ट्विटर

  1. विश्व भर में बढ़ती नफ़रत से निपटने में, पंथ व धार्मिक नेताओं की अहम भूमिका
  2. Twitter Latest News, Updates in Hindi
  3. ट्विटर विरुद्ध केंद्र सरकार; जॅक डोर्सी यांच्याबाबत आजपर्यंत काय काय वाद निर्माण झाले?
  4. Elon Musk Action: ट्विटर ने किया ब्लू टिक हटाना शुरू, योगी आदित्यनाथ, कोहली, शाहरुख खान समेत इन लोगों के अकाउंट नहीं रहे वेरिफाइड
  5. Twitter Latest News, Updates in Hindi
  6. Elon Musk Action: ट्विटर ने किया ब्लू टिक हटाना शुरू, योगी आदित्यनाथ, कोहली, शाहरुख खान समेत इन लोगों के अकाउंट नहीं रहे वेरिफाइड
  7. ट्विटर विरुद्ध केंद्र सरकार; जॅक डोर्सी यांच्याबाबत आजपर्यंत काय काय वाद निर्माण झाले?
  8. विश्व भर में बढ़ती नफ़रत से निपटने में, पंथ व धार्मिक नेताओं की अहम भूमिका
  9. Elon Musk Action: ट्विटर ने किया ब्लू टिक हटाना शुरू, योगी आदित्यनाथ, कोहली, शाहरुख खान समेत इन लोगों के अकाउंट नहीं रहे वेरिफाइड
  10. विश्व भर में बढ़ती नफ़रत से निपटने में, पंथ व धार्मिक नेताओं की अहम भूमिका


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विश्व भर में बढ़ती नफ़रत से निपटने में, पंथ व धार्मिक नेताओं की अहम भूमिका

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि विश्व भर में ऑफ़लाइन व ऑनलाइन माध्यमों पर बढ़ती नफ़रत की चुनौती से निपटने और वैश्विक शान्ति की तलाश के लिए प्रयासों में पंथ व धार्मिक नेताओं को अपना योगदान देना होगा. उन्होंने बुधवार को सुरक्षा परिषद में शान्ति को बढ़ावा देने और उसे बनाए रखने में मानव भाईचारे के विषय पर आयोजित एक बैठक को सम्बोधित करते हुए यह बात कही है. कैथॉलिक चर्च के प्रमुख पोप फ़्राँसिस और अल-अज़हर अल शरीफ़ के शाही इमाम अहमद अल-तैयब ने वर्ष 2019 में एक साझा घोषणापत्र जारी किया था, जिसमें धार्मिक व राजनैतिक नेताओं से युद्धों, हिंसक टकरावों और पर्यावरणीय विध्वंस पर विराम लगाने की पुकार लगाई गई है. जून महीने के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष देश, संयुक्त अरब अमीरात द्वारा बुलाई गई यह उच्चस्तरीय बैठक उसी घोषणापत्र में उल्लिखित अपील पर केन्द्रित है. antonioguterres यूएन के शीर्षतम अधिकारी ने सदस्य देशों के प्रतिनिधियों को आगाह किया है कि शान्ति के लिए ख़तरे अनेक रूपों में नज़र आ रहे हैं, लेकिन अक्सर देखा गया है कि किसी भी टकराव की शुरुआत और फिर उसे बल नफ़रत से ही मिलता है. “दुनिया भर में, हम विदेशियों के प्रति नापसन्दगी व डर, नस्लवाद व असहिष्णुता, हिंसक स्त्रीद्वेष, मुस्लिम-विरोधी नफ़रत, विषैला यहूदीवाद-विरोध और अल्पसंख्यक ईसाई समुदायों पर हमलों की घटनों में उछाल देख रहे हैं.” “नव-नाज़ी श्वेत वर्चस्ववादी मुहिम आज अनेक देशों में घरेलू सुरक्षा के लिए शीर्ष चुनौती है और तेज़ी से बढ़ रही है.” ऑनलाइन माध्यमों पर फैलती नफ़रत यूएन प्रमुख ने कहा कि सोशल मीडिया ने नफ़रत फैलाने वालों के हाथों में एक शक्तिशाली भोंपू थमा दिया है, जिससे सत्यापन किए बिना ही दावों और झूठ ...

