Thos kise kahate hain

  1. द्रव किसे कहते हैं? परिभाषा ( Drav Kise Kahate Hain )
  2. वाक्य (परिभाषा, भेद और उदाहरण)
  3. वर्ण किसे कहते है
  4. Vakya Kise Kahate Hain
  5. Vakya Kise Kahate Hain
  6. द्रव किसे कहते हैं? परिभाषा ( Drav Kise Kahate Hain )
  7. वाक्य (परिभाषा, भेद और उदाहरण)
  8. वर्ण किसे कहते है
  9. वाक्य (परिभाषा, भेद और उदाहरण)
  10. Vakya Kise Kahate Hain


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द्रव किसे कहते हैं? परिभाषा ( Drav Kise Kahate Hain )

इस लेख में द्रव विषय से सम्बन्धित सभी जानकारी मिलेगी जैसे कि – द्रव किसे कहते हैं? परिभाषा ( Drav Kise Kahate Hain ) आदि । तो चलिए आगे जानते है इन सभी प्रश्नों के बारे में ” उत्तर “ । द्रव किसे कहते हैं? ( What is Liquid ) द्रव किसे कहते हैं? :—तरल का अर्थ होता है बहने वाला । भौतिकी ( Physics ) में तरल की श्रेणी में द्रव ( Fluid ) और गैस दोनों आते हैं, क्योंकि दोनों ही बहते हैं। Fवैज्ञानिक दृष्टि से प्लाज़्मा भी तरल पदार्थों की श्रेणी में शामिल है। भौतिकी की वह शाखा जिसमें तरल का अध्ययन होता है तरल यांत्रिकी ( Fluid Mechanics ) कहलाती है। • इनमें अन्तराण्विक बल ठोसों की अपेक्षा कम होता है । • इनका निश्चित आयतन होता है । • इनका निश्चित आकार नहीं होता है । • ये जिस पात्र में डाले जाते हैं उसके आकार में ढल जाते हैं । • ये आसानी से बह जाते हैं । • इनको ज्यादा दबाया नहीं जा सकता है । • इनका घनत्व ठोसों की अपेक्षा कम होता है । उदाहरण :— पानी , तेल , दूध आदि । थ़र्मोमीटर में इस्तेमाल होने वाला पारा एक तरल धातु है जो पानी की तरह बहती है और जिसे उडेला जा सकता है ( ध्यान रहे के पारा और उस से उठती हुई भाप अत्यंत विषैली होती है ) तो दोस्तों मुझे आशा है कि, इस लेख में दी गई सभी जानकारी जैसे — द्रव किसे कहते हैं? परिभाषा ( Drav Kise Kahate Hain ). आदि प्रश्नों के उत्तर आपको अच्छी तरह से समझ आ गया होगा । अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं. [धन्यवाद़] Read More— • • • • •

वाक्य (परिभाषा, भेद और उदाहरण)

