2023 का मकर संक्रांति कब है

  1. Makar Sankranti 2023: साल 2023 में कब है मकर संक्रांति का पर्व, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, किस मंत्र का करें जाप
  2. Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति 2023 कब है?
  3. When is Makar Sankranti 2023: 14 or 15 January when will it be best to take a bath and donate Know Maha Punyakal Timing
  4. मकर संक्रांति कब है 2023 में, जानिए पर्व का महत्व
  5. Makar Sankranti 2023: कब है मकर संक्रांति 14 या 15 जनवरी? जानिए सही तिथि व शुभ मुहूर्त?
  6. मकर संक्रांति कब है 2023, 2024, 2025, 2026
  7. Makar Sankranti 2023 Kab Hai Sankranti Exact Date Time Of Daan Snan
  8. 2023 में मकर संक्रांति कब है New Delhi, India में
  9. Makar Sankranti 2023 Date and Timing: कब है मकर संक्रांति 14 या 15 जनवरी? नोट कर लें सही तिथि और शुभ मुहूर्त
  10. Makar Sankranti 2023 Date Know Importance Shubh Muhurt Mantra And Manyata


Download: 2023 का मकर संक्रांति कब है
Size: 62.12 MB

Makar Sankranti 2023: साल 2023 में कब है मकर संक्रांति का पर्व, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, किस मंत्र का करें जाप

डीएनए हिंदी: Makar Sankranti 2022 Date in Inda- नया साल आते ही सबसे पहला त्योहार संक्रांति (Makar Sankranti 2023) का होता है, मकर संक्रांति का इंतजार हर किसी को बेसब्री से होता है. साल 2023 में मकर संक्रांति कब है, सही तारीख और शुभ मुहूर्त को लेकर अभी से असमंजस पैदा होने लगा है. हिंदू पंचांग के अनुसार, मकर संक्रांति का पर्व पौष महीने की शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि पर मनाया जाता है. भारत के अलग-अलग राज्यों में मकर संक्रांति को विभिन्न नामों से जानते हैं. साल 2023 में कब है ये त्योहार, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, संक्रांति का महत्व और किस मंत्र का पाठ करने से शुभ फल मिलेगा, सब कुछ यहां पढ़ते हैं. कब है मकर संक्रांति का त्योहार (Makar Sankranti Exact Date) मकर संक्रांति का त्योहार बहुत ही पावन होता है. हिंदू धर्म में इस त्योहार की काफी मान्यता है. कई जगहों पर इसे खिचड़ी का त्योहार भी कहते हैं. गुजरात में उत्तरायण,पूर्वी उत्तर प्रदेश में खिचड़ी और दक्षिण भारत में इस दिन को पोंगल के रूप में मनाया जाता है. मकर संक्रांति का पर्व सूर्य के राशि परिवर्तन के मौके पर होता है. इस दिन सूर्यदेव धनु राशि से निकलकर मकर में प्रवेश करते हैं, वैसे तो मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाती है, लेकिन साल 2023 में ये त्योहार 15 जनवरी की उदयातिथि पर मनाया जाएगा यह भी पढ़ें- शुभ मुहूर्त (Makar Sankranti Shubh Muhurat) हिंदू पंचांग के अनुसार, ग्रहों के राजा सूर्य 14 जनवरी 2023 की रात 8 बजकर 21 मिनट पर मकर राशि में गोचर करेंगे, लेकिन उदया तिथि 15 जनवरी को प्राप्त हो रही है. ऐसे में मकर संक्रांति नए साल में 15 जनवरी 2023 को मनाई जाएगी. यह भी पढ़ें- पूजा विधि (Puja Vidhi) इस दिन सुबह सुबह स्नान करके साफ कपड़े...

Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति 2023 कब है?

Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है। मकर संक्रांति भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से मनाया जाता है। कर्नाटक, केरल, आंध्रप्रदेश में इसे संक्रांति के नाम से मनाया जाता है। तमिलनाडु में इसे पोंगल के नाम से मनाया जाता है। मकर संक्रांति इस साल जनवरी 2023 में 15 तारीख को मनाया जा रहा है। इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। मकर संक्रांति के दिन सूर्य की गति उत्तरायण होती है। वास्तव में यह त्यौहार सूर्य को समर्पित त्यौहार है। मकर संक्रांति के पर्व पर गुड़ और तिल लगाकर गंगा नदी में स्नान करना लाभदायक होता है। इसके बाद दान संक्रांति में गुड़, तिल, कंबल, फल आदि दान करने से लाभ मिलता है और पुण्य फल की प्राप्ति होती है। इस बार यह मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाया जा रहा है। ऐसा माना जाता है जब धरती पर अच्छे दिन का प्रारंभ होता है तब सूर्य दक्षिण के बजाय उत्तर को गमन करने लग जाता है। जब सूर्य पूर्व से दक्षिण की ओर भ्रमण करता है। तब उसकी किरणों का असर खराब माना जाता है। जब सूर्य उत्तर की ओर गमन करने लगता है तब उसकी किरणें सेहत और शांति को बढ़ाती है और अच्छे फल प्रदान करती हैं। मकर संक्रांति का अर्थ (Makar Sankranti 2023 Meaning) क्या है? मकर संक्रांति दो शब्दों से मिलकर बना है मकर और संक्रांति जिनमें मकर का अर्थ है मकर राशि और संक्रांति का अर्थ है परिवर्तन। जब सूर्य का मकर राशि में परिवर्तन होता है तो उसे मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है। मकर संक्रांति पर आकाश में रंग बिरंगी पतंगे दिखती है। हर तरफ से जोशीली हर्ष ध्वनि सुनाई देती है। मकर संक्रांति पर लोग हर्षोल्लास के साथ नाच गाने करत...

When is Makar Sankranti 2023: 14 or 15 January when will it be best to take a bath and donate Know Maha Punyakal Timing

Makar Sankranti 2023 Kab Hai in India: मकर संक्रांति का त्योहार हिंदू धर्म में बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह पर्व भगवान सूर्य को समर्पित माना गया है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं। सूर्य के ग्रह गोचर को संक्रांति कहा जाता है। मकर राशि में जाने को मकर संक्रांति कहते हैं। इस पर्व में लोग नई फसलों की पूजा भी करते हैं। मकर राशि में सूर्य, शुक्र व शनि ग्रहों की युति, इन 3 राशियों को आय में वृद्धि के साथ तरक्की मिलना तय मकर संक्रांति 2023 की तारीख क्या है? मकर संक्रांति का पर्व हर राज्य में अलग-अलग तरह से मनाया जाता है। इसलिए इसे अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, मकर संक्रांति को पूर्वी उत्तर प्रदेश खिचड़ी, गुजरात और राजस्थान में उत्तरायण, हरियाणा, पंजाब में माघी और तमिलनाडु में पोंगल के नाम से जाना जाता है। मकर संक्रांति का पर्व हर साल जनवरी महीने में ही आता है। लेकिन इस साल इस पर्व की तारीख को लेकर लोगों के बीच कंफ्यूजन है। मकर संक्रांति 14 या 15 तारीख कब है? मकर संक्रांति का पर्व लोहड़ी के एक दिन बाद मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 15 जनवरी 2023, रविवार को मनाया जाएगा। मकर संक्रांति का क्षण 14 जनवरी को रात 08 बजकर 57 मिनट तक रहेगा। मकर संक्रांति में ग्रहों की स्थिति से नहीं होगी धन-धान्य की कमी, पढ़ें मकर संक्रांति के पीछे पौराणिक कथाएं मकर संक्रांति 2023 शुभ मुहूर्त- मकर संक्रांति पुण्य काल 15 जनवरी को सुबह 07 बजकर 15 मिनट से शाम 05 बजकर 46 मिनट तक रहेगा। अवधि 10 घंटे 31 मिनट की है। मकर संक्रांति महा पुण्यकाल का समय 15 जनवरी को सुबह 07 बजकर 15 मिनट से सुबह 09 बजे तक रहेगा। अवधि 01 घंटा 45 मिनट की है।

