दीपावली कब है 2022 में

  1. Diwali 2022: दिवाली कब है, जानें कब कब पड़ेंगे इससे जुड़े पांच महापर्व
  2. दीपावली (Diwali Puja 2022) पर कैसे करें गणेश
  3. दीपावली पर सूर्य ग्रहण का साया, दिवाली कब मनाएं 24 या 25 अक्टूबर 2022 को
  4. दीपावली के 5 दिन 2022 भारत कैलेंडर में तिथि और लक्ष्मी पूजन
  5. Diwali 2022 Date, puja vidhi, subh muharat


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Diwali 2022: दिवाली कब है, जानें कब कब पड़ेंगे इससे जुड़े पांच महापर्व

Diwali 2022 kab hai: सुख-समृद्धि और सौभाग्य से जुड़ा दीपों के महापर्व दीपावली का इंतजार न सिर्फ हिंदू बल्कि सिख, बौद्ध और जैन धर्म से जुड़े लोगों को पूरे साल बना रहता है. कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की त्रयोदशी से लेकर कार्तिक मास के शुक्लपक्ष की द्वितीया तक मनाए जाने वाले दीपवाली महापर्व में धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज समेत कुल पांच त्योहार आते हैं. दीपों को उत्सव कहलाने वाले जिस दीपावली महापर्व को अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक माना जाता है, उससे जुड़े 05 पावन पर्व कब-कब मनाए जाएंगे और क्या है उनकी पूजा का धार्मिक महत्व, आइए इसे जाने माने-ज्योतिषविद् एवं कर्मकांड के जानकार पं. राम गणेश मिश्र से विस्तार से जानते हैं. धनतेरस कब है दीपावली महापर्व की शुरुआत धनतेरस से होती है, जो कि इस साल 23 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा. धनतेरस पर्व धन के देवता कुबेर, माता लक्ष्मी और आरोग्य के देवता माने जाने वाले भगवान धनवंतिर की पूजा का बहुत ज्यादा महत्व है. मान्यता है कि धनतेरस पर विधि-विधान से पूजा करने पर व्यक्ति को धन-धान्य के साथ अच्छी सेहत का भी वरदान मिलता है. इसी दिन भगवान शिव की कृपा बरसाने वालाा प्रदोष व्रत भी पड़ेगा. करवा चौथ पर छलनी से आखिर क्यों देखा जाता है चांद, जानें इससे जुड़ा राज नरक चतुर्दशी कब है दीपावली महापर्व के दूसरे दिन को हनुमान जयंती, रूप चौदस, नरक चौदस और छोटी दिवाली के रूप में मनाया जाता है. नरक चतुर्दशी का यह पर्व इस साल 24 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा. नरक चतुर्दशी के दिन नरक से जड़े दोष से मुक्ति पाने के लिए शाम के समय घर के बाहर विशेष रूप से दीया जलाया जाता है. मान्यता है कि संकटमोचन हनुमान जी का जन्म भी नरक चतुर्दशी के दिन ही हुआ...

