टॉन्सिल के घरेलू उपाय

  1. गले में टॉन्सिल के कारण, लक्षण, प्रकार तथा उपचार
  2. गले में टॉन्सिल के लक्षण पहचान कर तुरंत करें ये घरेलू उपचार
  3. टॉन्सिल का घरेलू उपचार जानना चाहते हैं तो यहाँ पढ़ें
  4. टॉन्सिल में सूजन और दर्द को कम करने के घरेलू उपाय
  5. Home Remedies To Cure Tonsils Problem
  6. टॉन्सिल्स में इन्फेक्शन किन कारणों से होता है? जानें कारण, लक्षण, बचाव
  7. टॉन्सिल में सूजन और दर्द को कम करने के घरेलू उपाय
  8. गले में टॉन्सिल के कारण, लक्षण, प्रकार तथा उपचार
  9. गले में टॉन्सिल के लक्षण पहचान कर तुरंत करें ये घरेलू उपचार
  10. Home Remedies To Cure Tonsils Problem


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गले में टॉन्सिल के कारण, लक्षण, प्रकार तथा उपचार

टॉन्सिल हमारे शरीर में जीभ के दोनों तरफ गले में मौजूद होते है। यह हमारे मुंह के अंदर गले के दोनों तरफ होते हैं टॉन्सिल्स बाहरी इन्फेक्शन से शरीर की हिफाजत करते हैं। ये बाहर से आने वाली किसी भी रोगाणु को हमारे शरीर में जाने से रोकते हैं। टॉन्सिल बच्चों तथा जवानो सभी में होते है, परंतु चार से 10 साल की उम्र तक के बच्चों में ये टांसिल बहुत जल्द ही इंफेक्शन ग्रसित हो जाते है। टॉन्सिल में होने वाले इन्फेक्शन को टॉन्सिलाइटिस कहते हैं। इसके दो प्रकार होते है – बैक्टीरियल इन्फेक्शन तथा वायरल इन्फेक्शन यह बीमारी मुख्यतः मार्च और सितंबर अक्टूबर के महीनो में ज्यादा होती है जब मौसम में बदलाव होता है | टोंसिलाइटिस होने पर गले में दर्द तथा बुखार होता है। गले की जांच करने पर अक्सर टांसिलों में सूजन पाई जाती है। कारण:- धूल-मिट्टी व मक्खियों द्वारा प्रदूषित भोजन तथा खट्टी-मीठी चीजें खाने से बच्चों के टॉन्सिल सूज जाते हैं, जिसके कारण जीवाणुओं का संक्रमण होने से टॉन्सिल में पूय बनने लगती है। काली खांसी के कारण भी टॉन्सिल सूज जाते हैं। अधिक ठण्डी चीजें खाने-पीने से तथा तेल-मिर्च की वस्तुएं खाने के कारण भी गले में सूजन हो जाती है। रोगी बच्चे के जूठे बर्तनों में खाने-पीने से स्वस्थ बच्चे को भी टॉन्सिल का संक्रमण हो जाता हैं। कई बार रोग बहुत ज्यादा बढ़ जाता है कभी-कभी बच्चों के दोनों टॉन्सिल सूज जाते हैं खाना खाने में भी वह लाचार महसूस करता है। ऐसे हालात में इसका तुरन्त इलाज करवाना चाहिए। यदि इन्फेक्शन शरीर के दूसरे भाग में चला जाये, तो अनेक प्रकार के रोगों के फैलने का खतरा रहता है। अगर हमारे टॉन्सिल मजबूत होंगे तो वे बाहरी रोगाणुओं को शरीर में आने से रोकेंगे और अपने आप को भी बीमारी या इन्फेक्शन ...

