करवा चौथ पूजन विधि सामग्री

  1. करवा चौथ पूजा सामग्री लिस्ट Karwa Chauth Puja Samagri List
  2. करवा चौथ : पूजा मुहूर्त, महात्म्य, पूजन सामग्री, व्रत की विधि, कथा
  3. Karwa Chauth 2022: करवा चौथ पूजन विधि और शुभ मुहूर्त
  4. Karwa Chauth 2023 In Hindi : करवा चौथ की पूजा विधि, पूजा सामग्री, शुभ मुहूर्त और व्रत कथाएं
  5. Karva Chauth 2021 Vrat Date Know Tithi Auspicious Time Puja Vidhi Pujan Samagri List


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करवा चौथ पूजा सामग्री लिस्ट Karwa Chauth Puja Samagri List

• • • • • Karwa Chauth: करवा चौथ कैसे मनाया जाता है करवा चौथ का के दिन सुहागन महिलाए व्रत रखने के साथ पूजा भी करती है विषय करवा चौथ पूजा सामग्री साल 2022 कब है करवा चौथ 2022 में मंगलवार के दिन 13 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा पूजा का मुहूर्त 5 बजकर 29 मिनट से लेकर 6 बजकर 44 मिनट चंद्रोदय का समय 8 बजकर 30 मिनट चतुर्थी तिथि शुरू 13 तारीख की रात 3 बजकर 1 मिनट से चतुर्थी तिथि खत्म 24 तारीख की सुबह 5 बजकर 43 तक पूजा सामग्री लिस्ट पीडीऍफ़ करवा चौथ पूजा सामग्री Karwa Chauth Puja Samagri List in Hindi करवा चौथ पूजा सामग्री लिस्ट Karwa Chauth Puja Samagri List in Hindi: करवा चौथ के दिन पूजा करने के लिए करवा चौथ पूजन या पूजा सामग्री निम्नलिखित है:- • करवा चौथ की पूजन सामग्री में मिट्टी का टोंटीदार करवा व ढक्कन • आठ पूरियों की अठावरी • हलुआ और दक्षिणा • पानी का लोटा • गंगाजल • दीपक • रूई • अगरबत्ती • गौरी बनाने के लिए पीली मिट्टी • लकड़ी का आसन • छलनी, • चंदन • कुमकुम • रोली • अक्षत • फूल, • चीनी का बूरा • मेहंदी • महावर • सिंदूर • कंघा • बिंदी • चुनरी • चूड़ी • बिछुआ • कच्चा दूध • दही • देसी घी • शहद • चीनी • हल्दी • चावल • मिठाई करवा चौथ व्रत विधि इन हिंदी • करवा चौथ व्रत रखने के लिए सबसे पहले करवा चौथ पूजा समग्री इकठ्ठा करे • व्रत के दिन सुबह जल्दी उठ कर स्नान करें उसके बाद मंत्र पढ़कर करवा चौथ व्रत की शुरुवात करें मन्त्र पढ़े 1 • मंत्र पढने के बाद पूरा दिन निर्जला रहे • दीवार पर गेरू से फलक बनाएं पिसे चावलों के घोल से करवा चित्रित करें इसे ‘वर’ कहते हैं। चित्रित करने की कला को ‘ करवा धरना‘ कहते है • 8 पूरियों की अठावरी, हलवा और पक्के पकवान बनायें • पीली मिट्टी से गौरी बनाकर, भगवान गणे...

