Upsarg se bana shabd nahin hai

  1. अन उपसर्ग से बनने वाले शब्द
  2. उपसर्ग (Upsarg)
  3. बे उपसर्ग से बनने वाले शब्द
  4. उपसर्ग की परिभाषा, भेद और उदाहरण
  5. निरूपण शब्द में कौन सा उपसर्ग है? निरूपण में मूल शब्द और उपसर्ग
  6. उपसर्ग की परिभाषा, भेद और उदाहरण
  7. बे उपसर्ग से बनने वाले शब्द
  8. अन उपसर्ग से बनने वाले शब्द
  9. उपसर्ग (Upsarg)
  10. निरूपण शब्द में कौन सा उपसर्ग है? निरूपण में मूल शब्द और उपसर्ग


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अन उपसर्ग से बनने वाले शब्द

Contents इस लेख में पढ़िए उन शब्दों की सूची जो अन उपसर्ग से बनते हैं। अन उपसर्ग से कई शब्द बनाए जा सकते हैं। नीचे देखें अन​ उपसर्ग से युक्त शब्दों की सम्पूर्ण सूची। Read here An upsarg lagakar banaye gaye shabd. अन उपसर्ग से शब्द (An Upsarg Se Yukt Shabd) उपसर्ग अन से शब्द मूल शब्द पर अनकहा कहा पर अनसुना सुना पर अनदेखा देखा पर अनगढ़ गढ़ पर अनावरण आवरण पर अनासक्त आसक्त पर अनाधिकार अधिकार पर अनन्वय अन्वय पर अनाधिकारिक आधिकारिक पर अनगिनत गिनत पर अनजान जान पर अनर्थ अर्थ पर अनागत आगत पर अनादि आदि पर अनावश्यक आवश्यक पर अनन्य अन्य पर अनपेक्षित अपेक्षित पर अनार्य आर्य पर अनबन बन पर अनपढ़ पढ़ पर अनहोनी होनी पर अनमोल मोल पर अनचाहा चाहा पर अनवन वन पर अनंत अंत पर अनमना मना

उपसर्ग (Upsarg)

उपसर्ग (Prefix) Upsarg in Hindi: जो शब्दांश शब्दों के शुरुआत में जुड़कर उनके अर्थ में कुछ विशेषता या परिवर्तन लाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहते हैं। उपसर्ग शब्द ‘ उप‘ (समीप) तथा ‘ सर्ग‘ (सृष्टि करना) शब्द के संयोग से बना है। उपसर्ग की परिभाषा उपसर्ग – किसी भी भाषा में उस अव्यय या शब्दांश को उपसर्ग कहते हैं जो मूल शब्दों के आरंभ में लगकर उनके अर्थों का विस्तार, परिवर्तन या उनमें कोई विशेषता उत्पन्न करता है। जैसे- अ, अनु, अप, वि आदि हिन्दी के उपसर्ग है। उपसर्ग का अर्थ उपसर्ग शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है- उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना)। अतः उपसर्ग का शाब्दिक अर्थ है “किसी शब्द के समीप आ कर नया शब्द बनाना।” अर्थात ऐसे शब्दांश जो शब्दों के आदि में जुड़ कर उनके अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं, वे उपसर्ग कहलाते हैं। जैसे- ‘हार’ शब्द का अर्थ है पराजय। परंतु इसी शब्द के आगे ‘प्र’ शब्दांश को जोड़ने से नया शब्द बनेगा –‘प्रहार’ (प्र + हार) जिसका अर्थ है चोट करना। • प्र + हार = प्रहार इसी तरह ‘आ’ जोड़ने से आहार (भोजन), ‘सम्’ जोड़ने से संहार (विनाश) तथा ‘वि’ जोड़ने से ‘विहार’ (घूमना) इत्यादि शब्द बन जाएँगे। • आ + हार = आहार • सम् + हार = संहार • वि + हार = विहार उपर्युक्त उदाहरण में ‘प्र’, ‘आ’, ‘सम्’ और ‘वि’ का अलग से कोई अर्थ नहीं है, ‘हार’ शब्द के आदि में जुड़ने से उसके अर्थ में इन्होंने परिवर्तन कर दिया है। इसका मतलब हुआ कि ये सभी शब्दांश हैं और ऐसे शब्दांशों को उपसर्ग कहते हैं। एक उपसर्ग के कई अर्थ हो सकते हैं। अर्थात उपसर्ग का कोई निश्चित अर्थ नहीं होता है, वे शब्द में जुड़ने के पश्चात ही अर्थ देते हैं, और ये अर्थ भिन्न-भिन्न शब्दों में अलग-अलग होते है। जैसे- • अ + मन = अमन (यहाँ पर ‘अ’ ...