गले में टॉन्सिल के लक्षण पहचान कर तुरंत करें ये घरेलू उपचार

गले में टॉन्सिल की समस्याकेघरेलू उपाय टॉन्सिल के कारण आयोडीन की कमी मौसम में बदलाव ठंडी चीजें खाने पर गलत खान-पान इंफेक्शन या बैक्टीरिया के कारण धूल-मिट्टी के कारण खट्टी-मीठी चीजों का सेवन टॉन्सिल के लक्षण शरीर का उच्च ताप सूखा बलगम बुखार के साथ कंपकंपी सांसों में बदबू टॉन्सिल के उपाय अंदर से गला लाल होना दर्द होना आवाज का भारीपन खान-पीन या निगलने में परेशानी टॉन्सिल के घरेलू उपचार काली मिर्च इस समस्या को दूर करने के लिए शहद और दालचीनी एंटीबैक्टीरियल गुणों सो भरपूर दालचीनी पाउडर और हल्दी हल्दी, काला नमक और काली मिर्च में पानी डालकर उबाल लें। इसके बाद इस पानी से दिन में 2 बार गरारे करें। इससे आपकी समस्या कुछ दिनों में ही दूर हो जाएगी। हर्बल चाय ग्रीन टी में लौंग, दूध दूध में 1/2 टीस्पून हल्दी डालकर उबाल लें। इसके बाद इसमें मिश्री या शक्कर मिलाकर रात को सोने से पीएं। इसका सेवन करने से आपकी यह समस्या 2-3 दिन में दूर हो जाएगी। सिंघाड़ा शरीर में आयरन की कमी से होने वाली टॉन्सिल की समस्या होने पर सिंघाड़े का सेवन करें। इससे यह समस्या दूर भी हो जाएगी और शरीर में आयरन की कमी भी पूरी हो जाएगी। इन चीजों से करें परहेज टॉन्सिल की समस्या होने पर आपको खट्टी-मीठी, तीखी और ठंडी चीजों का सेवन बंद कर देना चाहिए। इससे आपकी यह समस्या और भी बढ़ सकती है। इसके अलावा भोजन में अधिक तेल मसाले का प्रयोग न करें। ऐसे फलों और आहार से परहेज करें जिनकी तासीर ठंडी होती है जैसी कि अनानास, खुबानी, केला, संतरा, आड़ू, खरबूजा, पपीता और सेब। भोजन करने के बाद हमेशा 2-3 तुलसी की पत्तियों को साफ करके चबाएं। Browser Notification हमें खेद हैं कि आप opt-out कर चुके हैं। लेकिन, अगर आपने गलती से "Block" सिलेक्ट किया था...

टॉन्सिल का घरेलू उपचार जानना चाहते हैं तो यहाँ पढ़ें

टॉन्सिल होना एक आम समस्या है जो बच्चों और वयस्क दोनों में देखा जाता है। टॉन्सिल छोटे, अंडाकार आकार के ऊतक होते हैं जो गले के पीछे दोनों तरफ स्थित होते हैं। वे लसीका तंत्र [लिमफेटिक सिस्टम]का हिस्सा होते हैं, जो शरीर में संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। टॉन्सिल मुंह और नाक के माध्यम से प्रवेश करने वाले हानिकारक रोगजनकों के खिलाफ शरीर की रक्षा की पहली पंक्ति के रूप में कार्य करते हैं, बैक्टीरिया और अन्य कीटाणुओं को फँसाते हैं जो हवा या भोजन के माध्यम से शरीर में प्रवेश करते हैं। टॉन्सिल इन आक्रमणकारियों से लड़ने के लिए एंटीबॉडी का उत्पादन करते हैं और संक्रमण को पूरे शरीर में फैलने से रोकने में मदद करते हैं। हालांकि, कभी-कभी टॉन्सिल स्वयं संक्रमित हो सकते हैं, जिससे टॉन्सिलिटिस नामक स्थिति पैदा हो सकती है। तो क्या है टॉन्सिल का घरेलू उपचार? हम आपको टॉन्सिल के लक्षण और उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे। हम इस लेख के माध्यम से आपको टॉन्सिल से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी देंगे, जिससे आप इस समस्या से बेहतर ढंग से निपट सकें। Table of Contents • • • • • • • • • टॉन्सिल के लक्षण टॉन्सिल्स के संक्रमण के लक्षण व्यक्ति के उम्र और संक्रमण के प्रकार पर निर्भर करते हैं। कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं: • गले में दर्द या तकलीफ • स्वाभाविक से बढ़ी हुई टॉन्सिल्स का दिखाई देना • सूजन या गांठ का उत्पादन • गले में खराश या खराशीले आवाज • गले में छोटी-छोटी दाने या पुराने घावों का उत्पादन • बुखार और ठंड लगना • सामान्य बुखार के साथ थकान या अनियमित नींद • बदबू या मुंह से अच्छी तरह साँस न लेना • खाने पीने में तकलीफ या बदबू • फेफड़ों में संक्रमण के फैलने के कारण सांस लेने में तकलीफ टॉन्सिल ...

