वट सावित्री व्रत कब है 2022

  1. वट सावित्री व्रत 2022 में कब है Vat Savitri Puja 2022 Kab Hai
  2. Vat Savitri Vrat 2022: कब है वट सावित्री व्रत, पहले से सजा लें पूजा की थाली, जानें पूजा की सामग्री और शुभ मुहूर्त
  3. Vat Purnima Vrat 2022 Date, Shubh Muhurat, Puja Vidhi And Significance
  4. वट सावित्री व्रत 2022: जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व, और कथा
  5. वट सावित्री पूर्णिमा व्रत 2022: आज है वट सावित्री पूर्णिमा का व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व
  6. कब है वट सावित्री अमावस्या, जानें पूजन सामग्री की आवश्यक सूची


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वट सावित्री व्रत 2022 में कब है Vat Savitri Puja 2022 Kab Hai

वट सावित्री व्रत पूजा विधि Vat Savitri Vrat Puja Vidhi Vat Savitri Puja 2022 Kab Hai वट सावित्री व्रत हर साल ज्येष्ठ मास की अमावस्या के दिन रखा जाता है. शास्त्रों में इस व्रत का खास महत्व माना गया है. धार्मिक मान्यता है कि ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को ही सावित्री ने यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राण बचाए थे इसलिए यह व्रत विवाहित महिलाओ द्वारा अपने पति की लंबी आयु और सुखी जीवन के लिए किया जाता है. इस व्रत में बरगद के पेड़ की पूजा और उसकी परिक्रमा का विधान हैं. ज्येष्ठ अमावस्या के दिन शनि जयंती भी मनाई जाती है ऐसे में यह दिन और ख़ास होता है अज्ज हम आपको साल 2022 में वट सावित्री व्रत कब रखा जायेगा, पूजा मुहूर्त, पूजा विधि, व्रत सामग्री, और इसके महत्व के बारे में बताएँगे. वट सावित्री व्रत शुभ मुहूर्त 2022 Vat Savitri Vrat Shubh Muhurat 2022 • साल 2022 में वट सावित्री का व्रत 30 मई सोमवार के दिन रखा जाएगा| • अमावस्या तिथि प्रारम्भ होगी – 29 मई दोपहर 02:54 मिनट पर| • अमावस्या तिथि समाप्त होगी- 30 मई शाम 04:59 मिनट पर| • सर्वार्थ सिद्धि योग होगा – सुबह 07:12 मिनट पर| • अभिजीत मुहूर्त होगा – दोपहर 11:51 मिनट से दोपहर 12: 46 मिनट तक| वट सावित्री पूजा सामाग्री Vat savitri puja samagri वट सावित्री व्रत की पूजा के लिए सावित्री-सत्यवान की प्रतिमाएं, बांस का पंखा, लाल कलावा, मौली या कच्चा सूत, लाल वस्त्र पूजा में बिछाने के लिए, धूप-दीप, घी-बाती, फल-फूल, कुमकुम, सुहाग का सामान, पूरियां, भीगे चने, बरगद की टहनी और जल से भरा हुआ कलश चाहिए. इसे भी पढ़े – वट सावित्री पूजा विधि Vat Savitri Vrat Puja Vidhi ज्येष्ठ मास वट सावित्री व्रत के दिन प्रातःकाल जल्दी उठकर स्नान के बाद सोलह श्रृंगार कर व...

Vat Savitri Vrat 2022: कब है वट सावित्री व्रत, पहले से सजा लें पूजा की थाली, जानें पूजा की सामग्री और शुभ मुहूर्त

