Tribhuj kitne prakar ke hote hain

  1. Bearing के कितने प्रकार के होते हैं?
  2. जनसंचार किसे कहते हैं
  3. Noun कितने प्रकार के होते है और इनकी परिभाषा
  4. Alphabet किसे कहते हैं: इग्लिश अल्फाबेट, चार्ट, एवं प्रकार


Download: Tribhuj kitne prakar ke hote hain
Size: 50.14 MB

Bearing के कितने प्रकार के होते हैं?

दोस्तों आज हम जानेंगे बेयरिंग क्या है और बेयरिंग कितने प्रकार के होते हैं । मानव जीवन के विकास में बेयरिंग का एक बड़ा योगदान रहा है क्योंकि इसके बिना किसी भी प्रकार के यांत्रिक कार्य संभव नहीं है। बेयरिंग की बनावट विशेष प्रकार से की जाती है। बेयरिंग का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर ऑटोमोबाइल कंपनी तथा इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी के द्वारा की जाती है। हमारे घर में ही ऐसे कई सारी वस्तु मौजूद होते हैं जिसमें बेयरिंग का प्रयोग किया वह होता है लेकिन सभी वस्तुओं में अलग-अलग बेयरिंग के प्रकार होते हैं जो अलग-अलग सिद्धांतों पर कार्य करते हैं। विषय सूची • • • • • • • • • • • • बेयरिंग क्या है? बेयरिंग एक प्रकार का यांत्रिक उपकरण है जो न्यूनतम घर्षण के साथ दो घूर्णन भागों के बीच सापेक्ष गति की अनुमति देता है। बेयरिंग का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के मशीनों में किया जाता है मशीन का कोई भी भाग जो वृत्ताकार में घूमता हो उसमें बेयरिंग का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी होता है। बिना बेयरिंग के किसी भी चीज को वृत्ताकार मैं घुमाना असंभव है। बड़ी-बड़ी उद्योग में जहां पर काफी सारी मशीनें बनाई जाती है वहां बेयरिंग को मक्खन के नाम से भी जाना जाता है। बेयरिंग का प्रयोग लगभग सभी मशीन में देखने को मिलता है जैसे कि पंख, मोटरसाइकिल, एयरप्लेन, रेफ्रिजरेटर इत्यादि। यह भी पढ़ें: बेयरिंग का बनावट कैसा होता है? बेयरिंग का बनावट मुख्यतः चार चीजों पर निर्भर करता है। • आंतरिक रिंग • बाहरी रिंग • रोलिंग तत्व • केज इन चारों चीजों को मिलाकर बेयरिंग बनाया जाता है। आकार के आधार पर यह छोटी और बड़ी हो सकती है या उसके कार्य पर निर्भर करता है। यह भी पढ़ें: बेयरिंग कितने प्रकार के होते हैं? बेयरिंग को विभिन्न उद्देश्य के लिए अलग-अलग संरचना...

जनसंचार किसे कहते हैं

जनसंचार किसे कहते हैं – जनसंचार क्या है – जनसंचार के माध्यमों के प्रकार (jansanchar kise kahate hain-jansanchar kya hai – mass communication meaning in hindi-jansanchar ke madhyam in hindi) – एक समय था जब लोग दूर बैठे व्यक्ति से पत्र लिख कर ही बात कर सकते थे. लेकिन आज ऐसा नहीं हैं आप किसी से भी तत्काल बात कर सकते हो. यह सब तकनीक के कारन ही हुआ हैं. आज के समय आप घर बैठे हज़ारों लोगो से एक साथ बात सक सकते हो. इस आर्टिकल ( जनसंचार किसे कहते हैं – jansanchar kise kahate hain अनुक्रम • • • • • जनसंचार किसे कहते हैं – जनसंचार क्या है (jansanchar kise kahate hain-jansanchar kya hai – mass communication meaning in hindi) जनसंचार में उन सभी साधनों और तकनीक का अध्धयन किया जाता हैं जो बड़ी संख्या में लोगो से संवाद करने के लिए उपयोग लिए जाते हैं. जनसंचार में अख़बार, रेडियो, टेलीविज़न, मासिक पत्रिका आते हैं. जिसका प्रभाव एक साथ बड़ी संख्या में लोगो के दिमाग पर पड़ता हैं. हमने देखा होगा की जब किसी वस्तु का टेलीविज़न में विज्ञापन दिखाया जाता है. तो वैसी ही वस्तु अकसर लोग स्थानीय दुकानदारो से मांगते हैं. यह जनसंचार का ही एक उदाहरण हैं. जनसंचार की उत्त्पति संस्कृत भाषा के ‘चर’ शब्द से हुई हैं. चर का अर्थ होता हैं चलना. जनसंचार को अग्रेजी में मास कम्युनिकेशन (mass communication) भी कहा जाता हैं. जनसंचार में उन सभी माध्यमो को शामिल किया जाता हैं. जिससे कोई व्यक्ति या संस्थान एक बड़ी संख्या के लोगो से सीधा संवाद स्थापित कर सकते हैं. तथा ऐसे संसाधनों और तरीको का अध्ययन ही जनसंचार कहा जाता हैं. Patrakar kitne prakar ke hote hain – पत्रकार किसे कहते हैं आज कल जनसंचार का मुख्य स्त्रोत इन्टरनेट हैं. क्यों...

