उज्जैन तो ओंकारेश्वर दूरी

  1. क्यों न रामायण सर्किट की तरह उज्जैन
  2. उज्जैन से ओंकारेश्वर जाने के साधन
  3. उज्जैन कैसे पहुंचे
  4. राही चलता जा ... मंजिल मिलेगी जरूर: उज्जैन
  5. ओंकारेश्वर से उज्जैन
  6. महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन के बारे में पूरी जानकारी
  7. ओंकारेश्वर से उज्जैन
  8. उज्जैन कैसे पहुंचे
  9. क्यों न रामायण सर्किट की तरह उज्जैन
  10. उज्जैन से ओंकारेश्वर जाने के साधन


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क्यों न रामायण सर्किट की तरह उज्जैन

गीतेश द्विवेदी, इंदौर. देश में संभवत: इंदौर ऐसा शहर है, जिसके 137 किमी के दायरे में दो ज्योतिर्लिंग हैं। 55 किमी दूर उज्जैन में महाकाल तो 78 किमी दूर ओंकारेश्वर में ममलेश्वर। दोनों ज्योतिर्लिंग के बीच की दूरी भी सिर्फ 137 किमी। श्रद्धालु चाहें तो एक ही दिन में दोनों के दर्शन कर सकते हैं, लेकिन ज्यादातर ऐसा कर नहीं पाते, जबकि दोनों ओर से इंदौर आकर वहां आसानी से जाया जा सकता है। इंदौर की पूर्व शासक अहिल्याबाई होलकर भी शिव की उपासक थीं, इसलिए उज्जैन-इंदौर-ओंकारेश्वर को मिलाकर धार्मिक टूरिज्म जोन बनाया जा सकता है। ‘भास्कर’ ने इस उज्जैन-इंदौर-ओंकारेश्वर धार्मिक टूरिज्म जोन को नाम दिया है ‘ॐ रेखा’। इसे लेकर वर्तमान और दो पूर्व संभागायुक्त से बात की। तीनों ने इस प्रोजेक्ट को प्लान किया कि किस तरह ‘ॐ रेखा’ को रामायण सर्किट व दिल्ली-जयपुर-आगरा के गोल्डन ट्राइंगल की तर्ज पर विकसित कर सकते हैं। अब इसे शासन को भेजेंगे, ताकि ‘ॐ रेखा’ धार्मिक टूरिज्म जोन आकार ले सके। ॐ रेखा बने तो चार दिन के पैकेज में भोजपुर में भी शिव दर्शन हो सकेंगे इसे बनाने की तीन वजह • उज्जैन में रोजाना औसतन 20 हजार और त्योहार के दिनों में एक से पांच लाख श्रद्धालु जाते हैं। इनमें से 70 फीसदी उज्जैन में ही दर्शन कर लौट जाते हैं। • इंदौर, उज्जैन और ओंकारेश्वर के पास है, फिर भी यहां पर्यटक कम आते हैं। जो आते हैं, वे भी सिर्फ मांडू, महेश्वर जाने के लिए। जबकि यहां भी राजबाड़ा जैसे हेरिटेज हैं। तीनों शहरों को मिलाकर धार्मिक टूरिज्म जोन ‘ओम रेखा’ विकसित करें तो इंदौर में विदेशी पर्यटक भी आ सकेंगे। जब ये डेवलप होगा तो पर्यटक 4 दिन के पैकेज में महेश्वर व भोजपुर में भी शिव दर्शन करने की योजना बना सकेंगे। • इंदौर से मोरटक्का क...

