2022 में जन्माष्टमी कब है

  1. जन्माष्टमी कब है 2022 में
  2. Janmashtmi 2023: कब है श्री कृष्ण जन्माष्टमी तिथि व मुहूर्त 2023
  3. Janmashtami 2022 Date 18 या 19 अगस्त कब है जन्माष्टमी जानिए सही तिथि और शुभ मुहूर्त
  4. Janmashtami 2022: कब है कि कृष्ण जन्माष्टमी? जानिए पूजा का समय और शुभ मुहूर्त, लड्डू गोपाल को लगाएं इन चीजों का भोग
  5. Janmashtami 2022 Date 18 Or 19 August Krishna Janmashtami Kab Manaya Jayega Janmashtami Puja Time
  6. Janmashtmi 2022 Date Shubh Muhurat And Puja Vidhi
  7. जन्माष्टमी 2022 में कब है


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जन्माष्टमी कब है 2022 में

जैसा की आपको नाम से ही अंदाज़ा लग रहा होगा, कृष्ण जन्माष्टमी यानि कृष्ण + जन्म +आष्ट्मी = कृष्ण जन्माष्टमी। यह त्यौहार भगवानश्रीकृष्ण जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विभिन्न प्रकार के फलाहार, दूध, दही, पंचामृत, धनिये, मेवे की पंजीरी, तुलसीदल, मिश्री एवम् विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट मिठाई को बनाकर प्रभु का भोग लगाया जाता है और मध्य रात्रि में उन्हीं से व्रत खोला जाता है। इस पोस्ट में हम जानते हैं की जन्माष्टमी कब है 2022 में– Janmashtami Kab Hai 2022 Mein Date in Indian Calendar. विवरण जानकारी वर्ष 2022 व्रत/त्यौहार कृष्ण जन्मष्टामी तारीख और दिन 18 अगस्त, 2022, गुरुवार तिथि/पक्ष भाद्रपद माह की कृष्णा पक्ष की अष्टमी निशिथ पूजा मुहूर्त रात्रि 12:20 से 01:05 तक रहेगा पारणा मुहूर्त (धर्म शास्त्र के अनुसार) 19अगस्त को, रात्रि10 बजकर 59 मिनट के बाद 2022 में जन्माष्टमी कब की है– 2022 Mein Janmashtami Kab Ki Hai जन्माष्टमी कब है 2022 में– Janmashtami Kab Hai 2022 Mein श्री कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सवभाद्रपद माह के – कृष्ण पक्ष की अष्टमी कोबहुत ही हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाताहै। इस दिन मध्य रात्रि में भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। श्री कृष्ण जन्म अपने मामा कंस के यहाँ उन्ही के कारागृह में हुआ था। कंस बहुत ही अत्याचारी राजा था।जिसके वध हेतु श्री कृष्ण का धरती पर अवतरण हुआ था। श्री कृष्ण को भगवान श्री हरी विष्णु का 8वांरूप भी कहा जाता है। Janmashtami Kab Hai 2022 Mein Date- हर साल जन्माष्टमी का त्यौहार भाद्रपद माह की कृष्णा पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है।साल 2022 मेंजन्माष्टमी 18 अगस्त, 2022 की है, जिस दिन गुरुवारहै। यह व्रत मध्य रात्रि को श्रीकृष्ण की पूजा करने क...

Janmashtmi 2023: कब है श्री कृष्ण जन्माष्टमी तिथि व मुहूर्त 2023

जन्माष्टमी का पर्व हिन्दू धर्म के सबसे लोकप्रिय एवं प्रमुख भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित होता है जो समूचे विश्व में अपने नटखट और चंचल स्वभाव के लिए प्रसिद्ध है। इस दिन भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है। जन्माष्टमी (Janmashtami) को हर साल देशभर में मनाया जाता है और समस्त कृष्ण भक्तों को इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Shri Krishna Janmashtami) को प्रतिवर्ष भाद्रपद महीने के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा नगरी में दुष्ट राजा कंस के कारागृह में देवकी और वासुदेव की आठवीं संतान के रूप में हुआ था। कृष्ण जी का जन्म अर्धरात्रि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। जन्माष्टमी 2023 की तिथि एवं मुहूर्त जन्माष्टमी व्रत की पूजा विधि • जन्माष्टमी के दिन अष्टमी के व्रत से पूजा और नवमी के पारणा से व्रत की समाप्ति होती है। • श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत करने वाले भक्त को व्रत से एक दिन पूर्व अर्थात सप्तमी तिथि पर हल्का एवं सात्विक भोजन करना चाहिए। रात्रि को ब्रह्मचर्य का पालन करें, साथ ही मन और इंद्रियों को नियंत्रण में रखें। • जन्माष्टमी व्रत वाले दिन प्रातःकाल स्नानादि कार्यों से निवृत होकर समस्त देवी-देवताओं को नमस्कार करने के बाद पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुख करके बैठ जाना चाहिए। • अब हाथ में जल, फल और फूल लेकर संकल्प करें और मध्यान्ह काल में काले तिल के जल से स्नान या अपने ऊपर छिड़काव करने के बाद कर देवकी जी के लिए "प्रसूतिगृह" का निर्माण करें। • अब इस सूतिका गृह में सुन्दर और कोमल बिछौना बिछाएं तथा उस पर शुभ कलश की स्थापना करें। • इसके पश्चात भगवान श्रीकृष्ण को स्तनपान कराती माँ देवकी की प्रतिमा य...

