एस्ट्रोजन हार्मोन कैसे बढ़ाये

  1. Women Health: What Is The Estrogen Hormone, Whats Effect On The Body When Is Increase Or Decrease
  2. एस्ट्रोजन (estrogen) बढायें
  3. एस्ट्रोजन हार्मोन की महिलाओं के शरीर में भूमिका
  4. How to Lower Estrogen Levels in Females Naturally
  5. एस्ट्रोजन हार्मोन कैसे बढ़ाये
  6. हारमोंस डिस्टर्ब क्यों होते हैं? – ElegantAnswer.com
  7. Health Tips Increase Estrogen Level Naturally By Foods And Exercise
  8. एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ाने के लिए क्या खाएं
  9. एस्ट्रोजन स्तर बढ़ने या कम होने के लक्षण, कारण और उपचार
  10. How to Lower Estrogen Levels in Females Naturally


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Women Health: What Is The Estrogen Hormone, Whats Effect On The Body When Is Increase Or Decrease

एस्ट्रोजन एक सेक्स हार्मोन है जो महिलाओं के यौन और प्रजनन स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक है. मासिक धर्म चक्र के दौरान एस्ट्रोजन के स्तर में स्वाभाविक रूप से उतार-चढ़ाव होता है और रजोनिवृत्ति (menopause) के दौरान गिरावट आती है. ये हार्मोन प्रजनन स्वास्थ्य में अहम भूमिका निभाता है. स्तनों के विकास जैसे शारीरिक बदलाव लाने में ये हार्मोन मदद करता है. इसके घटने या बढ़ने का शरीर पर बहुत प्रभाव पड़ता है. यहां हम आपको एस्ट्रोजन हार्मोन के बढ़ने या घटने के शरीर पर क्या प्रभाव होते है इस बारे में बता रहे हैं. यह भी पढ़ें • Yoga Exercise for Women's Health: इस साल योग डे से पहले शुरू कर लें ये 5 योगासन, महिलाओं के लिए तो हैं बेहद जरूरी, सेहत रहेगी दुरुस्‍त... • 40 की उम्र के बाद भी नहीं बढ़ेगा वजन, महिलाएं अपनी लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव • नेचुरोपैथी एक्सपर्ट ने बताया रुके हुए पीरियड को लाने का आसान उपाय, जीरे के पानी में बस इस चीज को मिलाकर है पीना एस्ट्रोजन असंतुलन के प्रभाव-Effects Of Estrogen Imbalance: 1. अनियमित या मासिक धर्म नहीं होना. 2. मासिक धर्म के दौरान हल्का या भारी रक्तस्राव. 3. अधिक गंभीर मासिक धर्म या रजोनिवृत्ति के लक्षण. 4.स्तन और गर्भाशय में गांठ. 5. मूड में बदलाव और नींद की समस्या. 6. वजन बढ़ना, मुख्य रूप से कूल्हों, जांघों और कमर में. 7. कम यौन इच्छा. 8. थकान, अवसाद और चिंता. एस्ट्रोजन लेवल के बढ़ने पर सेक्स ड्राइव में कमी, वजन बढ़ना, अनियमित पीरियड जैसे लक्षण दिखते है. वहीं लेवल के घटने पर कमजोर हड्डियां, रात में पसीना, अनियमित पीरियड, सिरदर्द, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, थकान, सोने में परेशानी, मूड में बदलाव, चिड़चिड़ापन और अवसाद, योनि का सूखापन जै...