विषय सूची • • • • वाक्य किसे कहते हैं (Vakya Kise Kahate Hain) वाक्य की परिभाषा: शब्दों का दो या दो से अधिक पदों के सार्थक समूह जिसका पूरा अर्थ निकलता हो, उन्हें वाक्य कहा जाता है। उदाहरण के रूप में हम “बालक सोता रहता है” वाक्य लेते है। यहां पर शब्दों को एक निश्चित क्रम में व्यवस्थित किया गया है जो एक साथ मिलकर आपस में सार्थक समूह का निर्माण करते हैं। प्रयुक्त उदाहरण में यदि शब्दों का क्रम निश्चित नहीं होता है तो अर्थ नहीं निकल कर उसका गलत अर्थ निकल जाता है। वाक्यों के दो अंग होते हैं, जो निम्न है: • उद्देश्य • विधेय उद्देश्य जिस विषय के बारे में जानकारी दी जा रही है, उन्हें उद्देश्य कहा जाता है। • राधिका नाचती है। यहां पर राधिका के बारे में जानकारी दी जा रही है, इसलिए यहां पर उद्देश्य राधिका है। विधेय उद्देश्य की जो भी जानकारी दी जाती है, उसे विधेय कहा जाता है। • राधिका नाचती है। यहां पर राधिका नाच रही है, इसलिए इस वाक्य में नाचना विधेय है। वाक्य के भेद कितने होते हैं (Vakya ke Kitne Bhed Hote Hain) वाक्य का विभाजन दो आधार पर किया गया है, जो निम्न है: • रचना के आधार पर • अर्थ के आधार पर नीचे हम वाक्य के भेद (Vakya ke Bhed) के बारे में विस्तार से उदाहरण के साथ जानेंगे। रचना के आधार पर • सरल वाक्य • मिश्र वाक्य • संयुक्त वाक्य सरल वाक्य ऐसा वाक्य जिसमें एक ही सरल वाक्य को दूसरी भाषा में साधारण वाक्य के नाम से भी जाना जाता है, वाक्य में एक उद्देश्य होता है। सरल वाक्य के उदाहरण • रामकिताब पढ़ता है। • राधा दौड़ती है। • गंगा पढ़ाई करती है। • पारस खाना खाता है। सरल वाक्य के बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें मिश्र वाक्य ऐसे वाक्य जिनमें मिश्र वाक्य में मुख्य उद्द...

वर्ण किसे कहते है

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • दोस्तो अगर आसान तरीके से समझें तो वर्ण उस मूल ध्वनि को कहते है, जिसका खंड न हो; जैसे- क् ,प् , ख् , च इत्यादि। ’रानी ’ शब्द की दो ध्वनियाँ है- ’रा ’ और ’नी’। इनके भी चार खंड है- र्+आ, न्+ई। अब आप यह समझें कि हम इसके बाद इन चार ध्वनियों के टुकङे नहीं कर सकते। इसलिए ये मूल ध्वनियाँ वर्ण का अक्षर होती है। वर्ण वह छोटी-सी ध्वनि है, जिसके टुकङे नहीं किए जा सकते। वर्ण हमारी वाणी की सबसे छोटी इकाई है। मूलतः हिन्दी में 52 वर्ण होते है। वर्णों के उच्चारण समूह को ’वर्णमाला’ कहते है। वर्ण और उच्चारण का बङा ही गहरा सम्बन्ध होता है। इनको एक को दूसरे से अलग नहीं किया जा सकता। स्वर- अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ व्यंजन क्या होते है – Vyanjan Kya Hote Hain Varn Kise Kahate Hain वर्ण कितने प्रकार के होते है – Varn kitne prakar ke hote hain आइए इसके बारे में चर्चा करतें है हिंदी के वर्ण- स्वर और व्यंजन वर्ण के दो प्रमुख तत्व है- स्वर और व्यंजन। इन दोनों के योग से ही वर्णों का अस्तित्व होता है। स्वर – Swar स्वर का उच्चारण बिना अवरोध अथवा विघ्न-बाधा के होता है। इनके उच्चारण में किसी दूसरे वर्ण की सहायता नहीं ली जाती। ये सभी स्वतंत्र है। इनके उच्चारण में भीतर से आती हुई वायु मुख से निर्बाध रूप/बिना बाधा से निकलती है। सामान्यतः इसके उच्चारण में कंठ, तालु का प्रयोग होता है। उ, ऊ के उच्चारण में होठों का प्रयोग होता है। हिंदी में स्वर की संख्या ग्यारह है। • ह्रस्व स्वर- अ, इ, उ, ऋ • दीर्घ स्वर- आ, ई, ऊ • संयुक्त स्वर- ए, ऐ, ओ, औ संस्कृत में ’ऋ’ का प्रयोग होता है। वर्तमान में हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में इसका व्यवहार नाममात्र ही रह गया है है। फ...

