थॉमस अल्वा एडिसन हिस्ट्री

  1. थॉमस अल्वा एडिसन: Thomas Alva Edison in Hindi, परिचय
  2. Thomas Alva Edison : A Story from his life Biograhpy in Hindi
  3. थॉमस ऐल्वा एडीसन के इन 6 बेहतरीन आविष्कारों ने आज की दुनिया की शक्ल बदल दी
  4. Thomas Edison Information in Marathi
  5. थॉमस एडिसन यांची संपूर्ण माहिती
  6. थॉमस ऐल्वा ऐडिसन
  7. टामस ऐल्वा एडिसन जीवनी और विचार
  8. थॉमस एडिसन यांचा जीवनचरित्र
  9. मंदबुद्वि से महान वैज्ञानिक बनने की कहानी
  10. थॉमस एल्वा एडीसन की जीवनी माता पिता जन्मस्थान कार्यक्षेत्र प्रसिद्धि बल्ब आविष्कारक


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थॉमस अल्वा एडिसन: Thomas Alva Edison in Hindi, परिचय

थॉमस अल्वा एडिसन 20 वीं सदी के दुनिया के सबसे विपुल आविष्कारक थे। मोशन पिक्चर कैमरा, फोनोग्राफ, तापदीप्त प्रकाश बल्ब, टेलीफोन ट्रांसमीटर और कई अन्य जैसे आविष्कारों के साथ आधुनिक जीवन में उनका योगदान निर्विवाद रूप से महत्वपूर्ण है, जो आज भी हमारे दिन-प्रतिदिन के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यदि आप सोच रहे हैं कि वह कैसे महान आविष्कारक बने, तो आइए इस ब्लॉग में थॉमस अल्वा एडिसन की शिक्षा के लिए एक यात्रा करें! Table of contents • • • • “ प्रतिभा एक प्रतिशत प्रेरणा और निन्यानबे प्रतिशत पसीना है। “ थॉमस अल्वा एडिसन की बचपन और प्रारंभिक शिक्षा “हमारी सबसे बड़ी कमजोरी हार मानने में निहित है।सफल होने का सबसे निश्चित तरीका हमेशा एक बार और प्रयास करना है। “ थॉमस अल्वा एडीसन मिलान में 11 ओहियो पैदा हुआ था, वें शमूएल ओग्डेन एडीसन जूनियर और नैन्सी इलियट एडीसन के लिए फ़रवरी 1847। वह सात बच्चों में अंतिम था और एक बीमार बच्चा था। थॉमस अल्वा एडिसन की शिक्षा पारंपरिक मानदंडों के अनुसार नहीं थी। उन्होंने 1854 में 12 सप्ताह से अधिक समय तक मिशिगन के एक पब्लिक स्कूल में पढ़ाई की। आसानी से विचलित बच्चे होने के कारण, उन्हें अपने शिक्षक से कुछ आलोचनाएँ मिलीं, जिससे उनकी माँ ने उन्हें स्कूल से निकाल दिया। खुद एक निपुण स्कूल शिक्षक होने के नाते, नैन्सी एडिसन ने उन्हें होमस्कूल करना शुरू किया, जिसने उन्हें अपने प्रारंभिक जीवन में प्रमुख प्रभावों में से एक बना दिया। एडिसन ने कम उम्र से ही ज्ञान की प्यास दिखाई, विभिन्न विषयों पर पुस्तकों की एक विस्तृत श्रृंखला पढ़ी। होमस्कूल होने के नाते, एक परिभाषित पाठ्यक्रम की अनुपस्थिति ने उन्हें आत्म-शिक्षा और स्वतंत्र सीखने के लिए एक आदत विकसित करने के लिए प्...

