सूरतगढ़ का मौसम

  1. सूरतगढ़ थर्मल पावर प्लांट से बिजली का उत्पादन हुआ 'शून्य', मौसम बदलने से डिमांड घटी
  2. श्रीगंगानगर और सूरतगढ़ में तेज बारिश, रावला में बूंदाबांदी, मौसम में ठंडक होने से लोगों को गर्मी से मिली राहत
  3. सूरतगढ़
  4. सूरतगढ़ में मौसम ( वातावरण )
  5. Now two critical units in Suratgarh thermal plant are also closed amid 48 degree temperature power supply stalled
  6. Weather Update: heavy storm and lightning in Uttarakhand for next 72 hours, IMD issued a warning
  7. Suratgarh Clean drinking water will be available after 30 years the work of laying the pipeline started


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सूरतगढ़ थर्मल पावर प्लांट से बिजली का उत्पादन हुआ 'शून्य', मौसम बदलने से डिमांड घटी

राजस्थान में बदले मौसम और बरसात ने गर्मी को तो 'गुल' कर ही दिया है, बिजली को भी 'फुल' कर दिया है। जयपुर लोड डिस्पैच सेंटर (एलडी) के आदेशों से तो ऐसा ही प्रतीत हो रहा है, जिन्होंने बिजली के उत्पादन पर ही 'ब्रेक' लगवा दिए हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बिजली की फ्रीक्वेंसी बढ़ जाने से यह निर्णय लेना पड़ा है। जिसके बाद से सूरतगढ़ थर्मल पावर प्लांट में बिजली का उत्पादन कर रही सब क्रिटिकल और सुपर क्रिटिकल की सभी इकाइयां रविवार सुबह तक एक-एक कर बंद कर दी गई है। जानकारी के अनुसार इन दिनों श्रीगंगानगर जिले समेत राजस्थान में अंधड़, बारिश और ओलावृष्टि की वजह से तापमान वैसा नहीं है जैसा मई माह में रहना चाहिए। यहां तक कि वर्तमान में चल रहे 'नौतपा' के दिन भी इंसान को तपा नहीं रहे। जिसके चलते AC तो दूर कूलर की हवा में भी ठंडी लग रही है। रात्रि में तो आलम यह है कि केवल पंखे ही पर्याप्त है। दूसरी ओर लगातार दो-तीन दिनों से आ रहे तेज अंधड़ के कारण विद्युत तंत्र भी अस्त व्यस्त हो गया है। ग्रामीण इलाकों और खेतों में सैकड़ों की संख्या में विद्युत पोल गिर गए तो ट्रांसफार्मर धराशायी हो गए, वहीं एलटी/एचटी लाइनें जमीन पर आ गिरी। जिन्हें दुरुस्त करने में अगले कई दिन डिस्कॉम कर्मियों को मशक्कत करनी पड़ेगी। इन सब के कारण बिजली की डिमांड एकाएक घट गई है। ग्रामीण अंचल में वैसे ही विधुत आपूर्ति ठप है तो शहरों में AC और कूलर बंद पड़े हैं। जिसका असर यह है कि बिजली अपनी फ्रीक्वेंसी से ऊपर जा रही थी। अब चूंकि बिजली एक ऐसी चीज है जिसका 'स्टोरेज' नहीं किया जा सकता लिहाजा निगम के अधिकारियों को इसका उत्पादन ही बंद करवाना पड़ा है। सूरतगढ़ थर्मल में 660-660 मेगावाट के सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट की दो इकाइयां हैं। जिनसे 1320...

