विटामिन डी से होने वाले रोग

  1. विटामिन के रासायनिक नाम, स्रोत, कमी से होने वाले रोग
  2. विटामिन डी
  3. क्या विटामिन स्तंभन दोष का इलाज कर सकते हैं? – Hammer Of Thor
  4. बच्चों में बढ़ रहा है हड्डियों को कमजोर करने वाला सूखा रोग, पैरेंट्स ये रिपोर्ट जरूर पढ़ें
  5. Warning sign of vitamin d deficiency visible on fingers of hand and toes be alert in time
  6. विटामिन डी की कमी से होने वाले रोग कौन सा है?– Trololo
  7. सूखा रोग (रिकेट्स) के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार
  8. Warning sign of vitamin d deficiency visible on fingers of hand and toes be alert in time
  9. विटामिन के रासायनिक नाम, स्रोत, कमी से होने वाले रोग
  10. क्या विटामिन स्तंभन दोष का इलाज कर सकते हैं? – Hammer Of Thor


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विटामिन के रासायनिक नाम, स्रोत, कमी से होने वाले रोग

महत्वपूर्ण बिंदु - • • • • • • • • • • • • • • • • • • विटामिन क्या है ? विटामिन वह पोषक तत्व है, जो हमारी प्रकृति में विभिन प्रकार के खाद्य पदार्थों में मौजुद होते है, जो हमारे शरीर को अपनी संपूर्ण दक्षता के साथ क्रियाशील होने में सहायता प्रदान करते हैं तथा अनेक प्रकारों के रोग से रक्षा करने में हमारे शरीर को सक्षम बनाते हैं तथा हमारे स्वास्थ्य को पूर्णतया संतुलित बनाए रखते हैं | प्रकृति में अनेक प्रकारों की खाद्य सामग्री में विटामिन मौजुद होते है | विटामिन के रासायनिक नाम व कमी से होने वाले रोग क्र.सं. विटामिन रासायनिक नाम कमी से होने वाले रोग 1 विटामिन A रेटिनोल रतौंधी शुष्क त्वचा 2 विटामिन B 1 थायमिन बेरी बेरी 3 विटामिन B 2 राइबोफ्लेविन किलेसिस(होंठ तथा मुंह के किनारों का फटना) 4 विटामिन B 3 नियासिन बाल सफ़ेद होना, पेरौ में जलन होना 5 विटामिन B 5 पेंटोथेनिक अम्ल मासिक विकार 6 विटामिन B 6 पाई रेडॉक्सिन दुर्बलता,नींद मे कमी तंत्रिका तंत्र कमजोर 7 विटामिन B 7 बायोटिन चर्म रोग, बालों का गिरना 8 विटामिन B 9 फोलिक एसिड एनीमीया 9 विटामिन B 12 साइनो कोबाल अमीन एनीमिया, पर्नियासिस 10 विटामिन C एस्कोर्बिक अम्ल स्कर्वी 11 विटामिन D कैल्सिफेरोल रिकेट्स (बच्चो में), ऑस्टियोमलेशिया (वयस्कों में) 12 विटामिन E टेकोफोराल्स प्रजनन क्षमता में कमी और मांसपेशियों में कमजोरी 13 विटामिन K फ़ाइलोकविनोन रक्त का थक्का नहीं बनता है Vitamin Ke Rasayanik Naam aur rog विटामिन के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य • विटामिन की खोज सन 1912 में कासिमिर फंक द्वारा की गई थी | • विटामिन को दो भागो में विभाजित किया गया है – 1. जल में घुलनशील विटामिन 2. वसा में घुलनशील विटामिन • जल में घुलनशील विटामिन निम्न हैं – A,...