एस्ट्रोजन (estrogen) बढायें

एस्ट्रोजन (Estrogen), जिसे फीमेल हॉर्मोन भी कहते हैं, एक प्राकृतिक हार्मोन है जो पुरुष और महिला दोनों में पाया जाता है | एक हेल्दी एस्ट्रोजन लेवल को बनाये रखना दोनों लिंगों के लिए ज़रूरी होता है, लेकिन महिलाओं को सामान्य शारीरिक क्रियाओं जैसे गर्भधारण के लिए अधिक एस्ट्रोजन की ज़रूरत होती है | मीनोपॉज के समय महिलाओं में एस्ट्रोजन लेवल विशेषरूप से कम हो जाता है | इस आर्टिकल के द्वारा जानें कि किस प्रकार आप अपनी जीवनशैली (lifestyle) और डाइट में सामान्य बदलाव लाकर एस्ट्रोजन लेवल को बढ़ा सकते हैं | अपने लक्षणों पर नज़र रखें: अगर आप कुछ ऐसे लक्षण अनुभव करती हैं जो आपके हार्मोन लेवल में असंतुलन का संकेत देते हैं या आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं तो डॉक्टर को दिखाएँ | याद रखें, हार्मोन्स में बदलाव होना आम बात है, विशेषरूप से उन महिलाओं में जो मीनोपॉज की अवस्था से गुजर रही हों | परन्तु, अगर आपकी आयु मीनोपॉज या पेरीमीनोपॉज की सामान्य रेंज में न हो, या अगर आपके लक्षण बहुत गंभीर हों तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए | इन लक्षणों में शामिल हैं: X Mayo Clinic • हॉट फ्लाशेश या गर्मी के झटके (hot flashes) या सोने में परेशानी होना • मूड में बदलाव आना (mood changes) • यौन क्रियाओं में बदलाव या फर्टिलिटी कम होना • कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होना डॉक्टर को दिखाएँ: एस्ट्रोजन ट्रीटमेंट प्रोग्राम शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से अपने शरीर पर होने वाले एस्ट्रोजन के प्रभावों के बारे में जानकारी ले लें | जहाँ एक ओर एस्ट्रोजन की कमी से परेशानी हो सकती है, वहीँ दूसरी ओर एस्ट्रोजन लेवल बहुत अधिक होने (या गलत समय पर एस्ट्रोजन की अधिकता) के कारण मासिकधर्म में परिवर्तन, ओवेरियन सिस्ट और ब्रैस्ट कैंसर हो सकते...

एस्ट्रोजन हार्मोन की महिलाओं के शरीर में भूमिका

Estrogen hormone in hindi एस्ट्रोजन जो की एक सेक्स हार्मोन के नाम से भी जाना जाता है पुरुषों और महिलाओं दोनों में पाया जाता है एस्ट्रोजन हार्मोन की भूमिका महिलाओं में अधिक होती है क्योंकि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को एस्ट्रोजन की जरूरत अधिक होती है महिलाओं को अपने शरीर के आंतरिक कार्यों और विकास के लिए एस्ट्रोजन हार्मोन आवश्यक होता है एस्ट्रोजन हार्मोन महिलाओं के शारीरिक बदलाव में बड़ी भूमिका निभाता है। प्रत्येक महिला में एस्ट्रोजन का स्तर अलग-अलग हो सकता है आज हम इस लेख में जानेंगे कि एस्ट्रोजन हार्मोन की भूमिका महिलाओं के शरीर में क्या है और एस्ट्रोजन का महिलाओं के शरीर में क्या महत्व होता है और एस्ट्रोजन की कमी या अधिकता से होने वाले परिवर्तन का असर महिला के शरीर पर किस प्रकार से दिखता है इन सब के बारे में हम आज चर्चा करने वाले हैं एस्ट्रोजन हार्मोन की भूमिका महिलाओं के शरीर विकास में – Role of estrogen in female development in hindi Estrogen hormone एस्ट्रोजन महिलाओं में प्रजनन और यौन विकास के लिए महत्वपूर्ण है इसलिए इसे फीमेल सेक्स हार्मोन कहा जाता है एस्ट्रोजन महिलाओं के शारीरिक बदलाव में मुख्य भूमिका निभाता है इसी वजह से इसे फीमेल डेवलपमेंट हार्मोन भी कहा जाता है एस्ट्रोजन की वजह से महिलाओं में निम्न परिवर्तन देखे जाते हैं • लड़कियों के स्तनों का विकास होना • मासिक चक्र की शुरुआत होना • जननांगों में बालों की वृद्धि होना विशेषज्ञों का मानना है कि एस्ट्रोजन ना केवल योन अंगों के विकास में सहायक होता है बल्कि इसका असर शरीर के अन्य भागों जैसा कि मेटाबॉलिज्म पर भी होता है यह हार्मोन गर्भावस्था के दौरान काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है एस्ट्रोजन का उत्पादन – Estrogen pr...

