अश्वगंधा अवलेह

  1. अश्वगंधा के फायदे उपयोग और नुकसान Ashwagandha Benefits and Use in Hindi
  2. थैलेसीमिया का इन आयुर्वेदिक तरीकों से करें इलाज, जानिए एक्सपर्ट ने क्या बताए इनके लाभ
  3. Ashwagandha Benefits and Uses
  4. अश्वगंधा
  5. अश्वगंधा के 24 फायदे, उपयोग और नुकसान
  6. अश्वगंधादि लेह्य के फायदे, नुकसान, औषधीय उपयोग, खुराक, सेवन विधि


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अश्वगंधा के फायदे उपयोग और नुकसान Ashwagandha Benefits and Use in Hindi

अश्वगंधा के फायदे उपयोग और नुकसान Ashwagandha Benefits and Use in Hindi अश्वगंधा क्या है ? अश्वगंधा एक प्रकार की जड़ी बूटी है जिसका वर्णन हजारों वर्षों से आयुर्वेद में होता आया है। अश्वगंधा का नाम अश्वगंधा क्यों है इसे भी जान लीजिए। ‘अश्व ‘ का अर्थ होता है ‘ घोड़ा ‘ और ‘ गंधा ‘ का अर्थ है ‘ सुगंध ‘ यानी कि आप जब भी अश्वगंधा के पौधे या इसकी जड़ को सूंघेंगे(स्मेल) करेंगे तो आपको इसमें से घोड़े जैसी सुगंध आएगी इसीलिए इसका नाम अश्वगंधा रखा गया है। अश्वगंधा का वैज्ञानिक नाम Withaniya Somnifera है। • पढ़ें: जोड़ों एवं घुटनों के दर्द से छुटकारा पाने के 7 आयुर्वेदिक उपाय आयुर्वेद में इस बात का भी वर्णन है कि जो भी व्यक्ति अश्वगंधा का सेवन रोज करता है, सही तरीके से करता है और सही समय पर करता है। उस व्यक्ति को बड़ी और खतरनाक बीमारियां होने की संभावना बहुत कम हो जाती है और वह व्यक्ति जल्दी बूढ़ा भी नहीं होता। AchhiKhabar.Com के इस लेख में हम जानेंगे कि अश्वगंधा के कौन-कौन से बड़े फायदे हैं, इसका उपयोग कैसे करना है और इसे खाने का सही समय क्या है। तो आइए सबसे पहले जानते हैं कि अश्वगंधा में कौन-कौन से गुणकारी तत्व पाए जाते हैं। अश्वगंधा में पाए जाने वाले गुणकारी तत्व (per 100gm) • मॉइस्चर – 7.45% • ऐश (राख) – 4.41g • प्रोटीन – 3.9 g • फैट – 0.3g • क्रूड फाइबर – 32.3g • ऊर्जा – 245 Kcal • कार्बोहाइड्रेट – 49.9 g • आयरन – 3.3 mg • कैल्शियम – 23 mg • कुल कैरोटीन – 75.7 µg • विटामिन-सी – 3.7 mg अश्वगंधा के फायदे / Ashwagandha Benefits in Hindi 1) हार्ट अटैक – National Center for Biotechnology Information ( NCBI) की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है की अश्वगंधा के नियमित खुराक लेने से हार्ट अटैक ...

थैलेसीमिया का इन आयुर्वेदिक तरीकों से करें इलाज, जानिए एक्सपर्ट ने क्या बताए इनके लाभ

