यण संधि का सूत्र है

  1. यण संधि (परिभाषा एवं उदाहरण)
  2. यण संधि
  3. वृद्धि संधि किसे कहते हैं? वृद्धि संधि के उदाहरण, सूत्र, नियम, अर्थ, परिभाषा, संस्कृत vridhi sandhi in hindi, in sanskrit
  4. [हिन्दी] यण सन्धि MCQ [Free Hindi PDF]


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यण संधि (परिभाषा एवं उदाहरण)

विषय सूची • • • • • • यण संधि किसे कहते हैं? (Yan Sandhi Kise Kahate Hain) सुत्र:- ‘इको यणचि’ यण संधि की परिभाषा: इक् (इ, उ, ऋ, लृ) वर्ण के परे असमान यण संधि की पहचान संभवतः किसी शब्द में य, व, र, ल से पहले आधा यण संधि के उदाहरण (Yan Sandhi ke Udaharan) • अत्यधिक = अति + अधिक • प्रत्यक्ष = प्रति + अक्ष • प्रत्याघात = प्रति + आघात • अत्यंत = अति + अंत • यद्यपि = यदि + अपि • अत्यावश्यक = अति + आवश्यक • अत्युत्तम = अति + उत्तम • अत्यूष्म = अति + उष्म • अन्वय = अनु + आय • मध्वालय = मधु + आलय • गुर्वोदन = गुरु + ओदन • गुरवौदार्य = गुरु + औदार्य • अन्वित = अनु + इत • अन्वेषण = अनु + एषण • पित्रादेश = पितृ + आदेश • पर्यटन = परि + अटन • व्यंजन = वि + अंजन • अध्याय = अधि + आय • इत्यादि = इति + आदि • व्यवहार = वि + अवहार • व्यभिचार =वि + अभिचार • सख्यागमन =सखी + आगमन • अभ्यास =अभि + आस • स्वागत= सु + आगत • पित्रुपदेश = पितृ + उपदेश • मात्राज्ञा = मातृ + आज्ञा • मात्रिच्छा = मातृ + इच्छा • साध्वाचार = साधु + आचार • स्वभास = सु + आभास • देव्यागमन = देवी + आगमन • देव्यालय = देवी + आलय • सख्याग्म = सखी + आगम • उपर्युक्त = उपरि + उक्त • प्रत्युपकार= प्रति + उपकार • प्रत्युत्तर = प्रति + उत्तर • अभ्युदय = अभि + उदय • न्यून = नि + ऊन • अभ्यागत = अभि + आगत • देव्यर्पण = देवी + अर्पण • सख्यपराध = सखी + अपराध यह भी पढ़े: यण संधि की ट्रिक • इ/ई + असमान स्वर = य् • उ/ऊ + असमान स्वर = व् • ऋ + असमान स्वर = र् यण संधि के नियम नियम – 1 जब लघु (ह्रस्व) इ और दीर्घ ई के बाद कोई असमान स्वर आये तो इ, ई की जगह ‘य्’ हो जाता हैं। जैसे: • अति + अधिक = अत्यधिक • अधि + अक्ष = अध्यक्ष • अभि + अर्थी = अभ्यर्थी ...

