विष्णु सहस्त्रनाम पाठ हिंदी में pdf

  1. विष्णु सहस्रनाम स्तोत्रम् हिंदी में
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  3. श्री विष्णु सहस्त्रनाम PDF
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विष्णु सहस्रनाम स्तोत्रम् हिंदी में

विष्णु सहस्त्रनाम हिन्दू शास्त्रों के अनुसार भगवान् विष्णु सृष्टि के पालनहार है. विष्णु सहस्त्रनाम स्त्रोत भगवान् विष्णु के १००० नामो का चमत्कारी स्तोत्त्र है विष्णु सहस्त्रनाम संस्कृत/हिंदी में हरिः ॐ ॐ विश्वं विष्णु: वषट्कारो भूत-भव्य-भवत-प्रभुः । भूत-कृत भूत-भृत भावो भूतात्मा भूतभावनः ।। 1 ।। पूतात्मा परमात्मा च मुक्तानां परमं गतिः। अव्ययः पुरुष साक्षी क्षेत्रज्ञो अक्षर एव च ।। 2 ।। योगो योग-विदां नेता प्रधान-पुरुषेश्वरः । नारसिंह-वपुः श्रीमान केशवः पुरुषोत्तमः ।। 3 ।। सर्वः शर्वः शिवः स्थाणु: भूतादि: निधि: अव्ययः । संभवो भावनो भर्ता प्रभवः प्रभु: ईश्वरः ।। 4 ।। स्वयंभूः शम्भु: आदित्यः पुष्कराक्षो महास्वनः । अनादि-निधनो धाता विधाता धातुरुत्तमः ।। 5 ।। अप्रमेयो हृषीकेशः पद्मनाभो-अमरप्रभुः । विश्वकर्मा मनुस्त्वष्टा स्थविष्ठः स्थविरो ध्रुवः ।। 6 ।। अग्राह्यः शाश्वतः कृष्णो लोहिताक्षः प्रतर्दनः । प्रभूतः त्रिककुब-धाम पवित्रं मंगलं परं ।। 7।। ईशानः प्राणदः प्राणो ज्येष्ठः श्रेष्ठः प्रजापतिः । हिरण्य-गर्भो भू-गर्भो माधवो मधुसूदनः ।। 8 ।। ईश्वरो विक्रमी धन्वी मेधावी विक्रमः क्रमः । अनुत्तमो दुराधर्षः कृतज्ञः कृति: आत्मवान ।। 9 ।। सुरेशः शरणं शर्म विश्व-रेताः प्रजा-भवः । अहः संवत्सरो व्यालः प्रत्ययः सर्वदर्शनः ।। 10 ।। अजः सर्वेश्वरः सिद्धः सिद्धिः सर्वादि: अच्युतः । वृषाकपि: अमेयात्मा सर्व-योग-विनिःसृतः ।। 11 ।। वसु:वसुमनाः सत्यः समात्मा संमितः समः । अमोघः पुण्डरीकाक्षो वृषकर्मा वृषाकृतिः ।। 12 ।। रुद्रो बहु-शिरा बभ्रु: विश्वयोनिः शुचि-श्रवाः । अमृतः शाश्वतः स्थाणु: वरारोहो महातपाः ।। 13 ।। सर्वगः सर्वविद्-भानु:विष्वक-सेनो जनार्दनः । वेदो वेदविद-अव्यंगो वेदांगो वेदवित् कविः ।।...

विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्रम

लेख सारिणी • • • • विष्णु सहस्त्रनाम – Vishnu Sahasranamam Vishnu Sahasranamam Stotram :भगवान् विष्णु की उपासना के लिए विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ ( Vishnu Sahasranamam Hindi PDF) सबसे ज्यादा फलदायी होता है. इससे श्री हरि की कृपा से सारे काम आसानी से बनने लगते हैं. इसमें भगवान् के सहस्त्र नामों का उल्लेख है. इसके अद्भुत श्लोक हर ग्रह और हर नक्षत्र को नियंत्रित कर सकते हैं परन्तु ॐ नमो भगवते वासुदेवाय । ॐ विश्वं विष्णु:-वषठ्कारो भूत-भव्य-भवत-प्रभुः । भूत-कृत भूत-भृत भावो भूतात्मा भूतभावनः ।। १ ।। पूतात्मा परमात्मा च मुक्तानां परमा गतिः । अव्ययः पुरुशः साक्षी क्षेत्रज्ञो अक्षर एव च ।। २ ।। योगो योग-विदां नेता प्रधान-पुरुशेश्वरः । नारसिंह-वपुः श्रीमान केशवः पुरुशोत्तमः ।। ३ ।। सर्वः शर्वः शिवः स्थाणु: भूतादि: निधि:-अव्ययः । संभवो भावनो भर्ता प्रभवः प्रभु:-ईश्वरः ।। ४ ।। स्वयंभूः शम्भु: आदित्यः पुष्कराक्षो महास्वनः । अनादि-निधनो धाता विधाता धातुरुत्तमः ।। ५ ।। अप्रमेयो हृषीकेशः पद्मनाभो-अमरप्रभुः । विश्वकर्मा मनुस्त्वष्टा स्थविष्ठः स्थविरो ध्रुवः ।। ६ ।। अग्राह्यः शाश्वतः कृष्णो लोहिताक्षः प्रतर्दनः । प्रभूतः त्रिककुब-धाम पवित्रं मंगलं परं ।। ७ ।। ईशानः प्राणदः प्राणो ज्येष्ठः श्रेष्ठः प्रजापतिः । हिरण्य-गर्भो भू-गर्भो माधवो मधुसूदनः ।। ८ ।। ईश्वरो विक्रमी धन्वी मेधावी विक्रमः क्रमः । अनुत्तमो दुराधर्षः कृतज्ञः कृति:-आत्मवान ।। ९ ।। सुरेशः शरणं शर्म विश्व-रेताः प्रजा-भवः । अहः संवत्सरो व्यालः प्रत्ययः सर्वदर्शनः ।। १० ।। अजः सर्वेश्वरः सिद्धः सिद्धिः सर्वादि:-अच्युतः । वृषाकपि:-अमेयात्मा सर्व-योग-विनिःसृतः ।। ११ ।। वसु:-वसुमनाः सत्यः समात्मा संमितः समः । अमोघः पुण्डरीकाक्षो वृषकर...

श्री विष्णु सहस्त्रनाम PDF

Download Shri Vishnu Sahasranamam Stortram complete PDF- श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र हिंदी में पीडीएफ डाउनलोड करें हमारे नए पोस्ट में आपका स्वागत है। यह पोस्ट आपको हिंदी में श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का पीडीएफ प्रदान करेगी। आप श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र हिंदी में पा सकते हैं, जिसे आप इस पोस्ट के अंत में पीडीएफ प्रारूप में भी डाउनलोड कर सकते हैं। Checkout: • • • Vishnu Sahasranamam PDF श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र , एक अद्भुत चमत्कारी वैदिक मंत्र है जिसमें भगवान विष्णु के 1000 नामों का उच्चारण एक साथ हुआ है। माना जाता है की विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से मनुष्य को जीवन में अपार सफलता प्राप्त होती है। इसका उल्लेखमहाभारतकी अनुशासनिका पर्वं में हुआ है। महाभारत के अनुसारभीष्म पितामहने युधिष्ठिर के समक्ष विष्णु सहस्रनाम के श्लोकों का उच्चारण किया था। पौराणिक काल से यह माना जाता है कि भले ही आप विष्णु सहस्त्रनाम स्रोत को समझे या ना समझे इसका पाठ करने से जीवन में अत्यधिक लाभ मिलता है।कहा जाता है इसका पाठ करने वाले लोगों का पाप दूर होता है और जीवन में ख़ुशियाँ व समृद्धि आती हैं। श्री विष्णु सहस्रनाम ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम: यश तळेले

गोपाल सहस्त्रनाम

गोपाल सहस्त्रनाम | Gopal Sahastranaam Stotram PDF Hindi गोपाल सहस्त्रनाम | Gopal Sahastranaam Stotram Hindi PDF Download Download PDF of गोपाल सहस्त्रनाम | Gopal Sahastranaam Stotram in Hindi from the link available below in the article, Hindi गोपाल सहस्त्रनाम | Gopal Sahastranaam Stotram PDF free or read online using the direct link given at the bottom of content. गोपाल सहस्त्रनाम | Gopal Sahastranaam Stotram Hindi गोपाल सहस्त्रनाम | Gopal Sahastranaam Stotram हिन्दी PDF डाउनलोड करें इस लेख में नीचे दिए गए लिंक से। अगर आप गोपाल सहस्त्रनाम | Gopal Sahastranaam Stotram हिन्दी पीडीएफ़ डाउनलोड करना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं। इस लेख में हम आपको दे रहे हैं गोपाल सहस्त्रनाम | Gopal Sahastranaam Stotram के बारे में सम्पूर्ण जानकारी और पीडीएफ़ का direct डाउनलोड लिंक। गोपाल सहस्त्रनाम पाठ PDF करने से श्री कृष्ण भगवन आपके जीवन को खुशियों से भर देते हैं। इसका पाठ आपको सुबह-सुबह नहाने के बाद श्री कृष्णा की मूर्ति के सामने करना चाहिए। धर्म ग्रंथों में भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए अनेक मंत्र, स्तुति और स्त्रोतों की रचना की गई है। इन्हीं में से एक है गोपाल सहस्त्रनाम स्त्रोत। भगवान् श्री कृष्णा की साधना में श्री गोपाल सहस्त्रनाम स्तोत्रम् को बेहद प्रभावशाली माना जाता है। धर्म शास्त्रों के अनुसार श्री गोपाल सहस्त्रनाम स्तोत्रम् का पाठ करने से मनुष्य की सभी मनोकामना पूर्ण होती है। भगवान श्री कृष्ण को बहुत सारे नामों से जाना जाता है जिसमे से उनका सबसे प्रसिद्ध नाम बिहारी, कान्हा, कन्हैया, गोपाल और मुरलीधर है। श्री गोपाल सहस्त्रनाम स्तोत्रम् का पाठ कैसे करे • हिन्दू धरम ...