दीपावली (Diwali Puja 2022) पर कैसे करें गणेश

दीपावली (Diwali Puja 2022) पर कैसे करें गणेश – लक्ष्मी की पूजा ? कब है शुभ मुहूर्त ? जानिये दिवाली क्यों मनाते हैं ? दिवाली (Diwali Puja 2022) की तारीख हिन्दू पंचांग द्वारा निर्धारित की जाती है और हर साल अक्टूबर से नवंबर तक बदलती रहती है। यह भारत के कैलेंडर में 8 वें महीने (कार्तिक के महीने) के 15 वें दिन मनाया जाता है। दीपावली (Diwali Puja 2022) इस साल कब मनाई जाएगी? दिवाली (Diwali Puja 2022) भारत में 24 अक्टूबर सोमवार को है। दिवाली (Diwali Puja 2022) की तारीख हिन्दू पंचांग द्वारा निर्धारित की जाती है और हर साल अक्टूबर से नवंबर तक बदलती रहती है। यह भारत के कैलेंडर में 8 वें महीने (कार्तिक के महीने) के 15 वें दिन मनाया जाता है। यह अमावस्या का दिन (Diwali Puja 2022) होता है। अमावस्या तिथि (वह अवधि जब चंद्रमा 12 डिग्री तक सूर्य के प्रकाश का विरोध करता है) 24 अक्टूबर को शाम 05:27 बजे से 25 अक्टूबर को शाम 04:18 बजे तक है। देवी लक्ष्मी (धन की देवी ) की पूजा मुख्य रूप से दिवाली पूजा (Diwali Puja 2022) के दौरान सुख, समृद्धि और प्रसिद्धि के लिए की जाती है। दिवाली (Diwali Puja 2022) के लिए, लक्ष्मी पूजा मुहूर्त (लक्ष्मी पूजा करने का सबसे अच्छा समय) 24 अक्टूबर को शाम 07 :05 बजे से 08:05 बजे तक 1 घंटा है। दीपावली (Diwali Puja 2022) पर पूजा कैसे करें? क्या है सही विधि? • (Diwali Puja 2022) घर को अच्छी तरह से साफ करना सुनिश्चित करें और गंगाजल या पानी छिड़कें। • एक वेदी या एक मंच स्थापित करें। इसे लाल कपड़े से ढक दें। बीच में कुछ दाने डालें। • अब कलश या तांबे के बर्तन में पानी, सुपारी, गेंदा का फूल, सिक्का और अनाज भरें। कलश के गले में आम के पत्ते डालें। • कलश को मंच के केंद्र में रखें। ...

दीपावली पर सूर्य ग्रहण का साया, दिवाली कब मनाएं 24 या 25 अक्टूबर 2022 को

When is Diwali 2022: हिन्दू पंचांग के अनुसार दीपावली प्रतिवर्ष कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाते हैं। यह अमावस्या तिथि उदयातिथि के अनुसार 25 अक्टूबर 2022 मंगलवार को है। इसी दिन सूर्य ग्रहण भी है। सूर्य ग्रहण के समय किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य और पूजा पाठ नहीं करते हैं। ग्रहण काल के दौरान मंदिर मंदिर रहते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि दीपावली का पर्व कब मनाएं? कब से कब तक मनाई जाएगी दीपावली | Kab se kab tak manaya jayega Diwali Parv: दरअसल 24 अक्टूबर को चतुर्दशी तिथि शाम 05 बजकर 27 मिनट तक रहेगी इसके बाद अमास्या प्रारंभ हो जाएगी, जो अगले दिन 25 अक्टूबर को 04 बजकर 18 मिनट तक रहेगी। ऐसे में 24 अक्टूबर को पूरी रात दीपावली का पर्व मना सकते हैं। दीपावली की पूजा अमावस्या तिथि की रात में ही होती है। 25 अक्टूबर की रात को यह तिथि नहीं रहेगी। यानी 24 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 27 मिनट से दीपावली का पर्व सूर्य ग्रहण के पहले तक मनाया जा सकता है। How many shravan somvar in 2023 : आषाढ़ माह से वर्षा ऋ‍तु प्रारंभ हो जाती है। इसके बाद श्रावण माह आता है जिसमें भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। वैसे तो पूरे माह की व्रत रखते हैं परंतु इस माह में सोमवार के दिन व्रत रखने का खास महत्व होता है। आओ जानते हैं कि श्रावण मास कब से हो रहा है प्रारंभ, कितने सोमवार रहेंगे इस माह में? Halharini amavasya 2023 : आषाढ़ माह की अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या कहते हैं। किसानों के लिए यह शुभ दिन है। यह दिन किसानों के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि आषाढ़ में पड़ने वाली इस अमावस्या के समय तक वर्षा ऋतु का आरंभ हो जाता है और धरती भी नम पड़ जाती है। फसल की बुआई के लिए यह समय उत्तम होता है। इसे आषाढ़ी...