Thomas Alva Edison : A Story from his life Biograhpy in Hindi

• एक दिन थॉमस अल्वा एडिसन स्कूल से अपने घर आया और स्कूल से मिले हुए पेपर को अपनी माँ से देते हुए बोला कि : “माँ मेरे शिक्षक ने मुझे यह पत्र दिया है और कहा है कि ‘इसे केवल अपनी माँ को ही देना !!’ बताओ माँ आखिर इसमें ऐसा क्या लिखा है ? मुझे जानने की बड़ी उत्सुकता है !!” • तब पेपर को पढ़ते हुए माँ की आँखें रुक गईं और तेज आवाज़ में पत्र पढ़ते हुए बोली :- “आपका बेटा बहुत ही प्रतिभाशाली है…. यह विद्यालय उसकी प्रतिभा के आगे बहुत छोटा है और उसे और बेहतर शिक्षा देने के लिए हमारे पास इतने काबिल शिक्षक नहीं है इसलिए आप उसे खुद पढ़ायें या हमारे स्कूल से भी अच्छे स्कूल में पढने को भेजें !!” • ये सब सुनने के बाद एडिसन अपने आप पर गर्व करने लगा और माँ की देख-रेख में अपनी पढाई करने लगा । • लेकिन एडिसन के माँ के मृत्यु के कई सालों बाद एडिसन एक महान वैज्ञानिक बन गया और एक दिन अपने कमरों की सफाई कर रहा था तो उसे अलमारी में रखा हुआ वह पत्र मिला जिसे उसने खोला और पढने लगा । उस में लिखा था कि :- “आपका बेटा मानसिक रूप से बीमार है… जिससे उसकी आगे की पढाई इस स्कूल में नहीं हो सकती है । इसलिए उसे अब स्कूल से निकाला जा रहा है । ” • इसे पढ़ते ही एडिसन भावुक हो गया और फिर अपनी डायरी में लिखा कि :- “थॉमस एडिसन तो एक मानसिक रूप से बीमार बच्चा था लेकिन उसकी माँ ने अपने बेटे को सदी का सबसे प्रतिभाशाली व्यक्ति बना दिया ।” • नैतिक शिक्षा – जीवन में हम क्या हैं ? कैसे हैं ? यह महत्वपूर्ण नहीं है लेकिन अगर अपने ऊपर माँ की ममता और प्यार हो तो मानसिक रूप से भी बीमार बच्चे का भविष्य और नियति को बदला जा सकता है और बच्चा माँ के आंचल से दुनिया का सबसे महान व्यक्ति भी बन सकता है !

थॉमस ऐल्वा एडीसन के इन 6 बेहतरीन आविष्कारों ने आज की दुनिया की शक्ल बदल दी

थॉमस अल्वा एडिसन सबसे प्रसिद्ध आविष्कारकों में से एक हैं. 1847 में पैदा हुए एडीसन अपने समय से काफी आगे थे. उनके द्वारा बनाई गयी चीज़ों ने आज की दुनिया में बहुत प्रभाव डाला. इन आविष्कारों के बिना आज की दुनिया की कल्पना ही नहीं की जा सकती. लाइट बल्ब को बेहतर बनाना, फ़ोनोग्राफ़ और मोशन पिक्चर कैमरा जैसी चीज़ें जो आज हमारे जीवन का अटूट हिस्सा हैं, सबका आविष्कार एडिसन ने ही किया. एडिसन की समय से आगे सोच और हैरत कर देने वाले आविष्कारों को देख तब के लोग भौंचक्के हो जाते थे. 84 साल के जीवन में एडिसन के नाम कुल 1,093 पेटेंट हैं. अजब-ग़ज़ब आविष्कारों के चलते उस समय के लोग एडिसन को जादूगर कहके बुलाते थे. आइये जानते हैं एडिसन के 6 आविष्कार जिन्होंने दुनिया बदल दी. 1. टिन-फॉयल में आवाज़ रिकॉर्ड करने वाला फ़ोनोग्राफ़: 1876 में एडिसन ने न्यू जर्सी के मेन्लो पार्क में अपनी एक लैब बनाई. ठीक एक साल बाद उन्होंने कुछ ऐसा बना दिया जिस पर लोग यकीन ही नहीं कर पा रहे थे. यह आविष्कार एक फ़ोनोग्राफ़ का था, जो एक सिलेंडर पर लिपटी टिन-फॉयल में आवाज़ रिकॉर्ड करता था. हालांकि रिकार्डेड आवाज़ उतनी अच्छी नहीं होती थी मगर इस अविष्कार ने लोगों को चौंका दिया. अपने इस अविष्कार के चलते एडिसन लोगों के बीच फ़ेमस हो गए. लोग उन्हें “मेन्लो पार्क का जादूगर” बुलाने लगे. 2. मरे हुए लोगों से बात कराने वाला ‘स्पिरिट फ़ोन’ 1920 में एक मैगज़ीन को इंटरव्यू देते हुए एडिसन ने कहा था, “मैं पिछले कुछ समय से एक डिवाइस पर काम रहा हूं. मैं यह देखना चाहता हूं कि जो लोग हमें छोड़ कर चले गए हैं क्या वो हमसे बात कर सकते हैं.” एडिसन की ‘स्पिरिट फ़ोन’ वाली बात ने मीडिया में तूफ़ान ला दिया. कई सालों तक इतिहासकारों ने इस आविष्कार को मज़ाक समझा क्योंकि...

