फ्लोरेंस नाइटिंगेल

  1. फ़्लोरेन्स नाइटिंगेल
  2. ANM Ranju Kumari Won National Award, Served Selflessly During COVID
  3. International Nurses Day 2021: कौन थीं फ्लोरेंस नाइटिंगेल, जिनकी याद में मनाया जाता है 'नर्स डे'
  4. फ्लोरेंस नाइटिंगेल, नर्सिंग पायनियर की जीवनी
  5. International Nurses Day 2023: जानिए दुनिया की उन 10 फेमस नर्सों के बारे में जिन्होंने रचा इतिहास
  6. फ्लोरेंस नाइटिंगेल कौन थीं, जानिए उनकी life के बारे में
  7. लेटेस्ट एजुकेशन न्यूज़: Get here Latest Education News in Hindi
  8. International Nurse Day and the story of Florence Nightingale lady with the lamp
  9. फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जीवन परिचय florence nightingale biography in hindi


Download: फ्लोरेंस नाइटिंगेल
Size: 17.11 MB

फ़्लोरेन्स नाइटिंगेल

नर्सिग के अतिरिक्त लेखन और अनुप्रयुक्त सांख्यिकी पर उनका पूरा ध्यान रहा। फ्लोरेंस का सबसे महत्वपूर्ण योगदान नोट्स ऑन नर्सिग पुस्तक लिखी। जीवन का बाकी समय उन्होंने नर्सिग के कार्य को बढ़ाने व इसे आधुनिक रूप देने में बिताया। उनसे पहले कभी भी बीमार घायलो के उपचार पर ध्यान नहीं दिया जाता था किन्तु इस महिला ने तस्वीर को सदा के लिये बदल दिया। उन्होंने चित्र दीर्घा • • Afrikaans • አማርኛ • Aragonés • العربية • مصرى • অসমীয়া • Asturianu • Azərbaycanca • تۆرکجه • Žemaitėška • Bikol Central • Беларуская • Български • বাংলা • Brezhoneg • Bosanski • Català • کوردی • Čeština • Cymraeg • Dansk • Deutsch • Ελληνικά • Emiliàn e rumagnòl • English • Esperanto • Español • Eesti • Euskara • Estremeñu • فارسی • Suomi • Français • Arpetan • Gaeilge • 贛語 • Galego • Avañe'ẽ • עברית • Fiji Hindi • Hrvatski • Magyar • Հայերեն • Արեւմտահայերէն • Interlingua • Bahasa Indonesia • Íslenska • Italiano • 日本語 • Jawa • ქართული • Қазақша • ಕನ್ನಡ • 한국어 • Kurdî • Kernowek • Latina • Lëtzebuergesch • Lietuvių • Latviešu • मैथिली • Malagasy • Minangkabau • Македонски • മലയാളം • Монгол • मराठी • Bahasa Melayu • မြန်မာဘာသာ • Plattdüütsch • नेपाली • नेपाल भाषा • Nederlands • Norsk nynorsk • Norsk bokmål • Novial • ਪੰਜਾਬੀ • Polski • Piemontèis • پنجابی • پښتو • Português • Română • Русский • संस्कृतम् • Sardu • سنڌي • Srpskohrvatski / српскохрватски • සිංහල • Simple English • Slovenčina • Slovenščina • Српски / srpski • Svenska • Kiswahili • தமிழ் • ತುಳು • తెలుగు • ไทย • Tagalog • Türkçe • Українська • اردو • Oʻzbe...