करवा चौथ : पूजा मुहूर्त, महात्म्य, पूजन सामग्री, व्रत की विधि, कथा

करवा चौथ पूजा मुहूर्त- पूजा समय- सायंकाल 6:04 बजे से 7:19 बजेतक उपवास समय- प्रातःकाल 6:40 से 8:52 बजेतक चौथ तिथि आरम्भ - प्रातःकाल- 3:24 बजे4नवम्बर 2020 समाप्त- 5:14 प्रातःकालतक 5नवम्बर 2020 करवा चौथ व्रत का हिन्दू संस्कृति में विशेष महत्त्व है। इस दिन पति की लम्बी उम्र के पत्नियां पूर्ण श्रद्धा से निर्जला व्रत रखती है।सुहागन महिलाओं के लिए चौथ महत्वपूर्ण है। इसलिए इस दिन पति की लंबी उम्र के साथ संतान सुख की मनोकामना भी पूर्ण हो सकती है। करवा चौथ महात्म्य- छांदोग्य उपनिषद् के अनुसार चंद्रमा में पुरुष रूपी ब्रह्मा की उपासना करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। इससे जीवन में किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं होता है। साथ ही साथ इससे लंबी और पूर्ण आयु की प्राप्ति होती है। करवा चौथ के व्रत में शिव, पार्वती, कार्तिकेय, गणोश तथा चंद्रमा का पूजन करना चाहिए। चंद्रोदय के बाद चंद्रमा को अघ्र्य देकर पूजा होती है। पूजा के बाद मिट्टी के करवे में चावल,उड़द की दाल, सुहाग की सामग्री रखकर सास अथवा सास के समकक्ष किसी सुहागिन के पांव छूकर सुहाग सामग्री भेंट करनी चाहिए। महाभारत से संबंधित पौराणिक कथा के अनुसार पांडव पुत्र अर्जुन तपस्या करने नीलगिरी पर्वत पर चले जाते हैं। दूसरी ओर बाकी पांडवों पर कई प्रकार के संकट आन पड़ते हैं। द्रौपदी भगवान श्रीकृष्ण से उपाय पूछती हैं। वह कहते हैं, यदि वह कार्तिक कृष्ण चतुर्थी के दिन करवाचौथ का व्रत करें तो इन सभी संकटों से मुक्ति मिल सकती है। द्रौपदी विधि विधान सहित करवाचौथ का व्रत रखती है जिससे उनके समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं। इस प्रकार की कथाओं से करवा चौथ का महत्त्व हम सबके सामने आ जाता है। ---------------------------- -------------------- "धर्म नगरी" की सदस्यता,...

Karwa Chauth 2022: करवा चौथ पूजन विधि और शुभ मुहूर्त

Karwa Chauth 2022: करवाचौथ का दिन हर सुहागिन महिला के लिए बहुत ख़ास होता है. सुहागोंवाले इस दिन पर औरतें सारा दिन भूखी प्यासी रहकर पति की लंबी उम्र के लिए व्रत करती हैं. और व्रत को रात में चांद देखने के बाद ही खोलती हैं. इस दिन औरतें पूरा सोलह श्रृंगार करती हैं. कुछ लोगों के यहां शादी की साड़ी पहनकर करवाचौथ का व्रत होता है तो कुछ लोगों के यहां हरबार नई साड़ी, सूट या लहंगा पहनकर करवाचौथ का व्रत रखा जाता है. रीति-रिवाज़ तो सबके अलग होते हैं, लेकिन प्यार, अपनापन और रिश्ते में अटूट विश्वास एक ही होता है. कोई भी रिश्ता बिना प्यार, अपनेपन और विश्वास के टिक ही नहीं सकता. Image Source: इस बार करवाचौथ का व्रत 13 अक्‍टूबर को रखा जाएगा, तो अब ज़्यादा दिन बचे नहीं हैं अगर शॉपिंग शुरू नहीं की है तो कर दीजिए. फिर मार्केट्स में भीड़ हो जाएगी, तो चीज़ें मिलना मुश्किल होगी. पतियों को भी बता देते हैं कि अगर गिफ़्ट नहीं लिया है या गिफ़्ट के बारे में अभी तक सोचा भी नहीं है तो आज ही से ये अभियान शुरू कर दो और कुछ ऐसा गिफ़्ट दीजिएगा जो उन्हें पसंद हो. Image Source: Karwa Chauth 2022 ये भी पढ़ें: ख़ैर, सीख, प्यार ये सब तो चलता रहेगा. सबसे पहले इस बार के करवा चौथ का शुभ मुहूर्त जान लीजिए. करवा चौथ का चांद 8 बजकर 10 मिनट पर निकलेगा. पूजा का शुभ मुहूर्त 13 अक्‍टूबर की शाम 6 बजकर 1 मिनट से शुरू होकर शाम 7 बजकर 15 मिनट तक रहेगा. वहीं इससे पहले, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 21 मिनट से दोपहर 12 बजकर 07 मिनट तक और अमृतकाल मुहूर्त शाम 4 बजकर 8 मिनट से शाम 5 बजकर 50 मिनट तक रहेगा. भगवान से बस इतना मनाइएगा कि पिछली बार की तरह बारिश की वजह इस बार भी 8 के 11 न बजे. Image Source; hindirush करवा चौथ की पूजन-विध...