Thomas Edison Information in Marathi

हॅलो मित्रांनो आज मी तुम्हाला माहिती – Thomas Edison Information in Marathi मुलांनो, मानवजातीवर अनंत उपकार केलेल्या शास्त्रज्ञांचा जेव्हा आपण विचार करतो, तेव्हा थॉमस अल्वा एडिसन याचे नाव सर्वप्रथम डोळ्यासमोर येते, ते त्याने लावलेल्या हजारो उपयुक्त शोधांमुळे ! स्वयंचलित तारयंत्र, फोनोग्राफ, डायनामो, विजेचा बल्ब, विद्युत मोटर, चलत् चित्रपट असे अनेक शोध एडिसनने लावले. थॉमस अल्वा एडिसन या अमेरिकन शास्त्रज्ञाचा जन्म मिलान, ओहिओ येथे ११ फेब्रुवारी,१८४७ रोजी झाला. फक्त तीन चार महिनेच तो शाळेत गेला. कारण त्याचे व शाळेचे फारसे पटले नाही. तो बारा वर्षांचा झाल्यावर त्याने घरच्या गरिबीमुळे रेल्वे स्टेशनवर पेपर विकण्याचे काम सुरू केले, फावल्या वेळेत तो वेगवेगळे प्रयोग करण्यात रंगून जात असे. एका रेल्वेच्या डब्यातच त्याची प्रयोगशाळा होती. नंतर त्याने ग्रँड ट्रंक हेराल्ड नावाचे साप्ताहिक इ.स. १८६२ मध्ये सुरू केले. रेल्वेतीलच एका अधिकाऱ्याच्या मुलाचा प्राण वाचविल्याबद्दल बक्षीस म्हणून त्याला तारयंत्र वापरण्याचे शिक्षण मिळाले. पुढे त्याला बोस्टन येथील एका कार्यालयात नोकरी मिळाली. अतिशय गरीब असल्यामुळे अगदी मळक्या कपड्यांत तो कामावर रुजू झाला. त्याचा अवतार पाहून तेथील कर्मचाऱ्यांनी त्याची टर उडविली; परंतु त्याने तिकडे लक्ष दिले नाही. प्रामुख्याने त्याला तारयंत्रावर बसून संदेश घेण्यास फर्माविले, त्याचे तारयंत्रावरील कसब व संदेश घेण्याचा वेग पाहून सर्वजण चकित झाले. सलग चार-साडेचार तास तारयंत्रावर बसून त्याने संदेश घेतला. इतकेच नव्हे तर पलीकडे तारयंत्रावर बसलेल्या माणसाला एकदाही एकही अक्षर पुन्हा सांगावे लागले नाही, की त्याच्या संदेश पाठविण्याचा वेग कमी करावा लागला नाही. या वेगाने व इतका वेळ आण...