Vishnu Sahasranama – विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र PDF Sanskrit – InstaPDF

विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र (Vishnu Sahasranama Stotram) PDF Sanskrit विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र (Vishnu Sahasranama Stotram) Sanskrit PDF Download Download PDF of विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र (Vishnu Sahasranama Stotram) in Sanskrit from the link available below in the article, Sanskrit विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र (Vishnu Sahasranama Stotram) PDF free or read online using the direct link given at the bottom of content. विष्णु सहस्रनाम (Vishnu Sahasranama) या विष्णु सहस्रनाम विष्णु के 1,000 नामों की एक सूची है, हिंदू धर्म में मुख्य देवताओं और वैष्णववाद में सर्वोच्च भगवान। यह हिंदू धर्म में सबसे पवित्र और लोकप्रिय स्तोत्रों में से एक है। श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्रम पुस्तक संस्कृत से हिंदी अनुवाद को पीडीऍफ़ फॉर्मेट में डाउनलोड करें या नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके मुफ्त में ऑनलाइन पढ़ें। Vishnu Sahasranama (विष्णु सहस्रनाम) कई टिप्पणियों का विषय रहा है। आदि शंकराचार्य ने 8वीं शताब्दी में सहस्रनाम पर एक निश्चित टिप्पणी लिखी थी जो आज भी हिंदू धर्म के कई विद्यालयों के लिए विशेष रूप से प्रभावशाली है। रामानुज के एक अनुयायी पराशर भट्टर ने 12वीं शताब्दी में एक विशिष्टाद्वैत दृष्टिकोण से विष्णु के नामों का विवरण देते हुए भगवत गुण धारपनम (या भगवद गुण धारणा, जिसका अर्थ भगवान के गुणों का प्रतिबिंब है) नामक पुस्तक में एक टिप्पणी लिखी थी। विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ – Vishnu Sahasranama Stotram विश्वं विष्णुर्वषट्कारो भूतभव्यभवत्प्रभुः । भूतकृद्भूतभृद्भावो भूतात्मा भूतभावनः ॥ 1 ॥ पूतात्मा परमात्मा च मुक्तानां परमागतिः । अव्ययः पुरुषः साक्षी क्षेत्रज्ञो‌உक्षर एव च ॥ 2 ॥ योगो योगविदां नेता...

विष्णु सहस्त्रनाम PDF

विष्णु सहस्रनाम में वर्णित है श्रीहरि विष्णु के 1,000 नाम की महिमा – विष्णु सहस्रनाम Lyrics PDF Download हमारे नए पोस्ट में आपका स्वागत है। यह पोस्ट आपको विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का पीडीएफ प्रदान करेगी। आप श्रीहरि विष्णु के 1,000 नाम हिंदी में पा सकते हैं, जिसे आप इस पोस्ट के अंत में पीडीएफ प्रारूप में भी डाउनलोड कर सकते हैं। Vishnu Sahastranam PDF विश्वं विष्णुर्वषट्कारो भूतभव्यभवत्प्रभुः । भूतकृद्भूतभृद्भावो भूतात्मा भूतभावनः ॥ 1 ॥ पूतात्मा परमात्मा च मुक्तानां परमागतिः । अव्ययः पुरुषः साक्षी क्षेत्रज्ञो‌உक्षर एव च ॥ 2 ॥ योगो योगविदां नेता प्रधान पुरुषेश्वरः । नारसिंहवपुः श्रीमान् केशवः पुरुषोत्तमः ॥ 3 ॥ सर्वः शर्वः शिवः स्थाणुर्भूतादिर्निधिरव्ययः । सम्भवो भावनो भर्ता प्रभवः प्रभुरीश्वरः ॥ 4 ॥ स्वयम्भूः शम्भुरादित्यः पुष्कराक्षो महास्वनः । अनादिनिधनो धाता विधाता धातुरुत्तमः ॥ 5 ॥ अप्रमेयो हृषीकेशः पद्मनाभो‌உमरप्रभुः । विश्वकर्मा मनुस्त्वष्टा स्थविष्ठः स्थविरो ध्रुवः ॥ 6 ॥ अग्राह्यः शाश्वतो कृष्णो लोहिताक्षः प्रतर्दनः । प्रभूतस्त्रिककुब्धाम पवित्रं मङ्गलं परम् ॥ 7 ॥ ईशानः प्राणदः प्राणो ज्येष्ठः श्रेष्ठः प्रजापतिः । हिरण्यगर्भो भूगर्भो माधवो मधुसूदनः ॥ 8 ॥ ईश्वरो विक्रमीधन्वी मेधावी विक्रमः क्रमः । अनुत्तमो दुराधर्षः कृतज्ञः कृतिरात्मवान्॥ 9 ॥ सुरेशः शरणं शर्म विश्वरेताः प्रजाभवः । अहस्संवत्सरो व्यालः प्रत्ययः सर्वदर्शनः ॥ 10 ॥ अजस्सर्वेश्वरः सिद्धः सिद्धिः सर्वादिरच्युतः । वृषाकपिरमेयात्मा सर्वयोगविनिस्सृतः ॥ 11 ॥ वसुर्वसुमनाः सत्यः समात्मा सम्मितस्समः । अमोघः पुण्डरीकाक्षो वृषकर्मा वृषाकृतिः ॥ 12 ॥ रुद्रो बहुशिरा बभ्रुर्विश्वयोनिः शुचिश्रवाः । अमृतः शाश्वतस्थाणुर्वरारो...

विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र

हिन्दू शास्त्रों के अनुसार भगवान् विष्णु सृष्टि के पालनहार है. विष्णु सहस्त्रनाम स्त्रोत भगवान् विष्णु के १००० नामो का चमत्कारी स्तोत्त्र है विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र हिंदी में अनुवाद सहित हरिः ॐ विश्वं विष्णुर्वषट्कारो भूतभव्यभवत्प्रभुः । भूतकृद्भूतभृद्भावो भूतात्मा भूतभावनः ॥ 1 ॥ पूतात्मा परमात्मा च मुक्तानां परमागतिः । अव्ययः पुरुषः साक्षी क्षेत्रज्ञो‌உक्षर एव च ॥ 2 ॥ योगो योगविदां नेता प्रधान पुरुषेश्वरः । नारसिंहवपुः श्रीमान् केशवः पुरुषोत्तमः ॥ 3 ॥ सर्वः शर्वः शिवः स्थाणुर्भूतादिर्निधिरव्ययः । सम्भवो भावनो भर्ता प्रभवः प्रभुरीश्वरः ॥ 4 ॥ स्वयम्भूः शम्भुरादित्यः पुष्कराक्षो महास्वनः । अनादिनिधनो धाता विधाता धातुरुत्तमः ॥ 5 ॥ अप्रमेयो हृषीकेशः पद्मनाभो‌உमरप्रभुः । विश्वकर्मा मनुस्त्वष्टा स्थविष्ठः स्थविरो ध्रुवः ॥ 6 ॥ अग्राह्यः शाश्वतो कृष्णो लोहिताक्षः प्रतर्दनः । प्रभूतस्त्रिककुब्धाम पवित्रं मङ्गलं परम् ॥ 7 ॥ ईशानः प्राणदः प्राणो ज्येष्ठः श्रेष्ठः प्रजापतिः । हिरण्यगर्भो भूगर्भो माधवो मधुसूदनः ॥ 8 ॥ ईश्वरो विक्रमीधन्वी मेधावी विक्रमः क्रमः । अनुत्तमो दुराधर्षः कृतज्ञः कृतिरात्मवान्॥ 9 ॥ सुरेशः शरणं शर्म विश्वरेताः प्रजाभवः । अहस्संवत्सरो व्यालः प्रत्ययः सर्वदर्शनः ॥ 10 ॥ अजस्सर्वेश्वरः सिद्धः सिद्धिः सर्वादिरच्युतः । वृषाकपिरमेयात्मा सर्वयोगविनिस्सृतः ॥ 11 ॥ वसुर्वसुमनाः सत्यः समात्मा सम्मितस्समः । अमोघः पुण्डरीकाक्षो वृषकर्मा वृषाकृतिः ॥ 12 ॥ रुद्रो बहुशिरा बभ्रुर्विश्वयोनिः शुचिश्रवाः । अमृतः शाश्वतस्थाणुर्वरारोहो महातपाः ॥ 13 ॥ सर्वगः सर्व विद्भानुर्विष्वक्सेनो जनार्दनः । वेदो वेदविदव्यङ्गो वेदाङ्गो वेदवित्कविः ॥ 14 ॥ लोकाध्यक्षः सुराध्यक्षो धर्माध्यक्षः कृताकृतः ...