टॉन्सिल में सूजन और दर्द को कम करने के घरेलू उपाय

Home Remedies For Swollen Tonsils In Hindi : जंक फूड व अन्य संक्रमण की वजह से गले में इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। इंफेक्शन के कारण गले में दर्द व सूजन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा टॉन्सिल की वजह से भी आपको गले में सूजन व दर्द महसूस हो सकता है। इस समस्या में व्यक्ति को खाने में परेशानी आती है। इसके साथ ही, चीजों को निगलना मुश्किल हो जाता है। वैसे तो ये समस्या कुछ समय के बाद सही हो जाती है। लेकिन कई बार कुछ लोगों को टॉन्सिल की समस्या बार-बार होने लगती है। टॉन्सिल की समस्या होने पर आप घरेलू उपायों को अपना सकते हैं। इस लेख में आपको टॉन्सिल से बचाव के कुछ उपाय बताए गए हैं। टॉन्सिल की समस्या को दूर करने के घरेलू उपाय - Home Remedies For Swollen Tonsils In Hindi गुनगुने पानी से गरारे करें गले के इंफेक्शन को दूर करने के लिए आप हल्के गुनगुने पानी से गरारे कर सकते हैं। गरारे से गले में सिकाई होती है और आपको सूजन में आराम मिलता है। अगर आपको गले में दर्द अधिक है, तो ऐसे में गरारे का पानी गर्म करते समय उसमें करीब आधा चम्मच नमक मिला लें। इससे संक्रमण में तेजी से आराम मिलता है। इसे भी पढ़ें : अदरक की चाय अदरक में नैचुरल एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले के इंफेक्शन को दूर करने में सहायक साबित होते हैं। इसके अलावा अदरक में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया को मारने में सहायक होते हैं। इसके उपयोग के लिए आप अदरक को कद्दूकस कर लें। इसके बाद अदरक को करीब 2 गिलास पानी में करीब 5 से 10 मिनट तक उबाल लें। इसके बाद इसे छान कर, चार की तरह पिएं। नींबू और शहद नींबू और शहद दोनों प्राकृतिक एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद कर स...

Home Remedies To Cure Tonsils Problem

Tonsil Problem: सर्दी-जुकाम की परेशानी के साथ-साथ टॉन्सिल की भी समस्या हो जाती है, जिसकी वजह से गले में दर्द, पानी पीने में परेशानी, खाने में परेशानी और जबड़ों में काफी ज्यादा तकलीफ होती है. टॉन्सिल में होने वाली इस तरह की समस्या को कंट्रोल करने के लिए घरेलू उपचार का सहारा लिया जा सकता है. खासतौर पर टॉन्सिल में होने वाली सूजन को कम करने के लिए अच्छी और हेल्दी आदत को अपनाना जरूरी होता है. आइए जानते हैं टॉन्सिल में होने वाली परेशानियों को दूर करने के क्या उपाय हैं? नमक के पानी से करें गरारे टॉन्सिल की परेशानियों को दूर करने के लिए नमक के पानी से गरारा करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. यह गले में दर्द और सूजन को कम कर सकता है. इसके लिए 1 गिलास गर्म पानी में 1 चम्मच नमक मिक्स करें. अब इस पानी से गार्गल करें, इससे आपको काफी लाभ मिलेगा. बेहतर रिजल्ट के लिए दिन में कम से कम तीन बार नमक के पानी से गरारे करें. दूध और शहद है फायदेमंद टॉन्सिल में दर्द और सूजन से छुटकारा पाने के लिए दूध और शहद का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके लिए आप रात में सोने से पहले गर्म दूध में शहद मिक्स करके पिएं. यह गले के दर्द और सूजन को कम करने में असरदार होता है. इससे इंफेक्शन की परेशानी दूर हो सकती है. दूध के साथ हल्दी और काली मिर्च पिएं टॉन्सिल की समस्याओं को दूर करने के लिए हल्दी-काली मिर्च वाला दूध पिएं. यह जबड़े में सूजन, गले की दर्द को कम करने में प्रभावी होता है. इसके लिए रात में सोने से पहले एक गिलास दूध को उबाल लें. जब दूध हल्का गर्म हो जाए तो इसमें हल्दी और थोड़ी सी काली मिर्च पाउडर मिक्स कर लें. अब इस दूध को पिएं. इससे आपको काफी लाभ मिलेगा. यह भी पढ़ें: Check out below Health Tools- Published at ...