थॉमस एडिसन यांची संपूर्ण माहिती

Share Tweet Share Share Email थॉमस एडिसन यांची संपूर्ण माहिती | Thomas Edison Information in Marathi नमस्कार मित्र-मैत्रिणींनो आज आपण थॉमस एडिसन या विषयावर माहितीबघणार आहोत. थॉमस अल्वा एडिसन कोण होता? थॉमस अल्वा एडिसन हे एक अमेरिकन शोधक आणि व्यापारी होते जे 1847 ते 1931 पर्यंत जगले. त्यांच्या नावावर 1,000 हून अधिक पेटंटसह ते इतिहासातील सर्वात महत्वाचे शोधक मानले जातात. एडिसनचा जन्म मिलान, ओहायो येथे झाला आणि पोर्ट ह्युरॉन, मिशिगन येथे मोठा झाला. त्याने तरुण वयात टेलीग्राफ ऑपरेटर म्हणून काम करायला सुरुवात केली आणि लवकरच त्याला नवीन उपकरणे शोधण्यात आणि विद्यमान उपकरणांमध्ये सुधारणा करण्यात रस निर्माण झाला. आपल्या संपूर्ण आयुष्यात, एडिसननेइलेक्ट्रिक पॉवर निर्मिती आणि वितरण, टेलिग्राफी, ध्वनी रेकॉर्डिंग, मोशन पिक्चर्स आणि इतर अनेक क्षेत्रांसह विविध क्षेत्रात महत्त्वपूर्ण योगदान दिले. त्याचा सर्वात प्रसिद्ध शोध बहुधा व्यावहारिक आणि दीर्घकाळ टिकणारा इलेक्ट्रिक लाइट बल्ब आहे, जो त्याने अनेक वर्षांच्या प्रयोगात विकसित केला आहे. एडिसन त्याच्या उद्योजकतेसाठी आणित्याच्या शोधांना यशस्वी व्यवसायात बदलण्याच्या क्षमतेसाठी देखील ओळखले जात होते. त्यांनी एडिसन इलेक्ट्रिक कंपनी (पुढे जनरल इलेक्ट्रिक म्हणून ओळखली जाते) ची स्थापना केली आणि इलेक्ट्रिक पॉवर उद्योगाच्या विकासात महत्त्वाची भूमिका बजावली. आपल्या संपूर्ण आयुष्यात, एडिसन हा एक विपुल शोधकर्ता आणि अथक कार्यकर्ता होता, जो त्याच्या चिकाटीसाठी आणि त्याच्या कल्पनांचा प्रयोग आणि परिष्कृत करत राहण्याच्या इच्छेसाठी ओळखला जातो, अगदी अडथळे आणि आव्हानांना तोंड देत. त्याच्या नवकल्पनांनी जग बदलण्यात मदत केली आणि आधुनिक जीवनावर खोलवर परिणाम झाला. द...

