ठीक

  1. मोबाइल में आवाज नहीं आ रही है तो कैसे ठीक करे
  2. Senthil Balaji Arrest Aiadmk D Jayakumar Says Tamil Nadu Minister Doing Drama
  3. महिलाओं में थायराइड के कारण, लक्षण और इलाज
  4. लैट्रिन में खून क्यों आता है? कारण और इलाज
  5. kriya in hindi
  6. कान के पीछे गांठ होना : लक्षण, कारण, इलाज
  7. Find the Google Play Store app
  8. कनेक्शन की गड़बड़ियां ठीक करना
  9. लैट्रिन में खून क्यों आता है? कारण और इलाज
  10. महिलाओं में थायराइड के कारण, लक्षण और इलाज


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मोबाइल में आवाज नहीं आ रही है तो कैसे ठीक करे

मोबाइल फ़ोन की इस परेशानी से फीचर्स फ़ोन से लेकर प्रीमियम स्मार्टफोन उपभोक्ता कभी ना कभी इस परेशानी का सामना करते है। इसलिए इस तरह की परेशानी को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको बतायेंगे की अगर मोबाइल में आवाज नहीं आर ही है तो किस तरह हम घर बैठे ही इसे ठीक कर दुबारा मोबाइल के स्पीकर का आवाज़ ठीक कर सकते है। • हम कही बार हम सालो तक मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल करते है मगर उसके अंदरूनी पुर्जे कभी साफ नहीं करते। इसी के वजह से कही बार धूल मिटटी मोबाइल के स्पीकर पर बैठ जाती है इसके वजह से हमें मोबाइल का आवाज पहले के मुकाबले कम सुनाई देता है। • बात करे Smartphones की तो अक्सर हम तरह तरह के ऍप्स को डाउनलोड करते रहते है।कही बार हम ऐप्स को Play Store से डाउनलोड करते है या कही बार किसी अनजाने वेबसाइट से करते है मगर अक्सर कही तरह के ऐप्स में हमें Bugs देखने मिलते है जिसके इंस्टाल करने से हमारा Mobile Phone अच्छी तरह से काम नहीं करता और कही बार मोबाइल फ़ोन के स्पीकर में भी दिक्कते आने लगती है। • हमें कही बार हमारे Smartphone में बिना Headphone लगाए ही Headphone Jack का Icon देखने मिलता है इसके वजह से हमारे Mobile Phone का आवाज़ पूरी तरह काम करना बंद हो जाता है। • अक्सर कही बार मोबाइल पर पानी गिर जाता है या पानी के छीटे गिर जाते है इसके वजह से Spiker पर Carbon बैठ जाता है और Mobile Phone का स्पीकर काम करना बंद हो जाता है। • हम रोज़ाना बहोत से लोगो से मोबाइल फ़ोन पे बाते करते है मगर कही बार हम किसी को कॉल करते समय हमें अगले इंसान की आवाज़ सुनाई नहीं देती या फिर कही बार आवाज़ अटक जाती है या फिर आवाज़ बेहद कम सुनाई देती है। तो दोस्तों इस तरह के काफी तरह तरह के कारनो की वजह से हमारे मोबाइल के स्पीकर या फिर म...

Senthil Balaji Arrest Aiadmk D Jayakumar Says Tamil Nadu Minister Doing Drama

Tamil Nadu Minister Arrest: तमिलनाडु सरकार के मंत्री सेंथिल बालाजी (Senthil Balaji) के आवास पर मंगलवार (13 जून) प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की थी. लंबी पूछताछ के बाद देर रात ईडी ने अधिकारियों ने जब बालाजी को गिरफ्तार किया तो उस दौरान हैरान करने वाला वाकया हुआ. सेंथिल बालाजी अपनी तबियत खराब होने की बात कहकर रोने लगे. इसका वीडियो वायरल हुआ तो राजनीति शुरू हो गई. तमिलनाडु में प्रमुख विपक्षी दल एआईएडीएमके ने बालाजी पर ड्रामा करने का आरोप लगाया है. एएनआई के अनुसार, एआईएडीएमके नेता डी जयकुमार ने कहा, तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी ड्रामा कर रहे हैं. वे (डीएमके) ऐसा करके मुद्दे को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. सीएम स्टालिन को मंत्री को अपने मंत्रिमंडल से हटाना चाहिए. अगर सीएम मंत्री को नहीं हटाते हैं तो राज्यपाल इस मामले में दखल दें. एम्स के डॉक्टर से कराएं जांच- डी जयकुमार जयकुमार ने आगे कहा, प्रवर्तन निदेशालय ने अपना काम कानूनी तरीके से किया है. कल तक सेंथिल बालाजी ठीक थे लेकिन जब ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया तो उनके सीने में दर्द होने लगा. ईडी को एम्स से डॉक्टर बुलाकर उनके स्वास्थ्य की जांच करनी चाहिए और कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए. डीएमके ने ईडी को घेरा राज्य की सत्ताधारी पार्टी अपने मंत्री के बचाव में उतर आई है. डीएमके सांसद और वकील एनआर इलांगो ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ईडी ने जो प्रक्रिया अपनाई है वह पूरी तरह से गैरकानूनी और असंवैधानिक है. ईडी ने उन्हें गिरफ्तारी का आधार बताए बिना ही हिरासत में ले लिया था. हम इस मामले को कानूनी रूप से लड़ेंगे. मंत्री सेंथिल से मिलने अस्पताल पहुंचे स्टालिन तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन मंत्री सेंथिल बालाजी से मिलने के लिए चेन्नई क...

