Temperature of motihari

  1. Motihari Annual Weather Averages
  2. डॉ. बी. आर. अम्बेडकर की जीवनी
  3. Maruti Suzuki Grand Vitara Price in gorakhpur (June, 2023), On Road Price of Maruti Suzuki Grand Vitara in gorakhpur
  4. Bhimrao Ramji Ambedkar: भीमराव अंबेडकर का जीवन परिचय
  5. भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई
  6. डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जीवन परिचय
  7. Happy Babasaheb Bhimrav Ambedkar Jayanti
  8. भीमराव अम्बेडकर का जीवन परिचय एवं उनसे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
  9. Ambedkar Jayanti 2023 : राजस्थान के गवर्नर
  10. Parakram Diwas 2022 Subhash Chandra Bose Jayanti Speech: On the 125th birth anniversary of Netaji Subhas Chandra Bose see the speech idea


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Motihari Annual Weather Averages

Motihari, India Weather Averages Based on annual weather averages for Motihari, the best month to go for holiday is January and December. The temperature hovers around 17°c. The table below displays max and min temperature and rain data for the whole year as an average taken from last 12+ years of historical data for Motihari. Month Day Night Rain Days January 23°c 13°c 1 February 27°c 15°c 1 March 34°c 20°c 2 April 38°c 25°c 4 May 38°c 27°c 10 June 37°c 29°c 14 July 34°c 28°c 26 August 33°c 27°c 26 September 32°c 26°c 21 October 32°c 23°c 5 November 29°c 19°c 0 December 25°c 14°c 0 Average Weather in Motihari in June The weather averages for the month of June, temperature averages around 37°c and at night it feels like 29°c. In June, Motihari gets on an average 269.89mm of rain and approximately 14 rainy days in the month. Humidity is close to 50%. Buy Historical Weather Data and Averages Apart from annual averages, the data is also available in hourly interval in CSV format. Following weather fields are provided in CSV format. • Temperature(°C/°F) • Visibility (km or miles) • Pressure (mb or inches) • Cloud (%) • Humidity (%) • Wind Speed (km/h, mph, knots or m/s) • Wind Gust (km/h, mph, knots or m/s) • Snow amount (cm) • Rain amount (mm or inches) • UV Index • Wind direction (degree) • Dew point (°C/°F) • Sky condition description text Export Our users are allowed to export our yearly average charts on this page as png, jpg, pdf or SVG vector image to display on website...

डॉ. बी. आर. अम्बेडकर की जीवनी

जन्म: 14 अप्रैल, 1891 निधन: 6 दिसंबर, 1956 उपलब्धियां: स्वतंत्र भारत के संविधान की रचना करने के लिए संविधान सभा द्वारा गठित ड्राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष चुने गए, भारत के प्रथम कानून मंत्री, 1990 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया डॉ. भीमराव अम्बेडकर को भारत में दलितों और पिछड़े वर्ग के मसीहा के रूप में देखा जाता है। वह 1947 में स्वतंत्र भारत के संविधान की रचना के लिए संविधान सभा द्वारा गठित ड्राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष थे। उन्होंने संविधान को तैयार करने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भीमराव अम्बेडकर भारत के प्रथम कानून मंत्री भी थे। देश के प्रति अतुलनीय सेवाओं के लिए वर्ष 1990 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया। प्रारंभिक जीवन डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को म्हो (वर्तमान मध्य प्रदेश में) में हुआ था। वह रामजी और भीमाबाई सकपाल अम्बेडकर की चौदहवीं संतान थे। भीमराव अम्बेडकर अछूत महार जाति के थे। उनके पिता और दादा ब्रिटिश सेना में कार्यरत थे। उन दिनों सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि सेना के सारे कर्मचारी और उनके बच्चे शिक्षित किये जांए और इसके लिए एक विशेष विद्यालय चलाया गया। इस विशेष विद्यालय के कारण भीमराव की अच्छी शिक्षा सुनिश्चित हो गई अंन्यथा अपनी जाति के कारण वो इससे वंचित रह जाते। भीमराव अम्बेडकर ने बचपन से ही जातिगत भेदभाव का अनुभव किया। भीमराव के पिता सेवानिवृत होने के बाद सतारा महाराष्ट्र में बस गए। भीमराव का स्थानीय विद्यालय में दाखिला हुआ। यहाँ उन्हें कक्षा के एक कोने में फर्श पर बैठना पड़ता था और अध्यापक उनकी कापियों को नहीं छूते थे। इन कठिनाइयों के बावजूद भीमराव ने अपनी पढ़ाई जारी रखी और पूर्ण सफलता के साथ 1908 में बंबई विश्वविद्यालय से मैट्रि...

