ताप बढ़ाने पर किसी चालक का विद्युत प्रतिरोध

  1. प्रतिरोध और चालकता किसे कहते हैं, परिभाषा, मात्रक, ताप पर निर्भरता, resistance in hindi
  2. विद्युत प्रतिरोध
  3. Bihar Board Class 10 Science Solutions Chapter 12 विद्युत
  4. UP Board Solutions for Class 10 Science Chapter 12 Electricity – UP Board Solutions
  5. NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 12 Electricity (Hindi Medium)
  6. NCERT Solutions Class 10 विज्ञान Chapter
  7. प्रतिरोध और चालकता किसे कहते हैं, परिभाषा, मात्रक, ताप पर निर्भरता, resistance in hindi
  8. NCERT Solutions Class 10 विज्ञान Chapter
  9. विद्युत प्रतिरोध
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प्रतिरोध और चालकता किसे कहते हैं, परिभाषा, मात्रक, ताप पर निर्भरता, resistance in hindi

जब किसी चालक तार में विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है। तो चालक तार में कुछ बाधाएं (barrier) आ जाती हैं। जो विद्युत धारा के चलने की दिशा का विरोध करती है। ये बाधाएं ही प्रतिरोध कहलाती हैं। प्रतिरोध की परिभाषा जब किसी चालक तार के सिरों पर विभवांतर लगाया जाता है। तो उसमें विद्युत धारा बहने लगती है। अर्थात् ” किसी चालक के सिरों पर लगाया गया विभवांतर तथा उसमें प्रवाहित धारा के अनुपात को उस चालक का प्रतिरोध कहते हैं। “ यदि चालक के सिरों पर V विभवांतर लगाने पर चालक में प्रवाहित धारा i हो तथा प्रतिरोध R हो तो प्रतिरोध की परिभाषा से \footnotesize \boxed पढ़ें… प्रतिरोध का मात्रक प्रतिरोध का एस० आई० मात्रक ओम होता है। जिसे ग्रीक अक्षर Ω (ओमेगा) से प्रदर्शित करते हैं। अथवा सूत्र R = \large \frac ओम = किग्रा-मीटर 2 -सेकेंड -3-एम्पीयर -2 अतः प्रतिरोध की विमा = [ML 2T -3A -2] है। प्रतिरोध किस ताप पर निर्भरता किसी चालक तार का ताप बढ़ाने पर उसका प्रतिरोध बढ़ जाता है। ओम के नियम से चालक का प्रतिरोध R = \large \frac ओम -1 (Ω -1) शेयर करें…

विद्युत प्रतिरोध

किसी चालक में विद्युत आवेशों के प्रवाह में उत्पन्न बाधा को विद्युत प्रतिरोध कहते है। प्रतिरोध पदार्थ का एक गुणधर्म है जो किसी चालक में विद्युत धारा अथवा इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह का विरोध करता है। विद्युत प्रतिरोध का SI मात्रक ओम है। इसे प्रतीक Ω से प्रदर्शित किया जाता है। प्रतिरोध की निर्भरता (Dependence of resistance) किसी चालक का प्रतिरोध निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करता – (1) चालक की लंबाई पर (2) चालक के अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल पर (3) चालक के पदार्थ की प्रकृति पर किसी चालक का प्रतिरोध उसकी लंबाई (L) के अनुक्रमानुपाती तथा उसके अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल (A) के व्युत्क्रमानुपाती होता है। अर्थात $$R = \frac$$ जहाँ -e = इलेक्ट्रॉन का आवेश m = इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान n = चालक में प्रति एकांक आयतन मुक्त इलेक्ट्रॉनों की संख्या \(\tau\) = विश्रांति काल