महिलाओं में थायराइड के कारण, लक्षण और इलाज

Table of Contents • • • • • • • • थायराइड क्या होता है? थायराइड गले में आगे की तरफ मौजूद एक ग्रंथि है जो तितली के आकार की होती है। यह ग्रंथि शरीर की अनेकों आवश्यक गतिविधियों को नियंत्रित करती है जैसे कि भोजन को ऊर्जा में बदलना आदि। थायराइड टी3 यानी ट्राईआयोडोथायरोनिन और टी4 यानी थायरॉक्सिन हार्मोन का निर्माण करता है। ये हार्मोन दिल की धड़कन, सांस, पाचन तंत्र, शरीर का तापमान, हड्डियों, मांसपेशियों और कोलेस्ट्रॉल को संतुलित रखने में मदद करते हैं। जब इन दोनों हार्मोन में असंतुलन होता है तो उसे थायराइड की समस्या कहते हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायराइड रोग का प्रभाव अधिक देखा जाता है। पुरुष की तुलना में महिलाओं में थायराइड प्रभाव अधिक होता है। साथ ही, महिलाओं को गर्भावस्था में थायराइड प्रभाव डालता है। अगर आपके मन में यह प्रश्न उठता है कि महिलाओं में थायराइड कितना होना चाहिए तो हम आपको बता दें कि महिलाओं में थायराइड का नॉर्मल रेंज 0.4-4.0 mIU/L के बीच होना चाहिए। थायराइड रोग के प्रकार थायरॉइड के प्रकार विभिन्न होते हैं जिन्हें हाइपरथायरायडिज्म और हाइपोथायरायडिज्म के रूप में जाना जाता है। • हाइपरथायरायडिज्म: हाइपरथायरायडिज्म तब होता है जब आपकी थायराइड ग्रंथि अत्यधिक हार्मोन थायरोक्सिन का उत्पादन करती है। यह थायराइड विकार आपके शरीर के चयापचय को तेज कर सकता है, इस प्रकार, अनजाने में वजन घटाने और एक तेज या अनियमित दिल की धड़कन पैदा कर सकता है। • हाइपोथायरायडिज्म: हाइपोथायरायडिज्म एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपकी थायराइड ग्रंथि कुछ महत्वपूर्ण हार्मोनों का पर्याप्त उत्पादन नहीं करती है। यह वृद्ध महिलाओं में सबसे अधिक प्रचलित है। जब आपके शरीर में बहुत कम थायराइड हार्मोन होता है, ...

