उसने कहा था किस विधा की रचना है

  1. ‘उसने कहा था
  2. [Solved] “उसके साथ
  3. BSEB 12th Hindi Objective
  4. GK Question in hindi
  5. उसने कहा था कौन सी विधा है?
  6. उसने कहा था किस विधा की रचना है? » Usne Kaha Tha Kis Vidhaa Ki Rachna Hai
  7. 2. उसने कहा था कहानी का व्‍याख्‍या
  8. उसने कहा था कौन सी विधा की रचना है?
  9. उसने कहा था कहानी का सारांश Usne kaha tha Summary in Hindi
  10. संस्मरण किस विधा की रचना है? » Sansmaran Kis Vidhaa Ki Rachna Hai


Download: उसने कहा था किस विधा की रचना है
Size: 45.10 MB

‘उसने कहा था

चंद्रधर शर्मा ‘ गुलेरी ’ की ‘ उसने कहा था ’ हिंदी की पहली सर्वोत्तम कहानी मानी जाती है. यह कहानी बहुत ही मार्मिक है .इस कहानी की मूल संवेदना यह है की इस संसार में कुछ ऐसे महान निस्वार्थ व्यक्ति होते हैं जो ‘ किसी के कहे ’ को पूरा करने के लिए अपने प्राणों का भी बलिदान कर देते हैं. इस कहानी का पात्र लहना सिंह ऐसा ही व्यक्ति है. लहना सिंह ने अपने प्राण देकर बोधा सिंह और हजारा सिंह की प्राण – रक्षा की. ऐसा लहना सिंह ने सूबेदारनी के मात्र ‘ उसने कहा था ’ वाक्य को ध्यान में रखकर प्राणोत्सर्ग किया .जो ‘ रघुकुल रीति सदा चली आई , प्राण जाये पर वचन न जाई ’ को चरितार्थ करता है . ‘ उसने कहा था ’ कहानी का भी शीर्षक भी है जो शीर्षक को सार्थकता प्रदान करता है. जब हम लहना सिंह के व्यक्तित्व को मनोविज्ञान की तराजू पर तौलते हैं तो उसके भावों की गहराई में आत्मत्याग की तत्परता में उसके अचेतन की –‘ उसने कहा था ’– आवाज सुनाई पड़ती है. यह आवाज उसके जीवन का सत्य बन जाती है. लहना सिंह के माध्यम से लेखक ने निश्छल प्रेम , प्राण पालक , त्याग भावना और वीरता का सन्देश देता है. सूबेदारनी अपने पति और पुत्र की रक्षा के लिए लहना सिंह से अनुरोध करती है. वह कहती है –“ वर्षों पहले तुमने मुझे घोड़ो की ताप से बचाया था , इस बार भी मेरी सहायता करना. मेरा पति और एक ही पुत्र है – दोनों युद्ध में जा रहे है इनकी रक्षा करना . ” सूबेदारनी आँचल पसारकर पति और पुत्र के जीवन रक्षा की भीख मांगती है. इस प्रकार लहना सिंह अपने जीते जी दोनों की रक्षा करता रहा. पंजाबी आंचलिकता को सैनिक देशप्रेम से जोड़कर उसने ‘ प्राण जाये पर वचन न जाए को चरितार्थ किया है • लहना सिंह का बलिदान - कथानक किसी भी कहानी का महत्वपूर्ण तत्व माना जाता है.कथ...

[Solved] “उसके साथ

सही उत्तर ' एक और जिन्दगी' है। Key Points • एक और जिन्दगी (1961)कहानी के लेखक मोहन राकेश है। • इसके प्रमुख पात्र - प्रकाश , बीना , निर्मला , बच्चा आदि। • मोहन राकेश की अन्य प्रमुख कहानियाँः- • इन्सान के खंडहर (1950 ई. ) • नये बादल (1957 ई. ) • जानवर और जानवर (1958 ई. ) आदि। Additional Information कहानी कहानीकार विषय पात्र जहाँ लक्ष्मी कैद है (1951 ई.) राजेंद्र यादव यह कहानी विष्णु की पत्नी लक्ष्मी के नाम की एक ऐसी लडकी की कहानी है जो अपने कैद , घूटन से मुक्ति चाहती है। लक्ष्मी , लाला रुपाराम , गोविंद , दिलावर आदि। परिन्दे (1956 ई. ) निर्मल वर्मा नायिका लतिका अपने प्रेमी कैप्टन नेगी की मृत्यु के बाद एक पहाडी स्कूल मे रहे अकेलेपन का चित्रण है। लतिका , गिरीश , सुधा ,जूली ,मुकर्जी आदि। उसने कहा था ( 1915 ई.) चंद्रधर शर्मा गुलेरी प्रथम विश्व युद्ध के पृष्ठभूमि पर लिखी गयी प्रेम कहानी। लहना सिंह , सूबेदार हजारा सिंह , बोधा सिंह आदि।

