Vindhyachal chalisa lyrics

  1. विन्ध्येश्वरी चालीसा VINDHESHWARI CHALISA LYRICS Anuradha Paudwal
  2. विन्ध्येश्वरी चालीसा दुर्गा भजन Vindheshwari Chalisa Durga Hindi Bhajan Lyrics – Bhakti Gaane
  3. Vindhyachal Chalisa विन्ध्येश्वरी चालीसा
  4. Vindhyachal Chalisa Lyrics in Hindi and English विंध्याचल चालीसा गीत हिंदी और अंग्रेजी – Sanatan Group
  5. Vindheshwari Chalisa Lyrics
  6. Vindheshwari Chalisa
  7. Shri Vindhyeshwari Chalisa : श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा
  8. New Vindhyachal Chalisa Lyrics in Hindi & English 2023
  9. श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा, Shree Vindheshwari Chalisa Lyrics in Hindi


Download: Vindhyachal chalisa lyrics
Size: 54.52 MB

विन्ध्येश्वरी चालीसा VINDHESHWARI CHALISA LYRICS Anuradha Paudwal

नमो नमो विन्ध्येश्वरी, नमो नमो जगदम्ब सन्तजनों के काज में करती नहीं विलम्ब जय जय जय विन्ध्याचल रानी आदि शक्ति जगबिदित भवानी (जय जय जय विन्ध्याचल रानी आदि शक्ति जगबिदित भवानी) सिंह वाहिनी जय जगमाता जय जय जय त्रिभुवन सुखदाता कष्ट निवारिनि जय जग देवी जय जय संत असुर सुरसेवी (कष्ट निवारिनि जय जग देवी जय जय संत असुर सुरसेवी) महिमा अमित अपार तुम्हारी सेष सहस मुख बरनत हारी दीनन के दु:ख हरत भवानी नहिं देख्यो तुम सम कोउ दानी (दीनन के दु:ख हरत भवानी नहिं देख्यो तुम सम कोउ दानी) सब कर मनसा पुरवत माता महिमा अमित जगत विख्याता जो जन ध्यान तुम्हारो लावे सो तुरतहिं वांछित फल पावे (जो जन ध्यान तुम्हारो लावे सो तुरतहिं वांछित फल पावे) तू ही वैस्नवी तू ही रुद्रानी तू ही शारदा अरु ब्रह्मानी रमा राधिका स्यामा काली तू ही मात संतन प्रतिपाली (रमा राधिका स्यामा काली तू ही मात संतन प्रतिपाली) उमा माधवी चंडी ज्वाला बेगि मोहि पर हो दयाला तुम ही हिंगलाज महरानी तुम ही शीतला अरु बिज्ञानी (तुम ही हिंगलाज महरानी तुम ही शीतला अरु बिज्ञानी) दुर्गा दुर्ग बिनासिनि माता तुम्हीं लक्ष्मी जग सुख दाता तुम ही जाह्नवी अरु इन्द्राणी हेमावती अंबे निरबानी (तुम ही जाह्नवी अरु इन्द्राणी हेमावती अंबे निरबानी) अष्टभुजा बाराहिनि देवा करत विष्णु शिव जाकर सेवा चौसट्टी देवी कल्याणी गौरि मंगला सब गुन खानी (चौसट्टी देवी कल्याणी गौरि मंगला सब गुन खानी) पाटन मुंबा दंत कुमारी भद्रकाली सुन विनय हमारी बज्रधारिनी सोक नासिनी आयु रच्छिनी विन्ध्यवासिनी (बज्रधारिनी सोक नासिनी आयु रच्छिनी विन्ध्यवासिनी) जया और विजया बैताली मातु संकटी अरु बिकराली नाम अनंत तुम्हार भवानी बरनै किमि मानुष अज्ञानी (नाम अनंत तुम्हार भवानी बरनै किमि मानुष अज्ञानी) ...