विटामिन डी

श्रेष्ठ स्रोत भूमिका आर. डी. ए. यह 1 मि, ग्राम. थायामिन बी यह 1.0-1.4 मि. ग्राम1.0-1.4 मि. ग्राम राइबोफ़्लैविन बी यह ऊर्जा रिलीज और रख–रखाव के लिए सभी कोशिकाओं के लिए आवश्यक है। 1.2- 1.7 नियासीन यह ऊर्जा रिलीज और रख रखाव, के लिए सभी कोशिकाओं के लिए आवश्कता होती है। 13-19 मि. ग्रा पिरीडांक्सिन बी लगभग 2 मि. ग्रा पेण्टोथेनिक अम्ल गिरीदार फ़ल और 4-7 मि. ग्रा बायोटीन गिरीदार फ़ल और ताजा सब्जियां त्वचा और परिसंचरण-तंत्र के लिए आवश्यक है। 100-200 मि. ग्रा विटामिन बी दूग्धशाला उत्पाद 3 मि.ग्रा फ़ोलिक अम्ल ताजी सब्जियां लाल कोशिकाओं के उत्पादन के लिए आवश्यक है। 400 मि. ग्रा विटामिन ‘सी’ सभी रसदार फ़ल. हडिडयों, दांत, और ऊतकों के रख-रखाव के लिए आवश्यक है। 60 मि, ग्रा विटामिन ‘डी’ दुग्धशाला उत्पाद। बदन में धूप सेकने से कुछ एक विटामिन त्वचा में भी पैदा हो सकते है। रक्त में कैल्सियम का स्तर बनाए रखने और हडिडयों के संवर्द्ध के लिए आवश्यक है। 5-10 मि. ग्रा विटामिन ‘ई’ वनस्पति तेल और अनेक दूसरे खाघ पदार्थ वसीय तत्त्वों से निपटने वाले ऊतकों तथा कोशिका झिल्ली की रचना के लिए जरुरी है। 8-10 मि. ग्रा सन्दर्भ [ ] • . अभिगमन तिथि १० सितंबर २००७. • • ↑ • • Heaney RP (२००४). द अमेरिकन जर्नल ऑफ़ क्लीनिकल न्यूट्रीशन. ८० (६ सप्प्लीमेंट): १७०६S–९S. नामालूम प्राचल |month= की उपेक्षा की गयी ( • . अभिगमन तिथि 8 मार्च 2010. • • पृ. १०९४ (पैराथायरॉएड ग्रंथि एवं विटा.एफ़): वॉल्टर एफ़., पी.एच.डी बोरोन (२००३). मेडिकल फिज़ियोलॉजी: ए सेल्युलर एण्ड मॉलिक्युलर एप्रोच. एल्सेवियर/सॉण्डर्स. पपृ॰१३००. 1-4160-2328-3. बाहरी कड़ियाँ [ ] विकिमीडिया कॉमन्स पर • • • • • Afrikaans • العربية • Asturianu • Azərbaycanca • تۆرک...

क्या विटामिन स्तंभन दोष का इलाज कर सकते हैं? – Hammer Of Thor

जब किसी को इरेक्शन होने या बनाए रखने में परेशानी होती है, तो उसे इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ईडी) कहा जाता है। कुछ पूरक ईडी के इलाज में सहायता कर सकते हैं। ईडी विभिन्न प्रकार की चिकित्सा स्थितियों के कारण हो सकता है, जैसे हार्मोनल असंतुलन, हृदय रोग, चिंता, अवसाद और कुछ दवाएं। अगर आप इस बारे में अधिक जानना चाहते हैं कि स्तंभन दोष के इलाज में विटामिन कैसे मदद कर सकते हैं, तो और पढ़ें: स्तंभन दोष कैसे होता है? सभी उम्र के पुरुष स्तंभन दोष के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं, जो एक सामान्य स्थिति है। यह तब होता है जब आप पेनीट्रेटिव सेक्स को संतुष्ट करने के लिए पर्याप्त स्थिर इरेक्शन प्राप्त करने या बनाए रखने में असमर्थ होते हैं। निर्माण समस्याओं को आम तौर पर ईडी कहा जाता है जब: • आप खड़ा हो सकते हैं, लेकिन यह पर्याप्त मजबूत नहीं है या संतोषजनक यौन संबंध बनाने के लिए पर्याप्त समय तक रहता है। • आप हर समय इरेक्शन नहीं प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन जब आप सेक्स करना चाहते हैं तो आप कभी-कभी इरेक्शन प्राप्त कर सकते हैं। विटामिन की खुराक विटामिन की खुराक ज्यादातर टैबलेट के रूप में आती है। और सप्लीमेंट्स में सबसे असरदार और मशहूर है ‘ Hammer of Thor’, जिसे इस्तेमाल करने का मेरा निजी अनुभव था। इसमें वे सभी विटामिन होते हैं जो इरेक्शन डिसफंक्शन की समस्या के लिए जरूरी होते हैं। आप स्तंभन दोष के लिए फायदेमंद विटामिन नीचे सूचीबद्ध हैं: विटामिन डी अध्ययनों ने विटामिन डी की कमी और स्तंभन दोष के बीच एक मजबूत संबंध दिखाया है। जिन पुरुषों में विटामिन डी की कमी थी उनमें इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का जोखिम उन पुरुषों की तुलना में 32% अधिक था जो पर्याप्त विटामिन डी थे। इसलिए, अपने दैनिक आहार में पर्याप्त मात्रा में विटामि...