Twitter Latest News, Updates in Hindi

ट्विटर (Twitter) एक सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट (Social Networking Website) है बिल्कुल फेसबुक (Facebook) की तरह जिसका इस्तेमाल करके आप उस पर मौजूद लोगों से जुड़ सकते हैं. ट्विटर का इस्तेमाल देश और दुनिया के सभी मशहूर लोगों द्वारा किया जाता है. ट्विटर की स्थापना 21 मार्च 2006 को हुई थी जिसके बाद अब तक इसकी लोकप्रियता बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है. ट्विटर दुनिया की पॉपुलर वेबसाइट में से एक है. Twitter पर जानकारी शेयर करने की प्रकिया को ट्वीट (Tweet) कहा जाता है. ट्वीट मतलब किसी भी जानकारी को शेयर करने के लिए आप एक बार में केवल 140 शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं और उन्ही शब्दों में अपनी बात पूरी करनी है हालांकि आप जितने चाहें उतने ट्वीट कर सकते हैं. Twitter की मदद से आप हर दिन उन सभी विषयों के बारे में जान सकते हैं जिनके बारे में देश और दुनिया में सबसे चर्चा की जाती है तथा आप भी उन विषयों पर अपनी राय रख सकते हैं. ट्विटर का प्रमुख काम होता है कि लोगों द्वारा किसी मुद्दे पर अपने विचारों को प्रकट करना. ट्विटर की एक ख़ास बात है कि आप बिना ट्विटर अकाउंट (Twitter account) बनाये ही लोगों द्वारा किये गये ट्वीट पढ़ सकते हैं लेकिन उसके बारे में आपकी क्या राय है और क्या आप उसकी बातों से समहत हैं, इत्यादि के लिए आपको ट्विटर अकाउंट की ज़रूरत पड़ती है. इसलिए आपके पास ट्विटर अकाउंट होना आवश्यक है. और पढ़ें ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डॉर्सी के किसान आंदोलन को लेकर किए दावे पर सियासी घमासान मच गया है. ज जैक डॉर्सी ने एक इंटरव्यू में कहा कि भारत में किसान आंदोलन के दौरान ट्विटर हैंडल्स को ब्लॉक करने की कई सिफारिशें की गईं. इसमें ऐसे पत्रकार शामिल थे, जो सरकार की आलोचना कर रहे थे. इस दौरान धमकी दी गई कि हम भारत ...

ट्विटर विरुद्ध केंद्र सरकार; जॅक डोर्सी यांच्याबाबत आजपर्यंत काय काय वाद निर्माण झाले?