Written by |Updated : May 8, 2023 2:34 PM IST • • • • • Thalassemia Day 2023: थैलेसीमिया एक अनुवांशिक बीमारी है, जिसकी वजह से हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन असामान्य रूप से बनता है। इस बीमारी से ग्रसित मरीजों के शरीर में बहुत कम रेड ब्लड सेल्स और कम हीमोग्लोबिन होता है। साथ ही रेड ब्लड सेल्स काफी ज्यादा छोटे होने लगते हैं। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगभग 10,000-15,000 शिशु इस स्थिति के साथ पैदा होते हैं। थैलेसीमिया की परेशानियों को कम करने के लिए आप आयुर्वेदिक उपचार की मदद ले सकते हैं। आज हम आपको इस लेख में थैलेसीमिया के कारण, लक्षण और इसके आयुर्वेदिक उपचार के बारे में बताएंगे। किन कारणों से होता है थैलेसीमिया? - Thalassemia Causes थैलेसीमिया होने का प्रमुख कारण आनुवंशिक असामान्यताएं होती हैं। इसकी वजह से शरीर में हीमोग्लोबिन के उत्पादन में कमी आती है। आइए जानते हैं इसके कुछ निम्न कारणों के बारे में- • जेनेटिक कारण • रेड ब्लड सेल्स में हीमोग्लोबिन की कमी • किसी गंभीर बीमारी के कारण • क्रोमोसोम्स का 16p का विलोपन • बीटा-ग्लोबिन श्रृंखलाओं की कमी, इत्यादि। थैलेसीमिया के क्या हैं लक्षण - Thalassemia Symptoms • यूरिन के रंगों में बदलाव • शारीरिक ऊर्जा में कमी और चक्कर आना • स्किन का पीला पड़ना • ग्रोथ में कमी आना • शारीरिक रूप से थकान महसूस करना • कम भूख लगना, इत्यादि। थैलेसीमिया का आयुर्वेदिक उपचार - Ayurvedic Treatment for Thalassemia थैलेसीमिया का आप आयुर्वेदिक तरीकों से उपचार कर सकते हैं। आइए जानते हैं थैलेसीमिया का आयुर्वेदिक इलाज क्या है? इस विषय पर जानकारी के लिए हमने गाजियाबाद के आयुर्वेदाचार्य राहुल चतुर्वेदी से बातचीत की है। Also Read • • • गिलोय का कैप्सूल आयुर्वेदाचार्य...

Ashwagandha Benefits and Uses

Written by |Updated : May 19, 2022 3:58 PM IST • • • • • Ashwagandha Benefits and Uses in Hindi.अश्वगंधा एक सदाबहार जड़ी-बूटी है, जो एशिया व अफ्रीका के कई हिस्सों में उगती है। अश्वगंधा से घौड़े जैसी गंध आती है, इसलिए इसका नाम अश्वगंधा पड़ा। अश्वगंधा एक झाड़ी के प्रकार का पौधा होता है, जिसकी जड़ों और फलों दोनों में अनेक स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं। अश्वगंधा, को अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू बाजारं में इंडियन जिनसेंग (Indian Ginseng) के नाम से भी पहचाना जाता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए अश्वगंधा का सेवन लाभकारी माना जाता है क्योंकि, रक्त में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित रखता है। इसके अलावा हाइपरटेंशन (hypertension) के मरीजों के लिए भी अश्वगंधा के सेवन के विशेष फायदे हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट् से समृद्ध होने के कारण शरीर की रोग-प्रतिरोधक शक्ति (Immune Power_ बढ़ाता है और साथ ही तनाव और चिंता जैसे मानसिक विकारों से भी राहत दिलाता है। इस गुणकारी जड़ी-बूटी के सेवन से शरीर और स्वास्थ्य को होनेवाले फायदों के बारे में विस्तार से जानने के लिए पढ़ें यह पूरा लेख। (Health benefits of Ashwagandha) अश्वगंधा के फायदे (Benefits of Ashwagandha) अश्वगंधा में कई शक्तिशाली तत्व पाए जाते हैं, जो न सिर्फ शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाते हैं, बल्कि हमारे मानसिक स्वास्थ्य को भी बनाए रखते हैं। अश्वगंधा से मिलने वाले प्रमुख फायदों ( ashwagandha ke fayde) के बारे में बात करें तो इससे होते हैं ये फायदे - अश्वगंधा में एंटीइंफ्लेमेटरी और पेनकिलर दोनों गुण पाए जाते हैं, जो गठिया के लक्षणों से निपटने में काफी मदद कर सकते हैं। 2015 में गठिया से ग्रस्त 125 लोगों पर कुछ अध्ययन किए गए और उसमें पाया कि अश्वगंधा दर्द व ल...