Bihar Board Class 10 Science Solutions Chapter 12 विद्युत

Chapter 12 विद्युत – Bihar Board Class 10 Science Solutions Chapter 12 विद्युत प्रश्न 1. विद्युत परिपथ का क्या अर्थ है? उत्तर: किसी विद्युत धारा के सतत तथा बंद पथ को विद्युत परिपथ कहते हैं। प्रश्न 2. विद्युत धारा के मात्रक की परिभाषा लिखिए। उत्तर: विद्युत धारा का S.I. मात्रक ऐम्पियर है। 1 ऐम्पियर को निम्नवत् परिभाषित किया जा सकता है-“यदि किसी चालक में1 सेकण्ड में1 कूलॉम आवेश प्रवाहित होता है तो उत्पन्न विद्युत धारा का मान1 ऐम्पियर होगा।” Bihar Board Class 10 Science Solutions Chapter 12 विद्युत प्रश्न 3. एक कूलॉम आवेश की रचना करने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या परिकलित कीजिए। हल: हम जानते हैं कि एक इलेक्ट्रॉन पर आवेश होता है = 1.6 x 10-19C माना 1 कूलॉम आवेश में इलेक्ट्रॉनों की संख्या = n ∴ ne = 1C ⇒ n x 1.6 x 10-19 C = 1C Bihar Board Class 10 Science Solutions Chapter 12 विद्युत उत्तर: n = 6.25 x 1018 इलेक्ट्रॉन अनुच्छेद 12.2 पर आधारित प्रश्न 1. उस युक्ति का नाम लिखिए जो किसी चालक के सिरों पर विभवांतर बनाए रखने में सहायता करती है। उत्तर: उस युक्ति का नाम विद्युत सेल है जो किसी चालक के सिरों पर विभवांतर बनाए रखने में सहायता करती है। प्रश्न 2. यह कहने का क्या तात्पर्य है कि दो बिंदुओं के बीच विभवांतर 1 v है? उत्तर: दो बिंदुओं के बीच विभवांतर 17 है कथन का तात्पर्य है कि “प्रति कूलॉम आवेश के प्रवाहित होने पर कार्य करने की दर 1 जूल है।” प्रश्न 3. 6 Vबैटरी से गुजरने वाले हर एक कूलॉम आवेश को कितनी ऊर्जा दी जाती है? हल: हम जानते हैं – W = V x Q W = 6 x 1 W = 6 जूल अनुच्छेद 12.3से 12.5 पर आधारित प्रश्न 1. किसी चालक का प्रतिरोध किन कारकों पर निर्भर करता है? उत्तर: किसी चालक का प्रतिरोध...

UP Board Solutions for Class 10 Science Chapter 12 Electricity – UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 10 Science Chapter 12 Electricity (विद्युत) These Solutions are part of पाठगत हल प्रश्न [NCERT IN-TEXT QUESTIONS SOLVED] खण्ड 12.1 (पृष्ठ संख्या 222) प्रश्न 1. विद्युत परिपथ का क्या अर्थ है? उत्तर किसी विद्युत धारा के सतत् तथा बंद पथ को विद्युत परिपथ कहते हैं। इससे विद्युत धारा प्रवाहित हो सकती है परंतु यदि परिपथ कहीं से टूट जाए या स्विच ऑफ कर दिया जाए, तो धारा का प्रवाह बंद हो जाता है। प्रश्न 2. विद्युत धारा के मात्रक की परिभाषा लिखिए। उत्तर विद्युत धारा का SI मात्रक (UPBoardSolutions.com) ऐम्पियर है। यदि किसी चालक से प्रति सेकंड 1 कूलॉम आवेश प्रवाहित होता है, तो विद्युत धारा का मान 1 ऐम्पियर कहलाता है। अतः प्रश्न 3. एक कूलॉम आवेश की रचना करने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या परिकलित कीजिए। उत्तर हमें ज्ञात है कि 1 इलेक्ट्रॉन पर आवेश का मान e = 1.6 x 10 -19C होता है। अतः 1C आवेश की रचना करने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या (n) = [latex s=2]\frac [/latex] जैसे-जैसे तार की मोटाई बढ़ेगी (अर्थात् तार का व्यास बढ़ेगा) अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल भी बढ़ेगा और तार के प्रतिरोध का मान कम हो जाएगा। (e) विद्युत संचारण के लिए प्राय: कॉपर (UPBoardSolutions.com) तथा ऐलुमिनियम के तारों का उपयोग करते हैं क्योंकि • ये विद्युत के बहुत अच्छे चालक हैं। • इनकी प्रतिरोधकता बहुत कम है, जिसके कारण तार जल्द गर्म नहीं होते हैं। • इनसे सुगमतापूर्वक तार बनाए जा सकते हैं। Hope given If you have any doubts, please comment below. Categories Post navigation

NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 12 Electricity (Hindi Medium)

