विश्व की सबसे बड़ी जयंती 2023

  1. झूलेलाल जयंती… विश्व की सबसे बड़ी भगवान झूलेलाल की मूर्ति है छत्तीसगढ़ में…
  2. Republic Day 2023 President Droupadi Murmu Full Speech Text Indian Economy, COVID 19 Pandemic Effects In Address Nation
  3. World Blood Donor Day 2023 Date, Significance, History and Theme
  4. cm shivraj bhumipujan 108 feet world biggest bhagwan parshuram statue harihar tirth katni vijayraghavgarh
  5. विश्व की सबसे बड़ी जयंती
  6. विश्व जनसंख्या 8 अरब पहुंची, 2023 तक सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा भारत


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झूलेलाल जयंती… विश्व की सबसे बड़ी भगवान झूलेलाल की मूर्ति है छत्तीसगढ़ में…

रायपुर। सिंधी समाज के इष्टदेव भगवान झूलेलाल की न्यू राजेंद्र नगर केनाल रोड रायपुर में विश्व की सबसे बड़ी 56 फीट प्रतिमा का निर्माण सिंधी समाज द्वारा कराया गया है. विश्व के अनेक देशों में सिंधी समाज के लोग निवासरत हैं, लेकिन कहीं भी इतनी ऊंची प्रतिमा नहीं है. हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया चेटीचंड और झूलेलाल जयंती मनाई जाती है. ये दिन सिंधी समाज के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि इस दिन से ही सिंधी हिंदूओं का नया साल शुरू होता है. चेटीचंड के दिन सिंधी समुदाय के लोग भगवान झूलेलाल की श्रद्धा भाव से पूजा करते हैं. मान्यताओं के अनुसार संत झूलेलाल वरुण देव के अवतार माने जाते हैं. चेटी चण्ड मूहूर्त – शाम 06 बजकर 32 – रात 07 बजकर 14 (अवधि 42 मिनट) चेटीचंड पर्व का महत्व चैत्र मास को सिंधी में चेट कहा जाता है और चांद को चण्ड, इसलिए चेट्री चंद्र का अर्थ हुआ चैत्र का चांद. चेटी चंड को अवतारी युगपुरुष भगवान झूलेलाल के जन्म दिवस के रूप में जाना जाता है. भगवान झूलेलालजी को जल और ज्योति का अवतार माना गया है. कहते हैं प्राचीन काल में जब सिंधी समाज के लोग जलमार्ग से यात्रा करते थे. ऐसे में वे अपनी यात्रा को सकुशल बनाने के लिए जल देवता झूलेलाल से प्रार्थना करते थे और यात्रा सफल होने पर भगवान झूलेलाल का आभार व्यक्त किया जाता था. इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए चेटीचंड का त्योहार माना जाता है. मान्यता भगवान झूलेलाल की पूजा से व्यक्ति की हर बाधा दूर होती है और व्यापार-नौकरी में तरक्की के राह आसान होती है. नवीनतम खबरें – • • • • • इसे भी पढ़ें – • गढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक • मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें • उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें • • • लल्लू...

Republic Day 2023 President Droupadi Murmu Full Speech Text Indian Economy, COVID 19 Pandemic Effects In Address Nation

Draupadi Murmu Full Speech: देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के लोगों को संबोधित किया. उन्होंने इस दौरान संविधान, महिला, सैनिक और जी-20 से लेकर हर मुद्दे पर भाषण दिया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि देश और विदेश में रहने वाले आप सभी भारत के लोगों को, मैं हार्दिक बधाई देती हूं. संविधान के लागू होने के दिन से लेकर आज तक हमारी यात्रा अद्भुत रही है और इससे कई अन्य देशों को प्रेरणा मिली है. प्रत्येक नागरिक को भारत की गौरव-गाथा पर गर्व का अनुभव होता है. जब हम गणतंत्र दिवस मनाते हैं, तब एक राष्ट्र के रूप में हमने मिल-जुल कर जो उपलब्धियां प्राप्त की हैं, उनका हम उत्सव मनाते हैं. 'लोकतंत्र की जननी कहा जाता है' राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारत, विश्व की सबसे पुरानी जीवंत सभ्यताओं में से एक है. भारत को लोकतंत्र की जननी कहा जाता है. फिर भी, हमारा आधुनिक गणतंत्र युवा है. स्वतंत्रता के प्रारंभिक वर्षों में, हमें अनगिनत चुनौतियों और प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ा. लंबे विदेशी शासन के अनेक बुरे परिणामों में से दो कुप्रभाव थे - भयंकर गरीबी और निरक्षरता. फिर भी, भारत अविचलित रहा. भारत का सार तत्व क्या है? प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आशा और विश्वास के साथ, हमने मानव जाति के इतिहास में एक अनूठा प्रयोग शुरू किया. इतनी बड़ी संख्‍या में इतनी विविधताओं से भरा जन-समुदाय - एक लोकतंत्र के रूप में एकजुट नहीं हुआ था. ऐसा हमने इस विश्वास के साथ किया कि हम सब एक ही हैं, और हम सभी भारतीय हैं. इतने सारे पंथों और इतनी सारी भाषाओं ने हमें विभाजित नहीं किया है बल्कि हमें जोड़ा है. इसलिए हम एक लोकतांत्रिक गणतंत्र के रूप में सफल हुए हैं...

