ऊर्जा संरक्षण पर पोस्टर

  1. पोस्टर बनाकर दिया ऊर्जा संरक्षण का संदेश
  2. National Energy Conservation Day 2022 :राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस का उद्देश्य और महत्व, purpose and importance of national energy conservation day 2022
  3. ऊर्जा संरक्षण दिवस पर निबंध, भाषण
  4. राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 2021
  5. सोलर ऊर्जा, ई
  6. ऊर्जा संरक्षण पर निबंध (Essay on Energy Conservation in Hindi) – HistoryDekho.com
  7. ऊर्जा संरक्षण पर पोस्टर क्विज स्लोगन प्रतियोगिता का किया आयोजन – SMS OF UP 24X7 WEB NEWS


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पोस्टर बनाकर दिया ऊर्जा संरक्षण का संदेश

स्कूल में आयोजित प्रतियोगिता में बच्चों ने बढ़ चढ़कर भागीदारी की। कक्षा तीन व चार वर्ग में दीपिका प्रथम, मयंक द्वितीय व जीशान तृतीय स्थन पर रहे। कक्षा चार से छह वर्ग में पीयूष प्रथम, मेघा द्वितीय, मनीष तृतीय कक्षा सात से नौ वर्ग में उर्वशी प्रथम, दिया व कशिश द्वितीय तथा उपासना व दिया राना तृतीय स्थान पर रही। जबकि कक्षा दस से 12 वर्ग में ममता भंडारी ने पहला, कविता बसेड़ा दूसरा तथा हिमानी व मीनाक्षी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। प्रधानाचार्य प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया। संस।

National Energy Conservation Day 2022 :राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस का उद्देश्य और महत्व, purpose and importance of national energy conservation day 2022

राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस (National Energy Conservation Day) का आयोजन हर साल 14 दिसंबर को किया जाता है. राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस को भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत एक संवैधानिक निकाय ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE) के अंतर्गत संचालित किया जाता है. जिसका उद्देश्य ऊर्जा संरक्षण के कार्यक्रमों के साथ भारत सरकार द्वारा ऊर्जा संरक्षण हेतु योजनाओं एवं देश की उपलब्धियों को प्रस्तुत करना है. रायपुर: National Energy Conservation Day 2023: राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस को ऊर्जा संरक्षण अधिनियम 2001 के बाद हर साल 14 दिसंबर को मनाया जाता है. ऊर्जा संरक्षण से तात्पर्य ऊर्जा का विवेकपूर्ण उपयोग है. इसका अर्थ है ऊर्जा का अनावश्यक उपयोग ना करना . कम से कम ऊर्जा का उपयोग करते हुए कार्य को करना. अनावश्यक बिजली का बल्ब ना जलाना, लाइट, पंखे, एसी समेत विद्युत के उपकरणों का इस्तेमाल ना होने पर बंद करना, छोटी दूरियों के लिए पैदल दूरी तय करना या निजी वाहन की जगह सार्वजनिक वाहन का उपयोग इसी प्रकार के अन्य कार्यो के माध्यम से ऊर्जा का दुरूपयोग एवं अनावश्यक प्रयोग रोकना ही ऊर्जा संरक्षण के अंतर्गत आता है. राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस और इतिहास : देश में ऊर्जा की बढ़ती जरूरतों एवं भविष्य की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2001 में भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (BEE) द्वारा ऊर्जा संरक्षण अधिनियम 2001 को लागू किया गया.इस अधिनियम के अंतर्गत देश में ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रमों के माध्यम से ऊर्जा संरक्षण को सुनिश्चित किया गया था. इस अधिनियम के पश्चात ही प्रतिवर्ष ऊर्जा संरक्षण हेतु 14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस का आयोजन किया जा...

ऊर्जा संरक्षण दिवस पर निबंध, भाषण

ऊर्जा संरक्षण पर निबंध कैसे लिखे, ऊर्जा संरक्षण दिवस पर निबंध लिखे, राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस क्यों मनाया जाता है? , ऊर्जा संरक्षण पर भाषण लिखे, ऊर्जा संरक्षण के सरल और बेहतर उपाय (Essay on National Energy Conservation Day in Hindi, Speech National Energy Conservation Day hindi) राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 2022 –आधुनिक युग में विज्ञान और तकनीकी अपनी चरम सीमा पर हैं। बढ़ती तकनीक के साथ-साथ इंसानों ने भी अपनी सुख सुविधा के लिए विभिन्न प्रकार के साधन जुटा लिए हैं। इन साधनों को इकट्ठा करने के बावजूद भी इंसान की इच्छाएं और जरूरतें थमने का नाम नहीं ले रहीं बल्कि बढ़ती ही जा रही हैं। Advertisements आज इंसान ने अपनी सुविधा के लिए कल-कारखाने, मोटर गाड़ियां, हवाई जहाज रेलगाड़ियां, जनरेटर, और विभिन्न प्रकार के मोटरों जैसी तमाम यांत्रिक मशीनें बना लिए हैं। इन मशीनों को चलाने के लिए भारी मात्रा में ईंधन और ऊर्जा की आवश्यकता पड़ती है। यही कारण है कि बढ़ती तकनीकी के साथ-साथ ऊर्जा की खपत में भी बहुत तेजी से बढ़ोतरी हुई है। आज के दौर में सड़क पर मोटर गाड़ियों की संख्या और रेलगाड़ियों तथा हवाई जहाजों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। इसके अलावा मनुष्य अपने छोटे से छोटे काम के लिए भी मशीन पर निर्भर होते जा रहे हैं। पेट्रोलियम तेल, प्राकृतिक गैस, कोयला और विद्युत आदि ऊर्जा के सीमित स्तोत्र हैं, जिनकी खपत बहुत तेजी से हो रही है और अब उसी का नतीजा है कि ऊर्जा के विभिन्न संसाधनों पर उनके समाप्त होने का खतरा भी मंडरा रहा है। ऐसे में ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए और उसका प्रतिनिधित्व करने के लिए भारतीय ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के आह्वान पर हर साल 14 दिसंबर के दिन भारत में राष्ट्रीय ...

राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 2021

टैग्स: • • • • • • प्रिलिम्स के लिये: राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस, ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE), राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार, समीक्षा पोर्टल मेन्स के लिये: ऊर्जा संरक्षण सुनिश्चित करने हेतु राष्ट्रीय और वैश्विक प्रयास, भारत में बिजली क्षेत्र का परिदृश्य और ऊर्जा संरक्षण की आवश्यकता चर्चा में क्यों? ‘ऊर्जा दक्षता ब्यूरो’ (BEE) द्वारा प्रतिवर्ष 14 दिसंबर को ‘राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस’ मनाया जाता है। यह दिवस लोगों को ‘ग्लोबल वार्मिंग’ और जलवायु परिवर्तन के विषय में जागरूक करने पर केंद्रित है और ऊर्जा संसाधनों के संरक्षण की दिशा में प्रयासों को बढ़ावा देता है। यह ऊर्जा दक्षता और संरक्षण के क्षेत्र में देश की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डालता है। विद्युत मंत्रालय ने ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के तहत वर्ष 2021 में ऊर्जा संरक्षण सप्ताह (8-14 दिसंबर) मनाया जा रहा है। समारोह के हिस्से के रूप में, विद्युत मंत्रालय के तहत ‘ऊर्जा दक्षता ब्यूरो’ ने विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया है। प्रमुख बिंदु • ऊर्जा संरक्षण: • ‘ऊर्जा संरक्षण’ ऐसे प्रयासों को संदर्भित करता है, जिनके माध्यम से किसी विशेष उद्देश्य के लिये कम ऊर्जा का उपयोग करके ऊर्जा का कुशलतापूर्वक संरक्षण सुनिश्चित किया जाता है- जैसे बल्ब और पंखों का यथा संभव कम उपयोग करना- या किसी विशेष सेवा के उपयोग को कम किया जाता है- जैसे कम ड्राइविंग और इसके बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करना, ताकि ऊर्जा संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके। • ऊर्जा संरक्षण एक सचेत, व्यक्तिगत प्रयास है और वृहद स्तर पर यह ऊर्जा दक्षता की ओर ले जाता है। • ऊर्जा संरक्षण का अंतिम लक्ष्य स्थायी ऊर्जा उपयोग की ओर पहुँचना है। • गौरतलब है कि यह 'ऊर्जा दक्षता' शब्द से अलग ह...

सोलर ऊर्जा, ई

पीजी कॉलेज के रसायन विज्ञान विभाग ने विश्व बैंक के अंतर्गत एकेडमिक एक्सीलेंस के तत्वावधान में \"पर्यावरण संरक्षण’ विषय पर विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया। सर्वप्रथम कॉलेज प्राचार्य डॉ. एल.एन. शर्मा ने शुभारंभ किया। निर्णायक के रूप में डॉ. आर.डी. गुप्ता, डॉ. प्रेरणा मित्रा, प्रो. गोविंद शर्मा उपस्थित रहे। विद्यार्थियों ने सोलर ऊर्जा, ई-वेस्ट मैनेजमेंट, वन्य जीव संरक्षण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सहित अन्य विषयों पर मॉडल व पोस्टर बनाए। छात्रों ने पर्यावरण संरक्षण से संबंधित वर्किंग एवं नॉन वर्किंग मॉडल तथा पोस्टर बनाकर प्रदर्शनी में सहभागिता की। प्राचार्य ने विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण को लेकर जानकारी दी। मॉडल का अवलोकन करते हुए प्राचार्य ने विद्यार्थियों को जल संरक्षण एवं पौधरोपण के लिए प्रेरित किया। साथ ही प्रत्येक विद्यार्थी को कॉलेज में एक पौधे की देखभाल हेतु प्रेरित किया। मॉडल व पोस्टर प्रतियोगिता में ये रहे विजेता मॉडल प्रतियोगिता में दीबा फिरदौस अंसारी (एमएससी तृतीय सेमेस्टर), नंदिनी सेठिया (बीकॉम प्रथम वर्ष), अर्जुन प्रजापत (एमएससी प्रथम सेमेस्टर) विद्यार्थियों ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। पोस्टर प्रतियोगिता में जीवनबाला (बीएससी तृतीय वर्ष), दीबा (एमएससी तृतीय सेमेस्टर), प्रियंका कुंवर (बीएससी द्वितीय वर्ष) ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में रसायन विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. खुशबू मंडावरा तथा वर्ल्ड बैंक प्रभारी डॉ. विनीता कुलश्रेष्ठ, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. चंद्रशीला गुप्ता, डॉ. टी.के. झाला ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। रसायन शास्त्र विभाग से डॉ. शीतल श्रीमाल, डॉ. अंशु जैन, प्रो. सायमा परवीन, प्रो. शिवानी जा...