यण संधि

Sr. No. Headings Details 1 पाठ योजना प्रकार (Lesson Plan Type) दैनिक पाठ योजना (Daily Lesson Plan) 2 विषय (Subject) संस्कृत (Sanskrit) 3 उपविषय (Sub-Subject) व्याकरण (Vyakaran/Grammar) 4 प्रकरण (Topic) यण संधि (Yan Sandhi) 5 कक्षा (Class) 6,7,8,9,10,11,12 6 समयावधि (Time Duration) 35 Minute 7 उपयोगी (Useful for) B.ed, Deled, BSTC, BTC, Nios Deled आज हमने आपके साथ संस्कृत विषय में व्याकरण के अन्तर्गत यण संधि की पाठ योजना शेयर की है, उम्मीद है आपको पसंद आएगी | यह पाठ योजना सभी प्रकार के शिक्षक प्रशिक्षण कोर्सेज के लिए उपयोगी है | आपको बता दे की यह संस्कृत लेसन प्लान संस्कृत भाषा (Sanskrit Lesson Plan in Sanskrit Language) में ही बनाया गया है | यण संधि पाठ योजना संस्कृत व्याकरण पीडीऍफ़ संस्कृत व्याकरण की पाठ योजना के इस प्रथम भाग में श्यामपट्ट पूर्ति जैसे:- विद्यालय का नाम:- दिनांक:- कक्षा:- 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 कालांश:- अवधि:- 35 मिनट विषय:- संस्कृत उपविषय:- व्याकरण प्रकरण:- ‘यण संधि’ तथा सामान्य उद्देश्यों का वर्णन किया गया हैं | सामान्य उद्देश्य:- • छात्रेषु संस्कृत व्याकरणम प्रति रूचि उत्पादनं| • छात्रेषु शुद्ध व्याकरणरचनाया: योग्योत्पदनाम | संस्कृत व्याकरण-यण संधि लेसन प्लान पीडीऍफ़ संस्कृत व्याकरण के यण संधि लेसन प्लान के इस भाग में विशिष्ट उद्देश्यों, शिक्षण सहायक सामग्री, पूर्व ज्ञान, तथा प्रस्तावना का उल्लेख किया गया हैं | शिक्षण सहायक सामग्री:- श्यामपट्ट:, सुधाखंड, मार्जनी, संकेतिका, आदि| पूर्व ज्ञान:- छात्रा: संधि विषय: सामान्तया जानन्ति| Sanskrit Vyakaran Path Yojna Pdf Download संस्कृत व्याकरण पाठ योजना के इस भाग में प्रस्तावना प्रश्न, तथा उद्देश्य कथन को शामिल क...

वृद्धि संधि किसे कहते हैं? वृद्धि संधि के उदाहरण, सूत्र, नियम, अर्थ, परिभाषा, संस्कृत vridhi sandhi in hindi, in sanskrit

विषय-सूचि • • • इसलेखमेंहम वृद्धिसंधिकीपरिभाषा जबसंधिकरतेसमयजब अ , आकेसाथ ए , ऐहोतो ‘ऐ‘बनताहैऔरजब अ , आकेसाथ ओ , औहोतो ‘औ‘बनताहै।उसेवृधिसंधिकहतेहैं। वृद्धिसंधिकेउदाहरण • सदा + एव : सदैव (आ + ए = ऐ) ऊपरदिएगयेउदाहरणमेंजैसाकिआपदेखसकतेहैंयहाँ आएवं एस्वरोंकेमेलकीवजहसेकुछपरिवर्तनआयाहै।येदोनोंस्वरमिलनेकेबाद एबनगएहै।जबयहपरिवर्तनहोताहैतोशब्दकिसंधिहोतेसमयइनस्वरोंकिवजहसेहीपरिवर्तनहोताहै।अतःयहउदाहरणवृद्धिसंधिकेअंतर्गतआएगा। • तत + एव : ततैव (अ + ए = ऐ) जैसाकिआपऊपरदिएगएउदाहरणमेंदेखसकतेहैंकिजबदोनोंशब्दोंकीसंधिकीजातीहैवजबवोमिलतेहैंतोइनस्वरोंकीवजहसेशब्दमेंपरिवर्तनआजाताहै।यहाँ अएवं एमिलकर ऐबनातेहैंएवंशब्दपरिवर्तितहोजाताहै।अतःयहउदाहरणवृद्धिसंधिकेअंतर्गतआएगा। • मत + एक्य : मतैक्य (अ + ए = ऐ) ऊपरदिएगएउदाहरणमेंजैसाकिआपदेखसकतेहैंकी अएवं एकीवजहसेपरिवर्तनहोरहाहै।जबशब्दोंकीसंधिकीजातीहैतो अएवं एमिलकर ऐबनादेतेहैं।जबऐसाहोताहैतोसंधिकरतेसमयशब्दमेंभीपरिवर्तनआजाताहै।अतःयहउदाहरणवृद्धिसंधिकेअंतर्गतआएगा। • एक + एक : एकैक (अ + ए = ऐ) ऊपरदिएगयेउदाहरणमेंजैसाकिआपदेखसकतेहैंयहाँ अएवं एस्वरोंकेमेलकीवजहसेकुछपरिवर्तनआयाहै।येदोनोंस्वरमिलनेकेबाद ऐबनगएहै।जबयहपरिवर्तनहोताहैतोशब्दकीसंधिहोतेसमयइनस्वरोंकिवजहसेहीपरिवर्तनहोताहै।अतःयहउदाहरणवृद्धिसंधिकेअंतर्गतआएगा। • जल + ओघ : जलौघ (अ + ओ = औ) ऊपरदिएगयेउदाहरणमेंजैसाकिआपदेखसकतेहैंयहाँ अएवं ओस्वरोंकेमेलकीवजहसेकुछपरिवर्तनआयाहै।येदोनोंस्वरमिलनेकेबाद औबनगएहै।जबयहपरिवर्तनहोताहैतोशब्दकिसंधिहोतेसमयइनस्वरोंकिवजहसेहीपरिवर्तनहोताहै।अतःयहउदाहरणवृद्धिसंधिकेअंतर्गतआएगा। • महा + औषध : महौषद (आ + औ = औ) ऊपरदिएगयेउदाहरणमेंजैसाकिआपदेखसकतेहैंयहाँ आएवं एस्वरोंकेमेलकीवजहसेकुछपरिवर्तनआयाहै।येदोनोंस्...