BSEB 12th Hindi Objective

BSEB 12th Hindi Objective – पाठ -2 – उसने कहा था नमस्कार दोस्तों, Hindi-Exam.Com पर आपका स्वागत है, इस पोस्ट में है BSEB 12th Class Hindi (दिगंत) के पाठ -2 –‘उसने कहा था’ का सम्पूर्ण Objective Question- Answer दिया है, जैसा की आप जानते है कि आजकल Bihar Board Hindi Exam में बहुत ज्यादा Objective Question पूछा जा रहा है | इसी को ध्यान में रखते हुए हम आपके के लिए Bihar Board 12th Hindi के ऐसे Objective Question लाये है, जो आपके आनेवाले Exam के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा | इसीलिए हमारी सलाह है की दिए गये BSEB 12th Hindi Objective –‘उसने कहा था’ ध्यान से पढ़े | बार- बार पढ़े, जिस से आपकी तैयारी अच्छी हो जाए | 1. ‘बूद्ध का काँटा’ रचना है (A) बालकृष्ण भट्ट की (B) चंद्रधर शर्मा गुलेरी की (C) जयप्रकाश नारायण की (D) नामवर सिंह का Ans(B) 2. ‘चंद्रधर शर्मा गुलेरी’ किस सदी के प्रमुख लेखक थे? (A) 15वीं सदी (B) 16वीं सदी (C) 19वीं सती (D) 20वीं सदी Ans. (D) 3. गुलेरी जी ने कल कितनी कहानियाँ लिखी? (A) एक (B) दो (C) तीन (D) चार Ans. (C) 4. ‘उसने कहा था’ कहानी का नायक है- (A) लहना सिंह (B) बोधा सिंह (C) बजीरा सिंह (D) हजारा सिंह Ans. (A) 5. निम्न में से कौन-सी रचना गुलेरी जी की नहीं है? (A) सुखमय जीवन (B) बुद्ध का काँटा (C) उसने कहा था (D) हारे को हरिनाम Ans. (D) 6. ‘उसने कहा था’ कहानी है (A) युद्ध की कहानी (B) दिव्य-प्रेम की कहानी (C) प्रेम पर बलिदान होने की कहानी (D) इनमें से सभी Ans. (D) 7. ‘उसने कहा था’ कहानी में किस शहर का चित्रण है? (A) अमृतसर (B) लुधियाना (C) जयपुर (D) लखनऊ Ans. (A) 8. लहना सिंह के गाँव का क्या नाम है? (A) मगरे (B) माँझे (C) कटा (D) तेलघरिया Ans. (B) 9. लहना सिंह ...

GK Question in hindi

हिंदी हमारी मातृभाषा है| मातृभाषा होने के नाते हिंदी संबंधित विविध प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं यह टॉपिक बहुत ही बड़ा है, GK Question in hindi |General Hindi- part-6 टॉपिक से छोटे-छोटे प्रश्न पूछे जाते हैं हम लोग गलत कर देते हैं और प्रश्नों को गलत कर देने से हमारे टोटल नंबर अक्सर कम हो जाते है | 3 Related General Hindi MCQs-सामान्य हिंदी | GK Question यदि आप किसी गवर्नमेंट एग्जाम जैसेSSC,IBPS SO, RRB, CTET, TET, BED, SCRA सामान्य हिंदी के इस श्रृंखला में हम आपको ऐसे प्रश्नों का लिस्ट देंगे जो प्रतियोगी परीक्षा में बार-बार पूछे जाते रहे हैं | इस सीरीज का दिया जा चुका है आप उसे पढ़ सकते हैं | आइए देखते हैं हिंदी से पूछे गए सामान्य ज्ञान के प्रश्न– GK Question in hindi |General Hindi- part-6 251. हिन्दी में नाटक रचना का प्रारम्भ किस युग की देन है? (क) द्विवेदी युग (ख) भारतेन्दु युग (ग) छायावादी युग (घ) प्रगतिवादी युग सही उत्तर-(ख) भारतेन्दु युग 252. ‘ध्रुवस्वामिनी’ की रचना विधा है- (क) एकांकी (ख) ध्रुवदेवी (ग) नाटक (घ) उपन्यास सही उत्तर-(ग) नाटक 253. निम्नलिखित में से नाटककार हैं? (क) रामचन्द्र शुक्ल (ख) मोहन राकेश (ग) डॉ० नगेन्द्र (घ) महादेवी वर्मा सही उत्तर-(ख) मोहन राकेश 254.’अँधेर नगरी’ के रचनाकार हैं- (क) प्रतापनारायण मिश्र (ख) भारतेन्दु (ग) हरिकृष्ण प्रेमी (घ) रामकुमार वर्मा सही उत्तर-(ख) भारतेन्दु 255. ‘स्कन्दगुप्त’ नाटक के लेखक हैं? (क) प्रेमचन्द (ख) लक्ष्मीनारायण मिश्र (ग) जयशंकरप्रसाद (घ) धर्मवीर भारती। सही उत्तर-(ग) जयशंकरप्रसाद 256.जयशंकर प्रसाद का नाटक है? (क) ध्रुवस्वामिनी (ख) ध्रुवा (ग) लाल किताब (घ) कौमुदी सही उत्तर-(क) ध्रुवस्वामिनी 257. प्रेम...

