15 अगस्त की कहानियां

  1. आज का इतिहास : भारतीय एवं विश्व इतिहास में 15 अगस्त की प्रमुख घटनाएं
  2. स्वतंत्रता दिवस पर कविता 15 अगस्त 2022 Independence Day Poem In Hindi
  3. नये क्षितिजों को तराशती कहानियां : The Dainik Tribune
  4. भारत को 15 अगस्त, 1947 की रात 12 बजे ही क्यों स्वतंत्रता मिली?
  5. बाल कहानी : 15 अगस्त की मिठाई


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आज का इतिहास : भारतीय एवं विश्व इतिहास में 15 अगस्त की प्रमुख घटनाएं

Germany and South Korea: खुफिया सूचनाओं को साझा करने संबंधी नए समझौते के जरिए जर्मनी और दक्षिण कोरिया यूक्रेन में संघर्ष और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में तनाव के बीच अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाना चाहते हैं। जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्त्स दक्षिण कोरिया में महज कुछ घंटों के लिए रुके लेकिन उनकी यह यात्रा और वहां के राष्ट्रपति यून सुक-योल के साथ हुई बातचीत में कई समझौते हुए। monsoon in india : मानसून भारत की 3,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए जीवनरेखा है। भारत को अपने खेतों, तालाबों और कुओं को जिंदा रखने के लिए जो पानी चाहिए उसका 70 फीसदी मानसून से आता है। प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के कारण भारत में मानसून का पूर्वानुमान लगाना कठिन होता जा रहा है। तमाम नई तकनीकें भी इस बाधा को पूरी तरह से मिटाने में नाकाम हो रही हैं। Bhagat Singh: उनकी फांसी का समय कुछ असामान्य था। सुबह तड़के न होकर, 23 मार्च की शाम 7.30 बजे। सूरज डूब चुका था। लाहौर जेल के चीफ़ सुपरिंटेंडेंट मेजर पीडी चोपड़ा एक 23 साल के छरहरे युवा और उसके 2 साथियों के साथ चलते हुए फांसी के तख़्ते की तरफ़ बढ़ रहे थे। ये सारा नज़ारा देख रहे डिप्टी जेल सुपरिंटेंडेंट मोहम्मद अकबर ख़ान बड़ी मुश्किल से अपने आंसू रोकने की कोशिश कर रहे थे। जलवायु परिवर्तन और इंसान की बेकद्री के कारण दुनिया में सबसे बड़ी झीलें भी सूखने लगी हैं। एक नया अध्ययन बताता है कि 1990 के बाद से हर साल करोड़ों गैलन पानी सूखता जा रहा है। वैज्ञानिकों ने दुनिया की करीब 2,000 सबसे बड़ी झीलों के अध्ययन के बाद पाया है कि हर साल उनका लगभग 215 खरब लीटर पानी कम हो रहा है।

स्वतंत्रता दिवस पर कविता 15 अगस्त 2022 Independence Day Poem In Hindi

स्वतंत्रता दिवस पर कविता 15 अगस्त 2022 Independence Day Poem In Hindi: आप सभी प्यारे देशवासियों को आजादी दिवस की हार्दिक शुभकामनाए, आज के इंडिपेंडेंस डे 15 अगस्त 2022 को हम भारत का 76 वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं. ठीक आज से बहत्तर वर्ष पूर्व हमे गोरों की गुलामी से आजादी मिली थी. प्रत्येक भारतीय का इस दिन सीना चौड़ा हो जाता हैं, पूरा देश परेड और देश प्रेम पर कविताएं और भाषण से आसमान भी गुजायमान हो जाता हैं. स्वतंत्रता दिवस पर देश के सभी शिक्षा संस्थानों पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता हैं. poem independence day in hindi में छोटे बच्चों के लिए 15 अगस्त पर बोलने के लिए छोटी देशभक्ति कविता यहाँ दी गई हैं. स्वतंत्रता दिवस पर कविता 15 अगस्त 2022 Independence Day Poem In Hindi इस दिन प्रत्येक विद्यार्थी का सपना होता हैं, कि वो सम्मानीय मंच पर जाकर स्वतन्त्रता दिवस की पूर्व संध्या या 15 अगस्त के मुख्य समारोह में स्वतन्त्रता दिवस पर कविता, भाषण, निबंध, लेख, नारे या कोई देशभक्ति से पूर्ण भारत पर बाल कविता प्रस्तुत करे. आपके लिए इस अवसर पर बोलने के लिए Independence Day Poem In Hindi | स्वतंत्रता दिवस पर कविता, लेखसभी सामग्री हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध करवाई जाएगी. 15 अगस्त 2022 Independence Day Poem In Hindi यह स्वतंत्रता दिवस 2021 पर कविता बच्चों की कक्षा 1, 2, 3 की पाठ्यपुस्तक से ली गई हैं. बहुत से बच्चों को यह सरल देश भक्ति कविता याद भी होगी. पन्द्रह अगस्त के स्वतंत्रता दिवस समारोह में छोटी कक्षाओं के स्टूडेट्स इसे गीत के रूप में बड़ी आसानी से गायन कर सकते हैं. भारत माँ का सदन सुहाना, स्नेह प्रेम सम्मान यहाँ | दुःख सुख में हैं गूंजा करते, निशि दिन गौरव गान यहाँ ...