ANM Ranju Kumari Won National Award, Served Selflessly During COVID

कोरोना महामारी के दौर में हमें डॉक्टरों और नर्सों की भूमिका का सही मायनों में अंदाजा हुआ। वहीं, इस दौर में कई ऐसी कहानियां भी सामने आई, जहां मेडिकल पेशेवरों ने अपनी जान हथेली पर रख लोगों की सेवा की। ऐसी ही कुछ कहानी है बिहार के सीवान जिले के बड़कागांव मिश्रौलिया की रहनेवाली रंजू कुमारी (ANM Ranju Kumari) की। रंजू, सीवान के भगवानपुर हाट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम के रूप में काम कर रही हैं और उन्हें इस पुरस्कार की शुरुआत, साल 1920 में हुई थी और यह, नर्सों को लोगों की सेवा के लिए दिया जाता है। वहीं, इस अवॉर्ड की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने फ्लोरेंस नाइटिंगेल की 200वीं जयंती की याद में साल 2020 को “नर्स और मिडवाइफ वर्ष” घोषित कर दिया था। पूरे बिहार से 2 नर्सों को किया गया चयनित रंजू (ANM Ranju Kumari) का कहना है, “मैं 1998 से एएनएम के रूप में काम कर रही हूं। बीते 22 वर्षों में मुझे कभी इतनी खुशी नहीं हुई। मुझे जब पता चला कि राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार मिलने वाला है, तो मैं अपनी सभी परेशानियों को भूल गई। मेरे करीबी भी इस बात से काफी खुश थे।” उन्होंने कहा कि उन्हें जनवरी 2021 में इस पुरस्कार के बारे में जानकारी मिली थी। फिर, 15 सितंबर 2021 को उन्हें यह सम्मान मिला। इस सम्मान के लिए बिहार की दो नर्सों का चयन किया गया था। आस-पास के लोग मारते थे ताने कोरोना काल में कई डॉक्टर डरे-सहमे हुए थे और वे मरीजों का इलाज करने से बच रहे थे। लेकिन 52 साल की रंजू (ANM Ranju Kumari) ने हिम्मत नहीं खोई और दिन-रात लोगों की सेवा में लगी रहीं। वह कहती हैं, “कोरोना महामारी के संक्रमण को लेकर मैं भी डर रही थी, लेकिन ड्यूटी तो ड्यूटी ह...

International Nurses Day 2021: कौन थीं फ्लोरेंस नाइटिंगेल, जिनकी याद में मनाया जाता है 'नर्स डे'

नई दिल्ली, 12 मई। आज 'इंटरनेशनल नर्स दिवस' है, कोविड महामारी के बीच नर्स-डाक्टर्स ही हर देश में रीयल योद्धा के रूप में सामने आए हैं। एक मरीज की देखरेख का सारा काम नर्स करती हैं, डॉक्टर के दिए निर्देश का यथासमय पर पालन करने से ही बीमार आदमी ठीक होता है औैर ये भूमिका निभाती है 'नर्स'। वैसे आपको बता दें कि 'इंटरनेशनल नर्स डे' पूरी दुनिया में आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल की याद में मनाया जाता है। International Nurses Day 2021: कब और क्यों मनाया जाता है International Nurses Day ? | वनइंडिया हिंदी 'अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस' आज फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्मदिवस है और इसलिए यह दिन नर्स दिवस के रूप में पूरे विश्व में सेलिब्रेट किया जाता है। "लेडी विद द लैंप" के नाम से मशहूर फ्लोरेंस नाइटिंगेल की सेवा, समर्पण, त्याग के आगे पूरा विश्व नतमस्तक है। यह पढ़ें: WHO की वैज्ञानिक ने कहा-'भारत में हालात खराब, कोरोना के सही आंकड़े दिखाए सरकार' कौन थीं फ्लोरेंस नाइटिंगेल फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म 12 मई 1820 ब्रिटेन में हुआ था, ये वो दौर था जब नर्सों को वो सम्मान नहीं दिया जाता था, जो कि सम्मान उन्हें आज मिलता है। फ्लोरेंस एक संभ्रात परिवार से ताल्लुक रखती थीं, उनके पिता विलियम एडवर्ड नाइटिंगेल एक समृद्ध जमींदार थे इसलिए जब उन्होंने 1845 में गरीब-असहाय लोगों की सेवा का प्रण लिया तो उन्हें अपने परिवार के विरोध का सामना करना पड़ा था। लेकिन फिर इन्होंने जर्मनी में प्रोटेस्टेंट डेकोनेसिस संस्थान से नर्सिंग की पढ़ाई पूरी की। यह पढ़ें: Assam: 22 साल के बिस्वा ने 17 साल की रिनकी से कहा था-'अपनी मां को बता दो, मैं एक दिन CM बनूंगा' "लेडी विद द लैंप" के नाम मशहूर प्रीमिया युद्ध के दौरान फ्...

