वैश्वीकरण के आर्थिक प्रभाव

  1. Merits and Demerits of Economic Globalisation
  2. वैश्वीकरण का राजनीतिक प्रभाव
  3. वैश्वीकरण के विभिन्न प्रभावों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
  4. वैश्वीकरण का प्रभाव


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Merits and Demerits of Economic Globalisation

ADVERTISEMENTS: Secondly, by the investment of capital, the sick industries of a country become workable. Production increases and the market get many new products. Thirdly, by globalising economy, new know-how enters into a country. That technique improves the existing system of a country and makes it self-sufficient in the economic field. Fourthly, by the investment of foreign capital, a country improves in various fields. This is regarded as the sum total of the progress of a country. Global economy helps in every way for the progress of a country. At last, when an individual becomes free from the clutches of a state or country, the responsibility of that state or country becomes nil. ADVERTISEMENTS: On the other hand, the individual tries to get more and more success and he succeeds in his mission. The country also thinks many welfare projects for the people. Demerits of Global Economy: Global Economy has many bad effects. At first, it is responsible for ‘Brain Drain’. A man, trained in much technical know-how, is taken from a country to other because of attractive salary. This hampers the progress of the first country. ADVERTISEMENTS: Secondly, through this the developed countries show their mastery over the developing countries. This brings danger to the sovereignty of that country. Thirdly, by bringing loan from IMF or Word Bank, a country loses its importance before them. The country is forced to obey their order. This brings ‘Economic Slavery’ to a country. Fourth...

वैश्वीकरण का राजनीतिक प्रभाव

By Aug 7, 2020 अधिकराष्ट्रोंकेरूपमें, लोग, औरसंस्कृतियाँबदलतेहुएअंतर्राष्ट्रीयसमुदाय, राजनयिकों, राजनेताओंऔरप्रतिनिधियोंकेअनुकूलहैंऔरराष्ट्रोंकीज़रूरतोंऔरइच्छाओंकेअनुसारउनसेमिलनाचाहिए।कूटनीतिकोकईरूपोंमेंउकेराजासकताहै; शांतिवार्ता, लिखितगठन, क्षेत्रकेअनुभवआदिकेमाध्यमसे। संस्कृतिएकपरिचितशब्दहैऔरपरिभाषासेअपरिवर्तितरहताहै।हालांकि, वैश्वीकरणऔरअंतर्राष्ट्रीयसंबंधोंनेसंस्कृतिकोसकारात्मकऔरनकारात्मकदोनोंमेंलगातारबदलदियाहै।वैश्वीकरणसेदुनियाभरमेंप्रौद्योगिकीबढ़तीहै, औरलोकप्रियउत्पादोंकेतेज, प्रभावीसंचारऔरखपतकीपठनीयताहोतीहै।वैश्वीकरणविभिन्नस्तरोंपरसंस्कृतियोंऔरअंतर्राष्ट्रीयसंबंधोंकोजोड़ताहै; अर्थशास्त्र, राजनीतिक, सामाजिक, आदि। अंतर्राष्ट्रीयसंबंधोंनेअपनेलक्ष्यतकपहुंचनेकेलिएवैश्वीकरणकाउपयोगकियाहै: संस्कृतियोंकोसमझना।अंतर्राष्ट्रीयसंबंधइसबातपरध्यानकेंद्रितकरतेहैंकिकैसेदेश, लोगऔरसंगठनबातचीतकरतेहैंऔरवैश्वीकरणअंतर्राष्ट्रीयसंबंधोंपरगहराप्रभावडालरहाहै। भौगोलिक, राजनीतिकऔरसांस्कृतिकसीमाओंकोहटाकरवैश्वीकरण, औरसमयऔरस्थानकेपाससेभी, व्यक्तियों, राष्ट्रों, राज्योंऔरयहांतककिसमाजोंकेसामाजिक-राजनीतिकढांचेकेदृष्टिकोण, व्यवहारऔरकार्रवाईकोबदलदियाहै।राजनीतिकेदायरेमें, वैश्वीकरणनेकईविकासपैदाकिएहैं, जिनमेंसेकुछइसप्रकारहैं; वैश्वीकरणऔरलोकतंत्र आर्थिकविकासकेप्रभावमेंएकनएप्रतिमानकेरूपमेंवैश्वीकरणकीघटनानेआधीसदीकेअतीतसेउत्कृष्टमानवसमाजोंकोबदलदियाहै। देरकेदशकोंमें, वैज्ञानिकऔरअकादमिकसमाज, विशेषरूपसेराजनीतिकविज्ञान, औरकुछअन्यमामलेजैसेराजनीतिकप्रणाली, राज्यऔरलोकतंत्र, वैश्वीकरणद्वारावैचारिकपुनर्परिभाषितकिएगएहैं।लोकतंत्रऔरवैश्वीकरणकेबारेमेंकुछमुख्यप्रश्नहैं: भूमंडलीकरणनेलोकतंत्रकेकिसरूपकोप्रभावितकिया? क्यालोकतंत्...

