स्वामी विवेकानंद के विचार

  1. स्वामी विवेकानंद के शिक्षा संबंधी विचार
  2. स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार जो बदल देंगे आपका जीवन
  3. 30+ Swami Vivekananda Quotes in Hindi
  4. 52 स्वामी विवेकानंद के विचार
  5. स्वामी विवेकानंद के शिक्षा पर विचार
  6. स्वामी विवेकानंद के विचार
  7. Swami Vivekananda Quotes in Hindi
  8. स्वामी विवेकानन्द के सुविचार, Swami Vivekanand Quotes In Hindi
  9. Swami Vivekananda Quotes in Hindi
  10. स्वामी विवेकानंद के शिक्षा पर विचार


Download: स्वामी विवेकानंद के विचार
Size: 80.19 MB

स्वामी विवेकानंद के शिक्षा संबंधी विचार

स्वामी विवेकानंद जीवन परिचय : विवेकानन्द का जन्म सन् 1863 ई. में कलकत्ता नगर में हुआ था। इनका पूर्व नाम नरेन्द्र दत्त था। ये अत्यंत प्रतिभाशाली छात्र थे। इस प्रतिभाशाली नरेन्द्र दत्त ने अपने प्रधानाचार्य मिस्टर हेस्टी से प्रेरित होकर दक्षिणेश्वर की यात्रा की।इस मंदिर में उनकी भेंट श्री रामकृष्ण परमहंस से हुयी। यहाँ विवेकानन्द को संतोष प्रदान हुआ। इसके पश्चात् स्वामी जी ने रामकृष्ण को अपना गुरू बना लिया। अपने गुरु की मृत्यु के उपरांत उन्होंने उनकी शिक्षाओं का प्रसार किया। 31 मई 1983 ई. को स्वामीजी ने अमरीका के लिये प्रस्थान किया। वहाँ जाने से पूर्व उन्होंने अपना नाम विवेकानन्द रखा। विश्व धर्म सम्मेलन में भाग लेने के लिये स्वामीजी अमेरिका गये। धर्म सभा शिकागो में दिये अपने भाषण से विश्व की जनता को प्रभावित किया। स्वामी विवेकानंद का जीवन दर्शन : स्वामी विवेकानन्द का जीवन दर्शन आज भी हमारे लिये गौरवपूर्ण एवं प्रेरणादायक है। उनके अनुसार मनुष्य के जीवन में संघर्ष की प्रधानता होनी चाहिये। उनकी इस बात में आस्था थी कि वीर , निर्भीक एवं कर्मठ व्यक्ति ही जीवन में कोई कार्य कर सकते हैं। स्वामी जी अत्यधिक चेतनशील थे। जिसके कारण उनकी खोज दृष्टि बहुत जल्दी ही विकसित हुई। उनके मन में अनेक प्रश्न उठते व उनकी खोज या तो वह स्वयं करते या रामकृष्ण परमहंस से सहयोग लेते। स्वामी विवेकानंद का शिक्षा दर्शन : जिस प्रकार स्वामी विवेकानन्द का जीवन दर्शन यर्थाथवादी एवं विस्तृत है। उसी तरह से उनका शिक्षा दर्शन भी विस्तृत एवं समन्वयवादी है। वे व्यावहारिक शिक्षा के प्रबल समर्थक थे। वे कहते थे कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली मनुष्य भीरू व कायर बनाती है। एवं अपने उद्देश्यों को प्राप्त नहीं करती है। उनके अनुसार गी...