बच्चों में बढ़ रहा है हड्डियों को कमजोर करने वाला सूखा रोग, पैरेंट्स ये रिपोर्ट जरूर पढ़ें

Subscribe to Notifications (यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.) मनदीप पालमपुर के रहने वाले हैं. उनका एक बेटा है जिसकी उम्र 4 साल है. मनदीप बताते हैं कि जैसे-जैसे उसका विकास हो रहा था, उन्हें और उनकी पत्नी को एहसास हुआ कि उसकी हड्डियां और मांसपेशियां बेहद कमज़ोर हैं. वो न ठीक से खड़ा हो पाता था, न चल पाता था. जब उन लोगों ने डॉक्टर को दिखाया तो पता चला उनके बेटे को रिकेट्स नाम की कंडीशन है. इसे सूखा रोग भी कहते हैं, जिसमें बच्चों की हड्डियां बेहद कमज़ोर हो जाती हैं. कुछ समय मनदीप के बेटे का इलाज चला, पर कोई ख़ास फ़ायदा नहीं हुआ. हाल में डॉक्टर्स ने उन्हें बेटे की सर्जरी करवाने की सलाह दी है. मनदीप जानना चाहते हैं कि क्या रिकेट्स का कोई और इलाज उपलब्ध है. वो चाहते हैं हम अपने शो पर इस कंडीशन के बारे में बात करें. ये क्या होता है, क्यों होता है, इसके लक्षण, बचाव और इलाज पर डॉक्टर से बात करें. अगस्त में NDTV में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, रिकेट्स के केसेस इंडिया में लगातार बढ़ रहे हैं. दिल्ली में स्थित The Indian Spinal Injuries Centre (ISIC) का कहना है कि उसके यहां पिछले साल से हर महीने लगभग 12 रिकेट्स के केसेस आ रहे हैं. ISIC के मुताबिक ऐसे बच्चों की उम्र 2 से 12 साल के बीच है. तो सबसे पहले समझते हैं रिकेट्स क्या होता है और आप अपने बच्चे को इसे होने से कैसे बचा सकते हैं. रिकेट्स क्या होता है?ये हमें बताया डॉक्टर दिनेश ने. Advertisement डॉक्टर दिनेश लिम्बाचिया, ऑर्थोपेडिक सर्जन, गोकुल सार्वजानिक ...

Warning sign of vitamin d deficiency visible on fingers of hand and toes be alert in time