बे उपसर्ग से बनने वाले शब्द

Contents इस लेख में पढ़िए उन शब्दों की सूची जो बे उपसर्ग से बनते हैं। बे उपसर्ग से कई शब्द बनाए जा सकते हैं। नीचे देखें बे उपसर्ग से युक्त शब्दों की सम्पूर्ण सूची। Read here Be upsarg lagakar banaye gaye shabd. बे उपसर्ग से बनने वाले शब्द (Be Upsarg Se Yukt Shabd) उपसर्ग अवसे शब्द अर्थ मूल शब्द बे बेअसर प्रभावरहित असर बे बेबुनियाद निराधार बुनियाद बे बेलगाम अनियंत्रित लगाम बे बेशर्म निर्लज्ज; बेहया शर्म बे बेईमान छल-कपट करने वाला ईमान बे बेअदब अशिष्ट अदब बे बेअदबी अशिष्टता अदबी बे बेतुकी अर्थहीन तुकी बे बेरहम दयारहित रहम बे बेइंतिहा जिसकी कोई हद न हो इंतिहा बे बेजोड़ लाजवाब जोड़ बे बेरंग फीका, रंगरहित रंग बे बेगाना गैर, पराया गाना बे बेकाम निकम्मा। काम बे बेमिसाल अद्वितीय, अनुपम। मिसाल बे बेरोजगार व्यवसायहीन, बेकार रोजगार बे बेचैन व्याकुल चैन बे बेघर निराश्रय घर बे बेहोश चेतनारहित होश बे बेहया निर्लज्ज हया बे बेगैरत निर्लज्ज गैरत बे बेपरवाही लापरवाही परवाही बे बेपरवाह लापरवाह परवाह बे बेखटके बिना संकोच के खटके बे बेधड़क बिना सोचे समझे धड़क बे बेसहारा निराश्रय सहारा बे बेनाम गुमनाम नाम बे बेआवाज बिना आवाज़ का आवाज बे बेवफा धोखेबाज वफा बे बेवफाई धोखा देना वफाई बे बेनजीर अद्वितीय नजीर बे बेपनाह निराश्रय। पनाह बे बेदखल पदच्युत करना दखल बे बेदर्द ज़ालिम दर्द बे बेहतर अच्छा हतर बे बेहतरीन बहुत अच्छा हतरीन बे बेहिसाब अगणित हिसाब बे बेहद हद से ज्यादा हद बे बेशक निसंदेह शक बे बेशुमार अगणित शुमार बे बेसब्र अधीर सब्र बे बेशकीमती मूल्यवान कीमती

उपसर्ग की परिभाषा, भेद और उदाहरण

upsrg उपसर्ग “उपसर्ग उस शब्दांश या अव्यय को कहते है, जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ प्रकट करता है।” उपसर्ग दो शब्दों- उप + सर्ग के योग से बना है। जिसमें ‘उप’ का अर्थ है- समीप, पास या निकट और ‘सर्ग’ का अर्थ है सृष्टि करना। इस तरह ‘उपसर्ग’ का अर्थ है पास में बैठाकर दूसरा नया अर्थवाला शब्द बनाना या नया अर्थ देना। जैसे- ‘यत्न’ के पहले ‘प्र’ उपसर्ग लगा दिया गया तो एक नया शब्द ‘प्रयत्न’ बन गया। इस नए शब्द का अर्थ होगा प्रयास करना। उपसर्गों का स्वतन्त्र अस्तित्व न होते हुए भी वे अन्य शब्दों के साथ मिलाकर उनके एक विशेष अर्थ का बोध कराते हैं, जैसे- अन + बन- अनबन (मनमुटाव)। वहीं कुछ उपसर्गों के योग से शब्दों के मूल अर्थ में कोई परिवर्तन नहीं होता, बल्कि तेजी आती है, जैसे- परि + भ्रमण- परिभ्रमण। कभी-कभी उपसर्ग के प्रयोग से शब्द का बिलकुल उल्टा अर्थ भी निकलता है, जैसे- अ + शांति- अशांति। किसी एक ही शब्द के पहले अलग-अलग उपसर्ग लगाने से उस शब्द अलग-अलग अर्थ प्राप्त होते हैं, जैसे- ‘हार’ शब्द से- प्रहार (आक्रमण करना), संहार (नाश, खत्म करना), आहार (भोजन), विहार (भ्रमण) आदि। इस प्रकार उपसर्गों के प्रयोग से शब्दों की तीन स्थितियाँ 1. शब्द के अर्थ में एक नई विशेषता आ जाती है 2. शब्द के अर्थ में प्रतिकूलता उत्पन्न होती है 3. शब्द के अर्थ में कोई विशेष अंतर नहीं होता शब्द और उपसर्ग में अंतर ‘शब्द’ अक्षरों के समूह को कहते हैं, जो अपने आप में स्वतंत्र अस्तित्व रखता है, अपना अर्थ रखता है। यह ‘शब्द’ किसी भी वाक्य में स्वतंत्रतापूर्वक प्रयुक्त होता है। वहीं ‘उपसर्ग’ वाक्य की तरह अक्षरों का समूह होते हुए भी अपने आप में स्वतंत्र नहीं होता और न ही इसका स्वतंत्र रूप से कहीं प्रयोग ही होता है।...