लैट्रिन में खून क्यों आता है? कारण और इलाज

• Menu Toggle • गुदा रोग Menu Toggle • बवासीर • गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग Menu Toggle • हर्निया • पेट दर्द • मूत्र रोग Menu Toggle • यूटीआई • पथरी • संक्रामक रोग Menu Toggle • हेपेटाइटिस बी • सामान्य रोग Menu Toggle • खांसी • दांत दर्द • सिर दर्द • त्वचा रोग • अनिद्रा • Menu Toggle • गर्भावस्था • गर्भपात • पीरियड्स • Table of contents • • • • • मल में रक्त आना, जिसे मलाशय से रक्तस्राव (rectal bleeding) भी कहा जाता है, एक गंभीर लक्षण है। यह दर्द युक्त या दर्दरहित हो सकता है। कई बार कुछ मामूली कारणों से मल में खून आ सकता है जबकि कई बार यह किसी गंभीर स्थिति को दर्शाता है। इस लेख में हम जानेंगे कि मल में खून आने के क्या कारण हो सकते हैं और इसके उपचार के क्या विकल्प हैं। कारण (Causes) लैट्रिन में खून तब आता है जब मलाशय या पाचन तंत्र में रक्तस्त्राव हो रहा हो। इसके निम्न कारण हो सकते हैं: 1. बवासीर बवासीर मलाशय से रक्तस्त्राव का एक सामान्य कारण है। यह तब होता है जब गुदा की नसें सूज जाती हैं। 2. इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD) आईबीडी पाचन संबंधी समस्याओं का एक समूह है जो पाचन तंत्र में सूजन का कारण बनते हैं। आईबीडी के दो मुख्य प्रकार क्रोहन रोग और अल्सरेटिव कोलाइटिस हैं। इन दोनों स्थितियों में लैट्रिन से खून आ सकता है। 3. एनल फिशर एनल फिशर गुदा के आस-पास की त्वचा में दरार आ जाने को कहते हैं। इस स्थिति में भी मल से खून आ सकता है। 4. रेक्टल प्रोलैप्स (Rectal Prolapse) जब मलाशय को सहारा देने वाली मांसपेशियां या लिगामेंट कमजोर हो जाती हैं तो मलाशय अपनी पोजीशन से खिसक सकता है और गुदा के बाहर फैल सकता है, जिसे रेक्टल प्रोलैप्स कहते हैं। इस कारण से भी मल के दौरान दर्द और ब्लीडिंग हो सकती है।...

kriya in hindi

0 Shares दोस्तो आज की पोस्ट मे हम क्रिया(Kriya)के बारे में जानने वाले है. जिसमें हम क्रिया किसे कहते है(Kriya kise kahate hain), क्रिया का अर्थ(Kriya ka Arth), क्रिया की परिभाषा(Kriya ki paribhasha) क्रिया के भेद(Kriya ke Bhed), क्रिया के उदाहरण(Kriya ke udaharan) एवं महत्त्वपूर्ण प्रश्नों के बारे मे विस्तार से बताने जा रहें है ,हम उम्मीद करते है कि आप इसे अच्छे से समझ पाएंगे.Kriya in hindi • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • जिस शब्द से किसी काम का करना या होना समझा जाए, उसे ’क्रिया’(Kriya) कहते है; जैसे- पढ़ना, खाना, पीना, जाना इत्यादि। क्रिया विकारी शब्द है, जिसके रूप रचना की दृष्टि से क्रिया के कितने भेद होते है? क्रिया के कितने भेद होते है – Kriya ke kitne bhed hote hain रचना की दृष्टि से क्रिया के सामान्यतः दो भेद है(Kriya ke Prakar in Hindi)- • सकर्मक(Sakrmak kriya) • अकर्मक(Akarmak Kriya) सकर्मक क्रिया – Sakrmak Kriya ’सकर्मक क्रिया’ उसे कहते हैं, जिसका कर्म हो या जिसके साथ कर्म की संभावना हो, अर्थात जिस क्रिया के व्यापार का संचालन तो कर्ता से हो, पर जिसका फल या प्रभाव किसी दूसरे व्यक्ति या वस्तु, अर्थात कर्म पर पङे। उदाहरणार्थ- श्याम आम खाता है। इस वाक्य में ’श्याम’ कर्ता है, ’खाने’ के साथ उसका कर्तृरूप से संबंध है। प्रश्न होता है, क्या खाता है ? उत्तर है, ’आम’। इस तरह ’आम’ का सीधा ’खाने’ से संबंध है। अतः , ’आम’ कर्मकारक है। यहाँ श्याम के खाने का फल ’आम’ पर, अर्थात कर्म पर पङता है। इसलिए, ’खाना’ क्रिया सकर्मक है। कभी-कभी सकर्मक क्रिया का कर्म छिपा रहता है; जैसे- वह गाता है, वह पढ़ता है। यहाँ ’गीत’ और ’पुस्तक’ जैसे कर्म छिपे हैं। अकर्मक क्रिया – Akarmak Kri...