Vakya Kise Kahate Hain

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • Vakya Kise Kahate Hain शब्दों का वह सार्थक समूह जिससे एक विचार की स्पष्ट एवं पूर्ण अभिव्यक्ति होती हो उसे वाक्य कहते हैं। भाषा व व्याकरण का सबसे बड़ा अंग वाक्य होता है। भाव/भावार्थ के आधार पर भाषा की सबसे बड़ी एवं सबसे छोटी इकाई वाक्य होता है, क्योंकि भाव/भावार्थ के आधार पर भाषा का सिर्फ़ एक ही अंग होता है, जो कि वाक्य होता है। वाक्य के दो अवयव होते हैं- उद्देश्य एवं विधेय. विधेय एवं उद्देश्य किसे कहते हैं • उद्देश्य • विधेय उद्देश्य – किसी वाक्य में जिस व्यक्ति या वस्तु के संबंध में कहा जाता है, उस व्यक्ति या वस्तु को दर्शाने वाले शब्दों को उद्देश्य कहते हैं। किसी वाक्य में कर्ता ही उद्देश्य होता है। कर्ता के उद्देश्य के उदाहरण:- • राम ने रावण को मारा। • रवि दौड़ रहा है। • आत्मा अमर है। उपरोक्त तीनों वाक्यों में ‘राम ने’, ‘रवि’ और ‘आत्मा’ उद्देश्य हैं, क्योंकि वाक्यों में इनके विषय में कुछ न कुछ कहा गया है। विधेय –उद्देश्य के विषय में जो कुछ कहा जाता है, उसे दर्शाने वाले शब्दों को विधेय के उदाहरण:- • राम ने रावण को मारा। • रवि दौड़ रहा है। • आत्मा अमर है। यह भी पढ़ें :- • • वाक्य के तीन भेद होते हैं • संरचना के आधार पर वाक्य के भेद • • अर्थ के आधार पर वाक्य के भेद संरचना के आधार पर वाक्य के भेद संरचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते हैं। • साधारण वाक्य • संयुक्त वाक्य • मिश्रित वाक्य साधारण वाक्य किसे कहते हैं (sadharan vakya kise kahate hain) जिस वाक्य में एक ही उद्देश्य एवं एक ही विधेय हो उसे साधारण वाक्य कहते हैं। यदि किसी वाक्य में एक से अधिक साधारण वाक्य के उदाहरण (Sadha...

Vakya Kise Kahate Hain

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • Vakya Kise Kahate Hain शब्दों का वह सार्थक समूह जिससे एक विचार की स्पष्ट एवं पूर्ण अभिव्यक्ति होती हो उसे वाक्य कहते हैं। भाषा व व्याकरण का सबसे बड़ा अंग वाक्य होता है। भाव/भावार्थ के आधार पर भाषा की सबसे बड़ी एवं सबसे छोटी इकाई वाक्य होता है, क्योंकि भाव/भावार्थ के आधार पर भाषा का सिर्फ़ एक ही अंग होता है, जो कि वाक्य होता है। वाक्य के दो अवयव होते हैं- उद्देश्य एवं विधेय. विधेय एवं उद्देश्य किसे कहते हैं • उद्देश्य • विधेय उद्देश्य – किसी वाक्य में जिस व्यक्ति या वस्तु के संबंध में कहा जाता है, उस व्यक्ति या वस्तु को दर्शाने वाले शब्दों को उद्देश्य कहते हैं। किसी वाक्य में कर्ता ही उद्देश्य होता है। कर्ता के उद्देश्य के उदाहरण:- • राम ने रावण को मारा। • रवि दौड़ रहा है। • आत्मा अमर है। उपरोक्त तीनों वाक्यों में ‘राम ने’, ‘रवि’ और ‘आत्मा’ उद्देश्य हैं, क्योंकि वाक्यों में इनके विषय में कुछ न कुछ कहा गया है। विधेय –उद्देश्य के विषय में जो कुछ कहा जाता है, उसे दर्शाने वाले शब्दों को विधेय के उदाहरण:- • राम ने रावण को मारा। • रवि दौड़ रहा है। • आत्मा अमर है। यह भी पढ़ें :- • • वाक्य के तीन भेद होते हैं • संरचना के आधार पर वाक्य के भेद • • अर्थ के आधार पर वाक्य के भेद संरचना के आधार पर वाक्य के भेद संरचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते हैं। • साधारण वाक्य • संयुक्त वाक्य • मिश्रित वाक्य साधारण वाक्य किसे कहते हैं (sadharan vakya kise kahate hain) जिस वाक्य में एक ही उद्देश्य एवं एक ही विधेय हो उसे साधारण वाक्य कहते हैं। यदि किसी वाक्य में एक से अधिक साधारण वाक्य के उदाहरण (Sadha...