Janmashtami 2022 Date 18 या 19 अगस्त कब है जन्माष्टमी जानिए सही तिथि और शुभ मुहूर्त

नई दिल्ली, Janmashtami 2022: हिंदू पंचांग के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र, हर्षण योग और वृषभ राशि के चंद्रमा में हुआ था। इसी कारण हर साल इस दिन को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को के रूप में मनाया जाता है। इस साल जन्माष्टमी की तिथि को लेकर थोड़ा सा कंफ्यूजन है। क्योंकि इस साल दो दिन जन्माष्टमी का उत्सव मनाया जाएगा। जानिए जन्माष्टमी की सही तिथि और शुभ मुहूर्त। क्या है जन्माष्टमी 2022 की सही तिथि? पंचांग के अनुसार, जन्माष्टमी इस बार 2 दिन मनाई जाएगी। पहली 18 अगस्त को होगी जिसे गृहस्थ जीवन जीने वाले लोग मनाएंगे। वहीं 19 अगस्त की जन्माष्टमी साधु-संत मनाएंगे। इस बार जन्माष्टमी काफी खास होने वाली है। क्योंकि इस दिन काफी खास योग बन रहे हैं। इस दिन वृद्धि योग भी लग रहा है। मान्यता है कि जन्‍माष्‍टमी पर वृद्धि योग में पूजा करने से आपके घर की सुख संपत्ति में वृद्धि होती है और मां लक्ष्‍मी का वास होता हे। अष्टमी तिथि प्रारंभ- 18 अगस्त शाम 9 बजकर 21 मिनट से शुरू अष्टमी तिथि समाप्त- 19 अगस्त रात 10 बजकर 59 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त - 18 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 05 मिनट से 12 बजकर 56 मिनट तक। वृद्धि योग - 17 अगस्त दोपहर 8 बजकर 56 मिनट से 18 अगस्त रात 08 बजकर 41 मिनट तक ध्रुव योग - 18 अगस्त रात 8 बजकर 41 मिनट से 19 अगस्त रात 8 बजकर 59 मिनट तक भरणी नक्षत्र - 17 अगस्त रात 09 बजकर 57 मिनट से 18 अगस्त रात 11 बजकर 35 मिनट तक राहुकाल - 18 अगस्त दोपहर 2 बजकर 06 मिनट से 3 बजकर 42 मिनट तक निशिथ पूजा मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 20 मिनट से 01:05 तक रहेगा पारण का शुभ मुहूर्त– 19 अगस्त को रात 10 बजकर 59 मिनट के बाद Pic Credit- Freepik डिसक्लेमर इस लेख में ...

Janmashtami 2022: कब है कि कृष्ण जन्माष्टमी? जानिए पूजा का समय और शुभ मुहूर्त, लड्डू गोपाल को लगाएं इन चीजों का भोग

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Janmashtami 2022 Date 18 Or 19 August Krishna Janmashtami Kab Manaya Jayega Janmashtami Puja Time

Janmashtami 2022 Date: जन्माष्टमी पर इस साल तारीख को लेकर संशय की स्थिति है. पंचांग भेद के कारण इस बार अष्टमी तिथि 18 और 19 अगस्त दोनों दिन है, लेकिन जन्मोत्सव की डेट को लेकर कंफ्यूज न हो. यहां जानें सही तारीख और मुहूर्त. जन्माष्टमी कब है 2022 में 18 Ya 19 अगस्त ? (Janmashtami 2022 Exact Date) पंचांग के अनुसार 18 अगस्त 2022 गुरुवार रात 09 बजकर 21 मिनट से अष्टमी तिथि प्रारंभ होगी. 19 अगस्त 2022 शुक्रवार की रात 10 बजकर 50 मिनट पर अष्टमी तिथि का समापन होगा. कृष्ण का जन्म रात में हुआ था इस कारण कई लोग 18 अगस्त को व्रत रख कान्हा का जन्मोत्सव मनाएंगे. गृहस्थजन 18 अगस्त को जन्माष्टमी मना रहे हैं. वहीं उदया तिथि अनुसार वैष्णव संप्रदाय यानी कि साधु संत 19 अगस्त को जन्माष्टमी उत्सव मनाएंगे. जन्माष्टमी का पर्व क्यों मनाया जाता है? कृष्ण जन्माष्टमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है. भादो माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को द्वापर युग में कंस के अत्याचार से लोगों की रक्षा करने हेतु भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्रीकृष्ण ने जन्म लिया था. घर में जन्माष्टमी कैसे मनाएं? जन्माष्टमी का पर्व मंदिरों के अलावा घरों में भी मनाया जाता है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं से जुड़ी झांकियां सजाई जाती है. कान्हा का बाल स्वरूप की पूजा अर्चना की जाती है. इस दिन बाल गोपाल की प्रिय चीजों का भोग लगाया जाता है. जन्माष्टमी पूजा मुहूर्त 2022 (Krishna janmashtami 2022 muhurat) पौराणिक ग्रंथों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मध्य रात्रि में रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. जन्माष्टमी की कान्हा की रात में पूजा का विशेष विधान है. इस बार 18 अगस्त को रात के 12 बजकर 3 मिनट से रात 12 बजकर 47 मिनट तक नीशीथ कल रहेगा...

