Tansen ka mul naam kya tha

  1. अकबर के दरबार में सबसे प्रसिद्ध संगीतकार तानसेन का मूल नाम क्या था? Akbar Ke Darbar Mein Sabse Prasiddh Sangeetkar Tansen Ka Mul Naam Kya Tha?
  2. तुलसीदास जी का जीवन परिचय
  3. सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
  4. चंगेज खान का मूल नाम क्या था?
  5. तानसेन का वास्तविक नाम क्या था
  6. भारत के सबसे महान संगीतकार तानसेन का जीवन परिचय
  7. Tulsidas Ka Mul Naam
  8. सिकंदर महान का इतिहास, जीवनी


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अकबर के दरबार में सबसे प्रसिद्ध संगीतकार तानसेन का मूल नाम क्या था? Akbar Ke Darbar Mein Sabse Prasiddh Sangeetkar Tansen Ka Mul Naam Kya Tha?

अकबर ने दरबार में रहने वाला तानसेन का मूल नाम रामतनु पांडे था । तानसेन - स्वामी हरिदास के शिष्य थे । Note :- स्वामी हरिदास कृष्णोपासक सखी भाव सम्प्रदाय के प्रवर्तक थे। स्वामी हरिदास ने बैजू बाबरा को भी संगीत का शिक्षा दिया । अकबर स्वामी हरिदास से मिलने वृन्दावन गए थे । तानसेन अकबर के नवरत्न में से एक थे । अबुल फजल ने लिखा है कि " तानसेन जैसा गायक एक हजार वर्ष में नहीं जन्म लिया" (हजार वर्ष में) by Rupa Verma

तुलसीदास जी का जीवन परिचय

तुलसीदासजीकाजीवनपरिचय– Biography of Tulsidas in Hindi तुलसीदासजीकेबारेमें– Tulsidas Information in Hindi पूरानाम (Name) गोस्वामीतुलसीदास जन्म (Birthday) सवंत 1589 जन्मस्थान (Birthplace) राजापुर, बाँदा, उत्तरप्रदेश माता (Mother Name) हुलसीदेवी पिता (Father Name) आत्मारामदुबे शिक्षा (Education) बचपनसेहीवेद, पुराणएवंउपनिषदोंकीशिक्षामिलीथी। विवाह (Wife Name) रत्नावलीकेसाथ। बच्चे (Son Name) तारक धर्म हिन्दूधर्म प्रसिद्ध कविऔरसंत गुरु / शिक्षक (Guru) नरहरिदास खिताब/सम्मान (Achievements) गोस्वामी, अभिनववाल्मीकि, इत्यादि साहित्यिककार्य (Rachnaye) रामचरितमानस, विनयपत्रिका, दोहावली, कवितावली, हनुमानचालीसा, वैराग्यसन्दीपनी, जानकीमंगल, पार्वतीमंगल, इत्यादि कथन (Quotes) सीयराममयसबजगजानी।करउँप्रनामजोरिजुगपानी॥ तुलसीदासजीकाजीवनपरिचय– tulsidas ki kahani Tulsidas –तुलसीदासकेजन्मऔरप्रारंभिकजीवनकेआस-पासकेविवरणअस्पष्टहैं। Tulsidas –तुलसीदासकेजन्मकेवर्षकेबारेमेंमतभेदहैहालांकिकहाजाताहैंकीउनकाजन्मसंवत 1589 मेंहुआहै।इनकेजन्मकेसम्बन्धमेंनीचेलिखाकहादोहाप्रसिद्धहै। “पन्द्रहसौचौवनविसेकालिन्दीकेतीर। श्रावणशुक्लासप्तमी , तुलसीधरयोशरीर।। ” तुलसीदासजीकेमाता-पिता: तुलसीदासजीकाकैसेपड़ारामबोलानाम: Tulsidas –तुलसीदासजीकेजन्मकोलेकरफिलहालकईमतभेदहैं।ऐसाकहाजाताहैकिवह 12 महीनेतकअपनीमांकेगर्भमेंथेऔरवेअन्यबच्चोंसेअलग 32 दांतोंकेसाथपैदाहुएथेइसकेसाथहीवेबाकीबच्चोंकीतरहजन्मकेसमयरोएनहींथे, बल्किउन्होनें“राम”शब्दकहाथाजिसकेकारणउन्हें“रामबोला”नामदियागयाथा। उनकेजन्मकेसमयज्योतिषियोंनेबतायाथाकि Tulsidas –तुलसीदासअशुभसमयमेंपैदाहुएथेसाथहीयेभीकहाथाकिवेअपनेमाता-पिताकेऊपरसंकटरहेंगेजिसकेकुछदिनबादउनकीमाताहुलसीजीकादेहांतहोगयाऔरकुछदिन...

सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'

vishay soochi • 1 jivan parichay • 1.1 parivar • 1.2 shiksha • 1.3 vivah • 1.4 parivarik vipattiyaan • 2 karyakshetr • 3 rachanaean • 3.1 lokapriy rachana • 3.2 kavy pratibha ko prakash • 3.3 arthik sankat ka kal • 3.4 mukt vritt • 3.5 git • 3.6 praudhakal • 3.7 pratham prerana kendr • 3.8 poorn kavitaean • 4 drashta kavi • 5 pramukh kritiyaan • 6 nidhan • 7 tika tippani aur sandarbh • 8 bahari k diyaan • 9 sanbandhit lekh 'nirala' ke pita ka nam pan. ramasahay tha, jo bangal ke mahishadal rajy ke medinipur zile mean ek sarakari naukari karate the. nirala ka bachapan bangal ke is kshetr mean bita jisaka unake man par bahut gahara prabhav raha hai. tin shiksha nirala ki shiksha yahian bangali madhyam se shuroo huee. haeeskool pas karane ke pashchath unhoanne ghar par hi vivah pandrah varsh ki alpayu mean nirala ka vivah manohara devi se ho gaya. parivarik vipattiyaan 16-17 varsh ki umr se hi inake jivan mean vipattiyaan arambh ho gayian, par anek prakar ke daivi, samajik aur sahityik sangharshoan ko jhelate hue bhi inhoanne kabhi apane lakshy ko nicha nahian kiya. inaki maan pahale hi gat ho chuki thian, pita ka bhi asamayik nidhan ho gaya. inaphlueanja ke vikaral prakop mean ghar ke any prani bhi chal base. patni ki mrityu se to ye toot se gaye. par kutumb ke palan-poshan ka bhar svayan jhelate hue ve apane marg se vichalit nahian hue. in vipattiyoan se tran pane mean inake darshanik ne achchhi sahayata pahuanchayi. karyakshetr nirala ji ne rachanaean nirala ki rachanaoan ...

चंगेज खान का मूल नाम क्या था?

चंगेज खान का जन्म 1162 के आसपास आधुनिक मंगोलिया के उत्तरी भाग में ओनोन नदी के निकट हुआ था। उसका वास्तविक या प्रारंभिक नाम तेमुजिन/तेमूचिन था। बतादें कि इस प्रकार के प्राचीन एवं मध्यकालीन भारतीय इतिहास से सं​बंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते है। जिसके उत्तरों भी कभी नहीं बदलते है। इसलिए अगर आप संघ एवं राज्य सिविल सेवा या राज्यस्तरीय किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे है, तो इन्हें अच्छी तरह से याद कर लें। ताकि गलती की कोई संभावना न रहें। Tags :

तानसेन का वास्तविक नाम क्या था

आज के इस लेख में आप जानेंगे कि तानसेन कौन थे और तानसेन का वास्तविक नाम क्या था? जीवन परिचय तानसेन का जन्म सन 1500 में मध्य प्रदेश राज्य के ग्वालियर ज़िले में हुआ था तथा 1586 में इनकी मृत्यु हो गयी थी । सम्राट अकबर के नवरत्नों मेसे एक तानसेन संगीत के एक महान ज्ञाता माने जाते है, इन्होने हरिदास के साथ वृन्दावन में संगीत की शिक्षा प्राप्त की थी, इन्होने मानसिंह की विधवा पत्नी मृगनयनी से यह शिक्षा प्राप्त की थी। इन्होने अनेक संगीत प्रतिभाएं दी है जो आज भी प्रसिद्ध है। तानसेन बचपन से पशु पक्षियों की आवाज निकालने में निपूर्ण थे वे किसी भी पक्षी की आवाज़ निकाल सकते थे, उनकी यह कला देख कर स्वामी जी ने तानसेन के पिता से संगीत सिखाने के लिए कहा था। जब तानसेन की कला की प्रसिद्धि अकबर को पता चली तो उन्होंने राजा रामचंद्र से कहकर तानसेन को आगरा बुला लिया था । तानसेन के चार पुत्र और एक पुत्री भी थी, पुत्रो का नाम सुरतसेन, शरतसेन, तरंगसेन और विलास ख़ान तथा पुत्री का नाम सरस्वती था। तानसेन के तीन ग्रन्थ भी है – 1. संगीतसार 2. रागमाला 3. श्रीगणेश स्तोत्र तानसेन का वास्तविक नाम क्या था? तानसेन का वास्तविक नाम राम तनु पांडे था। जो एक प्रसिद्ध संगीतकार और राजा अकबर के नवरत्नों मेसे एक भी थे। कुछ और महत्वपूर्ण लेख – • • •