स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार जो बदल देंगे आपका जीवन

भारतीय इतिहास कई प्रेरणादायक और महान हस्तियों और नेताओं से भरा है। 19वीं और 20वीं शताब्दी में एक प्रसिद्ध समाज सुधारक, स्वामी विवेकानंद को अक्सर भारत में हिंदू धर्म के पुनरुद्धार (रीस्टोरेशन) का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने एक ऐसे जीवन का नेतृत्व किया, जो आधुनिक 21 वीं सदी में हमारे जीवन जीने के सबसे सरल तरीकों को खोजने में हमारी मदद कर सकता है। उनका जीवन, दर्शन और शिक्षाएं छात्रों के लिए वास्तव में सुनहरा है और एक जैसे हैं, क्योंकि वे हम सभी को एक बेहतर भविष्य की दिशा में मार्ग प्रशस्त करने में मदद कर सकते हैं। इस ब्लॉग में हम Swami Vivekanand ke Vichar के बारे में विस्तार से जानते हैं। This Blog Includes: • • • • • • • • • • • स्वामी विवेकानंद के बारे में 1863 में जन्में, स्वामी विवेकानंद एक समाज सुधारक थे, जिन्होंने कई सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ाई लड़ी, जो 19 वीं और 20 वीं शताब्दी के दौरान भारतीय समाज की दुर्दशा कर रहे थे। इस उद्देश्य के लिए, उन्होंने एक तरह के हिंदू धर्म की वकालत की, जो लिंग या जाति के आधार पर भेदभाव नहीं करता है लेकिन एक सार्थक जीवन जीने के लिए विचारों को सामने रखता है। स्वामी जी ने हिंदू धर्म के सार को पकड़ने और दुनिया में इसे फैलाने की कामना की और वेदांत के दर्शन और ज्ञान, भक्ति, कर्म और राजयोग के आदर्शों के प्रचार के लिए समर्पित रामकृष्ण मिशन की भी स्थापना की थी। इस प्रकार, एक अर्थ में, स्वामी विवेकानंद ने अपना जीवन हिंदू धर्म के लेंस के माध्यम से अपने आसपास की दुनिया को समझने के लिए समर्पित किया और फिर मानवता के अधिक अच्छे के लिए उस ज्ञान का प्रसार किया। इसलिए, स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं को जानना और समझना महत्वपूर्ण है, ताकि वे दुनिया की बेहत...

30+ Swami Vivekananda Quotes in Hindi

स्वामी विवेकानंद जी प्रभावशाली और उत्तम विचारों वाले व्यक्ति थे। उन्हें समाज सुधारक और आध्यात्मिक गुरु के रूप में जाना जाता है। उनकी ख्याति आज भी पूरे संसार में फैली हुई है। उन्होंने भारतीय संस्कृति और धर्म का देश विदेशों में बहुत प्रचार प्रसार किया था। इसीलिए आज हमने उनके कुछ महत्वपूर्ण विचारों को इस पोस्ट के माध्यम से आपके साथ शेयर किया है अगर आपको अच्छा लगे तो अपने दोस्तों और परिवार वालों को फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम के माध्यम से शेयर करना ना भूले। विषय-सूची 1 • • • • • • • Swami Vivekananda Quotes in Hindi for Students Quote 1 संभव की सीमा जानने का एक ही तरीका है, असंभव से भी आगे निकल जाना। Quote 2 खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप हैं। Quote 3 बल ही जीवन है और दुर्बलता मृत्यु। Quote 4 संभावनाए तलाशते रहो, आविष्कार अपने आप हो जाएंगे। Suvichar of Swami Vivekananda in Hindi Quote 5 उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाये। Quote 6 किसी चीज से डरो मत तुम अद्भुत काम करोगे, यह निर्भयता ही है जो क्षण भर में परम आनंद लाती है। Quote 7 दिल और दिमाग के टकराव में दिल की सुनो। Quote 8 ज्ञान स्वयं में वर्तमान है, मनुष्य केवल उसका आविष्कार करता है। Quote 9 सबसे बड़ा धर्म है अपने स्वभाव के प्रति सच्चा होना। स्वयं पर विश्वास करो। Swami Vivekananda Thoughts on Success in Hindi Quote 10 जितना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी। Quote 11 एक समय में एक काम करो, और ऐसा करते समय अपना तन मन उसमे समर्पित कर दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ। Quote 12 जो कुछ भी तुमको कमजोर बनाता है – शारीरिक, बौद्धिक या मानसिक उसे त्याग दो। Quote 13 दुनिया एक महान व्यायामशाला है, जहाँ ...