द्रव किसे कहते हैं? परिभाषा ( Drav Kise Kahate Hain )

इस लेख में द्रव विषय से सम्बन्धित सभी जानकारी मिलेगी जैसे कि – द्रव किसे कहते हैं? परिभाषा ( Drav Kise Kahate Hain ) आदि । तो चलिए आगे जानते है इन सभी प्रश्नों के बारे में ” उत्तर “ । द्रव किसे कहते हैं? ( What is Liquid ) द्रव किसे कहते हैं? :—तरल का अर्थ होता है बहने वाला । भौतिकी ( Physics ) में तरल की श्रेणी में द्रव ( Fluid ) और गैस दोनों आते हैं, क्योंकि दोनों ही बहते हैं। Fवैज्ञानिक दृष्टि से प्लाज़्मा भी तरल पदार्थों की श्रेणी में शामिल है। भौतिकी की वह शाखा जिसमें तरल का अध्ययन होता है तरल यांत्रिकी ( Fluid Mechanics ) कहलाती है। • इनमें अन्तराण्विक बल ठोसों की अपेक्षा कम होता है । • इनका निश्चित आयतन होता है । • इनका निश्चित आकार नहीं होता है । • ये जिस पात्र में डाले जाते हैं उसके आकार में ढल जाते हैं । • ये आसानी से बह जाते हैं । • इनको ज्यादा दबाया नहीं जा सकता है । • इनका घनत्व ठोसों की अपेक्षा कम होता है । उदाहरण :— पानी , तेल , दूध आदि । थ़र्मोमीटर में इस्तेमाल होने वाला पारा एक तरल धातु है जो पानी की तरह बहती है और जिसे उडेला जा सकता है ( ध्यान रहे के पारा और उस से उठती हुई भाप अत्यंत विषैली होती है ) तो दोस्तों मुझे आशा है कि, इस लेख में दी गई सभी जानकारी जैसे — द्रव किसे कहते हैं? परिभाषा ( Drav Kise Kahate Hain ). आदि प्रश्नों के उत्तर आपको अच्छी तरह से समझ आ गया होगा । अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं. [धन्यवाद़] Read More— • • • • •

वाक्य (परिभाषा, भेद और उदाहरण)

