जालोर का तापमान

  1. Cyclone Biprajoy Effect will be seen in Rajasthan weather department issued yellow orange alert in 10 districts
  2. जालौर जिला
  3. जिले का तापमान 4.4 डिग्री पर पहुंचा, टीचरों और कर्मचारियों को रहना होगा मौजूद
  4. मौसम में बदलाव का असर आज से दिखने लग जाएगा


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Cyclone Biprajoy Effect will be seen in Rajasthan weather department issued yellow orange alert in 10 districts

Cyclone Biprajoy Effect will be seen in Rajasthan weather department issued yellow orange alert in 10 districts|राजस्थान में दिखेगा बिपरजॉय तूफान का असर, 10 से ज्यादा जिलों में मौसम विभाग का येलों और ऑरेज अलर्ट जारी | Hindi News, जयपुर राजस्थान में दिखेगा बिपरजॉय तूफान का असर, 10 से ज्यादा जिलों में मौसम विभाग का येलों और ऑरेज अलर्ट जारी Cyclone Biprajoy in rajasthan: ईस्ट सेंट्रल अरब सागर की खाड़ी में बनेचक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर सौराष्ट्र से लेकर राजस्थान में देखने को मिलेगा. हालात ये है कि मौसम विभाग ने इसके लिए 16 से लेकर 18 जून तक 10 से ज्यादा जिलों में येलों और ऑरेंज अलर्ट जारी कर लोगों को घरों में रहने की चेतावनी जारी की है. Cyclone Biprajoy in rajasthan: बिपरजॉय तूफान का असर प्रदेशभर में देखने को मिल रहा है. तूफान से राज्य में लो प्रेशर एरिया बना हुआ है. जिसके कारण उमस और तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है. चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के कारण प्रदेश में आंधी बारिश के बीच 44 डिग्री तक तापमान पहुंच गया है. बूंदी ज़िले का तापमान 44 डिग्री दर्ज किया गया . इसी के साथ फलोदी, धौलपुर का तापमान 43 डिग्री से अधिक दर्ज हुआ है. .यह भी पढ़ेंः 16 से 17 जून तक भारी बारिश का अलर्ट अधिकांश जिलों में 40 डिग्री से अधिक तापमान के साथ 38 से 44 डिग्री के बीच तापमान दर्ज किया जा रहा है. जयपुर मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए प्रदेश में आंधी बारिश के अलर्ट के साथ कई जिलों में येल्लो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर जयपुर मौसम केंद्र के वैज्ञानिकों का मानना है इसका असर प्रदेश में देखने को मिलेगा. इसी के साथ मौसम विभाग जयपुर के अनुसार · 16 जून को जोधपुर और उदयपुर संभाग...

जालौर जिला

अनुक्रम • 1 इतिहास • 2 जालौर दुर्ग • 3 इन्हें भी देखें • 4 सन्दर्भ इतिहास [ ] प्राचीन काल में जालोर को जबलीपुरा के नाम से जाना जाता था - जिसका नाम हिंदू संत 10 वीं शताब्दी में, जालोर पर विरम और फिरोजा के संबंध में कहा जाता है कि बादशाह राजा विरम को "पन्नू पहलवान" के साथ "वेनिटी" के खेल के लिए आमंत्रित किया। पराजित करने के बाद पहलवान राजकुमारी फिरोजा को विरम से प्यार हो गया और उसने इसका प्रस्ताव भेजा विवाह, जिसे वीरम ने अस्वीकार कर दिया। इस बादशाह राजा से नाराज होकर अपने सैनिकों के साथ पूरे जालौर को घेर लिया। जालोर का यह पुत्र विरम देव, हेरोस का सबसे बड़ा और पीछे छोड़ दिया गया है मीठी यादें। कान्हड़देव और उनके पुत्र वीरमदेव की जालोर में रक्षा के लिए मृत्यु हो गई. सैकड़ों राजपूत बहादुरों ने अपने देश के लिए जान दे दी है, धर्म और गौरव बहादुर महिलाओं ने बचाने के लिए खुद को आग में डाल लिया है उनका सम्मान के लीये| जालोर, मध्य समय में लगभग 1690 [[जालोर] का शाही परिवार [[गुजरात राज्य] दहिया शासक वराह जिसने यहाँ पर शासन किया। जालोर पर पहले परमार वन्श का शासक था, जिसकी एक पुत्रि थी जिसने दहिया राजपुत से विवाह किया और तब यहाँ दहिया शासक बना। उन्होने १६४ खेडे (गावो) पर शासन किया। उनकी सातवी पीढी के वंशज, मोताजी दहिया, ने गढ बावतरा में ६४ गाव (खेडे) पर शासन किया, जो आज दहियावट्टी के नाम से जानी जाति है। इसके पश्चात यहां सोनगरा चौहान वंश का शासन स्थापित हुआ। महाराजा जालौर जिले का कुल क्षेत्रफल – 10,640 वर्ग किलोमीटर नगरीय क्षेत्रफल – 48.43 वर्ग किलोमीटर तथा ग्रामीण क्षेत्रफल – 10,591.57 वर्ग किलोमीटर है। जालौर जिले की मानचित्र स्थिति – 24°48’5 से 25°48’37” उत्तरी अक्षांश तथा 71°7′ से 75°...