ट्विटरचा सहसंस्थापक आणि माजी सीईओ जॅक डोर्सी यांच्या ताज्या विधानामुळे केंद्र सरकार आणि भाजपावर जोरदार टीका होत आहे. सरकारकडून अभिव्यक्तिस्वातंत्र्याची गळचेपी होत असल्याची टीका विरोधकांनी केली आहे. यामुळे ट्विटर आणि जॅक डोर्सी पुन्हा एकदा वादात अडकले आहे. पण ट्विटरवर टीका होण्याची ही पहिलीच वेळ नाही, याआधीही अनेकदा ट्विटर वादाच्या भोवऱ्यात अडकले आहे. मागच्या पाच वर्षांत ट्विटरभोवती अनेक वाद निर्माण झाले. केंद्र सरकार ते विरोधक, उजव्या विचारसरणीच्या संघटनांपासून ते इतर संघटनांपर्यंत अनेकांनी ट्विटरवर विविध आक्षेप घेतले. Mira Road Murder: मनोज सानेने सरस्वतीची हत्या केल्यानंतर काढले होते ‘न्यूड सेल्फी’; पोलिसांना म्हणाला, “होय मी….” हे वाचा >> डोर्सी यांचा २०१८ सालचा भारत दौरा डोर्सी आणि ट्विटरच्या विधी विभागाच्या माजी प्रमुख विजया गद्दे यांनी त्या वेळी काही महिला प्रतिनिधी, पत्रकार आणि सामाजिक कार्यकर्त्यांसोबत बंद दाराआड बैठक घेतली होती. ट्विटरवरील सुरक्षेच्या मुद्द्याबाबत ही बैठक झाली होती. बैठकीच्या शेवटी सर्व प्रतिनिधींसोबत डोर्सी आणि गद्दे यांनी फोटो घेतला होता, त्या वेळी डोर्सी यांच्या हातात असलेल्या पत्रकामुळे वाद निर्माण झाला होता. ब्राह्मणी पितृसत्ताक पद्धतीला संपुष्टात आणा, असे त्या पत्रकावर लिहिले होते. During Twitter CEO उजव्या विचारसरणीच्या अनेक संघटनांनी आणि लोकांनी या कृतीचा निषेध करीत ट्विटरवर बहिष्कार घालण्याची घोषणा केली. ज्यामुळे कंपनीला माफीनामा सादर करावा लागला. विजया गद्दे म्हणाल्या, “सदर प्रकरणाबाबत आम्ही माफी मागतो. ही कृती आमच्या विचारांना प्रस्तृत करत नाही. एका खासगी बैठकीत आम्हाला जी भेट दिली गेली, त्यासोबत आम्ही फक्त फोटो काढला. अशा प्रसंगी आम्हा...

Elon Musk Action: ट्विटर ने किया ब्लू टिक हटाना शुरू, योगी आदित्यनाथ, कोहली, शाहरुख खान समेत इन लोगों के अकाउंट नहीं रहे वेरिफाइड

Twitter started removing blue tick: ब्लू टिक (Blue Tick) के ऊपर अब ट्विटर (Twitter) ने कड़ा एक्शन लेना शुरू कर दिया है. जिन यूजर्स ने ट्विटर द्वारा घोषित ट्विटर ब्लू वेरिफिकेशन (Twitter Blue Verification) नहीं लिया है, उनका ब्लू टिक हटना शुरू हो चुका है. ट्विटर के कई हाई-प्रोफाइल यूजर्स, जिनका ब्लू टिक उन्हें आम यूजर्स से अलग करता था, अब वो भी अपना ब्लू टिक खो चुके हैं. गौरतलब है कि एलन मस्क (Elon Musk) द्वारा ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद इस पेड वेरिफिकेशन (Paid Verification) पॉलिसी को शुरू किया गया था. ट्विटर पर मौजूद थे 3 लाख ब्लू टिक यूजर्स ट्विटर के ब्लू टिक प्लेटफॉर्म पर काफी मायने रखता था. ब्लू टिक बैज मिलने से एक प्रोफाइल जनरल प्रोफाइल से अलग दिखने लगता था. तकरीबन 300,000 वेरिफाइड यूजर्स ट्विटर पर मौजूद थे, जिसमें पत्रकार, एथलीट, नेता और अभिनेता आदि शामिल थे. हालांकि अब इनका ब्लू टिक हटा दिया गया है. अब ब्लू पाने के लिए इन्हें मंथली सब्सक्रिप्शन लेना होना जिसकी कीमत 900 रुपये है. गुरुवार को जिन हाई-प्रोफाइल उपयोगकर्ताओं ने अपना नीला चेक खो दिया, उनमें बेयोंसे, पोप फ्रांसिस, ओपरा विनफ्रे और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतिडोनाल्ड शामिल थे. ब्लू टिक यूजर्स के पास गया था कल ये मैसेज ट्विटर द्वारा ब्लू टिक हटाए जाने के बाद भी जिनलोगों का ब्लू टिक बचा रह गया उन्हें गुरुवार को एक खास मैसेज गया. मैसेज में लिखा था कि आपका एकाउंट इसलिए वेरिफाइड है क्योंकि आपने ट्विटर ब्लू की सदस्यता ली है और अपना फोन नंबर वेरिफाइड किया गया है. फोन नंबर वेरिफाइएड करने का सीधा सा मतलब है कि उस व्यक्ति के पास एक फोन नंबर है और ट्विटर ने यह सत्यापित किया है कि उनतक कंपनी की पहुंच है. हालांकि यह यूजर्स ...

