Thyroid ke lakshan

  1. थायराइड रोग के लक्षण
  2. थायरॉईडची लक्षणे, कारणे व उपचार
  3. टाइफाइड बुखार के लक्षण, कारण, निदान, इलाज और घरेलू उपचार
  4. Hypo थाइरोइड के घरेलु नुस्खे
  5. थायराइड होने पर महिलाओं में दिखते हैं ये 10 शुरुआती लक्षण


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थायराइड रोग के लक्षण

आयुर्वेद के अनुसार थायरॉइड जैसी बीमारियां अस्वस्थ जीवनशैली खानपान में गड़बड़ी और तनावपूर्ण रहने की वजह से होती हैं। इसके अलावा वात, पित्त और कफ के कारण भी थायरॉइड हो सकता है। आयुर्वेदिक चिकित्सक का कहना है कि जब शरीर के भीतर वात और कफ़ बनने लग जाता है तो ये गले का थायरॉइड पैदा करता है। आपको बता दें कि थायरॉइड एक ऐसी बीमारी है जिसने बड़ी संख्या में लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। शायद आपको जानकर हैरानी होगी कि गले मे थायराइड के लक्षण और बीमारी महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा ज़्यादा देखने को मिलती है। आज इस लेख में हम थैरेड के लक्षण इन हिंदी के बारे में विस्तार से जानेंगे। गले में थायरॉइड के लक्षण जब गले में थायरॉइड ग्रंथि की सक्रियता खराब होने लगती है और इसकी वजह से t4 और t3 हार्मोन जरूरत से ज्यादा बढ़ने लगता है तब उसका इस्तेमाल भी सबसे ज्यादा होने लगता है जिसकी वजह से हाइपरथायराइडिज्म रोग पैदा होता है इसे आप कई गले मे थायराइड के लक्षण से पहचान सकते हैं जैसे- 1. अधिक हार्मोन पैदा होना गले के थायरॉइड से पीड़ित व्यक्ति का शरीर अधिक थायरॉइड हार्मोन पैदा करने लगता है जिससे शरीर का मेटाबॉलिज्म जरूरत से ज्यादा बढ़ जाता है और शरीर तेजी से काम करने लग जाता है, अगर आपको लगे कि आपका शरीर अधिक सक्रिय हो गया है तेजी से काम कर रहा है तो समझ जाइए कि ये थायराइड बीमारी के लक्षण हैं। 2. चिड़चिड़ापन थायराइड बीमारी के लक्षण में से चिड़चिड़ा होना भी एक लक्षण है। पीड़ित व्यक्ति किसी भी काम को करने से पहले हर बार लड़ाई झगड़े करने की कोशिश करता है। 3. पीरियड्स में गड़बड़ी आपको बता दें कि गले का थायरॉइड ज्यादातर महिलाओं में ही देखा जाता है और इस बीमारी से पीड़ित महिलाओं के पीरियड्स में भी गड़बड...

थायरॉईडची लक्षणे, कारणे व उपचार

Thyroid disease Symptoms, Causes, Diagnosis & Treatments in Marathi. थायरॉइड म्हणजे काय..? आपल्या गळ्याजवळ थायरॉइड ही महत्त्वाची ग्रंथी असते. या थायरॉइड ग्रंथीतून निघणारे हार्मोन्स शरीराच्या अनेक महत्वाच्या क्रियांना नियंत्रित करतात. थायरॉईड ग्रंथीतून निघणारे हार्मोन्स शरीराच्या चयापचय क्रियेसाठी, शरीराचे तापमान नियंत्रित ठेवण्यासाठी, मेंदूच्या कार्यासाठी तसेच हृदयाची क्रिया सुरळीत ठेवण्यासाठी मदत करतात. थायरॉइड ग्रंथी ही थायरॉक्सिन (T4) आणि ट्रायोडॉथ्रोनाइन (T3) या दोन महत्त्वपूर्ण हार्मोन्सची निर्मिती करते. मात्र जेंव्हा थायरॉइड ग्रंथीतून जास्त प्रमाणात हार्मोन्स तयार होत असल्यास किंवा अत्यंत कमी प्रमाणात हार्मोन्स तयार होत असल्यास थायरॉइडचा त्रास सुरू होतो. त्या त्रासाला thyroid disease असे म्हणतात. थायरॉइडच्या आजाराचे अनेक प्रकार असतात. यामध्ये हायपरथायरॉइडिझम, हायपोथायरॉइडिझम असे थायरॉइडचे विविध आजार होऊ शकतात. या लेखात थायरॉईडची लक्षणे, कारणे आणि त्यावरील उपचार याची माहिती डॉ सतीश उपळकर यांनी येथे सांगितली आहे. थायरॉईडचे प्रकार – Thyroid problem types : (1) हायपोथायरॉइडिझम (Hypothyroidism) (2) हायपरथायरॉइडिझम (Hyperthyroidism) (3) गलगंड (गॉइटर) (4) थायरॉईडला सूज येणे (Thyroiditis) (5) Hashimoto’s thyroiditis थायरॉईडमुळे काय त्रास होतो..? जेंव्हा थायरॉइड ग्रंथीतून जास्त प्रमाणात हार्मोन्स तयार होऊ लागतात त्या स्थितीला हायपरथायरॉइडिझम (Hyperthyroidism) असे म्हणतात तर जेंव्हा अत्यंत कमी प्रमाणात हार्मोन्स तयार होऊ लागतो तेंव्हा त्या स्थितीला हायपोथायरॉइडिझम (Hypothyroidism) असे म्हणतात. ह्या दोन्हीही स्थिती आरोग्याच्या दृष्टीने अत्यंत धोकादायक असून त्यावर वेळीच योग्य उप...

