थाइरोइड के लक्षण

  1. थायराइड के लक्षण व थायराइड के रामबाण इलाज
  2. थायराइड के लक्षण, थायराइड का रामबाण इलाज
  3. थाइरोइड कैंसर के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज
  4. Thyroid Ke Gharelu Upay
  5. THYROID:थाइरोइड के लक्षण ,कारण,और उपचार (THYROID IN HINDI)
  6. Thyroid in Hindi
  7. थाइरोइड: एक साइलेंट किलर; क्या है थाइरोइड, इसके लक्षण और इलाज
  8. थाइरोइडिटिस
  9. घर बैठे थायराइड के लक्षण जाने और अपनाएं घरेलू इलाज : Thyroid


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थायराइड के लक्षण व थायराइड के रामबाण इलाज

थायराइड एक ग्रंथि होती है जो तितली के आकार की होती है। यह ग्रंथि गले में होती है पुरुष और महिलाओं दोनों को थायराइड हो सकता है। लेकिन पुरुष की तुलना में महिलाएं इस बीमारी की चपेट में ज्यादा आती है किन्तु इसका इलाज भी सम्भव है जिसके बारे में आज आपको बताया जाएगा। थायराइड क्या होता है (What is Thyroid in Hindi?) थायरॉइड ग्रंथि शरीर का ही एक अंग होता है। जो गर्दन में पायी जाती है। थायरॉइड ग्रंथि को अवटु ग्रंथि के नाम से भी जाना जाता है। यह हार्मोन्स को बनाने का काम करती है जो शरीर के कार्य को करने और नियंत्रित करने में सहायक होते है। तितली के आकार की यह ग्रंथि गले में बीच में होती है। जिसमें २ चौड़े पंख भी दिखाई देते है। शरीर में होने वाली चयापचय क्रिया में इस ग्रंथि की अहम भूमिका होती है। थायरॉइड हार्मोन का काम (Thyroid Works in Hindi) यह ग्रंथि ट्राइ-आयडोथाइरोनीन (टी ३) और थाइरोकैल्सिटोनीन हार्मोन को स्रावित करने का काम करती है। इसके साथ ही इसके और भी कार्य है जानते है उनके बारे में। • यह हार्मोन महिलाओं में दुग्धस्राव के स्तर में वृद्धि करता है। • ब्लड में चीनी, फोस्फोलिपिड तथा कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने में सहायक। • पेशियों, लैंगिक, हड्डियों तथा मानसिक वृद्धि को नियंत्रित करता है। • हृदय की गति एवं ब्लड प्रेशर को नियंत्रण करने का कार्य करता है। • लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण बढ़ाता है और रक्ताल्पता के रोकथाम का कार्य करता है। • वसा, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन के मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है। थायरॉइड रोग के प्रकार (Thyroid Types in Hindi) १) हाइपोथायरायडिज्म थायराइड- थायराइड की अल्पसक्रियता यानि की जब थायराइड ग्रंथि में थायराइड हॉर्मोन की कमी हो जाती है तो यह होता है। यह छोटे ब...