थॉमस ऐल्वा ऐडिसन

​( m. १८८६⁠–⁠ एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "२") ​ बच्चे मैरियन एस्टेल एडीसन (1873–1965) थॉमस अल्वा एडीसन जूनियर (1876–1935) विलियम लेस्ली एडीसन (1878–1937) मेडेलीन एडीसन (1888–1979) चार्ल्स एडीसन (1890–1969) थिओडर मिलर एडीसन (1898–1992) माता-पिता सामुएल ओगडेन एडीसन जूनियर. (1804–1896) नैन्सी मैथ्यू इलियट (1810–1871) संबंधी हस्ताक्षर A Day with Thomas Edison (1922) थॉमस अल्वा एडीसन, ( एडिसन का पालन-पोषण अमेरिकी मिडवेस्ट में हुआ था। अपने करियर की शुरुआत में उन्होंने एक टेलीग्राफ ऑपरेटर के रूप में काम किया, जिसने उनके कुछ शुरुआती आविष्कारों को प्रेरित किया। [4] 1876 ​​​​में, उन्होंने न्यू जर्सी के मेनलो पार्क में अपनी पहली प्रयोगशाला सुविधा स्थापित की, जहाँ उनके कई शुरुआती आविष्कार विकसित हुए। बाद में उन्होंने व्यवसायियों हेनरी फोर्ड और हार्वे एस. फायरस्टोन के सहयोग से फ़्लोरिडा के फोर्ट मायर्स में एक वनस्पति प्रयोगशाला की स्थापना की, और वेस्ट ऑरेंज, न्यू जर्सी में एक प्रयोगशाला की स्थापना की, जिसमें दुनिया का पहला फिल्म स्टूडियो, ब्लैक मारिया था। उनके नाम पर 1,093 अमेरिकी पेटेंट के साथ-साथ अन्य देशों में पेटेंट के साथ, एडिसन को अमेरिकी इतिहास में सबसे विपुल आविष्कारक माना जाता है। [7] एडिसन ने दो बार शादी की और छह बच्चों को जन्म दिया। 1931 में मधुमेह की जटिलताओं से उनकी मृत्यु हो गई। बाहरी कड़ी [ | ] • • • • The Invention Factory: Thomas Edison's Laboratories • • • • • • • • • " • Afrikaans • Alemannisch • አማርኛ • Aragonés • العربية • الدارجة • مصرى • অসমীয়া • Asturianu • अवधी • Aymar aru • Azərbaycanca • تۆرکجه • Башҡортса • Boarisch • Žemaitėška • Bikol Centr...

टामस ऐल्वा एडिसन जीवनी और विचार

एडिसन ने अपने सबसे पहलेआविष्कार का पेटेंट "विद्युत मतदानगणक" (Electric Vote Recorder) के रूप में कराया. और उसी के बाद अपने जीविकोपार्जन के लिए कर रहे नौकरी को छोड़ दिया और और प्रयोगशाला में अपने आविष्कार को पूर्ण रूप देने का निश्चय किया. एडिसन निर्धन होते हुए भी यह कड़ा निर्णय लिया और नौकरी को छोड़ दी अपने आत्मविश्वास के बल पर. और अविष्कार करने में जुट गए. और यह आत्मविश्वास उनका आखिरकार रंग ले आया और उन्होंने 1870-76 ई. के बीच अनेको आविष्कार किए. 10= बचपन में उन्होंने लोगो के मुह से सुना था की, पक्षी कीड़े मकोड़े खाते हैं इस लिए लिए वो हवा में उड़ते हैं. तब उन्होंने इस प्रयोग को करना चाहा जिज्ञासावश इसका स त्य जानने के लिए, और सुबह वो पार्क में चले गए और वहा से ढेरो कीड़े मकोड़े पकड़ कर एक जार में बंद कर के ले आये और उसका एक घोल बना लिया और इस घोल को अपने दोस्त को पिला दिया यह जानने के लिए दोस्त पक्षी की तरह उडता हैं की नहीं? 14= थॉमस अल्वा एडिसन का कहना था की अगर हम अपने किये गए कार्यो मेंहजारोंबार असफल होते हैं तो इसका सीधा मतलब यह की की हम कुछ न कुछ गलत कर रहे हैं. वरना हमें सफलता पहले चरण में ही प्राप्त हो जाती. बस हमें उस गलती को खोजना हैं और और उसे सुधारनाहैं. और हमेंसफलता निश्चित ही मिलेगी कमियों को खोजो और उसे सुधारो असफलता से कभी हार मत मानों .. हजार बार असफल होकर भी आखिरकार सफलता हमारे कदम चूमेगी.. • अक्टूबर 1879 ई. को40 घंटे से अधिक समय तक बिजली से जलनेवाला निर्वात बल्ब विश्व को भेंट किया. • 1 जून 1869 इलेक्ट्रोग्राफिक वोट रिकॉर्डर • 22 जून 1869 ऑटोमेटिक टेलीग्राफ • 22 मार्च 1881 इलेक्ट्रिक लाइटिंग सिस्टम • 18 अक्टूबर 1881 इलेक्ट्रिक जेनरेटर • 29 मई 1883 मोटोग्राफ (लाउड ...

