Swar kitne hote hain

  1. स्वर के कितने भेद होते हैं
  2. Dirgh Swar Kitne Hote Hain
  3. स्वर के कितने भेद होते हैं Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain
  4. हिंदी में स्वर कितने होते हैं
  5. स्वर के कितने भेद होते हैं
  6. हिंदी में स्वर कितने होते हैं
  7. स्वर के कितने भेद होते हैं Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain
  8. Dirgh Swar Kitne Hote Hain
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स्वर के कितने भेद होते हैं

1.5. Disclaimer स्वर के कितने भेद होते हैं। Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain स्वर-जिन वर्णों को बिना किसी अन्य वर्ण की सहायता से बोला जाता है उन्हें स्वर कहते हैं। स्वरों का उच्चारण स्वतंत्र रूप से होता है। हिंदी भाषा में ग्यारह (11) स्वर होते हैं, जिन्हें स्वरमाला भी कहते हैं-अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ जैसा की आप सभी जानते हैं कि हिन्दी भाषा में स्वरों की संख्या 11 होती है जो निम्नलिखित है- (अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ) इन्ही 11 स्वरों के उच्चारण में लगने वाले समय के आधार पर • ह्रस्व स्वर • दीर्घ स्वर • प्लुत स्वर Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain ह्रस्व स्वर किसे कहते हैं जिन स्वरों के उच्चारण में सबसे कम समय लगता है, उन्हें ह्रस्व स्वर कहते हैं। इन्हें मूल स्वर भी कहा जाता है। ये चार होते हैं- अ, इ, उ तथा ऋ दीर्घ स्वर-स्वर किसे कहते हैं जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वर से दोगुना समय लगता है, उन्हें वीर्घ स्वर कहते हैं। दीर्घ स्वर को संख्या सात होती हैं- आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ तथा औ प्लुत स्वर-स्वर किसे कहते हैं जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वर से तीन गुना समय लगता है, उन्हें प्लुत स्वर कहते हैं। इसका चिह्न (ऽ) है, इसका प्रयोग प्रायः पुकारने, रोने या जोर-से गाते समय किया जाता है; जैसे-ओऽम, आऽऽ आदि। Conclusion: इस आर्टिकल में आपने पढ़ा कि Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain हमें उम्मीद है कि आपको यह आवश्य समझ आया होगा की स्वर के कितने भेद होते हैं, इस लेख के बारे में अपने विचार आवश्य कमेंट करें। इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ते रहने के लिए the eNotes के WhatsApp ब्रॉडकास्ट को सब्सक्राइब कीजिये। • Blood Donation Drive Success || Anchal Sharma • अपना आधा जन्मदिन कैसे पता करें • ऊत...

Dirgh Swar Kitne Hote Hain

आज हम इस पोस्ट में दीर्घ स्वर कितने होते हैं ( दीर्घ स्वर के बारे में सर्च कर रहे हैं, और दीर्घ स्वर संधि के उदाहरण के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो ये आर्टिकल निचे तक अवश्य ही पढ़ें। दीर्घ स्वर के बारे में बताने से पहले हम आपको पहले स्वर के बारे में बता दें चाहते हैं। क्यूंकि दीर्घ स्वर के ही तीन भेद में से एक भेद हैं। वो सभी स्वर के उच्चारण में तालु, कंठ का प्रयोग किया जाता हैं, स्वर को उच्चारित करते समय जिह्व/जीभ या होठ का प्रयोग नहीं होता हैं। हम आपको बता दें की, हिंदी वर्णमाला में कुल 16 स्वर होते हैं जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं जैसे: अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अः, ऋ, ॠ, ऌ और ॡ। • 1 Dirgh Swar Kitne Hote Hain • 2 दीर्घ स्वर संधि के उदाहरण • 3 Last Word: Dirgh Swar Kitne Hote Hain वे सभी स्वर जिनको उच्चारित करने वक़्त में आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, और औ। हम आपको ये भी बताना चाहेंगे की, बहुत सरे लोग दीर्घ जैसा के हमने आपको ऊपर में ही बताया की, हिंदी व्याकरण के पुस्तकों के आधार पर,दीर्घ स्वरों की कुल संख्या सात की होती हैं। साथ ही हम आपको बता दें की, हिंदी वर्णमाला में टोटल 11 स्वर होते हैं, और उनमें से आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ और औ यानि की कुल चार (7) दीर्घ दीर्घ स्वर कितने होते हैं अ + अ = आ इ + इ = ई उ + उ = ऊ अ + इ = ए अ + ए = ऐ अ + उ = ओ अ + ओ = औ दीर्घ स्वर संधि के उदाहरण जैसे की, आपको पता ही है की, आ का मात्रा ा जैसे काम। वहीं ई का मात्रा ी है जैसे की इसका उदाहरण में से एक खीर हैं। और ऊ का मात्रा ू है जैसे की इसका उदाहरण में से एक भूल हैं। एवं ए का मात्रा े है जैसे की इसका उदाहरण में से एक केश होता हैं। वहीं ऐ का मात्रा ै है जैसे की इसका उदाहरण में से एक दै...