फ्लोरेंस नाइटिंगेल, नर्सिंग पायनियर की जीवनी

घर • विज्ञान, तकनीक, गणित • विज्ञान • गणित • सामाजिक विज्ञान • कंप्यूटर विज्ञान • पशु और प्रकृति • मानविकी • इतिहास और संस्कृति • दृश्य कला • साहित्य • अंग्रेज़ी • भूगोल • दर्शन • मुद्दे • बोली • दूसरी भाषा के स्थान पर अंग्रेजी • स्पैनिश • फ्रेंच • जर्मन • इतालवी • जापानी • अकर्मण्य • रूसी • साधन • छात्रों और अभिभावकों के लिए • शिक्षकों के लिए इतिहास और संस्कृति • महिला इतिहास • महत्वपूर्ण आंकड़े • नारीवाद का इतिहास • मुख्य घटनाएं • महिलाओं के मताधिकार • महिला और युद्ध • कानून और महिला अधिकार • नारीवादी ग्रंथ • अमेरिकन इतिहास • अफ्रीकी अमेरिकी इतिहास • अफ्रीकी इतिहास • प्राचीन इतिहास और संस्कृति • एशियाई इतिहास • यूरोपीय इतिहास • वंशावली • आविष्कार • लैटिन अमेरिकी इतिहास • मध्यकालीन और पुनर्जागरण इतिहास • सैन्य इतिहास • 20 वीं सदी और देखें फ्लोरेंस नाइटिंगेल (12 मई, 1820-13 अगस्त, 1910), एक नर्स और समाज सुधारक, को आधुनिक नर्सिंग पेशे का संस्थापक माना जाता है, जिन्होंने चिकित्सा प्रशिक्षण को बढ़ावा देने और स्वच्छता मानकों को बढ़ाने में मदद की। उन्होंने क्रीमियन युद्ध के दौरान अंग्रेजों के लिए हेड नर्स के रूप में काम किया , जहां उन्हें बीमार और घायल सैनिकों की निस्वार्थ सेवा के लिए "द लेडी विद द लैंप" के रूप में जाना जाता था। • के लिए जाना जाता है : आधुनिक नर्सिंग के संस्थापक • के रूप में भी जाना जाता है : "द लेडी विद द लैंप," "द एंजल ऑफ द क्रीमिया" • जन्म : 12 मई, 1820 को फ्लोरेंस, इटली में • माता-पिता : विलियम एडवर्ड नाइटिंगेल, फ्रांसिस नाइटिंगेल • मृत्यु : 13 अगस्त, 1910 को लंदन, इंग्लैंड में • प्रकाशित कार्य : नर्सिंग पर नोट्स • पुरस्कार और सम्मान : ब्रिटिश ऑर्डर ऑफ मेरि...

International Nurses Day 2023: जानिए दुनिया की उन 10 फेमस नर्सों के बारे में जिन्होंने रचा इतिहास