52 स्वामी विवेकानंद के विचार

स्वामी विवेकानंद भारत की पवित्र भूमि में पैदा हुए महान भिक्षुओं और दार्शनिकों में से एक थे। उनका जन्म १२ जनवरी सन १८६३ में उत्तरी कलकत्ता के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। बचपन में उनका नाम नरेंद्रनाथ था लेकिन सभी उन्हें नरेन कहकर पुकारते थे। उनके पिता का नाम विश्वनाथ दत्त और माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था। स्वामी विवेकानंद के विचार ( Swami Vivekananda Quotes Hindi) हमेशा युवाओं को उनके अंदर की असली सकती पहचान ने में मदत की। इसलिए स्वामी विवेकानंद को युवाओं के लिए एक आदर्श व्यक्ति माना गया हैं। इसके अलावा स्वामी विवेकानंद जी के सुविचार को अध्यन करें से शिक्षा, जीबन, कर्म , सत्य, आध्यात्मिक के बारे में उनका किया सोचना था उसके बारे में जान सकते हैं। इसलिए इस पोस्ट पर हमने Swami Vivekananda Hindi Quotes के अनमोल एक संग्रह पेस किया हैं जिसे पड़ने से आपको जरूर प्रेरणा मिलेगी। Swami Vivekananda ke vichar Hindi Famous Quotes By Swami Vivekananda in Hindi “उठो जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाये।” स्वामी विवेकानंद कोट्स Swami Vivekananda Famous Hindi Quotes स्वामी विवेकानंद के विचार, Swami Vivekananda Hindi Quotes “अपना जीवन एक लक्ष्य पर निर्धारित करो, अपने पूरे शरीर को उस एक लक्ष्य से भर दो, और हर दुसरे विचार को अपनी ज़िन्दगी से निकाल दो, यही सफ़लता जो कुंजी है।” Swami Vivekananda Hindi Quotes Swami Vivekananda Quotes Hindi समय का पाबंद होना, लोगों पर आपके विश्वास को बढ़ाता है Swami Vivekananda ke Vichar एक नायक बनो, और सदैव कहो “मुझे कोई डर नहीं है”।” Swami Vivekananda Motivational Quotes in Hindi “जिंदगी का रास्ता बना बनाया नहीं मिलता है, स्वयं को बनाना पड...

स्वामी विवेकानंद के शिक्षा पर विचार

स्वामी विवेकानंद शिक्षा पर विचार – इसमें कोई संदेह नहीं है कि स्वामी विवेकानंद एक साधु और लोगों के लिए एक मार्गदर्शक थे। स्वामी विवेकानंद के शैक्षिक दर्शन को हम स्वामी विवेकानंद के विभिन्न भाषणों और कथनों के माध्यम से जान सकते हैं। स्वामी विवेकानंद ने मानव कल्याण के लिए शिक्षा के योगदान को अनंत माना। लेकिन उनका मतलब शिक्षा शब्द से पारंपरिक शिक्षा को नहीं बल्कि उन्होंने जिस शिक्षा की बात की जिसे लोग अपने दैनिक जीवन में उपयोग कर सकते हैं, यानी शिक्षा व्यावहारिक होगी और शिक्षा आध्यात्मिक विकास की ओर ले जाएगी। इसीलिए स्वामी जी ने शिक्षा के विषय में कहा था –“शिक्षा मनुष्य की अन्तर्निहित पूर्णता को विकसित करने का साधन है।” स्वामी विवेकानंद जी के शिक्षा पर विचार | Swami Vivekananda about Education in Hindi विवेकानंद के अनुसार शिक्षा क्या है?– स्वामी विवेकानंद ने जिस शिक्षा की बात की है उसका मुख्य आधार धर्म होगा और उस धर्म में वैज्ञानिक व्यवहार और सैद्धान्तिक चिंतन होने की बात किया हैं । हालाँकि, स्वामी विवेकानंद शिक्षा पर विचार व्यापक पृष्ठभूमि में हुआ है। उन्होंने बार-बार अपने सिद्धांतों को व्यक्त किया है कि शिक्षा को मानव जीवन के सभी स्तरों से कैसे जोड़ा जा सकता है। उन्होंने पश्चिम के विभिन्न देशों का दौरा किया था और शिक्षा के व्यापक संगठन को देखा था। उन्होंने उस अनुभव को अपने देश में विस्तारित करने का प्रयास किया था। इस सन्दर्भ में कहा जाता है कि बहुत कम समकालीन विचारकों ने शिक्षा के बारे में वैसा ही सोचा जैसा स्वामी विवेकानंद ने उस समय शिक्षा के बारे में सोचा था। स्वामी विवेकानंद ने अपनी विभिन्न पुस्तकों और भाषणों के माध्यम से अपने विचार दिए हैं कि शिक्षा का उद्देश्य और लक्ष्...