उसने कहा था कौन सी विधा है?

Nikhil Bose Career Counsellor/Hindi Expert/Life Advisor 0:41 चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। 9 साल तक का सवाल है उसने कहा था किस विधा की रचना है जी हां तो जो उसने कहा था यह एक कहानी विधा की रचना है क्या सोचने का मित्रों उसने कहा था कहानी विधा की रचना है जिसके रचनाकार कहानीकार हैं चंद्रधर शर्मा गुलेरी उन्हें और उसने कहा तक हमारे हिंदी के सर्वप्रथम प्रेम कहानी देखना चाहता है उसने कहा था को हमारी हिंदी के सर्वप्रथम प्रेम कहानी माना जाता है तथा यह यानी उसने कहा था कहानी विधा की रचना है Romanized Version 1341753 ऐसे और सवाल अपना बेटी किस विधा की रचना है?... आपका सामान ले अपना बेटी किस विधा की रचना है तो दिख ही सवाल का और पढ़ें GAZIBAR RAHMANTeacher यह और वह किस विधा की रचना है?... यहां और वहां घटना श्रीलाल शुक्ल की थी उस विधा का नाम था जो 1958... और पढ़ें 1CNQP0LKTJ3 मन से मिला किस विधा की रचना है?... आपका प्रश्न है कि मन से मिला किस विद्या की रचना है तो दोस्तों मन और पढ़ें HIMANSHU KUMARTeacher प्रेमचंद्र ने अपने घर पर किस विधा की रचना की थी?... मैं हूं आपका वो कभी तुम्हारा पास वाले प्रेमचंद ने अपने घर पर किस विधा और पढ़ें Amit KumarCareer counselor पागल पथिक किस विधा की रचना है?... पागल पथिक और आनंद की खोज किसने लिखी थी उनका नाम था कृष्ण दास राय... और पढ़ें Abhishek KumarVolunteer नीरा एक विधा किसकी रचना है?... हां तो प्रश्न है कि नीरा एक विधा किसकी रचना है तो मैं आपको बता और पढ़ें PremTeacher "शिकायत मुझे भी है", किस विधा की रचना है?... हरिशंकर परसाई और पढ़ें Rufeeda NaazStudent क्या लिखो ...

उसने कहा था किस विधा की रचना है? » Usne Kaha Tha Kis Vidhaa Ki Rachna Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। 9 साल तक का सवाल है उसने कहा था किस विधा की रचना है जी हां तो जो उसने कहा था यह एक कहानी विधा की रचना है क्या सोचने का मित्रों उसने कहा था कहानी विधा की रचना है जिसके रचनाकार कहानीकार हैं चंद्रधर शर्मा गुलेरी उन्हें और उसने कहा तक हमारे हिंदी के सर्वप्रथम प्रेम कहानी देखना चाहता है उसने कहा था को हमारी हिंदी के सर्वप्रथम प्रेम कहानी माना जाता है तथा यह यानी उसने कहा था कहानी विधा की रचना है 9 saal tak ka sawaal hai usne kaha tha kis vidhaa ki rachna hai ji haan toh jo usne kaha tha yah ek kahani vidhaa ki rachna hai kya sochne ka mitron usne kaha tha kahani vidhaa ki rachna hai jiske rachnakar kahanikar hain chandradhar sharma guleri unhe aur usne kaha tak hamare hindi ke sarvapratham prem kahani dekhna chahta hai usne kaha tha ko hamari hindi ke sarvapratham prem kahani mana jata hai tatha yah yani usne kaha tha kahani vidhaa ki rachna hai 9 साल तक का सवाल है उसने कहा था किस विधा की रचना है जी हां तो जो उसने कहा था यह एक कहानी व