स्वर के कितने भेद होते हैं Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain

नमस्कार दोस्तों, अगर आप इंटरनेट पर स्वर के कितने भेद होते हैं? Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain? Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain? हिंदी में प्राचीन समय में अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ – ऋ, लृ और लृृृृ। लेकिन अभी के समय में हिंदी भाषा में स्वरों की कुल संख्या 11 है। जो की निम्नलिखित हैं अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ और औ हैं। हम आपको बताना चाहेंगे की, प्राथमिक स्तर के वर्णमाला के पुस्तकों / किताबों में स्वरों की संख्या 13 लिखा जाता है। जो की निम्न हैं, अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, अं और अः, आपको ये बता दे के ये सही नहीं है। • 1 Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain • 2 स्वर के कितने भेद होते हैं • 3 होंठों के आधार पर स्वरों के प्रकार • 4 स्वर की मात्राएँ — Swar Ki Matra • 5 स्वर से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ • 6 Swar In Hindi • 7 Last Word: Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain स्वर के कितने भेद होते हैं? या स्वर कितने प्रकार के होते हैं? के बारे में बताने से पहले हम आपको स्वर की एक छोटी सी परिभाषा बताना चाहेंगे, वो सभी वर्णों जिनके उच्चारण के लिए किसी दूसरे एक और बात आप हमेशा याद रखें कि वर्तमान में किसी भी इम्तिहान अथवा परीक्षा में अगर आपसे पूछा जायें कि, हिंदी भाषा में कुल कितने स्वर हैं? या स्वर के कितने भेद होते हैं? स्वर के कितने भेद होते हैं? अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, अं और अः निम्नलिखित हैं। Read Also: स्वर के कितने भेद होते हैं स्वर कितने प्रकार के होते हैं? तो इसका सही उत्तर हैं की, उच्चारण के लिए लगने वाले वक़्त के आधार पर स्वर कुल तीन प्रकार के होते हैं जो निम्नलिखित हैं। स्वर कितने प्रकार के होते हैं? • हृस्व स्वर अथवा एक मात्रिक स्वर। • दीर्घ स्वर अथवा द्विमात्रि...