क्लेरिसाहार्लोबार्टन, जिसेक्लाराकेनामसेजानाजाताहै, अमेरिकीइतिहासकीसबसेसम्मानितमहिलाओंमेंसेएकहैं।दूसरोंकीमददकरनेकेलिएएकगहनसमर्पणसेप्रेरितहोकर, उन्होंनेजरूरतमंदलोगोंकीमददकरनेकेलिएसेवाकाएकसाहसिकमार्गबनाया।अमेरिकनरेडक्रॉसकेसंस्थापककेरूपमें, क्लाराकोएकदूरदर्शीमानाजाताहै, जिनकीमानवतावादीभावनानेदुनियाकोबदलनेमेंमददकी। 3. मैरीजेनसीकोल मैरीजेनसीकोल (नीग्रांट; 23 नवंबर 1805 - 14 मई 1881) एकब्रिटिश-जमैकानर्सऔरव्यवसायीथीं, जिन्होंनेक्रीमियनयुद्धकेदौरान "ब्रिटिशहोटल" कीस्थापनाकीथी।उसनेहोटलको "बीमारऔरदीक्षांतअधिकारियोंकेलिएएकमेस-टेबलऔरआरामदायकक्वार्टर" केरूपमेंवर्णितकिया, औरयुद्धकेमैदानमेंघायलसेवापुरुषोंकेलिएसहायताप्रदानकी, उनमेंसेकईकोस्वास्थ्यकेलिएवापसकरदिया। 4. डोरोथियाडिक्स डोरोथियाडिक्स 19वींसदीकीशुरुआतीकार्यकर्ताथीं, जिन्होंनेअपनेजीवनकालमेंचिकित्साक्षेत्रमेंकाफीबदलावकिया।उसनेमानसिकरूपसेबीमारऔरस्वदेशीआबादीदोनोंकेकारणोंकासमर्थनकिया।इसकामकोकरके, उन्होंने 19वींसदीकेसुधारऔरबीमारीकीधारणाओंकोखुलेतौरपरचुनौतीदी। 5. मैरीएलिजामहोनी मैरीएलिज़ामहोनी, अमेरिकाकीपहलीब्लैकग्रेजुएटनर्स, काजन्म 7 मई, 1845 कोडोरचेस्टर, मैसाचुसेट्समेंहुआथा।मूलरूपसेउत्तरीकैरोलिनासे, उनकेमाता-पितादक्षिणीमुक्तअश्वेतोंमेंसेथे, जोकमनस्लीयभेदभावपूर्णवातावरणकीमांगकरतेहुएगृहयुद्धसेपहलेउत्तरचलेगएथे। 6. लिलियनवाल्ड 20वींशताब्दीकेसबसेप्रभावशालीऔरसम्मानितसमाजसुधारकोंमेंसेएक, हेनरीस्ट्रीटसेटलमेंटकेसंस्थापकलिलियनवाल्ड (1867-1940) एकअथकऔरनिपुणमानवतावादीथे।विशेषाधिकारकेजीवनमेंजन्मे, औरयहूदीपेशेवरोंकेपरिवारसेउतरे, 22 सालकीउम्रमेंवाल्डन्यूयॉर्कअस्पतालस्कूलऑफनर्सिंगमेंभागलेनेकेलिएमैनहट्टनआए। 7. मदरटेरेसा 1910 मेंओटोमनसाम्राज्यमेंअंजेज़गों...

फ्लोरेंस नाइटिंगेल कौन थीं, जानिए उनकी life के बारे में

आधुनिक नर्सिंग आंदोलन की जन्मदाता फ्लोरेंस नाइटेंगल (Florence Nightingale) का निधन 13 अगस्त 1910 को हुआ था। जिंदगीभर बीमार और रोगियों की सेवा करने वाली फ्लोरेंस का अपना बचपन बीमारी और शारीरीक कमजोरी की चपेट में रहा। फ्लोरेंस के हाथ बहुत कमजोर थे। इसलिए वह ग्‍यारह साल की उम्र तक लिखना ही नहीं सीख सकी। बाद में फ्लोरेंस ने लैटिन, ग्रीक, गणित की औपचारिक शिक्षा ली। गणित फ्लोरेंस का प्रिय विषय हुआ करता था। फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्‍म 12 मई सन् 1820 को हुआ था। फ्लोरेंस की याद में उनके जन्‍मदिन पर हर साल 12 मई को वर्ल्‍ड नर्सिंग डे के रूप में मनाया जाता है। 17 साल की उम्र में जब फ्लोरेंस ने अपनी मां से कहा कि वो आगे गणित पढ़ना चाहती है तब उनकी मां ने यह कहकर उनका विरोध किया कि गणित औरतों के पढ़ने का विषय नहीं होता है। बहुत दिनों तक परिवारजनों को मनाने के बाद आखिरकार फ्लोरेंस को गणित पढ़ने की इजाजत मिल ही गई। 22 साल की उम्र में फ्लोरेंस ने नर्सिंग को अपना करियर बनाने का फैसला किया। उन दिनों अच्‍छे घर की लड़कियां नर्स बनने के बारे में सोचती भी नहीं थी। उस पर से फ्लोरेंस एक संपन्‍न परिवार की लड़की थी। उनका यह फैसला उनके परिवारवालों को पसंद नहीं आया। सन् 1854 में ब्रिटेन, फ्रांस और तुर्की ने रूस के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। युद्ध में घायलों के उपचार के लिए कोई सुविधाएं उपलब्‍ध नहीं थी। वहां के अस्‍पतालों में गंदगी पसरी हुई थी। वहां की स्थिति इतनी विकट थी कि घाव पर बांधने के लिए पट्टीयां भी उपलब्‍ध नहीं हो पा रही थी। देश की रक्षा के खातिर सीमा पर लड़ रहे सैनिकों की इतनी दयनीय दशा होने के बावजूद वहां की सेना महिलाओं को बतौर नर्स नियुक्‍त करने के पक्ष में नहीं थी। आखिरकार फ्लोरेंस अपनी महिल...

