अभी से आठ घंटे बाद का अलार्म लगाओ

  1. 4 hours
  2. Do Not Play With Your Heart And Health By Snooze Your Morning Alarm
  3. आठ घंटे की मशक्कत के बाद बुझी रेलवे यार्ड की आग
  4. श्रम मंत्रालय ने काम के अधिकतम घंटे 10.5 से बढ़ाकर 12 घंटे करने का प्रस्ताव रखा
  5. working hours to be limited to 8 hours a day, says report
  6. हर घंटे सात से आठ लाख खर्च कर यूक्रेन से भारतीयों को ला रही है एयर इंडिया, 1.10 करोड़ से ज्यादा है एक ट्रिप का खर्चा
  7. कहां कहां चलने वाली है वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन? जानिये किस तरह बदल जाएगी भारत में रेल यात्रा


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4 hours

अभी चार घंटे और फिर बाद में आठ घंटे की आपूर्ति देने का प्रयास होगा। इसको लेकर पूरी पहल की जा रही है। जिन हिस्सों में शनिवार की रात से आपू्र्तित बंद चल रही है वहां आपूर्ति को लेकर हाहाकार मचा है। गर्मी में बिजली के न मिलने से लोग परेशान हो रहे हैं। ट्रांसफार्मर में आई दिक्कत के चलते जहानगंज, जरारी, नवाबगंज, नहरैया, खिमसेपुर, भूड़नगरिया, गैसिंगपुर, सिरोली, हजियांपुर, नीबकरोरी प्रथम, द्वितीय सब स्टेशनों पर संकट खड़ा हो गया है। जहानगंज में रात से आपूति बंद है। दिन में बिजली नहंी पहुंची इससे दिक्कत हो रही है। उपकेंद्र से जानकारी दी गई है कि अभी चार घंटे की आपूर्ति सब स्टेशनों को दी जाएगी जिससे कि लोगों को राहत मिल सके। वहीं इसके बाद में आठ घंटे की आपूर्ति दी जाएगी। दिन में भी करीब आठ घंटे का बिजली संकट रहेगा। इसको लेकर ग्रामीण और तहसील क्षेत्र के लोगों से सहयोग का आह्वान भी किया गया है। आपूर्ति की व्यवस्था अच्छी हो इसके लिए कार्य शुरू करा दिया गया है। अधिकारी भी यहां की व्यवस्था पर नजर रखे हुए हैं। बताया गया है कि पीजीसीआईएल मैनपुरी से सप्लाई यहां ली जाती है। इसके बाद 132 सब स्टेशनों को भी सप्लाई दी जाती है। बाद में सब स्टेशनों को सप्लाई पहुंचती हैँ।

Do Not Play With Your Heart And Health By Snooze Your Morning Alarm

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में 6 से 7 घंटे की अच्छी नींद ले पाना बड़ा मुश्किल होता जा रहा है। हम में से बहुत सारे लोगों को रात में 12 बजे से पहले नींद नहीं आती अब ऐसे लोगों के लिए सुबह अलार्म बजते ही फटाफट उठ पाना बड़ा मुश्किल हो जाता है। देर रात सोने वाले ऐसे अधिकतर लोग मॉर्निंग में अपने मोबाइल अलार्म को बार-बार स्नूज करके फिर से बिस्तर में हो जाते हैं अलार्म स्नूज करने का यह सिलसिला कई कई बार चलता रहता है। बरेली में डॉग है बैैंक से रिटायर, मालिक की जाति है ग्रेट डेन मत बजाइए दिल का अलार्म अब सुनिए वो बात जो आपके दिल का अलार्म बजा देगी। एक इंटरनेशनल रिसर्च के मुताबिक सोते समय जब अचानक अलार्म बचता है तो उसे सुनकर हमारे दिल की धड़कन नार्मल से कई गुना बढ़ जाती है और BP चढ़ जाता है। अब अगर हम मोबाइल के अलार्म को 3 से 4 बार स्नूज करें तो उतनी ही बार आप अपने दिल की धड़कन पर जोर का झटका धीरे से देते हैं। अब जरा सोचिए कि दिन महीने और साल के हिसाब से अगर रोज ही अपने मोबाइल के अलार्म को बार-बार आगे बढ़ाऐंगे तो आपके दिल पर उस अलार्म से पढ़ने वाला बोझ कुछ ज्यादा ही हो जाएगा। अगर सालों तक आप ऐसा ही करते रहें तो कुछ हो ना हो एक बात तो तय है कि आप अपने खूबसूरत से दिल पर काम के तनाव के अलावा यह अलार्म वाला बेवजह का बोझा भी लाद देंगे। रिसर्च के मुताबिक हम सभी को कम से कम 6 से 7 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। कुछ लोगों को लगता है कि सिर्फ 4 या 5 घंटे की नींद में ही उनका काम चल जाएगा। तो ऐसा सोचने वालों को रिसर्च बताती है कि जो लोग 6 घंटे से कम सोते हैं उन लोगों में डिप्रेशन और आत्महत्या की प्रवृत्ति नॉर्मल लोगों से कुछ ज्यादा ही होती है। यहीं नहीं कम सोने वालों को डिप्रेशन और अल्जाइमर की बी...