उज्जैन से ओंकारेश्वर जाने के साधन

उज्जैन से ओंकारेश्वर जाने के साधन : अगर आप ओंकारेश्वर से उज्जैन (omkareshwar to ujjain distance) की ओर जा रहे है तो आपको बता दे की इसके लिए आपको लगभग 3.5 किलोमीटर की दुरी तय करनी पड़ेगी जिसमे आपको अपनी गाड़ी से 15 मिनट का समय लग सकता है। इसके अलावा अगर आप पैदल जाते है तो आपको लगभग 3 किलोमीटर की दुरी तय करनी पड़ेगी जिसमे आपको 37 मिनट तक का समय लग सकता है। श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग : यह चमत्कारी मन्दिर भारत के मध्यप्रदेश राज्य के खंडवा जिले में स्थित है। प्रतिवर्ष देश-विदेश से लोग यहाँ मन्दिर के दर्शन करने के लिए आते है। आपकी बेहतर जानकारी के लिए बता दे की भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग (omkareshwar in hindi) में चौथा ओम्कारेश्वर है। ओमकार (places to visit in omkareshwar) का उच्चारण सर्वप्रथम स्रष्टिकर्ता ब्रह्मा के मुख से हुआ था। वेद पाठ का प्रारंभ भी ॐ के बिना नहीं होता है। उसी ओमकार स्वरुप ज्योतिर्लिंग श्री ओम्कारेश्वर है, इसका मतलब ये हुआ की यहाँ भगवान शिव ओम्कार स्वरुप में प्रकट हुए हैं। यह भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगओं (omkareshwar indore) में से एक है, सदियों पहले भील जनजाति ने इस जगह पर लोगो की बस्तियां बसाई और अब यह जगह अपनी भव्यता और इतिहास से प्रसिद्ध है। अगर आप भी यहाँ जाना (how to reach omkareshwar) चाहते है तो आपको बता दे की ओमकारेश्वर मंदिर प्रातः 5 बजे खुल जाता है और यहां पर आरती होती है और यह मंदिर रात के 10 बजे तक खुला रहता है। ज्योतिर्लिंग क्या होते है? ज्योतिर्लिंग वे स्थान कहलाते हैं जहाँ पर भगवान शिव स्वयं प्रकट हुए थे एवं ज्योति रूप में स्थापित हैं। प्रणव ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन से समस्त पाप भस्म हो जाते है। Shri Omkareshwar Jyotirlinga...

उज्जैन कैसे पहुंचे

आज के इस आर्टिकल में हम कोई व्यक्ति आपने यहां से उज्जैन जो कि मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है को कैसे विजिट कर सकता है, इस विषय पर बात करने वाले हैं। अगर आप भी उनमें से एक हैं जिन्हें उज्जैन कैसे जाया जा सकता है जानने को इच्छा हैं, तो आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें। चलिए हम अपनी जानकारी में आगे बढ़ते हैं, लेकिन आगे बढ़ने से पहले हम थोड़ा सा जानकारी उज्जैन के बारे में भी प्राप्त कर लेते हैं – विषय - सूची • • • • • • • • • उज्जैन के बारे में – About Ujjain In Hindi उज्जैन हमारे भारत देश के मध्य प्रदेश राज्य में शिप्रा नदी के तट पर बसा हुआ एक पवित्र शहर एवं पौराणिक शहर के रूप में जाना जाता है। मध्य प्रदेश में स्थित यह उज्जैन शहर एक सामाजिक और धार्मिक संस्कृति वाला खूबसूरत शहर है। यहां पर कई ऐसे धार्मिक स्थल देखे जा सकते हैं, जिसे विजिट करने लोग भारत के अलग-अलग क्षेत्रों के अलावा विदेशों से भी काफी अधिक संख्या में आया करते हैं। उज्जैन को अधिकतर लोग यहां पर आयोजित होने वाले कुंभ मेले के दौरान काफी अधिक संख्या में विजिट किया करते हैं। उज्जैन की जलवायु की बात करें तो आप यहां पर उष्णकटिबंधीय जलवायु का अनुभव कर सकते हैं। मध्यप्रदेश में स्थिति उज्जैन के इतिहास के बारे में बताया जाता है कि इसका इतिहास का प्रमाण 600 ईसा पूर्व का मिलता है। चलिए अब हम अपने इस आर्टिकल में मेन मुद्दे पर आते हुए यह जान लेते हैं कि कोई व्यक्ति उज्जैन अपने यहां से कैसे पहुंच सकता है – उज्जैन कैसे जाएं ? – How To Reach Ujjain. मध्यप्रदेश राज्य में शिप्रा नदी के तट पर बसा हुआ उज्जैन को कोई व्यक्ति अपने यहां से किसी भी माध्यम यानी कि वायु मार्ग, रेल मार्ग या सड़क मार्ग के द्वारा काफी आसानी से विजिट कर ...