कान के पीछे गांठ होना : लक्षण, कारण, इलाज

By Jun 3, 2018 कानकेपीछेगाँठहोनाएकगंभीरसमस्याहोसकतीहै, लेकिनसमयरहतेयदिइसकाइलाजकरालियाजाए, तोइससेछुटकारापायाजासकताहै। गाँठसेआपकोदर्दमहसूसहोभीसकताहैयाहोसकताहैआपकोपताभीनाचलेयाफिरऐसाभीहोसकताहैकियहकिसीप्रकारकासंकेतहोजिसकेबारेमेंआपकोजानकारीनहो। इसलेखमेंउनतथ्योंकेबारेमेंजानकारीदीगईहैजिससेआपकोयेगांठहोनेकाकारणपताचलसकेंऔरसाथहीइसकोठीककरनेकेघरेलूउपचारकेबारेमेंभीजानकारीदीगईहै। विषय-सूचि • • • • • • • • • • • • • कानकेपीछेगांठहोनेकेलक्षण: सबसेसामान्यलक्षणकानकेपीछेयाकानकेपासधब्बादिखनाहैजिसमेंदर्दहोभीसकताहैयानहींभी, यहहरइंसानकेलिएअलगहोसकताहै। कानकेपीछेगाँठहोनेकेलक्षणनिम्न: • छींक : जबआपको • दर्द : शरीरमेंदर्दऔरजोड़ोंमेंदर्दहोनेकीवजहसेभीकानकेपीछेभीगांठबनसकतीहै। • थकान : अधिकथकानऔरपरेशानीकीवजहसेभीगांठहोसकतीहै। • बुखार : यदिआपकोबुखारकेसाथ–साथखांसीऔरज़ुकामभीहैतोकानकेपीछेगांठहोनेकीआशंकाहोतीहै। • भूखनलगना : भूखनलगनेकीवजहसेभीगांठहोसकतीहै।इसलिएजबभीआपकोऐसालगेकिआपकोभूखनहींलगरहीतोकानकेपीछेएकबारजांचलें। • वज़नकमहोना : वज़नकमहोनेकीवजहसेभीआपकोगांठेहोसकतीहै। • दर्दहोनायाआरामनमिलना : यदिआपकईदिनोंसेचेहरेयाउसकेआसपासआराममहसूसनाकेरहेहों, तोहोसकताहैकिआपकेकान।केपीछेगांठहों। • रातमेंपसीनेआना : यदिआपकोरातमेंज्यादापसीनेआतेहैतोयहगांठहोनेकीनिशानीहै। • छोटीकोमलगांठनज़रआना : यदिआपकोकानकेपीछेयाआस–पासगांठनज़रआतीहैतोवहएकबड़ीगांठभीबनसकतीहै। • मुहांसेजैसेधब्बे : एकमुहांसेजैसादिखनेवालाधब्बाभीबड़ीगांठबनसकताहै, इसलिएआपकोहमेशाध्यानरखनाचाहिए। कानकेपीछेगांठहोनेकेकारण : ऊपरदिएगएलक्षणोंकेअलावाऔरभीकईकारणहोसकतेहैजिनकीवजहसेगांठहोतीहै : 1. मुहांसे : कईबारआपकेछिद्रबन्दहोनेकीवजहसेआपकोमुहांसेकीशिकायतहोसकतीहै, जोबादमेंगांठकारूपधारणकरलेती...

Find the Google Play Store app

• On your device, go to the Apps section. • Tap Google Play Store . • The app will openand you can search and browse for content to download. Fix issues with Play Store If you have issues locating the Play Store app, or opening, loading or downloading content in the app, it could be due to a number of reasons. To troubleshoot these issues, try the following topics: If you can't find the app in your list of all apps: • Confirm you're using a • You may have hidden the app and need to • Turn off your device and turn it on again. Then look for the app. • If you’re using a Chromebook, If the Google Play Store app still isn't showing up, contact your carrier or manufacturer for help. • How to add & use accounts in the Google Play Store on your device • Find the Google Play Store app • Get Android apps & digital content from the Google Play Store • Pre-order or pre-register for apps, movies, books & audiobooks • Use Google Play Protect to help keep your apps safe and your data private