अध्याय-समीक्षा • कांच कि छड को जब रेशम के धागे से रगडा जाता है तो इससे प्राप्त आवेश को धन आवेश कहते हैं| • एबोनाईट कि छड को ऊन के धागे से रगडा जाता है तो इस प्रकार प्राप्त आवेश को ऋण आवेश कहा जाता है | • इलेक्ट्रानों कि कमी के कारण धन आवेश उत्पन्न होता है | • इलेक्ट्रानों कि अधिकता से ऋण आवेश उत्पन्न होता है | • समान आवेश एक दुसरे को प्रतिकर्षित करती हैं | • असमान आवेश एकदूसरे को आकर्षित करती हैं | • जब विद्युत आवेश विराम कि स्थिति में रहती हैं तो इसे स्थैतिक विद्युत कहते हैं | • जब विद्युत आवेश गति में होता है तो इसे धारा विद्युत कहते हैं | • विद्युत आवेश के बहाव को विद्युत धारा कहते है | • विद्युत धारा किसी चालक/तार से होकर बहता है | • विद्युत धारा एक सदिश राशि है | • इलेक्ट्रोंस बैटरी के ऋणात्मक टर्मिनल पर ऋण आवेश के द्वारा प्रतिकर्षित होते हैं तथा धन टर्मिनल पर धन आवेश पर आकर्षित होते हैं | इसलिए इलेक्ट्रोंस ऋण टर्मिनल से धन टर्मिनल की ओर प्रवाहित होते हैं | • वे पदार्थ जो अपने से होकर विद्युत आवेश को आसानी से प्रवाहित होने देते हैं चालक कहलाते हैं | उदाहरण : तांबा, सिल्वर, एल्युमीनियम इत्यादि | • अच्छे चालक धारा के प्रवाह का कम प्रतिरोध करते हैं | • कुचालकों का धारा के प्रवाह की प्रतिरोधकता बहुत अधिक होती है | • वे पदार्थ जो अपने से होकर विद्युत धारा को प्रवाहित नहीं होने देते हैं वे पदार्थ विद्युत के कुचालक कहलाते हैं | उदाहरण : रबड़, प्लास्टिक, एबोनाईट और काँच इत्यादि | • चालकता किसी चालक का वह गुण है जिससे यह अपने अंदर विद्युत आवेश को प्रवाहित होने देते हैं | • अतिचालकता किसी चालक में होने वाली वह परिघटना है जिसमें वह बहुत कम ताप पर बिल्कुल शून्य विद्युत प्रतिरोध कर...

NCERT Solutions Class 10 विज्ञान Chapter

Class 10 विज्ञान पाठ-12 (विद्युत) अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर पाठ-12 (विद्युत) पाठगत हल प्रश्न [NCERT IN-TEXT QUESTIONS SOLVED] खण्ड 12.1 प्रश्न 1. विद्युत परिपथ का क्या अर्थ है? उत्तर किसी विद्युत धारा के सतत् तथा बंद पथ को विद्युत परिपथ कहते हैं। इससे विद्युत धारा प्रवाहित हो सकती है परंतु यदि परिपथ कहीं से टूट जाए या स्विच ऑफ कर दिया जाए, तो धारा का प्रवाह बंद हो जाता है। प्रश्न 2. विद्युत धारा के मात्रक की परिभाषा लिखिए। उत्तर विद्युत धारा का SI मात्रक ऐम्पियर है। यदि किसी चालक से प्रति सेकंड 1 कूलॉम आवेश प्रवाहित होता है, तो विद्युत धारा का मान 1 ऐम्पियर कहलाता है। अतः प्रश्न 3. एक कूलॉम आवेश की रचना करने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या परिकलित कीजिए। उत्तर हमें ज्ञात है कि 1 इलेक्ट्रॉन पर आवेश का मान e = 1.6 x 10 -19 C होता है। अतः 1C आवेश की रचना करने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या (n) = = 6.25×10 -18 इलेक्ट्रॉन खण्ड 12.2 प्रश्न 1. उस युक्ति का नाम लिखिए जो किसी चालक के सिरों पर विभवांतर बनाए रखने में सहायता करती है। उत्तर चालक के सिरों पर विभवांतर बनाए रखने वाली उस युक्ति का नाम बैट्री है, जो एक या अधिक विद्युत सेलों से बनी होती है। प्रश्न 2. यह कहने का क्या तात्पर्य है कि दो बिंदुओं के बीच विभवांतर 1V है? उत्तर जब हम कहते हैं दो बिंदुओं के बीच विभवांतर 1V है, तो इसका यह तात्पर्य है कि एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक 1 कूलॉम (1C) आवेश को ले जाने में 1 जूल (1J) कार्य करना पड़ेगा। प्रश्न 3. 6V बैट्री से गुजरने वाले हर एक कूलॉम आवेश को कितनी ऊर्जा दी जाती है? उत्तर आवेश (Q) = 1C, विभवांतर (V) = 6V ∴ प्रत्येक आवेश को दी गई ऊर्जा = किया गया कार्य (W) = Q.V = 6V x 1C = 6J ...

