तकनीकी

  1. तकनीकी विश्लेषण
  2. प्रौद्योगिकी शिक्षा
  3. Technical employees took membership of Jal Sansthan Employees Organization
  4. शैक्षिक तकनीकी की परिभाषा, प्रकृति, उपयोगिता
  5. तकनीकी प्रगति और आर्थिक विकास
  6. शैक्षिक तकनीकी की अवधारणा Concept of Education Technology


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तकनीकी विश्लेषण

• • • • • • • • • • तकनीकी विश्लेषण क्या है? Updated on June 9, 2023 , 9062 views तकनीकी विश्लेषण: परिभाषा यह अतीत का अध्ययन करके कीमतों की दिशा का अनुमान लगाने की एक विधि है तकनीकी विश्लेषण का क्षेत्र तीन मान्यताओं पर आधारित है: • बाजार सब कुछ छूट देता है • प्रवृत्तियों में मूल्य चालें • इतिहास खुद को दोहराता है तकनीकी विश्लेषण बनाम मौलिक विश्लेषण मौलिक विश्लेषण बुनियादी बातों पर आधारित सुरक्षा का अध्ययन है। किसी व्यवसाय के मौलिक विश्लेषण में उसके वित्तीय विश्लेषण का समावेश होता है एक और महत्वपूर्ण अंतर दोनों के लिए उपयोग की जाने वाली समय-सीमा में है। मौलिक विश्लेषण तकनीकी विश्लेषण की तुलना में बाजार का विश्लेषण करने के लिए अपेक्षाकृत दीर्घकालिक दृष्टिकोण लेता है। जबकि तकनीकी विश्लेषण का उपयोग हफ्तों, दिनों या मिनटों की समय सीमा पर किया जा सकता है, मौलिक विश्लेषण अक्सर कई वर्षों के डेटा को देखता है। हालाँकि, दोनों एक दूसरे के पूरक हैं क्योंकि मौलिक विश्लेषण 'क्या खरीदना है' और तकनीकी विश्लेषण 'कब खरीदना है' खोजने में मदद करता है। तकनीकी विश्लेषण स्टॉक, वायदा और वस्तुओं के साथ किया जा सकता है, निश्चित- सबसे पहले, हमें प्रवृत्तियों के अर्थ को समझना चाहिए। एक अपट्रेंड का अर्थ है उच्च ऊँचाइयों और उच्च चढ़ावों की एक श्रृंखला (एकतरफा ऊपर की ओर गति की व्याख्या के विपरीत)। बनाई गई नई ऊँचाइयाँ पहले की तुलना में ऊँची हैं, और निम्न भी ऊँची हैं! इसी तरह, एक डाउनट्रेंड निम्न चढ़ाव और निम्न उच्च की एक श्रृंखला है। यदि चोटियाँ और कुंड न तो ऊंचे हैं और न ही निचले, तो बाजार को एक बग़ल में आंदोलन का प्रदर्शन करने के लिए कहा जा सकता है। समर्थन और प्रतिरोध स्तर खैर, समर्थन स्तर मूल्य बिंदु ह...

प्रौद्योगिकी शिक्षा

अनुक्रम • 1 भारत में प्रौद्योगिकी शिक्षा • 1.1 स्वतन्त्रता पूर्व का परिदृश्य • 1.2 स्वतन्त्रता पश्चात तकनीकी शिक्षा का विकास • 2 शिक्षा तकनीकी का इतिहास • 3 शैक्षिक तकनीकी की आवश्यकता • 4 सन्दर्भ • 5 इन्हें भी देखें भारत में प्रौद्योगिकी शिक्षा [ ] तकनीकी शिक्षा को लेकर भारत में हमेशा एक असमंजस का माहौल रहा है। देश में तकनीकी शिक्षा प्रणाली के अन्तर्गत अभियांत्रिक ( इंजीनियरिंग ), प्रौद्योगिक, प्रबंधन, वास्तुकला (आर्किटेक्चर ), फार्मेसी, नगर नियोजन, हॉटल मैनेजमेन्ट, शिल्प, अनुप्रयुक्त कला एवं शिल्प इत्यादि आते हैं। भारत में तकनीकी शिक्षा सम्पूर्ण शिक्षा तन्त्र को एक महत्वपूर्ण भाग प्रदान करती है। हमारे देश में आर्थिक एवं सामाजिक विकास में सक्रिय भूमिका का निर्वहन करती है। भारत में तकनीकी शिक्षा कई भागों में-डिप्लोमा, डिग्री, मास्टर डिग्री एवं क्षेत्र विशेष में शोध, आर्थिक वृद्धि व तकनीकी विकास के विभिन्न पहलुओं का प्र बन्धन आदि में विभक्त है। भारत में तकनीकी शिक्षा का विकास हाल के वर्षों में भारत में तकनीकी शिक्षा बहुत तेजी से बढ़ी है। इसके बावजूद देश के प्रौद्योगिकी संस्थान अपने क्षेत्र में सबसे अच्छे बने हुए हैं। लेकिन स्वतन्त्रता पूर्व का परिदृश्य [ ] भारत में ब्रिटिश शासकों द्वारा तकनीकी शिक्षा की शुरूआत भवन निर्माण, नहर, सड़क, बन्दरगाह आदि के निर्माण व मरम्मत के लिए तकनीकी अभियन्ताओं की आवश्यकता थी। उन्हें शिल्पकार, चित्रकार, ड्राफ्ɪस मैन आदि के प्रशिक्षण की आवश्यकता थी। जिससे वे यन्त्रों व उपकरणों का प्रयोग कर सकें। स्थल व नौसेना त था सर्वेक्षण विभाग में अधीक्षण अभियन्ता ब्रिटेन के कूपरस हिलन महाविद्यालय से नियुक्त किये जाते थे। इसी प्रकार फोरमैन, क्राफ्ट्समैन, कलाका...