थायराइड के लक्षण, थायराइड का रामबाण इलाज

Diet plan for Thyroid Patients to Lose Weight in hindiआजकल थाइरोइड की समस्या बहुत ही आम हो चुकी हैयह देखा जाता है कि महिलाओं को यह समस्या ज्यादा होती है उनको वेट गेन होने की समस्या होने लगती हैथायराइड लक्षण होने से आपको थकान, पैरों में दर्द ,मोटापा बढ़ना, बालों का झड़ना यह सारी आम समस्याएं होती हैं जिसका कारण यह है कि आपको थायराइड है थायराइड दो प्रकार के होते हैं हाइपर थायराइड और हाइपो थायराइड| दोनों थाइरोइड में आपको अपने डाइट का ध्यान रखना चाहिए थायराइड होने पर हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि हमें अपने खान-पान में क्या पोषक आहार ले रहे हैं क्योंकि हमारे शरीर में थायराइड की मात्रा बढ़ने और घटने पर इसका असर पूरे शरीर पर बढ़ता है जिसके कारण हमें पता नहीं चलता परंतु अंदर ही अंदर बहुत सारी चीजें हमारी खराब होने लगती है और इसका तेजी से असर हमारे शरीर के अंदर के भाग में पढ़ता है| आज हम आपको इस पोस्ट में बताएंगे कि आपको थायराइड में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए आपको थाइरोइड होने पर एक प्रॉपर डाइट प्लान की आवश्यकता है जिससे आप अपने बढ़ते हुए वजन को नियंत्रित कर सकते हैं और कब कर सकते हैं तो चलिए जानते हैं थाइरोइड में हमें क्या खाना चाहिए और थाइरोइड का डाइट प्लान क्या होना चाहिए| थाइरोइड डाइट प्लान बताने से पहले ये जान ले की हाइपरथायरायडिज्म और हाइपोथायरायडिज्म क्याहोते हैं हाइपरथायरायडिज्म चयापचय (metabolism) का बढ़ना जिसके कारण आपको अधिकतर भूख लगती है दूसरा हाइपोथायरायडिज्म यानी कि आपके शरीर में बढ़े हुए थायराइड का होना जिससे आपका चयापचय (metabolism) बहुत ही कम जाता है और आपका शरीर मोटा होने लगता है इन दोनों थायराइड के लिए आपको इनके अनुसार डाइट प्लान या डाइट चार्ट फॉलो करने...

थाइरोइड कैंसर के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज

इसे हटाने के लिए थायरॉयड कैंसर तक पहुंचने के लिए एक गर्दन के आधार पर एक चीरा लगाया जाता है। आयोडीन ‎के एक रूप की बड़ी खुराक, जो कि रेडियोधर्मी है, का उपयोग रेडियोधर्मी आयोडीन उपचार में किया जाता है। यह ‎आमतौर पर छोटे थायरॉयड कैंसर को हटाने के लिए उपयोग किया जाता है जो किसी भी कारण से सर्जरी के दौरान ‎नहीं हटाया जाता है। इसका उपयोग थायराइड कैंसर को हटाने के लिए भी किया जाता है जो शरीर के अन्य क्षेत्रों में ‎फैलता है या उपचार के बाद पुनरावृत्ति करता है। रेडियोधर्मी आयोडीन उपचार को एक तरल या कैप्सूल के रूप में ‎लिया जाता है जिसे रोगी द्वारा निगला जाना चाहिए। अल्कोहल का उपयोग करने वाले एब्लेशन (Ablation ) में ‎असामान्य कोशिकाओं की सही स्थिति का पता लगाने के लिए

Thyroid Ke Gharelu Upay

thyroid ke gharelu upay (थायराइड के घरेलू उपाय): आज हम थाइरोइड रोग के कुछ घरेलू उपाय और नुस्खे के बारे में बताएँगे. अगर आपके शरीर में थाइरोइड एक तितली के आकार की ग्रंथि होती है, जो गले में होती है. यह ग्रंथि “Thyroxin” नाम का हॉर्मोन्स पैदा करती है. यह हॉर्मोन्स आपके शरीर के चयापचय (metabolism) की क्रिया को नियत्रित करता है. Table Of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • थाइरोइड रोग के प्रकार | Types of thyroid disease Thyroid रोग के लक्षण अनुसार इस रोग को दो प्रकार में विभाजित किया जाता है. • हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism – Under Active thyroid ) • हाइपरथायरायडिज्म ( Hyperthyroidism – Over Active thyroid ) हाइपोथायरायडिज्म क्या है? अगर Thyroxin नामक हॉर्मोन्स जब शरीर में कम हो जाता है तो तब शरीर में चयापचय (metabolism ) की क्रिया तेज होने लगती है. जिसकी वजह से आपके शरीर की एनर्जी जल्दी ख़त्म हो जाती है और आपको थकान का एहसास होता है। इस परिस्थिति को हाइपरथायरायडिज्म क्या है? अगर यह हॉर्मोन्स का लेवल शरीर में बढ़ जाता है तब आपके शरीर में चयापचय की क्रिया कम हो जाती है. जिसके कारन आपके शरीर में एनर्जी कम बनती है जिससे आपको थकान होने लगती है. इस परिस्थिति को Hyperthyroidism के नाम से जाना जाता है। थाइरोइड ग्लैंड के बढ़ने से और भी कई प्रकार की गंभीर समस्या हो सकती है. जैसे की हृदय से जुडी बीमारी, कोलेस्ट्रॉल बढ़ना , मांसपेशिया और हड्डियों से जुडी समस्या हो सकती है. बच्चो में थाइरोइड रोग होने पर उनकी हाइट बढ़ना रुक जाती है और साथ ही शरीर फूलने जैसी समस्या हो सकती है. Thyroid rog ke lakshan 1. हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण | Hypothyroidism Symptoms • आवाज में भारीपन आना • अचा...