स्वामी विवेकानंद के विचार

श्रद्धा और बल पर स्वामी विवेकानंद के विचार जिसमें आत्मविश्वास नहीं है वही नास्तिक है। प्राचीन धर्मों में कहा गया है, जो ईश्वर में विश्वास नहीं करता वह नास्तिक है। नूतन धर्म कहता है, जो आत्मविश्वास नहीं रखता वही नास्तिक है। ( संसार का इतिहास उन थोड़े से व्याक्तियों का इतिहास है, जिनमें आत्मविश्वास था। यह विश्वास अन्तःस्थित देवत्व को ललकार कर प्रकट कर देता है। तब व्यक्ति कुछ भी कर सकता हैं सर्व समर्थ हो जाता है। असफलता तभी होती है, जब तुम अन्तःस्थ अमोघ शक्ति को अभिव्यक्त करने का यथेष्ट प्रयत्न नहीं करते। जिस क्षण व्यक्ति या राष्ट्र आत्मविश्वास खो देता है, उसी क्षण उसकी मृत्यु आ जाती है। (भगवान बुद्ध का संसार को संदेश एवं अन्य व्याख्यान और प्रवचन, ११४-१५) विश्वास-विश्वास! अपने आप पर विश्वास, परमात्मा के ऊपर विश्वास यही उन्नति करने का एकमात्र उपाय है। यदि पुराणों में कहे गये तेंतीस करोड़ देवताओं के ऊपर और विदेशियों ने बीच-बीच में जिन देवताओं को तुम्हारे बीच घुसा दिया है, उन सब पर भी तुम्हारा विश्वास हो और अपने आप पर विश्वास न हो, तो तुम कदापि मोक्ष के अधिकारी नहीं हो सकते। (भारत में विवेकानंद, १०९) यह कभी न सोचना कि आत्मा के लिए कुछ असम्भव है। ऐसा कहना ही भयानक नास्तिकता है। यदि पाप नामक कोई वस्तु है तो यह कहना ही एकमात्र पाप है कि मैं दुर्बल हूँ अथवा अन्य कोई दुर्बल है। ( तुम जो कुछ सोचोगे, तुम वही हो जाओगे; यदि तुम अपने को दुर्बल समझोगे, तो तुम दुर्बल हो जाओगे; बलवान सोचोगे तो बलवान बन जाओगे। (भारत में विवेकानंद, १०९) यदि तुम अपने को दुर्बल समझोगे, तो तुम दुर्बल हो जाओगे; बलवान सोचोगे तो बलवान बन जाओगे। स्वामी विवेकानंद मुक्त होओ; किसी दूसरे के पास से कुछ न चाहो। मैं यह निश्...

Swami Vivekananda Quotes in Hindi

स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था। उनका असली नाम नरेंद्र दत्त था। स्वामी विवेकानंद के पिता विश्वनाथ दत्त पाश्चात्य सभ्यता में विश्वास रखते थे। नरेंद्र उर्फ स्वामी विवेकानंद के पिता चाहते थे कि उनका पुत्र भी पाश्चात सभ्यता को माने। विवेकानंद जी की बुद्धि बचपन से ही काफी तीव्र थी और वह परमात्मा को पाने की लालसा रखते थे। स्वामी विवेकानंद ने अपना जीवन अपने गुरुदेव स्वामी रामकृष्ण परमहंस को समर्पित कर दिया था। गुरुदेव के शरीर त्याग के दिनों में वह घर के हालातों की चिंताा किए बिना और खुद की चिंता किए बिना सतत गुरु की सेवा में हाजिर रहे। स्वामी विवेकानंद खुद ही अपने गुरु की सेवा करते थे और कैंसर के कारण उनके गले से थूक, रक्त आदि जो भी निकलता था, वो सब खुद अपने हाथों से साफ करते थे। स्वामी विवेकानंद ने 4 जुलाई 1902 को अपना देह त्याग दिया था। वह हमेशा ही खुद को गरीबों का सेवक कहते थे। स्वामी विवेकानंद के विचार आज के वक्त में युवाओं और लोगों को काफी प्रेरित करते हैं। स्वामी विवेकानंद ने कई प्रेरणादायक या यूं कहें कि कटु सत्य बातें कहीं है। यह सभी बातें(Swami Vivekanand quotes in Hindi) लोगों को प्रेरणा देती हैं और जीवन में आगे बढ़ने में मदद करती हैं। स्वामी विवेकानंद की जयंती पर आप भी उनके विचारों (स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार) को अपने दोस्तों और परिजनों के साथ साझा कीजिए और उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कीजिए। स्वामी विवेकानंद के विचार – Swami Vivekanand ke Vichar स्वामी विवेकानंद भारत के महान विचारकों (स्वामी विवेकानंद के विचार) में से एक हैं। वेदों और पुराणों के अनुसार स्वामी विवेकानंद अपने समय में एक प्रसिद्ध वक्ता रहे हैं। वह हमेशा दूसरों की सेवा कि...