Warning sign of vitamin d deficiency visible on fingers of hand and toes be alert in time | Vitamin D Deficiency: विटामिन डी की कमी से हाथ-पैर की उंगलियों में मिलते हैं ऐसे संकेत, वक्त रहते हो जाएं सतर्क वरना... | Hindi News Vitamin D Deficiency: विटामिन डी की कमी से हाथ-पैर की उंगलियों में मिलते हैं ऐसे संकेत, वक्त रहते हो जाएं सतर्क वरना... Vitamin D deficiency symptoms: हाथ और पैर की उंगलियों में झुनझुनी किसी विशेष विटामिन की कमी का संकेत नहीं होती है. यह एक सामान्य समस्या हो सकती है जो हाथ और पैरों की उंगलियों के जोड़ों में घुमाव या सूजन के कारण होती है. इसके अलावा, हाथ और पैरों की उंगलियों में झुनझुनी होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि पोषक तत्वों की कमी, नसों और हड्डियों के रोग, और अन्य बीमारियों से संबंधित फैक्टर्स. विटामिन डी की कमी झुनझुनी और अन्य समस्याओं के विकास से जुड़ी हो सकती है, लेकिन यह आमतौर पर नहीं होता है. • रिकेट्स: यह बच्चों में होती है और उनकी हड्डियों के विकास पर असर डालती है • ऑस्टिओपोरोसिस: यह बड़े उम्र के लोगों में होती है और हड्डियों को कमजोर बनाती है • न्यूरोमस्कुलर समस्याएं: विटामिन डी की कमी से शरीर के मांसपेशियों के विकास पर असर पड़ता है, जिससे मांसपेशियों कमजोर हो जाते हैं और इससे न्यूरोमस्कुलर समस्याएं हो सकती हैं • डिप्रेशन और अधिक थकान: विटामिन डी की कमी से अधिक थकान और डिप्रेशन हो सकते हैं विटामिन डी की कमी को कैसे दूर करें दूध दूध विटामिन डी का एक अच्छा सोर्स है. एक कप दूध में लगभग 100 आईयू विटामिन डी होता है. मशरूम मशरूम भी विटामिन डी का अच्छा सोर्स होते हैं. अधिकतर प्रकार के मशरूम खाद्य पदार्थों से अधिक विटामिन डी होते हैं. सूरजमुख...

विटामिन डी की कमी से होने वाले रोग कौन सा है?– Trololo

विटामिन डी हमारी हड्डियों और दांतों के लिए काफी जरूरी होता है. बच्चों में विटामिन डी की कमी को रिकेट्स के नाम से जाना जाता है जिसमें हड्डियां काफी सॉफ्ट हो जाती हैं और आसानी से टूटने लगती हैं. वहीं, वयस्कों में विटामिन डी की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस, या हड्डियों के पतले होने का खतरा बढ़ जाता है. कौन से ड्राई फ्रूट में विटामिन डी होता है? • नारियल के तेल में नींबू का रस मिलाकर लगाएं। • अंडे में दो चम्मच ऑलिव ऑयल मिलाकर सिर में मालिश करें। • प्याज को पीस कर उसका दो चम्मच रस निकाल लें। … • आंवले का मुरब्बा खाएं। … • एलोवेरा का सेवन करने से भी बालों को पोषण मिलता है औऱ इससे बाल घने और मुलायम होते हैं। • बालों में अरंडी के तेल से मालिश करें।

सूखा रोग (रिकेट्स) के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार

सूखा रोग या रिकेट्स क्या है? सूखा रोग या रिकेट्स एक प्रकार का हड्डियों का विकार होता है जो बचपन में होता है। इस विकार में हड्डियां काफी नरम हो जाती हैं और उनके टूटने, मुड़ने या उनमें कुरूपता आने के जोखिम बढ़ जाते हैं। सूखा रोग का मुख्य लक्षण सूखा रोग के लक्षणों में हड्डियां कमजोर होना, टांगे मुड़ना, मांसपेशियां ढीली पड़ना, शारीरिक विकास में कमी, सूखा रोग के ज्यादातर मामलों का इलाज विटामिन डी और कैल्शियम के सप्लीमेंट्स के साथ किया जाता है।डॉक्टर के अनुसार निर्धारित की गई सप्लीमेंट्स की खुराक का पालन करना आवश्यक होता है। सूखा रोग होने पर कौन से लक्षण महसूस होते हैं ? रिकेट्स के लक्षणों में निम्न शामिल हो सकते हैं: • टांग, बाजू, पेल्विस या रीढ़ की हड्डी में दर्द होना या छूने पर दर्द महसूस होना (और पढ़ें - • कलाई, कोहनी और टखनों में सूजन होना क्योंकि इन हड्डियों के सिरे सामान्य से बड़े होते हैं। • बच्चों में रेंगने और चलने आदि की क्रियाएं सीखने में सामान्य से अधिक समय लगना • छोटा कद रहना या • हड्डियों में फ्रैक्चर • मांसपेशियों में ऐंठन • दांतों की कुरूपता जैसे कि • दांत विकसित होने में देरी • दांत की बाहरी परत (एनेमल) में छेद (और पढ़ें - • मसूड़ों में फोड़ा • दांतों की संरचना में खराबी (जैसे की टेढ़े-मेढ़े दांत होना आदि) • • शरीर के ढ़ांचे संबंधी कुरूपता जिसमें निम्न शामिल है: • बाहर की तरफ निकला हुआ माथा • बाहर की तरफ (विपरीत दिशा में) मुड़ी हुई टांगें • छाती की हड्डी का बाहर की तरफ उभरना • रीढ़ की हड्डी मुड़ना • पेल्विक संबंधी कुरूपता • सूखा रोग से ग्रस्त शिशु व बच्चे अक्सर क्रोधी व चिड़चिड़े स्वभाव के होते हैं क्योंकि उनकी हड्डियां कष्टदायक होती हैं। कभी-कभी सूखा रोग से ग्रस...