श्रीगंगानगर और सूरतगढ़ में तेज बारिश, रावला में बूंदाबांदी, मौसम में ठंडक होने से लोगों को गर्मी से मिली राहत

जिले के कुछ इलाकों में मंगलवार को बरसात से मौसम सुहाना हो गया। जिला मुख्यालय पर दोपहर बाद कुछ समय के लिए बादल बरसे। वहीं सूरतगढ़ और इसके आसपास के इलाके में भी बरसात हुई। रावला में मामूली बूंदाबांदी हुई। जिला मुख्यालय पर सुबह दिन की शुरुआत गर्मी के साथ हुई। इस दौरान कूलर पंखे तेज गति से चले, वहीं दोपहर होते-होते आसमान में बादल छाने लगे। दोपहर बाद 3 बजे के करीब 15 मिनट तक बरसात हुई, जिससे मौसम सुहाना हो गया। वहीं जिले के सूरतगढ़ में भी बारिश हुई है। सड़कों पर पसरा कीचड़ जिला मुख्यालय पर बरसात से शहर के पुरानी आबादी के कुछ निचले इलाकों में सड़क किनारे पानी जमा हो गया। शेष इलाकों में सड़कें भीगी और इन पर कीचड़ के हालात हो गए। शहर की प्रमुख सड़कों और कॉलोनियों में घरों से निकले लोग परेशान होते नजर आए। सूरतगढ़ में दोपहर में रुक-रुक कर बारिश हुई। वहीं रावला इलाके में मामूली बूंदाबांदी से मौसम सुहाना हो गया। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पिछले दिनों बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया और इलाके में बढ़ती नमी से बरसात की संभावना थी। इसका असर नजर भी आया तथा श्रीगंगानगर में बरसात हुई। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में जिले के कुछ स्थानों पर बरसात की संभावना है।

सूरतगढ़

राजस्थान में स्थिति निर्देशांक: 29°19′05″N 73°53′56″E / 29.318°N 73.899°E / 29.318; 73.899 29°19′05″N 73°53′56″E / 29.318°N 73.899°E / 29.318; 73.899 देश जनसंख्या (2011) •कुल 70,536 भाषा •प्रचलित भाषाएँ 335804 दूरभाष कोड 01509 RJ-13 सूरतगढ़ (Suratgarh) थर्मल पावर प्लांट 2021 के देशव्यापी किसान आंदोलन में सूरतगढ़ का नेतृत्व GKS और किसान जागृति मंच ने किया था। विवरण [ ] सूरतगढ़ का प्राचिन नाम सोढल गढ़ था। जो सरस्वत्ती नदी के किनारे बसा हूआ है। यह एशिया का सबसे बडा कृषि र्फाम सूरतगढ़ का नाम महाराजा सूरत सिंह पर रखा गया था, जिन्होंने सन् 1705 में यहाँ एक नया क़िला बनवाया। पूरा किला ईंटों का बना है, जिसमें कुछ महत्व की वस्तुएँ अब बीकानेर के किले में सुरक्षित है। इनमें हड़जोरा की पत्तियाँ, गरुड़, हाथी, राक्षस आदि की आकृतियाँ बनी है। इसी स्थान से शिव पार्वती, कृष्ण की गोवर्धन लीला तथा एक पुरुष एंव स्री की पकी हुई मिट्टी की बनी हुई मूर्तियां मिली हैं जो अब बीकानेर संग्रहालय में है। सूरतगढ़ क़स्बा एक और रेगिस्तान से घिरा तथा दूसरी और घग्घर नदी से सिंचित अत्यंत उपजाऊ जमीन से सराबोर है। जहां एक और राजस्थान का पहला ताप विद्युत संयत्र है वहीं दूसरी और इंदिरा गांधी नहर से सिंचित उपजाऊ क्षेत्र है। लहलहाती फसल इस कसबे के चारों और हरित आभा बिखेरती है। इन्हें भी देखें [ ] • सन्दर्भ [ ] • " • " • Meena, R. P. Art Culture and Heritage of Rajasthan Study Material With MCQ: Useful for RPSC RAS Prelims and Other Exams (अंग्रेज़ी में). New Era Publication. • Singh, Rama Shankar (1989). Indo-Soviet Cooperation and India's Economic Development (अंग्रेज़ी में). Deep & Deep Publ. 978-81-7100-134-7.