ऊर्जा संरक्षण पर निबंध (Essay on Energy Conservation in Hindi) – HistoryDekho.com

प्रस्तावना ऊर्जा संरक्षण मतलब किसी भी काम में ऊर्जा का कम से कम उपयोग करना। क्योंकि ऊर्जा संरक्षण हमारे दैनिक जीवन के लिए बहुत जरूरी होता है। इसलिए अपना काम कम से कम ऊर्जा का उपयोग करके पूरा करना चाहिए, जिससे ऊर्जा संरक्षण हो सकता है। इस ऊर्जा संरक्षण में बिजली की बचत और इंधन की बचत शामिल है। जैसे की आज के समय में लोग अपने नजदीक में रहने वाली जगह पर जाने के लिए भी कार का उपयोग करते है, जिसके लिए बहुत सारा इंधन लगता है। लेकिन अगर हम उसी जगह पर जाने के लिए साइकल का उपयोग करे तो, इंधन की बचत हो सकती है। हमारे पास पृथ्वी पर ऊर्जा की सीमित आपूर्ति है और इसे पुनर्जीवित करने में बहुत समय लगता है, इसलिए हमारी भावी पीढ़ियों को इसे उपलब्ध कराने के लिए ऊर्जा का संरक्षण करना आवश्यक है। ऊर्जा संरक्षण के लाभ ऊर्जा संरक्षण पर्यावरण को अधिक स्वच्छ और स्वस्थ बनाता है, राष्ट्रीय सुरक्षा प्रदान करता है और भविष्य में उपयोग के लिए ऊर्जा बचाता है। यह असामान्य जलवायु परिवर्तनों को कम करने में भी मदद करता है और अक्षय ऊर्जा संसाधनों के उपयोग को बढ़ावा देता है। ऊर्जा संरक्षण के तरीके ऊर्जा के संरक्षण के दो संभावित तरीके हैं, या तो हम इसे कुशलता से उपयोग कर सकते हैं या हम इसका कम से कम उपयोग कर सकते हैं। ऊर्जा के संरक्षण के लिए कई तरीके और कदम हैं, जिसमें कार या मोटरबाइक का उपयोग करने के बजाय साइकिल का उपयोग करना या पैदल चलना शामिल है, यह बदले में ईंधन का संरक्षण करता है और प्रदूषण को कम करता है। कपड़े धोने की मशीनों का उपयोग करने के बजाय प्राकृतिक धूप से कपड़े सुखाना, ठंडी हवा पाने के लिए घर में एयर कंडीशनर लगाने के बजाय घर के पास हरे पौधे लगाना और ऐसी कई अन्य गतिविधियाँ हैं, जिनकी मदत से ऊर्जा संर...

ऊर्जा संरक्षण पर पोस्टर क्विज स्लोगन प्रतियोगिता का किया आयोजन – SMS OF UP 24X7 WEB NEWS

ऊर्जा संरक्षण पर पोस्टर क्विज स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन एस एन सेन बा वि इ कालेज में प्रधानाचार्या सविता यादव के नेतृत्व में ऊर्जा संरक्षण पर पोस्टर क्विज, स्लोगन – ऊर्जा रक्षा पर करो विचार हमें देता है यह सुविधापूर्ण जीवन जीने का अधिकार। ऊर्जा बचाना मजबूरी नही जरूरी है। ऊर्जा को बचाओ पृथ्वी को हरित बनाओ ऊर्जा बचाओ प्रकृति को स्वच्छ बनाओ आदि पर स्लोगन प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। ऊर्जा का अर्थ ऊर्जा संरक्षण से है इसका मूल उद्देश्य ऊर्जा के व्यर्थता को रोकना है। ऊर्जा संरक्षण के विधियों के अंतर्गत ऐसे तरीकों का पालन किया जाता है, जिनके द्वारा कम से कम उर्जा की खपत हो जैसे की कम दूरी के लिए कार या बाइक के जगह सार्वजनिक यातायात या साईकल का उपयोग करना, बल्ब के जगह एलईडी बल्ब या सीएफएल का उपयोग करना आदि। अपने दैनिक जीवन में इन छोटे-छोटे उपायों को अपनाकर हम कई बड़े परिवर्तन ला सकते है और ऊर्जा बचाने में अपना बहुमूल्य योगदान दे सकते हैं।