अश्वगंधा

अश्वगंधा अथवा असगंध आयुर्वेद की उन प्रमुख वनौषधियों में से एक है, जिन्हें अति विशिष्ठ स्थान प्राप्त है. 3000 से भी अधिक वर्षों से इसका उपयोग वाजिकरण टॉनिक, बलवर्धक, उत्तम रसायन, तनाव निवारण, मस्तिष्क क्रिया सुधार इत्यादि के लिये किया जाता रहा है ( कई आधुनिक शोधों ने भी, अश्वगंध में आईये जानते हैं, अशवगन्धा के 10 ऐसे ही गुण लाभ, जिन्हें कई वैज्ञानिक शोधों ने प्रमाणित किया गया है. अश्वगंधा की पहचान संस्कृत में अशवगन्धा (Ashvagandha) का मतलब है… घोड़े जैसी गंध जो इसकी विशेष गंध व शक्ति वर्धक गुणों को इंगित करती है. इसका वानस्पतिक नाम (botanical name) Withania somnifera है. यह इंडियन जिनसेंग, विंटर चेरी इत्यादि अन्य नामों से भी दुनिया भर में जानी जाती है . अश्वगंधा के पौधे के विभिन्न हिस्से ऐसे होते हैं: अश्वगंधा एक छोटा झाड़ीनुमा नारंगी पीले फूलों वाला पौधा होता है जिसका मूल भारत व उत्तरी अफ्रीका माना गया है. इसकी जड़ों का चूर्ण या सत्व मुख्यता उपयोग में लाया जाता है. अश्वगन्धा के स्वास्थ्य लाभ गुण अथवा फायदे इसमें उपलब्ध विदनोलोइद्स ( जिन्हें कैंसर रोधी, बलवर्धक व सूजन निवारक पाया गया है. ( असगंध मूल अशवगन्धा अत्यंत सवास्थ्यवर्धक औषधि है जिसे adaptogen अथवा तनावरोधी के रूप में भी वर्गीकृत किया गया है; अर्थात इसमें तनाव नियंत्रक गुण होते हैं. अशवगन्धा तन व मस्तिष्क के लिये कई प्रकार के अन्य फायदे भी देती है. अश्वगंधा के शोध आधारित 10 गुण लाभ फायदे 1 चिंता निवारक (Reduces Depression) दो शोधों के अनुसार, अश्वगंधा चिंता, भय का निवारण करने में सक्षम है. ( तनाव ग्रसित वयस्कों पर 60 दिन तक चले एक नियंत्रित शोध के अनुसार, जिन्हें 600mg अश्वगंधा रोज़ खिलाई गई, उनमें तनाव की 79% तक की कमी...