Janmashtmi 2022 Date Shubh Muhurat And Puja Vidhi

Janmashtmi 2022: जन्माष्टमी का त्योहार भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भाद्रपद यानी भादो मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था. इस साल जन्माष्टमी (Janmashtmi) का त्योहार 18 अगस्त 2022 को मनाया जाएगा. इस दिन भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है. मान्यतानुसार, जन्माष्टमी का व्रत (Janmashtmi Vrat 2022) अष्टमी तिथि के उपवास के साथ शुरू होता है और नवमी तिथि को पारण के साथ समापन होता है. पंचांग के अनुसार जन्माष्टमी (Janmashtmi) इस साल 2 दिन मनाई जाएगी. 18 अगस्त को स्मार्त संप्रदाय के लोग मनाएंगे. यानी जो लोग गृहस्थ जीवन में हैं वो 18 अगस्त को जन्माष्टमी मनाएंगे. जबकि वैष्णव संप्रदाय के लोग 19 अगस्त को मनाएंगे. भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि का आरंभ 18 अगस्त को रात 9 बजकर 21 मिनट से हो रहा है. अष्टमी तिथि 19 अगस्त को 10 बजकर 59 मिनट तक रहेगी. कैसे करें जन्माष्टमी का व्रत और पूजन | Janmashtmi 2022 Vrat Puja Vidhi जन्माष्टमी व्रत नियम (Janmashtmi Vrat Niyam) के मुताबिक जो लोग श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत (Janmashtmi Vrat 2022) रखना चाहते हैं, वे अष्टमी से एक दिन पहले यानी सप्तमी तिथि को हल्का भोजन करें. साथ ही साथ इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें. इसके साथ ही अगले दिन अष्टमी तिथि को सुबह उठकर नित्य कर्म से निवृत होकर साफ वस्त्र धारण करें. इसके बाद शुद्ध आसन पर पूर्व या उत्तर की ओर मुंह करके बैठें. सभी देवी देवताओं को प्रणाम करके हाथ में जल, फल और पुष्प लेकर अष्टमी तिथि को व्रत का संकल्प लें. इसके बाद स्वयं के ऊपर काला तिल छिड़क कर माता देवकी के लिए एक प्रसूति घर का निर्माण करें. फिर इस प्रसूति गृह मे...

जन्माष्टमी 2022 में कब है

भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था. कृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था इसलिए इस तिथि का सनातन धर्म में विशेष महत्व है. इस दिन लोग व्रत, पूजन और उत्सव मनाते हैं. कृष्ण जन्माष्टमी का अर्थ है कि, कृष्ण + जन्म + आष्ट्मी = कृष्ण जन्माष्टमी. जन्माष्टमी पर्व उत्तर प्रदेश के मथुरा में बहुत ही धूम-धाम से से मनाया जाता है. आइये पोस्ट के जरिए जानते है की जन्माष्टमी 2022 में कब है – Janmashtami 2022 Mein Kab Hai Date जन्माष्टमी 2022 में कब है – Janmashtami 2022 Mein Kab Hai Date भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद – कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्य रात्रि में अत्याचारी कंस के वध के लिए धरती लोक पर हुआ था. मालूम हो कि, असुर कंस श्रीकृष्ण के मामा थे. श्रीकृष्ण को भगवान श्री हरी विष्णु का 8 वां रूप कहा जाता है. 2022 mein Janmashtami Kab Hai Date- हर साल जन्माष्टमी का त्यौहार भाद्रपद माह की कृष्णा पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है. वर्ष 2022 में जन्माष्टमी 18 अगस्त, 2022 की है, जिस दिन गुरुवार है. यह व्रत मध्य रात्रि को श्रीकृष्ण की पूजा करने के बाद ही उनके जन्म के समय खोला जाता है. 2022 में जन्माष्टमी का शुभ महूर्त – 2022 mein Janmashtami ka Shubh Muhurat जन्माष्टमी 2022 का शुभ मुहूर्त व्रत को खोलने के लिए और भगवान श्री कृष्णा की पूजा के लिए अति महत्वपूर्ण है, जो कुछ इस प्रकार है – • बालगोपाल को झूले में बैठा कर उनको झुलाया जाता है और पूजा अर्चना की जाती है. श्रीकृष्ण के जन्म के लिए पौराणिक कथाओं में उल्लेख मिलता है कि, कंस को स्वपन में भविष्यवाणी हुई, की उनकी ही बहन देवकी की आठवीं संतान उसके वध का कारण बने...