हिंदी में स्वर कितने होते हैं

स्वर की परिभाषा (swar ki paribhasha) जिन स्वर कहते हैं . अर्थात ऐसी ध्वनियां जिनका उच्चारण करते समय फेफड़ों से निकलने वाली वायु कंठ से सीधे बाहर आ जाती है स्वर कहलाती है। जैसे – अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, ऋ । इस प्रकार हम लोगों ने स्वर की परिभाषा को समझा परंतु अक्सर यह संदेह बना रहता है कि हिंदी वर्णमाला में कितने स्वर होते हैं ? चलिए इसको समझते हैं । भारत सरकार द्वारा स्वीकृत हिंदी के मानक वर्णमाला में स्वरों की संख्या ग्यारह है जिसमें ॠ को भी शामिल किया गया है। हिंदी में ॠ को अर्ध स्वर माना जाता है। पारंपरिक हिंदी वर्णमाला में स्वरों की संख्या 13 होती थी परंतु हिन्दी भाषा में प्रायः ॠ और ऌ का प्रयोग अब नहीं होता है। अं और अः की गिनती न तो स्वर में होती है और न ही आइये यहाँ पर हम स्वर कितने प्रकार के होते हैं (swar kitne prakar ke hote hain) उच्चारण के आधार पर स्वर तीन प्रकार के होते हैं – • ह्रस्व स्वर (एकमात्रिक) • दीर्घ स्वर (द्विमात्रिक) • प्लुत स्वर (त्रिमात्रिक) चलिए इन स्वर (hindi swar) के प्रकार को विस्तार से समझते हैं। ह्रस्व स्वर : जिन स्वरों के बोलने में अन्य स्वरों की अपेक्षा कम समय लगता है उन्हें ह्रस्व स्वर कहते हैं । ह्रस्व स्वरों की संख्या 4 है – अ, इ, उ, ऋ । इन्हें मूल स्वर भी कहते हैं। इनके उच्चारण में एक मात्रा का समय लगता है। यह एकमात्रिक स्वर होता है । दीर्घ स्वर: जीन स्वरों के बोलने में ह्रस्व स्वरों की अपेक्षा अधिक समय लगता है उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं। दीर्घ स्वरों की संख्या 7 है – आ, ई, ऊ, ए,ऐ,ओ,औ । इनके उच्चारण में एक मात्रा का दूना समय लगता है इसलिए इसे द्विमात्रिक स्वर भी कहते हैं । प्लुत स्वर : जिन स्वरों को बोलने में दीर्घ स्वर से भी अधिक...

स्वर के कितने भेद होते हैं

1.5. Disclaimer स्वर के कितने भेद होते हैं। Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain स्वर-जिन वर्णों को बिना किसी अन्य वर्ण की सहायता से बोला जाता है उन्हें स्वर कहते हैं। स्वरों का उच्चारण स्वतंत्र रूप से होता है। हिंदी भाषा में ग्यारह (11) स्वर होते हैं, जिन्हें स्वरमाला भी कहते हैं-अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ जैसा की आप सभी जानते हैं कि हिन्दी भाषा में स्वरों की संख्या 11 होती है जो निम्नलिखित है- (अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ) इन्ही 11 स्वरों के उच्चारण में लगने वाले समय के आधार पर • ह्रस्व स्वर • दीर्घ स्वर • प्लुत स्वर Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain ह्रस्व स्वर किसे कहते हैं जिन स्वरों के उच्चारण में सबसे कम समय लगता है, उन्हें ह्रस्व स्वर कहते हैं। इन्हें मूल स्वर भी कहा जाता है। ये चार होते हैं- अ, इ, उ तथा ऋ दीर्घ स्वर-स्वर किसे कहते हैं जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वर से दोगुना समय लगता है, उन्हें वीर्घ स्वर कहते हैं। दीर्घ स्वर को संख्या सात होती हैं- आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ तथा औ प्लुत स्वर-स्वर किसे कहते हैं जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वर से तीन गुना समय लगता है, उन्हें प्लुत स्वर कहते हैं। इसका चिह्न (ऽ) है, इसका प्रयोग प्रायः पुकारने, रोने या जोर-से गाते समय किया जाता है; जैसे-ओऽम, आऽऽ आदि। Conclusion: इस आर्टिकल में आपने पढ़ा कि Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain हमें उम्मीद है कि आपको यह आवश्य समझ आया होगा की स्वर के कितने भेद होते हैं, इस लेख के बारे में अपने विचार आवश्य कमेंट करें। इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ते रहने के लिए the eNotes के WhatsApp ब्रॉडकास्ट को सब्सक्राइब कीजिये। • Blood Donation Drive Success || Anchal Sharma • अपना आधा जन्मदिन कैसे पता करें • ऊत...