Technical employees took membership of Jal Sansthan Employees Organization

प्रदेश अध्यक्ष संजय जोशी ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि संगठन की मजबूती को देख दूसरे संगठनों से जुड़े कर्मचारी भी यहां सदस्यता ले रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि विभाग द्वारा लगातार कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। तय समय से ज्यादा घंटों तक फील्ड कर्मचारियों से काम लिया जा रहा है। इसके अलग से भुगतान होना तो दूर समय से मानदेय भी नहीं दिया जा रहा। कर्मचारियों के काम की उपेक्षा किए जाने से उनका मनोबल कम होने के साथ ही आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कहा कि एक दशक से ज्यादा समय से अस्थाई के तौर पर कार्य कर रहे कर्मचारियों को स्थाई नहीं किया जा रहा है। जल्द ही इसके लिए संगठन आंदोलन की कार्रवाई करेगा। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष रमेश आर्या, महासचिव मनोज सक्सेना, हेमंत भट्ट, भीम सिंह, विजय सिंह, महेश सिंह,चंद्रपाल, हरि सिंह सेनी, भगवान दास, प्रमोद उपाध्याय, प्रकाश पांडे, अजय चौधरी, देवेश दानी, उमा जोशी, कोमल यादव, भाष्कर जोशी, नवीन चंद्र, रमेश जोशी, हरीश तिवारी, पूरन सिंह, पान सिंह, अशोक पांडे आदि मौजूद रहे।

शैक्षिक तकनीकी की परिभाषा, प्रकृति, उपयोगिता

शैक्षिक तकनीकी की विभिन्न विद्वानों ने विभिन्न प्रकार से परिभाषायें दी हैं। कुछ महत्त्वपूर्ण परिभाषाएँ नीचे उद्धृत की जा रही हैं। ये परिभाषाएँ शैक्षिक तकनीकी के अर्थ एवं स्वरूप को समझने में सहायता प्रदान करती हैं - शैक्षिक तकनीकी की परिभाषा शैक्षिक तकनीकी की एकांगी परिभाषाएँ • जैकोटा ब्लूमर (Jacquetta Bloomer, 1973) -शैक्षिक तकनीकी को व्यावहारिक अधिगम की परिस्थितियों में वैज्ञानिक एवं तकनीकी ज्ञान का विनियोग कहा जाता है। • रिचमण्ड (Richmand, 1970) -शैक्षिक तकनीकी सीखने की उन परिस्थितियों की समुचित व्यवस्था के प्रस्तुत करने से सम्बन्धित है जो शिक्षण एवं परीक्षण के लक्ष्यों को ध्यान में रखकर अनुदेशन को सीखने का उत्तम साधन बनाती है। • रॉबर्ट ए. कॉक्स (Robert A. Cox, 1970) -मानव की सीखने की परिस्थितियों में वैज्ञानिक प्रक्रिया के प्रयोग को शैक्षिक तकनीकी कहा जाता है।¸ • डीसीको (Dececco) - सीखने के मनोविज्ञान का व्यावहारिक शैक्षिक समस्याओं पर गहन विनियोग शैक्षिक तकनीकी है। • रॉबर्ट एम. गेने (Robert M. Gagne) - शैक्षिक तकनीकी से तात्पर्य है कि व्यावहारिक ज्ञान की सहायता से सुनियोजित प्रविधियों का विकास करना, जिससे विद्यालयों की शैक्षिक प्रणाली के परीक्षण तथा शिक्षा-कार्य की व्यवस्था की जा सके। • एस. एस. कुलकर्णी(S. S. Kulkarni, 1966) -तकनीकी तथा विज्ञान के आविष्कारों तथा नियमों का शिक्षा की प्रक्रिया में प्रयोग को ही शैक्षिक तकनीकी कहा जाता है। उपर्युक्त सभी परिभाषाओं की विवेचना करने पर स्पष्ट होता है कि ये सभी परिभाषायें एकांगी हैं। कोईपरिभाषा शैक्षिक तकनीकी के किसी पहलू पर प्रकाश डालती है और कोईपरिभाषा किसी दूसरे पहलू को उजागर करती है। अत: इन परिभाषाओं में व्यापकता (Comprehens...