2. उसने कहा था कहानी का व्‍याख्‍या

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 12 हिंदी के पाठ दो ‘उसने कहा था (Usne kaha tha class 12th hindi) ‘ के सम्‍पूर्ण व्‍याख्‍या को पढ़ेंगे। जिसके लेखक चनद्रधर शर्मा गुलेरी हैं। 2. उसने कहा था लेखक परिचय ‘उसने कहा था’ कहानी का लेखक चंद्रधर शर्मा गुलेरी हैं। यह कहानी लेखक की अमर रचना है, जो हिन्‍दी कहानी के विकास में मील का पत्‍थर मानी जाती है। इनका जन्‍म 7 जुलाई, 1883 में जयपुर, राजस्‍थान में हुआ था तथा मृत्‍यु 12 स‍ितंबर, 1922 ई० को हुई थी। इनका मूल निवास गुलेर नामक गाँव (हिमाचल प्रदेश) है। बचपन में यह संस्‍कृत से शिक्षा ग्रहण किए और 1903 में इलाहाबाद विश्‍वविद्यालय से बी०ए० किए। यह बाद में प्रोफेसर के रूप में कार्य किए। यह काशी नगरी और काशी नागरी प्रचारिणी पत्रिका का संपादन भी किया। इनकी प्रमुख कहानीयाँ ‘सुखमय जीवन’, ‘बुद्धू का कांटा’ और ‘उसने कहा था’ है। इन्‍हीं तीन कहानीयों के बल पर यह हिंदी कहानीकार के रूप में अमर हो गए। पाठ परिचय- प्रस्‍तुत कहानी ‘उसने कहा था’ चंद्रधर शर्मा गुलेरी की अमर रचना है। यह हिंदी कहानी के विकास में ‘मील का पत्‍थर’ मानी जाती है। इस कहानी में लहना सिंह के त्‍याग और बलिदान की कहानी को बताया गया है। लहना सिंह, जो वादा करता है उसे पूरा करने में अपने जान तक गंवा देता है। 2. उसने कहा था कहानी का सारांश प्रस्तुत पाठ ‘उसने कहा था‘ चन्द्रधर शर्मा गुलेरी के द्वारा लिखा गया है। इस पाठ का नायक ‘लहना सिंह’ है। इस पाठ में लहना सिंह के सच्चा प्रेम तथा उसके वीरता को बताया गया है। जिसमें आठ वर्ष की लड़की जिसका नाम होराँ होता है और बारह वर्ष का लड़का लहना सिंह होता है। वे दोनों अपने-अपने मामा के घर रहते हैं। इस कहानी की शुरूआत अमृतसर के भीड़-भरे बाजार से होती है।...

उसने कहा था कौन सी विधा की रचना है?

Nikhil Bose Career Counsellor/Hindi Expert/Life Advisor 0:41 चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। 9 साल तक का सवाल है उसने कहा था किस विधा की रचना है जी हां तो जो उसने कहा था यह एक कहानी विधा की रचना है क्या सोचने का मित्रों उसने कहा था कहानी विधा की रचना है जिसके रचनाकार कहानीकार हैं चंद्रधर शर्मा गुलेरी उन्हें और उसने कहा तक हमारे हिंदी के सर्वप्रथम प्रेम कहानी देखना चाहता है उसने कहा था को हमारी हिंदी के सर्वप्रथम प्रेम कहानी माना जाता है तथा यह यानी उसने कहा था कहानी विधा की रचना है Romanized Version 1341776 ऐसे और सवाल अपना बेटी किस विधा की रचना है?... आपका सामान ले अपना बेटी किस विधा की रचना है तो दिख ही सवाल का और पढ़ें GAZIBAR RAHMANTeacher यह और वह किस विधा की रचना है?... यहां और वहां घटना श्रीलाल शुक्ल की थी उस विधा का नाम था जो 1958... और पढ़ें 1CNQP0LKTJ3 मन से मिला किस विधा की रचना है?... आपका प्रश्न है कि मन से मिला किस विद्या की रचना है तो दोस्तों मन और पढ़ें HIMANSHU KUMARTeacher प्रेमचंद्र ने अपने घर पर किस विधा की रचना की थी?... मैं हूं आपका वो कभी तुम्हारा पास वाले प्रेमचंद ने अपने घर पर किस विधा और पढ़ें Amit KumarCareer counselor पागल पथिक किस विधा की रचना है?... पागल पथिक और आनंद की खोज किसने लिखी थी उनका नाम था कृष्ण दास राय... और पढ़ें Abhishek KumarVolunteer नीरा एक विधा किसकी रचना है?... हां तो प्रश्न है कि नीरा एक विधा किसकी रचना है तो मैं आपको बता और पढ़ें PremTeacher "शिकायत मुझे भी है", किस विधा की रचना है?... हरिशंकर परसाई और पढ़ें Rufeeda NaazStudent क्या लिखो ...

