Vartaman mein sarvoch nyayalaya ke mukhya nyayadhish kaun hai

  1. भारत के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश कौन है?
  2. सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के लिए योग्यताएं? Sarvoch Nyayalaya Ke Nyayadhish Ke Liye Yogyata?
  3. सर्वोच्च न्यायालय के विषय में जानकारियाँ
  4. Supreme Court उच्चत्तम न्यायालय सर्वोच्च न्यायालय ( न्यायपालिका )
  5. सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की नियुक्ति कौन करता है?


Download: Vartaman mein sarvoch nyayalaya ke mukhya nyayadhish kaun hai
Size: 56.39 MB

भारत के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश कौन है?

Explanation : सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का नाम शरद अरविंद बोबडे है। उन्होंने 18 नवंबर, 2019 को भारत के 47वें मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India) के रूप में शपथ ली। उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनहोंने जस्टिस रंजन गोगोई (Ranjan Gogoi) की जगह ली जिनका कार्यकाल 17 नवंबर 2019 को समाप्त हो गया था। जस्टिस बोबडे महाराष्ट्र के एक प्रख्यात वकीलों के परिवार से आते हैं। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रहे बोबडे को अप्रैल 2013 में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। जस्टिस बोबडे 23 अप्रैल 2021 तक देश के सीजेआई के रूप में कार्य करेंगे। 24 अप्रैल, 1956 को नागपुर में जन्मे जस्टिस बोबडे ने अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद नागपुर विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की। उन्हें 1978 में बार काउंसिल ऑफ महाराष्ट्र के लिए नामांकित किया गया था और 1998 में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था। जस्टिस बोबड़े संवैधानिक, प्रशासनिक, कंपनी, पर्यावरण तथा निर्वाचन कानूनों के विशेषज्ञ हैं। Tags :

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के लिए योग्यताएं? Sarvoch Nyayalaya Ke Nyayadhish Ke Liye Yogyata?

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के लिए योग्यताएं निम्नलिखित है • वह भारत का नागरिकहै • वह किसी उच्च न्यायालय में लगातार कम से कम 5 वर्षों तक न्यायाधीश के रूप में कार्य कर चुके हो • वह किसी उच्च न्यायालय में लगातार 10 वर्षों तक अधिवक्ता रह चुके हो • वह राष्ट्रपति की दृष्टि में कानून का उच्च कोटि का ज्ञाता by Sanjeev kumar

सर्वोच्च न्यायालय के विषय में जानकारियाँ

संघात्मक शासन के अंतर्गत सर्वोच्च, स्वतंत्र और निष्पक्ष न्यायालय का होना आवश्यक बताया जाता है. भारत भी एक संघीय राज्य है और इसलिए यहाँ भी एक संघीय न्यायालय का प्रावधान है, जिसे सर्वोच्च न्यायालय कहते हैं. सर्वोच्च न्यायालय संविधान का व्याख्याता, अपील का अंतिम न्यायालय, नागरिकों के मूल अधिकारों का रक्षक, राष्ट्रपति का परामर्शदाता और संविधान का संरक्षक है. भारतीय न्यायव्यवस्था के शीर्ष पर सर्वोच्च न्यायालय है. उच्चतम न्यायालय 26 जनवरी, 1950 को अस्तित्व में आया और भारत के गणतंत्र बन्ने के दो दिन बाद यानी 28 जनवरी, 1950 को इसने काम करना प्रारंभ किया. सर्वोच्च न्यायालय का गठन (Composition of the Supreme Court) in Hindi संविधान के अनुसार भारत की शीर्ष न्यायपालिका यहाँ का सर्वोच्च न्यायालय है. एक मुख्य न्यायाधीश तथा अधिक-से-अधिक सात न्यायाधीश होते हैं. संसद् कानून द्वारा न्यायाधीशों की संख्या में परिवर्तन कर सकती है. न्यायाधीशों की संख्या में समय-समय पर बढ़ोतरी की जाती रही है. वर्ष 1956 में 11, 1960 में 14, 1978 में 18 तथा 1986 में 26 तक की वृद्धि कर दी गयी. वर्तमान समय में उच्चत्तम न्यायालय में एक मुख्य न्यायाधीश और 30 अन्य न्यायाधीश (कुल 31 न्यायाधीश) हैं. मुख्य न्यायाधीश और अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की योग्यताएँ (Eligibility) Supreme Court के न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति की पात्रता का वर्णन संविधान की धारा 124 में किया गया है. सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश वही व्यक्ति हो सकता है, जो – • भारत का नागरिक हो • कम-से-कम 5 वर्षों तक किसी उच्च न्यायालय का न्यायाधीश रह चुका हो • कम-से-कम 10 वर्षों तक किसी उच्च न्यायालय में वकालत कर चुका हो या • राष...