तकनीकी प्रगति और आर्थिक विकास

तकनीकी प्रगति और आर्थिक विकास | Read this article in Hindi to learn about:- 1. तकनीकी प्रगति की प्रस्तावना (Introduction to Technical Progress) 2. तकनीकी प्रगति से आशय (Meaning of Technical Progress) 3. तकनीकी प्रगति के खोज एवं नवप्रवर्तन (Invention and Innovation of Technical Progress) 4. तकनीकी परिवर्तनों की प्रक्रिया (Process of Technical Changes) 5. तकनीकी प्रगति एवं आर्थिक विकास (Technical Progress and Economic Development) and Other Details. तकनीकी प्रगति की प्रस्तावना (Introduction to Technical Progress): व्यापक अर्थों में तकनीक को साधन आदा या संसाधन की भांति देखा जाता है । यह तकनीकी ज्ञान से धनिष्ठ सम्बन्ध रखता है तथा इसके अन्तर्गत न केवल उत्पादन के इंजीनियरिंग सम्बन्धी पक्ष सम्मिलित है बल्कि आर्थिक एवं संगठनात्मक पक्षों के साथ प्रबन्ध एवं बाजार क्रियाओं को भी ध्यान में रखा जाता है । वस्तुतः तकनीक ऐसी प्रक्रिया है जिसके अधीन विद्यमान संसाधनों से नयी वस्तु व सेवा उत्पादित की जाती है या विद्यमान संसाधनों का प्रयोग नए तरीके से किया जाता है । तकनीकी प्रगति से आशय ( Meaning of Technical Progress): तकनीकी प्रगति वस्तुतः ऐसे तकनीकी परिवर्तन को समाहित करती है जिससे प्रति इकाई श्रम से बढता हुआ उत्पादन प्राप्त होता है । आर्थिक क्रियाओं के सम्बन्ध में तकनीकी परिवर्तन से आशय उत्पदान फलन में होने वाला परिवर्तन है जो सभी प्रकार की ज्ञात तकनीक को ध्यान में रखता है । ADVERTISEMENTS: तकनीक ज्ञान का वह रूप है जिसे उत्पादक प्रक्रिया में लागू किया जा सकता है तकनीक प्राथमिक रूप से उत्पादन की प्रक्रिया या उत्पादन फलन से सम्बन्धित होती है । इसका अभिप्राय यह है कि तकनीकी परिवर्तन उत्पादन ...

शैक्षिक तकनीकी की अवधारणा Concept of Education Technology

शैक्षिक तकनीकी की अवधारणा Concept of Education Technology – परिभाषा : शैक्षिक तकनीकी का अभिप्राय – वर्तमान युग में शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिदिन नये प्रयोग हो रहे हैं।अतः आज एक नई तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है, जिसे‘शैक्षिक तकनीक’ कहते हैं। ‘ शैक्षिक तकनीक‘ अंग्रेजी के (Educational Technology) का हिन्दी रूपान्तर है। यह ‘शिक्षा’ तथा ‘तकनीक’ दो शब्दों से मिलने से बना है। पहले विद्यार्थियो को पढ़ाने के लिए श्यामपट्ट (Black Board) तथा चांक का प्रयोग होता था। परन्तु आधुनिक युग में श्यामपट्ट के साथ श्रव्य-दृश्य साधनों का भी प्रयोग होने लगा है। “ शैक्षिक तकनीक उन सभी प्रणालियों, विधियों एवं माध्यमों का विज्ञान है जिसके द्वारा शिक्षा के उछेश्य की प्राप्ति की जाती है।” यह तकनीक विद्याथियों को ज्ञान देने के साथ – साथ उनके व्यकितत्व का भी विकास करती है। इसकी सहायता से शिक्षण अधिगम की प्रक्रिया सरल, स्पष्ट तथा प्रभावशाली बन जाती है। शैक्षिक तकनीकी के बारे में विद्वानों ने अलग – अलग परिभाषाएँ दी हैं – • किलअरी एवं उनके साथियों के अनुसार –” शैक्षिक तकनीकी अनुदेशनात्मक सिद्धान्तों के प्रयोग में आने वाली समस्त विधि प्रणाली एवं तकनीकी समूह से सम्मिलित है।” • शिव के. मिश्रा के अनुसार –” शैक्षिक तकनीकी का सम्बन्ध उन वैज्ञानिक तकनीकों और विधियों से है जिनके द्वारा शैक्षिक लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके।” (” Educational Technology can be conceived as a science of technique and methods by which education goals could be related.”) • लेथ के अनुसार –” शैक्षिण एवं अधिगम को सुधारने के लिए शिक्षण अधिगम एवं अधिगम स्थितियों के वैज्ञानिक ज्ञान का प्रयोग शिक्षा तकनीकी है।” उपुर्यक्त परिभाषओं से यह स्व...