विन्ध्येश्वरी चालीसा दुर्गा भजन Vindheshwari Chalisa Durga Hindi Bhajan Lyrics – Bhakti Gaane

Vindheshwari Chalisa Durga Hindi Bhajan Lyrics -HD Video Download Namo Namo Vindhyeshwari Namo Namo Jagdamb Sant Jano Ke Kaaj Mein Karti Nahi Vilamb Jai Jai Jai Vindhyachal Rani Aadi Shakti Jagvidit Bhawani Sinhvahini Jai Jagmata Jai Jai Jai Tribhuvan Sukhdata Kasht Nivarini Jai Jag Devi Jai Jai Sant Asur Sursevi Mahima Amit Apar Tumhari Sesh Sahas Mukh Barnat Hari Deenan Ke Dukh Harat Bhawani Nahi Dekhyo Tum Sam Kou Dani Sab Kar Mansa Purvat Mata Mahima Amit Jagat Vikhyata Jo Jan Dhyan Tumharo Lave So Turatihin Vanchhit Phal Pave Tu Hi Vaishnavi Tu Hi Rudrani Tu Hi Sharda Aru Brahmani Rama Radhika Syama Kali Tu Hi Maat Tu Santan Pratipali Uma Madhvi Chandi Jwala Begi Mohi Par Hohu Dayala Tum Hi Hinglaj Maharani Tum Hi Sheetala Aru Bigyani Durga Durg Binasini Mata Tumhi Lakshmi Jag Sukh Data Tu Hi Janhavi Aru Unnani Hemavati Ambe Nirbani Ashtabhuji Barahini Deva Karat Vishnu Shiv Jakar Seva Chausatti Devi Kalyani Gauri Mangala Sab Gun Khani Patan Mumba Dant Kumari Bhadrakali Sun Vinay Hamari Bajradharini Sok Nasini Aayu Rakchhani Vindyavasini Jaya Aur Vijaya Vaitali Matu Sankati Aru Bikarali Naam Anant Tumhar Bhawani Barnanai Kimi Manush Agyani Japar Kripa Matu Tav Hoi To Woh Kare Chahe Mann Joi Kripa Karahu Mopar Maharani Siddh Kariye Ab Yeh Mam Bani Jo Nar Dhare Matu Kar Dhyana Takar Sada Hoye Kalyana Jo Devi Ka Jaap Karvave Jo Nar Kah Rin Hoye Aapara So Nar Path Kare Satbara Nischay Rinmochan Hoi Jai Jo Nar Path Kare Mann Lai Astuti Jo Nar Padhe Padhave Ya Jag Mein So A...

Vindhyachal Chalisa विन्ध्येश्वरी चालीसा

नमस्कार दोस्तों आज हम विन्ध्येश्वरी चालीसा ( Vindhyachal Chalisa) का पाठ करेंगे । विंध्याचल चालीसा लिरिक्स पढ़ने के लिए आप नीचे देखिये वहां Vindhyachal Chalisa lyrics in hindi में दी गयी है । विन्ध्येश्वरी माँ की उपासना के लिए विन्ध्याचल तीर्थ यात्रा एक महत्वपूर्ण त्योहार होता है और इसे धार्मिक तथा सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत महत्व दिया जाता है। विन्ध्येश्वरी माँ को सभी देवी-देवताओं की रानी माना जाता है और उनकी उपासना से मनुष्य को भगवती के दर्शन एवं कृपा प्राप्त होती हैं। उन्हें शक्ति देवी का भी रूप माना जाता है और इन्हें शक्ति के प्रतीक माना जाता है। विन्ध्येश्वरी माँ की उपासना हिंदू धर्म में बहुत प्रचलित है और इसे अधिकतर उत्तर भारत के लोग करते हैं। उन्हें सफेद वस्त्र धारण कर अलंकृत किया जाता है और उनकी पूजा में लाल फूलों का उपयोग किया जाता है। श्री माँ विन्ध्येश्वरी, भारतीय धर्म में देवी दुर्गा के रूप में पूजी जाने वाली एक प्रमुख देवी हैं। वे विन्ध्याचल पर्वत के शीर्ष पर विराजमान हैं। इन्हें विन्ध्येश्वरी भी कहते हैं। 5. विन्धेश्वरी चालीसा के लाभ दोहा नमो नमो विन्ध्येश्वरी, नमो नमो जगदम्ब । सन्तजनों के काज में, करती नहीं विलम्ब ॥ चौपाई जय जय जय विन्ध्याचल रानी। आदिशक्ति जगविदित भवानी ॥ सिंहवाहिनी जै जगमाता । जै जै जै त्रिभुवन सुखदाता ॥ कष्ट निवारण जै जगदेवी । जै जै सन्त असुर सुर सेवी ॥ महिमा अमित अपार तुम्हारी । शेष सहस मुख वर्णत हारी ॥ दीनन को दु:ख हरत भवानी । नहिं देखो तुम सम कोउ दानी ॥ सब कर मनसा पुरवत माता । महिमा अमित जगत विख्याता ॥ जो जन ध्यान तुम्हारो लावै । सो तुरतहि वांछित फल पावै ॥ तुम्हीं वैष्णवी तुम्हीं रुद्रानी । तुम्हीं शारदा अरु ब्रह्मानी ॥ रमा राधिका श्यामा ...