THYROID:थाइरोइड के लक्षण ,कारण,और उपचार (THYROID IN HINDI)

Thyroid ke lakshan,karan,aur ilaaj हमारे शरीर में एंडोक्राइन ग्लांड्स होती है। जो शरीर के हॉर्मोन के बनाने की ग्रंथि है. इस से निकलने वाला हॉर्मोन शरीर के मेटाबोलिज्म या चयपचय प्रक्रिया को बढ़ाने में मदद करता है. जिसमें ग्रोथ हार्मोन , फीमेल रिप्रोडक्टिव हॉर्मोन ,कैल्शियम मेटाबोलिज्म हॉर्मोन और थाइरोइड हॉर्मोन शामिल होते है. वैज्ञानिकों के अनुसार थायराइड जैसी बीमारियां स्वस्थ जीवन शैली खानपान में गड़बड़ी और तनाव भरी ज़िन्दगी से या रोग पैदा होता है। जब गले में थायराइड ग्रंथि की सक्रियता खराब होने लगती है और उसकी वजह से t 4 और t 3 हार्मोन जरूरत से ज्यादा बढ़ने लगता है जब उसका इस्तेमाल भी सबसे ज्यादा होने लगता है जिसकी वजह से थायराइड रोग होता है.अगर आप इन लक्षणों को महसूस कर रहे हैं तो हो सकता है आपके लिए थायराइड की समस्या का संकेत हो थायराइड क्या है ?:what is thyroid थायराइड मानव शरीर में तितली के आकार की ग्रंथि है. यह गर्दन और कॉलर बोन के ठीक ऊपर होती है थायराइड विकार एक आम समस्या है थायराइड ग्रंथि एक प्रकार की एंडोक्राइन ग्रंथि है जो हार्मोन को बनाती है थायराइड रोग में शरीर की स्थिति ऐसी बन जाती है जिसमें थायराइड ग्रंथि पर्याप्त मात्रा में हार्मोन का निर्माण नहीं कर पाता है इसकी वजह से व्यक्ति की शारीरिक क्षमता काफी कम हो जाती है और यह अन्य स्वास्थ्य परेशानियों का कारण भी बन जाता है थायराइड कितने प्रकार के होते हैं?:Types of thyroid थायराइड मुख्य चार प्रकार का होता है हाइपोथाइरॉएडिज्म:Hypothyroidism हाइपोथाइरॉएडिज्म में थायराइड ग्रंथि की सक्रियता कम मात्रा में होता है। जिससे रोगी को अनेक परेशानियां होती है जैसे धड़कन की धीमी गति होना हमेशा थकान महसूस करना ,आंखों में सूजन बार...