लेटेस्ट एजुकेशन न्यूज़: Get here Latest Education News in Hindi

• भारत के संविधान में कुछ ऐसी विशेषताएं हैं. जो इसे दुनिया के अन्य संविधानों से अलग बनातीं हैं. आइये जानें संविधान की विशेषताएँ और इसकी प्रस्तावना के बारे में Nov 15, 2022 • World's population: संयुक्त राष्ट्र द्वारा हाल के जारी रिपोर्ट के अनुसार वर्ल्ड पॉपुलेशन के आज 8 अरब तक पहुंचने का अनुमान है. संयुक्त राष्ट्र के नवीनतम अनुमानों में कहा गया है कि वैश्विक जनसंख्या 2030 में लगभग 8.5 बिलियन तक पहुँच जाएगी. जानें रिपोर्ट में और क्या कहा गया है? Nov 15, 2022 • भारतीय मूल के अमर सिंह को कोविड महामारी, वनों में लगी आग, बाढ़ और सूखे के दौरान किये गये कार्यों के लिए ऑस्ट्रलियन ऑफ़ द इयर अवार्ड से सम्मानित किया गया है. Nov 15, 2022 • • IFFI: इस वर्ष सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार स्पेनिश फिल्म डायरेक्टर कार्लोस सौरा को दिया जायेगा. यह अवार्ड उन्हें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के 53वें संस्करण के दौरान दिया जायेगा. जानें इस अवार्ड के बारे में Nov 15, 2022 • दिल्ली विश्वविद्यालय के गुरु नानक देव खालसा कॉलेज ने विभिन्न विभागों में फैकल्टी पदों पर भर्तियों के लिए आवेदन आमंत्रित किये हैं. इच्छुक उम्मीदवार 26 नवम्बर तक आवेदन कर सकते हैं, पदों की विस्तृत जानकारी, पात्रता और आवेदन प्रक्रिया जानने के लिए यहाँ देखें डिटेल्स. Nov 15, 2022 • National Sports Awards 2022: वर्ष 2022 के राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की घोषणा कर दी गयी है. युवा कार्य और खेल मंत्रालय ने ने कल इन पुरस्कारों की घोषणा की है. वर्ष 2022 का मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड से शरत कमल अचंता को सम्मानित किया जायेगा. जानें अन्य अवार्ड के बारे में Nov 15, 2022 • • रेलवे भारतीय जीवन का एक बहुत महत्वपूर्ण अंग है....