Vat Savitri Vrat 2022: कब है वट सावित्री व्रत, पहले से सजा लें पूजा की थाली, जानें पूजा की सामग्री और शुभ मुहूर्त | vat savitri vrat 2022 know date pujan samgri significance and shubh muhurat | Hindi News, धर्म Vat Savitri Vrat 2022: कब है वट सावित्री व्रत? पहले से सजा लें पूजा की थाली, जानें शुभ मुहूर्त Vrat Savitri Vrat 2022 Date: वट सावित्री का व्रत पति की लंबी आयु के लिए रखा जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और स्वास्थ्य के लिए व्रत रखती हैं. वट सावित्री के दिन बरगद के पेड़ की पूजा की जाती है. इस बार वट सावित्री का व्रत साल 2022 में 30 मई के दिन पड़ रहा है. इसी दिन शनि जयंती और सोमवती आमावस्या भी पड़ रही है. इस दिन व्रत रखने से शनि देव की कृपा तो प्राप्त होगी ही. साथ ही, सोमवती अमावस्या के दिन व्रत का फल भी प्राप्त होगा. यह व्रत करवा चौथ के व्रत की तरह की होता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं सोलह ऋंगार करती हैं. दो टोकरी में पूजा का सामान तैयार किया जाता है और बरगद के पेड़ के नीचे बैठ कर कथा का श्रवण करती हैं. बरगद के पेड़ को जल अर्पित करती हैं और रोली या चंदन का टीका लगाती हैं. इस दिन विधिवत पूजा करने से महिलाओं अखंड सौभाग्य का वरदान प्राप्त होता है. इस दिन कच्चे सूत के साथ बरगद के पेड़ की परिक्रमा की जाती है और पति की दीर्गायु की कामना की जाती है. इस दिन पूजा की थाली का विशेष महत्व है. ये भी पढ़ें- यूं सजाएं पूजा की थाली वट सावित्री व्रत की तैयारी महिलाएं पहले ही कर लें. पूजा का सामान पहले ही व्यवस्थित कर के थाली में सजा लें. आइए जानें पूजा की थाली के इस लिस्ट के बारे में. वट सावित्री व्रत की पूजा सामग्री सावित्री और सत्यवान की मूर्ति, बांस का पंखा, कच्...

Vat Purnima Vrat 2022 Date, Shubh Muhurat, Puja Vidhi And Significance

Vat Purnima Vrat 2022 Date, Shubh Muhurat, Puja Vidhi And Significance: हिंदू धर्म में व्रत एवं त्योहारों की कमी नहीं है और हर त्योहार या व्रत का अपना एक महत्व और फल होता है। वहीं हिंदू कैलेंडर के अनुसार तिथियों में अमावस्या और पूर्णिमा का खास महत्व बताया गया है। ऐसे में हिंदू कैलेंडर के तीसरे महीने ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि को वट पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। वट पूर्णिमा व्रत के दिन महिलाएं अपने अपने पति की लंबी आयु और संतान की खुशहाली की कामना के लिए व्रत रखती हैं और वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं। तो आइए जानते हैं कि इस साल 2022 में ज्येष्ठ मास में वट सावित्री पूर्णिमा का व्रत कब रखा जाएगा और क्या है शुभ मुहूर्त एवं पूजा विधि...

वट सावित्री व्रत 2022: जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व, और कथा

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी को हमारे ठाकुरप्रसाद कैलेंडर में आज हम बात करेंगे 2022 में होने वाले वट सावित्री पूजा के बारे में ,तो चलिए जानते है इस त्यौहार की रोचक बातों को। … वट वृक्ष का त्योहार सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। हर साल यह त्योहार ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस साल वट सावित्री का त्योहार (vat savitri vrat) 30 मई, 2022 को मनाई जाएगी। कहा जाता है कि इस दिन सावित्री नामक स्त्री ने अपने पति के प्राण वापस लौटाने के लिए यमराज को भी विवश कर दिया था। इस दिन वट वृक्ष के पूजा का विधान है। इस दिन वट सावित्री व्रत कथा (Vat Savitri Vrat Katha) कहकर भगवान यमराज की पूजा की जाती है। ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को किया जाता है. यह व्रत सुहागिन महिलायें अखंड सौभाग्य और संतान की प्राप्ति के लिए रखती है. हिंदू धर्म में वट सावित्री व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण होता है. पौराणिक हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, वट सावित्री व्रत सुहागिन महिलायें अपने पति की दीघु आयु की कामना के लिए रखती हैं. इतना ही नहीं महिलाएं यह व्रत अखंड सौभाग्य एवं संतान प्राप्ति के लिए रखती है. वट सावित्री व्रत, हर साल ज्येष्ठ माह में कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को रखा जाता है. पौराणिक मान्यता है कि इस व्रत को रखने से सुहागिन महिलाओं को संतान की प्राप्ति होती है. इस साल वट सावित्री का व्रत 30 मई 2022 को पड़ रहा है. हिंदू धर्म की मान्यताओं के मुताबिक, इस दिन सावित्री ने अपने पति सत्भामा के प्राण यमराज से वापस ले आई थी. प्राचीन किवदंति है कि इस व्रत को रखने से वैवाहिक जीवन की सारी परेशानियां दूर...