थॉमस एडिसन यांचा जीवनचरित्र

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • थॉमस एडिसन यांचा जीवनचरित्र | Thomas Edison biography in Marathi त्यांचा जन्म 11 फेब्रुवारी 1847 रोजी अमेरिकेत झाला, फोनोग्राफ आणि इलेक्ट्रिक बल्बसह अनेक उपकरणे विकसित केली, ज्यामुळे जगभरातील लोकांचे जीवन बदलले. आज आम्ही थॉमस एडिसनचे बालपण, थॉमस एडिसन कोट्स आणि थॉमस एडिसन नेट वर्थ यांची माहिती सांगणार आहोत, ज्यांना “मेनलो पार्कचे जादूगार” या नावाने ओळखले जाते, ज्यांनी मोठ्या प्रमाणावर उत्पादन आणि शोध कार्याची तत्त्वे आजमावली. संघ एकट्या युनायटेड स्टेट्समध्ये 1093 पेटंटसह पहिली औद्योगिक प्रयोगशाळा स्थापन करण्याचे श्रेय थॉमस अल्वा एडिसन यांना जाते. एडिसनची गणना जगातील महान शोधकांमध्ये केली जाते. एडिसन हा लहानपणापासूनच जिज्ञासू स्वभावाचा होता, थॉमस अल्वा एडिसनच्या कथेत त्या महामानवाच्या सर्व गोष्टींचा आपल्यालाही फायदा होणार आहे, तर सुरुवात करूया, प्रकाश देणाऱ्या बल्बसारखी उत्तम देणगी देणाऱ्या शास्त्रज्ञापासून. संपूर्ण जगासाठी. मनोरंजक संबंधित माहितीसाठी. थॉमस अल्वा एडिसन यांचे चरित्र थोर शोधक थॉमस अल्वा एडिसन यांचा जन्म 11 फेब्रुवारी 1847 रोजी ओहायोमधील मिलान शहरात झाला. लहानपणापासूनच एडिसनने चतुराई, जिज्ञासू वृत्ती आणि चिकाटी दाखवली. आईने सहा वर्षे घरी शिकवले, तिचे शिक्षण केवळ तीन महिने सार्वजनिक शाळेत झाले. तरीही एडिसनने त्याच्या १०व्या वाढदिवसापर्यंत ह्यूम, सीअर, बर्टन आणि गिबन यांच्या महान ग्रंथांचा आणि डिक्शनरी ऑफ सायन्सेसचा अभ्यास पूर्ण केला होता. वयाच्या 12 व्या वर्षी एडिसनने फळे आणि वृत्तपत्रे विकण्याचा व्यवसाय करून कुटुंबाला दिवसाला एक डॉलर मदत करण्यास सुरुवात केली. ते पत्रे छापायचे आणि रेल्वेवर वैज्ञानिक प्रयोग करायच...