सूरतगढ़ में मौसम ( वातावरण )

सूरतगढ़ राजस्थान राज्य में एक जानामानाऔरअच्छी तरह से विकसित शहर है, जो राष्ट्रीय राजधानी, नई दिल्ली और राज्य की राजधानी जयपुर से समान दूरी पर स्थित है। श्री गंगानगर जिले के अंतर्गत आते हुए, इस शुष्क भूमि को राजस्थान नहर की वजह से एक हरे भरे शहर के रूप में पुनर्जन्म मिला जो इस क्षेत्र को सिंचित करता है। सूरतगढ़ और इसके आसपास के श्री गंगानगर जिले को 'राजस्थान की भोजन की टोकरी' (अन्न काकटोरा) के रूप में जाना जाता है। एक किला, कुछ मंदिर और गर्म, मेहमाननवाज़ लोग आपको सूरतगढ़ नामक इस साधारण स्थान पर आमंत्रित करते हैं। इस जगह के बारे में तुरंत ध्यान देने योग्य है, अपने लोगों और उनके मेहमाननवाज( अहोभगत ) स्वभाव की सादगी। यदि आपको भोजन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाता है या कुल अजनबियों द्वारा चाय की दुकानों पर मिठाई की पेशकश नहीं की जाती है, तो आपको आश्चर्य नहीं होगा। वास्तव में, स्थानीय लोगों को मिठाई, कडी (प्याज और बेसन से बने दही का शोरबा) के लिए प्यार है, और किन्नस अच्छी तरह से जाना जाता है। • इतिहास [1] • भाटिया आश्रम [1] • सूरतगढ़ में मौसम [1] • About Sutagrah [3] • apna suratgarh [1] • best place to visit in suratgarh suratgarh [1] • BHATIYA AASHRAM [1] • education in suratgarh [2] • FOOD IN SURATGARH [1] • News [1] • railway station [1] • suratgarh [3] • Suratgarh News [1] • suratgarh tibba [1]

Now two critical units in Suratgarh thermal plant are also closed amid 48 degree temperature power supply stalled

Now two critical units in Suratgarh thermal plant are also closed amid 48 degree temperature power supply stalled| 48 डिग्री तापमान के बीच अब सूरतगढ़ थर्मल प्लांट में दो क्रिटिकल यूनिट भी बंद, बिजली सप्लाई ठप | Hindi News, sri-ganganagar 48 डिग्री तापमान के बीच अब सूरतगढ़ थर्मल प्लांट में दो क्रिटिकल यूनिट भी बंद, बिजली सप्लाई ठप Temperature Rise : राजस्थान में भीषण गर्मी ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ने वाली है. इधर दो दिनों से श्रीगंगानगर नें तापमान 48 डिग्री के पार है और मौसम विभाग ने हीटवेव चलने की चेतावनी जारी कर दी है. इस बीच बुरी खबर ये कि सूरतगढ़ थर्मल में दो क्रिटिकल यूनिट में बिजली उत्पादन बंद है. जिससे प्रदेश में बिजली सकंट और गहरा सकता है. पहले से भी बिजली कटौती से परेशान लोगों पर इसका कितना असर पड़ेगा ये कुछ दिनों में साफ हो जाएगा. वैसे आपको बता दे कि सूरतगढ थर्मल पॉवर प्लांट में तकनीकी गड़बड़ी होना नई बात नहीं है इससे पहले मार्च महीने की शुरुआत में भी थर्मल प्लांट की दो यूनिट बंद हो गयी थी और दो यूनिट में खराबी आ गयी थी. जिससे बिजली सप्लाई प्रभावित हुई थी. इधर इस सीजन में सबसे ज्यादा गर्म आज धौलपुर रहा है जहां तापमान 48.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, उधर 16 मई को आंधी और बादल छाये रहने की चेतावनी जारी की गयी है. पिछले कुछ दिनों में जयपुर, बीकानेर, चूरु, अलवर, के साथ ही श्रीगंगानगर में लू चल रही है जो आगे कुछ दिन और चलती रहेगी. ऐसे में सूनी सड़कों पर जरूरत के चलते बाहर निकले लोग गन्ने का रस या नींबू पानी पीकर खुद को गर्मी से राहत देने में जुटें हैं. रिपोर्टर- कुलदीप गोयल

Weather Update: heavy storm and lightning in Uttarakhand for next 72 hours, IMD issued a warning