Vindhyachal Chalisa Lyrics in Hindi and English विंध्याचल चालीसा गीत हिंदी और अंग्रेजी – Sanatan Group

॥ दोहा ॥ नमो नमो विन्ध्येश्वरी, नमो नमो जगदम्ब । सन्तजनों के काज में, करती नहीं विलम्ब ॥ जय जय जय विन्ध्याचल रानी। आदिशक्ति जगविदित भवानी ॥ सिंहवाहिनी जै जगमाता । जै जै जै त्रिभुवन सुखदाता ॥ कष्ट निवारण जै जगदेवी । जै जै सन्त असुर सुर सेवी ॥ महिमा अमित अपार तुम्हारी । शेष सहस मुख वर्णत हारी ॥ दीनन को दु:ख हरत भवानी । नहिं देखो तुम सम कोउ दानी ॥ सब कर मनसा पुरवत माता । महिमा अमित जगत विख्याता ॥ जो जन ध्यान तुम्हारो लावै । सो तुरतहि वांछित फल पावै ॥ तुम्हीं वैष्णवी तुम्हीं रुद्रानी । तुम्हीं शारदा अरु ब्रह्मानी ॥ रमा राधिका श्यामा काली । तुम्हीं मातु सन्तन प्रतिपाली ॥ उमा माध्वी चण्डी ज्वाला । वेगि मोहि पर होहु दयाला ॥ तुम्हीं हिंगलाज महारानी । तुम्हीं शीतला अरु विज्ञानी ॥ दुर्गा दुर्ग विनाशिनी माता । तुम्हीं लक्ष्मी जग सुख दाता ॥ तुम्हीं जाह्नवी अरु रुद्रानी । हे मावती अम्ब निर्वानी ॥ अष्टभुजी वाराहिनि देवा । करत विष्णु शिव जाकर सेवा ॥ चौंसट्ठी देवी कल्यानी । गौरि मंगला सब गुनखानी ॥ पाटन मुम्बादन्त कुमारी । भाद्रिकालि सुनि विनय हमारी ॥ बज्रधारिणी शोक नाशिनी । आयु रक्षिनी विन्ध्यवासिनी ॥ जया और विजया वैताली । मातु सुगन्धा अरु विकराली ॥ नाम अनन्त तुम्हारि भवानी । वरनै किमि मानुष अज्ञानी ॥ जापर कृपा मातु तब होई । जो वह करै चाहे मन जोई ॥ कृपा करहु मोपर महारानी । सिद्ध करहु अम्बे मम बानी ॥ जो नर धरै मातु कर ध्याना । ताकर सदा होय कल्याना ॥ विपति ताहि सपनेहु नाहिं आवै । जो देवीकर जाप करावै ॥ जो नर कहँ ऋण होय अपारा । सो नर पाठ करै शत बारा ॥ निश्चय ऋण मोचन होई जाई । जो नर पाठ करै चित लाई ॥ अस्तुति जो नर पढ़े पढ़अवे । या जग में सो बहु सुख पावे ॥ जाको व्याधि सतावे भाई । जाप करत सब दूर...