How to Lower Estrogen Levels in Females Naturally

महिलाओं के शरीर में हार्मोन बहुत सारी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। हार्मोनल उतार-चढ़ाव सभी के साथ होता है और महिलाओं के शरीर में जो दो मुख्य सेक्स हार्मोन होते हैं वो हैं एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन। इनमें से एस्ट्रोजन का लेवल कई बार बढ़ जाता है और मेनोपॉज के बाद ये काफी घट भी जाता है। शरीर में होने वाले बदलाव काफी हद तक एस्ट्रोजन की कारस्तानी से होता है। इसका लेवल कई कारणों से बढ़ या घट सकता है। महिलाओं के शरीर में न्यूट्रिशन की कमी, वजन में उतार-चढ़ाव, कॉफी का ज्यादा सेवन, स्ट्रेस लेने या फिर लाइफस्टाइल में कोई बड़ा बदलाव करने के कारण एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल बढ़ता है। पर क्या फूड हैबिट्स को बदलने से इसपर असर पड़ सकता है? हार्मोन बैलेंस और गट हेल्थ में एक्सपर्ट डाइटीशियन मनप्रीत ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एस्ट्रोजन लेवल को कम करने से जुड़े टिप्स शेयर किए हैं। इसे जरूर पढ़ें- 2. ब्लोटिंग- ऐसे समय में ब्लोटिंग की प्रॉब्लम काफी ज्यादा हो सकती है। 3. हैवी मेंस्ट्रुअल फ्लो- एस्ट्रोजेन हार्मोन अगर बढ़ता है तो मेंस्ट्रुअल फ्लो भी काफी ज्यादा हो सकता है। ये नॉर्मल से काफी ज्यादा होता है और समस्या भी बढ़ती है। 4. मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स- एस्ट्रोजन हार्मोन 5. सिरदर्द- कई बार एस्ट्रोजन लेवल के बढ़ने के कारण जरूरत से ज्यादा सिरदर्द भी हो सकता है। 6. पीएमएस- लगातार मूड स्विंग होना, बहुत ज्यादा परेशानी भरा साबित हो सकता है। 7. हॉट फ्लैशेज- एस्ट्रोजेन हार्मोन के ज्यादा बढ़ने पर कई बार एस्ट्रोजन लेवल को कंट्रोल करने के लिए क्या करें? अब बात करते हैं एस्ट्रोजेन जैसे सेक्शुअल हार्मोन को कंट्रोल करने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं। 1. प्लास्टिक कंटेनर को बदलें- एस्ट्रोजन की समस्या को कम क...

एस्ट्रोजन हार्मोन कैसे बढ़ाये

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हारमोंस डिस्टर्ब क्यों होते हैं? – ElegantAnswer.com

हारमोंस डिस्टर्ब क्यों होते हैं? इसे सुनेंरोकेंचाय, कॉफी, चॉकलेट, कोल्ड ड्रिंक्स इत्यादि के अधिक सेवन से महिलाओं की एड्रेनल ग्रंथि ज्यादा सक्रिय हो जाती है, जिससे हार्मोन्स का स्राव होने लगता है। पोषक आहार लें ताकि शरीर को विटामिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन आदि मिलते रहें। आहार में ताजे फल व सब्जियों जैसे गाजर, ब्रोकोली और पत्तागोभी की मात्रा बढ़ा दें। कैसे मासिक धर्म में हार्मोनल असंतुलन का इलाज करने के? इसे सुनेंरोकेंलेकिन, तनाव शरीर में बदलाव की ओर जाता है, जिसमें हार्मोन के स्तर में बदलाव भी शामिल है। हार्मोनल असंतुलन मासिक धर्म चक्र को प्रभावित करता है। इसके अलावा, मस्तिष्क के दोनों हिस्से हाइपोथैलेमस और पिट्यूटरी ग्रंथि, मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करते हैं। वे व्यायाम, नींद और तनाव जैसे बाहरी कारकों के प्रति संवेदनशील हैं। फीमेल हार्मोन कैसे बढ़ाये? एस्ट्रोजन हॉर्मोन की कमी होने पर महिलाएं अपनाएं ये 9 घरेलू उपाय • अलसी के बीज बढाए एस्ट्रोजन हॉर्मोन • एवोकाडो से बढ़ेगा एस्ट्रोजन हॉर्मोन • तिल के बीजों से एस्ट्रोजन हॉर्मोन में वृद्धि • ड्राय फ्रूट्स से बढ़ाएं एस्ट्रोजन लेवल • एस्ट्रोजन हॉर्मोन बढ़ाने में मददगार सोया प्रोडक्ट्स • दाल से बढ़ाएं एस्ट्रोजन लेवल हार्मोन बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए? नेचुरल तरीके से हैप्पी हार्मोन बढ़ाने के लिए फॉलो करें ये टिप्स • नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। सेरोटोनिन मस्तिष्क में पाया जाने वाला एक ऐसा तत्व है, जो मूड, खुशी और चिंता को नियंत्रित करता है। इसे हैप्पी हार्मोन भी कहा जाता है। • एक्सरसाइज करें • धूप सेंके • संतुलित आहार लें • मेडिटेशन करें महिलाओं में हार्मोन कितना होना चाहिए? इसे सुनेंरोकेंप्रेग्‍नेंसी के लिए मासिक चक्र के दौरान ए...

