सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश

  1. मध्य 2023 में चीन को पछाड़कर सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा भारत
  2. This Is Not A Very Happy Moment That We Have Become The Most Populous Nation In World
  3. दुनिया का सबसे बड़ा देश कौन सा हैं जानिये
  4. भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य कौन है? उच्च जनसंख्या का कारण सहित
  5. जनसंख्या के आधार पर भारत के राज्य और संघ क्षेत्र
  6. India's Population: भारत की बढ़ती आबादी और इससे जुड़े प्रश्न
  7. भारत संक्षिप्त विवरण


Download: सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश
Size: 16.32 MB

मध्य 2023 में चीन को पछाड़कर सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा भारत

April 19, 2023 | 02:14 pm 1 मिनट में पढ़ें भारत जल्द बन जाएगा सर्वाधिक आबादी वाला देश भारत जल्द ही दुनिया का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) द्वारा बुधवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, गौरतलब है कि वर्ष 1950 के बाद यह पहला मौका होगा जब भारत की जनसंख्या चीन से आगे निकल जाएगी। रिपोर्ट में क्या आंकड़ें दिए गए हैं? UNFPA ने बुधवार को 'स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन रिपोर्ट, 2023' जारी की। रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य 2023 में भारत की जनसंख्या 1.4286 अरब हो जाएगी, जबकि चीन की जनसंख्या 1.4257 अरब होने का अनुमान है। इसके मुताबिक दोनों देशों की जनसंख्या के बीच का अंतर करीब 29 लाख हो जाएगा। भारत और चीन के बाद करीब 34 करोड़ की जनसंख्या के साथ रिपोर्ट में फरवरी तक के आंकड़ों को आधार बनाया गया है। UN के अधिकारियों ने क्या कहा? गौरतलब है कि भारत की आखिरी भारत और चीन में रहती है दुनिया की एक-तिहाई आबादी गौरतलब है कि दुनिया की कुल आबादी 8.045 अरब है, जिसमें से एक-तिहाई आबादी सिर्फ भारत और चीन में रहती है। हालांकि, दोनों ही देशों में जनसंख्या वृद्धि दर में गिरावट देखी जा रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत की वार्षिक जनसंख्या वृद्धि 2011 के बाद से औसतन 1.2 प्रतिशत रही है, जबकि पिछले 10 वर्षों में यह करीब 1.7 प्रतिशत थी। पिछले कुछ समय से चीन की आबादी में भी लगातार गिरावट हो रही है। चीन की आबादी में क्यों आई है गिरावट? बता दें कि जनवरी में सामने आए आंकड़ों के मुताबिक, चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिक्स (NBS) के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2022 के अंत में देश की जनसंख्या 1.41175 अरब दर्ज की गई, जबकि एक साल पहले 2021 में देश की जनसंख्या 1.41260 अरब थी।

This Is Not A Very Happy Moment That We Have Become The Most Populous Nation In World

दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन गया है भारत. देश की आबादी 142.86 करोड़ हो गयी है और वह चीन को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राष्ट्र बन गया है. संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के ताजा आंकड़ों के अनुसार भारत ने इस मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है और सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश बन गया है. वैसे, चीन ने इस रिपोर्ट को अधिक तवज्जो नहीं दी है और उसका मानना है कि वह अब भी सर्वाधिक गुणवत्ता वाले मानव संसाधन वाला देश है. इधर भारत में भी जनसंख्या के फायदे-नुकसान को लेकर बहस शुरू हो गई है. यह मुकाम खुशी से अधिक कठिनाई का जनसंख्या वृद्धि के जिस स्तर पर हम हैं, वह खुशी से अधिक मुझे कठिनाइयों की याद दिलाता है. अभी ही हम जिस स्तर पर हैं, जितनी जनसंख्या हमारी है, हम उसी में कई संकटों से घिरे हैं. आगे अगर यह और बढ़ा तो पता नहीं क्या होगा, लेकिन कठिनाइयां तो और बढ़ेंगी ही. 1800 ईस्वी तक धरती को अगर जनसंख्या के हिसाब से देखें तो हिसाब लगभग बराबर था. यानी कि जितनी जन्मदर, उतनी ही मृत्यु-दर भी. तो, जनसंख्या लगभग स्थिर थी. माल्थस नाम के अर्थशास्त्री ने इस पर तो खैर सिद्धांत भी दिया है. हालांकि, हम देखें तो हमने डेथ रेट पर थोड़ा कंट्रोल किया, इस बीच तकनीक और इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन की वजह से हमने नवजात मृत्यु दर को भी कम किया, जिसकी वजह से जनसंख्या को बूम मिला. अब जनसंख्या जैसे ही बढ़ी तो उसने रिसोर्स यानी संसाधनों को कंज्यूम करना शुरू किया. अब अर्थशास्त्र का सामान्य सिद्धांत है कि जितना ऊंचा उपभोग, उतना ऊंचा विकास. समस्या तब पैदा होती है जब आपकी जनसंख्या का जो एक हिस्सा है- बड़ावाला- उसको आपको खिलाना पड़ जाए. वह आप पर आश्रित हो. तब समस्या पैदा होती है. बाहर के देशों में क्य...

दुनिया का सबसे बड़ा देश कौन सा हैं जानिये

यहाँ आपको जानकर आश्चर्य होगा कि दुनिया के कुल देशों में से दुनिया के सबसे बड़े देशों का लगभग पृथ्वी के आधा हिस्सा पर कब्जा हैं और बाक़ी का हिस्सा दुनिया के बचें हुए देशों द्वारा इस्तेमाल होता है जबकि पृथ्वी का 71 प्रतिशत हिस्सा पानी से ढका हुआ है। अब आप अनुमान लगा सकते हैं कि दुनिया के 193 देश जिसे यूनाइटेड नेशंस के द्वारा मान्यता प्राप्त है उन्ह में से केवल 10 देश ही पृथ्वी का सबसे ज्यादा क्षेत्रफ़ल का इस्तेमाल करते हैं इसलिए यह देश न केवल क्षेत्रफ़ल की दृष्टि से बल्कि जीडीपी, जनसंख्या, आविष्कार, टेक्नोलॉजी, पैसों इत्यादि में प्रमुख देश है। इसलिए इस आर्टिकल में हम आपकों दुनिया के सबसे बड़े देशों के साथ दुनिया के सबसे बड़े देश जनसँख्या के अनुसार, जीडीपी के अनुसार, अमीरी के अनुसार इत्यादि के बारे में भी जानकारी प्रदान करेगें इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें। 5 दुनिया के सबसे बड़ा देश जीडीपी की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा देश मे क्या स्थान है। सबसे पहले यह जान लेते है कि भारत किसी स्थान पर आता हैं और यह हर भारतीय होने के नाते हम सबको मालूम होना चाहिए अगर क्षेत्रफल की दृष्टि से देखें तो भारत दुनिया भर में सातवें नंबर आता हैं जिसका क्षेत्रफ़ल 3,287,263 km² हैं। अगर बात करे जनसंख्या की दृष्टि से हम सबको पता हैं चीन के बाद दुनिया मे सबसे ज्यादा आबादी वाला देश भारत हैं यानी कि भारत जनसंख्या की दृष्टि से दुनिया मे दूसरे स्थान पर है जिसकी जनसंख्या 1,352,642,280 हैं औऱ अनुमान यह लगया जा रहा है कि भारत इस मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा। अब बात करते है जीडीपी की जोकि किसी देश की अर्थव्यवस्था को बताता हैं इसके लिए सबसे पहले आपको जीडीपी क्या है इसकी सम्पूर्ण जानकारी पढ़नी चाहिए ताकि हम इसे समझकर...

भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य कौन है? उच्च जनसंख्या का कारण सहित

भारत में सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य कौन है यह प्रश्न अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछ लिए जाते हैं, इसलिए आज हम भारत के सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य तथा भारत का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य कौन सा है इसके बारे में भी जानेंगे। इस तरह के प्रश्न हमारे पढ़ाई लिखाई के अलावा आम जिंदगी यों में भी पूछा जा सकता है इसलिए हमें इसकी विस्तृत जानकारी होनी चाहिए। भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य कौन सा है इसके बारे में तो हम जानेंगे ही साथ ही हम उसके कारणों को भी जानेंगे जिसके वजह से वह भारत का सबसे सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य बन गया। विषय सूची • • • • • • • • • • • • • भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य हमारे भारत में कुल 29 राज्य है और इन सब में से हमने 10 ऐसे राज्यों का नाम तथा इसके कारणों को बताया है जिसकी वजह से यह राज्य भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य बन गया। नीचे दी गई जानकारी को पढ़कर आपको आपके प्रश्न भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य कौन सा है इसका उत्तर मिल जाएगा। 1. उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश भारत में सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है। 1 मार्च 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तर प्रदेश में कुल जनसंख्या 199,581,477 लोगों की थी और यह भारत के कुल आबादी का 16.16 प्रतिशत हिस्सा है। • उत्तर प्रदेश का जनसंख्या घनत्व 828 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, जो इसे सबसे घनी आबादी वाले राज्यों में से एक बनाता है। • लिंग अनुपात 2011 में 1000 पुरुषों के लिए 908 महिलाओं का था। • यहां पर सभी धर्म के लोग मिलजुल कर रहते हैं तथा इसलिए यहां बहुत तरह की भाषाएं बोली जाती है इसमें मुख्यतः हिंदी, उर्दू, भोजपुरी, पंजाबी इत्यादि हैं। • 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की साक्षरता दर पु...

जनसंख्या के आधार पर भारत के राज्य और संघ क्षेत्र

अनुक्रम • 1 भारत की जनगणना • 2 जनसंख्यानुसार भारत के राज्य और संघ क्षेत्र • 3 इन्हें भी देखें • 4 सन्दर्भ भारत की जनगणना [ ] ब्रिटिश इंडिया में प्रथम जनगणना 1872 में की गई थी। 1947 में स्वतंत्रता के बाद, जनगणना के नवीनतम आँकड़े वर्ष 2001 की जनगणना के हैं। भारत में कुल बसासित ग्रामों की संख्या है 5,93,731 और कुल जनसंख्या का 72.2 प्रतिशत भाग इन्हीं ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करता है। जनसंख्यानुसार भारत के राज्य और संघ क्षेत्र [ ] भारत का कुल् भौगोलिक क्षेत्रफल 32,87,240 वर्ग किमी है। जनसंख्या घनत्व निकटतम पूर्णांक के लिए पूर्णित है। 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत की कुल जनसंख्या 1,21,01,93,422 है। स्थान जनसँख्या (2011 जनगणना) (कुल जनसंख्या का%) निकटतम तुलनीय देश (जनसँख्या) %दशकीय वृद्धि (2001–2011) ग्रामीण जनसंख्या (%) नगरीय जनसंख्या (%) क्षेत्रफल घनत्व 01 &&&&&&0199581477.&&&&&019,95,81,477 (16.49%) 20.1% &&&&&&0155111022.&&&&&015,51,11,022 (77.72%) &&&&&&&044470455.&&&&&04,44,70,455 (22.28%) 7011240928000000000♠240,928कि॰मी 2 (93,023वर्ग मील) 6996828000000000000♠828/किमी 2 (2,140/मील 2) 908 02 &&&&&&0112372972.&&&&&011,23,72,972 (9.28%) 16.0% &&&&&&&061545441.&&&&&06,15,45,441 (54.77%) &&&&&&&050827531.&&&&&05,08,27,531 (45.23%) 7011307713000000000♠307,713कि॰मी 2 (118,809वर्ग मील) 6996365000000000000♠365/किमी 2 (950/मील 2) 946 03 &&&&&&0103804637.&&&&&010,38,04,637 (8.58%) 25.1% &&&&&&&092075028.&&&&&09,20,75,028 (88.70%) &&&&&&&011729609.&&&&&01,17,29,609 (11.30%) 7010941630000000000♠94,163कि॰मी 2 (36,357वर्ग मील) 6997110199999999999♠1,102/किमी 2 (2,850/मील 2) 916 04 &&&...