Maruti Suzuki Grand Vitara Price in gorakhpur (June, 2023), On Road Price of Maruti Suzuki Grand Vitara in gorakhpur

Maruti Suzuki Grand Vitara on road price in Gorakhpur starts from Rs. 11.78 Lakhs. The on road price for Maruti Suzuki Grand Vitara top variant goes up to Rs. 15.58 Lakhs in Gorakhpur. Maruti Suzuki Grand Vitara comes with a Maruti Suzuki Grand Vitara on road price in Gorakhpur starts from Rs. 11.78 Lakhs. The on road price for Maruti Suzuki Grand Vitara top variant goes up to Rs. 15.58 Lakhs in Gorakhpur. Maruti Suzuki Grand Vitara comes with a choice of engine options. The lowest price model is Maruti Suzuki Grand Vitara Sigma Smart Hybrid and the most priced model is Maruti Suzuki Grand Vitara Zeta Smart Hybrid. The Maruti Suzuki Grand Vitara on road price in Gorakhpur for 1462.0 to 1480.0 cc engine ranges between Rs. 11.78 - 15.58 Lakhs. Visit your nearest

Bhimrao Ramji Ambedkar: भीमराव अंबेडकर का जीवन परिचय

Facebook Twitter WhatsApp Email Messenger Bhimrao Ramji Ambedkar का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू में सूबेदार रामजी शकपाल एवं भीमाबाई की चौदहवीं संतान के रूप में हुआ था। उनके व्यक्तित्व में स्मरण शक्ति की प्रखरता, बुद्धिमत्ता, ईमानदारी, सच्चाई, नियमितता, दृढ़ता, प्रचंड संग्रामी स्वभाव का मणिकांचन मेल था। उनकी यही अद्वितीय प्रतिभा अनुकरणीय है। वे एक मनीषी, योद्धा, नायक, विद्वान, दार्शनिक, वैज्ञानिक, समाजसेवी एवं धैर्यवान व्यक्तित्व के धनी थे। वे अनन्य कोटि के नेता थे, जिन्होंने अपना समस्त जीवन समग्र भारत की कल्याण कामना में उत्सर्ग कर दिया। खासकर भारत के 80 फीसदी दलित सामाजिक व आर्थिक तौर से अभिशप्त थे, उन्हें अभिशाप से मुक्ति दिलाना ही डॉ. अंबेडकर का जीवन संकल्प था। संयोगवश भीमराव सातारा गांव के एक ब्राह्मण शिक्षक को बेहद पसंद आए। वे अत्याचार और लांछन की तेज धूप में टुकड़ा भर बादल की तरह भीम के लिए मां के आंचल की छांव बन गए। बाबा साहब ने कहा- वर्गहीन समाज गढ़ने से पहले समाज को जातिविहीन करना होगा। समाजवाद के बिना दलित-मेहनती इंसानों की आर्थिक मुक्ति संभव नहीं। बाबा साहेब ने संघर्ष का बिगुल बजाकर आह्वान किया, ‘छीने हुए अधिकार भीख में नहीं मिलते, अधिकार वसूल करना होता है।’ उन्होंने ने कहा है, ‘हिन्दुत्व की गौरव वृद्धि में वशिष्ठ जैसे ब्राह्मण, राम जैसे क्षत्रिय, हर्ष की तरह वैश्य और तुकाराम जैसे शूद्र लोगों ने अपनी साधना का प्रतिफल जोड़ा है। उनका हिन्दुत्व दीवारों में घिरा हुआ नहीं है, बल्कि ग्रहिष्णु, सहिष्णु व चलिष्णु है।’ बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ ने Bhimrao Ramji Ambedkar को मेधावी छात्र के नाते छात्रवृत्ति देकर 1913 में विदेश में उच्च शिक्षा के लिए भेज दिया। अमेरिका मे...

भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई

ब्लाक एवं नगर कांग्रेस कमेटी की ओर से शुक्रवार को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती मनाई गई। ब्लाक प्रवक्ता अख्तर अली ने बताया कि अम्बेडकर की मैला मैदान स्थित मूर्ति पर ब्लाक अध्यक्ष रोडसिंह परमार और नवनियुक्त नगर कांग्रेस अध्यक्ष विनय आस्तौलिया के नेतृत्व में सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर उनको याद किया। इस अवसर पर ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष एवं नगर अध्यक्ष ने बाबा साहेब के जीवन के बारे में बताया। वहीं पचपहाड में भी सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बाबा साहेब की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष रोड सिंह परमार, नगर कांग्रेस अध्यक्ष विनय आस्तौलिया, चैयरमेन कैलाश बोहरा, राजेश करावन, कालुलाल सालेचा, अनिल मीणा, हरीश राठौर, चैनसिंह सिसौदिया, चेतन गहलोत, अख्तर अली, राजिक अंसारी, वरूण मीणा, वीणा मेहरा, राकेश दर्पण, राम बैरवा, राजेश कुमार, सोभाग लौर, आनन्द काला, फरीद चौधरी, प्रफुल्ल शर्मा, धरमराज मेहरा, गोपाल जयसवाल, विजय नाहर, सलिम मंसूरी, रईस मंसूरी, कैलाश मेघवाल, डाॅ अहफाज खान, हेमंत सुमन, दिव्यांश सैनी, परख गंगवाल, विक्की बैरवा, शितल जैन आदि उपस्थित रहे। वहीं भाजपा मंडल कार्यकर्ताओं ने डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती मनाई गई और मूर्ति पर माल्यार्पण कर किया गया। इसमें पूर्व पालिका अध्यक्ष रामलाल गुर्जर, सुरेशपाल सिंह यादव, पिंकी गुर्जर, इंदिरा पाल, सुगना गुर्जर, श्वेता मेहरा, अमित चतुर्वेदी, दुर्गाशंकर यादव, चांदमल वर्मा, रामेश्वर रंगीला, लोकेश नामदेव, तिलोक डागर, महेश ठेकेदार उपस्थित रहे। रटलाई| कस्बे में अंबेडकर जयंती उत्साह पूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर कस्बे के रीझोन रोड़ पर स्थित सर्किल पर एससी-एसटी वर्ग के सभी संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में अंबेडक...

डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जीवन परिचय

डॉ . भीमराव अम्बेडकर परिचय • भारत के संविधान निर्माता, चिंतक और समाज सुधारक डॉ. भीमराव अम्बेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के महू में 14 अप्रैल , 1891 को हुआ था। • उनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई रामजी सकपाल था। • वे अपने माता-पिता की 14 वीं और अंतिम संतान के रूप में, माँ भीमाबाई के दुलार व प्यार के ममता रूपी आँगन में मात्र 5 वर्ष तक ही खेल पाए । • बदले में मिला-चाची मीराबाई का उदार प्यार, अम्बेडकर को चाची प्यार में ‘ भीवा‘ नाम से पुकारा करती थीं । कालान्तर में यही बालक ‘भीमराव रामजी अम्बेडकर’ कहलाया । • उन्होंने अपना पूरा जीवन सामाजिक बुराइयों जैसे- छुआछूत और जातिवाद के खिलाफ संघर्ष में लगा दिया। इस दौरान बाबा साहेब गरीब, दलितों और शोषितों के अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहे। • “ मैं अछूत हूँ , यह पाप है । लोग अछूतों को पशुओं से भी गया – बीता समझते हैं , वे कुत्ते – बिल्ली तो छू सकते हैं , परन्तु ‘ महार ‘ जाति के आदमी को नहीं , किसने बनाई है छुआछूत की व्यवस्था किसने बनाया है किसी को नीच , किसी को ऊँच ? भगवान ने ? हर्गिज नहीं ! वह ऐसा नहीं करता , वह सबको समान रूप से जन्म देता है । यह बुराई तो मनुष्य ने पैदा की है । मैं इसे समाप्त करके ही रहूंगा .” • भीमराव संस्कृत की शिक्षा ग्रहण करना चाहते थे, परन्तु संस्कृत के शिक्षक ने उन्हें शिष्य रूप में स्वीकार नहीं किया, क्योंकि वह ‘अछूत’ थे। • विवश होकर उनको ‘फारसी भाषा का अध्ययन करना पड़ा। • अध्यापक उनकी अभ्यास-पुस्तिका’ तथा ‘कलम’ तक भी नहीं छू सकते थे, उन्हें पूरे दिन स्कूल में प्यासा रहना पड़ता था, क्योंकि अछूत होने के कारण वह वहाँ पानी भी नहीं पी सकते थे. • सन् 1905 में ‘ रामाबाई ‘ नाम की कन्या से शादी कर पित...