World Blood Donor Day 2023 Date, Significance, History and Theme

World Blood Donor Day 2023: खून की एक बूंद किसी की जिंदगी बचा सकती है। खून के बिना बॉडी मांस और हड्डियों से बना सिर्फ एक कंकाल रह जाता है। देश और दुनिया में हजारों लोग खून की कमी के कारण अपनी जान गवां देते हैं। जरूरतमंद को समय पर अगर खून मिल जाए तो किसी की जान को बचाया जा सकता है। हर दिन हजारों लोग सड़क दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं और उनका सारा खून बह जाता है, ऐसे मरीजों को अगर समय पर इलाज नहीं मिले और बॉडी में खून की कमी पूरी नहीं हो तो उनकी जान भी जा सकती है। लोगों में रक्तदान करने के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है। ब्लड डोनेशन एक दर्द रहित क्रिया है जो किसी जरूरतमंद की जिंदगी बचा सकती है। विश्व भर में इस दिन को मनाने का मकसद सभी को रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि अधिक लोगों की जान बचाई जा सके। विश्व रक्तदाता दिवस 2023 थीम: (World Blood Donor Day 2023 Theme) विश्व रक्तदाता दिवस 2023 एक खास स्लोगन के साथ मनाया जा रहा है। खून दो, प्लाज्मा दो, जीवन साझा करो, अक्सर साझा करो”(Give blood, give plasma, share life, share often) के नारे के तहत मनाया जाएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि इस वर्ष की थीम का जोर जीवन बचाने के लिए प्लाज्मा और रक्त देने के विचार का व्यापक प्रसार करना है। 2023 में विश्व रक्तदाता दिवस की थीम जीवन बचाने में लोगों के महत्व पर जोर देती है। विश्व रक्तदाता दिवस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन हर साल एक नई थीम जारी करता है। दुनिया भर में संगठनों द्वारा होस्ट किए जाने वाले उत्सव और कार्यक्रम एक ही विषय पर केंद्रित होते हैं। विश्व रक्तदाता दिवस 2023 महत्व: दुनिया भर में जीवन बचाने के लिए रक्तदान ...

cm shivraj bhumipujan 108 feet world biggest bhagwan parshuram statue harihar tirth katni vijayraghavgarh

cm shivraj bhumipujan 108 feet world biggest bhagwan parshuram statue harihar tirth katni vijayraghavgarh | Hindi News, MP News: हरिहर तीर्थ में बनेगी दुनिया की सबसे बड़ी परशुराम मूर्ति, ब्राह्मण वर्ग को साधने में जुटे CM शिवराज MP News: हरिहर तीर्थ में बनेगी दुनिया की सबसे बड़ी परशुराम मूर्ति, ब्राह्मण वर्ग को साधने में जुटे CM शिवराज कटनी/नितिन चावरे: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अब शिवराज सरकार ने प्रदेश में ब्राह्मण वर्ग पर फोकस करना शुरू कर दिया है. राज्य की महिलाओं, युवाओं, आदिवासियों, राजपूतों के बाद अब ब्राह्मण वर्ग को बड़ी सौगात मिलने वाली है. CM शिवराज आज कटनी जिले के विजयराघवगढ़ स्थित हरिहर तीर्थ धाम में विश्व की सबसे बड़ी भगवान परशुराम की मूर्ति के लिए भूमि पूजन करेंगे. इस दौरान कई साधु-संत और मंत्री मौके पर मौजूद रहेंगे. 108 फीट ऊंची मूर्ति विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक ने बताया कि हरिहर तीर्थ में 108 फीट की भगवान परशुराम की अष्टधातु से निर्मित मूर्ति की स्थापना की जाएगी, जो विश्व की सबसे बड़ी भगवान परशुराम की मूर्ति है. भूमि पूजन के मौके पर देश के कई जाने-माने साधु और संत शामिल होंगे. इसके अलावा मौके पर BJP प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, कटनी के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा सहित कई नेता भी शामिल होंगे. निकाली जाएगी विशाल कलश यात्रा आज भूमिपूजन के मौके पर 51 हजार कलशों के साथ विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी. इसके जरिए भूमिपूजन होगा. साथ ही तीन दिवसीय राम कथा का आयोजन किया जाएगा, जिसे जगत गुरु रामभद्राचार्य सुनाएंगे. ये भी पढ़ें- MP News: महिलाओं के लिए बड़ी खुशखबरी, 21 साल की उम्र से हर महीने मिलेंगे 3 हजार रुपए! ये साधु-संत होंगे शामिल भूमि पूजन और राम कथा ...