टाइफाइड बुखार के लक्षण, कारण, निदान, इलाज और घरेलू उपचार

टाइफाइड बुखार (Typhoid Fever), बैक्टीरिया के कारण होने वाली बीमारी है। इसे आंतों का बुखार भी कहते हैं। यह साल्मोनेला एन्टेरिका सेरोटाइप टाइफी बैक्टीरिया के कारण होता है। यह बैक्टीरिया खाने और पीने की चीजों के माध्यम से हमारे शरीर में प्रवेश करता है और हमें बीमार बना देता है। कुछ देशों में यह महामारी बनकर टूटा है। WHO के अनुसार, टाइफाइड का सबसे हालिया प्रकोप 2015 में युगांडा में हुआ था। • टाइफाइड बुखार (Typhoid Fever) से संक्रमित मरीज के मल के संपर्क में आना। • दूषित पानी व भोजन का सेवन करना। • गंदगी के बीच रहना। • गंदे टॉयलेट का इस्तेमाल करना। • बिना हाथ साफ किए भोजन करना। • लोगों के मल से फर्टिलाइज़्ड कच्ची सब्जियों का सेवन करना। • दूषित दूग्ध उत्पादों का सेवन करना। • साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया से संक्रमित व्यक्ति के साथ ओरल या एनल सेक्स करना। टाइफाइड बुखार (Typhoid Fever) पेट से संबंधित बीमारी है। यह मुख्य रूप से साल्मोनेला टाइफिम्यूरियम बैक्टीरिया से संक्रमित व्यक्ति के मल के सीधे संपर्क में आने से फैलता है। इसके अलावा यह दूषित जल या भोजन के सेवन से भी होता है। टाइफाइड का बैक्टीरिया आसानी से एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल सकता है। इसका सही इलाज न होने पर मरीज की मौत भी हो सकती है। टाइफाइड बुखार (Typhoid fever) का बैक्टीरिया जब एक बार शरीर में प्रवेश कर जाता है, तो यह आंत में लगभग 1-3 सप्ताह तक रहता है। इसके बाद यह धीरे-धीरे खून में रास्ता बनाते हुए अन्य टिश्यू और अंगों तक फैल जाता है। टाइफाइड रैश में छोटे गुलाबी स्पॉट्स होते हैं जिन्हें 'रोज स्पॉट्स' कहा जाता है। टाइफाइड (Typhoid) के बैक्टीरिया का शरीर में रहना इस बात पर भी निर्भर करता है कि यह आपके शरीर में कैसे पहुंच...