नये क्षितिजों को तराशती कहानियां : The Dainik Tribune

सैली बलजीत विमल चन्द्र पाण्डेय हिन्दी कहानी में संभावनाशील नये कथाकारों की पंक्ति में एक सशक्त कथाकार के रूप में तेज़ी से अपनी पहचान बनाने वाले हस्ताक्षर हैं। उनके सद्यः प्रकाशित कहानी संग्रह ‘मारणमंत्र’ की तमाम कहानियां आकृष्ट करती हैं और चौंकाती भी हैं। लगता है उनकी कहानियों में ठेठ बनारसी अक्कड़पन कहीं न कहीं विद्यमान है। बनारस के जन-जीवन को अनेक कोणों से बांचते हुए उनकी कहानियों ने नये क्षितिजों को तराशा है। ‘ज़िन्दा दिल’ कहानी पूरे बनारस के हाट बाजारों की आंतरिक छवि को उकेरती हुई महत्वपूर्ण कहानी है। विमल चन्द्र पाण्डेय की अन्य कहानियों के पांव भी ठेठ स्थानीय माहौल पर टिके हैं... लेकिन आंखें चारों तरफ गिद्ध की तरह दृष्टिपात करती हुई प्रतीत होती हैं। इन कहानियों में कमाल का अक्कड़पन है, बेधड़क लड़कपन है... लेकिन इनकी कहानियों के पात्र लम्पट नहीं हैं। ‘शुभचिन्तक’ कहानी में कस्बई माहौल की अनेक विसंगतियां भव्यता से उद्घाटित हुई हैं। ‘मारण मंत्र’ संग्रह की प्रमुख कहानी है। ‘मारण मंत्र’ में गंवई लोग हैं... लोगों की छोटी-छोटी समस्याओं की पूर्ति हेतु टोने-टोटकों के रहस्यमयी ‘मारण मंत्र’ है जिससे किसी को भी अनिष्ट कुभावनाएं निहित हैं। इसके अतिरिक्त विमल की ‘पर्स’, ‘केशव की दौलत और नीम वाला सर्प’ तथा ‘छूटना’ कहानियों मंे भी बनारस कहीं न कहीं किसी रूप में मौजूद है। इन कहानियों में सनसनाती हुई वर्ग चेतना है, धधकती हुई भावनाएं हैं और धधकती हुई गहराइयां भी हैं जो उनकी कहानियों को नये आयाम प्रदान करती हैं। विमल चन्द्र पाण्डेय की कहानियों में फटीचरों, मुफलिसों और गांजा-चरस पीने वाले नशेड़ियों का हुजूम जिस धरातल पर खड़ा है, उसको उलीचने का गज भर का कलेजा कथाकार के पास है। उनकी कहानियों में बिख...

भारत को 15 अगस्त, 1947 की रात 12 बजे ही क्यों स्वतंत्रता मिली?