कनेक्शन की गड़बड़ियां ठीक करना

अगर गड़बड़ी के मैसेज में HSTS, निजता प्रमाणपत्र या अमान्य नाम के बारे में बताया गया है, तो यहां दिया गया तरीका आज़माएं: पहला चरण: पोर्टल में साइन इन करें कैफ़े या हवाई अड्डों जैसे स्थानों पर मौजूद वाई-फ़ाई नेटवर्क के लिए आपको साइन इन करना होगा. साइन-इन पेज देखने के लिए, किसी ऐसे पेज पर जाएं जो http:// का उपयोग करता है. • http:// से शुरू होने वाली किसी भी वेबसाइट पर जाएं, जैसे कि • खुलने वाले साइन-इन पेज पर, इंटरनेट का इस्तेमाल करने के लिए साइन इन करें. चरण 2: पेज को गुप्त मोड में खोलें (केवल कंप्यूटर के लिए) वब पेज खोलें, जिस पर आप अगर पेज खुल जाता है, तो कोई Chrome एक्सटेंशन ठीक से काम नहीं कर रहा है. गड़बड़ी को ठीक करने के लिए, एक्सटेंशन बंद करें. चरण 3: अपना ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट करें पक्का करें कि आपके डिवाइस पर चरण 4: अपना एंटीवायरस कुछ देर के लिए बंद करें आपको यह गड़बड़ी तब दिखाई देती है अगर आपके पास ऐसा एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर है जो "HTTPS सुरक्षा" या "HTTPS स्कैनिंग" उपलब्ध कराता है. एंटीवायरस Chrome को सुरक्षा उपलब्ध कराने से रोकता है. समस्या ठीक करने के लिए, अपना एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर बंद करें. अगर सॉफ़्टवेयर को बंद करने के बाद पेज काम करता है, तो सुरक्षा साइटों का इस्तेमाल करते समय इस सॉफ़्टवेयर को बंद कर दें. जब आपका काम हो जाए तो अपने एंटीवायरस प्रोग्राम को वापस चालू करना ना भूलें. चरण 5: अतिरिक्त सहायता पाएं अगर आपको अभी भी गड़बड़ी दिखाई दे रही है, तो वेबसाइट के मालिक से संपर्क करें. आपको अगर आप पुराने सुरक्षा कोड वाली वेबसाइट पर जाने की कोशिश करेंगे, तो आपको यह गड़बड़ी दिखाई देगी. Chrome आपको इन साइटों से कनेक्ट न करके, आपकी निजता की सुरक्षा करता है. अगर आप इस वेबसा...

लैट्रिन में खून क्यों आता है? कारण और इलाज

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महिलाओं में थायराइड के कारण, लक्षण और इलाज

Table of Contents • • • • • • • • थायराइड क्या होता है? थायराइड गले में आगे की तरफ मौजूद एक ग्रंथि है जो तितली के आकार की होती है। यह ग्रंथि शरीर की अनेकों आवश्यक गतिविधियों को नियंत्रित करती है जैसे कि भोजन को ऊर्जा में बदलना आदि। थायराइड टी3 यानी ट्राईआयोडोथायरोनिन और टी4 यानी थायरॉक्सिन हार्मोन का निर्माण करता है। ये हार्मोन दिल की धड़कन, सांस, पाचन तंत्र, शरीर का तापमान, हड्डियों, मांसपेशियों और कोलेस्ट्रॉल को संतुलित रखने में मदद करते हैं। जब इन दोनों हार्मोन में असंतुलन होता है तो उसे थायराइड की समस्या कहते हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायराइड रोग का प्रभाव अधिक देखा जाता है। पुरुष की तुलना में महिलाओं में थायराइड प्रभाव अधिक होता है। साथ ही, महिलाओं को गर्भावस्था में थायराइड प्रभाव डालता है। अगर आपके मन में यह प्रश्न उठता है कि महिलाओं में थायराइड कितना होना चाहिए तो हम आपको बता दें कि महिलाओं में थायराइड का नॉर्मल रेंज 0.4-4.0 mIU/L के बीच होना चाहिए। थायराइड रोग के प्रकार थायरॉइड के प्रकार विभिन्न होते हैं जिन्हें हाइपरथायरायडिज्म और हाइपोथायरायडिज्म के रूप में जाना जाता है। • हाइपरथायरायडिज्म: हाइपरथायरायडिज्म तब होता है जब आपकी थायराइड ग्रंथि अत्यधिक हार्मोन थायरोक्सिन का उत्पादन करती है। यह थायराइड विकार आपके शरीर के चयापचय को तेज कर सकता है, इस प्रकार, अनजाने में वजन घटाने और एक तेज या अनियमित दिल की धड़कन पैदा कर सकता है। • हाइपोथायरायडिज्म: हाइपोथायरायडिज्म एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपकी थायराइड ग्रंथि कुछ महत्वपूर्ण हार्मोनों का पर्याप्त उत्पादन नहीं करती है। यह वृद्ध महिलाओं में सबसे अधिक प्रचलित है। जब आपके शरीर में बहुत कम थायराइड हार्मोन होता है, ...