आठ घंटे की मशक्कत के बाद बुझी रेलवे यार्ड की आग

पीडब्ल्यूआइ स्टोर में पड़े पुराने स्लीपरों को लगी भयानक आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड को आठ घंटा से भी अधिक का समय लग गया। आग इतना ज्यादा विकराल रूप धारण कर चुकी थी कि काबू पाने के लिए एयरफोर्स, सेना व इंडियन आयल से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को मंगवाना पड़ा। आग से कितना नुक्सान हुआ है ओर किस वजह से आग लगी है की अभी कोई पक्की जानकारी नहीं मिल पाई है। संबंधित विभाग का कहना है कि जब तक आग पूरी तरह से शांत नहीं हो जाती तब तक सही जानकारी जुटा पाना मुश्किल है। आग की घटना को लेकर कई लोग शार्ट सर्किट बता रहे हैं तो कई यार्ड में उगी झाड़ी से निकली आग को बता रहे हैं। जानकारी के अनुसार शनिवार की देर सायं करीब 6:30 बजे पीडब्ल्यूआइ के स्टोर में पड़े पुराने स्लीपरों को अचानक से आग लग गई थी। देखते ही देखते आग ने इतना ज्यादा भयानक रूप धारण कर लिया कि पास लगते रेलवे क्वाटरों में रहने वाले लोगों का समान बाहर निकाला गया। स्थानीय अधिकारियों ने फायर ब्रिगेड को सूचित किया लेकिन, हालात काबू से बाहर हो चुके थे। इसी बीच रेलवे ने एयरफोर्स, सेना व इंडियन आयल की फायर ब्रिगेड को भी सूचित किया। सारी रात फायर ब्रिगेड कर्मचारियों के साथ-साथ रेलवे अधिकारी व कर्मचारी आग को बुझाने के काम में लगे रहे। करीब 1:30 बजे जाकर आग पर काबू पाया गया। आग कैसे लगी इस बात को लेकर रेलवे के कर्मचारियों की अलग-अलग राय है। कई कर्मचारियों का कहना है कि देर सायं चली तेज हवा के बाद मेन तारें आपस में टकराने के बाद निकले चिगारियों से आग लगी है। जबकि, कई कर्मचारी यार्ड में उगी झड़ी-बूटी से आग निकलने की बात कह रहे हैं। लेकिन, इस बात का अभी कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है कि आग कैसे लगी। दैनिक जागरण की ओर से रविवार को प्रभावित एरिया क...