राही चलता जा ... मंजिल मिलेगी जरूर: उज्जैन

विक्रमादित्य का टीला देखने और हरसिद्धी मंदिर में दर्शन करने के बाद हम उज्जैन के कुछ प्रमुख दर्शनीय स्थानों (भतृहरि गुफा, गढ़कालिका मंदिर, कालभैरव मंदिर, सिद्धवट मंदिर, मंगलनाथ मंदिर और संदीपनी आश्रम) को देखने के लिए निकल पड़े। बड़ी मान-मनौती करने पर एक आॅटो वाला हमें इन जगहों पर घुमाने के लिए तैयार हो गया। मोल-तोल के बाद सौदा तय होने के बाद हम आॅटो में बैठ गए। मेरे आॅटो में बैठते ही उसने मेरे हाथ में एक कार्ड थमा दिया और खुद चाय पीने चला गया। मैंने कार्ड को उलट-पुट कर देखा तो एक तरफ किसी बड़े दुकान का विज्ञान छपा था और दूसरी तरफ उज्जैन के दर्शनीय स्थलों के नाम अंकित थे। कार्ड को देखने से ही पता चल रहा था कि दुकान वाले ने कार्ड छपवाकर आॅटो वालों को बांटा होगा कि इसी बहाने कुछ प्रचार-प्रसार हो जाएगा। पांच मिनट में ही आॅटो वाला भी अपनी चाय खत्म करके आ गया। उसके आते ही मैंने सबसे पहले उसे कहा कि भाई अब चलोगे या कुछ और बाकी है। जवाब मिला कि अब कुछ नहीं बस चलते हैं। इतना कहकर उसने आॅटो स्टार्ट किया और अपने मंजिल की तरफ बढ़ने लगा। अभी चले ही थे कि उसने अपने सवालों की बौछार आरंभ कर दिया कि कुछ खरीदना चाहते हैं, जैसे साड़ी, कपड़े, यहां की पुरानी चीजें आदि-आदि। मैंने उसे साफ मना कर दिया कि मैं कुछ खरीदने नहीं बस जगहों को देखने आया हूं। मेरी इन बातों को सुनते ही वो कुछ देर के लिए चुप हो गया। कुछ दूरी तय करने के बाद आॅटो वाले ने अपनी आॅटो को एक पुरानी और पतली सड़क पर मोड़ दिया। सड़क के दोनों तरफ पुरानी इमारतें स्वागत करती हुई साथ-साथ चल रही थी। उन्हीं पुरानी इमारतों में दुकानें सजी हुई थी। भरा-पूरा बाजार देखते ही आॅटो वाले ने एक बार फिर से हमसे कुछ खरीदने के लिए पूछा। इस बार भी मैंने ...

ओंकारेश्वर से उज्जैन

ओंकारेश्वर से उज्जैन की दूरी : अगर आप ओंकारेश्वर से उज्जैन (omkareshwar to ujjain distance) की ओर जा रहे है तो आपको बता दे की इसके लिए आपको लगभग 3.5 किलोमीटर की दुरी तय करनी पड़ेगी जिसमे आपको अपनी गाड़ी से 15 मिनट का समय लग सकता है। इसके अलावा अगर आप पैदल जाते है तो आपको लगभग 3 किलोमीटर की दुरी तय करनी पड़ेगी जिसमे आपको 37 मिनट तक का समय लग सकता है। श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग : यह चमत्कारी मन्दिर भारत के मध्यप्रदेश राज्य के खंडवा जिले में स्थित है। प्रतिवर्ष देश-विदेश से लोग यहाँ मन्दिर के दर्शन करने के लिए आते है। आपकी बेहतर जानकारी के लिए बता दे की भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग (omkareshwar in hindi) में चौथा ओम्कारेश्वर है। ओमकार (places to visit in omkareshwar) का उच्चारण सर्वप्रथम स्रष्टिकर्ता ब्रह्मा के मुख से हुआ था। वेद पाठ का प्रारंभ भी ॐ के बिना नहीं होता है। उसी ओमकार स्वरुप ज्योतिर्लिंग श्री ओम्कारेश्वर है, इसका मतलब ये हुआ की यहाँ भगवान शिव ओम्कार स्वरुप में प्रकट हुए हैं। यह भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगओं (omkareshwar indore) में से एक है, सदियों पहले भील जनजाति ने इस जगह पर लोगो की बस्तियां बसाई और अब यह जगह अपनी भव्यता और इतिहास से प्रसिद्ध है। अगर आप भी यहाँ जाना (how to reach omkareshwar) चाहते है तो आपको बता दे की ओमकारेश्वर मंदिर प्रातः 5 बजे खुल जाता है और यहां पर आरती होती है और यह मंदिर रात के 10 बजे तक खुला रहता है। ज्योतिर्लिंग क्या होते है? ज्योतिर्लिंग वे स्थान कहलाते हैं जहाँ पर भगवान शिव स्वयं प्रकट हुए थे एवं ज्योति रूप में स्थापित हैं। प्रणव ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन से समस्त पाप भस्म हो जाते है। Shri Omkareshwar Jyotirlinga Addr...

महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन के बारे में पूरी जानकारी

4/5 - (22 votes) Mahakal Temple Ujjain In Hindi : महाकालेश्वर मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है जो मध्य प्रदेश राज्य में रुद्र सागर झील के किनारे बसे प्राचीन शहर उज्जैन में स्थित है जो हिंदुओं के सबसे पवित्र और उत्कृष्ट तीर्थ स्थानों में से एक है। इस मंदिर में दक्षिण मुखी महाकालेश्वर महादेव भगवान शिव की पूजा की जाती है। महाकाल के यहां प्रतिदिन सुबह के समय भस्म आरती होती है। इस आरती की खासियत यह है कि इसमें मुर्दे की भस्म से महाकाल का श्रृंगार किया जाता है। इस जगह को भगवान शिव का पवित्र निवास स्थान माना जाता है। यहां पर आधुनिक और व्यस्त जीवन शैली होने के बाद भी यह मंदिर यहां आने वाले पर्यटकों को पूरी तरह से मन की शांति प्रदान करता है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह एक अत्यंत पुण्यदायी मंदिर है। माना जाता है कि इस मंदिर के दर्शन मात्र से मोक्ष की प्राप्ति होती है। Tabel Content • • • • • • • • • • • • • • • • • • 1. उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर फेमस क्यों है- Why Is Mahakaleshwar Mandir Ujjain is Famous In Hindi उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर, रुद्र सागर झील के किनारे स्थित है। महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से एक है। भगवान शिव का यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है जिसको भगवान शिव का सबसे पवित्र निवास स्थान माना जाता है। भगवान शिव मंदिर के प्रमुख देवता हैं जो लिंगम रूप में वहां मौजूद हैं। महाकालेश्वर मंदिर को भारत के टॉप 10 तंत्र मंदिरों में से एक माना जाता है। यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जहाँ भस्म-आरती (राख की रस्म) की रस्म निभाई जाती है। यह आरती रोज़ भगवान शिव को जगाने के लिए की जाती है। भगवान शिव का आशीर्वाद लेने ...

ओंकारेश्वर से उज्जैन

ओंकारेश्वर से उज्जैन की दूरी : अगर आप ओंकारेश्वर से उज्जैन (omkareshwar to ujjain distance) की ओर जा रहे है तो आपको बता दे की इसके लिए आपको लगभग 3.5 किलोमीटर की दुरी तय करनी पड़ेगी जिसमे आपको अपनी गाड़ी से 15 मिनट का समय लग सकता है। इसके अलावा अगर आप पैदल जाते है तो आपको लगभग 3 किलोमीटर की दुरी तय करनी पड़ेगी जिसमे आपको 37 मिनट तक का समय लग सकता है। श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग : यह चमत्कारी मन्दिर भारत के मध्यप्रदेश राज्य के खंडवा जिले में स्थित है। प्रतिवर्ष देश-विदेश से लोग यहाँ मन्दिर के दर्शन करने के लिए आते है। आपकी बेहतर जानकारी के लिए बता दे की भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग (omkareshwar in hindi) में चौथा ओम्कारेश्वर है। ओमकार (places to visit in omkareshwar) का उच्चारण सर्वप्रथम स्रष्टिकर्ता ब्रह्मा के मुख से हुआ था। वेद पाठ का प्रारंभ भी ॐ के बिना नहीं होता है। उसी ओमकार स्वरुप ज्योतिर्लिंग श्री ओम्कारेश्वर है, इसका मतलब ये हुआ की यहाँ भगवान शिव ओम्कार स्वरुप में प्रकट हुए हैं। यह भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगओं (omkareshwar indore) में से एक है, सदियों पहले भील जनजाति ने इस जगह पर लोगो की बस्तियां बसाई और अब यह जगह अपनी भव्यता और इतिहास से प्रसिद्ध है। अगर आप भी यहाँ जाना (how to reach omkareshwar) चाहते है तो आपको बता दे की ओमकारेश्वर मंदिर प्रातः 5 बजे खुल जाता है और यहां पर आरती होती है और यह मंदिर रात के 10 बजे तक खुला रहता है। ज्योतिर्लिंग क्या होते है? ज्योतिर्लिंग वे स्थान कहलाते हैं जहाँ पर भगवान शिव स्वयं प्रकट हुए थे एवं ज्योति रूप में स्थापित हैं। प्रणव ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन से समस्त पाप भस्म हो जाते है। Shri Omkareshwar Jyotirlinga Addr...