स्वामी विवेकानन्द के सुविचार, Swami Vivekanand Quotes In Hindi

अनुक्रम • • • • • • • • • • स्वामी विवेकानन्द के सुविचार, swami vivekanand quotes in hindi स्वामी विवेकानन्द के सुविचार, swami vivekanand quotes in hindi स्वामी विवेकानंद जन्म 12 जनवरी 1863 जन्म स्थान कोलकाता गुरु रामकृष्ण परमहंस माता भुवनेश्वरी देवी पिता विशाखदत्त धर्म हिन्दू वास्विक नाम नरेंद्र नाथ दत्त रचनाये कर्म योग, राजयोग, लेक्चर्स फ्रॉम कोलंबो टू अल्मोड़ा, योगा (तेलुगु) स्वामी विवेकानन्द के अनमोल विचार हिंदी में, Swami vivekanand precious thoughts in hindi नीचे दी गयी पक्तियों में हम आपको 1 से 5 क्रम संख्या में 1.उठो जागो और तब तक न रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो। स्वामी विवेकानन्द के सुविचार, swami vivekanand quotes in hindi 2.हम जो बोते हैं वह काटते हैं हम स्वयं अपने भाग्य के निर्माता हैं। 3.जब लोग तुम्हें गाली दे तो तुम उन्हें आशीर्वाद तो सोचो तुम्हारे झूंठे दंभ को बाहर निकाल कर वह तुम्हारी कितनी मदद कर रहे हैं। 4.तुम फुटबॉल के जरिए स्वर्ग के ज्यादा निकट होगे बजाय गीता का अध्ययन करने के लिए। 5.कुछ मत पूछो बदले में कुछ मत मांगो ,जो देना है वह दो,तुम तक वापस आएगा, पर उसके बारे में अभी मत सोचो। स्वामी विवेकानन्द के सुविचार, Swami vivekanand quotes in hindi आगे की दी गयी पक्तियों में हम आपको क्रम संख्या 6- 10 में स्वामी विवेकानन्द के सुविचार, Swami vivekanand quotes in hindi की जानकारी प्रदान करेंगे। 6.ब्रह्मांड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं वह हम ही हैं,जो अपनी आंखों पर हाथ रख लेते हैं।और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार है। 7.कभी मत सोचिए की आत्मा के लिए कुछ असंभव है।ऐसा सोचना सबसे बड़ा भी अधर्म है।अगर कोई पाप है ,तो वह यही है यह कहना कि तुम निर्बल हो या अन्य...