Vindheshwari Chalisa Lyrics

।। श्री विंधेश्वरी चालीसा ।। जय जय जय विन्ध्याचल रानी, आदिशक्ति जगविदित भवानी । सिंहवाहिनी जै जगमाता, जय जय जय त्रिभुवन सुखदाता । कष्ट निवारण जय जगदेवी, जय जय सन्त असुर सुर सेवी । महिमा अमित अपार तुम्हारी, शेष सहस मुख वर्णत हारी । दीनन को दु:ख हरत भवानी, नहिं देखो तुम सम कोउ दानी । सब कर मनसा पुरवत माता, महिमा अमित जगत विख्याता । जो जन ध्यान तुम्हारो लावै, सो तुरतहि वांछित फल पावै । तुम्हीं वैष्णवी तुम्हीं रुद्रानी, तुम्हीं शारदा अरु ब्रह्मानी । रमा राधिका श्यामा काली, तुम्हीं मातु सन्तन प्रतिपाली । उमा माध्वी चण्डी ज्वाला, वेगि मोहि पर होहु दयाला । तुम्हीं हिंगलाज महारानी, तुम्हीं शीतला अरु विज्ञानी । दुर्गा दुर्ग विनाशिनी माता, तुम्हीं लक्ष्मी जग सुख दाता । तुम्हीं जाह्नवी अरु रुद्रानी, हे मावती अम्ब निर्वानी । अष्टभुजी वाराहिनि देवा, करत विष्णु शिव जाकर सेवा । चौंसट्ठी देवी कल्यानी, गौरि मंगला सब गुनखानी । पाटन मुम्बादन्त कुमारी, भाद्रिकालि सुनि विनय हमारी । बज्रधारिणी शोक नाशिनी, आयु रक्षिनी विन्ध्यवासिनी । जया और विजया वैताली, मातु सुगन्धा अरु विकराली । नाम अनन्त तुम्हारि भवानी, वरनै किमि मानुष अज्ञानी । जापर कृपा मातु तब होई, जो वह करै चाहे मन जोई । कृपा करहु मोपर महारानी, सिद्ध करहु अम्बे मम बानी । जो नर धरै मातु कर ध्याना, ताकर सदा होय कल्याना । विपति ताहि सपनेहु नाहिं आवै, जो देवीकर जाप करावै । जो नर कहँ ऋण होय अपारा, सो नर पाठ करै शत बारा । निश्चय ऋण मोचन होई जाई, जो नर पाठ करै चित लाई । अस्तुति जो नर पढ़े पढ़अवे, या जग में सो बहु सुख पावे । जाको व्याधि सतावे भाई, जाप करत सब दूर पराई । जो नर अति बन्दी महँ होई, बार हजार पाठ करि सोई । निश्चय बन्दी ते छुट जाई, सत्य ...