श्रम मंत्रालय ने काम के अधिकतम घंटे 10.5 से बढ़ाकर 12 घंटे करने का प्रस्ताव रखा

विशेषज्ञों का कहना है कि अधिकतम कार्यदिवस को बढ़ाने से कामगारों पर विपरित प्रभाव पड़ सकता है. आशंका है कि अगर यह प्रस्ताव नियोक्ताओं को तीन पालियों के स्थान पर दो पालियों में काम करने के लिए प्रोत्साहित करेगा तो रोजगार की संख्या में भी गिरावट हो सकती है. (फोटो: रॉयटर्स) नई दिल्ली: श्रम मंत्रालय ने संसद में हाल ही में पारित एक संहिता में कार्य के घंटे को बढ़ाकर अधिकतम 12 घंटे प्रतिदिन करने का प्रस्ताव दिया है. अभी कार्य दिवस अधिकतम 10.5 घंटे का होता है. मंत्रालय ने व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं कार्य शर्तें (ओएसएच) संहिता 2020 के मसौदा नियमों के तहत अधिकतम 12 घंटे के कार्य दिवस का प्रस्ताव दिया है. इसमें बीच में अल्पकालिक अवकाश (इंटरवल) भी शामिल हैं. हालांकि 19 नवंबर 2020 को अधिसूचित इस मसौदे में साप्ताहिक कार्य घंटे को 48 घंटे पर बरकरार रखा गया है. मौजूदा प्रवाधानों के तहत आठ घंटे के कार्यदिवस में कार्य सप्ताह छह दिन का होता है तथा एक दिन अवकाश का होता है. श्रम मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘यह भारत की विषम जलवायु परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए किया गया है, जहां काम पूरे दिन में बंटा हुआ होता है. इससे श्रमिकों को ओवरटाइम भत्ता के माध्यम से अधिक कमाई करने की सुविधा मिलेगी.’ अधिकारी ने कहा, ‘हमने मसौदा नियमों में आवश्यक प्रावधान किया है, ताकि आठ घंटे से अधिक काम करने वाले सभी श्रमिकों को ओवरटाइम मिल सके.’ ओएसएच संहिता के मसौदा नियमों के अनुसार, किसी भी दिन ओवरटाइम की गणना में 15 से 30 मिनट के समय को 30 मिनट गिना जाएगा. मौजूदा व्यवस्था के तहत 30 मिनट से कम समय की गिनती ओवरटाइम के रूप में नहीं की जाती है. मसौदे के अनुसार, कोई भी व्यक्ति कम से कम आधे घंटे के इंट...

working hours to be limited to 8 hours a day, says report

Working Hour News Update: 8 घंटे से ज्यादा काम करने पर अब कर्मचारियों को ओवरटाइम देने की तैयारी है. सरकार ने नए श्रम कानूनों (New Labour Laws) को लेकर पैदा हुई शंकाओं को दूर करे की कोशिश की है. 2019 में सरकार ने नया वेतन कोड (New Wage Code) पास किया था, जिसमें कामकाजी घंटों (working hours) को लेकर कहा गया कि ये 8 घंटे या 12 घंटे होंगे. तभी से इसे लेकर भ्रम की स्थिति है. https://zeenews.india.com/hindi/business/photo-gallery-working-hours-to-be-limited-to-8-hours-a-day-says-report/818354 The Economic Times में छपी खबर के मुताबिक सरकारी अधिकारियो ने बताया कि डेली वर्क ऑवर्स को 8 घंटे ही रखने पर विचार किया जा रहा है. लेकिन इसके बाद ओवरटाइम शुरू होगा. ओवरटाइम में सैलरी रोजाना की सैलरी से कम से कम दोगुनी होगी. न्यूजपेपर में छपी खबर के मुताबिक, सरकार के अधिकारियों की तरफ से ये सफाई इसलिए आई है कि ये भ्रम फैलने का डर था कि नए श्रम कानून में कामकाजी घंटों को बढ़ाकर 12 घंटे किया जा रहा है, जिसे दूर करना जरूरी है. फैक्टरीज एक्ट के तहत कंपनियां अपने यहां काम करने वाले लोगों से 9 घंटे से ज्यादा काम करवाती हैं, लेकिन उन्हें ओवरटाइम नहीं देती हैं. क्योंकि मौजूदा व्यवस्था के मुताबिक अगर कोई लेबर अपने काम के घंटों के बाद 30 मिनट से कम का समय ज्यादा देता है तो उसे ओवरटाइम नहीं माना जाता. लेकिन नए श्रम नियमों के मुताबिक अब 15 मिनट से 30 मिनट का समय आधे घंटे के ओवरटाइम माना जाएगा. यानि अपने काम के घंटे खत्म होने के बाद अगर आप 15 मिनट भी अधिक समय देते हैं तो आपको 30 मिनट का ओवरटाइम दिया जाएगा. लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि नवंबर 2020 में लेबर मिनिस्ट्री की ओर से जारी ड्राफ्ट रूल्स में इस...