Weather Update: heavy storm and lightning in Uttarakhand for next 72 hours, IMD issued a warning | Weather Update: इस राज्य में अगले 72 घंटे पड़ेंगे भारी, संभलकर रहें; IMD ने जारी की चेतावनी | Hindi News, देश Weather Update: इस राज्य में अगले 72 घंटे पड़ेंगे भारी, संभलकर रहें; IMD ने जारी की चेतावनी Heavy Storm and Lightning in Uttarakhand: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन इस बीच मौसम विभाग (IMD) ने उत्तराखंड में भारी बारिश को चेतावनी जारी की है और लोगों को संभलकर रहने की सलाह दी है. मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड में मौसम के लिहाज से पहाड़ से लेकर मैदान तक अगले 72 घंटे भारी पड़ने की संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तराखंड राज्य के जनपदों में 19 अप्रैल से 21 अप्रैल तक के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विज्ञान केंद्र (Musam Vibhag) ने कहा है कि कहीं-कहीं भारी बारिश और ओलावृष्टि के साथ 50 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से (झक्कड़) आंधी-तूफान चलने और आकाशीय बिजली चमकने की संभावना है. मौसम केंद्र द्वारा जारी पूवार्नुमान के मुताबिक, 19 और 20 अप्रैल को उत्तराखंड के जनपदों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने, ओलावृष्टि और 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से झक्कड़ चलने की संभावना है, जिसकी गति बढ़कर 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. इन जिलों में होगी बारिश वहीं, उत्तराखंड के पिथौरागढ़, बागेश्वर, चमोली, उत्तरकाशी तथा रुद्रप्रयाग जनपद में कहीं-कहीं तेज बौछार के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. राज्य के शेष जनपदों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने तथ...

Suratgarh Clean drinking water will be available after 30 years the work of laying the pipeline started

Suratgarh: श्रीगंगानगर के सुरतगढ़ में भीषण गर्मी में जल विभाग ने ग्रामीणों को पेयजल की सुविधा मिलने वाली है. जल विभाग ने 7 एलसी गांव से गांव मसानीवाला तक पेयजलापूर्ति पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. यह कार्य जल जीवन मिशन के अंतर्गत किया जा रहा है. इसमें पाइप लाइन और ओवर हैड टैंक के निर्माण के लिए कुछ समय पूर्व बजट जारी हुआ था. यह भी पढ़ेः प्राप्त जानकारी के अनुसार, केंद्र की महत्वाकांक्षी और राज्य सरकार की सहयोगी जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायत 3 एसएडी में ओवर हैड टैंक व पेयजल आपूर्ति पाइप से हर घर जल पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है. बता दें कि, गांव 3 एसएडी व नई आबादी मसानीवाला के ग्रामीण पिछले 30 सालों से पेयजल आपूर्ति से वंचित थे. पिछले कुछ समय से भारत सरकार की जल जीवन मिशन की जानकारी ग्रामीणों को मिली तो उन्होंने क्षेत्रीयतावाद सांसद निहालचंद मेघवाल, विधायक रामप्रताप कासनियां को अपनी पीड़ा से अवगत करवाया. सांसद, विधायक व जल शक्ति मंत्री के प्रयास रंग लाए व जल जीवन में कार्य की स्वीकृति प्रदान की गई. ग्राम पंचायत सरपंच पूर्ण चंद लीलड ने बताया कि दो गांव लम्बे समय से पेयजल आपूर्ति से महरूम थे. मसानीवाला नई आबादी में ग्रामीण सर्दी गर्मी पेयजल संकट का सामना करते थे. जल जीवन मिशन के अंतर्गत पेयजलापूर्ति पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू हो गया. इस दौरान ग्राम पंचायत सरपंच व वार्ड पंच मौके पर उपस्थित रहे. वहीं ग्रामीणों ने बताया कि आने वाले कुछ समय बाद उनकी अनेक वर्षों की समस्या का समाधान हो जाएगा. ग्रामीणों में खुशी है कि भले ही समय लग गया, पर अब उन्हें आस बंध गई है कि उनके घरों में स्वच्छ पानी की आपूर्ति शीघ्र हो जाएगी. ज्ञात है कि इन दो गांवों में ...