विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2023

  1. World Press Freedom Index 2023
  2. India rank slides to 161 in World Press Freedom Index lower than Afghanistan
  3. World Press Freedom Index 2023 जारी किया गया
  4. 4 मई, 2023
  5. वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स 2023: 180 देशों में भारत 161वें स्थान पर
  6. अंतर्राष्ट्रीय समसामयिकी 1(4
  7. विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2023 में हमारी क्या स्थिति है?
  8. World Press Freedom Index: विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2023 में पिछड़ा भारत, जानिए शीर्ष पर कौन?


Download: विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2023
Size: 28.64 MB

World Press Freedom Index 2023

रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (RSF) द्वारा जारी नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 2023 विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत की रैंकिंग 180 देशों में से 161 पर आ गई है। यह रैंकिंग देश में प्रेस की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण गिरावट को दर्शाती है। ओस रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत की रैंकिंग पिछले साल से 11 पायदान

India rank slides to 161 in World Press Freedom Index lower than Afghanistan

साल 2022 में भारत, विश्व प्रेस स्वतंत्रता की सूची में 150वें पायदान पर था. अब एक साल बाद यह और भी नीचे आ गया है. 2023 में इस सूची में भारत 161वें स्थान पर है. रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स द्वारा प्रकाशित प्रेस फ्रीडम इंडेक्स से यह जानकारी सामने आई है. इंडेक्स के मुताबिक अब भारत पाकिस्तान और अफगानिस्तान से कई पायदान पीछे है. इन दोनों देशों की रैकिंग में सुधार हुआ है और ये क्रमशः 150 और 152वें स्थान पर पहुंच गए हैं. भारत के बाद वाली रैकिंग में बांग्लादेश (163वां स्थान), तुर्की (165वां स्थान), सऊदी अरब (170वां स्थान) और ईरान (177वां स्थान) जैसे देश शामिल हैं. चीन और उत्तर कोरिया क्रमशः 179 और 180वें नंबर के साथ अंतिम दो पायदानों पर हैं. यह सूचकांक आज विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 3 मई को प्रकाशित किया गया. प्रेस फ्रीडम इंडेक्स का आधार पांच श्रेणियां हैं, जिनमें किसी देश के प्रदर्शन का आकलन किया जाता है. जैसे कि राजनीतिक व्यवस्था, कानूनी ढांचा, आर्थिक हालात, सामाजिक-सांस्कृतिक मानक और भारत पिछले कुछ वर्षों में लगातार निचले स्थान पर जा रहा है. इस वर्ष ये रैंक और भी गिर गई है. पिछले साल फरवरी में, केंद्र सरकार ने रिपोर्ट में कहा गया है कि पत्रकारों के खिलाफ हिंसा, राजनीतिक रूप से पक्षपातपूर्ण मीडिया और मीडिया स्वामित्व की एकाग्रता, ये सभी प्रदर्शित करते हैं कि 'दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र' में प्रेस की आजादी खतरे में है, और साल 2014 में दक्षिणपंथी हिंदुत्व और उग्र राष्ट्रवाद के पैरोकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मूल रूप से उपनिवेशवाद विरोधी आंदोलन के उत्पाद, भारतीय प्रेस को काफी प्रगतिशील मीडिया के तौर पर देखा जाता था, लेकिन साल 2014 के बाद से इसमें मौलिक बदलाव आया. जब...