भारत के सबसे महान संगीतकार तानसेन का जीवन परिचय

संगीतसम्राटतानसेनएकऐसेसंगीतकारथे, जिनकेअंदरगायनकेसाथ-साथवादनकाभीकौशलथा, उन्होंनेअपनीसंगीतकीसमझकेचलतेकईरागोंकानिर्माणभीकियाथा।इसकेअलावातानसेननेकईरचनाएंभीकीथी।उन्हेंसंगीतसम्राटऔरमियांतानसेनकेनामसेभीजानाजाताहै, तोआइएजानतेहैं, महानसंगीतकारतानसेनकेजीवनसेजुड़ीकुछमहत्वपर्णबातें- भारतकेसबसेमहानसंगीतकारतानसेनकाजीवनपरिचय– Sangeet Samrat Tansen in Hindi तानसेनकेजीवनकेबारेमें–Tansen Information in Hindi वास्तविकनाम (Real Name) रामतनुपांडेजी (तानसेन) जन्म (Birthday) 1506 जन्मस्थान ग्वालियर पिता (Father Name) मुकुंदमिश्रा मृत्यु (Death) 26 अप्रैल 1586, दिल्ली तानसेनकेजीवनकाइतिहास– History of Tansen in Hindi तानसेनकेपितामुकुंदमिश्राएकसमृद्धकवीऔरलोकप्रियसंगीतकारथे, जोकुछसमयतकवाराणसीकेधार्मिकमंदिरमेंरहतेथे।जन्मकेसमयतानसेनकानामरामतनुथा।तानसेनकाजन्मउससमयमेंहुआथाजबबहुतसेपर्शियनऔरमध्यएशियाईअनुकल्पभारतीयक्लासिकलसंगीतकासम्मिश्रणकररहेथे। उनकेकार्योऔरउनकीरचनाओसेहीआधुनिककवियोंकोहिन्दुस्तानीक्लासिकललोकाचारबनानेकीप्रेरणामिलीथी।बहुतसेवंशजऔरअनुयायियोंनेउनकीपरंपराकोसमृद्धबनायाथा।बल्किआजहमेंहरहिन्दुस्तानीघरमेंक्लासिकलम्यूजिकमेंतानसेनकासंबंधजरुरदिखाईदेताहै।विद्वानोंकेअनुसार, जानवरोंऔरपक्षियोंकेआवाजकीप्रतिलिपकरनेकेलियेभीवेइतिहासमेंकाफीप्रसिद्धथे। तानसेनजीवनकापरिचय– Tansen Story in Hindi केवल 6 सालकीअल्पायुमेंहीतानसेननेअपनेअंदरछुपीसंगीतकीकलाकाप्रदर्शनकियाथा।इसकेबादकुछसमयतकवेस्वामीहरीदासकेअनुयायीबनेरहे, जोवृन्दावनकेविद्वानसंगीतकारथेऔरसाथहीग्वालियरकेराजामानसिंहतोमर (1486-1516 AD), जोसंगीतकेध्रुपदप्रकारमेंनिपुणथे। तानसेनकेसंगीतकेज्ञानकोजल्दहीपहचानलियागयाथा।उससमयमेंहरिदासकोहीसबसेबुद्धिमानऔरसफलशिक्षकमानाजाताथा।व...