Noun कितने प्रकार के होते है और इनकी परिभाषा

2. जातिवाचक संज्ञा Common noun – वह शब्द जो अपनी पूरी जाति का बोध कराते हों, उन्हें जातिवाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे – किसान, मजदूर, लेखक, मोर, गाय, हाथी, नदी, पर्व, पुस्तक, शहर, सैनिक, विद्यालय, देश, सड़क, बगीचा आदि. 3. भाववाचक संज्ञा Abstract noun – वह शब्द जो किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण, दोष, भाव, दशा व्यापार या मन के भाव का बोध कराते हो, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे – मानवता, मित्रता, प्यास, दया, अहिंसा, बुढ़ापा, मिठास, गरमी, सरदी, सुख-दुख, यौवन, बचपन आदि भाव है. Noun कितने प्रकार के होते है? Noun को हिंदी में संज्ञा कहते हैं.संज्ञा (noun) उसे कहते है जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, गुण, दशा और कार्यकलाप के नाम हो. जैसे :- व्यक्ति (person) – रमेश (Ramesh) स्थान (Place) – पटना (Patna) वस्तु (Thing) – कलम (Pen) गुण (Quality) – ईमानदारी ( Honesty) दशा ( Condition) – बीमारी ( Illness) कार्यकलाप ( Action) – गति या चाल (Movement) संज्ञा के अन्य भेद भी माने जाते हैं. 1. द्रव्यवाचक 2. समूहवाचक या समुदायवाचक 1.समुदायवाचक – वह शब्द जो किसी समूह, झुंड या समुदाय का बोध कराये, उन्हें समुदायवाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे- भीड़; सेना, सभा, गुलदस्ता, कक्षा गोष्ठी, मंडल, जत्था, संघ आदि. 2.द्रव्यवाचक संज्ञा mass noun – जिनसे किसी, द्रव्य, पदार्थ अथवा धातु का बोध होता हो, उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे ताँबा, पीतल, चाँदी, कोयला, घी, दूध, तेल, चावल, दाल, आटा आदि. और पढ़े : गिनती के आधार पर Noun कितने प्रकार के होते है? 1.गणनीय संज्ञा Countable Noun 2.अगणनीय संज्ञा Uncountable Noun 1.गणनीय संज्ञा Countable Noun वह संज्ञा Noun जिसको गिना जा सकता है उसे हम गणनीय संज्ञा Countable Noun ...

Alphabet किसे कहते हैं: इग्लिश अल्फाबेट, चार्ट, एवं प्रकार

इंग्लिश अल्फाबेट अंग्रेजी की पहली इकाई है जो भाषा के विषय में शुरूआती ज्ञान प्रादान करता है. इसलिए, इस भाषा को सहजता से सिखने के लिए a से z तक वर्णमाला का ज्ञान होना अनिवार्य है. आज की इस टॉपिक में alphabets के सभी आवश्यक पहलुयों के विषय में चर्चा किया जाएगा. अंग्रेजी सीखना एक कला है जो नैतिक कर्तव्यों को पूरा करने में अंग्रेजी एक महत्वपूर्ण किरदार निभाता है. सामान्यतः अंग्रेजी आधुनिक भारत का एक महत्वपूर्ण भाषा बना हुआ है जिसके बिना बेहतर करियर विकल्प की कल्पना नहीं किया जा सकता है. बेहतर संसाधन एवं बेहतर करियर स्कोप के लिए अंग्रेजी का हुनर सीखना अत्यंत आवश्यक है, जिस प्रकार दुनिया तेजी से विकसित हो रही है. ठीक उसी प्रकार आपको भी अंग्रेजी के दुनिया में अपने हुनर को और निखरना है. अंग्रेजी सीखने की प्रक्रिया को शुरू करने से पहले मन में तीन शर्त पूरा करने का जज्बा होना बेहद आवश्यक है. • अंग्रेजी सीखने का संकल्प करना • उस संकल्प को पूरा करने के लिए प्रयत्न करना • उस प्रयत्न को तब तक जारी रखना जब तक लक्ष्य तक भली-भांति पहुंच नहीं जाए अगर तीनों शर्तें पूरा करने की हौसला मन में हो तो मेरा यह प्रतिज्ञा है कि आप निश्चित समय में अंग्रेजी अच्छे के जानकार साबित होंगे. क्योंकि अंग्रेजी के महान जानकार कहते हैं कि कोई भी कार्य ठीक विधि से शुरू किया जाए, तो समझना चाहिए कि आधा काम पूरा हो गया. अतः अंग्रेजी सीखने की इस पहल को अल्फाबेट (Albhabet) यानी वर्णमाला से शुरू करते हैं. Table of Contents • • • • • • • • Alphabet Kise Kahte Hai (अंग्रेजी वर्णमाला) अल्फाबेट क्या होता है: वर्णों (Letters) के समूह को अल्फाबेट्स यानि Alphabet की परिभाषा: आधुनिक अंग्रेजी वर्णमाला एक लैटिन वर्णमाला है जिसमे...