Twitter Latest News, Updates in Hindi

ट्विटर (Twitter) एक सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट (Social Networking Website) है बिल्कुल फेसबुक (Facebook) की तरह जिसका इस्तेमाल करके आप उस पर मौजूद लोगों से जुड़ सकते हैं. ट्विटर का इस्तेमाल देश और दुनिया के सभी मशहूर लोगों द्वारा किया जाता है. ट्विटर की स्थापना 21 मार्च 2006 को हुई थी जिसके बाद अब तक इसकी लोकप्रियता बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है. ट्विटर दुनिया की पॉपुलर वेबसाइट में से एक है. Twitter पर जानकारी शेयर करने की प्रकिया को ट्वीट (Tweet) कहा जाता है. ट्वीट मतलब किसी भी जानकारी को शेयर करने के लिए आप एक बार में केवल 140 शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं और उन्ही शब्दों में अपनी बात पूरी करनी है हालांकि आप जितने चाहें उतने ट्वीट कर सकते हैं. Twitter की मदद से आप हर दिन उन सभी विषयों के बारे में जान सकते हैं जिनके बारे में देश और दुनिया में सबसे चर्चा की जाती है तथा आप भी उन विषयों पर अपनी राय रख सकते हैं. ट्विटर का प्रमुख काम होता है कि लोगों द्वारा किसी मुद्दे पर अपने विचारों को प्रकट करना. ट्विटर की एक ख़ास बात है कि आप बिना ट्विटर अकाउंट (Twitter account) बनाये ही लोगों द्वारा किये गये ट्वीट पढ़ सकते हैं लेकिन उसके बारे में आपकी क्या राय है और क्या आप उसकी बातों से समहत हैं, इत्यादि के लिए आपको ट्विटर अकाउंट की ज़रूरत पड़ती है. इसलिए आपके पास ट्विटर अकाउंट होना आवश्यक है. और पढ़ें ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डॉर्सी के किसान आंदोलन को लेकर किए दावे पर सियासी घमासान मच गया है. ज जैक डॉर्सी ने एक इंटरव्यू में कहा कि भारत में किसान आंदोलन के दौरान ट्विटर हैंडल्स को ब्लॉक करने की कई सिफारिशें की गईं. इसमें ऐसे पत्रकार शामिल थे, जो सरकार की आलोचना कर रहे थे. इस दौरान धमकी दी गई कि हम भारत ...

Elon Musk Action: ट्विटर ने किया ब्लू टिक हटाना शुरू, योगी आदित्यनाथ, कोहली, शाहरुख खान समेत इन लोगों के अकाउंट नहीं रहे वेरिफाइड

Twitter started removing blue tick: ब्लू टिक (Blue Tick) के ऊपर अब ट्विटर (Twitter) ने कड़ा एक्शन लेना शुरू कर दिया है. जिन यूजर्स ने ट्विटर द्वारा घोषित ट्विटर ब्लू वेरिफिकेशन (Twitter Blue Verification) नहीं लिया है, उनका ब्लू टिक हटना शुरू हो चुका है. ट्विटर के कई हाई-प्रोफाइल यूजर्स, जिनका ब्लू टिक उन्हें आम यूजर्स से अलग करता था, अब वो भी अपना ब्लू टिक खो चुके हैं. गौरतलब है कि एलन मस्क (Elon Musk) द्वारा ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद इस पेड वेरिफिकेशन (Paid Verification) पॉलिसी को शुरू किया गया था. ट्विटर पर मौजूद थे 3 लाख ब्लू टिक यूजर्स ट्विटर के ब्लू टिक प्लेटफॉर्म पर काफी मायने रखता था. ब्लू टिक बैज मिलने से एक प्रोफाइल जनरल प्रोफाइल से अलग दिखने लगता था. तकरीबन 300,000 वेरिफाइड यूजर्स ट्विटर पर मौजूद थे, जिसमें पत्रकार, एथलीट, नेता और अभिनेता आदि शामिल थे. हालांकि अब इनका ब्लू टिक हटा दिया गया है. अब ब्लू पाने के लिए इन्हें मंथली सब्सक्रिप्शन लेना होना जिसकी कीमत 900 रुपये है. गुरुवार को जिन हाई-प्रोफाइल उपयोगकर्ताओं ने अपना नीला चेक खो दिया, उनमें बेयोंसे, पोप फ्रांसिस, ओपरा विनफ्रे और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतिडोनाल्ड शामिल थे. ब्लू टिक यूजर्स के पास गया था कल ये मैसेज ट्विटर द्वारा ब्लू टिक हटाए जाने के बाद भी जिनलोगों का ब्लू टिक बचा रह गया उन्हें गुरुवार को एक खास मैसेज गया. मैसेज में लिखा था कि आपका एकाउंट इसलिए वेरिफाइड है क्योंकि आपने ट्विटर ब्लू की सदस्यता ली है और अपना फोन नंबर वेरिफाइड किया गया है. फोन नंबर वेरिफाइएड करने का सीधा सा मतलब है कि उस व्यक्ति के पास एक फोन नंबर है और ट्विटर ने यह सत्यापित किया है कि उनतक कंपनी की पहुंच है. हालांकि यह यूजर्स ...