टॉन्सिल्स में इन्फेक्शन किन कारणों से होता है? जानें कारण, लक्षण, बचाव

और पढ़ें : टॉन्सिल्स में इन्फेक्शन के लक्षण क्या हैं ? टॉन्सिल्स में इन्फेक्शन बच्चों से बड़े, किसी भी उम्र वर्ग में हो सकता है। इसके निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं- • टॉन्सिल्स में सूजन • खानापान/निगलेन में परेशानी होना • टॉन्सिल्स में सफेद या पीले रंग के पैच नजर आना • • फीवर महसूस होना • गले में लिम्फ नोड का बढ़ जाना • आवाज में परिवर्तन महसूस होना • • • सिरदर्द की समस्या • जबड़े और गर्दन में सूजन की समस्याॉ • बच्चों के टॉन्सिल्स में इन्फेक्शन टॉन्सिल्स में इन्फेक्शन की समस्या अक्सर बच्चों में ज्यादा देखी जाती है। बच्चों को इस बारे में जानकारी न होने की वजह से उन्हें किसी भी प्रकार के लक्षण समझ नहीं आते हैं और वो कुछ बता भी नहीं पाते हैं। बच्चों के टॉन्सिल्स में इन्फेक्शन अगर 10 दिन से ज्यादा रहता है तो इसे एक्यूट टॉन्सिलाइटिस की समस्या कहा जाएगा। अगर टॉन्सिल्स में इन्फेक्शन कई बार हो चुका है तो इसे क्रॉनिक या रीकरेंट टॉन्सिलाइटिस कहा जाएगा। एक्यूट टॉन्सिलाइटिस की समस्या को घरेलु उपाय के माध्यम से भी ठीक किया जा सकता है। लेकिन कुछ केस में एंटीबायोटिक्स की जरूरत पड़ती है। जानिए क्या हैं बच्चों के टॉन्सिल्स में इन्फेक्शन के लक्षण, • खाना निगलने में समस्या • • उतावलापन (fussiness) और पढ़ें : क्रोनिक टॉन्सिलाइटिस के लक्षण क्रोनिक टॉन्सिलाइटिस के कारण गले में टॉन्सिल स्टोन की समस्या हो जाती है। इस कारण से डेड सेल्स, सलाइवा आदि का निर्माण होने लगता है। ये सब छोटे स्टोन का रूप ले लेते हैं। कभी-कभार ये खुद ही ढीले पड़ जाते हैं। अगर समस्या ज्यादा हो रही है तो डॉक्टर इन्हें निकाल भी सकता है। • गले में खराश • • क्रोनिक टॉन्सिल्स के कारण टॉन्सिल स्टोन की समस्या • टॉन्सिल स्टोन होने के ...

टॉन्सिल में सूजन और दर्द को कम करने के घरेलू उपाय

Home Remedies For Swollen Tonsils In Hindi : जंक फूड व अन्य संक्रमण की वजह से गले में इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। इंफेक्शन के कारण गले में दर्द व सूजन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा टॉन्सिल की वजह से भी आपको गले में सूजन व दर्द महसूस हो सकता है। इस समस्या में व्यक्ति को खाने में परेशानी आती है। इसके साथ ही, चीजों को निगलना मुश्किल हो जाता है। वैसे तो ये समस्या कुछ समय के बाद सही हो जाती है। लेकिन कई बार कुछ लोगों को टॉन्सिल की समस्या बार-बार होने लगती है। टॉन्सिल की समस्या होने पर आप घरेलू उपायों को अपना सकते हैं। इस लेख में आपको टॉन्सिल से बचाव के कुछ उपाय बताए गए हैं। टॉन्सिल की समस्या को दूर करने के घरेलू उपाय - Home Remedies For Swollen Tonsils In Hindi गुनगुने पानी से गरारे करें गले के इंफेक्शन को दूर करने के लिए आप हल्के गुनगुने पानी से गरारे कर सकते हैं। गरारे से गले में सिकाई होती है और आपको सूजन में आराम मिलता है। अगर आपको गले में दर्द अधिक है, तो ऐसे में गरारे का पानी गर्म करते समय उसमें करीब आधा चम्मच नमक मिला लें। इससे संक्रमण में तेजी से आराम मिलता है। इसे भी पढ़ें : अदरक की चाय अदरक में नैचुरल एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले के इंफेक्शन को दूर करने में सहायक साबित होते हैं। इसके अलावा अदरक में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया को मारने में सहायक होते हैं। इसके उपयोग के लिए आप अदरक को कद्दूकस कर लें। इसके बाद अदरक को करीब 2 गिलास पानी में करीब 5 से 10 मिनट तक उबाल लें। इसके बाद इसे छान कर, चार की तरह पिएं। नींबू और शहद नींबू और शहद दोनों प्राकृतिक एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद कर स...

