+φ को तरंग की 'कला' (फेज) कहते हैं। अप्रगामी तरंग में कुछ निश्चित स्थानों पर स्थित कणों का कम्पन सबसे कम (शून्य) होता है, कुछ निश्चित स्थानों के कणों का कम्पन सर्वाधिक होता है। Hindi Dictionary. Devnagari to roman Dictio...

सूक्ष्म

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपने मुझसे पूछा सुक्ष्म पोषक तत्व क्या है तो मैं आपको बताना चाहूंगी चुप चुप हो सकता हुआ है जिससे हमारे शरीर में ऊर्जा आती है और जाने से हम किसी भी काम करने के लिए सक्षम हमारा शरीर हो पाता है सूक्ष्म पोषक तत्व विटामिन ए विटामिन बी विटामिन सी विटामिन डी विटामिन ई विटामिन के जितने भी विटामिन मैंने बताई यह सब सुख हो सकता तो है यह दूध मछली दही इंसानों में यह सा विटामिन पाया जाता है धन्यवाद aapne mujhse poocha sukshm poshak tatva kya hai toh main aapko batana chahungi chup chup ho sakta hua hai jisse hamare sharir me urja aati hai aur jaane se hum kisi bhi kaam karne ke liye saksham hamara sharir ho pata hai sukshm poshak tatva vitamin a vitamin be vitamin si vitamin d vitamin E vitamin ke jitne bhi vitamin maine batai yah sab sukh ho sakta toh hai yah doodh machli dahi insano me yah sa vitamin paya jata hai dhanyavad आपने मुझसे पूछा सुक्ष्म पोषक तत्व क्या है तो मैं आपको बताना चाहूंगी चुप चुप हो सकता हुआ है

सक्षम युवा योजना हरियाणा की जानकारी Saksham Yuva Yojana Haryana in hindi

सक्षम युवा योजना हरियाणा की पूरी जानकारी Saksham Yuva Yojana Haryana details in hindi सक्षम युवा योजना हरियाणा क्या है? What is Saksham Yuva Yojana Haryana? इस योजना का पूरा नाम “सक्षम युवा योजना हरियाणा” है। इस योजना को हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुरू किया है। नौजवानों को इस योजना के अनुसार 1 महीने में 100 घंटे काम करना होगा। चुने गए युवाओं को 9000 रूपये प्रतिमाह दिया जायेगा। उन्हें प्रशिक्षु (trainee) के तौर पर काम करना होगा। हरियाणा सरकार ने इस योजना के लिए 324 करोड रुपए का निवेश किया है। सक्षम युवा योजना हरियाणा योजना कब शुरू हुई? When was Saksham Yuva Yojana Haryana started? यह योजना 2018 में शुरू की गयी है। सक्षम युवा योजना हरियाणा का उद्देश्य Aim of Saksham Yuva Yojana Haryana इस योजना का उद्देश्य बेरोजगारी को दूर करना है। सरकार इस योजना में युवाओं से काम भी करा रही है, उन्हें मुफ्त में पैसा नहीं दे रही है जिससे उनका स्वाभिमान बना रहे। सक्षम युवा योजना हरियाणा के फायदे Saksham Yuva Yojana Haryana benefits 1. यह योजना पढ़े लिखे युवाओं को रोजगार देगी जिससे उनको अपना 2. इस योजना में महीने में 100 घंटे काम कराया जाएगा जिसके लिए 9000 रूपये परिवार को दिए जाएंगे। 3000 बेरोजगारी भत्ता के रूप में दिया जाएगा। इस योजना का एक बड़ा फायदा यह होगा कि युवा जिस क्षेत्र में काम करेंगे, उससे उन्हें ट्रेनिंग मिल जाएगी। उनको कौशल विकास का मौका मिलेगा। बहुत कुछ नया सीखने को मिलेगा। बेरोजगारी भत्ता सीधे बैंक खाते में जाएगा। सक्षम युवा योजना हरियाणा के लिए योग्यता / आवश्यक शर्तें (पात्रता) Saksham Yuva Yojana Haryana eligibility 1. इस योजना के लिए आवेदक के पास पहले से ...

तरंग किसे कहते हैं तरंग कितने प्रकार का होता है

यंहा जाने tarang in hindi, अनुदैर्ध्य तरंग in hindi, अनुप्रस्थ तरंग in hindi, तरंग के प्रकार तथा तरंग से सम्बंधित और भी जानकारी. तरंग किसे कहते हैं तरंगें एक प्रकार का विक्षोभ (disturbance) होती हैं, जो किसी माध्यम में कणों को गतिशील करती हुई आगे बढ़ती है। तरंगों की गति की प्रक्रिया में माध्यम के कणों का स्थानांतरण हुए बिना ऊर्जा का स्थानांतरण होता है। तरंगों को दो भागों में बाँटा जा सकता है- यांत्रिक तरंगें और विद्युत चुंबकीय तरंगें। यांत्रिक तरंग किसे कहते हैं ऐसी तरंगें, जिनके संचरण के लिये माध्यम की आवश्यकता होती है। यह माध्यम द्रव्य की कोई भी अवस्था यथा-ठोस, द्रव अथवा गैस हो सकती है। जिन माध्यमों में ये तरंगें संचरण करती हैं, उनमें प्रत्यास्थता तथा जड़त्व का गुण होना चाहिये। यांत्रिक तरंगे दो प्रकार की होती हैं (1) अनुप्रस्थ तरंगें (2) अनुदैर्ध्य तरंगें अनुप्रस्थ तरंग किसे कहते हैं यांत्रिक तरंगों की गति के दौरान माध्यम के कण दोलन करते हैं। इन कणों का दोलन तरंगों की गति के दिशा के लंबवत् अथवा समानांतर होता है। जब माध्यम के कण तरंग गति की दिशा के लंबवत् कंपन करते हैं तो ऐसी तरंगों को ‘ अनुप्रस्थ तरंगें‘ कहते हैं। अनुप्रस्थ तरंगों के उदाहरण जलीय तरंगें, भूकंप के दौरान उत्पन्न S तरंगें, पृष्ठीय तरंगें (Surface wave) इत्यादि। अनुदैर्ध्य तरंग किसे कहते हैं जब माध्यम के कण तरंग गति की दिशा के समानांतर कंपन करते हैं तो उसे ‘ अनुदैर्ध्य तरंगें‘ कहते हैं। जैसे:- ध्वनि तरंगें, P- तरंगें (भूकंपीय तरंग) इत्यादि। अनुदैर्ध्य तरंगों की विशेषताएँ ये तरंगें सभी माध्यमों (ठोस, द्रव, गैस) में उत्पन्न की जा सकती हैं इन तरंगों का संचरण संपीडन एवं विरलन के रूप में होता है। अनुप्रस्थ और अनु...