ट्विटर विरुद्ध केंद्र सरकार; जॅक डोर्सी यांच्याबाबत आजपर्यंत काय काय वाद निर्माण झाले?

ट्विटरचा सहसंस्थापक आणि माजी सीईओ जॅक डोर्सी यांच्या ताज्या विधानामुळे केंद्र सरकार आणि भाजपावर जोरदार टीका होत आहे. सरकारकडून अभिव्यक्तिस्वातंत्र्याची गळचेपी होत असल्याची टीका विरोधकांनी केली आहे. यामुळे ट्विटर आणि जॅक डोर्सी पुन्हा एकदा वादात अडकले आहे. पण ट्विटरवर टीका होण्याची ही पहिलीच वेळ नाही, याआधीही अनेकदा ट्विटर वादाच्या भोवऱ्यात अडकले आहे. मागच्या पाच वर्षांत ट्विटरभोवती अनेक वाद निर्माण झाले. केंद्र सरकार ते विरोधक, उजव्या विचारसरणीच्या संघटनांपासून ते इतर संघटनांपर्यंत अनेकांनी ट्विटरवर विविध आक्षेप घेतले. Adipurush First Review: कसा आहे प्रभासचा ‘आदिपुरुष’ चित्रपट? पहिला शो बघितल्यानंतर ट्विटर युजर्स म्हणाले… हे वाचा >> डोर्सी यांचा २०१८ सालचा भारत दौरा डोर्सी आणि ट्विटरच्या विधी विभागाच्या माजी प्रमुख विजया गद्दे यांनी त्या वेळी काही महिला प्रतिनिधी, पत्रकार आणि सामाजिक कार्यकर्त्यांसोबत बंद दाराआड बैठक घेतली होती. ट्विटरवरील सुरक्षेच्या मुद्द्याबाबत ही बैठक झाली होती. बैठकीच्या शेवटी सर्व प्रतिनिधींसोबत डोर्सी आणि गद्दे यांनी फोटो घेतला होता, त्या वेळी डोर्सी यांच्या हातात असलेल्या पत्रकामुळे वाद निर्माण झाला होता. ब्राह्मणी पितृसत्ताक पद्धतीला संपुष्टात आणा, असे त्या पत्रकावर लिहिले होते. During Twitter CEO उजव्या विचारसरणीच्या अनेक संघटनांनी आणि लोकांनी या कृतीचा निषेध करीत ट्विटरवर बहिष्कार घालण्याची घोषणा केली. ज्यामुळे कंपनीला माफीनामा सादर करावा लागला. विजया गद्दे म्हणाल्या, “सदर प्रकरणाबाबत आम्ही माफी मागतो. ही कृती आमच्या विचारांना प्रस्तृत करत नाही. एका खासगी बैठकीत आम्हाला जी भेट दिली गेली, त्यासोबत आम्ही फक्त फोटो काढला. अशा प्रसंगी आम्हाला अधिक ...