World Press Freedom Index 2023 जारी किया गया

रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (RSF) द्वारा जारी नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 2023 विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत की रैंकिंग 180 देशों में से 161 पर आ गई है। यह रैंकिंग देश में प्रेस की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण गिरावट को दर्शाती है। ओस रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत की रैंकिंग पिछले साल से 11 पायदान गिर गई है जब यह विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में 150वें स्थान पर था। विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक क्या है? वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स RSF द्वारा जारी एक वार्षिक रैंकिंग है। इसका उद्देश्य 180 देशों और क्षेत्रों में पत्रकारों और मीडिया आउटलेट्स की मीडिया स्वतंत्रता की सीमा का आकलन और मूल्यांकन करना है। यह सूचकांक प्रत्येक देश में मीडिया बहुलवाद, स्वतंत्रता, पारदर्शिता, विधायी ढांचे और पत्रकारों की सुरक्षा के मूल्यांकन पर आधारित है। नॉर्वे, आयरलैंड और डेनमार्क ने इस सूचकांक में शीर्ष तीन स्थान हासिल किए, जबकि वियतनाम, चीन और उत्तर कोरिया सबसे नीचे स्थान पर रहे। पाकिस्तान मीडिया स्वतंत्रता के मामले में पाकिस्तान ने भारत से बेहतर प्रदर्शन किया है, 150 रैंक के साथ जो कि पिछले साल के 157वें स्थान से बेहतर है। पाकिस्तान की प्रेस स्वतंत्रता रैंकिंग में यह एक महत्वपूर्ण सुधार है। भारत की प्रेस स्वतंत्रता पर चिंता भारतीय महिला प्रेस कोर, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया और प्रेस एसोसिएशन ने सूचकांक में भारत की गिरावट पर अपनी चिंता व्यक्त की है। इन संगठनों ने भारत में प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक की बिगड़ती स्थिति और शत्रुतापूर्ण कामकाजी परिस्थितियों के कारण प्रेस की स्वतंत्रता पर बाधाओं पर अपनी चिंता व्यक्त की है। रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (RSF) RSF, एक अंतर्राष्ट्रीय एनजीओ जिसका मुख्यालय पेरिस ...

4 मई, 2023

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2023 • विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक वर्ष 3 मई को मनाया जाता है, ताकि सरकारों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का सम्मान करने और इसके संरक्षण के उनके दायित्वों का स्मरण कराया तथा प्रेस की स्वतंत्रता के महत्त्व के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके। • संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन के जनरल कॉन्फेरेंस की सिफारिश के बाद, विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पहली बार वर्ष 1993 में मनाया गया था। • विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस-2023 की थीम “Shaping a Future of Rights: Freedom of Expression as a Driver for all other human rights.” है। तलाक का आधार “विवाह का अविश्वसनीय रूप से टूटना” (इर्रिट्रीवेबल ब्रेकडाउन ऑफ मैरिज) • सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत अपनी विशेष शक्तियों का उपयोग असंतोषजनक वैवाहिक संबंधों में फंसे दंपत्तियों के लिये आपसी सहमति से तलाक देकर "पूर्ण इक्विटी" करने के लिये किया जा सकता है, जिसके परिणामस्वरूप वे अनिवार्य रूप से तलाक के लिये 6 से 18 महीने तक इंतजार करने की "दुर्भाग्य स्थिति" से बच सकते हैं। • न्यायमूर्ति संजय किशन कौल की अध्यक्षता वाली एक संवैधानिक पीठ ने कहा कि अदालत लंबित आपराधिक या कानूनी प्रक्रियाओं को रोकने के लिये समान असाधारण अधिकार क्षेत्र का उपयोग कर सकती है, चाहे वे दहेज या दंपत्ति के बीच घरेलू दुर्व्यवहार से जुड़े हों। इससे वे अपना अलग जीवन एक नए सिरे से और साफ-सुथरे तरीके से शुरू कर सकेंगे। • भारतीय संविधान का अनुच्छेद 142 • अनुच्छेद 142 सर्वोच्च न्यायालय को पार्टियों के बीच "पूर्ण न्याय" करने की एक अद्वितीय शक्ति प्रFदान करता है, जहाँ कभी-कभी, विधि या क़ानून में कोई...

वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स 2023: 180 देशों में भारत 161वें स्थान पर