प्रतिरोध और चालकता किसे कहते हैं, परिभाषा, मात्रक, ताप पर निर्भरता, resistance in hindi

जब किसी चालक तार में विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है। तो चालक तार में कुछ बाधाएं (barrier) आ जाती हैं। जो विद्युत धारा के चलने की दिशा का विरोध करती है। ये बाधाएं ही प्रतिरोध कहलाती हैं। प्रतिरोध की परिभाषा जब किसी चालक तार के सिरों पर विभवांतर लगाया जाता है। तो उसमें विद्युत धारा बहने लगती है। अर्थात् ” किसी चालक के सिरों पर लगाया गया विभवांतर तथा उसमें प्रवाहित धारा के अनुपात को उस चालक का प्रतिरोध कहते हैं। “ यदि चालक के सिरों पर V विभवांतर लगाने पर चालक में प्रवाहित धारा i हो तथा प्रतिरोध R हो तो प्रतिरोध की परिभाषा से \footnotesize \boxed पढ़ें… प्रतिरोध का मात्रक प्रतिरोध का एस० आई० मात्रक ओम होता है। जिसे ग्रीक अक्षर Ω (ओमेगा) से प्रदर्शित करते हैं। अथवा सूत्र R = \large \frac ओम = किग्रा-मीटर 2 -सेकेंड -3-एम्पीयर -2 अतः प्रतिरोध की विमा = [ML 2T -3A -2] है। प्रतिरोध किस ताप पर निर्भरता किसी चालक तार का ताप बढ़ाने पर उसका प्रतिरोध बढ़ जाता है। ओम के नियम से चालक का प्रतिरोध R = \large \frac ओम -1 (Ω -1) शेयर करें…

NCERT Solutions Class 10 विज्ञान Chapter

Class 10 विज्ञान पाठ-12 (विद्युत) अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर पाठ-12 (विद्युत) पाठगत हल प्रश्न [NCERT IN-TEXT QUESTIONS SOLVED] खण्ड 12.1 प्रश्न 1. विद्युत परिपथ का क्या अर्थ है? उत्तर किसी विद्युत धारा के सतत् तथा बंद पथ को विद्युत परिपथ कहते हैं। इससे विद्युत धारा प्रवाहित हो सकती है परंतु यदि परिपथ कहीं से टूट जाए या स्विच ऑफ कर दिया जाए, तो धारा का प्रवाह बंद हो जाता है। प्रश्न 2. विद्युत धारा के मात्रक की परिभाषा लिखिए। उत्तर विद्युत धारा का SI मात्रक ऐम्पियर है। यदि किसी चालक से प्रति सेकंड 1 कूलॉम आवेश प्रवाहित होता है, तो विद्युत धारा का मान 1 ऐम्पियर कहलाता है। अतः प्रश्न 3. एक कूलॉम आवेश की रचना करने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या परिकलित कीजिए। उत्तर हमें ज्ञात है कि 1 इलेक्ट्रॉन पर आवेश का मान e = 1.6 x 10 -19 C होता है। अतः 1C आवेश की रचना करने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या (n) = = 6.25×10 -18 इलेक्ट्रॉन खण्ड 12.2 प्रश्न 1. उस युक्ति का नाम लिखिए जो किसी चालक के सिरों पर विभवांतर बनाए रखने में सहायता करती है। उत्तर चालक के सिरों पर विभवांतर बनाए रखने वाली उस युक्ति का नाम बैट्री है, जो एक या अधिक विद्युत सेलों से बनी होती है। प्रश्न 2. यह कहने का क्या तात्पर्य है कि दो बिंदुओं के बीच विभवांतर 1V है? उत्तर जब हम कहते हैं दो बिंदुओं के बीच विभवांतर 1V है, तो इसका यह तात्पर्य है कि एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक 1 कूलॉम (1C) आवेश को ले जाने में 1 जूल (1J) कार्य करना पड़ेगा। प्रश्न 3. 6V बैट्री से गुजरने वाले हर एक कूलॉम आवेश को कितनी ऊर्जा दी जाती है? उत्तर आवेश (Q) = 1C, विभवांतर (V) = 6V ∴ प्रत्येक आवेश को दी गई ऊर्जा = किया गया कार्य (W) = Q.V = 6V x 1C = 6J ...