International Nurse Day and the story of Florence Nightingale lady with the lamp

फ्लोरेंस नाइटेंगल जिन्होंने पूरी दुनिया को यह सिखाया कि कैसे आप एक मरीज की पूरे निस्वार्थ भाव से सेवा कर सकते हैं. वह फ्लोरेंस नाइटेंगल ही थीं, जिन्होंने अपने सेवा भावना और दयालुता से नर्स के पेशे को एक बेहद सम्मानित पेशे के रूप में स्थापित किया. फ्लोरेंस नाइटेंगल का जन्म 12 मई, 1820 को ब्रिटेन में हुआ था. उनके जन्मदिन को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है. एक उच्च मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मी फ्लोरेंस का बचपन ब्रिटेन के पार्थेनोप इलाके में बीता. उनके पिता विलियम एडवर्ड नाइटिंगेल एक समृद्ध जमींदार थे. फ्लोरेंस एवं उनकी पढ़ाई घर पर ही हुई. फ्लोरेंस का जन्म ऐसे समय में हुआ था, जब लड़कियों के जीवन का अर्थ बस यही हुआ करत था कि बड़े होने पर एक धनी व्यक्ति से उनकी शादी कर दी जाए और वे अपने परिवार तथा सामाजिक सरोकारों में उलझकर ही अपना जीवन व्यतीत कर दें. लेकिन फ्लोरेंस को यह मंजूर नहीं था, उन्होंने अपने परिवार के सामने नर्सिंग सीखने की इच्छा जाहिर की. बताते हैं कि फ्लोरेंस जब अपने परिवार के साथ यूरोप के सफर पर गई थीं, उस दौरान उन्होंने हर शहर में बने अस्पतालों एवं लोगों की सेवा के लिए बने संस्थानों के बारे में जानकारी इकट्ठा की. उन्होंने यह सभी आंकड़े अपनी डायरी में लिखे. सफर के अंत में उन्होंने अपने परिवार से कहा कि 'ईश्वर ने उसे मानवता की सेवा का आदेश दिया है लेकिन यह नहीं बताया कि सेवा किस तरह से करनी है.' इसके बाद फ्लोरेंस ने नर्स बनने की इच्छा जाहिर की. उनके पिता ने फ्लोरेंस का काफी विरोध किया, लेकिन अंतत: उन्होंने अपनी बेटी की बात मान ली और जर्मनी में प्रोटेस्टेंट डेकोनेसिस संस्थान से फ्लोरेंस ने नर्सिंग का प्रशिक्षण लिया. उन्होंने मरीजों की देखभ...

फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जीवन परिचय florence nightingale biography in hindi

florence nightingale biography in hindi दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जीवन परिचय को । चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस लेख के माध्यम से फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जीवन परिचय को पढ़ते हैं । florence nightingale biography in hindi जन्म स्थान व् परिवार – फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म 12 मई 1820 को फ्लोरेंस ग्रैंड डची ऑफ टस्केनी में हुआ था । इनकी फैमिली में इनके माता-पिता और एक बहन थी । फ्लोरेंस नाइटिंगेल को आधुनिक नर्सिंग आंदोलन का जन्मदाता कहा जाता है । यह कहा जाता है कि जिस समय फ्लोरेंस नाइटिंगेल नर्स बनी थी उस समय हॉस्पिटल में काम करने वाली नर्स मरीज की हिफाजत ठीक तरह से नहीं करती थी । उनको मरीज के पास जाने से डर लगता था । फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने अपने अथक प्रयासों से सबसे अच्छी नर्सिंग प्रयोगशाला का निर्माण किया था । इनका जन्म ब्रिटिश में एक समृद्ध परिवार में हुआ था । उनके माता-पिता एवं बहन फ्लोरेंस नाइटिंगेल को नर्स नहीं बनाना चाहते थे । वह फ्लोरेंस नाइटेंगल का विवाह एक समृद्ध परिवार में करना चाहते थे लेकिन फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने लोगों की भलाई के लिए अपने आप को नर्स बनाना उचित समझा था । वह ऐसो आराम छोड़ के लोगों की भलाई के लिए काम करना चाहती थी । फ्लोरेंस नाइटिंगेल का नर्सिंग जीवन – फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने अपना जीवन नर्सिंग व्यवस्था को सुधारने में लगा दिया था । इसलिए फ्लोरेंस नाइटिंगेल को आधुनिक नर्सिंग आंदोलन का जन्मदाता कहा जाता है । इनका सपना था कि वह एक अच्छी नर्स बने और लोगों की सुरक्षा करें । उनका कहना था कि जो भी मरीज है उसकी देखभाल अच्छी तरह से की जाए और वह जल्द ठीक होकर अपने घर पर चला जाए । वह धनी परिवार में जन्मी थी वह धन के लिए काम नहीं करती थी । उनका उ...