हिंदी में स्वर कितने होते हैं

स्वर की परिभाषा (swar ki paribhasha) जिन स्वर कहते हैं . अर्थात ऐसी ध्वनियां जिनका उच्चारण करते समय फेफड़ों से निकलने वाली वायु कंठ से सीधे बाहर आ जाती है स्वर कहलाती है। जैसे – अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, ऋ । इस प्रकार हम लोगों ने स्वर की परिभाषा को समझा परंतु अक्सर यह संदेह बना रहता है कि हिंदी वर्णमाला में कितने स्वर होते हैं ? चलिए इसको समझते हैं । भारत सरकार द्वारा स्वीकृत हिंदी के मानक वर्णमाला में स्वरों की संख्या ग्यारह है जिसमें ॠ को भी शामिल किया गया है। हिंदी में ॠ को अर्ध स्वर माना जाता है। पारंपरिक हिंदी वर्णमाला में स्वरों की संख्या 13 होती थी परंतु हिन्दी भाषा में प्रायः ॠ और ऌ का प्रयोग अब नहीं होता है। अं और अः की गिनती न तो स्वर में होती है और न ही आइये यहाँ पर हम स्वर कितने प्रकार के होते हैं (swar kitne prakar ke hote hain) उच्चारण के आधार पर स्वर तीन प्रकार के होते हैं – • ह्रस्व स्वर (एकमात्रिक) • दीर्घ स्वर (द्विमात्रिक) • प्लुत स्वर (त्रिमात्रिक) चलिए इन स्वर (hindi swar) के प्रकार को विस्तार से समझते हैं। ह्रस्व स्वर : जिन स्वरों के बोलने में अन्य स्वरों की अपेक्षा कम समय लगता है उन्हें ह्रस्व स्वर कहते हैं । ह्रस्व स्वरों की संख्या 4 है – अ, इ, उ, ऋ । इन्हें मूल स्वर भी कहते हैं। इनके उच्चारण में एक मात्रा का समय लगता है। यह एकमात्रिक स्वर होता है । दीर्घ स्वर: जीन स्वरों के बोलने में ह्रस्व स्वरों की अपेक्षा अधिक समय लगता है उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं। दीर्घ स्वरों की संख्या 7 है – आ, ई, ऊ, ए,ऐ,ओ,औ । इनके उच्चारण में एक मात्रा का दूना समय लगता है इसलिए इसे द्विमात्रिक स्वर भी कहते हैं । प्लुत स्वर : जिन स्वरों को बोलने में दीर्घ स्वर से भी अधिक...

स्वर के कितने भेद होते हैं Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain

नमस्कार दोस्तों, अगर आप इंटरनेट पर स्वर के कितने भेद होते हैं? Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain? Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain? हिंदी में प्राचीन समय में अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ – ऋ, लृ और लृृृृ। लेकिन अभी के समय में हिंदी भाषा में स्वरों की कुल संख्या 11 है। जो की निम्नलिखित हैं अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ और औ हैं। हम आपको बताना चाहेंगे की, प्राथमिक स्तर के वर्णमाला के पुस्तकों / किताबों में स्वरों की संख्या 13 लिखा जाता है। जो की निम्न हैं, अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, अं और अः, आपको ये बता दे के ये सही नहीं है। • 1 Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain • 2 स्वर के कितने भेद होते हैं • 3 होंठों के आधार पर स्वरों के प्रकार • 4 स्वर की मात्राएँ — Swar Ki Matra • 5 स्वर से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ • 6 Swar In Hindi • 7 Last Word: Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain स्वर के कितने भेद होते हैं? या स्वर कितने प्रकार के होते हैं? के बारे में बताने से पहले हम आपको स्वर की एक छोटी सी परिभाषा बताना चाहेंगे, वो सभी वर्णों जिनके उच्चारण के लिए किसी दूसरे एक और बात आप हमेशा याद रखें कि वर्तमान में किसी भी इम्तिहान अथवा परीक्षा में अगर आपसे पूछा जायें कि, हिंदी भाषा में कुल कितने स्वर हैं? या स्वर के कितने भेद होते हैं? स्वर के कितने भेद होते हैं? अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, अं और अः निम्नलिखित हैं। Read Also: स्वर के कितने भेद होते हैं स्वर कितने प्रकार के होते हैं? तो इसका सही उत्तर हैं की, उच्चारण के लिए लगने वाले वक़्त के आधार पर स्वर कुल तीन प्रकार के होते हैं जो निम्नलिखित हैं। स्वर कितने प्रकार के होते हैं? • हृस्व स्वर अथवा एक मात्रिक स्वर। • दीर्घ स्वर अथवा द्विमात्रि...