Thyroid in Hindi

थायरॉइड से सम्बन्धित बीमारी अस्वस्थ खान-पान और तनावपूर्ण जीवन जीने के कारण होती है। आयुर्वेद के अनुसार, वात, पित्त व कफ के कारण थायरॉइड संबंधित रोग होता है। जब शरीर में वात एवं कफ दोष हो जाता है तब व्यक्ति को थायरॉइड होता है। आप थायराइड का इलाज करने के लिये आयुर्वेदिक तरीकों को आजमा सकते हैं। आयुर्वेदीय उपचार द्वारा वात और कफ दोषों को सन्तुलित किया जाता है। अच्छी बात तो यह है कि आप थायरॉइड का घरेलू उपचार भी कर सकते हैं। एलोपैथिक चिकित्सा में थॉयराइड विकार के लिये स्टीरॉइड्स का सेवन कराया जाता है, जो हानिकारक होता है। इसलिए थायराइड को जड़ से खत्म करने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा सबसे अच्छा माना जाता है। Contents • 1 थायरॉइड क्या है? (What is Thyroid in Hindi?) • 2 थायरॉइड हार्मोन का काम (Thyroid Works in Hindi) • 3 थायरॉइड रोग के प्रकार (Thyroid Types in Hindi) • 3.1 थायरॉइड ग्रंथि की अतिसक्रियता (Hyperthyrodism) • 3.2 अल्पसक्रियता (Hypothyrodism) • 4 थायरॉइड रोग होने के कारण (Thyroid Causes in Hindi) • 4.1 थायरॉइड होने के अन्य कारण (Other Causes of Thyroid) • 5 थायरॉइड रोग का घरेलू इलाज करने के उपाय (Home Remedies for Thyroid Disease in Hindi) • 5.1 मुलेठी से थायरॉइड का इलाज (Mulethi: Home Remedies for Thyroid Treatment in Hindi) • 5.2 अश्वगंधा चूर्ण के सेवन से थायरॉइड का इलाज (Ashwagandha Churna: Home Remedy for Thyroid in Hindi) • 5.3 थायरॉइड का घरेलू उपचार तुलसी से (Tulsi: Home Remedies to Treat Thyroid in Hindi) • 5.4 थायरॉइड का घरेलू इलाज हरी धनिया से (Dhaniya: Home Remedy for Thyroid Treatment in Hindi) • 5.5 त्रिफला चूर्ण से थायरॉइड से लाभ (Triphala: Home Remedies to...

थाइरोइड: एक साइलेंट किलर; क्या है थाइरोइड, इसके लक्षण और इलाज

क्या है थाइरोइड? (What is Thyroid) थाइरोइड एक तरह की ग्रंथि है जो गले में सामने की ओर होती है। यह ग्रंथि हमारे शरीर के मेटाबॉल्जिम को नियंत्रण करती है। यह हम जो भोजन खाते हैं यह उसे उर्जा में बदलने का काम करती है। यह हमारे हृदय, मांसपेशियों, हड्डियों व कोलेस्ट्रोल को भी प्रभावित करती है।थाइरोइड को साइलेंट किलर भी कहा जाता है क्‍योंकि इसके लक्षण एक साथ नही दिखते है। थाइरोइड की समस्या (Thyroid disease) थाइरोइड की समस्या पिट्यूटरी ग्रंथि के कारण होती है। महिलाओं में रजोनिवृत्ति में असमानता भी थाइरोइड का कारण बनती है। पुरूषों में थाइरोइड की समस्या के लक्षण समस्या के प्रकार पर निर्भर करता है – यह जीवन शैली में परिवर्तन , दवाओं की वज़ह से, बदलाव आदि हो सकते है। थाइरोइड समस्या का टेस्ट (Thyroid test) थाइरोइड के मरीजों को थाइरोइड फंक्शन (Thyriod Function) टेस्ट कराना चाहिए। बच्‍चों में थाइरोइड (Thyroid in kids) अक्‍सर बच्‍चों में थाइरोइड समस्‍या के लिए माता-पिता ही जिम्‍मेदार होते हैं। अगर गर्भावस्‍था के दौरान मां को थाइरोइड समस्‍या है तो बच्‍चे को भी थाइरोइड की समस्‍या हो सकती है। इसके अलावा मां के खान-पान से भी बच्‍चे का थाइरोइड फंक्‍शन प्रभावित होता है। अगर गर्भावस्‍था के दौरान मां के डाइट चार्ट में आयोडीनयुक्‍त खाद्य-पदार्थों का अभाव है तो इसका असर शिशु पर पड़ता है। वैसे तो बड़ों, किशारों और बच्‍चों में थाइरोइड समस्‍या के लक्षण सामान्‍य होते हैं। लेकिन अगर बच्‍चों में थाइरोइड की समस्‍या हो तो उनका शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित होता है। बच्‍चों में अगर थाइरोइड समस्‍या है तो बच्‍चों के चिकित्‍सक से संपर्क कीजिए। थाइरोइड के कारण (Causes of Thyroid) • थायरायडिस– यह सिर्फ एक बढ़ा...