[हिन्दी] यण सन्धि MCQ [Free Hindi PDF]

प्रश्न अनुवाद - "अ ध्यापकः, अ त्याचारः, सा ध्वादेश, पि त्राज्ञा" इसमें रेखांकित स्थान में सन्धि किस सूत्र से किया जाता है ? शब्द सन्धि विच्छेद अध्यापकः अधि + आपक: अत्याचारः अति + आचार: साध्वादेश साधु + आदेश पित्राज्ञा पितृ + आज्ञा Important Points स्पष्टीकरण - "अध्यापकः, अत्याचारः, साध्वादेश, पित्राज्ञा" इसमें रेखांकित स्थान में सन्धि 'इकोयणचि' सूत्र से किया जाता है। सूत्र -'इकोयणचि' सूत्र स्पष्टीकरण -'इक्' (इ, उ, ऋ, लृ) के परे ‘अच्’ (अ इ उ ऋ ऌ ए ऐ ओ औ) परे हो तो 'इक्' के स्थान पर 'यण्' (य्, व्, र्, ल्) आदेश होता है। नियम - • इ + स्वर = य् • उ + स्वर = व् • ऋ + स्वर = र् • लृ + स्वर = ल् उदाहरण - • यदि + अपि • यद् इ अपि • यद् यपि - यद्यपि स्पष्टीकरण - • अ ध्यापकः - इ + आ - ध् या पक: • अत्याचारः - इ + आ - त् या चार: • साध्वादेश - उ + आ - ध् वा देश • पित्राज्ञा - ऋ + अ - र् + आ (त् + रा - त्रा) अतः 'इकोयणचि' उचित विकल्प है। स्पष्टीकरण- • 'इत्युक्त्वा' का सन्धि विच्छेद = इति + उक्त्वा • 'इत्युक्त्वा' शब्द में यण् सन्धि हैI सूत्र = "इको यणचि" नियम • यदि पहले इक् प्रत्याहार (इ, उ, ऋ, लृ) का वर्ण होI • इक् प्रत्याहार से परे अच् प्रत्याहार (अ, इ, उ, ऋ, लृ, ए, ओ, ऐ, औ) • इक् के स्थान पर यण् हो जाता हैI • इ को य् • उ को व् • ऋ को र् • लृ को ल् उदाहरण • इति + उक्त्वा • इत् इ + उक्त्वा (इ का य्) • इत्युक्त्वा अन्य उदाहरण • मधु + अरि: = मध्वरि: (उ का व्) • धातृ + अंश = धात्रंश (ऋ का र्) • लृ + आकृति = लाकृति (लृ का ला) प्रश्नानुवाद - 'लकारः' इसका सन्धि विच्छेद है- स्पष्टीकरण- • 'लकार' का सन्धि विच्छेद = लृ + अकार: • 'लकार' शब्द में यण् सन्धि हैI सूत्र = "इको यणचि" नियम • यदि पहले इक् ...