उसने कहा था कहानी का सारांश Usne kaha tha Summary in Hindi

उसने कहा था कहानी का सारांश लिखिए, उसने कहा था कहानी का सारांश PDF, उसने कहा था, उसने कहा था कहानी के लेखक कौन है? उसने कहा था किस प्रकार की कहानी है ? उसने कहा था’ कहानी के प्रश्न उत्तर PDF, उसने कहा था कहानी की व्याख्या, usne kaha tha summary in hindi, usne kaha tha short summary in hindi, usne kaha tha kahani ka saransh, usne kaha tha shirshak kahani ka saransh likhe, bihar board hindi 100 marks chapter 2 summary in hindi, usne kaha tha lekhak, चन्द्रधर शर्मा गुलेरी कहानी का सारांश, class 12th hindi 100, kanak ki pathshala लेखक परिचय लेखक – चंद्रधर शर्मा गुलेरी जन्म – 7 जुलाई 1883 निधन – 12 सितंबर 1922 जन्म स्थान – जयपुर,राजस्थान मूल निवास – गुलेर नामक ग्राम,जिला कांगड़ा,हिमाचल प्रदेश Usne Kaha Tha Summary चंद्रधर शर्मा गुलेरी की रचनाएँ #1 कहानियाँ सुखमय जीवन , बुद्धू का कांटा , उसने कहा था #2 निबंध कछुआ धर्म,पुरानी हिंदी,भारतवर्ष,देवानां प्रिय,डिंगल “उसने कहा था” पाठ का सारांश लिखें ( Usne Kaha tha Kahani ka Saransh ) उसने कहा था शीर्षक कहानी चंद्रधर शर्मा गुलेरी द्वारा लिखी गई एक अमर रचना है। जिसकी शुरुआत अमृतसर के भीड़ भरे बाजार से शुरू होती है,जहां 12 वर्ष का लड़का एक 8 वर्ष की लड़की को टांगे के नीचे आने से बचाता है। लड़का लड़की से पूछता है कि क्या तेरी कुड़माई (मंगनी) हो गई है,इस पर लड़की धत कर भाग जाती है। दोनो बाजार में अक्सर कभी सब्जी वाले तो कभी दूध वाले के यहां मिलते थे और लड़का बार-बार उससे यही प्रश्न पूछता था। कुछ समय बाद जो लड़का पुनः उस लड़के से पूछता है तो वह कहती है कि हां मेरी (कुड़माई) मंगनी हो गई इस बात पर लड़का उदास हो जाता है। उस घटना के बाद वह लड़क...

संस्मरण किस विधा की रचना है? » Sansmaran Kis Vidhaa Ki Rachna Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। दिखा कर बात करें कि संस्मरण जो है वह किस विधा की रचना है तू संस्मरण बेसिकली साहित्य की एक विधा है और उसी की तो है पर इतना कि जाते हैं तो किसी भी विषय पर या फिर किसी भी व्यक्ति आधार पर जो लिखित आलेख होता है उसको संस्मरण कहा जाता है dikha kar baat kare ki sansmaran jo hai vaah kis vidhaa ki rachna hai tu sansmaran basically sahitya ki ek vidhaa hai aur usi ki toh hai par itna ki jaate hain toh kisi bhi vishay par ya phir kisi bhi vyakti aadhaar par jo likhit aalekh hota hai usko sansmaran kaha jata hai दिखा कर बात करें कि संस्मरण जो है वह किस विधा की रचना है तू संस्मरण बेसिकली साहित्य की एक