निरूपण शब्द में कौन सा उपसर्ग है? निरूपण में मूल शब्द और उपसर्ग

Advertisement निरूपण का वाक्य प्रयोग – इस कविता में बाल्यावस्था का बहुत सुंदर निरूपण हुआ है। उपसर्ग के बारे में विस्तार से जानने के लिए निम्न पोस्ट पढ़ें: परीक्षा में निरूपण में उपसर्ग के बारे में कई प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं, जैसे – निरूपण में कौन सा उपसर्ग है? निरूपण में उपसर्ग क्या होगा? nirupan mein kaun sa upsarg hai? nirupan mein upsarg aur mool shabd Related Posts: • नियुक्त शब्द में कौन सा उपसर्ग है? नियुक्त में मूल शब्द और… • सब-जज शब्द में कौन सा उपसर्ग है? सब-जज में मूल शब्द और… • निवास शब्द में कौन सा उपसर्ग है? निवास में मूल शब्द और… • औघर शब्द में कौन सा उपसर्ग है? औघर में मूल शब्द और उपसर्ग • अटल शब्द में कौन सा उपसर्ग है? अटल में मूल शब्द और उपसर्ग • औघट शब्द में कौन सा उपसर्ग है? औघट में मूल शब्द और उपसर्ग • निरोध शब्द में कौन सा उपसर्ग है? निरोध में मूल शब्द और… • अलग शब्द में कौन सा उपसर्ग है? अलग में मूल शब्द और उपसर्ग

उपसर्ग की परिभाषा, भेद और उदाहरण

upsrg उपसर्ग “उपसर्ग उस शब्दांश या अव्यय को कहते है, जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ प्रकट करता है।” उपसर्ग दो शब्दों- उप + सर्ग के योग से बना है। जिसमें ‘उप’ का अर्थ है- समीप, पास या निकट और ‘सर्ग’ का अर्थ है सृष्टि करना। इस तरह ‘उपसर्ग’ का अर्थ है पास में बैठाकर दूसरा नया अर्थवाला शब्द बनाना या नया अर्थ देना। जैसे- ‘यत्न’ के पहले ‘प्र’ उपसर्ग लगा दिया गया तो एक नया शब्द ‘प्रयत्न’ बन गया। इस नए शब्द का अर्थ होगा प्रयास करना। उपसर्गों का स्वतन्त्र अस्तित्व न होते हुए भी वे अन्य शब्दों के साथ मिलाकर उनके एक विशेष अर्थ का बोध कराते हैं, जैसे- अन + बन- अनबन (मनमुटाव)। वहीं कुछ उपसर्गों के योग से शब्दों के मूल अर्थ में कोई परिवर्तन नहीं होता, बल्कि तेजी आती है, जैसे- परि + भ्रमण- परिभ्रमण। कभी-कभी उपसर्ग के प्रयोग से शब्द का बिलकुल उल्टा अर्थ भी निकलता है, जैसे- अ + शांति- अशांति। किसी एक ही शब्द के पहले अलग-अलग उपसर्ग लगाने से उस शब्द अलग-अलग अर्थ प्राप्त होते हैं, जैसे- ‘हार’ शब्द से- प्रहार (आक्रमण करना), संहार (नाश, खत्म करना), आहार (भोजन), विहार (भ्रमण) आदि। इस प्रकार उपसर्गों के प्रयोग से शब्दों की तीन स्थितियाँ 1. शब्द के अर्थ में एक नई विशेषता आ जाती है 2. शब्द के अर्थ में प्रतिकूलता उत्पन्न होती है 3. शब्द के अर्थ में कोई विशेष अंतर नहीं होता शब्द और उपसर्ग में अंतर ‘शब्द’ अक्षरों के समूह को कहते हैं, जो अपने आप में स्वतंत्र अस्तित्व रखता है, अपना अर्थ रखता है। यह ‘शब्द’ किसी भी वाक्य में स्वतंत्रतापूर्वक प्रयुक्त होता है। वहीं ‘उपसर्ग’ वाक्य की तरह अक्षरों का समूह होते हुए भी अपने आप में स्वतंत्र नहीं होता और न ही इसका स्वतंत्र रूप से कहीं प्रयोग ही होता है।...