India's Population: भारत की बढ़ती आबादी और इससे जुड़े प्रश्न

माना जा रहा है कि भारत जुलाई में दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा। हालांकि, इस बारे में ठोस रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता क्योंकि हमारी जनगणना एक दशक पुरानी है। इसे ध्यान में रखते हुए हम केवल अनुमान लगा सकते हैं कि भारत 2023 के मध्य में किसी समय चीन की 1.45 अरब आबादी की बराबरी कर लेगा और इससे आगे निकल जाएगा। मुझसे अक्सर इस बारे में प्रश्न पूछा जाता है कि तेजी से बढ़ रही आबादी का पर्यावरण पर क्या असर होगा? निःसंदेह लोगों की आबादी बढ़ेगी तो उनके लिए अधिक संसाधनों की भी आवश्यकता होगी। मगर यह तर्क भी नहीं दिया जा सकता कि आबादी बढ़ना पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पड़ने का संकेत होगा। इन दोनों बातों का कोई सीधा संबंध नहीं है। इसके विपरीत एक सरल तर्क यह दिया जा सकता है कि अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के लोग तुलनात्मक रूप से आबादी में कम होने के बावजूद प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल भारत से कहीं अधिक करते हैं। अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की आबादी क्रमशः 33.6 करोड़ और 2.6 करोड़ है। अर्थ ओवरशूट डे के अध्ययन के अनुसार अगर सभी अमेरिकी लोगों की तरह जीवन-शैली अपना लें तो हमें पांच पृथ्वी की आवश्यकता होगी। इसी तरह, ऑस्ट्रेलिया को लोगों की तरह जीवन जीने पर हमें 4.5 पृथ्वी की जरूरत होगी। मगर भारत के लोगों की तरह रहने के लिए मात्र 0.8 पृथ्वी की आवश्यकता होगी। कम आबादी होने के बावजूद इन देशों ने वातावरण में अत्यधिक मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड गैस का उत्सर्जन किया है जिससे दुनिया जलवायु परिवर्तन जैसे गंभीर खतरे का सामना कर रही है। इस आधार पर हम कह सकते हैं कि पर्यावरण संकट के लिए बढ़ती आबादी जिम्मेदार नहीं है बल्कि उपभोग एवं प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध इस्तेमाल पर्यावरण क्षरण के लिए उत्तरदाय...

भारत संक्षिप्त विवरण

Countries country dropdown • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • 2000 के दशक के बाद से भारत ने अति गरीबी को कम करने में उल्लेखनीय प्रगति की है। 2011 से 2015 के बीच, 90 लाख से अधिक लोगों को अति गरीबी से बाहर निकाला गया। हालांकि, वित्त वर्ष 2021 में अच्छी तरह से तैयार की गई राजकोषीय और मौद्रिक नीति के समर्थन के बावजूद कोविड-19 महामारी के कारण भारत की अर्थव्यवस्था में 7.3 प्रतिशत की कमी आई। घातक 'दूसरी लहर’ के बाद वित्त वर्ष 2022 में विकास दर 7.5 से 12.5 प्रतिशत के दायरे के निचले स्तर पर रहने की उम्मीद है – जो भारत को अभी भी दुनिया के सबसे तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्थाओं में शुमार रखता है। टीकाकरण की गति, जो बढ़ रही है, इस साल और उससे आगे आर्थिक संभावनाओं का निर्धारण करेगी। कृषि और श्रम सुधारों का सफल कार्यान्वयन, मध्यम अवधि के विकास को बढ़ावा देगा, जबकि परिवारों और कंपनियों की कमजोर बैलेंस शीट इसमें बाधक हो सकती है। माना जा रहा है कि महामारी से प्रेरित आर्थिक सुस्ती का गरीब और कमजोर परिवारों पर विशेष रूप से उल्लेखनीय प्रभाव पड़ा है। महामारी के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए प्रति व्यक्...