गांधीजी के जनांदोलन से देश की जनता आज़ादी के लिए जागरूक हो गयी थी. वहीं दूसरी तरफ़ सुभाष चन्द्र बोस की आज़ाद हिन्द फ़ौज की गतिविधियों ने अंग्रेज़ शासन की नाक में दम कर रखा था. 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध के ख़त्म होने के समय पर अंग्रेज़ों की आर्थिक हालत बद से बदत्तर हो गयी थी. दूसरे देशों की बात छोड़ दो, वो अपने देश पर शासन करने में ही असमर्थ हो गए थे. वहीं 1945 के ब्रिटिश चुनावों में लेबर पार्टी की जीत ने आज़ादी के द्वार खोल दिए थे क्योंकि उन्होंने अपने मैनिफेस्टो में भारत जैसी दूसरी इंग्लिश कॉलोनियों को भी आज़ादी देने की बात कही थी. कई मतभेदों और हंगामे के बावजूद भी भारतीय नेताओं की बात लार्ड वेवेल से शुरू हो गयी थी और स्वतंत्र भारत का सपना सच होने की कगार पर था. फरवरी, 1947 में लार्ड माउंटबैटन को भारत का आख़री वाइसराय चुना गया जिन पर व्यवस्थित तरीके से भारत को स्वतंत्रता दिलाने का कार्यभार था. शुरूआती योजना के अनुसार भारत को जून, 1948 में आज़ादी मिलने का प्रावधान था. वाइसराय बनने के तुरंत बाद, लार्ड माउंटबैटन की भारतीय नेताओं से बात शुरू हो गयी थी, लेकिन ये इतना भी आसान नहीं था. जिन्ना और नेहरू के बीच बंटवारे को ले कर पहले से ही रस्साकशी चल रही थी. जिन्ना ने अलग देश बनाने की मांग रख दी थी जिसकी वजह से भारत के कई क्षेत्रों में साम्प्रदायिक झगड़े शुरू हो गए थे. माउंटबैटन ने इसकी अपेक्षा नहीं की थी और इससे पहले कि हालात और बिगड़ते, आज़ादी 1948 की जगह 1947 में ही देने की बात तय हो गयी. दूसरा सवाल- 15 अगस्त ही क्यों? लार्ड माउंटबैटन 15 अगस्त की तारीख़ को शुभ मानते थे क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध के समय 15 अगस्त, 1945 को जापानी आर्मी ने आत्मसमर्पण किया था और उस समय लार्ड माउंटबैटन अलाइड फ़ोर्...

बाल कहानी : 15 अगस्त की मिठाई

रोनिन और अभिजात्य अपने घर पहुंचते हैं जहां वे अपनी मम्मी को 15 अगस्त पर मिलने वाली मिठाई की वजह पूछते हैं। उनके सवाल पर मम्मी मुस्कुराती हैं और उन्हें कहती हैं कि अन्य किसी भी त्योहार पर मिलने वाली मिठाई से बहुत ज्यादा कीमती यह मिठाई है। बच्चे उत्सुकता से उन्हें देखते हैं और आगे जानने के लिए जम जाते हैं। मम्मी : बहुत अच्छा सवाल पूछा तुमने अभि। हमारा देश सैकडों साल पहले बहुत अमीर देश था। सारी दुनिया में हमारे देश की पहचान एक धनी राष्ट्र के रूप में थी। सारी दुनिया के लोग हमारे साथ व्यापार करना चाहते थे। ऐसे ही एक कंपनी ने इंग्लैंड से आकर हमारे साथ व्यापार शुरू किया और धीरे-धीरे धोखा देते हुए हमारे देश पर कब्जा कर लिया। 'बापू सेहत के लिए तू तो हानिकारक है' दंगल फिल्म का आपने यह गाना तो ज़रूर सुना होगा। साथ ही आपने कई बार 'पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा' गाना भी गाया होगा। आपके पापा कहे न कहे पर फिल्म देखना सबको बहुत पसंद होता है। फिल्म हमारे जीवन और दुनिया की सच्चाई को दर्शाती है।आप अपने पिता के साथ ये फादर स्पेशल फिल्म देख सकते हैं। These fruits remove dirt of body : शरीर में जमी गंदगी यदि बाहर निकल जाती है तो व्यक्ति हर तरह से निरोगी हो जाता है। इससे आयु भी बढ़ती है। योग और आयुर्वेद में शरीर में जमा गंदगी को बाहर निकालने के कई तरीके बताए गए हैं, लेकिन इसके लिए आपको पहले चाय, कॉफी, दूध, कोल्ड्रिंक, मैदा, बेसन, बैंगन, समोसे, कचोरी, पोहे, पिज्जा, बर्गर आदि का त्याग करना पड़ता है। पुरषों में डायबिटीज, हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर का खतरा ज्यादा रहता है। अगर आपने अभी तक फादर्स डे का गिफ्ट नहीं खरीदा है तो आप फिटनेस गैजेट गिफ्ट कर सकते हैं। इन गैजेट की मदद से आप अपने पिता के स्वास्थ को ...