Dirgh Swar Kitne Hote Hain

आज हम इस पोस्ट में दीर्घ स्वर कितने होते हैं ( दीर्घ स्वर के बारे में सर्च कर रहे हैं, और दीर्घ स्वर संधि के उदाहरण के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो ये आर्टिकल निचे तक अवश्य ही पढ़ें। दीर्घ स्वर के बारे में बताने से पहले हम आपको पहले स्वर के बारे में बता दें चाहते हैं। क्यूंकि दीर्घ स्वर के ही तीन भेद में से एक भेद हैं। वो सभी स्वर के उच्चारण में तालु, कंठ का प्रयोग किया जाता हैं, स्वर को उच्चारित करते समय जिह्व/जीभ या होठ का प्रयोग नहीं होता हैं। हम आपको बता दें की, हिंदी वर्णमाला में कुल 16 स्वर होते हैं जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं जैसे: अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अः, ऋ, ॠ, ऌ और ॡ। • 1 Dirgh Swar Kitne Hote Hain • 2 दीर्घ स्वर संधि के उदाहरण • 3 Last Word: Dirgh Swar Kitne Hote Hain वे सभी स्वर जिनको उच्चारित करने वक़्त में आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, और औ। हम आपको ये भी बताना चाहेंगे की, बहुत सरे लोग दीर्घ जैसा के हमने आपको ऊपर में ही बताया की, हिंदी व्याकरण के पुस्तकों के आधार पर,दीर्घ स्वरों की कुल संख्या सात की होती हैं। साथ ही हम आपको बता दें की, हिंदी वर्णमाला में टोटल 11 स्वर होते हैं, और उनमें से आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ और औ यानि की कुल चार (7) दीर्घ दीर्घ स्वर कितने होते हैं अ + अ = आ इ + इ = ई उ + उ = ऊ अ + इ = ए अ + ए = ऐ अ + उ = ओ अ + ओ = औ दीर्घ स्वर संधि के उदाहरण जैसे की, आपको पता ही है की, आ का मात्रा ा जैसे काम। वहीं ई का मात्रा ी है जैसे की इसका उदाहरण में से एक खीर हैं। और ऊ का मात्रा ू है जैसे की इसका उदाहरण में से एक भूल हैं। एवं ए का मात्रा े है जैसे की इसका उदाहरण में से एक केश होता हैं। वहीं ऐ का मात्रा ै है जैसे की इसका उदाहरण में से एक दै...