Hypo थाइरोइड के घरेलु नुस्खे

Home Remedies for Thyroid in hindi – Hyper thyroid ka ilaj – थाइरोइड का घरेलु इलाज Home Remedies for Thyroid in hindi. आज कल की भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में ये समस्या आम सी हो गयी हैं, और अलोपथी में इसका कोई इलाज भी नहीं हैं, बस जीवन भर दवाई लेते रहो, और आराम कोई नहीं। थायराइड मानव शरीर मे पाए जाने वाले एंडोक्राइन ग्लैंड में से एक है। थायरायड ग्रंथि गर्दन में श्वास नली के ऊपर एवं स्वर यन्त्र के दोनों ओर दो भागों में बनी होती है। इसका आकार तितली जैसा होता है। यह थाइराक्सिन नामक हार्मोन बनाती है जिससे शरीर के ऊर्जा क्षय, प्रोटीन उत्पादन एवं अन्य हार्मोन के प्रति होने वाली संवेदनशीलता नियंत्रित होती है। Hyper Thyroid ka ilaj थाइरोइड क्या होता है. kya hota hai Thyroid थॉयराइड ग्रंथि तितली के आकार की होती है जो गले में पाई जाती है। यह ग्रंथि उर्जा और पाचन की मुख्य ग्रंथि है। यह एक तरह के मास्टर लीवर की तरह है जो ऐसे जीन्स का स्राव करती है जिससे कोशिकाएं अपना कार्य ठीक प्रकार से करती हैं। इस ग्रंथि के सही तरीके से काम न कर पाने के कारण कई तरह की समस्‍यायें होती हैं। इस लेख में विस्‍तार से जानें थॉयराइड फंक्‍शन और इसके उपचार के बारे में। Home Remedies for Thyroid in hindi थॉयराइड को साइलेंट किलर माना जाता है, क्‍योंकि इसके लक्षण व्‍यक्ति को धीरे-धीरे पता चलते हैं और जब इस बीमारी का निदान होता है तब तक देर हो चुकी होती है। इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी से इसकी शुरुआत होती है लेकिन ज्यादातर चिकित्‍सक एंटी बॉडी टेस्ट नहीं करते हैं जिससे ऑटो-इम्युनिटी दिखाई देती है। • यह ग्रंथि शरीर के मेटाबॉल्जिम को नियंत्रण करती है यानि जो भोजन हम खाते हैं यह उसे उर्जा में बदलने का काम करती है। • इसके अलावा...

थायराइड होने पर महिलाओं में दिखते हैं ये 10 शुरुआती लक्षण

थायराइड क्या है (Thyroid Kya Hota Hai) : थायराइड एक ऐसी बीमारी है, जिससे अधिकतर लोग ग्रस्त रहते हैं। पुरूषों के मुकाबले यह बीमारी महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है। थायराइड (thyroid in hindi) मानव शरीर में पाए जाने वाले एंडोक्राइन ग्लैंड में से एक है। थायरायड ग्रंथि गर्दन मे श्वास नली के ऊपर होती है, जिसका आकार तितली जैसा होता है। यह ग्रंथि थाइराक्सिन नामक हार्मोन बनाती है, जो शरीर की एनर्जी, प्रोटीन उत्पादन व अन्य हार्मोन्स के प्रति होने वाली संवेदनशीलता को कंट्रोल में रखता है। थायराइड के लक्षण (Thyroid Symptoms In Hindi ) थायराइड होने पर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, जिससे शरीर में कई तरह की प्रॉबल्म नजर आने लगती है। अधिकतर मामलों में थायराइड के शुरूआती लक्षण(thyroid ke lakshan) का पता आसानी से नही चल पाता, क्योंकि गर्दन में आने वाली छोटी सी गांठ को तो अक्सर सामान्य समस्या समझ लिया जाता है लेकिन इसके अलावा और भी कई लक्षण शरीर में दइकने लगते है, जिनको लेकर हम लोग अक्सर लापरवाही बर्त देते है, जो बाद में गंभीर समस्या बन जाती है। आज हम आपको महिलाओं में होने वाले थायराइड के कुछ लक्षणों के बारे में बताने जा रहे है, जिन्हें अनदेखा करना मतलब गंभीर समस्या को बुलावा देना होगा। आप इन लक्षणों के पहचानकर कर सही समय पर थायराइड का इलाज (Thyroid treatment) करवा सकती है। महिलाओं में थायराइड के लक्षण (Thyroid Symptoms For Women) तेजी से बढ़ता वजन वैसे तो बढ़ता मोटापा आज हर किसी समस्या बना हुआ है लेकिन अगर आपका वजन तेजी से बढ़ रहा है, तो इसे नजरअंदाज करने की गलती न करें क्योंकि थायराइड के कारण (Reasons For Thyroid) मेटाबॉलिज्म भी प्रभावित होता है। हम जो भी खाते हैं वो पूरी तरह एनर्जी ...