Happy Babasaheb Bhimrav Ambedkar Jayanti

भीमराव अम्बेडकर का पूरा नाम बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर हैं. ये भारत देश के प्रतिभावान, नेता, बुद्धिजीवी, प्रसिद्ध अधिवक्ता, आन्दोलनकारी, शिक्षाविद, लेखक व युगपुरुष हैं. इन्होनें अपना पूरा जीवन भारत देश के कल्याण में तथा समाज कल्याण में व्यतीत कर दिया. इन्हें दलितों के नेता के रूप में तथा संविधान निर्माताके रूप में भी जाना जाता हैं. बाबासाहेब अम्बेडकर को सन 1926 में बम्बई विधान सभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित किये गये. इसके बाद से ही इन्होनें राजनीति में प्रवेश करना शुरू किया और इस क्षेत्र में आगे बढ़ते– बढ़ते सन 1942 से 1946 के बीच में गवर्नर जनरल की कार्यकारिणी सदस्यतातक पहुँच गए. भारत के आजाद होने के बाद ये जवाहरलाल नेहरू के मंत्रिमंडल में विधि मंत्रीके रूप में निर्वाचित हुए. भारत देश के आजाद होने के बाद भारत को एक लोकतान्त्रिक गणराज्य बनाने के लिए एक क़ानूनी संविधान की जरुरत थी. जिसके लिए संविधान सभा के सदस्यों ने के प्रारूप समितिका गठन किया और इस समिति का अध्यक्ष बाबासाहेब अम्बेडकर को बना गया था. बाबासाहेब अम्बेडकर ने भारत देश के संविधान का निर्माण करने में अपना अमूल्य योगदान दिया. इन्होनें भारत के संविधान का निर्माण करने के लिए विभिन्न देशों के संविधान का अध्ययन किया. जिसके फलस्वरूप ही सन 1950 में 26 जनवरीके दिन भारतीय संविधान लागू हुआ और भारत एक लोकतान्त्रिक देश बन पाया. CLICK HERE TO READ MORE ABOUT Happy Babasaheb Bhimrav Ambedkar Jayanti अम्बेडकर की पहचान ही एक दलित आन्दोलन करता के रूप में होती हैं. अम्बेडकर स्वयं भी एक दलित व अछूत समझी जाने वाली महार जाती के थे तथा इन्होने भी अनेक दलित और छुआछुत लोगों की तरह काफी अपमानजनक स्थितियों का सामना किया था. इन्होनें दल...

भीमराव अम्बेडकर का जीवन परिचय एवं उनसे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी

इस अध्याय के माध्यम से हम जानेंगे भीमराव अम्बेडकर (Bhimrao Ambedkar) से जुड़े महत्वपूर्ण एवं रोचक तथ्य जैसे उनकी व्यक्तिगत जानकारी, शिक्षा तथा करियर, उपलब्धि तथा सम्मानित पुरस्कार और भी अन्य जानकारियाँ। इस विषय में दिए गए भीमराव अम्बेडकर से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों को एकत्रित किया गया है जिसे पढ़कर आपको प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद मिलेगी। Bhimrao Ambedkar Biography and Interesting Facts in Hindi. भीमराव अम्बेडकर का संक्षिप्त सामान्य ज्ञान नाम भीमराव अम्बेडकर (Bhimrao Ambedkar) जन्म की तारीख 14 अप्रैल जन्म स्थान इंदौर जिला, मध्य प्रदेश (भारत) निधन तिथि 06 दिसम्बर माता व पिता का नाम भीमाबाई सकपाल / रामजी मालोजी सकपाल उपलब्धि 1947 - आजाद भारत के पहले कानून मंत्री एवं न्याय मंत्री पेशा / देश पुरुष / स्वतंत्रता सेनानी / भारत भीमराव अम्बेडकर - आजाद भारत के पहले कानून मंत्री एवं न्याय मंत्री (1947) भीमराव आम्बेडकर जी एक बहुजन राजनीतिक नेता और एक बौद्ध पुनरुत्थानवादी भी थे। उन्हें बाबासाहेब के नाम से भी जाना जाता है। आम्बेडकर ने अपना सारा जीवन हिन्दू धर्म की चतुवर्ण प्रणाली और भारतीय समाज में सर्वत्र व्याप्त जाति व्यवस्था के विरुद्ध संघर्ष में बिता दिया था। उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और दलितों के खिलाफ सामाजिक भेद भाव के विरुद्ध अभियान चलाया। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री एवं भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार थे। भीमराव अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू, इंदौर जिला मध्य-प्रदेश में हुआ था। इनका पूरा नाम भीमराव रामजी आम्बेडकर था| यह एक गरीब निम्न महार (दलित) जाति में पैदा हुए थे| इनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और भीमाबाई सकपाल था| इनके ...

