स्वामी विवेकानंद फोटोज

  1. Swami Vivekanand Punyatithi 2022: युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से जुड़े कुछ प्रेरक प्रसंग!
  2. Swami Vivekanand ka Jivan Parichay: Swami Vivekanand par Nibandh
  3. स्वामी विवेकानन्दः
  4. स्वामी विवेकानंद के बारे में 8 बातें
  5. Swami Vivekananda Anmol Vichar:स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार, जो भर देंगे आप में ऊर्जा
  6. Swami Vivekananda Quotes In Hindi 2022 स्वामी विवेकानंद के ये कोट्स सिखाते हैं जीवन जीने का तरीका


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Swami Vivekanand Punyatithi 2022: युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से जुड़े कुछ प्रेरक प्रसंग!

Swami Vivekanand Punyatithi 2022: युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से जुड़े कुछ प्रेरक प्रसंग! स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता के एक कायस्थ परिवार में हुआ था. पिता विश्वनाथ दत्त कलकत्ता हाईकोर्ट के प्रसिद्ध वकील थे, मां भुवनेश्वरी देवी भगवान शिव की उपासक थीं. माता-पिता के धार्मिक, प्रगतिशील एवं तर्कपूर्ण सोच नरेंद्र दत्त को विरासत में मिली. उनका रुझान बचपन से अध्यात्म की ओर था. 25 वर्ष की आयु में घर-बार छोड़ वे संन्यासी बन गये. स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता के एक कायस्थ परिवार में हुआ था. पिता विश्वनाथ दत्त कलकत्ता हाईकोर्ट के प्रसिद्ध वकील थे, मां भुवनेश्वरी देवी भगवान शिव की उपासक थीं. माता-पिता के धार्मिक, प्रगतिशील एवं तर्कपूर्ण सोच नरेंद्र दत्त को विरासत में मिली. उनका रुझान बचपन से अध्यात्म की ओर था. 25 वर्ष की आयु में घर-बार छोड़ वे संन्यासी बन गये. उन्होंने देश भर में भ्रमण कर धर्म, दर्शन, इतिहास, सामाजिक, विज्ञान, कला एवं साहित्यों साथ वेद, उपनिषद, भागवद् गीता, रामायण, महाभारत और पुराण पर अध्ययन किया. 1882 में वह दक्षिणेश्वर स्थित काली-भक्त रामकृष्ण परमहंस से मिले. यहीं से नरेंद्र का स्वामी विवेकानंद बनने का सफर शुरु हुआ. मान्यता है कि स्वामी जी के एक दर्शन पर भी कोई अमल कर ले तो उसका जीवन सफल हो जाये. जानें विवेकानंद के जीवन से जुड़े कुछ प्रेरक प्रसंग. जुल्म सहना भी जुर्म है अंग्रेजी हुकूमत के दौरान विवेकानंद रेल में यात्रा कर रहे थे. उनके सामने एक महिला अपने बच्चे संग बैठी थी. एक स्टेशन पर दो अंग्रेज अफसर चढ़े और महिला के सामने की सीट पर बैठ गये. वे महिला पर कटाक्ष करने लगे. महिला अंग्रेजी नहीं जानती थी, लिह...

Swami Vivekanand ka Jivan Parichay: Swami Vivekanand par Nibandh

स्वामीविवेकानंदवेदांतकेविख्यातऔरप्रभावशालीआध्यात्मिकगुरुथे. इनकावास्तविकनामनरेन्द्रनाथदत्तहै. स्वामीविकेकानंदरामकृष्णपरमहंसकेसुयोग्यशिष्यथे. इन्होनेंरामकृष्णमिशनकीस्थापनाकीथी, जोआजभीकायमहै. आजहमइसलेखमें Swami Vivekanand ka Jivan Parichay औरस्वामीविवेकानंदकेविचारबारेमेंबातकरेंगे. विवेकानंदकोएकदेशभक्तसंतकेरूपमेंमानाजाताहै. इसलिएइनकेजन्मदिनकोप्रतिवर्ष राष्ट्रीययुवादिवसकेरूपमेंमनायाजाताहै. येआधुनिकभारतकेऐसेविचारकऔरप्रचारकथे, जिन्होंनेस्वंयराजनीतिमेंभागनहींलिया. परंन्तुअपनीप्रखरप्रतिभासेदेशमेंस्वतंत्रताप्रेमकीज्योतिजगादी. Table of Contents • • • • • • • • • स्वामीविवेकानंदकाजन्मकबहुआ? स्वामीविवेकानंदकाजन्म 12 जनवरी, 1863 कोकलकत्ताकेप्रतिष्ठितकायस्थपरिवारमेंहुआथा. इनकाबचपनकानाम नरेन्द्रनाथदत्तथा. विवेकानंदनामउन्होंनेसंन्यासग्रहणकरनेकेउपरांतशिकागोमेंधर्मसम्मलेनमेंभागलेनेकेलिएबम्बईसेप्रस्थानकरतेसमयग्रहणकिया. इनकेपिताजीकानामविश्वनाथदत्तऔरमाताजीकानामभुनेश्वरीदेवीथा. स्वामीविवेकानंदकेपितापेशेसेवकीलथेऔरमाँगृहिणीथी. पिताविश्वनाथदत्तकलकत्ताहाईकोर्टमेंवकालतकरतेथे. औरमाताधार्मिकप्रवृत्तिकीमहिलाथी, उनकाअधिकांशसमयभगवानशिवकीपूजाअर्चनामेंव्यतीतहोताथा. विवेकानंदपरमाताजीकेसद्गुणोंकाविशेषप्रभावपड़ा. स्वामीविवेकानंदकाजीवनपरिचय बचपनसेहीनरेन्द्रनाथदत्तकीबुद्धितीव्रथी. बुद्धिमानकेसाथहीनटखटभीथे, अपनेसाथियोंकेसाथखूबशरारतकरतेऔरमौकामिलनेपरअध्यापकोंकेसाथभीशरारतकरतेथे. माँधार्मिकप्रवृतिकीथी, इसवजहसेउनकेघरमेंप्रतिदिनपूजा-पाठऔरकथाहोताथा. नियमितरूपसेकथाऔरभजनकीर्तनहोताथा. परिवारकेधार्मिकएवंआध्यात्मिकवातावरणकेप्रभावसेनरेन्द्रमेंबचपनसेहीधर्मएवंअध्यात्मकेसंस्कारथे. माता-पिताकेसंस्कारोंऔरधार्मिकवातावरणकेकारणबचपनसे...

