Valmiki ramayan ke anusar raja janak ke rajya ka naam kya tha

  1. रामायण: भरत का जीवन परिचय, Ramayan Mein Bharat Ka Jeevan Parichay
  2. Shri Ram Katha
  3. रामायण में कितने कांड है उनके नाम


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रामायण: भरत का जीवन परिचय, Ramayan Mein Bharat Ka Jeevan Parichay

त्रेता युग में जब भगवान विष्णु ने श्रीराम के रूप में राजा दशरथ के सबसे बड़े पुत्र के रूप में जन्म लिया तब उनके सुदर्शन चक्र ने उनके सौतेले भाई भरत (Bharat Ramayan In Hindi) के रूप में कैकेयी के गर्भ से जन्म लिया था। रामायण में भरत का चरित्र एक ऐसे आदर्श भाई (Ram Ke Bhai Bharat) के रूप में दिखाया गया हैं जिन्होंने अपने माथे पर अपनी माँ के द्वारा लगाए गए कलंक को मिटाने के अथक प्रयास किए थे। आज हम आपको भरत का संपूर्ण जीवन परिचय देंगे। रामायण में भरत का जीवन परिचय (Bharat Ramayan In Hindi) भरत का जन्म (Ramayan Bharat Ka Janam) राजा दशरथ की तीन रानियाँ थी जिनमे से उनकी दूसरी रानी कैकेयी (Ramayan Mein Bharat Ki Mata Ka Naam Kya Tha) थी जो कि कैकेय देश की राजकुमारी भी थी। उन्ही के गर्भ से भरत का जन्म हुआ। वे दशरथ के चार पुत्रों में दूसरे नंबर पर थे। उनके बड़े भाई कौशल्या पुत्र श्रीराम थे जबकि दो छोटे भाई सुमित्रानंदन लक्ष्मण व शत्रुघ्न थे। भरत की शिक्षा (Ramayan Bharat Ki Shiksha) जब सभी भाइयो की आयु शिक्षा ग्रहण के लिए हो गयी तब भरत अपने भाइयो के साथ महर्षि वशिष्ठ के गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण करने गए। वहां जाकर उन्होंने विधिवत रूप से शिक्षा ग्रहण की तथा उसके बाद पुनः अयोध्या लौट आए। भरत का विवाह (Ramayan Bharat Ka Vivah) अयोध्या लौटने के कुछ समय के पश्चात श्रीराम व लक्ष्मण ब्रह्मर्षि विश्वामित्र के साथ गए थे। उसके कुछ दिनों के बाद मिथिला से अयोध्या में सूचना आयी कि श्रीराम का माता सीता से विवाह हो चुका हैं। तब राजा दशरथ व राजा जनक ने अपने बाकि पुत्र-पुत्रियों का भी आपस में विवाह (Ramayan Bharat History In Hindi) करवाने का निर्णय किया। इसके फलस्वरूप भरत का विवाह माता सिता की चचेरी ब...

Shri Ram Katha

बालकाण्ड में प्रभु राम के जन्म से लेकर राम-विवाह तक के घटनाक्रम आते हैं। नीचे बालकाण्ड से जुड़े घटनाक्रमों की विषय सूची दी गई है। आप जिस भी घटना के बारे में पढ़ना चाहते हैं, उसकी लिंक पर क्लिक करें। • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • •

रामायण में कितने कांड है उनके नाम

• बालकांड • अयोध्याकांड • अरण्यकांड • किष्किन्धाकांड • सुन्दरकांड • लंकाकांड एवं • उतरकांड। रामायण के 7 कांड के नामइस प्रकार है - 1. बालकांड आगे के सागर में अयोध्या, राजा दशरथ एवं उनके शासन तथा नीति का वर्णन हैं।राजा दशरथ पुत्र-प्राप्तिे के निमित्त पुत्रोष्टि (यज्ञ) करते हैं तथा ऋष्यशृंग के द्वारा यज्ञ सम्पन्न होता है और राजा को चार पुत्र होते हैं। राजा की तीन पटरानियों मे से-कौशल्या से राम, कैकेयी से भरत एवं सुमित्रा से लक्ष्मण तथा शत्रुघ्न उत्पन्नहोते हैं। राम विश्वामित्र के यज्ञ में बाधा डालने वाले राक्षसों--ताड़का, मारीच तथा सुबाहु-का वध कर सिद्धाश्रम देखते हैं। बालकांड में बहुत-सी कथाओं का वर्णन है, जिन्हें विश्वामित्र ने राम को सुनाया है। विश्वामित्र के वंश का वर्णन तथा तत्संबंधी कथाएँ, गंगा एवं पार्वती की उत्पत्ति की कथा, कािर्त्तकेय का जन्म, राजा सगर एवं उनके साठ सहò पुत्रों की कथा, भगीरथ की कथा, दिति-अदिति की कथा तथा समुद्र-मंथन का वृत्तान्त, गौतम-अहल्या की कथा तथा राम के दर्शन से उसका उद्धार, वसिष्ठ एवं विश्वामित्र का संघर्ष. ित्राशंकु की कथा, राजा अम्बरीष की कथा, विश्वामित्र की तपस्या एवं मेनका द्वारा उनकी तपस्या भंग होना, विश्वामित्र का पुन: तपस्या में प्रवृत्त होना एवं ब्रह्मर्षि-पद की प्राप्ति, राम-लक्ष्मण का विश्वामित्र के साथ मिथिला में पधारना, सीता और उर्मिला की उत्पति का वर्णन, राम द्वारा शिव धनुष का तोड़ना एवं चारों भाइयों का विवाह। 2. अयोध्या कांडइसमें अधिकांश कथाएँ मानवीय हैं। राजा दशरथ द्वारा राम के राज्याभिषेक की चर्चा सुन कर कैकेयी की दासी मंथरा का कैकेयी को बहकाना, कैकेयी का कोपभवन में जाना और राजा के मनाने पर पूर्व प्राप्त दो वरदानों को मांगना, जि...