उमेश निषाद की कॉमेडी

  1. All the members of the municipal executive elected unopposed
  2. कहानी शक्तिमान तलवार की: वो आदमी, जिसने 'गदर' की कहानी और परदाफाड़ डायलॉग्स लिखे
  3. Pratapgarh Prisoner Death In Suspicious Condition In Jail Administration Accused Of Murder Ann


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All the members of the municipal executive elected unopposed

प्रयागराज। नगर निगम कार्यकारिणी के सभी 12 सदस्य मंगलवार को निर्विरोध निर्वाचित हो गए। 12 सदस्यीय कार्यकारिणी के लिए 13 प्रत्याशी मैदान में थे। सभी ने नामांकन भी किया।.कांग्रेस की मुमताज अंसारी के नाम वापस लेने के बाद चुनाव नहीं हुआ। इस प्रकार भाजपा से बालराज पटेल, सुमित निषाद, पूर्व कार्यकारिणी उपाध्यक्ष अमित सिंह, उमेश मिश्रा, नीरज गुप्ता, मयंक यादव, सुनीता दरबारी, शिवकुमार और दीपिका जैसल, समाजवादी पार्टी के सरफराज अहमद, अजय यादव व निर्दल शिवसेवक सिंह निर्विरोध कार्यकारिणी सदस्य चुन लिए गए। कार्यकारिणी के 12 सदस्य अब अपने उपाध्यक्ष का चुनाव करेंगे। कार्यकारिणी उपाध्यक्ष के चुनाव की तारीख जल्द घोषित होगी।

कहानी शक्तिमान तलवार की: वो आदमी, जिसने 'गदर' की कहानी और परदाफाड़ डायलॉग्स लिखे

15 जून, 2001 की तारीख को सिनेमाघरों में ‘गदर’ मचा. सनी देओल की फिल्म आने से कुछ दिन पहले ही इसको लेकर हवा बनने लगी थी. गानों के पर लगे और वो पूरे देशभर में पहुंचे. बाकी बचा काम फिल्म की कहानी ने कर दिया. एक पंजाबी मुंडे और पाकिस्तानी मैडम जी की प्रेम कहानी. जहां दहाड़ते सनी देओल थे. गुर्राते अमरीश पुरी थे. हैंडपम्प था. लहू में उबाल लाने वाली देशभक्ति का सेंटीमेंट था. लेकिन इन सब के बीच था इमोशन – दो प्रेमियों के बीच का इमोशन. मां और बेटे के बीच का इमोशन. ऐसे इमोशन्स को सजीव करने वाला इंसान ही ‘गदर’ का असली स्टार था. लेकिन उसकी कहीं बात ही नहीं हो रही थी. आज तक नहीं होती. अखबार और इंडस्ट्री वालों की तारीफ घूम फिरकर सिर्फ सनी देओल, अमीषा पटेल, अमरीश पुरी और डायरेक्टर अनिल शर्मा के इर्द-गिर्द ही रही. एक पारखी नज़र वाला आदमी इस सब के पार देख पा रहा था. उस आदमी को सम्मान में फिल्म इंडस्ट्री वाले यश जी बुलाते. जनता उनकी फिल्मों का इंतज़ार करती. कि यश चोपड़ा की फिल्म आई है. एक दिन यश चोपड़ा ने अपने ऑफिस से फोन मिलाया. दूसरी ओर फोन उठा. उन्होंने पूछा कि क्या मेरी बात शक्तिमान तलवार से हो सकती है, मैं यश चोपड़ा बोल रहा हूं. फोन उठाने वाली महिला तुरंत बाथरूम की ओर दौड़ीं. दरवाज़ा खटखटाया. हड़बड़ाहट में कहा कि जल्दी बाहर आओ. यश चोपड़ा का फोन है तुम्हारे लिए. इतना सुनकर अंदर छलकते पानी की आवाज़ शांत पड़ गई. शक्तिमान अगले ही पल बिना झाड़-पोंछ किए फोन का रिसीवर हाथ में थामे खड़े थे. दूसरी ओर से यश चोपड़ा ने कुछ ऐसा कहा, जो उन्हें अपनी पूरी ज़िंदगी याद रहने वाला था, शक्तिमान, अगर ‘गदर’ में सबसे अच्छा काम किसी का है, तो वो आपका है. ‘गदर 2’ में फिर से अनिल शर्मा और शक्तिमान तलवार की जोड़ी लौट रही है. ‘गदर’ ...

Pratapgarh Prisoner Death In Suspicious Condition In Jail Administration Accused Of Murder Ann

Pratapgarh News: हरदोई (Hardoi) के बाद प्रतापगढ़ जिला कारागार (Pratapgarh) में संदिग्ध परिस्थितियों में विचाराधीन बंदी की मौत से अफसरों के हाथ-पैर फूल गए हैं. आनन फानन में उसे मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक बंदी उमेश सिंह बाघराय थाना इलाके में साल 2016 में हुए हिस्ट्रीशीटर राजेश सिंह की हत्या मामले में सात सालों से जेल में बंद था. एक साल पहले ही उसे नैनी सेंट्रल जेल से प्रतापगढ़ जिला कारागार में शिफ्ट किया गया था. परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कैदी उमेश सिंह की मौत की सूचना के बाद परिजनों और रिश्तेदारों में कोहराम मच गया है. परिजनों का आरोप है कि उसके सिर से लेकर गले और पीठ पर चोटों के गहरे निशान है और सिर से भी खून रिस रहा था. जिसके बाद उसकी मौत को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. उन्होंने इसके पीछे जेल प्रशासन और हिस्ट्रीशीटर राजेश सिंह के परिजनों का हाथ होने का आरोप लगाया है. परिजनों ने जेल प्रशासन पर लगाए आरोप उमेश के रिश्तेदार अभिषेक सिंह ने कहा कि 'साजिश के तहत इलाहाबाद जेल से पहले उन्हें प्रतापगढ़ जेल में डेढ़ साल पहले ट्रांसफर करवाया गया और शुरू से ही इस बात की साजिश की जाती रही कि किसी तरह से इनको मरवाया जाए.' इन लोगों ने एक-दो बार पहले भी मरवाने की कोशिश की थी लेकिन वो नाकाम हो गए फिर अभी कुछ दिनों पहले जेलर पांडे, सिंटू सिंह, पिंटू और मनोज समेत कई लोग राजेश के घर जाकर उनके परिजनों से मिले. कुछ पैसे का भी लेन-देन हुआ. उन्होंने कहा कि मेरे भाई ने कभी बुखार भी दवा नहीं खाई और उसे गलत बताकर हत्या करवा दी गई. परिजनों का आरोप है कि जेल प्रशासन कह रहा है कि उमेश की मौत हार्ट अटैक से हुई लेकिन उसे तो कभी बुखार भी नहीं...