Swami Vivekananda Quotes in Hindi

स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था। उनका असली नाम नरेंद्र दत्त था। स्वामी विवेकानंद के पिता विश्वनाथ दत्त पाश्चात्य सभ्यता में विश्वास रखते थे। नरेंद्र उर्फ स्वामी विवेकानंद के पिता चाहते थे कि उनका पुत्र भी पाश्चात सभ्यता को माने। विवेकानंद जी की बुद्धि बचपन से ही काफी तीव्र थी और वह परमात्मा को पाने की लालसा रखते थे। स्वामी विवेकानंद ने अपना जीवन अपने गुरुदेव स्वामी रामकृष्ण परमहंस को समर्पित कर दिया था। गुरुदेव के शरीर त्याग के दिनों में वह घर के हालातों की चिंताा किए बिना और खुद की चिंता किए बिना सतत गुरु की सेवा में हाजिर रहे। स्वामी विवेकानंद खुद ही अपने गुरु की सेवा करते थे और कैंसर के कारण उनके गले से थूक, रक्त आदि जो भी निकलता था, वो सब खुद अपने हाथों से साफ करते थे। स्वामी विवेकानंद ने 4 जुलाई 1902 को अपना देह त्याग दिया था। वह हमेशा ही खुद को गरीबों का सेवक कहते थे। स्वामी विवेकानंद के विचार आज के वक्त में युवाओं और लोगों को काफी प्रेरित करते हैं। स्वामी विवेकानंद ने कई प्रेरणादायक या यूं कहें कि कटु सत्य बातें कहीं है। यह सभी बातें(Swami Vivekanand quotes in Hindi) लोगों को प्रेरणा देती हैं और जीवन में आगे बढ़ने में मदद करती हैं। स्वामी विवेकानंद की जयंती पर आप भी उनके विचारों (स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार) को अपने दोस्तों और परिजनों के साथ साझा कीजिए और उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कीजिए। स्वामी विवेकानंद के विचार – Swami Vivekanand ke Vichar स्वामी विवेकानंद भारत के महान विचारकों (स्वामी विवेकानंद के विचार) में से एक हैं। वेदों और पुराणों के अनुसार स्वामी विवेकानंद अपने समय में एक प्रसिद्ध वक्ता रहे हैं। वह हमेशा दूसरों की सेवा कि...

स्वामी विवेकानंद के शिक्षा पर विचार

स्वामी विवेकानंद शिक्षा पर विचार – इसमें कोई संदेह नहीं है कि स्वामी विवेकानंद एक साधु और लोगों के लिए एक मार्गदर्शक थे। स्वामी विवेकानंद के शैक्षिक दर्शन को हम स्वामी विवेकानंद के विभिन्न भाषणों और कथनों के माध्यम से जान सकते हैं। स्वामी विवेकानंद ने मानव कल्याण के लिए शिक्षा के योगदान को अनंत माना। लेकिन उनका मतलब शिक्षा शब्द से पारंपरिक शिक्षा को नहीं बल्कि उन्होंने जिस शिक्षा की बात की जिसे लोग अपने दैनिक जीवन में उपयोग कर सकते हैं, यानी शिक्षा व्यावहारिक होगी और शिक्षा आध्यात्मिक विकास की ओर ले जाएगी। इसीलिए स्वामी जी ने शिक्षा के विषय में कहा था –“शिक्षा मनुष्य की अन्तर्निहित पूर्णता को विकसित करने का साधन है।” स्वामी विवेकानंद जी के शिक्षा पर विचार | Swami Vivekananda about Education in Hindi विवेकानंद के अनुसार शिक्षा क्या है?– स्वामी विवेकानंद ने जिस शिक्षा की बात की है उसका मुख्य आधार धर्म होगा और उस धर्म में वैज्ञानिक व्यवहार और सैद्धान्तिक चिंतन होने की बात किया हैं । हालाँकि, स्वामी विवेकानंद शिक्षा पर विचार व्यापक पृष्ठभूमि में हुआ है। उन्होंने बार-बार अपने सिद्धांतों को व्यक्त किया है कि शिक्षा को मानव जीवन के सभी स्तरों से कैसे जोड़ा जा सकता है। उन्होंने पश्चिम के विभिन्न देशों का दौरा किया था और शिक्षा के व्यापक संगठन को देखा था। उन्होंने उस अनुभव को अपने देश में विस्तारित करने का प्रयास किया था। इस सन्दर्भ में कहा जाता है कि बहुत कम समकालीन विचारकों ने शिक्षा के बारे में वैसा ही सोचा जैसा स्वामी विवेकानंद ने उस समय शिक्षा के बारे में सोचा था। स्वामी विवेकानंद ने अपनी विभिन्न पुस्तकों और भाषणों के माध्यम से अपने विचार दिए हैं कि शिक्षा का उद्देश्य और लक्ष्...