अश्वगंधा के 24 फायदे, उपयोग और नुकसान

अश्वगंधा का उपयोग सदियों से विश्वभर में उसके अनगिनत लाभ के कारण हो रहा है। वैज्ञानिक भी अश्वगंधा को गुणकारी औषधि मानते हैं। कहा जाता है कि अश्वगंधा व्यक्ति को स्वस्थ रखने में अहम योगदान निभा सकता है। इसी वजह से गुणों से भरपूर अश्वगंधा के फायदे के बारे में हम स्टाइलक्रेज के इस लेख में विस्तार से बता रहे हैं। बेशक, अश्वगंधा एक औषधि है, लेकिन इसकी मात्रा पर ध्यान देना भी जरूरी है। इसका कितना सेवन किया जाना चाहिए, इससे जुड़ी जानकारी भी यहां दी गई है। साथ ही अधिक सेवन से होने वाले अश्वगंधा के नुकसान के बारे में भी हम बता रहे हैं। विषय सूची • • • • • • • • • • • अश्वगंधा क्या है – What is Ashwagandha अश्वगंधा एक जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल प्राचीन काल से किया जाता रहा है। इस जड़ी-बूटी से अश्वगंधा चूर्ण, पाउडर और कैप्सूल बनाया जाता है। अश्वगंधा का वैज्ञानिक नाम विथानिया सोम्निफेरा (Withania somnifera) है। आम बोलचाल में इसे अश्वगंधा के साथ-साथ इंडियन जिनसेंग और इंडियन विंटर चेरी भी कहा जाता है। इसका पौधा 35-75 सेमी लंबा होता है। मुख्य रूप से इसकी खेती भारत के सूखे इलाकों में होती है, जैसे – मध्यप्रदेश, पंजाब, राजस्थान व गुजरात। इसे बहुतायत संख्या में चीन और नेपाल में भी उगाया जाता है। विश्वभर में इसकी 23 और भारत में दो प्रजातियां पाई जाती हैं स्क्रॉल करें चलिए, अब विस्तार से अश्वगंधा के गुण पर एक नजर डाल लेते हैं। इसके बाद अश्वगंधा के फायदे के बारे में बताएंगे। अश्वगंधा के औषधीय गुण अश्वगंधा को संपूर्ण शरीर के लिए फायदेमंद माना जाता है। अश्वगंधा के गुण में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटी स्ट्रेस, एंटीबैक्टीरियल एजेंट और इम्यून सिस्टम को बेहतर करना व अच्छी नींद शामिल हैं। इसक...

अश्वगंधादि लेह्य के फायदे, नुकसान, औषधीय उपयोग, खुराक, सेवन विधि

अश्वगंधादि लेहम, एक टॉनिक, कामोद्दीपक, एंटी ऑक्सीडेंट, rejuvenator और revitalizer है। इस दवा के नियमित सेवन ताकत देता है और दुर्बलता को दूर करता है। अश्वगंधादि लेह्य आयुर्वेद की लेह या अवलेह प्रकार की दवाई है। लेहों को घी, चीनी / मधु / गुड़ और औषधीय जड़ी बूटी के संयोग से बनाया जाता है। अश्वगंधादि लेह का प्रमुख घटक जैसा नाम से ही पता चलता है, इस दवा का मुख्य घटक अश्वगंधा है। अश्वगंधादि लेहम, एक टॉनिक, कामोद्दीपक, एंटी ऑक्सीडेंट, rejuvenator और revitalizer है। इस दवा के नियमित सेवन ताकत देता है और दुर्बलता को दूर करता है। Ashwagandhadi Lehyam is polyherbal Ayurvedic preparation containing Ashwagandha as chief ingredient. It is blackish brown, semisolid paste with a spicy pleasant odour and bitter astringent taste. This medicine is a tonic and used to improve general health, fertility, strength, weight etc. Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language. अश्वगंधादि लेह्य के घटक | Ingredients of Ashwagandhadi Lehyam in Hindi • शर्करा sugar 1.356 kg • अश्वगंधा Root Withania somnifera 192 g • श्वेत सारिवा Root Hemidesmus indicus 192 g • श्वेता जीरका Fruit Cuminum cyminum 192 g • मधुस्नुही Root trunk Smilax china [Smilax glabra (Official Substitute)] 192 g • द्राक्षा Dry fruit Vitis vinifera 192 g • घृता Clarified butter from cow milk 226 g • मधु Honey 452 g • इला Seeds Elettaria cardamomum 24 g • पानी Water 452 ग्राम अश्वगंधादि लेह्य के लाभ | Benefits of Ashwagandhadi Lehyam in Hindi यह दवा द्राक्षा, अश्व...