Ambedkar Jayanti 2023 : राजस्थान के गवर्नर

Ambedkar Jayanti 2023 : राजस्थान के गवर्नर-सीएम व स्पीकर ने दी डॉ. अम्बेडकर जयंती की शुभकामनाएं, यहां जानें क्या कहा इन दिग्गज नेताओं ने राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती के अवसर पर देश और प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती (14 अप्रैल) के अवसर पर देश और प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। इन नेताओं ने बाबा साहब के व्यक्तित्व कृतित्व को याद किया। राज्यपाल मिश्र ने अपने संदेश में कहा कि वंचित एवं कमजोर वर्ग को सम्मान दिला कर समाज में व्याप्त विषमताओं और बुराइयों को दूर करने के लिए उनका पूरा जीवन समर्पित रहा। उन्होंने सभी से डॉ. अम्बेडकर के बताए मार्ग पर चलते हुए खुशहाल और भेदभाव रहित समाज के लिए कार्य करने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि संविधान निर्माता, समाज सुधारक एवं विधिवेत्ता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने अपना जीवन दलित, शोषित, उपेक्षित और कमजोर वर्गों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए समर्पित कर दिया। भारत में संसदीय प्रणाली की नींव रखने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। सीएम ने लोगों का आह्वान किया कि वे बाबा साहेब के आदर्शों का अनुसरण कर शोषण मुक्त समाज बनाने व लोकतंत्र को मजबूत करने में अपना योगदान दें। विधानसभा अध्येक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने डॉ. भीमराव अम्बेशडकर को उनकी जयंती पर नमन किया है। डॉ. जोशी ने कहा है कि डॉ. अम्बे डकर ने अपना सम्पू र्ण जीवन समाज के जरूरतमंद, पिछडे, उपेक्षित और निर्बल वर्गों को उन्ननत कर...

Parakram Diwas 2022 Subhash Chandra Bose Jayanti Speech: On the 125th birth anniversary of Netaji Subhas Chandra Bose see the speech idea

Subhash Chandra Bose Jayanti Speech, Parakram Diwas 2022 : महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस कीयाद में कृतज्ञ राष्ट्र उनकीजयंती हर साल 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाता है। इस वर्ष 2022 में सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाई जा रही है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा, बंगाल डिविजन के कटक में हुआ था। बोस के पिता का नाम जानकीनाथ बोस और मां का नाम प्रभावती था। सुभाष चंद्र बोस के पिता जानकीनाथ बोस पेशे से वकील थे और उनकी माता प्रभावती देवी धार्मिक व घरेलू महिला थी। नेताजी की प्रारंभिक पढ़ाई कटक के रेवेंशॉव कॉलेजिएट स्कूल में हुई। इसके बाद उनकी शिक्षा कोलकाता के प्रेजीडेंसी कॉलेज और स्कॉटिश चर्च कॉलेज से हुई। इसके बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा (इंडियन सिविल सर्विस) की तैयारी के लिए उनके माता-पिता ने बोस को इंग्लैंड के केंब्रिज विश्वविद्यालय भेज दिया था। उन्होंने 1920 में इंग्लैंड में सिविल सर्विस परीक्षा पास की लेकिन भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष में हिस्सा लेने के लिए उन्होंने जॉब छोड़ दी थी। सुभाष चंद्र बोस बचपन से ही भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े आंदोलनों में हिस्सा लेते रहे थे। नेताजी सुभाष चंद्र बोस बचपन से ही स्वामी विवेकानंद और रामकृष्ण की शिक्षाओं से प्रभावित थे। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर स्कूल-कॉलेज में नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर भाषण प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। ऐसे में यदि आपको भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर अपने स्कूल/कॉलेज में भाषण देना है तो हम आपकी मदद के लिए यहां पर उनके जीवन तथ्यों से जुड़ा भाषण दे रहे हैं जिसके मदद से आप अपने स्कूल/कॉलेज में भाषण देकर एक अच्छा प्रभाव छोड़ सकते हैं। ...