जिले का तापमान 4.4 डिग्री पर पहुंचा, टीचरों और कर्मचारियों को रहना होगा मौजूद

शीतलहर के कारण जिले में लगातार ठंड बढ़ती जा रही है। गुरुवार को न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री से गिरकर 4.4 डिग्री पर आ गया है। इसके साथ ही ठंडी हवा से ठंड का असर बढ़ गया है। जिसको लेकर जिला कलेक्टर ने आदेश जारी कर अत्यधिक शीतलहर को देखते हुए मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी जालोर के प्रस्ताव के अनुसार जिले में स्थित सभी राजकीय और निजी स्कूलों में क्लास नर्सरी से 8वीं तक के सभी स्कूलों में 7 जनवरी अवकाश घोषित किया गया है। यह आदेश केवल स्टूडेंट्स के लिए रहेगा। सभी शिक्षक और कर्मचारी पूर्व निर्धारित समय के अनुसार स्कूलों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे।

मौसम में बदलाव का असर आज से दिखने लग जाएगा

14 जून को सुबह बिपरजॉय के उत्तरी दिशा में बढऩे तथा इसके बाद उत्तरी पूर्वी दिशा में सौराष्ट्र व गुजरात में प्रभाव का असर पश्चिमी राजस्थान में भी पड़ेगा। इसका आंशिक प्रभाव प्रदेश के जिलों में 14 और 15 जून को नजर आएगा। मौसम विभाग के अनुसार इन दो दिनों में जालोर, सांचौर के साथ जैसलमेर, बाड़मेर, पाली, उदयपुर, सिरोही जिलों में 30 से 40 किमी प्रतिघंटा हवा की रफ्तार के साथ बारिश की संभावना है। जबकि इसका सबसे अधिक प्रभाव 16 जून से नजर आएगा। मंगलवार को मौसम में बदलाव आया। जिले में दिन के तापमान में 0.8 डिग्री की गिरावट आई। तापमान 40 डिग्री रहा। इसी तरह रात के तापमान में 2 डिग्री की कमी आई। तापमान 28.2 डिग्री रहा। इससे पूर्व सोमवार को दिन का तापमान 40.8 डिग्री तो रात का तापमान 30.2 डिग्री रहा। अभी से छाए हैं बादल, तापमान में गिरावट होगी मौसम विभाग की ओर से 16 और 17 जून को लेकर ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन दो दिनों में जालोर, सांचौर, के अलावा जैसलमेर, बाड़मेर, पाली, सिरोही जिलों में 60 से 70 किमी तेज रफ्तार से हवा चलेगी। वहीं कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश होने का अनुमान भी है। मौसम में बदलाव से कृषि क्षेत्र को संभावित नुकसान को लेकर कृषि विज्ञान केंद्र केशवना ने अलर्ट जारी किया। जिसमें भारी बारिश की संभावना को देखते हुए किसानों को खरीफ फसल स्थगित रखने, रसायनों का छिडक़ाव नहीं करने, मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर रखने, बारिश के दौरान पेड़ों की शरण में नहीं रहने की हिदायत दी। अपील : घरों में ही रहें, पशुओं को खूंटे से बांधकर न रखें जिला प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि तेज हवा व मेघ गर्जन के दौरान घरों के अंदर रहें। तेज हवा व बरसात के दौरान पेड़ों के नीचे व कच्ची दीवार के पास...