बे उपसर्ग से बनने वाले शब्द

Contents इस लेख में पढ़िए उन शब्दों की सूची जो बे उपसर्ग से बनते हैं। बे उपसर्ग से कई शब्द बनाए जा सकते हैं। नीचे देखें बे उपसर्ग से युक्त शब्दों की सम्पूर्ण सूची। Read here Be upsarg lagakar banaye gaye shabd. बे उपसर्ग से बनने वाले शब्द (Be Upsarg Se Yukt Shabd) उपसर्ग अवसे शब्द अर्थ मूल शब्द बे बेअसर प्रभावरहित असर बे बेबुनियाद निराधार बुनियाद बे बेलगाम अनियंत्रित लगाम बे बेशर्म निर्लज्ज; बेहया शर्म बे बेईमान छल-कपट करने वाला ईमान बे बेअदब अशिष्ट अदब बे बेअदबी अशिष्टता अदबी बे बेतुकी अर्थहीन तुकी बे बेरहम दयारहित रहम बे बेइंतिहा जिसकी कोई हद न हो इंतिहा बे बेजोड़ लाजवाब जोड़ बे बेरंग फीका, रंगरहित रंग बे बेगाना गैर, पराया गाना बे बेकाम निकम्मा। काम बे बेमिसाल अद्वितीय, अनुपम। मिसाल बे बेरोजगार व्यवसायहीन, बेकार रोजगार बे बेचैन व्याकुल चैन बे बेघर निराश्रय घर बे बेहोश चेतनारहित होश बे बेहया निर्लज्ज हया बे बेगैरत निर्लज्ज गैरत बे बेपरवाही लापरवाही परवाही बे बेपरवाह लापरवाह परवाह बे बेखटके बिना संकोच के खटके बे बेधड़क बिना सोचे समझे धड़क बे बेसहारा निराश्रय सहारा बे बेनाम गुमनाम नाम बे बेआवाज बिना आवाज़ का आवाज बे बेवफा धोखेबाज वफा बे बेवफाई धोखा देना वफाई बे बेनजीर अद्वितीय नजीर बे बेपनाह निराश्रय। पनाह बे बेदखल पदच्युत करना दखल बे बेदर्द ज़ालिम दर्द बे बेहतर अच्छा हतर बे बेहतरीन बहुत अच्छा हतरीन बे बेहिसाब अगणित हिसाब बे बेहद हद से ज्यादा हद बे बेशक निसंदेह शक बे बेशुमार अगणित शुमार बे बेसब्र अधीर सब्र बे बेशकीमती मूल्यवान कीमती

अन उपसर्ग से बनने वाले शब्द

Contents इस लेख में पढ़िए उन शब्दों की सूची जो अन उपसर्ग से बनते हैं। अन उपसर्ग से कई शब्द बनाए जा सकते हैं। नीचे देखें अन​ उपसर्ग से युक्त शब्दों की सम्पूर्ण सूची। Read here An upsarg lagakar banaye gaye shabd. अन उपसर्ग से शब्द (An Upsarg Se Yukt Shabd) उपसर्ग अन से शब्द मूल शब्द पर अनकहा कहा पर अनसुना सुना पर अनदेखा देखा पर अनगढ़ गढ़ पर अनावरण आवरण पर अनासक्त आसक्त पर अनाधिकार अधिकार पर अनन्वय अन्वय पर अनाधिकारिक आधिकारिक पर अनगिनत गिनत पर अनजान जान पर अनर्थ अर्थ पर अनागत आगत पर अनादि आदि पर अनावश्यक आवश्यक पर अनन्य अन्य पर अनपेक्षित अपेक्षित पर अनार्य आर्य पर अनबन बन पर अनपढ़ पढ़ पर अनहोनी होनी पर अनमोल मोल पर अनचाहा चाहा पर अनवन वन पर अनंत अंत पर अनमना मना