थाइरोइडिटिस

• थाइरोइड ग्रंथि के आकार का बढ़ना, जो गर्दन के सामने के हिस्से में दर्द उत्पन्न करता है। • बुखार • थकावट • मांसपेशियों और जोड़ों का दर्द। • निगलने में कठिनाई। • आवाज बैठना • थाइरोइड ग्रंथि पर दर्द्युक्त असहनशीलता। • अतिसक्रिय थाइरोइड (हाइपरथाइरोइडिस्म) के लक्षणों में हैं अतिसार, गर्मी सहन ना कर पाना, निराशा, तीव्र हृदयगति, पसीना आना, कम्पन, वजन कम होना। • अत्यंत कम थाइरोइड हार्मोन के लक्षण हैं- ठण्ड सहन ना कर पाना, कब्ज, थकावट, वजन बढ़ना। थाइरोइड ग्रंथि की सूजन, हाशिमोटोस थाइरोइडिटिस, शिशु जन्म के बाद आने वाली थाइरोइड ग्रंथि की सूजन, कम तीव्रता युक्त थाइरोइड की सूजन, थाइरोइड की ज्ञात न होने वाली सूजन, ड्रग उत्प्रेरित थाइरोइड की सूजन, विकिरण उत्प्रेरित थाइरोइड की सूजन, तीव्रता युक्त थाइरोइड की सूजन, रिडेल्स थाइरोइडिटिस, वजन बढ़ना, थाइरोइड ग्रंथि की सूजन, gala sujan rog, gala sujan ke lakshan aur karan, gala sujan ke lakshan in hindi, gala sujan symptoms in hindi, Thyroiditis in hindi, Thyroiditis treatment in hindi,

घर बैठे थायराइड के लक्षण जाने और अपनाएं घरेलू इलाज : Thyroid

थाइरोइड ( Thyroid) गले में स्थित एक ग्लैंड का नाम है। यह ग्लैंड गले के आगे के हिस्से में मौजूद होता है और इसका आकार एक तितली के समान होता है। यह बॉडी के कई तरह के मेटाबोलिज्म प्रतिक्रिया को कण्ट्रोल करने के काम आता है। आयुर्वेद के अनुसार, वात, पित्त व कफ के कारण थायरॉइड संबंधित रोग होता है। जब शरीर में वात एवं कफ दोष हो जाता है तब व्यक्ति को थायरॉइड होता है। इस लेख में आप थाइरोइड के लक्षण, कारण व घरेलु उपचार के बारे में जान पाएंगे। थाइरोइड 2 टाइप के होता है :- 2 Types Of Thyroid 1. हाइपरथायरायडिज्म ( Hyperthyroidism) में वजन घटना, गर्मी न झेल पाना, ठीक से नींद न आना, प्यास लगना, अत्यधिक पसीना आना, हाथ कांपना, दिल तेजी से धड़कना, कमजोरी, चिंता, और अनिद्रा शामिल हैं। 2. हाइपोथायरायडिज्म ( Hypothyroidism) में सुस्ती, थकान, कब्ज, धीमी हृदय गति, ठंड, सूखी त्वचा, बालों में रूखापन, अनियमित मासिकचक्र और इन्फर्टिलिटी के के लक्षण दिखाई देते हैं। थाइरोइड होने पर अपनाएं ये 10 घरेलु इलाज :- 1. तुलसी (Tulsi - Holy Basil) दो चम्मच तुलसी के रस में आधा चम्मच ऐलोवेरा जूस मिला कर सेवन करें। इससे थायरॉइड रोग ठीक होता है। 2. हरी धनिया (Coriander) हरी धनिया को पीसकर एक गिलास पानी में घोल कर पिएं। इससे थायरॉइड रोग से आराम मिलेगा। 3. त्रिफला का चूर्ण (Triphala Powder) प्रतिदिन एक चम्मच त्रिफला चूर्ण का सेवन करें। यह ऐसे में बहुत फायदेमंद होता है। 4. हल्दी और दूध का मिश्रण (Turmeric Milk) प्रतिदिन दूध में हल्दी पका कर पीने से भी थायराइड का उपचार होता है। 5. मुलेठी का सेवन करें (Mulethi) मुलेठी में पाया जाने वाला प्रमुख घटक ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड थायरॉइड कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है। ...