Warning sign of vitamin d deficiency visible on fingers of hand and toes be alert in time

Warning sign of vitamin d deficiency visible on fingers of hand and toes be alert in time | Vitamin D Deficiency: विटामिन डी की कमी से हाथ-पैर की उंगलियों में मिलते हैं ऐसे संकेत, वक्त रहते हो जाएं सतर्क वरना... | Hindi News Vitamin D Deficiency: विटामिन डी की कमी से हाथ-पैर की उंगलियों में मिलते हैं ऐसे संकेत, वक्त रहते हो जाएं सतर्क वरना... Vitamin D deficiency symptoms: हाथ और पैर की उंगलियों में झुनझुनी किसी विशेष विटामिन की कमी का संकेत नहीं होती है. यह एक सामान्य समस्या हो सकती है जो हाथ और पैरों की उंगलियों के जोड़ों में घुमाव या सूजन के कारण होती है. इसके अलावा, हाथ और पैरों की उंगलियों में झुनझुनी होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि पोषक तत्वों की कमी, नसों और हड्डियों के रोग, और अन्य बीमारियों से संबंधित फैक्टर्स. विटामिन डी की कमी झुनझुनी और अन्य समस्याओं के विकास से जुड़ी हो सकती है, लेकिन यह आमतौर पर नहीं होता है. • रिकेट्स: यह बच्चों में होती है और उनकी हड्डियों के विकास पर असर डालती है • ऑस्टिओपोरोसिस: यह बड़े उम्र के लोगों में होती है और हड्डियों को कमजोर बनाती है • न्यूरोमस्कुलर समस्याएं: विटामिन डी की कमी से शरीर के मांसपेशियों के विकास पर असर पड़ता है, जिससे मांसपेशियों कमजोर हो जाते हैं और इससे न्यूरोमस्कुलर समस्याएं हो सकती हैं • डिप्रेशन और अधिक थकान: विटामिन डी की कमी से अधिक थकान और डिप्रेशन हो सकते हैं विटामिन डी की कमी को कैसे दूर करें दूध दूध विटामिन डी का एक अच्छा सोर्स है. एक कप दूध में लगभग 100 आईयू विटामिन डी होता है. मशरूम मशरूम भी विटामिन डी का अच्छा सोर्स होते हैं. अधिकतर प्रकार के मशरूम खाद्य पदार्थों से अधिक विटामिन डी होते हैं. सूरजमुख...