• संक्षिप्त खबरें • सार-संक्षेप • रिपोर्ट एवं सूचकांक वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स 2023: 180 देशों में भारत 161वें स्थान पर वैश्विक मीडिया निगरानी संस्था रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (आरएसएफ) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 2023 विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत 180 देशों में से 161वें स्थान पर आ गया है। • वर्ष 2022 में भारत, विश्व प्रेस स्वतंत्रता की सूची में 150वें पायदान पर था। • यह रिपोर्ट प्रेस स्वतंत्रता के लिए भारत की रैंकिंग में गिरावट का संकेत देती है। • रिपोर्ट के अनुसार पत्रकारों के साथ व्यवहार के लिए “संतोषजनक” माने जाने वाले देशों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन ऐसी संख्या भी है जहां स्थिति “बहुत गंभीर” है। • वर्तमान में देश में 100,000 से अधिक समाचार पत्र (36,000 साप्ताहिक सहित) और 380 टीवी समाचार चैनल काम कर रहे हैं। • विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक पांच अलग-अलग कारकों पर आधारित है जिनका उपयोग स्कोर की गणना करने और देशों को रैंक करने के लिए किया जाता है। • इन पांच उप-संकेतकों में राजनीतिक संकेतक, आर्थिक संकेतक, विधायी संकेतक, सामाजिक संकेतक और सुरक्षा संकेतक शामिल हैं। • इन संकेतकों में से प्रत्येक के लिए स्कोर की गणना की जाती है और प्रेस स्वतंत्रता के संदर्भ में देशों की समग्र रैंकिंग निर्धारित करने के लिए उपयोग किया जाता है। सूची में शीर्ष 10 देश: रैंक देश 1 नॉर्वे 2 आयरलैंड 3 डेनमार्क 4 स्वीडन 5 फिनलैंड 6 नीदरलैंड 7 लिथुआनिया 8 एस्टोनिया 9 पुर्तगाल 10 ईस्ट तिमोर सूची में नीचे 10 देश: रैंक देश 171 बहरीन 172 क्यूबा 173 यानमार 174 इरिट्रिया 175 सिरिया 176 तुर्कमेनिस्तान 177 ईरान 178 वियतनाम 179 चीन 180 उत्तर कोरिया

अंतर्राष्ट्रीय समसामयिकी 1(4

अंतर्राष्ट्रीय समसामयिकी 1(4-May-2023)^विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2023^(World Press Freedom Index 2023) Posted on May 4th, 2023 विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस (World Press Freedom Day- WPFD) प्रतिवर्ष 3 मई को मनाया जाता है। इस दिवस के उपलक्ष्य में रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (RSF) द्वारा विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2023 प्रकाशित किया गया। 180 देशों के इस सूचकांक में 36.62 अंक के साथ भारत 161वें स्थान पर है, वर्ष 2022 में भारत का रैंक 150 था। विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस: वर्ष 1993 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इस दिवस की घोषणा वर्ष 1991 में यूनेस्को के आम सम्मेलन की सिफारिश के बाद की गई थी। यह दिवस वर्ष 1991 के विंडहोक घोषणा (यूनेस्को द्वारा अपनाया गया) को भी चिह्नित करता है। प्रेस की स्वतंत्रता के महत्त्व, पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा और स्वतंत्र, मुक्त मीडिया को प्रोत्साहित करने के महत्त्व के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने के लिये इस दिवस का आयोजन किया जाता रहा है। वर्ष 2023 की थीम : 'शेपिंग ए फ्यूचर ऑफ राइट्स : फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन एज़ अ ड्राइवर फॉर ऑल अदर ह्यूमन राइट्स' ('Shaping a Future of Rights: Freedom of Expression as a Driver for All Other Human Rights')। विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2023 : रैंकिंग: शीर्ष तथा सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले देश: नॉर्वे, आयरलैंड और डेनमार्क सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले शीर्ष 3 देश हैं। इस सूची में वियतनाम, चीन और उत्तर कोरिया सबसे निचले पायदान पर रहे। भारत के पड़ोसी : श्रीलंका ने भी 2022 के 146वें की तुलना में इस वर्ष सूचकांक रैंकिंग में 135वें स्थान पर महत्त्वपूर्ण सुधार किया। पाकिस्तान 150वें स्थान पर है। तीन अन्य देशों- ता...

विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2023 में हमारी क्या स्थिति है?