उज्जैन कैसे पहुंचे

आज के इस आर्टिकल में हम कोई व्यक्ति आपने यहां से उज्जैन जो कि मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है को कैसे विजिट कर सकता है, इस विषय पर बात करने वाले हैं। अगर आप भी उनमें से एक हैं जिन्हें उज्जैन कैसे जाया जा सकता है जानने को इच्छा हैं, तो आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें। चलिए हम अपनी जानकारी में आगे बढ़ते हैं, लेकिन आगे बढ़ने से पहले हम थोड़ा सा जानकारी उज्जैन के बारे में भी प्राप्त कर लेते हैं – विषय - सूची • • • • • • • • • उज्जैन के बारे में – About Ujjain In Hindi उज्जैन हमारे भारत देश के मध्य प्रदेश राज्य में शिप्रा नदी के तट पर बसा हुआ एक पवित्र शहर एवं पौराणिक शहर के रूप में जाना जाता है। मध्य प्रदेश में स्थित यह उज्जैन शहर एक सामाजिक और धार्मिक संस्कृति वाला खूबसूरत शहर है। यहां पर कई ऐसे धार्मिक स्थल देखे जा सकते हैं, जिसे विजिट करने लोग भारत के अलग-अलग क्षेत्रों के अलावा विदेशों से भी काफी अधिक संख्या में आया करते हैं। उज्जैन को अधिकतर लोग यहां पर आयोजित होने वाले कुंभ मेले के दौरान काफी अधिक संख्या में विजिट किया करते हैं। उज्जैन की जलवायु की बात करें तो आप यहां पर उष्णकटिबंधीय जलवायु का अनुभव कर सकते हैं। मध्यप्रदेश में स्थिति उज्जैन के इतिहास के बारे में बताया जाता है कि इसका इतिहास का प्रमाण 600 ईसा पूर्व का मिलता है। चलिए अब हम अपने इस आर्टिकल में मेन मुद्दे पर आते हुए यह जान लेते हैं कि कोई व्यक्ति उज्जैन अपने यहां से कैसे पहुंच सकता है – उज्जैन कैसे जाएं ? – How To Reach Ujjain. मध्यप्रदेश राज्य में शिप्रा नदी के तट पर बसा हुआ उज्जैन को कोई व्यक्ति अपने यहां से किसी भी माध्यम यानी कि वायु मार्ग, रेल मार्ग या सड़क मार्ग के द्वारा काफी आसानी से विजिट कर ...