Health Tips Increase Estrogen Level Naturally By Foods And Exercise

Women Health Tips: इस हार्मोन की कमी से महिलाओं में होती हैं कई परेशानियां, नेचुरल तरीकों से बढ़ाएं एस्ट्रोजन लेवल Health Tips: एस्ट्रोजन लेवल कम होने से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं. इसलिए इसे मेंटेन रखना चाहिए. आप नुचरली भी इसके लेवल को अच्छा बना सकती हैं. जानें कैसे Estrogen Level :महिलाओं के रीप्रोडक्टिव सिस्‍टम को सेहतमंद रखने के साथ ही उनकी बॉडी में बदलाव लाने के लिए एक हार्मोन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और इसका नाम है एस्ट्रोजन (Estrogen). एस्ट्रोजन कई तरह की भमिका निभाता है, जैसे कि यह हार्मोन हार्ट फंक्‍शन, हड्डियों की सेहत को बेहतर रखता है. इसकी कमी से महिलाओं को कई तरह की परेशानी से जूझना पड़ता है. शरीर में एस्‍ट्रोजन लेवल (Estrogen Level) को बढ़ाने के लिए आप कुछ नेचुरल तरीके अपना सकती हैं.

एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ाने के लिए क्या खाएं

Estrogen Boosting Foods: एस्ट्रोजन हार्मोन शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। एस्ट्रोजन हार्मोन महिलाएं और पुरुष दोनों में पाया जाता हैं। शरीर में इसको स्तर बनाए रखना बहुत जरूरी होता है। एस्ट्रोजन महिलाओं में प्रजनन और यौन विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है। शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी के कारण कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में एस्ट्रोजन हार्मोन को शरीर में पूर्ति करने के लिए डाइट को कुछ फूड्स को शामिल किया जा सकता हैं। ये फूड्स शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ाने के साथ शरीर का विकास भी ठीक ढ़ंग से करेंगे। आइए जानते हैं एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ाने वाले फूड्स के बारे में। अखरोट अखरोट शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर, कैल्शियम, पोटेशियम और फोलेट आदि पाए जाते हैं। नियमित अखरोट खाने से शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी पूरी होती है और शरीर भी हेल्दी रहता है। अखरोट खाने से दिमाग तेज होने के साथ कब्ज से भी आराम मिलता है। फ्लैक्स सीड्स फ्लैक्स सीड्स शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसमें प्रचुर मात्रा में ओमेगा-3, प्रोटीन और कॉपर आदि पाए जाते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में एस्ट्रोजन हार्मोन भी होता है। तिल तिल शरीर को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं तिल में भरपूर मात्रा में एस्ट्रोजन हार्मोन पाया जाता है, जो शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन को बढ़ाकर बॉडी को हेल्दी रखने में मदद करता है। इसको खाने से इसे भी पढ़ें- सफेद चने सफेद चने खाने से शरीर की कई समस्याएं आसानी से दूर होती हैं। सफेद चना शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की पूर्ति करता है। इसको खाने से शरीर की सूजन कम होती है और डायबिटीज से ग्रसित मरीज भी आसानी से इसे खा सकते हैं। सफेद च...