मंदबुद्वि से महान वैज्ञानिक बनने की कहानी

thomas alva edison ki kahani- 11 फरवरी, 1847 की सर्द रात को अदभुत बालक का जन्‍म हुआ, जिसका सिर आम बच्‍चों से बड़ा था, पर शेष शरीर कमजोर था. बालक के दादा और चाचा के नाम पर उसका नाम थॉमस रखा गया. साथ ही थॉमस अल्वा एडिसन का जीवन परिचय हिंदी में-Thomas Edison Biography in hindi- एडिसन को स्कूल से बाहर क्यों ले जाया गया? बालक Edison की शिकायतें भी स्‍कूल से ज्‍यादा आती थी. वह सपनों में खाे जाता था और कॉपी में कायदे से लिख तक नहीं पाता था. एक बार शिक्षक ने एडीसन की मां से कहा कि आपका बालक तो पागल है. इससे माता नैंसी बुरी तरह से आहत हुई. माता नैंसी ने ही उसको पढ़ाना प्रारंभ कर दिया. थॉमस घर पर पढ़ाई करते हुए कई अटपटे से प्रयोग भी करता था. उनकी इन हरकतों की मां नैंसी वकालत करती थी और उसे दूसरे बच्‍चों से अलग बताती थी. पहली बार ट्रेन में जाने का अवसर और 30 डालर की सैलरी भी नवंबर 1859 में Thomas Edison को बारह साल की उम्र में पहली बार रेल यात्रा करने का मौका मिला. ट्रेन से जाते समय रास्‍ते में थॉमस ने अपने सामान पर ब्रश और रंग से ऐसे निशान लगा दिए, जिससे उन्‍हें उतारने में आसानी हो. यह कला उस समय अभूतपूर्व थी, और स्‍टेशन मास्‍टर ने उसकी तारीफ की और उसे 30 डॉलर की सेवाओं पर रख लिया. अब थॉमस की दिनचर्या रेल में यात्रा करना हो गई. थॉमस रेलवे से यात्रा करते समय किताबों और अखबारों को पढ़ने लगे. वह रेल में अखबार बेचने लगे. लेकिन वह काम उन्‍हें नहीं जम पाया. अब उन्‍होंने खुद का अखबार शुरू किया. उनके अखबार का नाम था “ग्रांड ट्रंक हेराल्‍ड”(grand trunk herald) . इसे अपने बेसमेंट में छापते थे और 8 सेंट की दर पर रेल में बेच देते थे.उनकी प्रसिद्धि बाल पत्रकार के रूप में हो गई. थॉमस को लगातार आय...

थॉमस एल्वा एडीसन की जीवनी माता पिता जन्मस्थान कार्यक्षेत्र प्रसिद्धि बल्ब आविष्कारक

थॉमस ऐल्वा एडीसन का जीवन परिचय थॉमस एल्वा एडीसन एक ऐसे महान वैज्ञानिक जिन्होंने इस दुनिया में प्रकाश से रोशन किया यानि उन्होंने ही बल्ब का अविष्कार किया था, जिस आविष्कार के चलते आज ये दुनिया प्रकाश से जगमगा रही है, तो इस पोस्ट में थॉमस एल्वा एडीसन की जीवनी को पढेगे, जैसा की आप जानते है की जैसे ही अँधेरा होता है तो हम तुरंत बिजली बोर्ड चालू करते है फिर तुरंत बल्ब के द्वारा चारो तरफ उजाला हो जाता है तो ये हमारे अँधेरे को दूर करने वाली बल्ब का प्रकाश हमे तुरंत अँधेरे से दूर कर देता है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की ये बल्ब किसने बनाया होगा या कैसे पहली बार बना होगा जो हमारे जीवन के अस्तित्व में आया तो शायद हमने कभी इसके बारे में सोचने का वक़्त ही नही मिला हो. लेकिन जरा आप सोचिये इस बल्ब को बनाने में थॉमस ऐल्वा एडीसन 10000 बार से भी ज्यादा हुए फिर भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी लेकिन हजारो बार असफल होने के बाद भी महान वैज्ञानिक थॉमस ऐल्वा एडीसन ने अपने जीवन में कभी हार नही मानी और प्रकाश देने वाले बल्ब का आविष्कार किया जो की सबकी जिन्दगी में एक तरह से प्रकाश से भर दिया. लेकिन सोचो दोस्तों क्या थॉमस ऐल्वा एडीसन बचपन में भी ऐसे थे तो शायद नही, उन्हें बचपन में मंदबुद्धि के रूप में जाना जाता है एक बार तो उनके स्कूल के अध्यापक तो उन्हें स्कूल के ड्रेस और फीस न होने के कारण उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया. गरीबी के कारण उनकी माँ ने उन्हें घर पर ही पढ़ाने का निर्णय लिया और जिस बेटा के पीछे माँ की पढाई हो तो उसे अपनि जीवन में सफलता मिलना निश्चित ही है फिर इसके बाद वे Open School से फॉर्म भरकर माँ से ही पढाई करते हुए सारे एग्जाम पास करते गये और माँ द्वारा दी गयी शिक्षा के चलते ही मात्र दस ...