विद्युत प्रतिरोध

किसी चालक में विद्युत आवेशों के प्रवाह में उत्पन्न बाधा को विद्युत प्रतिरोध कहते है। प्रतिरोध पदार्थ का एक गुणधर्म है जो किसी चालक में विद्युत धारा अथवा इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह का विरोध करता है। विद्युत प्रतिरोध का SI मात्रक ओम है। इसे प्रतीक Ω से प्रदर्शित किया जाता है। प्रतिरोध की निर्भरता (Dependence of resistance) किसी चालक का प्रतिरोध निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करता – (1) चालक की लंबाई पर (2) चालक के अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल पर (3) चालक के पदार्थ की प्रकृति पर किसी चालक का प्रतिरोध उसकी लंबाई (L) के अनुक्रमानुपाती तथा उसके अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल (A) के व्युत्क्रमानुपाती होता है। अर्थात $$R = \frac$$ जहाँ -e = इलेक्ट्रॉन का आवेश m = इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान n = चालक में प्रति एकांक आयतन मुक्त इलेक्ट्रॉनों की संख्या \(\tau\) = विश्रांति काल

Bihar Board Class 10 Science Solutions Chapter 12 विद्युत

Chapter 12 विद्युत – Bihar Board Class 10 Science Solutions Chapter 12 विद्युत प्रश्न 1. विद्युत परिपथ का क्या अर्थ है? उत्तर: किसी विद्युत धारा के सतत तथा बंद पथ को विद्युत परिपथ कहते हैं। प्रश्न 2. विद्युत धारा के मात्रक की परिभाषा लिखिए। उत्तर: विद्युत धारा का S.I. मात्रक ऐम्पियर है। 1 ऐम्पियर को निम्नवत् परिभाषित किया जा सकता है-“यदि किसी चालक में1 सेकण्ड में1 कूलॉम आवेश प्रवाहित होता है तो उत्पन्न विद्युत धारा का मान1 ऐम्पियर होगा।” Bihar Board Class 10 Science Solutions Chapter 12 विद्युत प्रश्न 3. एक कूलॉम आवेश की रचना करने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या परिकलित कीजिए। हल: हम जानते हैं कि एक इलेक्ट्रॉन पर आवेश होता है = 1.6 x 10-19C माना 1 कूलॉम आवेश में इलेक्ट्रॉनों की संख्या = n ∴ ne = 1C ⇒ n x 1.6 x 10-19 C = 1C Bihar Board Class 10 Science Solutions Chapter 12 विद्युत उत्तर: n = 6.25 x 1018 इलेक्ट्रॉन अनुच्छेद 12.2 पर आधारित प्रश्न 1. उस युक्ति का नाम लिखिए जो किसी चालक के सिरों पर विभवांतर बनाए रखने में सहायता करती है। उत्तर: उस युक्ति का नाम विद्युत सेल है जो किसी चालक के सिरों पर विभवांतर बनाए रखने में सहायता करती है। प्रश्न 2. यह कहने का क्या तात्पर्य है कि दो बिंदुओं के बीच विभवांतर 1 v है? उत्तर: दो बिंदुओं के बीच विभवांतर 17 है कथन का तात्पर्य है कि “प्रति कूलॉम आवेश के प्रवाहित होने पर कार्य करने की दर 1 जूल है।” प्रश्न 3. 6 Vबैटरी से गुजरने वाले हर एक कूलॉम आवेश को कितनी ऊर्जा दी जाती है? हल: हम जानते हैं – W = V x Q W = 6 x 1 W = 6 जूल अनुच्छेद 12.3से 12.5 पर आधारित प्रश्न 1. किसी चालक का प्रतिरोध किन कारकों पर निर्भर करता है? उत्तर: किसी चालक का प्रतिरोध...