वट सावित्री पूर्णिमा व्रत 2022: आज है वट सावित्री पूर्णिमा का व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

• • Faith Hindi • वट सावित्री पूर्णिमा व्रत 2022: आज है वट सावित्री पूर्णिमा का व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व वट सावित्री पूर्णिमा व्रत 2022: आज है वट सावित्री पूर्णिमा का व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व Vat Savitri Purnima Vrat 2022: यह व्रत पति की लंबी उम्र, संतान प्राप्ति और घर परिवार में सुख समृद्धि के लिए रखा जाता है. इस व्रत में भी बरगद के पेड़ की पूजा की जाती है. Vat Savitri Purnima Vrat 2022: हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को वट पूर्णिमा का व्रत किया जाता है. इस बार यह व्रत आज यानि 14 जून को पड़ रहा है. इस व्रत को सुहागिने महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए और एक मां अपने बच्चों की लंबी आयु के लिए रखती है. साथ ​ही संतान प्राप्ति और सुख-समृद्धि के लिए भी वट सावित्री पूर्णिमा व्रत का विशेष म​हत्व है. व्रत सावित्री पूर्णिमा पूजा विधि​ • वट सावित्री पूर्णिमा का व्रत भी बिल्कुल वट सावित्री अमावस्या व्रत की तरह ही होता है. इस दिन महिलाएं सुबह स्नान कर मंदिर में माता पार्वती की मूर्ति स्थापित करती हैं. • पुराने समय में गाय के गोबर से सावित्री और माता पार्वती की मूर्ति बनाई जाती थी. लेकिन अब यह संभव नहीं है इसलिए आप सुपारी का उपयोग करें. इसके लिए दो सुपारी लेकर उसमें कलावा लपेटकर सावित्री और मां पार्वती का रूप दें. • इसके बाद चावल, हल्दी और पानी ​मिलाकर पेस्ट बनाएं और इस पेस्ट को हथेलियों में लगाकर 7 बार बरगद के पेड़ पर छापा लगाएं और फिर वट वृक्ष में जल चढ़ाएं. • फिर फल, फूल, माला, सिंदूर, अक्षत, मिठाई और पंखा आदि बरगद के पेड़ का अर्पित करें. • इस दिन मीठे गुलगुले बनाकर वट वृक्ष की जड़ में रखे जाते हैं. इसके सासथ ही ...

कब है वट सावित्री अमावस्या, जानें पूजन सामग्री की आवश्यक सूची

वर्ष 2022 में वट सावित्री व्रत यानी वट सावित्री अमावस्या (Vat Savitri Vrat 2022) 30 मई 2022, दिन सोमवार को रखा जा रहा है। मत मतांतर से इसे 29 को भी रखा जा रहा है। यह व्रत हर साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या के दिन रखा जाता है। वट सावित्री व्रत करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य का आशीर्ष एवं संतान की प्राप्ति होती है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार वट सावित्री व्रत में पूजन सामग्री विशेष महत्व रखती है। इन सामग्रियों के बिना यह व्रत अधूरा रह जाता है। अत: पूजन करते समय इन चीजों का होना आवश्यक है, पढ़ें सूची-