विश्व भर में बढ़ती नफ़रत से निपटने में, पंथ व धार्मिक नेताओं की अहम भूमिका

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि विश्व भर में ऑफ़लाइन व ऑनलाइन माध्यमों पर बढ़ती नफ़रत की चुनौती से निपटने और वैश्विक शान्ति की तलाश के लिए प्रयासों में पंथ व धार्मिक नेताओं को अपना योगदान देना होगा. उन्होंने बुधवार को सुरक्षा परिषद में शान्ति को बढ़ावा देने और उसे बनाए रखने में मानव भाईचारे के विषय पर आयोजित एक बैठक को सम्बोधित करते हुए यह बात कही है. कैथॉलिक चर्च के प्रमुख पोप फ़्राँसिस और अल-अज़हर अल शरीफ़ के शाही इमाम अहमद अल-तैयब ने वर्ष 2019 में एक साझा घोषणापत्र जारी किया था, जिसमें धार्मिक व राजनैतिक नेताओं से युद्धों, हिंसक टकरावों और पर्यावरणीय विध्वंस पर विराम लगाने की पुकार लगाई गई है. जून महीने के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष देश, संयुक्त अरब अमीरात द्वारा बुलाई गई यह उच्चस्तरीय बैठक उसी घोषणापत्र में उल्लिखित अपील पर केन्द्रित है. antonioguterres यूएन के शीर्षतम अधिकारी ने सदस्य देशों के प्रतिनिधियों को आगाह किया है कि शान्ति के लिए ख़तरे अनेक रूपों में नज़र आ रहे हैं, लेकिन अक्सर देखा गया है कि किसी भी टकराव की शुरुआत और फिर उसे बल नफ़रत से ही मिलता है. “दुनिया भर में, हम विदेशियों के प्रति नापसन्दगी व डर, नस्लवाद व असहिष्णुता, हिंसक स्त्रीद्वेष, मुस्लिम-विरोधी नफ़रत, विषैला यहूदीवाद-विरोध और अल्पसंख्यक ईसाई समुदायों पर हमलों की घटनों में उछाल देख रहे हैं.” “नव-नाज़ी श्वेत वर्चस्ववादी मुहिम आज अनेक देशों में घरेलू सुरक्षा के लिए शीर्ष चुनौती है और तेज़ी से बढ़ रही है.” ऑनलाइन माध्यमों पर फैलती नफ़रत यूएन प्रमुख ने कहा कि सोशल मीडिया ने नफ़रत फैलाने वालों के हाथों में एक शक्तिशाली भोंपू थमा दिया है, जिससे सत्यापन किए बिना ही दावों और झूठ ...

Elon Musk Action: ट्विटर ने किया ब्लू टिक हटाना शुरू, योगी आदित्यनाथ, कोहली, शाहरुख खान समेत इन लोगों के अकाउंट नहीं रहे वेरिफाइड