हर घंटे सात से आठ लाख खर्च कर यूक्रेन से भारतीयों को ला रही है एयर इंडिया, 1.10 करोड़ से ज्यादा है एक ट्रिप का खर्चा

Ukraine Crisis latest news in hindi: यूक्रेन (Ukraine) में फंसे सैकड़ों भारतीय नागरिकों को वापस लाने में इस समय एयर इंडिया (Air India) अहम रोल निभा रही है. एयर इंडिया (Air India) अधिक से अधिक भारतीयों को वापस (Indian students evacuated) लाने का काम कर रही है. इस दौरान सात-आठ लाख रुपये प्रति घंटे की दर से उसकी लागत आ रही है. इस काम के लिए एयर इंडिया (Air India) बड़े साइज वाले ड्रीमलाइनर विमानों का इस्तेमाल कर रही है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक युद्धग्रस्त यूक्रेन के पड़ोसी देशों रोमानिया और हंगरी के हवाईअड्डों पर ये विमान उतर रहे हैं और वहां पहुंचे भारतीयों को लेकर लौट रहे हैं. अभी तक कई सौ भारतीय नागरिकों को इस अभियान के तहत वापस लाया जा चुका है. इन उड़ानों का संचालन भारत सरकार के निर्देश पर हो रहा है. एयर इंडिया के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा कि इस अभियान में ड्रीमलाइनर विमान की उड़ान पर प्रति घंटा करीब सात से आठ लाख रुपये खर्च हो रहे हैं. इस सूत्र ने कहा कि एक बचाव अभियान में आने वाली कुल लागत इस पर निर्भर करेगी कि विमान कहां पर जा रहा है और कितनी दूरी का सफर तय कर रहा है. 1.10 करोड़ रुपये से अधिक है एक ट्रिप का खर्चा इस हिसाब से एक अभियान में भारत से यूक्रेन के करीब जाने और वहां से भारतीय नागरिकों को लेकर लौटने पर 1.10 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो रहे हैं. कुल लागत में विमान ईंधन, चालक दल के सदस्यों का पारिश्रमिक, नैविगेशन, लैंडिंग एवं पार्किंग शुल्क शामिल हैं. इस सूत्र ने नाम सामने न आने की शर्त पर कहा कि अभियान में लगने वाले लंबे समय को देखते हुए चालक एवं सहयोगी स्टाफ के दो समूह रखे जाते हैं. पहला समूह विमान को लेकर गंतव्य तक जाता है और फिर वापसी की उड़ान में दूसरा...

कहां कहां चलने वाली है वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन? जानिये किस तरह बदल जाएगी भारत में रेल यात्रा

कहां-कहां चलने वाली है वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन? जानिये किस तरह बदल जाएगी भारत में रेल यात्रा देशभर में अगले तीन सालों के दौरान वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का नया जाल बिछने वाला है. यह सुविधासंपन्न हाई-स्पीड ट्रेन है. आइये जानते हैं यह ट्रेन अभी कहां-कहां चल रही हैं और भविष्य में कहां-कहां चलने वाली है? भारतीय रेल दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है. सुविधा और देरी को लेकर रेलवे से आम यात्रियों की हमेशा शिकायत रही है. लेकिन वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) कई तरह की आधुनिक सुविधाओं से युक्त है और यह हाई स्पीड ट्रेन भी है. ट्रेन में ऑनबोर्ड इंफोटेनमेंट, जीपीएस, सीसीटीवी कैमरे, स्लाइडिंग दरवाजे और बायो टॉयलेट जैसी विशेषताएं मौजूद होती हैं. नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ्तार तक जा सकती है. वंदे भारत एक्सप्रेस के जरिए आने वाले समय में भारतीय रेलवे (Indian Railway) की तस्वीर बदल जाने वाली है. आइए जानते हैं, अभी कहां-कहां चल रही है वंदे भारत एक्सप्रेस? देश की पहली वंदे भारत देश में सबसे पहले इसी रूट पर 18 फरवरी, 2019 को पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत हुई थी. देश की राजधानी दिल्ली और वाराणसी के बीच प्रयागराज और कानपुर में यह ट्रेन रुकती है. वाराणसी-नई दिल्ली (22435) / नई दिल्ली-वाराणसी (22436) सोमवार और गुरुवार को छोड़कर यह ट्रेन सप्ताह में पांच दिन चलती है. दिल्ली से कटरा रूट पर नई दिल्ली से कटरा वंदे भारत एक्सप्रेस का यह दूसरा रूट है. गृह मंत्री अमित शाह ने 3 अक्टूबर, 2019 को इसका उद्घाटन किया था और 5 अक्टूबर, 2019 को यह परिचालन में आया. ट्रेन जम्मू तवी, लुधियाना और अंबाला कैंट में रुकती है. नई दिल्ली-कटरा (22439)/ कटरा-नई ...