दीपावली के 5 दिन 2022 भारत कैलेंडर में तिथि और लक्ष्मी पूजन

दिवाली की तारीख भारत कैलेंडर द्वारा निर्धारित की जाती है और हर साल अक्टूबर से नवंबर तक बदलती रहती है। यह भारत के कैलेंडर में 8 वें महीने (कार्तिक के महीने) के 15 वें दिन मनाया जाता है। दिन एक अमावस्या या ‘अमावस्या का दिन’ है। अमावस्या तिथि (वह अवधि जब चंद्रमा 12 डिग्री तक सूर्य के प्रकाश का विरोध करता है) 24 October को सुबह 6:03 से 2022 में 25 October को 2:44 बजे तक है। देवी लक्ष्मी (धन के देवता) की पूजा मुख्य रूप से दिवाली पूजा के दौरान सुख, समृद्धि और प्रसिद्धि के लिए की जाती है। दिल्ली में दिवाली 2022 के लिए, लक्ष्मी पूजा मुहूर्त (लक्ष्मी पूजा करने का सबसे अच्छा समय) 24 October को शाम 6:09 बजे से रात 8:04 बजे तक 1 घंटा 55 मिनट है। दिवाली संस्कृत शब्द दीपावली से लिया गया है जिसका अर्थ है ‘दीपों की रेखा’। यह भारत में सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जो एक नए साल का प्रतीक है, और अक्सर इसकी तुलना पश्चिम में क्रिसमस से की जाती है। दिवाली 2022 का उत्सव 5 दिनों तक चलता है • दिवाली दिवस 1: 22 October, 2022 द्वादशी – धनतेरस • दिवाली दिवस 2: 23 October, 2022 त्रयोदशी – छोटी दिवाली • दिवाली दिवस 3: 24 October, 2022 अमावस्या – दीपावली • दिवाली दिवस 4: 25 October, 2022 प्रतिपदा – पड़वा • दिवाली दिवस 5: 26 October, 2022 द्वितीया – भाई दूज दीवाली 2022 मे 5-दिवसीय समारोह का कैलेंडर (2022 में दिवाली कब है) दिवाली समारोह 5 दिनों में होता है, जिसमें प्रत्येक दिन आम तौर पर अलग-अलग अनुष्ठान और परंपराएं होती हैं। नीचे हमने दीवाली के सभी दिनों को उनकी कैलेंडर तिथियों के साथ सूचीबद्ध किया है और प्रत्येक दिन क्या होता है इसका संक्षिप्त विवरण दिया गया है: दीपावली का 5 दिवसीय उत्सव दीपावल...

Diwali 2022 Date, puja vidhi, subh muharat

Diwali 2022 Date and Shubh Muhurat: हिन्दू धर्म में दिवाली का त्योहार बहुत प्रमुख माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान राम माता सीता और भ्राता लक्ष्मण के साथ चौदह साल का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे और उनके आने की खुशी में नगरवासियों ने दीपों से पूरी नगरी को सजाया था। दीपावली के दिन मुख्य रूप से धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश का पूजन किया जाता है। मान्यता है कि इससे जीवन में सुख-समृद्धि, धन-वैभव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। वहीं हिंदुओं के अलावा सिख, बौद्ध और जैन धर्म के लोगों द्वारा भी दीपोत्सव मनाया जाता है। धनतेरस से प्रारंभ होकर भैया दूज तक मनाया जाने वाला पांच दिवसीय त्योहार अंधकार पर प्रकाश की विजय का संदेश देता है। तो आइए जानते हैं इस साल किस तारीख को दिवाली मनाई जाएगी और शुभ मुहूर्त के बारे में. मां लक्ष्मी की प्रतिमा ( कमल के पुष्प पर बैठी हुईं), गणेश जी की तस्वीर या प्रतिमा (गणपति जी की सूंड बांयी ओर होनी चाहिए), कमल का फूल, गुलाब का फूल, पान के पत्ते, रोली, सिंदूर, केसर, अक्षत (साबुत चावल), पूजा की सुपारी, फल, फूल मिष्ठान, दूध, दही, शहद, इत्र, गंगाजल, कलावा, धान का लावा(खील) बताशे, लक्ष्मी जी के समक्ष जलाने के लिए पीतल का दीपक, मिट्टी के दीपक, तेल, शुद्ध घी और रुई की बत्तियां, तांबे या पीतल का कलश, एक पानी वाला नारियल, चांदी के लक्ष्मी गणेश स्वरुप के सिक्के, साफ आटा, लाल या पीले रंग का कपड़ा आसन के लिए, चौकी और पूजा के लिए थाली। आने वाले पांच सालों में दिवाली की तिथियां-