गले में टॉन्सिल के कारण, लक्षण, प्रकार तथा उपचार

टॉन्सिल हमारे शरीर में जीभ के दोनों तरफ गले में मौजूद होते है। यह हमारे मुंह के अंदर गले के दोनों तरफ होते हैं टॉन्सिल्स बाहरी इन्फेक्शन से शरीर की हिफाजत करते हैं। ये बाहर से आने वाली किसी भी रोगाणु को हमारे शरीर में जाने से रोकते हैं। टॉन्सिल बच्चों तथा जवानो सभी में होते है, परंतु चार से 10 साल की उम्र तक के बच्चों में ये टांसिल बहुत जल्द ही इंफेक्शन ग्रसित हो जाते है। टॉन्सिल में होने वाले इन्फेक्शन को टॉन्सिलाइटिस कहते हैं। इसके दो प्रकार होते है – बैक्टीरियल इन्फेक्शन तथा वायरल इन्फेक्शन यह बीमारी मुख्यतः मार्च और सितंबर अक्टूबर के महीनो में ज्यादा होती है जब मौसम में बदलाव होता है | टोंसिलाइटिस होने पर गले में दर्द तथा बुखार होता है। गले की जांच करने पर अक्सर टांसिलों में सूजन पाई जाती है। कारण:- धूल-मिट्टी व मक्खियों द्वारा प्रदूषित भोजन तथा खट्टी-मीठी चीजें खाने से बच्चों के टॉन्सिल सूज जाते हैं, जिसके कारण जीवाणुओं का संक्रमण होने से टॉन्सिल में पूय बनने लगती है। काली खांसी के कारण भी टॉन्सिल सूज जाते हैं। अधिक ठण्डी चीजें खाने-पीने से तथा तेल-मिर्च की वस्तुएं खाने के कारण भी गले में सूजन हो जाती है। रोगी बच्चे के जूठे बर्तनों में खाने-पीने से स्वस्थ बच्चे को भी टॉन्सिल का संक्रमण हो जाता हैं। कई बार रोग बहुत ज्यादा बढ़ जाता है कभी-कभी बच्चों के दोनों टॉन्सिल सूज जाते हैं खाना खाने में भी वह लाचार महसूस करता है। ऐसे हालात में इसका तुरन्त इलाज करवाना चाहिए। यदि इन्फेक्शन शरीर के दूसरे भाग में चला जाये, तो अनेक प्रकार के रोगों के फैलने का खतरा रहता है। अगर हमारे टॉन्सिल मजबूत होंगे तो वे बाहरी रोगाणुओं को शरीर में आने से रोकेंगे और अपने आप को भी बीमारी या इन्फेक्शन ...