मकर संक्रांति कब है 2023 में, जानिए पर्व का महत्व

मकर संक्रांति का महत्व : मकर संक्रांति के दिन सूर्य उत्तरायण होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि के घर जाते हैं। एक अन्य कथा के अनुसार भगवान विष्णु की असुरों पर विजय के तौर पर भी मकर संक्रांति मनाई जाती है। नई फसल और नई ऋतु के आगमन की खुशी को व्यक्त करने के लिए भी मकर संक्रांति धूमधाम से मनाई जाती है। मकर संक्रांति पर तिल और गुड़ से बने लड्डू और अन्य मीठे पकवान बनाने की परंपरा है। इसी के साथ पतंग उड़ाई जाती है। मकर संक्रांति के मौके पर देश के कई शहरों में मेले लगते हैं। मान्यता के अनुसार सूर्य पूर्व से दक्षिण की ओर चलता है, इस दौरान सूर्य की किरणों को खराब माना जाता है, परंतु जब सूर्य पूर्व से उत्तर की ओर गमन करने लगता है, तब उसकी किरणें सेहत और शांति के लिए लाभदायक मानी गई है। महाभारत काल के दौरान भीष्म पितामह जिन्हें इच्छामृत्यु का वरदान प्राप्त था। उन्होंने सूर्य के उत्तरायण होने के बाद ही देह त्यागी थी। मान्यता है कि उत्तरायण काल में देह छोड़ने से सद्गति मिलती है।

Makar Sankranti 2023: कब है मकर संक्रांति 14 या 15 जनवरी? जानिए सही तिथि व शुभ मुहूर्त?

जाने इस पोस्ट में क्या क्या है • • • • • • • • • • • Makar Sankranti 2023: पूरे भारतवर्ष में, आगामी मकर संक्रान्ति के पावन पर्व की तैयारियों शुरु हो गई है, हवाओं का रुख बदल रहा है, मौसम में मनमोहक समय मे, हम आप सभी पाठको को अपने इस लेख की मदद से Makar Sankranti 2023 के बारे मे, बतायेगे। आपको बता दें कि, साल 2023 में, मनाया जाने वाला म त्यौहार बेहद महत्वपूर्ण व खास होने वाला है जिसकी पूरी वजह को हम कुछ बिंदुओं की मदद से आपके सामने प्रस्तुत करेंगे जिसके लिए आपको ध्यानपू्रवक इस लेख को पढ़ना होगा। ⬇️ Download Bihar Help Mobile App📱 Jobs & शिक्षा से जुड़ी सभी जानकारी ! ( अन्त, आर्टिकल के अन्त मे, हम आपको क्विक लिंक्स प्रदान करेगे ताकि आप आसानी से इसी प्रकार के लेटेस्ट आर्टिकल्स को सबसे पहले प्राप्त कर सकें। Read Also – Makar Sankranti 2023 – एक नजर आर्टिकल का नाम Makar Sankranti 2023 आर्टिकल का प्रकार Latest Update Detailed Information Please Read the Article Completely. Makar Sankranti 2023: कब है मकर संक्रांति 14 या 15 जनवरी? जानिए सही तिथि व शुभ मुहूर्त? सबसे पहले हम, अपने सभी पाठको को आगामी मकर सं हर्षो – उल्लासपूर्ण त्यौहार की हार्दिक बधाईयां देना चाहते है और आपको साल 2023 में, मनाई जाने वाली मकर संक्रान्ति के त्यौहार को लेकर कुछ रोचक तथ्यों को प्रस्तुत करना चाहते है जो कि, इस प्रकार से हैं – Read Also – मकर संक्रांति क्यों मनाया जाता है? • हम, आप सभी पाठको व विद्यार्थियों को बता देना चाहते है कि, मकर संक्रान्ति का त्यौहार ना केवल सामाजिक पहलू से बल्कि वैज्ञानिक पहलू से भी बेहद महत्वपूर्ण व लाभदायक माना जाता है, • आपको बता दें कि, मकर संक्रान्ति का त्यौहर उस दिन मनाया जाता...