विषय सूची • • • • वाक्य किसे कहते हैं (Vakya Kise Kahate Hain) वाक्य की परिभाषा: शब्दों का दो या दो से अधिक पदों के सार्थक समूह जिसका पूरा अर्थ निकलता हो, उन्हें वाक्य कहा जाता है। उदाहरण के रूप में हम “बालक सोता रहता है” वाक्य लेते है। यहां पर शब्दों को एक निश्चित क्रम में व्यवस्थित किया गया है जो एक साथ मिलकर आपस में सार्थक समूह का निर्माण करते हैं। प्रयुक्त उदाहरण में यदि शब्दों का क्रम निश्चित नहीं होता है तो अर्थ नहीं निकल कर उसका गलत अर्थ निकल जाता है। वाक्यों के दो अंग होते हैं, जो निम्न है: • उद्देश्य • विधेय उद्देश्य जिस विषय के बारे में जानकारी दी जा रही है, उन्हें उद्देश्य कहा जाता है। • राधिका नाचती है। यहां पर राधिका के बारे में जानकारी दी जा रही है, इसलिए यहां पर उद्देश्य राधिका है। विधेय उद्देश्य की जो भी जानकारी दी जाती है, उसे विधेय कहा जाता है। • राधिका नाचती है। यहां पर राधिका नाच रही है, इसलिए इस वाक्य में नाचना विधेय है। वाक्य के भेद कितने होते हैं (Vakya ke Kitne Bhed Hote Hain) वाक्य का विभाजन दो आधार पर किया गया है, जो निम्न है: • रचना के आधार पर • अर्थ के आधार पर नीचे हम वाक्य के भेद (Vakya ke Bhed) के बारे में विस्तार से उदाहरण के साथ जानेंगे। रचना के आधार पर • सरल वाक्य • मिश्र वाक्य • संयुक्त वाक्य सरल वाक्य ऐसा वाक्य जिसमें एक ही सरल वाक्य को दूसरी भाषा में साधारण वाक्य के नाम से भी जाना जाता है, वाक्य में एक उद्देश्य होता है। सरल वाक्य के उदाहरण • रामकिताब पढ़ता है। • राधा दौड़ती है। • गंगा पढ़ाई करती है। • पारस खाना खाता है। सरल वाक्य के बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें मिश्र वाक्य ऐसे वाक्य जिनमें मिश्र वाक्य में मुख्य उद्द...

वर्ण किसे कहते है

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वाक्य (परिभाषा, भेद और उदाहरण)

विषय सूची • • • • वाक्य किसे कहते हैं (Vakya Kise Kahate Hain) वाक्य की परिभाषा: शब्दों का दो या दो से अधिक पदों के सार्थक समूह जिसका पूरा अर्थ निकलता हो, उन्हें वाक्य कहा जाता है। उदाहरण के रूप में हम “बालक सोता रहता है” वाक्य लेते है। यहां पर शब्दों को एक निश्चित क्रम में व्यवस्थित किया गया है जो एक साथ मिलकर आपस में सार्थक समूह का निर्माण करते हैं। प्रयुक्त उदाहरण में यदि शब्दों का क्रम निश्चित नहीं होता है तो अर्थ नहीं निकल कर उसका गलत अर्थ निकल जाता है। वाक्यों के दो अंग होते हैं, जो निम्न है: • उद्देश्य • विधेय उद्देश्य जिस विषय के बारे में जानकारी दी जा रही है, उन्हें उद्देश्य कहा जाता है। • राधिका नाचती है। यहां पर राधिका के बारे में जानकारी दी जा रही है, इसलिए यहां पर उद्देश्य राधिका है। विधेय उद्देश्य की जो भी जानकारी दी जाती है, उसे विधेय कहा जाता है। • राधिका नाचती है। यहां पर राधिका नाच रही है, इसलिए इस वाक्य में नाचना विधेय है। वाक्य के भेद कितने होते हैं (Vakya ke Kitne Bhed Hote Hain) वाक्य का विभाजन दो आधार पर किया गया है, जो निम्न है: • रचना के आधार पर • अर्थ के आधार पर नीचे हम वाक्य के भेद (Vakya ke Bhed) के बारे में विस्तार से उदाहरण के साथ जानेंगे। रचना के आधार पर • सरल वाक्य • मिश्र वाक्य • संयुक्त वाक्य सरल वाक्य ऐसा वाक्य जिसमें एक ही सरल वाक्य को दूसरी भाषा में साधारण वाक्य के नाम से भी जाना जाता है, वाक्य में एक उद्देश्य होता है। सरल वाक्य के उदाहरण • रामकिताब पढ़ता है। • राधा दौड़ती है। • गंगा पढ़ाई करती है। • पारस खाना खाता है। सरल वाक्य के बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें मिश्र वाक्य ऐसे वाक्य जिनमें मिश्र वाक्य में मुख्य उद्द...

Vakya Kise Kahate Hain

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