Tulsidas Ka Mul Naam

People Also Read: Tulsidas (Hindi pronunciation: [tʊlsiːdaːs]; born Rambola Dubey; also known as Goswami Tulsidas; 13 August 1497 –30 July 1623) was a Ramanandi Vaishnava Hindu saint and poet, renowned for his devotion to the deity Rama. He wrote several popular works in Sanskrit and Awadhi, but is best known as the author of the Hanuman Chalisa and of the epic Ramcharitmanas, a retelling of the Sanskrit Ramayana based on Rama's life in the vernacular Awadhi. परिणय सूत्र में बंधे तुलसीदास – Tulsidas ka Jeevan Parichay in Hindi in Short. गुरु शेषा से Tulsidas – तुलसीदास जी ने जो भी शिक्षा ली थी वे अपनी कथाओं और दोहों के जरिए. How to तुलसीदास का मुल नाम क्या था? » Tulsidas Ka Mul Naam Kya Tha – Download तुलसीदास का बचपन – Tulsidas ji ka bachpan. गोस्वामी तुलसीदास जी के बचपन का नाम रामबोला था। उनके माता का नाम हुलसी और पिता का नाम आत्माराम दुबे था. Tulsidas (Hindi uitspraak tʊlsiːdaːs; geboren Rambola Dubey; ook bekend als Goswami Tulsidas; 11 augustus 1511 – 31 juli 1623) was een hindoeïstische Ramanandi Vaishnava-heilige en dichter die bekend stond om zijn toewijding aan de godheid Rama. , probably Rajapur, India—died 1623, Varanasi), Indian Vaishnavite (devotee of the deity Vishnu) poet whose principal work, the Hindi Ramcharitmanas (“Sacred Lake of the Acts of Rama”), remains the most-popular version of the story of Rama. The Ramcharitmanas expresses the religious sentiment of bhakti (“loving devotion”) to Rama, a popular avatar (incarnation) of the Hindu deity Vishnu.

सिकंदर महान का इतिहास, जीवनी

Great Sikandar / Alexander The Great– सिकंदर महान मेसेडोनिया का ग्रीक शासक था। उसका जन्म 20 जुलाई 356 ईसा पूर्व पेलमेसडॉन यूनान मे हुआ था। वह एलेक्ज़ेंडर तृतीय तथा एलेक्ज़ेंडर मेसेडोनियन नाम से भी जाना जाता है। इतिहास में वह सबसे कुशल और यशस्वी सेनापति माना गया है। अपनी मृत्यु तक वह उस तमाम भूमि को जीत चुका था जिसकी जानकारी प्राचीन ग्रीक लोगों को थी। इसीलिए उसे विश्वविजेता भी कहा जाता है और उसके नाम के साथ महान या दी ग्रेट भी लगाया जाता हैं। सिकंदर महान का परिचय – Alexander Sikandar History in Hindi पूरा नाम सिकंदर महान् / Alexander अन्य नाम अलक्ष्येन्द्र, एलेक्ज़ेंडर तृतीय, एलेक्ज़ेंडर मेसेडोनियन जन्म दिनांक 20 जुलाई, 356 ई. पू. जन्म भूमि पेला, मैसेडोन, यूनान मृत्यु 10 या 11 जून, 323 ई. पू. (उम्र 33 वर्ष) बेबीलोन पिता का नाम फिलिप द्वितीय माता का नाम ओलंपियाज़ पत्नी रुखसाना, बैक्ट्रिया, स्ट्रैटेयरा द्वितीय उपाधि किंग शासन काल 336 – 323 ई. पू. प्रसिद्धि के कारण यूनान, फ़ारस और पंजाब में विजय सिकंदर महान का इतिहास – Alexander Sikandar History in Hindi सिकन्दर /Alexander the Great के पिता का नाम फिलीप था और माता का नाम ओलंपियाज्ता। एलेक्जेंडर की एक बहन भी थी, इन दोनों की परवरिश पेला के शाही दरबार में हुईं थी। 12 वर्ष की उम्र में सिकन्दर ने घुड़सवारी बहुत अच्छे से सीख ली थी। अलेक्जेंडर ने अपने पिता द्वारा मेक्डोनिया को एक सामान्य राज्य से महान सैन्य शक्ति में बदलते देखा था। अपने पिता की बालकन्स में जीत पर जीत दर्ज करते हुए देखते हुए सिकन्दर बड़ा हुआ था। 329 ई. पू. में अपनी पिता की मृत्यु के उपरान्त वह सम्राट बना। उस समय उसकी आयु बीस वर्ष थी। अपने पिता की एशिया माईनर को जितने की...