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस: • परिचय: • वर्ष 1993 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इस दिवस की घोषणा वर्ष 1991 में यूनेस्को के आम सम्मेलन की सिफारिश के बाद की गई थी। • यह दिवस वर्ष 1991 के विंडहोक घोषणा (यूनेस्को द्वारा अपनाया गया) को भी चिह्नित करता है। • प्रेस की स्वतंत्रता के महत्त्व, पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा और स्वतंत्र, मुक्त मीडिया को प्रोत्साहित करने के महत्त्व के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने के लिये इस दिवस का आयोजन किया जाता रहा है। • वर्ष 2023 की थीम: • ‘शेपिंग ए फ्यूचर ऑफ राइट्स: फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन एज़ अ ड्राइवर फॉर ऑल अदर ह्यूमन राइट्स’ (‘Shaping a Future of Rights: Freedom of Expression as a Driver for All Other Human Rights’)। विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2023 के प्रमुख बिंदु: • रैंकिंग: • शीर्ष तथा सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले देश: • नॉर्वे, आयरलैंड और डेनमार्क सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले शीर्ष 3 देश हैं। • इस सूची में वियतनाम, चीन और उत्तर कोरिया सबसे निचले पायदान पर रहे। • भारत के पड़ोसी: • श्रीलंका ने भी 2022 के 146वें की तुलना में इस वर्ष सूचकांक रैंकिंग में 135वें स्थान पर महत्त्वपूर्ण सुधार किया। • पाकिस्तान 150वें स्थान पर है। • तीन अन्य देशों- ताजिकिस्तान (1 स्थान नीचे 153वें पर), भारत (11 स्थान नीचे 161वें पर) और तुर्की (16 स्थान नीचे 165वें पर) में स्थिति ‘समस्याप्रद’ से ‘काफी खराब’ हो गई है। • भारत का प्रदर्शन विश्लेषण: • सूचकांक में भारत की स्थिति में वर्ष 2016 (जब यह 133वें स्थान पर था) के बाद से लगातार गिरावट आ रही है। • इस गिरावट का कारण पत्रकारों और राजनीतिक रूप से पक्षपाती मीडिया के खिलाफ बढ़ती हिंसा है। • दूसरी घटना जो सूचना के मु...

World Press Freedom Index: विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2023 में पिछड़ा भारत, जानिए शीर्ष पर कौन?

World Press Freedom Index: विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2023 में भारत को झटका लगा है। भारत 180 देशों में से प्रेस की स्वतंत्रता के मामले में 161वें स्थान पर खिसक गया है। रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (RSF) ने बुधवार को अपने वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स का 21वां संस्करण जारी किया, जिसमें ये सामने आया। पढ़ें :- भारत समेत विश्व के कई देशों में अभिव्यक्ति की आजादी पर खतरे बढ़ गए हैं। इसी बीच, तीन देश: ताजिकिस्तान, भारत और तुर्की जो अभी तक समस्याग्रस्त स्थिति में थे, से सबसे निचली श्रेणी में पहुंच गये हैं। खासकर, भारत में तेज गिरावट देखने को मिल रही है। रिपोर्ट की माने तो भारत पिछले साल 180 देशों में 150वें स्थान पर था। इस बार भारत विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में पाकिस्तान और अफगानिस्तान से भी नीचे चला गया। पाकिस्तान सूचकांक में 150वें और अफगानिस्तान 152वें स्थान पर है। हालांकि, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के पत्रकारों की सुरक्षा गंभीर स्थिति में है। शीर्ष देशों में कौन? प्रेस स्वतंत्रता के मामले में नार्वे, आयरलैंड, डेनमार्क इस साल भी शीर्ष 3 देशों में शामिल है। नार्वे लगातार 7 साल से पहले स्थान पर बना हुआ है। अमेरिका इस साल तीन पायदान नीचे खिसक कर 45वें स्थान पर पहुंच गया है। पढ़ें :- • Lucknow News : अनुचित लाभ देने वाले IAS अमित मोहन प्रसाद और प्रांजल यादव के खिलाफ लोकायुक्त जांच • SC के पूर्व CJI रंजन गोगोई की आत्मकथा पर 1 करोड़ रुपये की मानहानि का मामला दर्ज,आरोप- NRC पर लिखीं आपत्तिजनक बातें • Double murder in Shahjahanpur : पिता और दादी की गोली मारकर हत्या, बेटे ने मां के साथ मिलकर खेला ये खूनी खेल • Raghuraj Pratap Singh 'Raja Bhaiya' jeevan parichay : सियासत के माहिर खिला...