एस्ट्रोजन स्तर बढ़ने या कम होने के लक्षण, कारण और उपचार

• • • यौन स्वास्थ्य • • • • • • • महिला स्वास्थ्य • • • • • • • त्वचा की समस्या • • • • बालों की समस्या • • • • • पुरानी बीमारी • • • • • • • • • • • • • • बीमारी • यौन स्वास्थ्य • पॉडकास्ट • अस्पताल खोजें • डॉक्टर खोजें • हेल्थ टी.वी. • वेब स्टोरीज • • इलाज • • • • • • • • • • योग और फिटनेस • • • • • • महिला • • • • • • अन्य विषय • • • • • • • • • एस्ट्रोजन, हार्मोन होते हैं जो मुख्य रूप से महिलाओं में प्रजनन और यौन विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इन्हें महिला (और पढ़ें - एस्ट्रोजन का उत्पादन अंडाशय और कुछ मात्रा में एड्रिनल कोर्टेक्स (प्रत्येक किडनी के शीर्ष पर स्थित एड्रिनल ग्रंथि का बाहरी भाग), वृषण (Testes) तथा भ्रूण और प्लेसेंटा (Fetoplacental unit) द्वारा होता है। एस्ट्रोजन प्रधानता (Estrogen dominance) पुरुषों और महिलाओं दोनों में होने वाले हार्मोन असंतुलनों में प्रमुख है। एस्ट्रोजन प्रधानता तब होती है जब किसी न किसी तरह एस्ट्रोजन की तुलना में • • • • • • • • • • • महिलाओं में, प्रीमेनोपॉज के शुरु होने से 50 साल की उम्र तक, लगभग एस्ट्रोजन के स्तर में लगभग 35% की कमी और साथ ही प्रोजेस्टेरोन के स्तर में 75% की कमी होती है। लेकिन ऐसा होना सामान्य माना जाता है। हालांकि एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन एक दूसरे पर निर्भर करते हैं। प्रोजेस्टेरोन उत्पादन में इस प्रकार की कमी से ही एस्ट्रोजन प्रधानता के लक्षण उत्पन्न होते हैं। फिर एस्ट्रोजेन का स्तर पहले से ही कम क्यों न हो। महिलाओं को प्रोजेस्टेरोन के सामान्य या निम्न स्तर के साथ, एस्ट्रोजेन के स्तर में बढ़ोतरी का अनुभव भी हो सकता है। इसे भी एस्ट्रोजन प्रधानता माना जाता है। महिलाओं के लिए यह मासिक धर्म के वर्षों में अधिक सामान्...

How to Lower Estrogen Levels in Females Naturally

महिलाओं के शरीर में हार्मोन बहुत सारी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। हार्मोनल उतार-चढ़ाव सभी के साथ होता है और महिलाओं के शरीर में जो दो मुख्य सेक्स हार्मोन होते हैं वो हैं एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन। इनमें से एस्ट्रोजन का लेवल कई बार बढ़ जाता है और मेनोपॉज के बाद ये काफी घट भी जाता है। शरीर में होने वाले बदलाव काफी हद तक एस्ट्रोजन की कारस्तानी से होता है। इसका लेवल कई कारणों से बढ़ या घट सकता है। महिलाओं के शरीर में न्यूट्रिशन की कमी, वजन में उतार-चढ़ाव, कॉफी का ज्यादा सेवन, स्ट्रेस लेने या फिर लाइफस्टाइल में कोई बड़ा बदलाव करने के कारण एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल बढ़ता है। पर क्या फूड हैबिट्स को बदलने से इसपर असर पड़ सकता है? हार्मोन बैलेंस और गट हेल्थ में एक्सपर्ट डाइटीशियन मनप्रीत ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एस्ट्रोजन लेवल को कम करने से जुड़े टिप्स शेयर किए हैं। इसे जरूर पढ़ें- 2. ब्लोटिंग- ऐसे समय में ब्लोटिंग की प्रॉब्लम काफी ज्यादा हो सकती है। 3. हैवी मेंस्ट्रुअल फ्लो- एस्ट्रोजेन हार्मोन अगर बढ़ता है तो मेंस्ट्रुअल फ्लो भी काफी ज्यादा हो सकता है। ये नॉर्मल से काफी ज्यादा होता है और समस्या भी बढ़ती है। 4. मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स- एस्ट्रोजन हार्मोन 5. सिरदर्द- कई बार एस्ट्रोजन लेवल के बढ़ने के कारण जरूरत से ज्यादा सिरदर्द भी हो सकता है। 6. पीएमएस- लगातार मूड स्विंग होना, बहुत ज्यादा परेशानी भरा साबित हो सकता है। 7. हॉट फ्लैशेज- एस्ट्रोजेन हार्मोन के ज्यादा बढ़ने पर कई बार एस्ट्रोजन लेवल को कंट्रोल करने के लिए क्या करें? अब बात करते हैं एस्ट्रोजेन जैसे सेक्शुअल हार्मोन को कंट्रोल करने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं। 1. प्लास्टिक कंटेनर को बदलें- एस्ट्रोजन की समस्या को कम क...