क्यों न रामायण सर्किट की तरह उज्जैन

गीतेश द्विवेदी, इंदौर. देश में संभवत: इंदौर ऐसा शहर है, जिसके 137 किमी के दायरे में दो ज्योतिर्लिंग हैं। 55 किमी दूर उज्जैन में महाकाल तो 78 किमी दूर ओंकारेश्वर में ममलेश्वर। दोनों ज्योतिर्लिंग के बीच की दूरी भी सिर्फ 137 किमी। श्रद्धालु चाहें तो एक ही दिन में दोनों के दर्शन कर सकते हैं, लेकिन ज्यादातर ऐसा कर नहीं पाते, जबकि दोनों ओर से इंदौर आकर वहां आसानी से जाया जा सकता है। इंदौर की पूर्व शासक अहिल्याबाई होलकर भी शिव की उपासक थीं, इसलिए उज्जैन-इंदौर-ओंकारेश्वर को मिलाकर धार्मिक टूरिज्म जोन बनाया जा सकता है। ‘भास्कर’ ने इस उज्जैन-इंदौर-ओंकारेश्वर धार्मिक टूरिज्म जोन को नाम दिया है ‘ॐ रेखा’। इसे लेकर वर्तमान और दो पूर्व संभागायुक्त से बात की। तीनों ने इस प्रोजेक्ट को प्लान किया कि किस तरह ‘ॐ रेखा’ को रामायण सर्किट व दिल्ली-जयपुर-आगरा के गोल्डन ट्राइंगल की तर्ज पर विकसित कर सकते हैं। अब इसे शासन को भेजेंगे, ताकि ‘ॐ रेखा’ धार्मिक टूरिज्म जोन आकार ले सके। ॐ रेखा बने तो चार दिन के पैकेज में भोजपुर में भी शिव दर्शन हो सकेंगे इसे बनाने की तीन वजह • उज्जैन में रोजाना औसतन 20 हजार और त्योहार के दिनों में एक से पांच लाख श्रद्धालु जाते हैं। इनमें से 70 फीसदी उज्जैन में ही दर्शन कर लौट जाते हैं। • इंदौर, उज्जैन और ओंकारेश्वर के पास है, फिर भी यहां पर्यटक कम आते हैं। जो आते हैं, वे भी सिर्फ मांडू, महेश्वर जाने के लिए। जबकि यहां भी राजबाड़ा जैसे हेरिटेज हैं। तीनों शहरों को मिलाकर धार्मिक टूरिज्म जोन ‘ओम रेखा’ विकसित करें तो इंदौर में विदेशी पर्यटक भी आ सकेंगे। जब ये डेवलप होगा तो पर्यटक 4 दिन के पैकेज में महेश्वर व भोजपुर में भी शिव दर्शन करने की योजना बना सकेंगे। • इंदौर से मोरटक्का क...

उज्जैन से ओंकारेश्वर जाने के साधन

उज्जैन से ओंकारेश्वर जाने के साधन : अगर आप ओंकारेश्वर से उज्जैन (omkareshwar to ujjain distance) की ओर जा रहे है तो आपको बता दे की इसके लिए आपको लगभग 3.5 किलोमीटर की दुरी तय करनी पड़ेगी जिसमे आपको अपनी गाड़ी से 15 मिनट का समय लग सकता है। इसके अलावा अगर आप पैदल जाते है तो आपको लगभग 3 किलोमीटर की दुरी तय करनी पड़ेगी जिसमे आपको 37 मिनट तक का समय लग सकता है। श्री ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग : यह चमत्कारी मन्दिर भारत के मध्यप्रदेश राज्य के खंडवा जिले में स्थित है। प्रतिवर्ष देश-विदेश से लोग यहाँ मन्दिर के दर्शन करने के लिए आते है। आपकी बेहतर जानकारी के लिए बता दे की भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग (omkareshwar in hindi) में चौथा ओम्कारेश्वर है। ओमकार (places to visit in omkareshwar) का उच्चारण सर्वप्रथम स्रष्टिकर्ता ब्रह्मा के मुख से हुआ था। वेद पाठ का प्रारंभ भी ॐ के बिना नहीं होता है। उसी ओमकार स्वरुप ज्योतिर्लिंग श्री ओम्कारेश्वर है, इसका मतलब ये हुआ की यहाँ भगवान शिव ओम्कार स्वरुप में प्रकट हुए हैं। यह भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगओं (omkareshwar indore) में से एक है, सदियों पहले भील जनजाति ने इस जगह पर लोगो की बस्तियां बसाई और अब यह जगह अपनी भव्यता और इतिहास से प्रसिद्ध है। अगर आप भी यहाँ जाना (how to reach omkareshwar) चाहते है तो आपको बता दे की ओमकारेश्वर मंदिर प्रातः 5 बजे खुल जाता है और यहां पर आरती होती है और यह मंदिर रात के 10 बजे तक खुला रहता है। ज्योतिर्लिंग क्या होते है? ज्योतिर्लिंग वे स्थान कहलाते हैं जहाँ पर भगवान शिव स्वयं प्रकट हुए थे एवं ज्योति रूप में स्थापित हैं। प्रणव ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन से समस्त पाप भस्म हो जाते है। Shri Omkareshwar Jyotirlinga...