Dirgh Swar Kitne Hote Hain

आज हम इस पोस्ट में दीर्घ स्वर कितने होते हैं ( दीर्घ स्वर के बारे में सर्च कर रहे हैं, और दीर्घ स्वर संधि के उदाहरण के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो ये आर्टिकल निचे तक अवश्य ही पढ़ें। दीर्घ स्वर के बारे में बताने से पहले हम आपको पहले स्वर के बारे में बता दें चाहते हैं। क्यूंकि दीर्घ स्वर के ही तीन भेद में से एक भेद हैं। वो सभी स्वर के उच्चारण में तालु, कंठ का प्रयोग किया जाता हैं, स्वर को उच्चारित करते समय जिह्व/जीभ या होठ का प्रयोग नहीं होता हैं। हम आपको बता दें की, हिंदी वर्णमाला में कुल 16 स्वर होते हैं जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं जैसे: अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अः, ऋ, ॠ, ऌ और ॡ। • 1 Dirgh Swar Kitne Hote Hain • 2 दीर्घ स्वर संधि के उदाहरण • 3 Last Word: Dirgh Swar Kitne Hote Hain वे सभी स्वर जिनको उच्चारित करने वक़्त में आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, और औ। हम आपको ये भी बताना चाहेंगे की, बहुत सरे लोग दीर्घ जैसा के हमने आपको ऊपर में ही बताया की, हिंदी व्याकरण के पुस्तकों के आधार पर,दीर्घ स्वरों की कुल संख्या सात की होती हैं। साथ ही हम आपको बता दें की, हिंदी वर्णमाला में टोटल 11 स्वर होते हैं, और उनमें से आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ और औ यानि की कुल चार (7) दीर्घ दीर्घ स्वर कितने होते हैं अ + अ = आ इ + इ = ई उ + उ = ऊ अ + इ = ए अ + ए = ऐ अ + उ = ओ अ + ओ = औ दीर्घ स्वर संधि के उदाहरण जैसे की, आपको पता ही है की, आ का मात्रा ा जैसे काम। वहीं ई का मात्रा ी है जैसे की इसका उदाहरण में से एक खीर हैं। और ऊ का मात्रा ू है जैसे की इसका उदाहरण में से एक भूल हैं। एवं ए का मात्रा े है जैसे की इसका उदाहरण में से एक केश होता हैं। वहीं ऐ का मात्रा ै है जैसे की इसका उदाहरण में से एक दै...

स्वर के कितने भेद होते हैं

1.5. Disclaimer स्वर के कितने भेद होते हैं। Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain स्वर-जिन वर्णों को बिना किसी अन्य वर्ण की सहायता से बोला जाता है उन्हें स्वर कहते हैं। स्वरों का उच्चारण स्वतंत्र रूप से होता है। हिंदी भाषा में ग्यारह (11) स्वर होते हैं, जिन्हें स्वरमाला भी कहते हैं-अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ जैसा की आप सभी जानते हैं कि हिन्दी भाषा में स्वरों की संख्या 11 होती है जो निम्नलिखित है- (अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ) इन्ही 11 स्वरों के उच्चारण में लगने वाले समय के आधार पर • ह्रस्व स्वर • दीर्घ स्वर • प्लुत स्वर Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain ह्रस्व स्वर किसे कहते हैं जिन स्वरों के उच्चारण में सबसे कम समय लगता है, उन्हें ह्रस्व स्वर कहते हैं। इन्हें मूल स्वर भी कहा जाता है। ये चार होते हैं- अ, इ, उ तथा ऋ दीर्घ स्वर-स्वर किसे कहते हैं जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वर से दोगुना समय लगता है, उन्हें वीर्घ स्वर कहते हैं। दीर्घ स्वर को संख्या सात होती हैं- आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ तथा औ प्लुत स्वर-स्वर किसे कहते हैं जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वर से तीन गुना समय लगता है, उन्हें प्लुत स्वर कहते हैं। इसका चिह्न (ऽ) है, इसका प्रयोग प्रायः पुकारने, रोने या जोर-से गाते समय किया जाता है; जैसे-ओऽम, आऽऽ आदि। Conclusion: इस आर्टिकल में आपने पढ़ा कि Sawar Ke Kitne Bhed Hote Hain हमें उम्मीद है कि आपको यह आवश्य समझ आया होगा की स्वर के कितने भेद होते हैं, इस लेख के बारे में अपने विचार आवश्य कमेंट करें। इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ते रहने के लिए the eNotes के WhatsApp ब्रॉडकास्ट को सब्सक्राइब कीजिये। • Blood Donation Drive Success || Anchal Sharma • अपना आधा जन्मदिन कैसे पता करें • ऊत...