Supreme Court उच्चत्तम न्यायालय सर्वोच्च न्यायालय ( न्यायपालिका )

1.4 Supreme Court उच्चत्तम न्यायालय : Chief Justice of India List in Hindi Supreme Court उच्चत्तम न्यायालय : भारत मे सुप्रीम कोर्ट की स्थापना संविधान लागू के बाद हुई । 26 जनवरी 1950 संविधान लागू होने पर उच्चत्तम न्यायालय का गठन किया गया । सर्वोच्च न्यायालय के प्रथम मुख्य न्यायाधीश श्री हीरालाल जे कानिया थे । भारतीय संविधान मे न्यायिक प्रणाली इकहरी, एकीकृत व अविभाज्य है । देश मे न्यायपालिका के सर्वोच्च स्तर पर उच्चत्तम न्यायालय का गठन किया गया । • संविधान के अनुच्छेद 124 के अनुसार भारत मे उच्चत्तम न्यायालय की स्थापना व गठन । • अनुच्छेद 124 (1) के अनुसारभारत का एक उच्चत्तम न्यायालय होगा जो भारत के मुख्य न्यायाधीश और जब संसद विधि द्वारा अधिक संख्या नहीं करती है तब तक 7 से अनधिक न्यायाधीशों से मिलकर बनेगा । अगस्त 2019 से न्यायाधीशों की संख्या 34 कर दी गई । 1 मुख्य न्यायाधीश व 33 अन्य न्यायाधीश । • अनुच्छेद 124 (2) के अनुसारराष्ट्रपति उच्चत्तम न्यायालय के प्रत्येक न्यायाधीश की नियुक्ति करेगा और वह 65 वर्ष की आयु तक पद पर बना रहेगा । • संविधान के अनुच्छेद 124 (3) के अनुसार भारत के उच्चत्तम न्यायालय के न्यायाधीश की योग्यता • वह भारत का नागरिक हो । • किसी उच्च न्यायालय का या ऐसे दो या अधिक न्यायालयों का लगातार 5 वर्ष तक न्यायाधीश रहा हो । • किसी उच्च न्यायालय का या ऐसे दो या अधिक न्यायालयों का लगातार 10 वर्ष अधिवक्ता रहा हो । • राष्ट्रपति की राय मे पारंगत विधिवेता हो । • संविधान के अनुच्छेद 124 (4) के अनुसार उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश पर महाभियोग प्रक्रिया । • उच्चतम न्यायालय के किसी न्यायाधीश को उसके पद से तब तक नहीं हटाया जाएगा जब तक साबित कदाचार या असमर्थता के आधार पर ऐसे हटा...

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की नियुक्ति कौन करता है?

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति करता है। मुख्य-न्यायाधीश की नियुक्ति राष्ट्रपति अन्य न्यायाधीशों एवं उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों की सलाह के बाद करता है। मुख्य न्यायाधीश के अतिरिक्त अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति में मुख्य न्यायाधीश का परामर्श आवश्यक है। सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना, गठन, अधिकारिता, शक्तियों के विनियमन से सम्बन्धित विधि-निर्माण शक्ति भारतीय संसद को प्राप्त है। Tags : Explanation : भारत में वहाबी आंदोलन का महत्वपूर्ण केंद्र पटना था। वर्ष 1821 के आस-पास वहाबी आंदोलन की स्थापना का श्रेय भारत के सैयद अहमद राय बरेलवी को जाता है, जो कि शाह अब्दुल अजीज का शिष्य था। शाह अजीज सबसे बड़े पुत्र थे। इनके संपर्क में आने • भारत के संविधान में नीति निर्देशक सिद्धांत कहां से लिए गए हैं?