Twitter started removing blue tick: ब्लू टिक (Blue Tick) के ऊपर अब ट्विटर (Twitter) ने कड़ा एक्शन लेना शुरू कर दिया है. जिन यूजर्स ने ट्विटर द्वारा घोषित ट्विटर ब्लू वेरिफिकेशन (Twitter Blue Verification) नहीं लिया है, उनका ब्लू टिक हटना शुरू हो चुका है. ट्विटर के कई हाई-प्रोफाइल यूजर्स, जिनका ब्लू टिक उन्हें आम यूजर्स से अलग करता था, अब वो भी अपना ब्लू टिक खो चुके हैं. गौरतलब है कि एलन मस्क (Elon Musk) द्वारा ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद इस पेड वेरिफिकेशन (Paid Verification) पॉलिसी को शुरू किया गया था. ट्विटर पर मौजूद थे 3 लाख ब्लू टिक यूजर्स ट्विटर के ब्लू टिक प्लेटफॉर्म पर काफी मायने रखता था. ब्लू टिक बैज मिलने से एक प्रोफाइल जनरल प्रोफाइल से अलग दिखने लगता था. तकरीबन 300,000 वेरिफाइड यूजर्स ट्विटर पर मौजूद थे, जिसमें पत्रकार, एथलीट, नेता और अभिनेता आदि शामिल थे. हालांकि अब इनका ब्लू टिक हटा दिया गया है. अब ब्लू पाने के लिए इन्हें मंथली सब्सक्रिप्शन लेना होना जिसकी कीमत 900 रुपये है. गुरुवार को जिन हाई-प्रोफाइल उपयोगकर्ताओं ने अपना नीला चेक खो दिया, उनमें बेयोंसे, पोप फ्रांसिस, ओपरा विनफ्रे और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतिडोनाल्ड शामिल थे. ब्लू टिक यूजर्स के पास गया था कल ये मैसेज ट्विटर द्वारा ब्लू टिक हटाए जाने के बाद भी जिनलोगों का ब्लू टिक बचा रह गया उन्हें गुरुवार को एक खास मैसेज गया. मैसेज में लिखा था कि आपका एकाउंट इसलिए वेरिफाइड है क्योंकि आपने ट्विटर ब्लू की सदस्यता ली है और अपना फोन नंबर वेरिफाइड किया गया है. फोन नंबर वेरिफाइएड करने का सीधा सा मतलब है कि उस व्यक्ति के पास एक फोन नंबर है और ट्विटर ने यह सत्यापित किया है कि उनतक कंपनी की पहुंच है. हालांकि यह यूजर्स ...

विश्व भर में बढ़ती नफ़रत से निपटने में, पंथ व धार्मिक नेताओं की अहम भूमिका

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि विश्व भर में ऑफ़लाइन व ऑनलाइन माध्यमों पर बढ़ती नफ़रत की चुनौती से निपटने और वैश्विक शान्ति की तलाश के लिए प्रयासों में पंथ व धार्मिक नेताओं को अपना योगदान देना होगा. उन्होंने बुधवार को सुरक्षा परिषद में शान्ति को बढ़ावा देने और उसे बनाए रखने में मानव भाईचारे के विषय पर आयोजित एक बैठक को सम्बोधित करते हुए यह बात कही है. कैथॉलिक चर्च के प्रमुख पोप फ़्राँसिस और अल-अज़हर अल शरीफ़ के शाही इमाम अहमद अल-तैयब ने वर्ष 2019 में एक साझा घोषणापत्र जारी किया था, जिसमें धार्मिक व राजनैतिक नेताओं से युद्धों, हिंसक टकरावों और पर्यावरणीय विध्वंस पर विराम लगाने की पुकार लगाई गई है. जून महीने के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष देश, संयुक्त अरब अमीरात द्वारा बुलाई गई यह उच्चस्तरीय बैठक उसी घोषणापत्र में उल्लिखित अपील पर केन्द्रित है. antonioguterres यूएन के शीर्षतम अधिकारी ने सदस्य देशों के प्रतिनिधियों को आगाह किया है कि शान्ति के लिए ख़तरे अनेक रूपों में नज़र आ रहे हैं, लेकिन अक्सर देखा गया है कि किसी भी टकराव की शुरुआत और फिर उसे बल नफ़रत से ही मिलता है. “दुनिया भर में, हम विदेशियों के प्रति नापसन्दगी व डर, नस्लवाद व असहिष्णुता, हिंसक स्त्रीद्वेष, मुस्लिम-विरोधी नफ़रत, विषैला यहूदीवाद-विरोध और अल्पसंख्यक ईसाई समुदायों पर हमलों की घटनों में उछाल देख रहे हैं.” “नव-नाज़ी श्वेत वर्चस्ववादी मुहिम आज अनेक देशों में घरेलू सुरक्षा के लिए शीर्ष चुनौती है और तेज़ी से बढ़ रही है.” ऑनलाइन माध्यमों पर फैलती नफ़रत यूएन प्रमुख ने कहा कि सोशल मीडिया ने नफ़रत फैलाने वालों के हाथों में एक शक्तिशाली भोंपू थमा दिया है, जिससे सत्यापन किए बिना ही दावों और झूठ ...