मकर संक्रांति कब है 2023, 2024, 2025, 2026

मकर संक्रांति 2023 में 15 जनवरी दिन रविवार को है। मकर संक्रांति हिन्दुओं का प्रमुख पर्व है। मकर संक्रांति पूरे भारत और नेपाल में किसी न किसी रूप में मनाया जाता है। तमिलनाडु में इसे पोंगल नामक उत्सव के रूप में मनाते हैं जबकि कर्नाटक, केरल तथा आंध्र प्रदेश में इसे केवल संक्रांति ही कहते हैं। पौष मास में जब सूर्य मकर राशि पर आता है तभी इस पर्व को मनाया जाता है। वर्तमान शताब्दी में यह त्योहार जनवरी माह के चौदहवें या पन्द्रहवें दिन ही पड़ता है, इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करता है। एक दिन का अंतर लौंद वर्ष के 366 दिन का होने की वजह से होता है। मकर संक्रांति उत्तरायण से भिन्न है। मकर संक्रांति पर्व को कहीं-कहीं उत्तरायणी भी कहते हैं, यह भ्रान्ति है कि उत्तरायण भी इसी दिन होता है। उत्तरायण का प्रारंभ 14 या 15 दिसम्बर को होता है। लगभग 1800 वर्ष पूर्व यह स्थिति उत्तरायण की स्थिति के साथ ही होती थी, संभव है की इसी वजह से इसको व उत्तरायण को कुछ स्थानों पर एक ही समझा जाता है। मकर संक्रांति कब है? मकर संक्रांति जनवरी 15, 2023, रविवार मकर संक्रांति जनवरी 15, 2024, सोमवार मकर संक्रांति जनवरी 14, 2025, मंगलवार मकर संक्रांति जनवरी 14, 2026, बुधवार मकर संक्रांति जनवरी 15, 2027, शुक्रवार मकर संक्रांति जनवरी 15, 2028, शनिवार मकर संक्रांति जनवरी 14, 2029, रविवार मकर संक्रांति जनवरी 14, 2030, सोमवार मकर संक्रांति जनवरी 15, 2031, बुधवार मकर संक्रांति जनवरी 15, 2032, बृहस्पतिवार मकर संक्रांति जनवरी 14, 2033, शुक्रवार मकर संक्रांति जनवरी 14, 2034, शनिवार विश्वकर्मा जयंती 2023 में 17 सितंबर दिन रविवार को है। हर साल माघ महीने में भारत (Vishwakarma Jayanti in India) के उत्तर तथा ...