स्वामी विवेकानन्दः

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स्वामी विवेकानंद के बारे में 8 बातें

2. विवेकानंद की रुचि और अध्ययन : संगीत, साहित्य और दर्शन में विवेकानंद को विशेष रुचि थी। तैराकी, घुड़सवारी और कुश्ती उनका शौक था। स्वामीजी ने तो 25 वर्ष की उम्र में ही वेद, पुराण, बाइबल, कुरआन, धम्मपद, तनख, गुरुग्रंथ साहिब, दास केपीटल, पूंजीवाद, अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र, साहित्य, संगीत और दर्शन की तमाम तरह की विचारधाराओं को घोट दिया था। वे जैसे-जैसे बड़े होते गए सभी धर्म और दर्शनों के प्रति अविश्वास से भर गए। संदेहवादी, उलझन और प्रतिवाद के चलते किसी भी विचारधारा में विश्वास नहीं किया। 4. रामकृष्ण परमहंस की शरण में : अपनी जिज्ञासाएं शांत करने के लिए ब्रह्म समाज के अलावा कई साधु-संतों के पास भटकने के बाद अंतत: वे रामकृष्ण परमहंस की शरण में गए। रामकृष्ण के रहस्यमय व्यक्तित्व ने उन्हें प्रभावित किया, जिससे उनका जीवन बदल गया। 1881 में रामकृष्ण को उन्होंने अपना गुरु बनाया। संन्यास लेने के बाद इनका नाम विवेकानंद हुआ। 5. बुद्धि के पार है विवेक : स्वामी विवेकानंद जब तक नरेंद्र थे बहुत ही तार्किक थे, नास्तिक थे, मूर्तिभंजक थे। रामकृष्ण परमहंस ने उनसे कहा भी था कि कब तक बुद्धिमान बनकर रहोगे। इस बुद्धि को गिरा दो। समर्पण भाव में आओ तभी सत्य का साक्षात्कार हो सकेगा अन्यथा नहीं। तर्क से सत्य को नहीं जाना जा सकता। विवेक को जागृत करो। विवेकानंद को रामकृष्ण परमहंस की बातें जम गईं। बस तभी से वे विवेकानंद हो गए। फिर उन्होंने कभी अपनी नहीं चलाई। रामकृष्ण परमहंस की ही चली। 6. देश भ्रमण :1886 में रामकृष्ण के निधन के बाद जीवन एवं कार्यों को उन्होंने नया मोड़ दिया। 25 वर्ष की अवस्था में उन्होंने गेरुआ वस्त्र पहन लिया। तत्पश्चात उन्होंने पैदल ही पूरे भारतवर्ष की यात्रा की। गरीब, निर्धन और सामा...

Swami Vivekananda Anmol Vichar:स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार, जो भर देंगे आप में ऊर्जा

आज स्वामी विवेकानंद की जयंती है। आज ही के दिन कोलकाता में 1863 में नरेन्द्रनाथ का जन्म हुआ था, जिन्होंने 25 साल की उम्र में सांसारिक मोह माया त्याग कर सन्यास धारण कर लिया था। उसके बाद नरेंद्र नाथ का नाम विवेकानंद पड़ गया। विवेकानंद की मां धार्मिक महिला थीं, जिनका विवेकानंद पर गहरा प्रभाव पड़ा। उनका हिंदू धर्म और आध्यात्म से लगाव इस बात का प्रतीक है। छोटी सी उम्र में ईश्वर की खोज पर निकले विवेकानंद की रामकृष्ण परमहंस से मुलाकात हुई तो उन्हें ईश्वर का ज्ञान हुआ। विवेकानंद विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु बन गए। उन्हें अमेरिका के शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद में बुलाया गया, जहां उन्होंने ऐतिहासिक भाषण दिया। करोड़ों लोग उन्हें अपना आदर्श मानने लगे और आज भी उनके विचारों का अनुसरण करते हैं। स्वामी विवेकानंद के विचारों को आत्मसात करके सुखी और सफल जीवन व्यतीत किया जा सकता है। स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के मौके पर जानिए उनके कुछ अनमोल विचारों और जीवन जीने के सूत्र के बारे में। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें लाइफ़स्टाइल जगत (Lifestylesection) की अन्य खबरें जैसे हेल्थ एंड फिटनेस न्यूज़(Health and fitness news), लाइव फैशन न्यूज़, (live fashion news) लेटेस्ट फूड न्यूज़ इन हिंदी , (latest food news) रिलेशनशिप न्यूज़(relationship news in Hindi) और यात्रा(travel news in Hindi) आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़ ( रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Disclaimer हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल प...

Swami Vivekananda Quotes In Hindi 2022 स्वामी विवेकानंद के ये कोट्स सिखाते हैं जीवन जीने का तरीका

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