गले में टॉन्सिल के लक्षण पहचान कर तुरंत करें ये घरेलू उपचार

गले में टॉन्सिल की समस्याकेघरेलू उपाय टॉन्सिल के कारण आयोडीन की कमी मौसम में बदलाव ठंडी चीजें खाने पर गलत खान-पान इंफेक्शन या बैक्टीरिया के कारण धूल-मिट्टी के कारण खट्टी-मीठी चीजों का सेवन टॉन्सिल के लक्षण शरीर का उच्च ताप सूखा बलगम बुखार के साथ कंपकंपी सांसों में बदबू टॉन्सिल के उपाय अंदर से गला लाल होना दर्द होना आवाज का भारीपन खान-पीन या निगलने में परेशानी टॉन्सिल के घरेलू उपचार काली मिर्च इस समस्या को दूर करने के लिए शहद और दालचीनी एंटीबैक्टीरियल गुणों सो भरपूर दालचीनी पाउडर और हल्दी हल्दी, काला नमक और काली मिर्च में पानी डालकर उबाल लें। इसके बाद इस पानी से दिन में 2 बार गरारे करें। इससे आपकी समस्या कुछ दिनों में ही दूर हो जाएगी। हर्बल चाय ग्रीन टी में लौंग, दूध दूध में 1/2 टीस्पून हल्दी डालकर उबाल लें। इसके बाद इसमें मिश्री या शक्कर मिलाकर रात को सोने से पीएं। इसका सेवन करने से आपकी यह समस्या 2-3 दिन में दूर हो जाएगी। सिंघाड़ा शरीर में आयरन की कमी से होने वाली टॉन्सिल की समस्या होने पर सिंघाड़े का सेवन करें। इससे यह समस्या दूर भी हो जाएगी और शरीर में आयरन की कमी भी पूरी हो जाएगी। इन चीजों से करें परहेज टॉन्सिल की समस्या होने पर आपको खट्टी-मीठी, तीखी और ठंडी चीजों का सेवन बंद कर देना चाहिए। इससे आपकी यह समस्या और भी बढ़ सकती है। इसके अलावा भोजन में अधिक तेल मसाले का प्रयोग न करें। ऐसे फलों और आहार से परहेज करें जिनकी तासीर ठंडी होती है जैसी कि अनानास, खुबानी, केला, संतरा, आड़ू, खरबूजा, पपीता और सेब। भोजन करने के बाद हमेशा 2-3 तुलसी की पत्तियों को साफ करके चबाएं। Browser Notification हमें खेद हैं कि आप opt-out कर चुके हैं। लेकिन, अगर आपने गलती से "Block" सिलेक्ट किया था...

Home Remedies To Cure Tonsils Problem

Tonsil Problem: सर्दी-जुकाम की परेशानी के साथ-साथ टॉन्सिल की भी समस्या हो जाती है, जिसकी वजह से गले में दर्द, पानी पीने में परेशानी, खाने में परेशानी और जबड़ों में काफी ज्यादा तकलीफ होती है. टॉन्सिल में होने वाली इस तरह की समस्या को कंट्रोल करने के लिए घरेलू उपचार का सहारा लिया जा सकता है. खासतौर पर टॉन्सिल में होने वाली सूजन को कम करने के लिए अच्छी और हेल्दी आदत को अपनाना जरूरी होता है. आइए जानते हैं टॉन्सिल में होने वाली परेशानियों को दूर करने के क्या उपाय हैं? नमक के पानी से करें गरारे टॉन्सिल की परेशानियों को दूर करने के लिए नमक के पानी से गरारा करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. यह गले में दर्द और सूजन को कम कर सकता है. इसके लिए 1 गिलास गर्म पानी में 1 चम्मच नमक मिक्स करें. अब इस पानी से गार्गल करें, इससे आपको काफी लाभ मिलेगा. बेहतर रिजल्ट के लिए दिन में कम से कम तीन बार नमक के पानी से गरारे करें. दूध और शहद है फायदेमंद टॉन्सिल में दर्द और सूजन से छुटकारा पाने के लिए दूध और शहद का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके लिए आप रात में सोने से पहले गर्म दूध में शहद मिक्स करके पिएं. यह गले के दर्द और सूजन को कम करने में असरदार होता है. इससे इंफेक्शन की परेशानी दूर हो सकती है. दूध के साथ हल्दी और काली मिर्च पिएं टॉन्सिल की समस्याओं को दूर करने के लिए हल्दी-काली मिर्च वाला दूध पिएं. यह जबड़े में सूजन, गले की दर्द को कम करने में प्रभावी होता है. इसके लिए रात में सोने से पहले एक गिलास दूध को उबाल लें. जब दूध हल्का गर्म हो जाए तो इसमें हल्दी और थोड़ी सी काली मिर्च पाउडर मिक्स कर लें. अब इस दूध को पिएं. इससे आपको काफी लाभ मिलेगा. यह भी पढ़ें: Check out below Health Tools- Published at ...