विश्व की सबसे बड़ी जयंती

हर साल 14 अप्रैल को उनकी जयंती बड़े हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाई जाती हैं। गूगल सर्च इंजन के मुताबिक सैकड़ों देशों और करोड़ों अंबेडकरवादी अनुयायियों के द्वारा मनाई जाने वाली अंबेडकर जयंती विश्व की सबसे बड़ी जयंती मानी जाती हैं। पूरे भारत भर में गाँव, नगर तथा छोटे-बड़े शहरों में जुनून के साथ आंबेडकर जयन्ती मनायी जाती है। महाराष्ट्र में आंबेडकर जयन्ती बडे पैमाने पर मनाई जाती है। देशभर में 14 अप्रैल को मनाई जाने वाली डॉ अंबेडकर जयंती दुनिया की सबसे बड़ी जयंती है. डॉ बीआर अम्बेडकर की जन्म तिथि क्या है? डॉ बीआर अंबेडकर की जन्मतिथि 14 अप्रैल 1891 है। भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने में उनके योगदान को श्रद्धांजलि देने के लिए देश भर में अंबेडकर जयंती मनाई जाती है।

विश्व जनसंख्या 8 अरब पहुंची, 2023 तक सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा भारत

नई दिल्ली: हमारा ग्रह अब 8 अरब लोगों का घर है. 15 नवंबर, 2022 इतिहास में दर्ज किया जाएगा, क्योंकि वैश्विक आबादी 8 अरब तक पहुंच गई है, जो पब्लिक हेल्‍थ में बड़े सुधारों का संकेत है, जिसने मरने के जोखिम को कम किया है और जीवन प्रत्याशा में वृद्धि की है. संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) का मानना है कि यह पल मानवता के लिए संख्याओं से परे देखने और लोगों और ग्रह की रक्षा के लिए अपनी साझा जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए आह्वान भी करता है, जिसकी शुरुआत सबसे कमजोर लोगों से होती है. दुनिया की आबादी को 7 से 8 अरब तक बढ़ने में लगभग 12 साल लग गए, लेकिन इसे 1 अरब और बढ़ने में लगभग 14.5 साल (2037) लगने की उम्मीद है, जो वैश्विक विकास में मंदी को दर्शाता है. 2080 के दशक के दौरान विश्व जनसंख्या के लगभग 10.4 बिलियन लोगों के शिखर तक पहुँचने का अनुमान है, और यह 2100 तक इसी स्‍तर पर बनी रह सकती हे. यूएनएफपीए ने कहा कि वर्ष 2037 तक जनसंख्या में एक अरब की बढ़ोतरी में एशिया और अफ्रीका के सबसे अधिक योगदान करने का अनुमान है, जबकि यूरोप का योगदान घटती जनसंख्या के कारण ऋणात्मक रहने का अनुमान है. दिलचस्प बात यह है कि भारत, 8 बिलियन (177 मिलियन) में सबसे बड़ा योगदानकर्ता, चीन को पीछे छोड़ देगा, जो दूसरा सबसे बड़ा योगदानकर्ता (73 मिलियन) था और जिसका अगले बिलियन में योगदान नकारात्मक होगा, 2023 तक भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश होगा. इसे भी पढ़ें: भारत से जुड़े कुछ प्रमुख तथ्य इस प्रकार हैं: 1. भारत की जनसंख्या वृद्धि स्थिर लगती है. कुल प्रजनन दर – कमोबेश प्रति महिला पैदा होने वाले बच्चों की औसत संख्या – राष्ट्रीय स्तर पर 2.2 से घटकर 2.0 हो गई है. कुल 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (देश...