Makar Sankranti 2023 Kab Hai Sankranti Exact Date Time Of Daan Snan

Makar Sankranti 2023 Date: हिंदू धर्म में मकर संक्रांति एक प्रमुख पर्व है. भारत के विभिन्न क्षेत्रों में इस त्यौहार को स्थानीय मान्यताओं के अनुसार धूमधाम से मनाया जाता है. मकर संक्रांति के दिन सूर्य उत्तरायण होता है. ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार इसी दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है. मकर संक्रांति से ही ठंड कम होने लगती है. देश भर में मकर संक्रांति अलग-अलग नामों के साथ मनाया जाता है. मकर संक्रांति को लोहड़ी, उत्तरायण, खिचड़ी, टहरी, पोंगल आदि जैसे नामों से भी जाना जाता है. मकर संक्रांति के दिन स्नान, दान पूजा-पाठ और तिल खाने की परंपरा है. आइए जानते हैं इस साल मकर संक्रांति कब मनाई जाएगी और स्नान-दान का शुभ मुहूर्त क्या है. मकर संक्रांति की सही तिथि वैसे तो मकर संक्रांति का पर्व प्रत्येक वर्ष 14 जनवरी के दिन ही मनाया जाता है लेकिन इस साल मकर संक्रांति की तिथि को लेकर लोगों में असमंजस है. पंचांग के अनुसार, इस साल सूर्य शनिवार, 14 जनवरी की रात में 08:21 मिनट पर पर धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे. शास्त्रों में दान और स्नान का शुभ मुहूर्त उदया तिथि में माना जाता है. इसीलिए उदया तिथि के अनुसार मकर संक्रांति का पर्व रविवार, 15 जनवरी को मनाया जाएगा. दान, पुण्य और स्नान का शुभ मुहूर्त भी 15 जनवरी के दिन ही होगा. स्नान-दान का शुभ मुहूर्त पुण्य काल - 15 जनवरी 2023 को सुबह 7 बजकर 17 मिनट से शाम 5 बजकर 55 मिनट तक महा पुण्य काल - 15 जनवरी 2023: सुबह 7 बजकर 17 मिनट से सुबह 9 बजकर 04 मिनट तक मकर संक्रांति के दिन करें ये काम मकर संक्रांति पर दान-दक्षिणा का विशेष महत्व है. इस दिन जिन लोागें की कुंडली में शनि और सूर्य अशुभ हैं. वे इस दिन काले तिल का दान कर सकते हैं. काले तिल...

2023 में मकर संक्रांति कब है New Delhi, India में

आइए जानते हैं कि 2023 में मकर संक्रांति कब है व मकर संक्रांति 2023 की तारीख व मुहूर्त। हिंदू धर्म में मकर संक्रांति एक प्रमुख पर्व है। भारत के विभिन्न इलाकों में इस त्यौहार को स्थानीय मान्यताओं के अनुसार मनाया जाता है। हर वर्ष सामान्यत: मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाती है। इस दिन सूर्य उत्तरायण होता है, जबकि उत्तरी गोलार्ध सूर्य की ओर मुड़ जाता है। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार इसी दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है। ज्यादातर हिंदू त्यौहारों की गणना चंद्रमा पर आधारित पंचांग के द्वारा की जाती है लेकिन मकर संक्रांति पर्व सूर्य पर आधारित पंचांग की गणना से मनाया जाता है। मकर संक्रांति से ही ऋतु में परिवर्तन होने लगता है। शरद ऋतु क्षीण होने लगती है और बसंत का आगमन शुरू हो जाता है। इसके फलस्वरूप दिन लंबे होने लगते हैं और रातें छोटी हो जाती है। मकर संक्रांति का महत्व धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण भारत में धार्मिक और सांस्कृतिक नजरिये से मकर संक्रांति का बड़ा ही महत्व है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि के घर जाते हैं। चूंकि शनि मकर व कुंभ राशि का स्वामी है। लिहाजा यह पर्व पिता-पुत्र के अनोखे मिलन से भी जुड़ा है। एक अन्य कथा के अनुसार असुरों पर भगवान विष्णु की विजय के तौर पर भी मकर संक्रांति मनाई जाती है। बताया जाता है कि मकर संक्रांति के दिन ही भगवान विष्णु ने पृथ्वी लोक पर असुरों का संहार कर उनके सिरों को काटकर मंदरा पर्वत पर गाड़ दिया था। तभी से भगवान विष्णु की इस जीत को मकर संक्रांति पर्व के तौर पर मनाया जाने लगा। फसलों की कटाई का त्यौहार नई फसल और नई ऋतु के आगमन के तौर पर भी मकर संक्रांति धूमधाम से मनाई जाती है। पंजाब, यूपी, बिह...