उपसर्ग (Upsarg)

उपसर्ग (Prefix) Upsarg in Hindi: जो शब्दांश शब्दों के शुरुआत में जुड़कर उनके अर्थ में कुछ विशेषता या परिवर्तन लाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहते हैं। उपसर्ग शब्द ‘ उप‘ (समीप) तथा ‘ सर्ग‘ (सृष्टि करना) शब्द के संयोग से बना है। उपसर्ग की परिभाषा उपसर्ग – किसी भी भाषा में उस अव्यय या शब्दांश को उपसर्ग कहते हैं जो मूल शब्दों के आरंभ में लगकर उनके अर्थों का विस्तार, परिवर्तन या उनमें कोई विशेषता उत्पन्न करता है। जैसे- अ, अनु, अप, वि आदि हिन्दी के उपसर्ग है। उपसर्ग का अर्थ उपसर्ग शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है- उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना)। अतः उपसर्ग का शाब्दिक अर्थ है “किसी शब्द के समीप आ कर नया शब्द बनाना।” अर्थात ऐसे शब्दांश जो शब्दों के आदि में जुड़ कर उनके अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं, वे उपसर्ग कहलाते हैं। जैसे- ‘हार’ शब्द का अर्थ है पराजय। परंतु इसी शब्द के आगे ‘प्र’ शब्दांश को जोड़ने से नया शब्द बनेगा –‘प्रहार’ (प्र + हार) जिसका अर्थ है चोट करना। • प्र + हार = प्रहार इसी तरह ‘आ’ जोड़ने से आहार (भोजन), ‘सम्’ जोड़ने से संहार (विनाश) तथा ‘वि’ जोड़ने से ‘विहार’ (घूमना) इत्यादि शब्द बन जाएँगे। • आ + हार = आहार • सम् + हार = संहार • वि + हार = विहार उपर्युक्त उदाहरण में ‘प्र’, ‘आ’, ‘सम्’ और ‘वि’ का अलग से कोई अर्थ नहीं है, ‘हार’ शब्द के आदि में जुड़ने से उसके अर्थ में इन्होंने परिवर्तन कर दिया है। इसका मतलब हुआ कि ये सभी शब्दांश हैं और ऐसे शब्दांशों को उपसर्ग कहते हैं। एक उपसर्ग के कई अर्थ हो सकते हैं। अर्थात उपसर्ग का कोई निश्चित अर्थ नहीं होता है, वे शब्द में जुड़ने के पश्चात ही अर्थ देते हैं, और ये अर्थ भिन्न-भिन्न शब्दों में अलग-अलग होते है। जैसे- • अ + मन = अमन (यहाँ पर ‘अ’ ...

निरूपण शब्द में कौन सा उपसर्ग है? निरूपण में मूल शब्द और उपसर्ग

Advertisement निरूपण का वाक्य प्रयोग – इस कविता में बाल्यावस्था का बहुत सुंदर निरूपण हुआ है। उपसर्ग के बारे में विस्तार से जानने के लिए निम्न पोस्ट पढ़ें: परीक्षा में निरूपण में उपसर्ग के बारे में कई प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं, जैसे – निरूपण में कौन सा उपसर्ग है? निरूपण में उपसर्ग क्या होगा? nirupan mein kaun sa upsarg hai? nirupan mein upsarg aur mool shabd Related Posts: • नियुक्त शब्द में कौन सा उपसर्ग है? नियुक्त में मूल शब्द और… • सब-जज शब्द में कौन सा उपसर्ग है? सब-जज में मूल शब्द और… • निवास शब्द में कौन सा उपसर्ग है? निवास में मूल शब्द और… • औघर शब्द में कौन सा उपसर्ग है? औघर में मूल शब्द और उपसर्ग • अटल शब्द में कौन सा उपसर्ग है? अटल में मूल शब्द और उपसर्ग • औघट शब्द में कौन सा उपसर्ग है? औघट में मूल शब्द और उपसर्ग • निरोध शब्द में कौन सा उपसर्ग है? निरोध में मूल शब्द और… • अलग शब्द में कौन सा उपसर्ग है? अलग में मूल शब्द और उपसर्ग