Vindheshwari Chalisa

Vindheshwari Chalisa in Hindi Lyrics नमो नमो विध्येश्वरी , नमो जगदम्बा सन्तजनों के काज में करती नहीं विलम्ब ॥ जय जय जय विन्ध्याचल रानी। आदि शक्ति जगबिदित भवानी॥ सिंह वाहिनी जय जगमाता। जय जय जय त्रिभुवन सुखदाता॥ कष्ट निवारिनि जय जग देवी। जय जय संत असुर सुरसेवी॥ महिमा अमित अपार तुम्हारी। सेष सहस मुख बरनत हारी॥ दीनन के दु: ख हरत भवानी। नहिं देख्यो तुम सम कोउ दानी॥ सब कर मनसा पुरवत माता। महिमा अमित जगत विख्याता॥ जो जन ध्यान तुम्हारो लावे। सो तुरतहिं वांछित फल पावे॥ तू ही वैस्नवी तू ही रुद्रानी। तू ही शारदा अरु ब्रह्मानी॥ रमा राधिका स्यामा काली। तू ही मात संतन प्रतिपाली॥ उमा माधवी चंडी ज्वाला। बेगि मोहि पर होहु दयाला॥ तुम ही हिंगलाज महरानी। तुम ही शीतला अरु बिज्ञानी॥ तुम्हीं लक्ष्मी जग सुख दाता। दुर्गा दुर्ग बिनासिनि माता॥ तुम ही जाह्नवी अरु उन्नानी। हेमावती अंबे निरबानी॥ अष्टभुजी बाराहिनि देवा। करत विष्णु शिव जाकर सेवा॥ चौसट्टी देवी कल्याणी। गौरि मंगला सब गुन खानी॥ पाटन मुंबा दंत कुमारी। भद्रकाली सुन विनय हमारी॥ बज्रधारिनी सोक नासिनी। आयु रच्छिनी विन्ध्यवासिनी॥ जया और विजया बैताली। मातु संकटी अरु बिकराली॥ नाम अनंत तुम्हार भवानी। बरनै किमि मानुष अज्ञानी॥ जापर कृपा मातु तव होई। तो वह करै चहै मन जोई॥ कृपा करहु मोपर महारानी। सिध करिये अब यह मम बानी॥ जो नर धरै मातु कर ध्याना। ताकर सदा होय कल्याणा॥ बिपत्ति ताहि सपनेहु नहि आवै। जो देवी का जाप करावै॥ जो नर कहे रिन होय अपारा। सो नर पाठ करे सतबारा॥ नि: चय रिनमोचन होई जाई। जो नर पाठ करे मन लाई॥ अस्तुति जो नर पढै पढावै। या जग में सो बहु सुख पावै॥ जाको ब्याधि सतावै भाई। जाप करत सब दूर पराई॥ जो नर अति बंदी महँ होई। बार हजार पाठ कर सोई॥ नि: ...

Shri Vindhyeshwari Chalisa : श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा

Vindhyeshwari devi is very famous goddess in Hindus. Goddess is worshiped by people for better health and wealth. Famous temple of goddess is located over vindhyachal mountain range so name of goddess is Vindhyeshwari. She is incarnation of maa Bhagvati over this earth. People goes to her temple and worship there for all well in their life. सिंहवाहिनी जय जग माता, जय जय त्रिभुवन सुखदाता। कष्ट निवारिणी जै जै देवी | जै जै जै असुरासुर सेवी || महिमा अमित अपार तुम्हारी | शश साहस मुख वरण हारि || दिनांन के दुख हरत भवानी | नहीं देखियो तुम सं कोई दानी || सब कर मनसा पुअवत माता | महिमा अमित जगत विखयाता || जो जान धयन तुम्हरो लगवे | सो तुरतहि वंचित फल पावे || तू ही वैष्णवी तू ही रूद्राणी | तू ही शरदा आरू भारहिणी || रमा राधिका शायमा काली | तू ही मत सन्तान प्रतिपाला || उऊंा माधवी चांडी जुआला | वागी मोहि पर होहु दयाला || तू ही हिंगलाज महारानी | तू ही शीतला आरू विज्ञानी || दुर्गा दुर्ग विनाशानी माता | तू ही लक्ष्मी जग सुखदाता || तू ही जाह्नवी आरू उतराणी| हेमावती अम्बे निवारिणी || आष्टबूजी वराहिणि देवी | करत विष्णु शिव जाकर सेवी || छोहष्टि देवी कल्याणी | गोरी मंगला सब गुऊन्खहानी || पतन मुंबा दांत कुमारी | भरदकाली सुन विनय हमारी || विजधारिणी शोख नाशिनी | आयु रख्शिनी विंध्यवासिनी || जया और विजया भेताली | मातु सुगंदा आरू विकरली || नाम अनन्त तुम्हार भवानी | भरने किमी मानुषय अज्ञानी || जा पर कृपा मातु तव होये | तो वह करे चाहे माआं जोइ || कृपा करहु मो पर महारानी | सीधी करये अम्बे मॅम बनी || जो नर्द हारे मातु कर दयाना | तकर सदा होये कल्याना || विपति ताहि सपनेहु नहीं आवे | जो देवी का जाप करावे || जो...