Makar Sankranti 2023 Date and Timing: कब है मकर संक्रांति 14 या 15 जनवरी? नोट कर लें सही तिथि और शुभ मुहूर्त

Makar Sankranti 2023 Date and Timing: हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का विशेष महत्व होता है. इसे उत्तर भारत समेत कई राज्यों में काफी धूम धाम से मनाया जाता है. इस दिन लोगखिचड़ी का प्रसाद बनाते हैं. वहींपवित्र ​नदियों में स्नान करने के साथ ही दान की परंपरा है. हर साल इस त्योहार को14 जनवरी के दिन मनाया जाता है,लेकिन ग्रहों के बदलाव या उदयातिथि के अनुसार अक्सर 14 और 15 जनवरी को लेकर लोगों के बीच कंफ्यूजन रहती है. आइए जानते हैंइस साल मकर संक्रांति का त्योहार कब मनाया जाएगा 14 या 15 जनवरी? मकर संक्रांति 2023 कब है? Zee Business Hindi Live TV यहां देखें मकर संक्रांति 2023 शुभ मुहूर्त मकर संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा है और स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. इस दिन शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर शाम के 5 बजकर 46 मिनट तक रहेगा. मकर संक्रांति के दिन पुण्य काल मुहूर्त सुबह 7 बजकर 15 से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा. इस मुहूर्त दान-पुण्य करना बेहद ही शुभ माना जाता है. मकर संक्रांति का महत्व हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है और इस दिन यदि स्नान के बाद दान किया जाए तो इसका कई गुना अधिक फल मिलता है. यह दिन बेहद ही शुभ होता है क्योंकि इस दिन सूर्य अपने पुत्र शनि से मिलन करते हैं और इस दिन शुक्र ग्रह का भी उदय होता है. इस दिन स्नान करते समय काले तिल में गंगाजल मिलाकर स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है. साथ ही कुंडली में मौजूद ग्रह दोष भी समाप्त होते हैं.

Makar Sankranti 2023 Date Know Importance Shubh Muhurt Mantra And Manyata

Makar Sankranti 2023 Date: हिंदू धर्म में मकर संक्रांति एक प्रमुख पर्व है. भारत के विभिन्न क्षेत्रों में इस त्यौहार को स्थानीय मान्यताओं के अनुसार धूमधाम से मनाया जाता है. मकर संक्रांति के दिन सूर्य उत्तरायण होता है. ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार इसी दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है. मकर संक्रांति से ही ऋतु में परिवर्तन होने लगता है. इसके बाद से ही बसंत का आगमन शुरू हो जाता है. देश भर में अलग-अलग नामों के साथ मनाया जाता है. आइए जानते हैं इस साल मकर संक्रांति कब मनाई जाएगी, इसका शुभ मुहूर्त कब है और इससे जुड़ी मान्यताओं के बारे में. मकर संक्रांति की तिथि हर साल मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को मनाया जाता है लेकिन इस साल मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी. पंचांग के अनुसार, मकर संक्रांति शुभ मुहूर्त पुण्य काल मुहूर्त: 07:15:13 से 12:30:00 तक अवधि:5 घंटे 14 मिनट महापुण्य काल मुहूर्त :07:15:13 से 09:15:13 तक अवधि: 2 घंटे मकर संक्रांति का महत्व मकर संक्रांति पर दान-दक्षिणा का विशेष महत्व है. इस दिन जिन लोागें की कुंडली में शनि और सूर्य अशुभ हैं. वे इस दिन काले तिल का दान कर सकते हैं. काले तिल का दान करने से शनि की साढ़े साती और ढैय्या से राहत मिलती है. मकर संक्रांति के दिन काले तिल से सूर्य देव की पूजा की जाती है.मकर संक्रांति के दिन अगर आपके घर पर कोई भिखारी, साधु, बुजुर्ग या असहाय व्यक्ति आता है तो उसे कभी भी खाली हाथ न जाने दें. इस दिन स्नान के पहले कुछ भी खाना-पीना नहीं चाहिए. मकर संक्रांति से जुड़ी पौराणिक मान्यता भारत में धार्मिक और सांस्कृतिक नजरिये से मकर संक्रांति का बहुत महत्व है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि के घर जा...