विटामिन के रासायनिक नाम, स्रोत, कमी से होने वाले रोग

महत्वपूर्ण बिंदु - • • • • • • • • • • • • • • • • • • विटामिन क्या है ? विटामिन वह पोषक तत्व है, जो हमारी प्रकृति में विभिन प्रकार के खाद्य पदार्थों में मौजुद होते है, जो हमारे शरीर को अपनी संपूर्ण दक्षता के साथ क्रियाशील होने में सहायता प्रदान करते हैं तथा अनेक प्रकारों के रोग से रक्षा करने में हमारे शरीर को सक्षम बनाते हैं तथा हमारे स्वास्थ्य को पूर्णतया संतुलित बनाए रखते हैं | प्रकृति में अनेक प्रकारों की खाद्य सामग्री में विटामिन मौजुद होते है | विटामिन के रासायनिक नाम व कमी से होने वाले रोग क्र.सं. विटामिन रासायनिक नाम कमी से होने वाले रोग 1 विटामिन A रेटिनोल रतौंधी शुष्क त्वचा 2 विटामिन B 1 थायमिन बेरी बेरी 3 विटामिन B 2 राइबोफ्लेविन किलेसिस(होंठ तथा मुंह के किनारों का फटना) 4 विटामिन B 3 नियासिन बाल सफ़ेद होना, पेरौ में जलन होना 5 विटामिन B 5 पेंटोथेनिक अम्ल मासिक विकार 6 विटामिन B 6 पाई रेडॉक्सिन दुर्बलता,नींद मे कमी तंत्रिका तंत्र कमजोर 7 विटामिन B 7 बायोटिन चर्म रोग, बालों का गिरना 8 विटामिन B 9 फोलिक एसिड एनीमीया 9 विटामिन B 12 साइनो कोबाल अमीन एनीमिया, पर्नियासिस 10 विटामिन C एस्कोर्बिक अम्ल स्कर्वी 11 विटामिन D कैल्सिफेरोल रिकेट्स (बच्चो में), ऑस्टियोमलेशिया (वयस्कों में) 12 विटामिन E टेकोफोराल्स प्रजनन क्षमता में कमी और मांसपेशियों में कमजोरी 13 विटामिन K फ़ाइलोकविनोन रक्त का थक्का नहीं बनता है Vitamin Ke Rasayanik Naam aur rog विटामिन के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य • विटामिन की खोज सन 1912 में कासिमिर फंक द्वारा की गई थी | • विटामिन को दो भागो में विभाजित किया गया है – 1. जल में घुलनशील विटामिन 2. वसा में घुलनशील विटामिन • जल में घुलनशील विटामिन निम्न हैं – A,...

क्या विटामिन स्तंभन दोष का इलाज कर सकते हैं? – Hammer Of Thor

जब किसी को इरेक्शन होने या बनाए रखने में परेशानी होती है, तो उसे इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ईडी) कहा जाता है। कुछ पूरक ईडी के इलाज में सहायता कर सकते हैं। ईडी विभिन्न प्रकार की चिकित्सा स्थितियों के कारण हो सकता है, जैसे हार्मोनल असंतुलन, हृदय रोग, चिंता, अवसाद और कुछ दवाएं। अगर आप इस बारे में अधिक जानना चाहते हैं कि स्तंभन दोष के इलाज में विटामिन कैसे मदद कर सकते हैं, तो और पढ़ें: स्तंभन दोष कैसे होता है? सभी उम्र के पुरुष स्तंभन दोष के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं, जो एक सामान्य स्थिति है। यह तब होता है जब आप पेनीट्रेटिव सेक्स को संतुष्ट करने के लिए पर्याप्त स्थिर इरेक्शन प्राप्त करने या बनाए रखने में असमर्थ होते हैं। निर्माण समस्याओं को आम तौर पर ईडी कहा जाता है जब: • आप खड़ा हो सकते हैं, लेकिन यह पर्याप्त मजबूत नहीं है या संतोषजनक यौन संबंध बनाने के लिए पर्याप्त समय तक रहता है। • आप हर समय इरेक्शन नहीं प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन जब आप सेक्स करना चाहते हैं तो आप कभी-कभी इरेक्शन प्राप्त कर सकते हैं। विटामिन की खुराक विटामिन की खुराक ज्यादातर टैबलेट के रूप में आती है। और सप्लीमेंट्स में सबसे असरदार और मशहूर है ‘ Hammer of Thor’, जिसे इस्तेमाल करने का मेरा निजी अनुभव था। इसमें वे सभी विटामिन होते हैं जो इरेक्शन डिसफंक्शन की समस्या के लिए जरूरी होते हैं। आप स्तंभन दोष के लिए फायदेमंद विटामिन नीचे सूचीबद्ध हैं: विटामिन डी अध्ययनों ने विटामिन डी की कमी और स्तंभन दोष के बीच एक मजबूत संबंध दिखाया है। जिन पुरुषों में विटामिन डी की कमी थी उनमें इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का जोखिम उन पुरुषों की तुलना में 32% अधिक था जो पर्याप्त विटामिन डी थे। इसलिए, अपने दैनिक आहार में पर्याप्त मात्रा में विटामि...