New Vindhyachal Chalisa Lyrics in Hindi & English 2023

Read Time:7 Minute, 13 Second The Vindhyachal Chalisa is a devotional hymn dedicated to the goddess The hymn begins with a Doha or couplet invoking the goddess and seeking her blessings. The following forty verses describe the various qualities and attributes of the goddess and extol her power and glory. The Chalisa also mentions various forms of the goddess, such as Uma, Madhavi, Chandika, and Hemavati, and describes her as the protector of the Vindhyachal. Chanting the Vindhyachal Chalisa is believed to bring peace, prosperity, and spiritual upliftment to the devotee and is often performed during festivals and auspicious occasions. The Vindhyachal Chalisa is a Hindu devotional hymn dedicated to the goddess Vindhyavasini, also known as Vindhyeshwari or Jagdamba. The Chalisa consists of forty verses and is believed to have originated in the The hymn begins with the devotee offering salutations to the goddess and acknowledging her as the supreme power. Then, it describes the goddess’s various forms and divine attributes. It also highlights the multiple benefits of reciting the Chalisa, such as attaining worldly and spiritual success, freedom from afflictions, and fulfilling desires. The Vindhyachal Chalisa is considered a powerful tool for invoking the blessings of the goddess and is often recited by devotees during special occasions and festivals. It is believed that reciting the Chalisa with devotion and sincerity can bring about positive changes in one’s life and lead to...

श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा, Shree Vindheshwari Chalisa Lyrics in Hindi

Vindheshwari Chalisa Lyrics in Hindi : यहाँ पर श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा लिरिक्स हिंदी और इंग्लिश में पीडीएफ के साथ दिया गया हैं. जिसे आप डाउनलोड कर सकते हैं. श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा, Shree Vindheshwari Chalisa ॥ दोहा ॥ नमो नमो विन्ध्येश्वरी, नमो नमो जगदम्ब । सन्तजनों के काज में, करती नहीं विलम्ब ॥ || चौपाई || जय जय जय विन्ध्याचल रानी। आदिशक्ति जगविदित भवानी ॥ सिंहवाहिनी जै जगमाता । जै जै जै त्रिभुवन सुखदाता ॥ कष्ट निवारण जै जगदेवी । जै जै सन्त असुर सुर सेवी ॥ महिमा अमित अपार तुम्हारी । शेष सहस मुख वर्णत हारी ॥ दीनन को दु:ख हरत भवानी । नहिं देखो तुम सम कोउ दानी ॥ सब कर मनसा पुरवत माता । महिमा अमित जगत विख्याता ॥ जो जन ध्यान तुम्हारो लावै । सो तुरतहि वांछित फल पावै ॥ तुम्हीं वैष्णवी तुम्हीं रुद्रानी । तुम्हीं शारदा अरु ब्रह्मानी ॥ रमा राधिका श्यामा काली । तुम्हीं मातु सन्तन प्रतिपाली ॥ उमा माध्वी चण्डी ज्वाला । वेगि मोहि पर होहु दयाला ॥ 10 तुम्हीं हिंगलाज महारानी । तुम्हीं शीतला अरु विज्ञानी ॥ दुर्गा दुर्ग विनाशिनी माता । तुम्हीं लक्ष्मी जग सुख दाता ॥ तुम्हीं जाह्नवी अरु रुद्रानी । हे मावती अम्ब निर्वानी ॥ अष्टभुजी वाराहिनि देवा । करत विष्णु शिव जाकर सेवा ॥ चौंसट्ठी देवी कल्यानी । गौरि मंगला सब गुनखानी ॥ पाटन मुम्बादन्त कुमारी । भाद्रिकालि सुनि विनय हमारी ॥ बज्रधारिणी शोक नाशिनी । आयु रक्षिनी विन्ध्यवासिनी ॥ जया और विजया वैताली । मातु सुगन्धा अरु विकराली ॥ नाम अनन्त तुम्हारि भवानी । वरनै किमि मानुष अज्ञानी ॥ जापर कृपा मातु तब होई । जो वह करै चाहे मन जोई ॥ 20 कृपा करहु मोपर महारानी । सिद्ध करहु अम्बे मम बानी ॥ जो नर धरै मातु कर ध्याना । ताकर सदा होय कल्याना ॥ विपति ताहि सप...