वैश्वीकरण के विभिन्न प्रभावों का विस्तार से वर्णन कीजिए।

(1) वैश्वीकरण के विभिन्न प्रभाव: वैश्वीकरण एक बहुआयामी अवधारणा है। इसके राजनीतिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक प्रभाव हैं जिनका वर्णन निम्नलिखित है (i) वैश्वीकरण के कारण बहुराष्ट्रीय निगमों के हस्तक्षेप से राज्य की स्थिति कमजोर हुई है। राज्यों के कार्य करने की क्षमता अर्थात् सरकारों को जो करना है उसे करने की ताकत में कमी आयी है। सम्पूर्ण विश्व में आज लोक कल्याणकारी राज्य का स्थान न्यूनतम हस्तक्षेप वाले राज्य ने ले लिया है। अब राज्य मुख्य कार्यों तक ही अपने को सीमित रखता है, जैसेकानून एवं व्यवस्था को बनाये रखना एवं अपने नागरिकों की सुरक्षा करना। इस प्रकार राज्य ने स्वयं को कई ऐसे लोक कल्याणकारी कार्यों से अलग कर लिया है जिसका लक्ष्य आर्थिक एवं सामाजिक कल्याण होता था। लोक कल्याणकारी राज्य के स्थान पर अब बाजार आर्थिक एवं सामाजिक प्राथमिकताओं का मुख्य निर्धारक है। (ii) कुछ विद्वानों के अनुसार वैश्वीकरण के चलते राज्य की शक्तियाँ कम नहीं हुई हैं। राजनीतिक समुदाय के आधार के रूप में राज्य की प्रधानता को कोई चुनौती नही मिली है। राज्य कानून एवं व्यवस्था, राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे अपने अनिवार्य कार्यों को पूरा कर रहे हैं एवं अपनी इच्छा से कई कार्यों से राज्य अपने आपको अलग कर रहे हैं। (iii) वैश्वीकरण के कारण राज्यों को आधुनिक प्रौद्योगिकी प्राप्त हुई है, जिसके बल पर राज्य अपने नागरिकों के बारे में सूचनाएँ जुटा सकते हैं। इन सूचनाओं के आधार पर राज्य अधिक कारगर ढंग से कार्य कर सकते हैं। उनकी कार्यक्षमता में वृद्धि हुई है। (2) वैश्वीकरण का आर्थिक प्रभाव- वैश्वीकरण का आर्थिक प्रभाव सबसे अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि आर्थिक आधार पर ही वैश्वीकरण की धारणा ने अधिक जोर पकड़ा है। आर्थिक वैश्वीकरण क...

वैश्वीकरण का प्रभाव

By Aug 7, 2020 वैश्वीकरणक्याहै? आपअभीइसपाठकोकैसेदेखरहेहैं? क्याआपअपनेलैपटॉप, याशायदटैबलेटयाअपनेसेलफोनपरहैं? जबडेलजैसीकंपनीकंप्यूटरकानिर्माणकररहीहै, तोकंप्यूटरकोभारत (एकविकासशीलदेश) मेंइकट्ठाकियाजासकताहै, हालांकिकुछजटिलहिस्सोंकोचीन (एकउभरताहुआदेश) मेंबनायागयाथा, जबकिसंयुक्तराज्यअमेरिकामेंअनुसंधानऔरविकासकियागयाथा (एकविकसितदेश)।यहसब देशोंकेबीचयात्रा, संचारऔरव्यापारआसानहोताजारहाहैऔरदुनियाकेसभीदेशोंकेबीचघनिष्ठआर्थिक, सांस्कृतिकऔरराजनीतिकसंबंधोंकाविकासहोताहै।वैश्वीकरणउनदेशोंपरअलग-अलगप्रभावडालताहैजोउसचरणपरनिर्भरकरतेहैंजहांउनकीअर्थव्यवस्थाएंहैं।इसपाठमें, हमविकासशीलऔरविकसितदेशोंपरवैश्वीकरणकेप्रभावकापतालगाएंगे। वैश्वीकरणव्यवसायप्रबंधनकोकंपनीकेलिएआसानऔरकुशलबनाताहै। मेरेशोधकेआधारपर, वैश्वीकरणदुनियामेंव्यापारप्रबंधनकोसरलबनाताहै।यहप्रौद्योगिकी, परिवहन, संचार, शिक्षाऔरव्यापारकेनियमोंकीप्रगतिकेकारणहैजोसभीपक्षोंकेलिएव्यापारनिष्पक्षबनाताहै।यहअंतर्राष्ट्रीयव्यापारऔरअंतर्राष्ट्रीयव्यापारमेंसंलग्नहोनेकेलिएऔरअधिकलोगोंकोआकर्षितकरताहै।उद्योगमेंउच्चप्रतिस्पर्धाकेकारणवैश्विकचुनौतियोंकासामनाकरनेवालेप्रबंधकोंकोअपनेग्राहकोंकोसंतुष्टकरनेऔरबनाएरखनेऔरअपनेउत्पादोंकेलिएअधिकग्राहकोंकोआकर्षितकरनेकेलिएअच्छेनिर्णयलेनेहोंगे।प्रबंधनमेंलागतमेंकमीकेकारणकंपनियांव्यापारमेंपैमानेकीअर्थव्यवस्थाओंकाआनंदलेतीहैं। यहरिपोर्टविभिन्नप्रकारकेइंटरलिंकिंगप्रश्नोंकीपड़तालकरतीहै, जोकिवैश्वीकरणकेसाथशुरूहोतेहैं, विकासशीलदेशोंऔरविकसितदेशोंमेंवैश्वीकरणकेप्रभावक्याहैं, यहसकारात्मकऔरनकारात्मकप्रभावोंकेसंदर्भमेंहै।वैश्वीकरणएकऐसीचीजहैजोहमसभीकोप्रभावितकरतीहै, चाहेहमारापेशायारुचिकोईभीहो। वैश्वीकरणएकबहुतव्यापकऔरचर्चाकाएकबहुतमहत्वपूर्णफोकसहै...