Karwa Chauth 2023 In Hindi : करवा चौथ की पूजा विधि, पूजा सामग्री, शुभ मुहूर्त और व्रत कथाएं

4/5 - (1 vote) करवा चौथ की पूजा विधि, पूजा सामग्री, शुभ मुहूर्त,व्रत कथाएं, सामग्री विधि, पूजा कैसे करते हैं, शायरी इन हिंदी, शुभकामनाएं, व्रत कैसे करें, पूजा कैसे करें, पूजन सामग्री, सरगी क्या है? (Karwa Chauth 2023 In Hindi, Puja Samagri List In Hindi, Mehndi Design, Date Moon Time, Katha, Vidhi, Puja Time 2023, Pooja Thali, Puja Muhurat 2023, Thali Set, Pooja Saman List, Puja Vidhi, festival) Karwa Chauth Vrat 2023– वर्ष 2022 में करवा चौथ का व्रत दिवाली से पहले यानि 13 अक्टूबर को आएगा. इस व्रत को सदा सुहागन स्त्रियाँ अपने पतिदेव की दीर्घायु, जीवन में तरक्की और अच्छा स्वास्थ्य को रखने के लिए करती है. सुहागन महिलाओं का यह त्योहार करवा चौथ हर वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को आता है. इस शुभ दिन के अवसर पर शादीशुदा महिलाएं अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र के लिए उपवास रखती हैं. विवाहित महिलाएं ही नही बल्कि कुंवारी लड़कियाँ भी अच्छे पति यानि वर की कामना के लिए यह व्रत करती है. इस दिवस पर सभी विवाहित महिलाएं पुरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं और सायंकाल की बाद चाँद देखकर पूजा अर्चना करती है व्रत खोलती है. आज के इस लेख में हम आपको बताएँगे करवा चौथ कब है, करवा चौथ की कहानी, करवा चौथ सामग्री विधि (Karwa Chauth Puja Samagri List In Hindi), करवा चौथ पूजन विधि (Karwa Chauth Puja Vidhi), करवा चौथ की कथा (Karwa Chauth 2023 Vrat katha), करवा चौथ का व्रत कैसे करें, करवा चौथ का शुभ मुहूर्त (karwa chauth 2023 date in hindi) और सरगी क्या (Sargi Timing) है। Table of Contents • • • • • • • करवा चौथ की तिथि (Karwa Chauth 2023 Date In Hindi) हिन्दू पंचांग के अनुसार करवा चौथ का व्रत कार्तिक म...

Karva Chauth 2021 Vrat Date Know Tithi Auspicious Time Puja Vidhi Pujan Samagri List

Karva Chauth 2021 Pujan Samagri List: हिंदी पंचांग के अनुसार करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. हिंदू धर्म में करवा चौथ व्रत का अति विशिष्ट स्थान है. यह सबसे कठिन व्रतों में से एक है. इस दिन महिलायें पूरे दिन निर्जला और निराहार व्रत रखकर चंदमा का दर्शन करती है उसके बाद विधि विधान से पूजा करती है. तत्पश्चात जल ग्रहण करके व्रत का समापन करती हैं. सुहागिन महिलाएं यह व्रत पति के लंबी आयु और सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए रखती है. करवा चौथ कब है 2021 ( Karwa Chauth 2021 Date and Day) हिंदी पंचांग के मुताबिक़ करवा चौथ व्रत का पर्व कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि व 24 अक्टूबर 2021 दिन रविवार को रखा जाएगा. इस तिथि को करवा चौथ के अलावा संकष्टी चतुर्थी भी कहते हैं. करवा चौथ चंद्रोदय समय : करवा चौथ व्रत में चंद्रमा दर्शन का अति महत्व होता है. बिना चंद्र दर्शन के यह व्रत अधूरा माना जाता है. पंचांग के अनुसार, इस दिन चंद्रमा का उदय रात्रि- 08 बजकर 07 मिनट पर होगा. करवा चौथ व्रत पूजा - अशुभ मुहूर्त राहुकाल का समय : करवा चौथ व्रत के दिन अर्थात 24 अक्टूबर को 16:18:41 से 17:43:11 तक राहुकाल रहेगा. इस समय शुभ या मांगलिक कार्य करना वर्जित होता है. क्यों ऐसे में किये गए कार्यों का फल शुभदायक नहीं होता है. करवा चौथ व्रत पूजा - शुभ मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त - 11:42:40 से 12:27:43 तक करवा चौथ व्रत पूजा सामग्री लिस्ट करवा चौथ व्रत की पूजा के लिए व्रत रखने वाली महिलाओं को चाहिए कि वे चंदन, शहद, अगरबत्ती, पुष्प, बिंदी, चुनरी, चूड़ी, कच्चा दूध, मिठाई, गंगाजल, अक्षत (चावल), सिंदूर, मेहंदी, शक्कर, शुद्ध घी, दही, महावर, कंघा, बिछुआ, मिट्टी का टोंटीदार करवा...